Ye suit se kya 15 ago Bane huye seldeed Jo co sarer ne banaya he or uske bad tinbar land bike chuki he to unsab seldeed ko cancel Kiya ja sakta he or land ka kabja mil sakta he sir
Meri maa ke pita ki death 2006 me bina batwara ke huyi.agricultre property hai or ancestors hai.dhoke se bhaiyo ne patwari se apne naam karakar property sale kar di.nicli court ne meri maa ka dava nirasat kar diya.ye kahte hue ki jinhe property sale ki unhe party banaye meri maa unhe nahi janti.ye question hai ki meri maa ne property khardine walo se koi sahayate nahi chahi.sirf ye chaha ki jo bhi property abhi hai usme muje hissa diya jaye.abhi ye mamla sessions court me hai.agar maa ke paksh me naa aaya tu high court me appeal karenge
मेरे पिताजी मृत्यु के बाद हम दो बहनो के नाम छुपाकर केवल मेरी मां और भाई के नाम चढ़ाकर लैंड 2007में बेच दिया हे उसके बाद आजतक ओ लैंड 3 बार बिक चुकी हे तो क्या हम दोनों बहने आज पार्टीशन सूट डाल कर उन सब रजिस्ट्री को कॉन्सिल करके लैंड वापिस मिल सकती हे सर
@@hemabhaitajpariya2695 file suit against mother and brothers and make respondent to all others who are in channel of buy and sell and and currently possession.... 10 years lagenge ...lekin result ayega
सर मेरी मां ने मेरी मौसी के ऊपर बटवारा वदायर किया जिसका निर्णय श्रीमान लोक अदालत से सन 1995 में आपसी समझौते के द्वारा किया गया. फिर मेरी मां ने सन 1997 में मौसी के ऊपर कतई बंटवारा वाद दायर किया दौरान मुकदमा सन 2003 में मेरे मौसी की मृत्यु हो गई. इसके बाद यह मुकदमा सन 2012 तक चलता रहा और अदम पैरवी के आधार पर खारिज हो गया, इस बीच मेरी मां के भतीजे और भतीजियां बेहद प्रेम पूर्वक साथ साथ रहे मेरी मां इंटर कॉलेज में लेक्चरर थी और शुरुसे ही घर से दूर लगभग 50 किमी दूर रहती थी। भतीजा भतीजा के दोषपूर्ण व्यवहार को देखते हुए 2020 में पुनः एक नया बाद बटवारा संबंधी कतई बंटवारा दायर किया गया। प्रश्न है कि क्या पुराना वाद रिस्टोर करने के बजाय नया वाद करना सही था जबकि पर्टियां बदल गई हैं ।समय 2012 के बाद 2020. दूसरा प्रश्न है कि क्या इस दौरान विपक्षी प्रतिकूलता को आधार बना सकते हैं? जबकि 2012 तक बाद चला रहा और पुनः 2020 में बात दायर हो गया.🙏🙏🙏
Very useful judgement sir, thank you
🙏🙏🙏 Thank you sir
Thanks 🙏
Ye suit se kya 15 ago Bane huye seldeed Jo co sarer ne banaya he or uske bad tinbar land bike chuki he to unsab seldeed ko cancel Kiya ja sakta he or land ka kabja mil sakta he sir
Good night sir? Nice sir?
Meri maa ke pita ki death 2006 me bina batwara ke huyi.agricultre property hai or ancestors hai.dhoke se bhaiyo ne patwari se apne naam karakar property sale kar di.nicli court ne meri maa ka dava nirasat kar diya.ye kahte hue ki jinhe property sale ki unhe party banaye meri maa unhe nahi janti.ye question hai ki meri maa ne property khardine walo se koi sahayate nahi chahi.sirf ye chaha ki jo bhi property abhi hai usme muje hissa diya jaye.abhi ye mamla sessions court me hai.agar maa ke paksh me naa aaya tu high court me appeal karenge
Madhya pradesh ka case hai
But sir, adverse possession is applicable to after 12 years for ancestral property
No
@advocatevikasrathi8610 not agree with your reply, some circumstances applicable to adverse possession regarding ancestral property
मेरे पिताजी मृत्यु के बाद हम दो बहनो के नाम छुपाकर केवल मेरी मां और भाई के नाम चढ़ाकर लैंड 2007में बेच दिया हे उसके बाद आजतक ओ लैंड 3 बार बिक चुकी हे तो क्या हम दोनों बहने आज पार्टीशन सूट डाल कर उन सब रजिस्ट्री को कॉन्सिल करके लैंड वापिस मिल सकती हे सर
Ha Mil sakti Hai...case ke alwa apke pass koi option nahi hai or kuchh isliye case daal do
@advocatevikasrathi8610 आप हमारा मार्गदर्शन करिए
@@hemabhaitajpariya2695 file suit against mother and brothers and make respondent to all others who are in channel of buy and sell and and currently possession....
10 years lagenge ...lekin result ayega
सर मेरी मां ने मेरी मौसी के ऊपर बटवारा वदायर किया जिसका निर्णय श्रीमान लोक अदालत से सन 1995 में आपसी समझौते के द्वारा किया गया.
फिर मेरी मां ने सन 1997 में मौसी के ऊपर कतई बंटवारा वाद दायर किया दौरान मुकदमा सन 2003 में मेरे मौसी की मृत्यु हो गई. इसके बाद यह मुकदमा सन 2012 तक चलता रहा और अदम पैरवी के आधार पर खारिज हो गया, इस बीच मेरी मां के भतीजे और भतीजियां बेहद प्रेम पूर्वक साथ साथ रहे मेरी मां इंटर कॉलेज में लेक्चरर थी और शुरुसे ही घर से दूर लगभग 50 किमी दूर रहती थी। भतीजा भतीजा के दोषपूर्ण व्यवहार को देखते हुए 2020 में पुनः एक नया बाद बटवारा संबंधी कतई बंटवारा दायर किया गया।
प्रश्न है कि क्या पुराना वाद रिस्टोर करने के बजाय नया वाद करना सही था जबकि पर्टियां बदल गई हैं ।समय 2012 के बाद 2020.
दूसरा प्रश्न है कि क्या इस दौरान विपक्षी प्रतिकूलता को आधार बना सकते हैं? जबकि 2012 तक बाद चला रहा और पुनः 2020 में बात दायर हो गया.🙏🙏🙏
@@ALOKRAI-i5f share your number, then i calling to you for legal advice