दुनिया मे पुरुषो की कायरता बढ़ती जा रही है जो परिवार औऱ समाज तो दूर खुद के अधिकार के लिए भी लड़ नहीं सकता, धन्यवाद देवी इन कायर मजबूर कमजोर औऱ बेगुनाह पुरुषो की आवाज़ उठाने के लिए 🙏🙏
हम एक अनोखा देश हैं, जिसमें महिलाओं, बच्चों, जंगलों, पशुओं, मछलियों के लिए मंत्रालय या सरकारी विभाग है, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो अपने आप में विडंबना है।आजकल कोई भी अखबार या न्यूज़ चैनल देख लीजिये, आपका यह भ्रम दूर हो जाएगा की अपराध सिर्फ पुरुष ही करते है. आजकल से समय में महिला अपराधियों की संख्या कम नहीं है. आज कल प्रेम-प्रसंगों में बाधा बन रहे पतियों की हत्याएं तक हो रही हैं। सैक्स रैकेट से ड्रग्स के धंधे में भी महिलाएं लिप्त हैं इसलिए यह विश्वास कैसे िकया जा सकता है कि घरेलू हिंसा में केवल पुरुष ही दोषी होंगे।फिर भी यह समझना की महिलाये नीरीह प्राणी है, कोई अपराध नहीं कर सकती, कुछ गलत नहीं कर सकती ठीक नहीं है. अब महिलाओं को भी पूरे अधिकार हैं। इसके बावजूद महिलाएं जब चाहें तब खुद को शक्तिशाली कहती हैं और जब चाहे तब बेचारी दिखाने लगती हैं। उदाहरण के तौर पर लिव इन में रहने वाली महिलाएं, जो रिश्ता टूटने पर दुष्कर्म का आरोप लगा देती हैं। जबकि अदालतें सहमति से संबंध को दुष्कर्म नहीं मानतीं। घरेलू हिंसा, दहेज, सेक्सुअल हैरेसमेंट,बलात्कार और तलाक जैसे मामलों में महिलाओं की ज्यादा सुनी जाती है. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह कानून जरूरी है, लेकिन बेगुनाह पुरुषों पर इन्हें थोपना भी ठीक नहीं है. इसलिए पुरुषों के न्याय और उनके हितों पर भी बात होनी चाहिए. A) IPC सेक्शन 498A-दहेज़ कानून के नाम से बदनाम ये धारा आज सबसे ज्यादा दुरूपयोग हो रही हैं। कमाल की बात ये है कि झूठा साबित होने पर भी लड़की और उसके परिवार वालो को सज़ा नहीं मिलती कह सकते है की आज लालची औरते इन कानूनों का दुरूपयोग करके न्यायपालिका के मुह में तमाचा मार रही है। खुद माननीय उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की ये कानून बदला जाए। महत्वपूर्ण बात ये की इस कानून के अनुसार दहेज़ देना भी जुर्म है। फिर भी उन लडकियों को सज़ा क्यों नहीं दी जाती जो खुद ही अदालत में ये चिल्ला चिल्ला कर कहती है की हमने दहेज़ दिया क्या उन लडकियों को सजा मिलीती हैं जो दहेज़ देती है? E) Ipc saction 497 के तहत अगर शादीशुदा पुरुष किसी अन्य शादीशुदा महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह अपराध है। लेकिन इसमें शादीशुदा महिला के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। इस सेक्शन में सबसे कमाल की बात ये है कि विवाहित महिला का पति भी अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज नहीं करा सकता है। समझ में नहीं आता की किस तरह की न्यायव्यवस्था है ये। चरित्रहीन पत्नी को सज़ा क्यों नहीं? आज इस देश में रोज चरित्रहीन औरतो के किस्से सुनने को मिलते है। इन्हें महज़ एक अपवाद नहीं कहा जा सकता रोज ही ऐसे मामले आरहे है।आज अगर किसी पुरुष पर झूठा दहेज़, बला***र , घरेलू हिंसा का केस लग जाए तो क्या हम उसको ये कहेंगे की तुझे इन्साफ नहीं मिलेगा क्युकी महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहे है, तू अभी शांत बैठ, ये पुरुष प्रधान समाज है अभी तुझको इंसाफ नहीं मिलेगा।।। क्या हम उसको ये कहे?? क्या न्याय आज चुनाव बन गया है कि जिसको बहुमत मिलेगा उसी की सरकार बनेगी, जैसे कुछ लोग कहते है की महिलाओं पर जुल्म ज्यादा है इसीलिए उनको इन्साफ मिलना चाहिए।। क्या न्याय भी बहुमत पर निर्भर करता है। या फिर न्याय के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले है जो पीड़ित है....??? क्या सच में भारत की न्यायपालिका की नज़र में आज स्त्री पुरुष बराबर है?? आज के टाईम भारत में लगभग 45 से भी अधिक कानून है जो महिलाओं के पक्ष में है लेकिन एक भी कानून पुरुष हित में आज तक नहीं बना। फिर पुरुष को इंसाफ कैसे मिलेगा?? "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्रत्येक महिला या प्रत्येक पुरूष गलत होता है, लेकिन दोनों ही लिंगों में ऐसे लोग हैं जो दूसरे पर अत्याचार करते हैं. इसलिए पुरूषों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक 'मंच' होना चाहिए। "जब तक पुरुष अपना दर्द व्यक्त करना नहीं सीखते, तब तक हर कहानी में महिलाओं को हमेशा पीड़ित के रूप में दिखाया जाएगा।"
हम एक अनोखा देश हैं, जिसमें महिलाओं, बच्चों, जंगलों, पशुओं, मछलियों के लिए मंत्रालय या सरकारी विभाग है, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो अपने आप में विडंबना है।आजकल कोई भी अखबार या न्यूज़ चैनल देख लीजिये, आपका यह भ्रम दूर हो जाएगा की अपराध सिर्फ पुरुष ही करते है. आजकल से समय में महिला अपराधियों की संख्या कम नहीं है. आज कल प्रेम-प्रसंगों में बाधा बन रहे पतियों की हत्याएं तक हो रही हैं। सैक्स रैकेट से ड्रग्स के धंधे में भी महिलाएं लिप्त हैं इसलिए यह विश्वास कैसे िकया जा सकता है कि घरेलू हिंसा में केवल पुरुष ही दोषी होंगे।फिर भी यह समझना की महिलाये नीरीह प्राणी है, कोई अपराध नहीं कर सकती, कुछ गलत नहीं कर सकती ठीक नहीं है. अब महिलाओं को भी पूरे अधिकार हैं। इसके बावजूद महिलाएं जब चाहें तब खुद को शक्तिशाली कहती हैं और जब चाहे तब बेचारी दिखाने लगती हैं। उदाहरण के तौर पर लिव इन में रहने वाली महिलाएं, जो रिश्ता टूटने पर दुष्कर्म का आरोप लगा देती हैं। जबकि अदालतें सहमति से संबंध को दुष्कर्म नहीं मानतीं। घरेलू हिंसा, दहेज, सेक्सुअल हैरेसमेंट,बलात्कार और तलाक जैसे मामलों में महिलाओं की ज्यादा सुनी जाती है. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह कानून जरूरी है, लेकिन बेगुनाह पुरुषों पर इन्हें थोपना भी ठीक नहीं है. इसलिए पुरुषों के न्याय और उनके हितों पर भी बात होनी चाहिए. A) IPC सेक्शन 498A-दहेज़ कानून के नाम से बदनाम ये धारा आज सबसे ज्यादा दुरूपयोग हो रही हैं। कमाल की बात ये है कि झूठा साबित होने पर भी लड़की और उसके परिवार वालो को सज़ा नहीं मिलती कह सकते है की आज लालची औरते इन कानूनों का दुरूपयोग करके न्यायपालिका के मुह में तमाचा मार रही है। खुद माननीय उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की ये कानून बदला जाए। महत्वपूर्ण बात ये की इस कानून के अनुसार दहेज़ देना भी जुर्म है। फिर भी उन लडकियों को सज़ा क्यों नहीं दी जाती जो खुद ही अदालत में ये चिल्ला चिल्ला कर कहती है की हमने दहेज़ दिया क्या उन लडकियों को सजा मिलीती हैं जो दहेज़ देती है? E) Ipc saction 497 के तहत अगर शादीशुदा पुरुष किसी अन्य शादीशुदा महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह अपराध है। लेकिन इसमें शादीशुदा महिला के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। इस सेक्शन में सबसे कमाल की बात ये है कि विवाहित महिला का पति भी अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज नहीं करा सकता है। समझ में नहीं आता की किस तरह की न्यायव्यवस्था है ये। चरित्रहीन पत्नी को सज़ा क्यों नहीं? आज इस देश में रोज चरित्रहीन औरतो के किस्से सुनने को मिलते है। इन्हें महज़ एक अपवाद नहीं कहा जा सकता रोज ही ऐसे मामले आरहे है।आज अगर किसी पुरुष पर झूठा दहेज़, बला***र , घरेलू हिंसा का केस लग जाए तो क्या हम उसको ये कहेंगे की तुझे इन्साफ नहीं मिलेगा क्युकी महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहे है, तू अभी शांत बैठ, ये पुरुष प्रधान समाज है अभी तुझको इंसाफ नहीं मिलेगा।।। क्या हम उसको ये कहे?? क्या न्याय आज चुनाव बन गया है कि जिसको बहुमत मिलेगा उसी की सरकार बनेगी, जैसे कुछ लोग कहते है की महिलाओं पर जुल्म ज्यादा है इसीलिए उनको इन्साफ मिलना चाहिए।। क्या न्याय भी बहुमत पर निर्भर करता है। या फिर न्याय के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले है जो पीड़ित है....??? क्या सच में भारत की न्यायपालिका की नज़र में आज स्त्री पुरुष बराबर है?? आज के टाईम भारत में लगभग 45 से भी अधिक कानून है जो महिलाओं के पक्ष में है लेकिन एक भी कानून पुरुष हित में आज तक नहीं बना। फिर पुरुष को इंसाफ कैसे मिलेगा?? "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्रत्येक महिला या प्रत्येक पुरूष गलत होता है, लेकिन दोनों ही लिंगों में ऐसे लोग हैं जो दूसरे पर अत्याचार करते हैं. इसलिए पुरूषों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक 'मंच' होना चाहिए। "जब तक पुरुष अपना दर्द व्यक्त करना नहीं सीखते, तब तक हर कहानी में महिलाओं को हमेशा पीड़ित के रूप में दिखाया जाएगा।"
✋✋ Of Course, 55% Fake Cases by Women as Per Supreme Court, 2009 verdict. ✋✋ Soon....., You will see Men taking the charge and women will start running with "Please Help Us". ✋✋ Now The Coming Time Is Going To Be Very Rough And Unpleasant For These Creatures Misusing The Liberty And Law.
Jitna mahilao ka sashtikarn ke nam per rules bange utna hi missuse un kanoono ka hoga desh me isi karan eak din halat itne bigd jayene ki hamara dharm hi na bachelor Hindu mahilaye 2 sal ya 3 sal tak bachach nahi karti 32 ke shadi 35 ya 36 me tapak yani shadi ke 2 ya3 sal bad alag fir bachachekanha Hoge koi koi to sanatani itna Mahan kahte hai leaving me raho na family na bachavhe mast puri jab yuvko ke Vichare aise honge to old aadmi to bachache karga nahi
@@mohit17936you will amazed Russian Girls for good in term of our Root Sannata Dharma... ❤ Indian girl's just becoming demon day by day they all are going in dark... It will get seem in next few decades...
हम एक अनोखा देश हैं, जिसमें महिलाओं, बच्चों, जंगलों, पशुओं, मछलियों के लिए मंत्रालय या सरकारी विभाग है, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो अपने आप में विडंबना है।आजकल कोई भी अखबार या न्यूज़ चैनल देख लीजिये, आपका यह भ्रम दूर हो जाएगा की अपराध सिर्फ पुरुष ही करते है. आजकल से समय में महिला अपराधियों की संख्या कम नहीं है. आज कल प्रेम-प्रसंगों में बाधा बन रहे पतियों की हत्याएं तक हो रही हैं। सैक्स रैकेट से ड्रग्स के धंधे में भी महिलाएं लिप्त हैं इसलिए यह विश्वास कैसे िकया जा सकता है कि घरेलू हिंसा में केवल पुरुष ही दोषी होंगे।फिर भी यह समझना की महिलाये नीरीह प्राणी है, कोई अपराध नहीं कर सकती, कुछ गलत नहीं कर सकती ठीक नहीं है. अब महिलाओं को भी पूरे अधिकार हैं। इसके बावजूद महिलाएं जब चाहें तब खुद को शक्तिशाली कहती हैं और जब चाहे तब बेचारी दिखाने लगती हैं। उदाहरण के तौर पर लिव इन में रहने वाली महिलाएं, जो रिश्ता टूटने पर दुष्कर्म का आरोप लगा देती हैं। जबकि अदालतें सहमति से संबंध को दुष्कर्म नहीं मानतीं। घरेलू हिंसा, दहेज, सेक्सुअल हैरेसमेंट,बलात्कार और तलाक जैसे मामलों में महिलाओं की ज्यादा सुनी जाती है. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह कानून जरूरी है, लेकिन बेगुनाह पुरुषों पर इन्हें थोपना भी ठीक नहीं है. इसलिए पुरुषों के न्याय और उनके हितों पर भी बात होनी चाहिए. A) IPC सेक्शन 498A-दहेज़ कानून के नाम से बदनाम ये धारा आज सबसे ज्यादा दुरूपयोग हो रही हैं। कमाल की बात ये है कि झूठा साबित होने पर भी लड़की और उसके परिवार वालो को सज़ा नहीं मिलती कह सकते है की आज लालची औरते इन कानूनों का दुरूपयोग करके न्यायपालिका के मुह में तमाचा मार रही है। खुद माननीय उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की ये कानून बदला जाए। महत्वपूर्ण बात ये की इस कानून के अनुसार दहेज़ देना भी जुर्म है। फिर भी उन लडकियों को सज़ा क्यों नहीं दी जाती जो खुद ही अदालत में ये चिल्ला चिल्ला कर कहती है की हमने दहेज़ दिया क्या उन लडकियों को सजा मिलीती हैं जो दहेज़ देती है? E) Ipc saction 497 के तहत अगर शादीशुदा पुरुष किसी अन्य शादीशुदा महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह अपराध है। लेकिन इसमें शादीशुदा महिला के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। इस सेक्शन में सबसे कमाल की बात ये है कि विवाहित महिला का पति भी अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज नहीं करा सकता है। समझ में नहीं आता की किस तरह की न्यायव्यवस्था है ये। चरित्रहीन पत्नी को सज़ा क्यों नहीं? आज इस देश में रोज चरित्रहीन औरतो के किस्से सुनने को मिलते है। इन्हें महज़ एक अपवाद नहीं कहा जा सकता रोज ही ऐसे मामले आरहे है।आज अगर किसी पुरुष पर झूठा दहेज़, बला***र , घरेलू हिंसा का केस लग जाए तो क्या हम उसको ये कहेंगे की तुझे इन्साफ नहीं मिलेगा क्युकी महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहे है, तू अभी शांत बैठ, ये पुरुष प्रधान समाज है अभी तुझको इंसाफ नहीं मिलेगा।।। क्या हम उसको ये कहे?? क्या न्याय आज चुनाव बन गया है कि जिसको बहुमत मिलेगा उसी की सरकार बनेगी, जैसे कुछ लोग कहते है की महिलाओं पर जुल्म ज्यादा है इसीलिए उनको इन्साफ मिलना चाहिए।। क्या न्याय भी बहुमत पर निर्भर करता है। या फिर न्याय के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले है जो पीड़ित है....??? क्या सच में भारत की न्यायपालिका की नज़र में आज स्त्री पुरुष बराबर है?? आज के टाईम भारत में लगभग 45 से भी अधिक कानून है जो महिलाओं के पक्ष में है लेकिन एक भी कानून पुरुष हित में आज तक नहीं बना। फिर पुरुष को इंसाफ कैसे मिलेगा?? "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्रत्येक महिला या प्रत्येक पुरूष गलत होता है, लेकिन दोनों ही लिंगों में ऐसे लोग हैं जो दूसरे पर अत्याचार करते हैं. इसलिए पुरूषों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक 'मंच' होना चाहिए। "जब तक पुरुष अपना दर्द व्यक्त करना नहीं सीखते, तब तक हर कहानी में महिलाओं को हमेशा पीड़ित के रूप में दिखाया जाएगा।"
@@Priyaykanth2aisa kuch nahi hai, mohila bhole hi upor se Ladko k bare m bole,but andar se ladkiya ko hi support krti h, ladkiya ki dimag alog level ki hoti hai kvi bhorosa mot krna
दीपिका मिस को मेरा प्रणाम🙏🌸मुझे खुशी है इस बात की किसी ने यह सही विषय को पकड़ा । पुरुषो के हित में कोई ऐसे कानून आना ही चाहिए जिससे की कोई महिला अपने अधिकारों का दुर्पयोग न करे।
भाई बात पुरुषों के लिए कानूनों आने की नहीं हैं | बात यह है कि आज लड़कियां महिलाएं उन्ही कानूनों का दुरुपयोग कर रही है जो कि इन्हीं की सुरक्षा के लिए एक समय पर बनाए गए थे | प्रावधान यह होना चाहिए कि एक लड़की एक महिला अगर इनका दुरुपयोग करती है और झूठे मामले भी दर्ज कराती है तो भी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा होने का प्रावधान होना चाहिए | जो कानून महिलाओं के हित के लिए बनाए गए उन्हीं में संशोधन करके उनको कठोर बनाया जाए | उदाहरण के लिए कोई लड़की महिला अगर IPC के सेक्शन 498ए का दुरुपयोग करती है, IPC के 376, 428, 420 का दुरुपयोग करती है तो उन्हीं कानूनों को उन्हीं पर पलट के इनमें सजा का प्रावधान होना चाहिए और सजा सीधे फांसी होनी चाहिए |
मैं बिल्कुल सच बोल रहा हूं। पुरुषों की आज की तारीख में अगर पत्नी ने कोर्ट केस कर दिया तो हद से ज्यादा प्रताड़ना है। चाहे आप कितना भी अच्छा वकील रख लो, चाहे आपका केस कितना भी स्ट्रॉन्ग क्यों न हो, लेकिन सच ये है, 90 परसेंट फैसला लड़की या पत्नी के पक्ष में आता है। और कोर्ट के ऊपर इतने ज्यादा cases का भार है कि सिर्फ summary ट्रायल होता है और जज 5 minute से ज्यादा केस को समझने में नहीं लगते। वहीं केस को ठीक से समझने के लिए, जज को भी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन वो cases की अधिकता की वजह से case को ठीक से समझते नहीं, और लड़के की सच्चाई सिर्फ , लड़के के कागजों में दब कर रह जाती है।
I understand how men are suffering mentally and emotionally and their families. In my family this also happened but these laws were made for women who are actually suffering. Bad women are taking advantage of it.
Sahi kaha ulta chal rha hai!! Purush aagey nahi aa rhe hai! Piche ghasit rhe hain! Bas aurat hai toh devi hai samjhte hai India mei.. Yeh nahi smjhte chudail bhi ho skti h😂 Aurat ki izzat.. Blah blah..Izzat insan k karmo k wajah se milti hai! Gender assign hone ki wajah se nahi!! 😂
I am a feminist but I support her and I support that men should also have justice and just like females But reality won't change our government doesn't provide justice to anyone😂 male or female. Only rich people get justice that's the reality
@@Jasminennnnnngchal hat yahan se double standard wale log Tujhse ghin Hai Hamen Tum Logon se ghin Aati Hai Hamen Badi I feminist band karo Hamen Adhikar dilane wali
@@dhananjaysah4352 भाई मीडिया ओर तथाकथित संगठनों के झूठ , दुष्प्रचार , मनगढ़ंत कहानी, भ्रम ......ओर हकीकत , सच्चाई , वास्तविकता , तथ्यों .....बिल्कुल उल्टे है ....जमीन असमान का अंतर है ...
"Dear Deepika Beti, I wanted to express my heartfelt gratitude for the incredible work you're doing with Ekam Nayey Foundation. Your dedication to making a positive impact in the lives of others is truly inspiring! I'm deeply moved by the foundation's efforts for mens right and providing support. Your selflessness and compassion are a shining example for us all. I'd love to join you in this noble work! Please guide me on how I can get involved, volunteer, or contribute to the foundation's initiatives. I'm eager to be a part of this wonderful journey and make a difference together. Thank you again for being a beacon of hope and kindness. I look forward to hearing from you and exploring ways to collaborate.Weldone beta.
Of course, long live Dipikaji and her colleagues. But hamare yahan West Bengal mein kuchh salon se All Bengal Men's Forum isi field mein kaam kar rahen hain. But yes, Govt. of India jagne ki mood mein nahi hain.
औरत ही औरतं की दुश्मन होती हैं 😅 ये महिला ना सिर्फ क्रांतिकारी हैं बल्की महात्मा/समाजसुधारक भी है आपके काम को सलाम करता हु. कभी आपकी कोई मदद मैं कर पाया तो मुझे खुशी होगी😊
I would say you are the big savior-sister of many oppressed and suppressed men who are ignored by the law and mindset of the society. Shat Shat aapke charno me pranam.
Justice should be offered for men also I appreciate your efforts to bring this content to lime light Hopefully Soon Bollywood would make Movies on this content to create awareness among public
India में National Human Rights commission है या गायब हो गया है । मेरा ख्याल से जिंदा नही है । Any one please take this video to the notice of Secretary, Union Home Ministry, Law Ministry , Chairman, Law Commission and to the notice of Prime Minister. It is very urgent need of the hour. लोग पता नही क्या क्या ट्वीट करते रहते है officials को, और भाई लोग कोई न कोई इस वीडियो को govt और concerned govt. officials तक लेजाओ। Deepika madam, I have no words to praise you and your hard work. Please keep this going until there is a justice. 🙏🙏🙏🙏
This iron lady fought for mens right ( crimes happen with men) over one decade (12 years) please support her everyone. It's not about men and women it's about crime.
I am watching youtube videos since years commented hardly 5 to 6 times but saluting for the first time only to this brave, courageous and dedicated women.
Salute hai sister aapne sahi social work kar rahi ho admi ko insaaf dilaneka kaaam bahut badiya kaam duniya ko pata karana zaruri hai ki admiyon galat nahi hote hai
Main bhi bach gaya apne biwi ke chakraviw se. Chawkana rahne ke kaaran . Aaj 9 saal se dur hun usse meri pran bach gai . Aap logon ko koti koti pranam aaplogon ke dwaara puruso ko kuchh marg darsan milega. God bless you sister ..
Bohot hi sahi kaam kar rahi hai Deepikaji. Aur bohot dhanyawad NDTV ka jisne ye topic par video banaya. Purush aayog hona chahiye, jhothe cases par saza honi chahiye, alimony band honi chahiye, aur purusho ke liye kayade hone chahiye.
मै ईस सुसंस्कृत, सुसंस्कारित, पढीलिखी और जानकार "बहन दिपिका" को शत-शत प्रणाम करता हू, ईस दिदीने आजकें ऐसें गंदगीभरे गोदीमिडिया के माहौलमें आजकल चल रहा ये "घिनौना सच" उजागर करके हमारी पवित्र हिंदू संस्कृतीको जगानेका प्रयास किया है|
I am also one of the victim of false 498A dowry and domestic violence case. Meri ex-wife ne mere par aur mere pariwar par dowry and domestic violence ki complain kar ke 4 lakhs rupees liye. Even police involvement is also there. Hamari shaadi ke two and a half years baad meri wife ne yeh kaam kiya. Mai gulf mai kaam karta hoon as a labor and meri father is a handicap person hai and my mother is a sugar patient. Bohat mushkil se bacha hoon apni ex-wife se. Otherwise meri ex-wife pura plan tha ke mai waapas gulf naa jaa sakoon aur mai aur meri family sadak par aa jaaye.
@@logicx9384 Power and Domination would create only war. Without Love, Care, Compassion, Truth, people will only develop hatred and eventually there would be war everywhere
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Salute to Miss Deepika Ma'am, Ma'am Aap Brave Lady ho, Aap Bahut Accha kaam Suru kie hain, Upr wale Aap ko zarur kameyabi dein gein, God Bless You Ma'am. Thanks
मैडम आप एक सरहनिये काम कर रहे हो, आज के समाज मै सही को सही कहना ही बड़ी बात है, आपको कोशिश करते रहना चाहिए,एक पुरष आयोग की बहोत जरूरत है आज के माहोल मै
Deepika sister you are true source of inspiration and real definition of sasakhat / empowerment nari . You are fighting against evil women in our society disguised as feminist ,misuing every law.
She is fighting for real truth( ground realities of indian society). There should be change in Law. Now a days, Nil Justice for men in indian constitution.
A friend of mine was jailed for 7 months by her wife as she had an affair with some other guy..But the police & the justice was in her favour during all the legal filing as she was a woman & she's given special attention..This is the ground reality Justice System....
@@AmarPatel-y8u Karta bhi kya jab system hi sab uske khilaf tha...Agar ek ladki ne case kardiya toh ladke ka future khatam bhi hota hai upar seh budnam bhi...
@@joshnamukhia4959 yahi to future khatam izzat gai kuch nahi bacha aatma samman to hai apna badla khud le baaki zindagi ka kya bina izzat ke jail me bhi kat jaayegi bina izzat insaan shav saman hai haan main jaanta hoon kehna aasan hai karna nahi but aisi halat to uski bhi kar hi sakta hai ki jeevan nark ho jaaye
दीपिका बहन को हाथ जोड़कर नमन। इनको सभी फॉलो करे
Bro can i get her insta
भाई दीपिका बहन का नंबर कहा से मिलेगा
ZE TRASGENDER H ZO RAHUL SE DEEPIKA BNA H
दुनिया मे पुरुषो की कायरता बढ़ती जा रही है जो परिवार औऱ समाज तो दूर खुद के अधिकार के लिए भी लड़ नहीं सकता, धन्यवाद देवी इन कायर मजबूर कमजोर औऱ बेगुनाह पुरुषो की आवाज़ उठाने के लिए 🙏🙏
😲@@sandhya000
She is speaking absolute truth !
हम एक अनोखा देश हैं, जिसमें महिलाओं, बच्चों, जंगलों, पशुओं, मछलियों के लिए मंत्रालय या सरकारी विभाग है, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो अपने आप में विडंबना है।आजकल कोई भी अखबार या न्यूज़ चैनल देख लीजिये, आपका यह भ्रम दूर हो जाएगा की अपराध सिर्फ पुरुष ही करते है. आजकल से समय में महिला अपराधियों की संख्या कम नहीं है.
आज कल प्रेम-प्रसंगों में बाधा बन रहे पतियों की हत्याएं तक हो रही हैं। सैक्स रैकेट से ड्रग्स के धंधे में भी महिलाएं लिप्त हैं इसलिए यह विश्वास कैसे िकया जा सकता है कि घरेलू हिंसा में केवल पुरुष ही दोषी होंगे।फिर भी यह समझना की महिलाये नीरीह प्राणी है, कोई अपराध नहीं कर सकती, कुछ गलत नहीं कर सकती ठीक नहीं है.
अब महिलाओं को भी पूरे अधिकार हैं। इसके बावजूद महिलाएं जब चाहें तब खुद को शक्तिशाली कहती हैं और जब चाहे तब बेचारी दिखाने लगती हैं। उदाहरण के तौर पर लिव इन में रहने वाली महिलाएं, जो रिश्ता टूटने पर दुष्कर्म का आरोप लगा देती हैं। जबकि अदालतें सहमति से संबंध को दुष्कर्म नहीं मानतीं।
घरेलू हिंसा, दहेज, सेक्सुअल हैरेसमेंट,बलात्कार और तलाक जैसे मामलों में महिलाओं की ज्यादा सुनी जाती है. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह कानून जरूरी है, लेकिन बेगुनाह पुरुषों पर इन्हें थोपना भी ठीक नहीं है. इसलिए पुरुषों के न्याय और उनके हितों पर भी बात होनी चाहिए.
A) IPC सेक्शन 498A-दहेज़ कानून के नाम से बदनाम ये धारा आज सबसे ज्यादा दुरूपयोग हो रही हैं। कमाल की बात ये है कि झूठा साबित होने पर भी लड़की और उसके परिवार वालो को सज़ा नहीं मिलती कह सकते है की आज लालची औरते इन कानूनों का दुरूपयोग करके न्यायपालिका के मुह में तमाचा मार रही है। खुद माननीय उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की ये कानून बदला जाए। महत्वपूर्ण बात ये की इस कानून के अनुसार दहेज़ देना भी जुर्म है। फिर भी उन लडकियों को सज़ा क्यों नहीं दी जाती जो खुद ही अदालत में ये चिल्ला चिल्ला कर कहती है की हमने दहेज़ दिया क्या उन लडकियों को सजा मिलीती हैं जो दहेज़ देती है?
E) Ipc saction 497 के तहत अगर शादीशुदा पुरुष किसी अन्य शादीशुदा महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह अपराध है। लेकिन इसमें शादीशुदा महिला के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। इस सेक्शन में सबसे कमाल की बात ये है कि विवाहित महिला का पति भी अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज नहीं करा सकता है। समझ में नहीं आता की किस तरह की न्यायव्यवस्था है ये। चरित्रहीन पत्नी को सज़ा क्यों नहीं?
आज इस देश में रोज चरित्रहीन औरतो के किस्से सुनने को मिलते है। इन्हें महज़ एक अपवाद नहीं कहा जा सकता रोज ही ऐसे मामले आरहे है।आज अगर किसी पुरुष पर झूठा दहेज़, बला***र , घरेलू हिंसा का केस लग जाए तो क्या हम उसको ये कहेंगे की तुझे इन्साफ नहीं मिलेगा क्युकी महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहे है, तू अभी शांत बैठ, ये पुरुष प्रधान समाज है अभी तुझको इंसाफ नहीं मिलेगा।।।
क्या हम उसको ये कहे?? क्या न्याय आज चुनाव बन गया है कि जिसको बहुमत मिलेगा उसी की सरकार बनेगी, जैसे कुछ लोग कहते है की महिलाओं पर जुल्म ज्यादा है इसीलिए उनको इन्साफ मिलना चाहिए।। क्या न्याय भी बहुमत पर निर्भर करता है। या फिर न्याय के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले है जो पीड़ित है....??? क्या सच में भारत की न्यायपालिका की नज़र में आज स्त्री पुरुष बराबर है??
आज के टाईम भारत में लगभग 45 से भी अधिक कानून है जो महिलाओं के पक्ष में है लेकिन एक भी कानून पुरुष हित में आज तक नहीं बना। फिर पुरुष को इंसाफ कैसे मिलेगा??
"मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्रत्येक महिला या प्रत्येक पुरूष गलत होता है, लेकिन दोनों ही लिंगों में ऐसे लोग हैं जो दूसरे पर अत्याचार करते हैं. इसलिए पुरूषों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक 'मंच' होना चाहिए।
"जब तक पुरुष अपना दर्द व्यक्त करना नहीं सीखते, तब तक हर कहानी में महिलाओं को हमेशा पीड़ित के रूप में दिखाया जाएगा।"
हम एक अनोखा देश हैं, जिसमें महिलाओं, बच्चों, जंगलों, पशुओं, मछलियों के लिए मंत्रालय या सरकारी विभाग है, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो अपने आप में विडंबना है।आजकल कोई भी अखबार या न्यूज़ चैनल देख लीजिये, आपका यह भ्रम दूर हो जाएगा की अपराध सिर्फ पुरुष ही करते है. आजकल से समय में महिला अपराधियों की संख्या कम नहीं है.
आज कल प्रेम-प्रसंगों में बाधा बन रहे पतियों की हत्याएं तक हो रही हैं। सैक्स रैकेट से ड्रग्स के धंधे में भी महिलाएं लिप्त हैं इसलिए यह विश्वास कैसे िकया जा सकता है कि घरेलू हिंसा में केवल पुरुष ही दोषी होंगे।फिर भी यह समझना की महिलाये नीरीह प्राणी है, कोई अपराध नहीं कर सकती, कुछ गलत नहीं कर सकती ठीक नहीं है.
अब महिलाओं को भी पूरे अधिकार हैं। इसके बावजूद महिलाएं जब चाहें तब खुद को शक्तिशाली कहती हैं और जब चाहे तब बेचारी दिखाने लगती हैं। उदाहरण के तौर पर लिव इन में रहने वाली महिलाएं, जो रिश्ता टूटने पर दुष्कर्म का आरोप लगा देती हैं। जबकि अदालतें सहमति से संबंध को दुष्कर्म नहीं मानतीं।
घरेलू हिंसा, दहेज, सेक्सुअल हैरेसमेंट,बलात्कार और तलाक जैसे मामलों में महिलाओं की ज्यादा सुनी जाती है. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह कानून जरूरी है, लेकिन बेगुनाह पुरुषों पर इन्हें थोपना भी ठीक नहीं है. इसलिए पुरुषों के न्याय और उनके हितों पर भी बात होनी चाहिए.
A) IPC सेक्शन 498A-दहेज़ कानून के नाम से बदनाम ये धारा आज सबसे ज्यादा दुरूपयोग हो रही हैं। कमाल की बात ये है कि झूठा साबित होने पर भी लड़की और उसके परिवार वालो को सज़ा नहीं मिलती कह सकते है की आज लालची औरते इन कानूनों का दुरूपयोग करके न्यायपालिका के मुह में तमाचा मार रही है। खुद माननीय उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की ये कानून बदला जाए। महत्वपूर्ण बात ये की इस कानून के अनुसार दहेज़ देना भी जुर्म है। फिर भी उन लडकियों को सज़ा क्यों नहीं दी जाती जो खुद ही अदालत में ये चिल्ला चिल्ला कर कहती है की हमने दहेज़ दिया क्या उन लडकियों को सजा मिलीती हैं जो दहेज़ देती है?
E) Ipc saction 497 के तहत अगर शादीशुदा पुरुष किसी अन्य शादीशुदा महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह अपराध है। लेकिन इसमें शादीशुदा महिला के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। इस सेक्शन में सबसे कमाल की बात ये है कि विवाहित महिला का पति भी अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज नहीं करा सकता है। समझ में नहीं आता की किस तरह की न्यायव्यवस्था है ये। चरित्रहीन पत्नी को सज़ा क्यों नहीं?
आज इस देश में रोज चरित्रहीन औरतो के किस्से सुनने को मिलते है। इन्हें महज़ एक अपवाद नहीं कहा जा सकता रोज ही ऐसे मामले आरहे है।आज अगर किसी पुरुष पर झूठा दहेज़, बला***र , घरेलू हिंसा का केस लग जाए तो क्या हम उसको ये कहेंगे की तुझे इन्साफ नहीं मिलेगा क्युकी महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहे है, तू अभी शांत बैठ, ये पुरुष प्रधान समाज है अभी तुझको इंसाफ नहीं मिलेगा।।।
क्या हम उसको ये कहे?? क्या न्याय आज चुनाव बन गया है कि जिसको बहुमत मिलेगा उसी की सरकार बनेगी, जैसे कुछ लोग कहते है की महिलाओं पर जुल्म ज्यादा है इसीलिए उनको इन्साफ मिलना चाहिए।। क्या न्याय भी बहुमत पर निर्भर करता है। या फिर न्याय के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले है जो पीड़ित है....??? क्या सच में भारत की न्यायपालिका की नज़र में आज स्त्री पुरुष बराबर है??
आज के टाईम भारत में लगभग 45 से भी अधिक कानून है जो महिलाओं के पक्ष में है लेकिन एक भी कानून पुरुष हित में आज तक नहीं बना। फिर पुरुष को इंसाफ कैसे मिलेगा??
"मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्रत्येक महिला या प्रत्येक पुरूष गलत होता है, लेकिन दोनों ही लिंगों में ऐसे लोग हैं जो दूसरे पर अत्याचार करते हैं. इसलिए पुरूषों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक 'मंच' होना चाहिए।
"जब तक पुरुष अपना दर्द व्यक्त करना नहीं सीखते, तब तक हर कहानी में महिलाओं को हमेशा पीड़ित के रूप में दिखाया जाएगा।"
She is fighting a lone war on misuse of laws by women...which needs more attention
she is one of greatest woman to ever walk on face of earth
There are others voice for men in india is another as well as other people fighting for equal rights.
@@jagzzsparrow Not alone, she is student of sif ngo ( Save indian family)
✋✋ Of Course, 55% Fake Cases by Women as Per Supreme Court, 2009 verdict. ✋✋ Soon....., You will see Men taking the charge and women will start running with "Please Help Us". ✋✋ Now The Coming Time Is Going To Be Very Rough And Unpleasant For These Creatures Misusing The Liberty And Law.
Nandini Bhattacharjee has been doing this in Kolkata for a long time...
पुरुषों पर हो रहे अन्याय पर आवाज उठाने के लिए इन बहन को शत शत नमन🙏महिलाओ के लिए सब कानून बने हैं इसलिए अधिकतर उसका दुरुपयोग किया जा रहा।।
Jitna mahilao ka sashtikarn ke nam per rules bange utna hi missuse un kanoono ka hoga desh me isi karan eak din halat itne bigd jayene ki hamara dharm hi na bachelor Hindu mahilaye 2 sal ya 3 sal tak bachach nahi karti 32 ke shadi 35 ya 36 me tapak yani shadi ke 2 ya3 sal bad alag fir bachachekanha Hoge koi koi to sanatani itna Mahan kahte hai leaving me raho na family na bachavhe mast puri jab yuvko ke Vichare aise honge to old aadmi to bachache karga nahi
@@mohit17936you will amazed Russian Girls for good in term of our Root Sannata Dharma... ❤ Indian girl's just becoming demon day by day they all are going in dark... It will get seem in next few decades...
हम एक अनोखा देश हैं, जिसमें महिलाओं, बच्चों, जंगलों, पशुओं, मछलियों के लिए मंत्रालय या सरकारी विभाग है, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो अपने आप में विडंबना है।आजकल कोई भी अखबार या न्यूज़ चैनल देख लीजिये, आपका यह भ्रम दूर हो जाएगा की अपराध सिर्फ पुरुष ही करते है. आजकल से समय में महिला अपराधियों की संख्या कम नहीं है.
आज कल प्रेम-प्रसंगों में बाधा बन रहे पतियों की हत्याएं तक हो रही हैं। सैक्स रैकेट से ड्रग्स के धंधे में भी महिलाएं लिप्त हैं इसलिए यह विश्वास कैसे िकया जा सकता है कि घरेलू हिंसा में केवल पुरुष ही दोषी होंगे।फिर भी यह समझना की महिलाये नीरीह प्राणी है, कोई अपराध नहीं कर सकती, कुछ गलत नहीं कर सकती ठीक नहीं है.
अब महिलाओं को भी पूरे अधिकार हैं। इसके बावजूद महिलाएं जब चाहें तब खुद को शक्तिशाली कहती हैं और जब चाहे तब बेचारी दिखाने लगती हैं। उदाहरण के तौर पर लिव इन में रहने वाली महिलाएं, जो रिश्ता टूटने पर दुष्कर्म का आरोप लगा देती हैं। जबकि अदालतें सहमति से संबंध को दुष्कर्म नहीं मानतीं।
घरेलू हिंसा, दहेज, सेक्सुअल हैरेसमेंट,बलात्कार और तलाक जैसे मामलों में महिलाओं की ज्यादा सुनी जाती है. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह कानून जरूरी है, लेकिन बेगुनाह पुरुषों पर इन्हें थोपना भी ठीक नहीं है. इसलिए पुरुषों के न्याय और उनके हितों पर भी बात होनी चाहिए.
A) IPC सेक्शन 498A-दहेज़ कानून के नाम से बदनाम ये धारा आज सबसे ज्यादा दुरूपयोग हो रही हैं। कमाल की बात ये है कि झूठा साबित होने पर भी लड़की और उसके परिवार वालो को सज़ा नहीं मिलती कह सकते है की आज लालची औरते इन कानूनों का दुरूपयोग करके न्यायपालिका के मुह में तमाचा मार रही है। खुद माननीय उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की ये कानून बदला जाए। महत्वपूर्ण बात ये की इस कानून के अनुसार दहेज़ देना भी जुर्म है। फिर भी उन लडकियों को सज़ा क्यों नहीं दी जाती जो खुद ही अदालत में ये चिल्ला चिल्ला कर कहती है की हमने दहेज़ दिया क्या उन लडकियों को सजा मिलीती हैं जो दहेज़ देती है?
E) Ipc saction 497 के तहत अगर शादीशुदा पुरुष किसी अन्य शादीशुदा महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह अपराध है। लेकिन इसमें शादीशुदा महिला के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। इस सेक्शन में सबसे कमाल की बात ये है कि विवाहित महिला का पति भी अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज नहीं करा सकता है। समझ में नहीं आता की किस तरह की न्यायव्यवस्था है ये। चरित्रहीन पत्नी को सज़ा क्यों नहीं?
आज इस देश में रोज चरित्रहीन औरतो के किस्से सुनने को मिलते है। इन्हें महज़ एक अपवाद नहीं कहा जा सकता रोज ही ऐसे मामले आरहे है।आज अगर किसी पुरुष पर झूठा दहेज़, बला***र , घरेलू हिंसा का केस लग जाए तो क्या हम उसको ये कहेंगे की तुझे इन्साफ नहीं मिलेगा क्युकी महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहे है, तू अभी शांत बैठ, ये पुरुष प्रधान समाज है अभी तुझको इंसाफ नहीं मिलेगा।।।
क्या हम उसको ये कहे?? क्या न्याय आज चुनाव बन गया है कि जिसको बहुमत मिलेगा उसी की सरकार बनेगी, जैसे कुछ लोग कहते है की महिलाओं पर जुल्म ज्यादा है इसीलिए उनको इन्साफ मिलना चाहिए।। क्या न्याय भी बहुमत पर निर्भर करता है। या फिर न्याय के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले है जो पीड़ित है....??? क्या सच में भारत की न्यायपालिका की नज़र में आज स्त्री पुरुष बराबर है??
आज के टाईम भारत में लगभग 45 से भी अधिक कानून है जो महिलाओं के पक्ष में है लेकिन एक भी कानून पुरुष हित में आज तक नहीं बना। फिर पुरुष को इंसाफ कैसे मिलेगा??
"मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्रत्येक महिला या प्रत्येक पुरूष गलत होता है, लेकिन दोनों ही लिंगों में ऐसे लोग हैं जो दूसरे पर अत्याचार करते हैं. इसलिए पुरूषों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक 'मंच' होना चाहिए।
"जब तक पुरुष अपना दर्द व्यक्त करना नहीं सीखते, तब तक हर कहानी में महिलाओं को हमेशा पीड़ित के रूप में दिखाया जाएगा।"
आप बहुत ही अच्छी महिला हैं नहीं तो कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है
Jyoti Tiwari Pandey भी है
उनका भी समर्थन करो साथ में
@@Priyaykanth2aisa kuch nahi hai, mohila bhole hi upor se Ladko k bare m bole,but andar se ladkiya ko hi support krti h, ladkiya ki dimag alog level ki hoti hai kvi bhorosa mot krna
@@ajitkumarbarda7986
वो 12 - 13 वर्षों से संगठन चलाने वालों के साथ जुड़कर काम करती हैं
Hhtttrtt
Ldko m koi quality hoti b h
Thank You Sister for Raising Your Voice for All Indian Brothers... 🙏🇮🇳🇮🇳🙏
Salute to Deepika 🙋
Chad 🗿
Kaisa din agya h hmlog keliye mahila khadi hori h shame on males😂
दीपिका मिस को मेरा प्रणाम🙏🌸मुझे खुशी है इस बात की किसी ने यह सही विषय को पकड़ा । पुरुषो के हित में कोई ऐसे कानून आना ही चाहिए जिससे की कोई महिला अपने अधिकारों का दुर्पयोग न करे।
भाई बात पुरुषों के लिए कानूनों आने की नहीं हैं | बात यह है कि आज लड़कियां महिलाएं उन्ही कानूनों का दुरुपयोग कर रही है जो कि इन्हीं की सुरक्षा के लिए एक समय पर बनाए गए थे | प्रावधान यह होना चाहिए कि एक लड़की एक महिला अगर इनका दुरुपयोग करती है और झूठे मामले भी दर्ज कराती है तो भी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा होने का प्रावधान होना चाहिए | जो कानून महिलाओं के हित के लिए बनाए गए उन्हीं में संशोधन करके उनको कठोर बनाया जाए | उदाहरण के लिए कोई लड़की महिला अगर IPC के सेक्शन 498ए का दुरुपयोग करती है, IPC के 376, 428, 420 का दुरुपयोग करती है तो उन्हीं कानूनों को उन्हीं पर पलट के इनमें सजा का प्रावधान होना चाहिए और सजा सीधे फांसी होनी चाहिए |
Salute Deepika mam!!
You're one woman army.
Alone against the evil.
Same work done by Nandini Bhattacharjee in Kolkata for a long time...
viral kro bhai isko
मैं बिल्कुल सच बोल रहा हूं। पुरुषों की आज की तारीख में अगर पत्नी ने कोर्ट केस कर दिया तो हद से ज्यादा प्रताड़ना है। चाहे आप कितना भी अच्छा वकील रख लो, चाहे आपका केस कितना भी स्ट्रॉन्ग क्यों न हो, लेकिन सच ये है, 90 परसेंट फैसला लड़की या पत्नी के पक्ष में आता है। और कोर्ट के ऊपर इतने ज्यादा cases का भार है कि सिर्फ summary ट्रायल होता है और जज 5 minute से ज्यादा केस को समझने में नहीं लगते।
वहीं केस को ठीक से समझने के लिए, जज को भी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन वो cases की अधिकता की वजह से case को ठीक से समझते नहीं, और लड़के की सच्चाई सिर्फ , लड़के के कागजों में दब कर रह जाती है।
बिल्कुल सही कहा,बहीन जी ने, इस तरफा कानून ने,समाज को बर्बाद कर दिया है। आप जैसी महान महिला ही, सत्य को उजागर कर सकती❤❤
I understand how men are suffering mentally and emotionally and their families. In my family this also happened but these laws were made for women who are actually suffering. Bad women are taking advantage of it.
Great work ma'am❤️Respect🙏
हे देवी आप बहुत सराहनीय कार्य कर रही है पुरुषों के लिए पुरुष तो आगे आ नहीं रहे अब लगता है औरत ही आदमियों को अत्याचार से बचाएगी
Sahi kaha ulta chal rha hai!! Purush aagey nahi aa rhe hai! Piche ghasit rhe hain! Bas aurat hai toh devi hai samjhte hai India mei.. Yeh nahi smjhte chudail bhi ho skti h😂 Aurat ki izzat.. Blah blah..Izzat insan k karmo k wajah se milti hai! Gender assign hone ki wajah se nahi!! 😂
😂😂😂 mc h chehra dekh k baat krte h purush..
Attention all men, this is what love is, not that dating rating insta scrolling. Respect to this woman.
Yes 🙏
Wow first time somebody talking about mens rights 😢😢
Stop legal Terrorism, Stop Feminist
1st time about men's problems but intiatied by a women... That's really gret
Are bhai tumhare problem ke liye tum hi responsible ho
Purush hoke kayar kyu ho
You should be strong
Ban marraiges
I am a feminist but I support her and I support that men should also have justice and just like females
But reality won't change our government doesn't provide justice to anyone😂 male or female.
Only rich people get justice that's the reality
@@Jasminennnnnngchal hat yahan se double standard wale log Tujhse ghin Hai Hamen Tum Logon se ghin Aati Hai Hamen Badi I feminist band karo Hamen Adhikar dilane wali
आप सत्य के साथ हैं.. आपको हमेशा ईश्वर प्रसन्न रखे.. धन्यवाद 🙏🙏
पुरुष की सबसे ज्यादा प्रताड़ना बेरोजगारी या कम कमाई , ओर दूसरी सबसे ज्यादा प्रताड़ना पत्नियों की तरफ से ही हो रही है ।
रुला दिया भाइ। आपने मेरे शब्द छीन लिए
सच्चाई है भाई
Bhai bahane bhi pratadit karti aaj kal
Aap logo me bhi hoti hai,, aap logo ki mahilayein to sidhi saadhi hoti hai bhai 👍👍
@@dhananjaysah4352 भाई मीडिया ओर तथाकथित संगठनों के झूठ , दुष्प्रचार , मनगढ़ंत कहानी, भ्रम ......ओर हकीकत , सच्चाई , वास्तविकता , तथ्यों .....बिल्कुल उल्टे है ....जमीन असमान का अंतर है ...
We're with you Deepika Di.
"Dear Deepika Beti,
I wanted to express my heartfelt gratitude for the incredible work you're doing with Ekam Nayey Foundation. Your dedication to making a positive impact in the lives of others is truly inspiring!
I'm deeply moved by the foundation's efforts for mens right and providing support. Your selflessness and compassion are a shining example for us all.
I'd love to join you in this noble work! Please guide me on how I can get involved, volunteer, or contribute to the foundation's initiatives. I'm eager to be a part of this wonderful journey and make a difference together.
Thank you again for being a beacon of hope and kindness. I look forward to hearing from you and exploring ways to collaborate.Weldone beta.
Thanks ma'am for your comment!!
Ma'am आप पुरुषों के लिए जो कर रही है वो सरकार को करना चाहिए लेकिन हमारी देश में पुरुषों की कहीं भी कोई भी सुनवाई नहीं है आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏
Deepika Ji you are the only woman in India who is doing such good work, salute to you and thank you
Of course, long live Dipikaji and her colleagues. But hamare yahan West Bengal mein kuchh salon se All Bengal Men's Forum isi field mein kaam kar rahen hain. But yes, Govt. of India jagne ki mood mein nahi hain.
First lady of India who came for fight against man violence
By being a woman she is doing so much for men, Appreciate it.
बहन बहुत सही बात उठाई जिसे बहुत कम लोग इस सच के लिए बात उठाते हैं, I appreciate you
औरत ही औरतं की दुश्मन होती हैं 😅
ये महिला ना सिर्फ क्रांतिकारी हैं बल्की महात्मा/समाजसुधारक भी है आपके काम को सलाम करता हु. कभी आपकी कोई मदद मैं कर पाया तो मुझे खुशी होगी😊
Fir to admi pure samaj ka dushman hota h jan tk se mar dete h admi admi ko
@@Userekta02 😅
Ek acche kul ki sadachari mahila ko dusta stree hamesha apna shatru manti hai
आपको हाथ जोडकर बहुत बहुत आभार।।।।
Aap sachi Devi maa ka roop ho 🌸
Ambey maa apko kamyabi de.. Indian society and Indian laws are responsible for this brutality happening against men.
ज्यादा हो रहा है।
आचार्य प्रशांत जी दुनिया में गीता समागम के माध्यम से बहुत ही उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं उनको बारंबार प्रणाम🙏🙏🙏
Right mam. My neighbourhood lady beat her husband with sleepers, belan . 😢😢😢😢
@@tishukla6109 you are correct, but women k bhi karm bahut acche nhi h. Ek sath bahut sare affair🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
Fir bhi ye galat@@tishukla6109
@@tishukla6109 I love you brahman girl
Wo wife pati ko thik rsste main Laney ke liye kr rhy hogi
@@tishukla6109Kolkata wali ke bhi karm kharab honge jo aurte pit ti hi unke bhi kharab hote honge
I would say you are the big savior-sister of many oppressed and suppressed men who are ignored by the law and mindset of the society. Shat Shat aapke charno me pranam.
इस प्रकार के अंधे कानून ने करोड़ों पुरुषों की जिंदगी बर्बाद कर दी।
जज बेवकूफ हैं ना पुरुष के ना स्त्री के। दोनों मामलों में जज अंधे हो गए हैं। निर्दोष चाहे पति हो या पत्नी हो बस निर्दोष को न्याय नहीं।
😂😂
Simp tha woh judge jo Andha discrimination karte h.
Jisne meri tarah Shadi hi nahi kiya hai... Kohi humara jindgi barbad nhi kar paya😎
Wo mahila ke side hai yai khud ko cul shi dikhane ke liye kuch bi mt likh @@SilentSound-oe9pg
Justice should be offered for men also
I appreciate your efforts to bring this content to lime light
Hopefully Soon Bollywood would make
Movies on this content to create awareness among public
Hats off to you,Mam.
We all the men are highly obliged to you for your genuine & greatful efforts.
We all respect you & thank you with all our hearts.
India में National Human Rights commission है या गायब हो गया है । मेरा ख्याल से जिंदा नही है । Any one please take this video to the notice of Secretary, Union Home Ministry, Law Ministry , Chairman, Law Commission and to the notice of Prime Minister. It is very urgent need of the hour. लोग पता नही क्या क्या ट्वीट करते रहते है officials को, और भाई लोग कोई न कोई इस वीडियो को govt और concerned govt. officials तक लेजाओ। Deepika madam, I have no words to praise you and your hard work. Please keep this going until there is a justice. 🙏🙏🙏🙏
This iron lady fought for mens right ( crimes happen with men) over one decade (12 years) please support her everyone. It's not about men and women it's about crime.
You say right
Totally agree 🙏
Deepika mam ko naman hai
Woh aise mudde hamesha uthati hai
🙏🙏
धन्यवाद ऐसी महिला को जो आदमियों का दर्द समझती हो
बहुत ही महत्वपूर्ण और प्रासंगिक समस्या को आपने समझा और प्रयास कर रही हो।आपको सादर प्रणाम।आप न्याय की देवी हो।👍👍
Aapko Sadar Naman, Please Keep Continue
मैडम जी आप बहुत सही दिशा में काम कर रहे हैं
Thanks for taking such a much required initiative. Salute to you @Deepika ma'am
Bechara 😂😂😂
Jb tumhara bhai par tmhari bhabhi jhoota case dalegi tab bhi aise hi use bechara bol k hasna🤣 @@tishukla6109
Bechari rape victims😂@@tishukla6109
@@tishukla6109at least he's not a chtye like you
Bhaag yahan se we don't need women like you in our society shamefull@@tishukla6109
I am watching youtube videos since years commented hardly 5 to 6 times but saluting for the first time only to this brave, courageous and dedicated women.
सरकार ध्यान hi नहीं दे रही कितने आदमी आत्महत्या क़र रहे है 😢😢😢
Sarkar ko mujraa chaiye
Bharme m jaye janta apna kaam bnta sarkar to es niti pr kaam kr rhi
Salute hai sister aapne sahi social work kar rahi ho admi ko insaaf dilaneka kaaam bahut badiya kaam duniya ko pata karana zaruri hai ki admiyon galat nahi hote hai
Ndtv ko badhai jo pehla national media channel hai jisne is mudde ko cover kiya.deepika mam ko bahut bahut dhanyavad,🙏
Wah ! Gents First & Ladies second. Deepika is Good work in Boys & Men EKAM Nyay Foundation.
Thanks sister please raise the men 's problem
Main bhi bach gaya apne biwi ke chakraviw se. Chawkana rahne ke kaaran . Aaj 9 saal se dur hun usse meri pran bach gai . Aap logon ko koti koti pranam aaplogon ke dwaara puruso ko kuchh marg darsan milega. God bless you sister ..
Thank u madam yah Sach baat hai ine Sare purushon Ke Liye Kadam uthane Ke Liye bahut bahut dhanyvad❤
No marriage
No protecting and providing women
No military service
No saving society
Men go your own way,be a free man and live for yourself...
Wow this is real indian women
Thanks maiden ❤❤❤❤❤❤dil se dhanyavad
स्त्री - पुरुष दोनों ब्यक्ति हैं। ब्यक्ति अच्छा - बुरा दोनों हो सकतें हैं।
Lekin eak ke liye kanun hai aur dusre ke liye kuch nahi. Ye kaisa nyay tantra hai?
आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे है सेल्यूट है आपके साहस को।आज कल बहुत लड़की और लेडी का एक्स्ट्रा अफेयर रहता है।
Great initiative and YE SACH MAI HOTA HAI AND I am the VICTIM of such an issue and faces the life threat too
Khud ke karm purusho ko dekh lene chahiye pahle baad me biwi ke karm ko
@@tishukla6109karmo ko to pichwaade me daalke sulga diya jayega 2027 to aane de meri jaan 😘😃
I hope you find the help and support that you need..
@@tishukla6109mahila ko khud apni karam dekhe le
@@tishukla6109teri jaisi aurti hai yeh kaam karti hai tabhi tujhai mirchi lag rahi hai 😂😂😂
Bilkul sahi kah rahi hain ye inko salam hai
पुरुष आयोग बनना चाहिए
👍🏻👍🏻
Ghanta banna chahiye 😂
@@KundanKumar-vj9jy
Churiya pehenke Ghar main Beth Jaa Peti kot purus
Usase kyaa hoga.
Desh me pursho ke sath itna jurm hota hai phir bhi tum jaise mare huwe log mazak karrahe ho
First time seeing women's fighting for man💯😭😭 salute
Thanks NDTV for putting up!
Salute hai mam apko. Ye topic uthana bhot he jroori hai.
Behen hum Aapke saath hai Darna nhi aap Housla rkhna aap bharosa rkhna aap 💗
She is really Brave Lady, Salute to her
Bohot hi sahi kaam kar rahi hai Deepikaji. Aur bohot dhanyawad NDTV ka jisne ye topic par video banaya.
Purush aayog hona chahiye, jhothe cases par saza honi chahiye, alimony band honi chahiye, aur purusho ke liye kayade hone chahiye.
मै ईस सुसंस्कृत, सुसंस्कारित, पढीलिखी और जानकार "बहन दिपिका" को शत-शत प्रणाम करता हू,
ईस दिदीने आजकें ऐसें गंदगीभरे गोदीमिडिया के माहौलमें आजकल चल रहा ये "घिनौना सच" उजागर करके हमारी पवित्र हिंदू संस्कृतीको जगानेका प्रयास किया है|
मँडम ने संवेदनशिल विषय पर बात करने के लिये धन्यवाद ! सलाम मँडमजी 🙏🙏
बिल्कुल पुरुष आयोग बनना चाहिए
I am also one of the victim of false 498A dowry and domestic violence case. Meri ex-wife ne mere par aur mere pariwar par dowry and domestic violence ki complain kar ke 4 lakhs rupees liye. Even police involvement is also there. Hamari shaadi ke two and a half years baad meri wife ne yeh kaam kiya. Mai gulf mai kaam karta hoon as a labor and meri father is a handicap person hai and my mother is a sugar patient. Bohat mushkil se bacha hoon apni ex-wife se. Otherwise meri ex-wife pura plan tha ke mai waapas gulf naa jaa sakoon aur mai aur meri family sadak par aa jaaye.
Bilkul right ❤❤
Let's men save her to protect manhood
Love you Deepika ji for your noble work to save innumerable souls🙏
बहुत बड़ी सच्चाई पर से आपने पर्दा उठाया है वकील साहिबा 😢😢😢
Madam you are true and India needs a strong change towards their culture.
Today many great Gurus are misleading India from their actual rights.
EK DAM SATIK AUR ACCURATE BAAT
She is a brave women. Hats off to you mam, you are a real women a strong one.
Ladko ka bahot brainwash kiya gya hai morality ki name par😢
Naam to Katherine but hindi bol rahi ho🤣🤣🤣
@@AKASHROY-i9f abe wo papa ki pari nahi, mummy ka magarmuchh hai..
@@AKASHROY-i9f😂😂
@@sidharthmalhotra-x4z😂😂😂
Ladkiyo ko uske maa baap ko sikhana chahiye mardo ki izzat karne ke liye
Full support mam...keep going 🎉
Without Love and Care, this World would definitely end. Hats off to this women for showing such love and care that men truly need 🫡
Love itself going to die from World😂now this World will dominated by Power and Self greed...
@@logicx9384 Power and Domination would create only war. Without Love, Care, Compassion, Truth, people will only develop hatred and eventually there would be war everywhere
@@aerospaceengineeringforfuture that what going happen with world you can clearly see everywhere everyone just fighting each other...
सही कहा
Salute to Dipika Sister
Salute To Mam
I strongly support you ❤
Salute to her, for bringing the truth !!! ❤
Thanks a lot .. thank you for raising the valid point
Good वर्क
Behen 🙏🙏🙏🙏🙇🙇🙇🙇🙇🙇 Ishwar aapko khush rakhe
पतियों को बचाने के लिए कोई कानून नहीं। जिससे पति भी अपनी इज्जत और मान सम्मान बचा सके।
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Ladko ka bhi maan samman hota h kya , her jagah janwer gatar chutiye h , mtlb tum logo ka ye h ki purush mahila ko maare peete vo shi h or yhi hota aya h , or purusho ko kuch nhi hona chiye waa ,, 70% mahilaye maar Peet jhelti hai ,, sadiyon se aurto ko mara Peeta ja rha h unko Insaf kon dilaega ,, dahej hatya purane time se ho. Un croro mahilao ko kon Insaaf dilaega .
Salute to Dipika Ma'am👍
Absolutely correct. A Men Forum should be there in India. A Law should be there in India to Safeguard Men against exploitation .
बहुत सराहनीय कार्य दीपिका जी
सराहनीय कार्य
Salute to Miss Deepika Ma'am, Ma'am Aap Brave Lady ho, Aap Bahut Accha kaam Suru kie hain, Upr wale Aap ko zarur kameyabi dein gein, God Bless You Ma'am.
Thanks
मैडम जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और आप से आशा है कि आप कानून में और समाज में बदलाव लायेंगी। मैं आपके इस अभियान से सहमत हूं। 🙏
आपकी इस सोच के लिए दिल से धन्यवाद
मैडम आप एक सरहनिये काम कर रहे हो, आज के समाज मै सही को सही कहना ही बड़ी बात है, आपको कोशिश करते रहना चाहिए,एक पुरष आयोग की बहोत जरूरत है आज के माहोल मै
Deepika sister you are true source of inspiration and real definition of sasakhat / empowerment nari . You are fighting against evil women in our society disguised as feminist ,misuing every law.
She is fighting for real truth( ground realities of indian society). There should be change in Law. Now a days, Nil Justice for men in indian constitution.
Great
A friend of mine was jailed for 7 months by her wife as she had an affair with some other guy..But the police & the justice was in her favour during all the legal filing as she was a woman & she's given special attention..This is the ground reality Justice System....
@@joshnamukhia4959 horrible constitution written by ambedkar
To badla lene ke liye kuch kiya?
@@AmarPatel-y8u Karta bhi kya jab system hi sab uske khilaf tha...Agar ek ladki ne case kardiya toh ladke ka future khatam bhi hota hai upar seh budnam bhi...
@@thecontrarycontrarian4230 Correct Bro 💯 %...
@@joshnamukhia4959 yahi to future khatam izzat gai kuch nahi bacha aatma samman to hai apna badla khud le baaki zindagi ka kya bina izzat ke jail me bhi kat jaayegi bina izzat insaan shav saman hai haan main jaanta hoon kehna aasan hai karna nahi but aisi halat to uski bhi kar hi sakta hai ki jeevan nark ho jaaye
Hum aapke sath hain ye sahi bol rahi hain kyunki kuch aurte bahot shatir dimag ki hoti hain
Mostly shaatir hi h, ab ye government k appeasement ki wajh se , equal right na dene ki wajh se
Hats off to you mam..you are doing very good work..
These issues should be addressed on big level