सभी धर्मों का संदेश: एक परम सत्य हर धर्म की अपनी है वाणी, शिव का ध्यान, अल्लाह की कहानी। यीशु का प्रेम, गुरु का ज्ञान, हर दिल में बसता, वही भगवान। शिव ने कहा, "ध्यान में खो जाओ," अल्लाह ने फरमाया, "प्यार लुटाओ।" यीशु ने त्याग का दिया संदेश, गुरु नानक ने दिखाया एकता का वेश। बुद्ध की शांति ने राह बताई, वाहेगुरु की बानी ने रोशनी फैलाई। हर नाम से वह पूजा गया, हर आस्था ने उसका गुण गाया। पर अलग-अलग नामों से क्यों लड़ें? जब हर रास्ता उसी तक बढ़े। गीता, कुरान, बाइबल, वेद, सबने कहा, "प्रेम ही है एकमेव।" वह शिव है, जब ध्यान लगाते हो, वह अल्लाह है, जब दुआ करते हो। वह यीशु है, जब क्षमा दिखाते हो, वह गुरु है, जब सच्चाई अपनाते हो। हर दिल में वही नूर है बसा, हर आत्मा में उसका ही हिस्सा। तो क्यों बनाएं दीवारें धर्मों के नाम पर? जब हर दिल उसके मंदिर का द्वार। उसने सबको भेजा बताने को, "मैं एक हूं, सब मेरे हो।" हर पूजा उसी तक पहुंचाती है, हर प्रार्थना उसका दर दिखाती है। तो आओ, यह संदेश फैलाएं, हर दिल को प्रेम से सजाएं। हर धर्म की सुंदरता को अपनाएं, और मानवता के दीप जलाएं। "वसुधैव कुटुंबकम" को जीवन बनाएं, हर आत्मा को एक परिवार मानाएं। प्रेम, करुणा, और एकता का हो उजाला, यही है हर धर्म का सच्चा निबाला।
बहन जी आप इस आयाम को शुरु करके बहुत ही अच्छा कार्य की है इसके लिए आप को बहुत-बहुत धन्यवाद नमो बुध्दाय जय भारत
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सभी धर्मों का संदेश: एक परम सत्य
हर धर्म की अपनी है वाणी,
शिव का ध्यान, अल्लाह की कहानी।
यीशु का प्रेम, गुरु का ज्ञान,
हर दिल में बसता, वही भगवान।
शिव ने कहा, "ध्यान में खो जाओ,"
अल्लाह ने फरमाया, "प्यार लुटाओ।"
यीशु ने त्याग का दिया संदेश,
गुरु नानक ने दिखाया एकता का वेश।
बुद्ध की शांति ने राह बताई,
वाहेगुरु की बानी ने रोशनी फैलाई।
हर नाम से वह पूजा गया,
हर आस्था ने उसका गुण गाया।
पर अलग-अलग नामों से क्यों लड़ें?
जब हर रास्ता उसी तक बढ़े।
गीता, कुरान, बाइबल, वेद,
सबने कहा, "प्रेम ही है एकमेव।"
वह शिव है, जब ध्यान लगाते हो,
वह अल्लाह है, जब दुआ करते हो।
वह यीशु है, जब क्षमा दिखाते हो,
वह गुरु है, जब सच्चाई अपनाते हो।
हर दिल में वही नूर है बसा,
हर आत्मा में उसका ही हिस्सा।
तो क्यों बनाएं दीवारें धर्मों के नाम पर?
जब हर दिल उसके मंदिर का द्वार।
उसने सबको भेजा बताने को,
"मैं एक हूं, सब मेरे हो।"
हर पूजा उसी तक पहुंचाती है,
हर प्रार्थना उसका दर दिखाती है।
तो आओ, यह संदेश फैलाएं,
हर दिल को प्रेम से सजाएं।
हर धर्म की सुंदरता को अपनाएं,
और मानवता के दीप जलाएं।
"वसुधैव कुटुंबकम" को जीवन बनाएं,
हर आत्मा को एक परिवार मानाएं।
प्रेम, करुणा, और एकता का हो उजाला,
यही है हर धर्म का सच्चा निबाला।
ये कविता के रूप में कहानी बहुत ज्यादा काल्पनिक है
आप अभी तक कुरान नहीं पढ़ी है और ना ही बाईबल इस लिए आप काल्पनिक दुनिया में है
क्योंकि जब से ये पुस्तक लोगों के बीच में आयी है जब से इस धरती पर हत्या मूल संस्कृति का विनाश हो रहा है
Thanks a lot❤
Thanks for the valuable information !
Dawai to kisi ne bhi nahi batai
Sab Ram verma ki copy krne me lge hue h ,khud ka kuch content h nhi
Pet main kide hone par bhai dast hota hai