मुझे बहुत दुख हुआ यह सुन कर अब मेरे सामने कोई यह नही नियम नही अपनयगा तो में उस भिक्षु को टोक दूंगा धम्म ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
धन्यवाद सर जी... हिनयान और महायान का महत्वपुर्ण ... सत्य अंतर... फरक सरल रुपसे ..अधिक स्पष्टता से बताया है..आपने.... नमो बुध्दस्स.. जय भिम ..जय संविधान..!!
Hiyaan aur Mahayaan ka difference esse accha aaj tak kisi ne nahi bataya, Dhamma k bikharne ki sabse badi vajah yahi lag rahi hai, Sudhirji aap jo gyan de rahe hai vo anmol hai, dhamma k achran karne vale sabhi logo ne Buddha k 227 niyam ki practice karni chahiye. Hiyaan hone chahiye.
Namo Buddhaya Thank you Singh sahab for providing such a important information about the bhikku Shangha.It is a matter great pleasure that both the sanghas are practicing the same dhamma without making any change therein.🙏🙏🙏
पुश्यमित्र कथा का ढोंगी राजा, जैसे आशोक ने धम्म फैलाया, उसी तरा उसने विपरीत अधम्म फैलाया और बुद्ध जातक कथा और मिलावट असत्य इतिहास मिलाकर झोल घोल कर पाखंडी रामायण बनादिया
#Ten #Golden Rule of Saman Sangh 1. #Only #saman be #innate #members. 2. #Never ever #Chanda in sangh. 3. Never ever #caste #practices. 4. Only #Sanghwad #no #individualism in sangh. 5. Sangh never #offers to #postposition #daise and #garland. 6. Never ever the #registration of saman Sangh. 7. #Order of the sangh is #Ultimate. 8. Sangh will never enter into #politics. 9. Never #ever #return of the #sangh #traitor. 10. #Nine #rules #unchangeable #eternal and #permanent. " दस गोल्डन नियम" (Ten Golden Rule) 1. समण संघ में केवल समण ही आ सकते हैं 2. समण संघ में कभी चन्दा नहीं लिया जायेगा 3. हम केवल समण हैं, संघ में कभी जाति का अभ्यास नहीं होगा. यानि किसी भी जाति के नाम का संबोधन नहीं किया जायेगा 4. समण संघ में केवल संघवाद रहेगा, व्यक्तिवाद को कोई स्थान नहीं 5. संघ में कभी भी पद-प्रतिष्ठा-मंच-माला को कोई स्थान नहीं होगा. 6. समण संघ का पंजीकरण कभी नहीं होगा 7. संघादिसेस यानि संघ का आदेश सभी के लिए सबसे ऊपर रहेगा 8. संघ राजनीति में कभी नहीं जायेगा 9. संघ घातक की वापसी संघ में कभी नहीं होगी 10. उपरोक्त 1 से 9 तक के नियम संघ का आधार हैं, ये ना कभी बदले जायेंगे और ना ही कभी ख़त्म किये जायेंगे और ना ही कभी अमान्य किये जायेंगे।
Sir your videos are very informative, as you said that in Leh there is Shankar vihara with a portrait which shows horn to store salt. Do you mean to say that those who worship Shankar are mahasanghik please throw some light on this. It's very interesting. Thank you
JAIBHIM GOOD INFORMATION GIVEN BY U IT IS TRUTHFULL FOR SANGHA BUT NOW DAYS MOST NUMBER OF BHIKSHU NOT OBEY THE VINYPITAKAS RULE SO THAT OUR DHAMMA NOT PROGRESS THIS IS NOT GOOD FOR US HIYAN ALSO CALLED THERWADA NOW DAYS
Hinyan aur mahayan ka difference to acche se samzaya sir pr jo savarn wali bat shuruwat me batae usme confuse hua, mene to sun rakha he ki Ureshiya jo Urop aur Asia ke bich stith he vahan se desh nikala kiye gye tathakathit aaryo ko aaj Savarn ya bramhan kaha jata he krupya ye confusion dur kare...🙏 - Bhagwan Buddh ki karuna ho - Jay Bhim - Sadhu Sadhu Sadhu...
नास्तिको के प्रकार अवसर वादी नास्तिक - ये पहले भक्त होते है फिर जब इनके उपर कोइ संकट आता है और किसी काल्पनिक भगवान से कोइ साहायता नहीं मिलती तो रुठ कर ये नास्तिक बन जाते है पर जैसे ही कोइ अच्छी बात इनके साथ हो जाती है और चतुर चालाक लोग इन्हे ये विश्वास दिला देते है की ये सब भगवान के कारण हुआ है तो ये फिर से आस्तिक बन जाते है ।इन लोगों को किसी और तरह के लालच देकर भी दुबारा से आस्तिक बानाया जा सकता है। राजनैतिक नास्तिक -भारत के वामपंथी नास्तिक इसी श्रेणी में आते है ये केवल इसलिए नास्तिक बनते है क्योकी इनको कैसे भी करके हिंदुओ को नीचा दिखाना है ये मौका देख के चौका मारते है जब किसी से वोट लेना हो या अपने पक्ष मे करना हो तो आस्तिक बन जाते है और जब किसी खास का विरोध करना हो तो नास्तिक बन जाते है जैसे कि कन्हैया कुमार नमो बुद्धाय वाले नास्तिक -ये सबसे ज्यादा फर्जी नास्तिक होते है वो बौद्ध धर्म जिसमे चमत्कारी कहानीया हिंदूओ और मुसलमानों से भी ज्यादा है तंत्र मंत्र ,झाड़फुक टोना टोटका, सवर्ग नर्क ,देवी देवता, पुनर्जन्म, मोक्ष ,जैसी सभी अवधारणाये है फिर भी ये लोग जबरदस्ती अपने आप को नास्तिक बोलते है तकिया कलम करने मे ये मुसलमानों से भी आगे होते है जैसे कि आप किसी मुस्लिम से कहोगे कि "कुरान मे लिखा है गैर मुसलमानों को मार डालो खत्म कर डालो इसके बदले तुम्हें जन्नत मिलेगा " तो मुसलमान आपके सामने कभी इस सच को स्वीकार नही करेगा वो कहेगा आपने गलत जानकारी ली है जाकर कुरान पढो फिर सच्चाई मालुम चलेगी आपको ,जबकि वह मन ही मन जानता है की ये बाते सच है ठीक इसी तरीके से नवबौद्ध भी अपने बौद्ध ग्रन्थो में लिखे पाखंडो की चर्चा करने पर कहते है बौद्ध ग्रन्थो को सही से पढो तुम्हें गलत बाताया गया है फिर भी अगर इनके पाखंड को सिद्ध कर दिया जाए तो फिर ये कहने लगते है हिंदुओ ने हमारे ग्रन्थो मे मिलावट कर दिया है (ऐसा आचरण कइ बार हिंदु भी करते है पर वो अपने आप को नास्तिक नहीं बताते है) असली नास्तिक विज्ञान वादी नास्तिक -ये वो नास्तिक होते है जो सत्य को जानना चाहते हैं ये तर्क करते है ये चिजो को वैसा ही जानना चाहते हैं जैसा की वो वास्तव में है इसलिए ये विज्ञान मे विश्वास करते है और काल्पनिक ईश्वर परमात्मा अल्लाह गाड के अवधारणा को नकार देते है दुर्भाग्य से भारत मे विज्ञान वादी नास्तिक बहुत कम है और जो है वो वामपंथ के राजनैतिक नास्तिको की तरह और नमो बुद्धाय वाले धार्मिक नास्तिको की तरह शोर नहीं मचाते है इसलिए विज्ञान वादी नास्तिको के बारे मे बहुत कम लोग जानते है, अगर वामपंथी और नमो बुद्धाय वाले सच मे नास्तिक हो जाते तो भारत अब तक विकसित देश बन चुका होता क्योकी जिस तरह से वामपंथी और नमो बुद्धाय वाले शोर माचाते है उससे तो यही लगता है कि भारत मे इनकी जनसंख्या बहुत बढ चुकी है और अगर इतनी बड़ी जनसंख्या सच मे नास्तिक बन जाए तो भारत दुनिया के सबसे विकसित देशो मे से एक हो जाएगा क्योकी गरिबी तंगहाली दुख का सबसे बड़ा कारण गलत विश्वास गलत मान्यताये होती है और गलत विश्वास गलत मान्यताये गलत action के तरफ ले जाते है और गलत action गलत results देते है ।और विज्ञान से आप सही विश्वास सही मान्यताओ के तरफ जाते है। नास्तिकता जिन्दाबाद इंसानियत जिंदाबाद।।
સાચી વાત
Incredible 💐 નમોઃબુદ્ધાય🙏
आपने बिल्कुल सही कहा संघटित होना बहोत जरुरी है!
🙏🙏🙏
नमो बुद्धाय!!!
सस्नेह सप्रेम जयभीम!!!
जय संविधान!!!
जय भारत!!!
💐💐💐
👏👏👏
Great explanation 👌 👍🏻 👏
शानदार, अतिसुन्दर अंतर बताये है।
मुझे बहुत दुख हुआ यह सुन कर
अब मेरे सामने कोई यह नही नियम नही अपनयगा तो में उस भिक्षु को टोक दूंगा
धम्म ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है
बहुत बहुत धन्यवाद सर
🙏🙏🙏🌹🌹🌹
धन्यवाद सर जी... हिनयान और महायान का महत्वपुर्ण ... सत्य अंतर... फरक सरल रुपसे ..अधिक स्पष्टता से बताया है..आपने.... नमो बुध्दस्स.. जय भिम ..जय संविधान..!!
Thank you sir 🙏
Great knowledge 🙏🙏🙏✌👍
मेरे लिए ये जानकारी बहुत लाभप्रद हुईं है साधुवाद।
एकदम महत्वपूर्ण जानकारी
Hiyaan aur Mahayaan ka difference esse accha aaj tak kisi ne nahi bataya, Dhamma k bikharne ki sabse badi vajah yahi lag rahi hai, Sudhirji aap jo gyan de rahe hai vo anmol hai, dhamma k achran karne vale sabhi logo ne Buddha k 227 niyam ki practice karni chahiye. Hiyaan hone chahiye.
नमो बुद्धाय 👌
Maja a jata hai apne purkhe isi bina pade likhe itne gyani the.wah gajab ka confidence hai apki baat par.
Apka har video full of knowledge hota..aisa aj tak koi bataya hi ni.thank u sir.
Thanks Sudhir Sir for this important video.
Means dhamma khtam hone ka ek karan ye bhi tha.
साधु साधु साधु 🙏☸🙏
Very knowledgeable video. Thank you sir.
So beautiful explaination
बहुत ही सही जाणकारी।
शधीर जी आप जो समझाया बहुत बहुत काबिले तारीफ है नमोबुदाय जय भीम जयसमबिधान
Thanks for sharing, very nice and awakening information ..................
साधु साधु साधु।
डियर ब्रदर सुधीर सिंह। खूब मेहनत कर रहे हो।
खूब कल्याण लाभी हो।
भगन वान उच्चारण सुनाई दिया मुझे।
Nmobuddhay 🙏🙏🙏🙏🙏
Aap se hume bahut kuch sikhane ko milta h
Very good
Jai bhim sir bahut achchha jaankaari diye
Namo buddhay sir
नमो तस्सा भगवतु अराहटो सम्मा समबुद्धस्सा
नमो बुद्धाय 🙏
Thanks Sirji.
Namo Budhay
Jai Bhim
Jai Savidhan
Jai moolnivasi
namobudhay🌷🌷🌷🙏🙏🙏
बहुत अच्छी जानकारी होती है... 🙏🙏🙏
Bahut satik jaankaari srimaan🙏
Excellent sir. 🙏
Sudhir raj singh ,well studied
Sadhu sadhu sadhu
Very devoted study
Thnx for information
Thanks 🙏 very informative sir
🙏💙🙏
बहुत ही अच्छी तरह से आपने समझा दिया है
धन्यवाद आपका।
जयभीम नमो बुध्दाय 🌹
Your all video very high quality with knowledgable..
True Knowledge
Thank u so for information.... Respected sir
thank you sir 🙏🙏💙🥰🥰
Very nice sir,
Nice explanation...Namo budhay
good for New information.
Nice lecture sir
🙏🙏🙏 नमो बुद्धाय !!!
Bhawatu sabba mangalam. Jaibhim
Supar
Well explained,Namo Buddhay Bhanty ji
सर महायानियों ने दस नियम बदले या तोड़े । और नवयानियों ने कितने ?
U r excellent sir
Sudhir ji jaybhim
Namo budhay
Good sir ji
विनयपिटक हर भिक्खु ओर उपासक को जानना जरूरी है! आपने आच्छा समझाया! साधु! साधु! साधु!
👌👌👌💐💐💐🙏🙏🙏
Great information sir
साधु साधु साधु
Saadhuvaad sir, please continue speaking,your efforts are encouraging society and are worthy _________jitender singh
Mahatma boudh👌👌👌
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Nice info
Thanks for your noble teach
Thanks
वन्दामी महोदय जी छ ग
Sir such a vast knowledge of our ancester really boost up our moral
Excellent sahab
NAMO BUDDHASHAA
👍👍👍
You must a arhant in your past life
सर 🙏हियान के सभी नियमो पर इक विडिओ बनाइये प्लीज
आप के द्वारा किया विश्लेषण श्रेष्ठ है
कप्प= प्रैक्टिस न कहकर 'व्यवहार ' कहना अच्छा लगता।
आपन क
Nice
Namo Buddhaya
Thank you Singh sahab for providing such a important information about the bhikku Shangha.It is a matter great pleasure that both the sanghas are practicing the same dhamma without making any change therein.🙏🙏🙏
Jay bhim
Jai Bhim sahab
नमो बुद्धा
कट्टर बनो विराथू जैसा
श्रीमान जी यह राम क्या है। कृपया इसके बारे में विस्तार से जानकारी दीजिए। Namo buddhay
पुश्यमित्र कथा का ढोंगी राजा, जैसे आशोक ने धम्म फैलाया, उसी तरा उसने विपरीत अधम्म फैलाया और बुद्ध जातक कथा और मिलावट असत्य इतिहास मिलाकर झोल घोल कर पाखंडी रामायण बनादिया
jay bhim sir
Very informative video Sir, pls. Ye sari books konsi hai aur kaha se purchase kar sakte hai ispe ek video Sir pls banayiga.
जय भीम नमो बुध्दाय
लेकिन महायान ने कुंगफू मार्शल आर्ट जैसी विद्याएँ खोजी ..... युद्घ कलाओं पर महत्वपूर्ण पुस्तके लिखी ...... आप इसको भी देखिए .....
Kya Mahayan ke palan karne wale log adhik tar brahman Tha?
Sadhu sadhu sadhu
#Ten #Golden Rule of Saman Sangh
1. #Only #saman be #innate #members.
2. #Never ever #Chanda in sangh.
3. Never ever #caste #practices.
4. Only #Sanghwad #no #individualism in sangh.
5. Sangh never #offers to #postposition #daise and #garland.
6. Never ever the #registration of saman Sangh.
7. #Order of the sangh is #Ultimate.
8. Sangh will never enter into #politics.
9. Never #ever #return of the #sangh #traitor.
10. #Nine #rules #unchangeable #eternal and #permanent.
" दस गोल्डन नियम" (Ten Golden Rule)
1. समण संघ में केवल समण ही आ सकते हैं
2. समण संघ में कभी चन्दा नहीं लिया जायेगा
3. हम केवल समण हैं, संघ में कभी जाति का अभ्यास नहीं होगा. यानि किसी भी जाति के नाम का संबोधन नहीं किया जायेगा
4. समण संघ में केवल संघवाद रहेगा, व्यक्तिवाद को कोई स्थान नहीं
5. संघ में कभी भी पद-प्रतिष्ठा-मंच-माला को कोई स्थान नहीं होगा.
6. समण संघ का पंजीकरण कभी नहीं होगा
7. संघादिसेस यानि संघ का आदेश सभी के लिए सबसे ऊपर रहेगा
8. संघ राजनीति में कभी नहीं जायेगा
9. संघ घातक की वापसी संघ में कभी नहीं होगी
10. उपरोक्त 1 से 9 तक के नियम संघ का आधार हैं, ये ना कभी बदले जायेंगे और ना ही कभी ख़त्म किये जायेंगे और ना ही कभी अमान्य किये जायेंगे।
Mahayan aur hinyan ka jo arth bataye gaye hai jo hamne suna tha usse alag bataye gaye hai aap ne
Sir your videos are very informative, as you said that in Leh there is Shankar vihara with a portrait which shows horn to store salt. Do you mean to say that those who worship Shankar are mahasanghik please throw some light on this. It's very interesting. Thank you
मन में यही सवाल आता है की कुदरत के नियम बने किस तरह से है?
JAIBHIM
GOOD INFORMATION GIVEN BY U IT IS TRUTHFULL FOR SANGHA
BUT NOW DAYS MOST NUMBER OF BHIKSHU NOT OBEY THE VINYPITAKAS RULE SO THAT OUR DHAMMA NOT PROGRESS THIS IS NOT GOOD FOR US
HIYAN ALSO CALLED THERWADA NOW DAYS
Bole sanskar Shiv
Gautama buddh se pahle थे kya
Please reply
मैं समण हूँ
13 JUN 2024
No. #3
I am Saman
Bauddh Dharm was more strict
Than Jain Dharm
No it was reverse
Buddha made it moderate and practical
I think monk
Sir ek admi ek swad me kitne din fansa rahega?
Akhir parivartan ka bhi kuchh niyam hai
Hinyan aur mahayan ka difference to acche se samzaya sir pr jo savarn wali bat shuruwat me batae usme confuse hua, mene to sun rakha he ki Ureshiya jo Urop aur Asia ke bich stith he vahan se desh nikala kiye gye tathakathit aaryo ko aaj Savarn ya bramhan kaha jata he krupya ye confusion dur kare...🙏
- Bhagwan Buddh ki karuna ho
- Jay Bhim - Sadhu Sadhu Sadhu...
sir I had learned, Kalashok was previous than Emperor Ashok...was they both carry same blood line?
kksinghdalitrajput
नास्तिको के प्रकार
अवसर वादी नास्तिक - ये पहले भक्त होते है फिर जब इनके उपर कोइ संकट आता है और किसी काल्पनिक भगवान से कोइ साहायता नहीं मिलती तो रुठ कर ये नास्तिक बन जाते है पर जैसे ही कोइ अच्छी बात इनके साथ हो जाती है और चतुर चालाक लोग इन्हे ये विश्वास दिला देते है की ये सब भगवान के कारण हुआ है तो ये फिर से आस्तिक बन जाते है ।इन लोगों को किसी और तरह के लालच देकर भी दुबारा से आस्तिक बानाया जा सकता है।
राजनैतिक नास्तिक -भारत के वामपंथी नास्तिक इसी श्रेणी में आते है ये केवल इसलिए नास्तिक बनते है क्योकी इनको कैसे भी करके हिंदुओ को नीचा दिखाना है ये मौका देख के चौका मारते है जब किसी से वोट लेना हो या अपने पक्ष मे करना हो तो आस्तिक बन जाते है और जब किसी खास का विरोध करना हो तो नास्तिक बन जाते है जैसे कि कन्हैया कुमार
नमो बुद्धाय वाले नास्तिक -ये सबसे ज्यादा फर्जी नास्तिक होते है वो बौद्ध धर्म जिसमे चमत्कारी कहानीया हिंदूओ और मुसलमानों से भी ज्यादा है तंत्र मंत्र ,झाड़फुक टोना टोटका, सवर्ग नर्क ,देवी देवता, पुनर्जन्म, मोक्ष ,जैसी सभी अवधारणाये है फिर भी ये लोग जबरदस्ती अपने आप को नास्तिक बोलते है तकिया कलम करने मे ये मुसलमानों से भी आगे होते है जैसे कि आप किसी मुस्लिम से कहोगे कि "कुरान मे लिखा है गैर मुसलमानों को मार डालो खत्म कर डालो इसके बदले तुम्हें जन्नत मिलेगा " तो मुसलमान आपके सामने कभी इस सच को स्वीकार नही करेगा वो कहेगा आपने गलत जानकारी ली है जाकर कुरान पढो फिर सच्चाई मालुम चलेगी आपको ,जबकि वह मन ही मन जानता है की ये बाते सच है ठीक इसी तरीके से नवबौद्ध भी अपने बौद्ध ग्रन्थो में लिखे पाखंडो की चर्चा करने पर कहते है बौद्ध ग्रन्थो को सही से पढो तुम्हें गलत बाताया गया है फिर भी अगर इनके पाखंड को सिद्ध कर दिया जाए तो फिर ये कहने लगते है हिंदुओ ने हमारे ग्रन्थो मे मिलावट कर दिया है (ऐसा आचरण कइ बार हिंदु भी करते है पर वो अपने आप को नास्तिक नहीं बताते है)
असली नास्तिक विज्ञान वादी नास्तिक -ये वो नास्तिक होते है जो सत्य को जानना चाहते हैं ये तर्क करते है ये चिजो को वैसा ही जानना चाहते हैं जैसा की वो वास्तव में है इसलिए ये विज्ञान मे विश्वास करते है और काल्पनिक ईश्वर परमात्मा अल्लाह गाड के अवधारणा को नकार देते है
दुर्भाग्य से भारत मे विज्ञान वादी नास्तिक बहुत कम है और जो है वो वामपंथ के राजनैतिक नास्तिको की तरह और नमो बुद्धाय वाले धार्मिक नास्तिको की तरह शोर नहीं मचाते है इसलिए विज्ञान वादी नास्तिको के बारे मे बहुत कम लोग जानते है, अगर वामपंथी और नमो बुद्धाय वाले सच मे नास्तिक हो जाते तो भारत अब तक विकसित देश बन चुका होता क्योकी जिस तरह से वामपंथी और नमो बुद्धाय वाले शोर माचाते है उससे तो यही लगता है कि भारत मे इनकी जनसंख्या बहुत बढ चुकी है और अगर इतनी बड़ी जनसंख्या सच मे नास्तिक बन जाए तो भारत दुनिया के सबसे विकसित देशो मे से एक हो जाएगा क्योकी गरिबी तंगहाली दुख का सबसे बड़ा कारण गलत विश्वास गलत मान्यताये होती है और गलत विश्वास गलत मान्यताये गलत action के तरफ ले जाते है और गलत action गलत results देते है ।और विज्ञान से आप सही विश्वास सही मान्यताओ के तरफ जाते है।
नास्तिकता जिन्दाबाद इंसानियत जिंदाबाद।।
महोदय हम लोग उसे "छाया घड़ी" कहते हैं I
.
Buddh ke baad bhikkhuon ki
bhoudh sangh me manmaani
bahut badne lagi thhi
result -bhoudh sangh brbaad ho gayaa 🙏🙏🙏