पुरुषोत्तम अग्रवाल सर ने बहुत ही सामयिक व्याख्यान दिया है। गाँधी जी के सारे सिद्धांतों को मानने की जरूरत नहीं है। निर्भयता, सत्य और धर्मनिरपेक्षता आदि गाँधी जी में कूट कूट कर भरे हुए थे। संकीर्ण राष्ट्रवाद से उनका कोई संबंध नहीं रहा है। पुरुषोत्तम जो को साधुवाद। उन्होंने गाँधी जी के बारे में सामयिक वार्ता की है। उनकी तार्किक शैली और बौद्धिक चेतना लाज़वाब लगती है। ❤❤❤🎉
माननीय सर आपने सही कहा है स्वतंत्रता संग्राम के उद्देश्य और उन्हें पूर्ण करने के संकेत कहीं नहीं दिखाई देती है राष्ट्र एक विविधताओं का समुच्चय है । अभिनंदनीय वक्तव्य दिया है धन्यवाद सादर प्रणाम सर 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
सत्य व अहिंसा के पुजारी, स्वदेशी और स्वावलंबन से भारत की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर शत-शत नमन 🌼🌼✨🙏🇮🇳 बापू के दिखाए मार्ग हर युग में प्रासंगिक हैं। उनके आदर्श व विचार सदैव हमें प्रेरणा प्रदान करते रहेंगे
satya ahinsa se jihaidyo ka interest hi serve hua.. manavata ke khilaaf atyachar badhe.. jihadi jinnag aur jogendra mandal ki jugalbandi se 30 laakh begunah maare gaye.. vo to bhala ho sikh arya samaj aur sangh ka ke kaafi logo ki jaan bacha li anytha hatyao ka data 50 laakh tak jata.. jihad ek pagal kutte jaisi beemari hai.. Gandhi vad fail ho gaya uske samne..
गांधी जी की अहिंसा पर बात सर्वथा मौलिक है वह पवित्र हिंसा से अलग है जो विचार अपने पक्ष में विचार है उसे पवित्र हिंसा है , सीखने की कला भी सीखना पड़ता है..... सही कहा है सर सादर प्रणाम अभिनंदन है।
बहुत ही ज्यादा उत्कृष्ट और जीवंत उद्बोधन है प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल सर का ❤ ऐसे लोगों की सख्त जरूरत है इस समय देश में । लेकिन दुर्भाग्य यह है कि इतने अच्छे व्याख्यान पर इतना कम व्यूज देखकर बहुत दुख होता है पता नही हमारी इस युवा पीढ़ी को सही दिशा केसे मिलेगी 😢
Purushottam ji, This is perhaps the time when this analysis need to move from auditoriums to people in villages, cities and to people in general. Bigotry is spreading fast. Ram is has become a symbol to spread hatred. Ram and Gandhi need to retold to masses again.
Whatsapp gyan se kuch hasil nahi hoga. Khud padh kar gyan lo. Gandhi Irwin pact padho jis ke karan 90,000 political prisoners release hue. Pata karo Bhagat Singh case me kon mukhbir the.
Gyan itna hai k ek parivaar ki gulami nahi karte .... Kisi ne kaha tha k desh ka batwara meri lash par hoga.... Desh to bant gaya magar lash par nahi hua ....
@@vinodbung7568 loktantra me sab chunav jeet ke aate hai , koi raajshahi nahi hai . Sab PM desh ki tarakki me apne yogdaan diye hai. Abhi jo bhi hai IIT, IIM, AIIMS, SAIL, BHEL, DRDO, ISRO, LIC, ONGC, ITI, BARC, IOL, BPCL, HPCL,GREEN REVOLUTION, MILK REVOLUTION, PANCHAYATI RAAJ, NAVODAYA VIDYALA, PULSE POLIO, IT& COMPUTER REVOLUTION, CHANDRAYAAN, MANGALYAAN sabhi un ki den hai.
Nice and beautiful lecture, present generation should listen it atleast thrice before forming an opinion... about past events of our country' history or politics.
Sir, ham logo ko aap jaise reformist ki jarurat hai…….please roz nahi to kam se kam mahine me do baar kuch gyan vardhan kar diya kijiye aur books suggest kar diya kar dijiye taaki ham padhte rahe…..🙏🙏🙏
Jab sab cheeze seekhni nahi h Gandhi ji se to unki bat kyu karni h apko, kyunki ap unki sb bato ko follow karne ke liye wesi tapasya nahi kar sakte h aur unka jeevan itna appealing h ki usse door ap ho nahi pa rahe h na aj ki Sarkar ho pa rahi h na opposition. Yahi greatness h Gandhi ji ki. Aj environment, minimum industrial goods jaise topics par Gandhian ideas important h unpe bat honi chahiye thi is talk me.
For Gandhiji, violence was violence...There is no such thing as 'sacred violence'...Saving violence in the name of 'sacred violence' is a myth.. 'Sacred violence' also makes you unable to escape the sin of violence...
Main ambedkarwadi hun bapu ki ijjat karta hun Bapu hoti to unse puchte ham Hindu ke liye Babasaheb Ambedkar se lade the Kabhi kabhi sochta hoon ki Babasaheb hi Sahi the unhone ek Lakshya pakda use per chala Manu vadiyo ke baton se si jhalakta hai manuvad😢
Purpose of forming Congress by British officer Hume was to tranquillise true freedom fighters. Gandhi Nehru were planted by British to achieve it. Did you still think we got independence through Charkha or Nonviolence? In the whole world, can you give one such example. Please don't try to befool more
IS ADMI SE BEKAR KOI BHI NAHI HOGA. GANDHI KE BATE ME.JITNI SAMAJH IS DESH KE JAN SAMANYA LOGON KI HAI UTNI BHI SAMAJH ISKI NAHI HAI. HA ITNA JRUR HAI KI YAH RaGa KE pichhwade me yah admi Nak ghusa KE rathe huge HAI aur much BHI far KE rathe huye h
जितने सोर्सेज का जिक्र पुरुषोत्तम सर ने इस एक व्याख्यान में किया है, उतने तुम पूरे जीवन में भी पढ़ लोगे तो कायदे के इंसान बन जाओगे।सांप्रदायिक राजनीति के खूंटे से बंधे हुए ढोर बन कर मत रहो, दुनिया बहुत बड़ी है।
For Gandhiji, violence was violence...There is no such thing as 'sacred violence'...Saving violence in the name of 'sacred violence' is a myth.. 'Sacred violence' also makes you unable to escape the sin of violence...
पुरुषोत्तम अग्रवाल सर ने बहुत ही सामयिक व्याख्यान दिया है। गाँधी जी के सारे सिद्धांतों को मानने की जरूरत नहीं है। निर्भयता, सत्य और धर्मनिरपेक्षता आदि गाँधी जी में कूट कूट कर भरे हुए थे। संकीर्ण राष्ट्रवाद से उनका कोई संबंध नहीं रहा है।
पुरुषोत्तम जो को साधुवाद। उन्होंने गाँधी जी के बारे में सामयिक वार्ता की है। उनकी तार्किक शैली और बौद्धिक चेतना लाज़वाब लगती है। ❤❤❤🎉
👍👍
Maukaparasti, Satta ka chaatukaar, Antonia ki taati ka keeda hai yeh Purshottam
@@saraltrader6805 Your claims are baseless.You should respect scholaeship and academic integrity.
Gandhi was big supporter of RAMRAJYA ..BJP is on right track
@@saraltrader6805great job anpadh
आप जैसे काबिल लोगों की देश को बहुत जरूरत है।जिनकी संख्या नगण्य होती जा रही है।
🙏
एक ज्योति जो जलती रहनी चाहिए❤
प्रोफेसर को प्रणाम।
सच में! एकदम ठीक।
very good sir
बहुत अद्भुत प्रस्तुति l डर पर कैसे विजय पायी जाय गान्धी जी से सिखने की बात है l
sir जी का पता और काल नम्बर मिल सके तो कृपा होगी
परम वंदनीय आदरणीय प्रोफेसर जी
कोटिक सलाम आभार साधुवाद
सटीक तार्किक बौद्धिक निर्भीक बेबाक भाषण के लिए
अनभिज्ञ के जानकारी देने के लिए
ईशा वास्यमिदं सर्वं यत्किञ्च जगत्यां जगत्।
तेन त्यक्तेन भुञ्जीथा मा गृधः कस्यस्विद्धनम् ॥
मैं कृतघ्नता को बर्दास्त नहीं कर सकता है हमें कृतघ्न नहीं होना चाहिए आज कृतघ्नता का माहौल है यह असहनीय है 🎉....... 🎉सही कहा है सर अभिनंदन 🎉
माननीय सर आपने सही कहा है स्वतंत्रता संग्राम के उद्देश्य और उन्हें पूर्ण करने के संकेत कहीं नहीं दिखाई देती है राष्ट्र एक विविधताओं का समुच्चय है ।
अभिनंदनीय वक्तव्य दिया है धन्यवाद सादर प्रणाम सर 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Well said 👍
पुरुषोत्तम अग्रवाल जी को सुनना हमेशा ही बहुत रोचक है
तुच्छ लाभ के लिए विचार बदलना सही नहीं है..... सही कहा है सर अभिनंदन 🎉
🙏
सत्य व अहिंसा के पुजारी, स्वदेशी और स्वावलंबन से भारत की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर शत-शत नमन 🌼🌼✨🙏🇮🇳
बापू के दिखाए मार्ग हर युग में प्रासंगिक हैं। उनके आदर्श व विचार सदैव हमें प्रेरणा प्रदान करते रहेंगे
🙏
satya ahinsa se jihaidyo ka interest hi serve hua.. manavata ke khilaaf atyachar badhe.. jihadi jinnag aur jogendra mandal ki jugalbandi se 30 laakh begunah maare gaye.. vo to bhala ho sikh arya samaj aur sangh ka ke kaafi logo ki jaan bacha li anytha hatyao ka data 50 laakh tak jata.. jihad ek pagal kutte jaisi beemari hai.. Gandhi vad fail ho gaya uske samne..
देश को गांधीवाद की बहुत जरूरत है।वो आप जैसे हस्ती से संभव है। वर्ना गांधीवाद की मजाक उड़ाना एक आधुनिकता की पहचान हो गया है।
To kya hum china aur pakistan ke samne gutne tek de ???
मजबूती का नाम महात्मा गांधी..... सही कहा है सर अभिनंदन 🎉
What a legendary person❤❤
🙏
माननीय प्रोफेसर डा श्री पुरूषोत्तम अग्रवाल जी का स्वागत है अभिनंदन 🎉
अहिंसा का महान व्यक्तित्व ❤❤
🙏
Sadar Pranam aapko🙏🙏🙏 Sach Kaha aapane majbuti Ka Naam Mahatma Gandhi
बहुत ही शानदार
🙏
बहुत सुन्दर व्याख्यान
हमेशा की तरह उत्कृष्ट 🙏
निस्संदेह.
Thank you so much sir. You are legend of india.
हमेशा की तरह शानदार और शिक्षाप्रद स्पीच प्रो० साहब ❤❤❤❤❤
Great analysis and great lecture
Glad you liked it!
I will remember this talk till the last day of my life. Ammazing. Thhank you, Sir. 🙏🌹
🙏
Great sir.
One of the super speeches I ever heard.
गांधी जी की अहिंसा पर बात सर्वथा मौलिक है वह पवित्र हिंसा से अलग है जो विचार अपने पक्ष में विचार है उसे पवित्र हिंसा है , सीखने की कला भी सीखना पड़ता है..... सही कहा है सर सादर प्रणाम अभिनंदन है।
🙏
Agarwal ji is the way of thinking.
Great
बहुत ही ज्यादा उत्कृष्ट और जीवंत उद्बोधन है प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल सर का ❤
ऐसे लोगों की सख्त जरूरत है इस समय देश में ।
लेकिन दुर्भाग्य यह है कि इतने अच्छे व्याख्यान पर इतना कम व्यूज देखकर बहुत दुख होता है
पता नही हमारी इस युवा पीढ़ी को सही दिशा केसे मिलेगी 😢
🙏
ese log jyada se jyada honge to 1947 aur 1990 repeat honge.. itani maar khakar samjhoge?
A FULLISH consistency is the hobgoblin of little minds
Purushottam da ko sadar Charan saparsh
यह डर सभी जाता रहे मन बुद्धी का इस देहका/ आद्यात्मकी शक्ती हमे पल भी नही करते जुदा//
Bhaut aache vichar prastut kiye sir ne naya shikneko mila.
" गांधी मर सकता है, गांधीवाद नहीं"
Gandhi waad marjana chahiye, gandhi jinda rehna chahiye. Waad bhut khatarnak cheez h
🙏
Gandhi never say this ..
Aap khud ek behatareen aur gyani vyaktitva hain
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
🙏
Superb
🙏
कृतघ्नता डर न्याय आदि आदि
Always wisely informative talk as usual by Prof. Purushottamji...Thank you Sir.
Modi ke padchinho par chaliye.
India is Modi, Modi is India.
Jai Modi.🙏
Modi is backchodi and backchodi is modi
Modi has given so much respect to gandhi ..no politician has given so much respect
Purushottam ji, This is perhaps the time when this analysis need to move from auditoriums to people in villages, cities and to people in general. Bigotry is spreading fast. Ram is
has become a symbol to spread hatred. Ram and Gandhi need to retold to masses again.
गांधी जी अहिंसा के पुजारी थे। और मैं भी उन्हीं के पद चिन्हों पे चल रहा हूं
👍👍
Apne gandhi ko pura padha hi nahi 😂😂😂
गांधी वह महान स्वतंत्रता सेनानी थे जो अंग्रेजों से लड़ने अंग्रेजों की गाड़ी में कोर्ट जाया करते थे। भगत सिंह की फांसी रुकवाने की जरूरत नहीं समझी।
Whatsapp gyan se kuch hasil nahi hoga. Khud padh kar gyan lo.
Gandhi Irwin pact padho jis ke karan 90,000 political prisoners release hue. Pata karo Bhagat Singh case me kon mukhbir the.
Gyan itna hai k ek parivaar ki gulami nahi karte .... Kisi ne kaha tha k desh ka batwara meri lash par hoga.... Desh to bant gaya magar lash par nahi hua ....
@@vinodbung7568 loktantra me sab chunav jeet ke aate hai , koi raajshahi nahi hai . Sab PM desh ki tarakki me apne yogdaan diye hai. Abhi jo bhi hai IIT, IIM, AIIMS, SAIL, BHEL, DRDO, ISRO, LIC, ONGC, ITI, BARC, IOL, BPCL, HPCL,GREEN REVOLUTION, MILK REVOLUTION, PANCHAYATI RAAJ, NAVODAYA VIDYALA, PULSE POLIO, IT& COMPUTER REVOLUTION, CHANDRAYAAN, MANGALYAAN sabhi un ki den hai.
These day Mahatma has taken back seat...new Mahatma is Modi....
Gandhi and Nehru have to be save to save this country. Now 1000s of Godse has born.
Nice and beautiful lecture, present generation should listen it atleast thrice before forming an opinion... about past events of our country' history or politics.
🙏
Sir, ham logo ko aap jaise reformist ki jarurat hai…….please roz nahi to kam se kam mahine me do baar kuch gyan vardhan kar diya kijiye aur books suggest kar diya kar dijiye taaki ham padhte rahe…..🙏🙏🙏
प्रोफेसर पुरूषोत्तम अग्रवाल द्वारा लिखित किताबों का ब्यौरा यहां से देखें: www.purushottamagrawal.com/books/
In practical what’s going on who bother to whom??? All is happening in speeches or lectures 😎🙏
Jai Sri Ram 😎🐚🌺🙏🧘🏼♀️
WhatsApp ubiversity की अच्छी खाल उधेड़ी है
Mahatma Gandhi Hari ke Jante the
प्रभु आप लोग कमजोर हो
Kanhaiya ko thik diye
New rastravad should be needed.
Right now vikash vaibhav and prasant kishore strategy is better than kanhaiya and laxuman
Jab sab cheeze seekhni nahi h Gandhi ji se to unki bat kyu karni h apko, kyunki ap unki sb bato ko follow karne ke liye wesi tapasya nahi kar sakte h aur unka jeevan itna appealing h ki usse door ap ho nahi pa rahe h na aj ki Sarkar ho pa rahi h na opposition. Yahi greatness h Gandhi ji ki. Aj environment, minimum industrial goods jaise topics par Gandhian ideas important h unpe bat honi chahiye thi is talk me.
For Gandhiji, violence was violence...There is no such thing as 'sacred violence'...Saving violence in the name of 'sacred violence' is a myth..
'Sacred violence' also makes you unable to escape the sin of violence...
Main ambedkarwadi hun bapu ki ijjat karta hun
Bapu hoti to unse puchte ham Hindu ke liye Babasaheb Ambedkar se lade the
Kabhi kabhi sochta hoon ki Babasaheb hi Sahi the unhone ek Lakshya pakda use per chala
Manu vadiyo ke baton se si jhalakta hai manuvad😢
बड़े बड़े शब्दों में फ़ालतू की बातें हैं
jaise ye professor ji h phle Marxist the phir congress ki government me upsc ke member bn kr, congressi bn gye
Kuch pata Naho to kuch bhi na likho
Purpose of forming Congress by British officer Hume was to tranquillise true freedom fighters.
Gandhi Nehru were planted by British to achieve it.
Did you still think we got independence through Charkha or Nonviolence?
In the whole world, can you give one such example.
Please don't try to befool more
Sir, you are such a great scholar. You should rewrite history.
propogandist😊
नेता नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम लेने में जीभ कट जाती है क्या
ua-cam.com/users/live43tGmho2aJ4?si=k3BTv0NNQDoE6dGg
IS ADMI SE BEKAR KOI BHI NAHI HOGA. GANDHI KE BATE ME.JITNI SAMAJH IS DESH KE JAN SAMANYA LOGON KI HAI UTNI BHI SAMAJH ISKI NAHI HAI. HA ITNA JRUR HAI KI YAH RaGa KE pichhwade me yah admi Nak ghusa KE rathe huge HAI aur much BHI far KE rathe huye h
Abe ja re
जितने सोर्सेज का जिक्र पुरुषोत्तम सर ने इस एक व्याख्यान में किया है, उतने तुम पूरे जीवन में भी पढ़ लोगे तो कायदे के इंसान बन जाओगे।सांप्रदायिक राजनीति के खूंटे से बंधे हुए ढोर बन कर मत रहो, दुनिया बहुत बड़ी है।
If we will try to stand against gandhi means you will accept as it is gandhi.
For Gandhiji, violence was violence...There is no such thing as 'sacred violence'...Saving violence in the name of 'sacred violence' is a myth..
'Sacred violence' also makes you unable to escape the sin of violence...