सत्संग १० : अहम, अनुभवकर्ता का ज्ञान और संबंध, अनुभव एक हैं, चेतना, नैतिकता
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- Опубліковано 14 гру 2024
- सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ हम आध्यात्मिक विचार व्यक्त कर सकते हैं और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है।
१) आत्मज्ञान होने पर अहम् कहाँ स्थापित होता है ?
२) अनुभवकर्ता का ज्ञान शरीर के बिना संभव है क्या ?
३) अनुभवकर्ता और अनुभव साथ क्यों दीखते हैं हमेशा क्या यह दोनों एक दूसरे पर आश्रित है ?
४) सारे अनुभव एक हैं यह कैसे प्रमाणित होगा ?
५) चेतना क्या है ?
६) जब मैं हूँ ही नहीं तो मैं नैतिकता का पालन क्यों करूँ ?
सत्संग में जुड़ने के लिए आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय)
त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/
या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiyateet
@bodhivarta
@pure_exp
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