Excellent discussion once again. The most important bit about the police reforms was covered at the very end, and understandably so! However, I would have loved to hear a detailed unpacking of the status, bottlenecks, and way forward in the police reforms. Maybe in the upcoming episodes....😊
DGP को सुनने से लगा कि पुलिस का अधिकतर समय बंदोबस्त में लगता है न कि जुर्म संबंधित कार्यों में जबकि पुलिस का गठन जूर्म की छानबीन और जूर्म रोकने के लिए हुआ होगा। अब अलग अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग पुलिस बलों का गठन किया गया है जैसे CISF आदि क्या यह उचित नहीं होगा कि बंदोबस्त कार्यों के लिए अलग से पुलिस बल का गठन किया जाए। बंदोबस्त आज अपने आप में एक कठिन और जटिल काम है और उसकी ट्रेनिंग अलग से होनी चाहिए। अभी भी बंदोबस्त के लिए सहायता के लिए RAF की सहायता ली जाती है।
Great podcast sir.
Interesting and informative
Excellent discussion once again.
The most important bit about the police reforms was covered at the very end, and understandably so! However, I would have loved to hear a detailed unpacking of the status, bottlenecks, and way forward in the police reforms. Maybe in the upcoming episodes....😊
@@gauravawasthi6212 do check the Police Chowki series. It has 24 episodes on different aspects of police reforms with Mr Ahmad.
Good topic
Thank you. You should also check out the Puliyabaazi with Devesh Kapur and Amit Ahuja. It is somewhat related topic.
DGP को सुनने से लगा कि पुलिस का अधिकतर समय बंदोबस्त में लगता है न कि जुर्म संबंधित कार्यों में जबकि पुलिस का गठन जूर्म की छानबीन और जूर्म रोकने के लिए हुआ होगा।
अब अलग अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग पुलिस बलों का गठन किया गया है जैसे CISF आदि
क्या यह उचित नहीं होगा कि बंदोबस्त कार्यों के लिए अलग से पुलिस बल का गठन किया जाए। बंदोबस्त आज अपने आप में एक कठिन और जटिल काम है और उसकी ट्रेनिंग अलग से होनी चाहिए। अभी भी बंदोबस्त के लिए सहायता के लिए RAF की सहायता ली जाती है।
Saurabh bhai inse ye to poocho ki ek constable apne career me IIM grad se jyada wealth kaise bana leta hai?