Sir, apko lakhon Naman hai mera apki wajah se sanatan dharam samajh me aa raha hai, bohot scientifically ap explain karte hain sir apke lectures sun ke bohot anand mehsus hota hai.Shiv ji ko thankyou ki apke channel pe ake itna accha content mila, sir apko mera Naman hai.Har Har Mahadev ❤️
गुरुजी को कोटि कोटि नमन।ईश्वर तत्व के प्रति आप का अनुभव सुन कर तथा आप पर ईश्वरीय कृपा का वृतांत जानकर आप को श्रीगुरू बनाने की इच्छा हो रहा है आगे प्रभु की कृपा। जय जय गुरुदेव की जय जय हो।
Aapne satya kaha, Sadashivji ki Bhakti bade mushkil Se milti hai Shiv ki Bhakti kram kram me Bhakti krne k baad hi milti hai Kyuki antim chhor shiv hai Sampraday manav nirmit hai
Sir main pichle 2 hafte se intezar kar raha tha......mujhe aisa laga tha ki apne video banana hii ban kar dya.....main bohot darr gaya tha....sir hamare liye ek neya video banane ke liye Orr ham sabko apka darshan dene ke liye apko koti koti dhanyabad......
जय भोलेनाथ हर हर महादेव जय महाकाल ओहम नमः शिवाय हर हर महादेव जय सोमनाथ जय भोलेनाथ हर हर महादेव जय सोमनाथ जय सीताराम जय द्वारिकाधीश राधे राधे जी जय गोपाल
आपने जैसा बोला है करीब ऐसा ही घटना मेरे साथ भी हुआ है । लेकिन मेरा ज्ञाण और दर्शन थोड़ा अलग है । मुझे वही ज्ञाण प्राप्त हुआ जो मैं चाहता था । मैं अपने पर संयम नहीं रख पाता इसलिए मुझे अपने आप पर उस दिशा में नियंत्रण प्राप्त नहीं हो सका । बद्रीनाथ में भी मुझे अलग ही रूप का दर्शन हुआ । पहली बार तो मुझे आश्चर्य हुआ कि मैं जो बहुत प्रकार के दोषों से पूर्ण हूँ, ऐसी दर्शन क्यों कर प्राप्त हुआ । मुझे शक्ति रूप में प्राप्त हुआ । मैं जीवन के पूर्ण ज्ञाण प्राप्ति का संकल्प लिया । उसकी कृपा से मुझे वह प्राप्त हुआ । बहुत ही अजीब लगा कि सत्य सामने रहता है लेकिन जब उसे अलग अंदाज में जानने का प्रयास करने लगते हैं तो भ्रम पैदा होने लग जाता है । रचना का संबंध सीर्फ जीव रचना से ही जुड़ा नहीं है बल्कि इसका संबंध रचना के शुरूआत से ही है । सबसे बड़ी बात यह है कि आपके स्थिति में आने के बाद जातक जो जानना चाहता है उसका दर्शन और ज्ञाण प्राप्त कर सकता है । मैंने पाया है कि जिसे ईश्वर कहते हैं वह तो सच्चा ,सीधा, निराकार, अजन्मा, अविनाशी और भी बहुत विशेषता है । जब हम उसे घुमाकर जानने का कोशिश करते हैं तो भ्रम पैदा होने लग जाता है । आपका बात सुनकर मैं अपना भी कुछ कहा । सही में बहुत सा स्वप्न के द्वारा भी ज्ञाण प्राप्त होता है । मैं श्रृष्टि के बारे में जानना चाहता था जो मुझे प्राप्त हुआ लेकिन आत्म नियंत्रण के कमी के कारण कुछ प्रश्न रह गया है जो मालूम नहीं हो रहा है । उम्र के साथ क्षमता कम होता है हर काम में और इसका उपाय ब्रह्मचर्य ही है । इसके कारण और निवारण भी मुझे मालूम है लेकिन आत्म नियंत्रण नहीं है । कोशिश करता हूँ लेकिन समर्पित नहीं हूँ । कमी मुझमें है उसमें नहीं । वह तो पूर्ण है ।
Pranaam, In this era, it is true that siddha Guru are rarely available. It ia also ture that one should approach straight way to the deity they are worshiping for guidance You have been fortunate to have the causeless mercy of God who bestowed upon you their kripa and thereby you can achieve what you want. Thank you very much for enlighten us. Regards.
सही कहा आपने प्राथना करने पर भगवान किसी भी संकेत से हमारी मदद करते है मेने मनहि मन हनुमानजी को गुरु बनाया है। आज आपके द्वारा जो ज्ञान हनुमानजी कि कुपासे प्राप्त हुवा उसके लिए किस सब्दोमे आपका आभार व्यक्त करु समज नही आरहा आज आँखे भर आयी आपका यह वीडियो देख कर।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आचार्य/सदगुरु जी आप के चरणों पर मेरा माथा झुकता है, स्वीकार कर लें। मैं कहां आकर आप को अपनी जिंदगी की आपबीती सुनाऊं।किसी एपिसोड में अवश्य बताएं। मेरा परिवार गाजियाबाद भी जाता है,मिलने का मार्ग किधर से किधर जा कर है, यह भी जानना चाहता हूं मुझसे मेरा सारा विश्व विलग हो रहा है ,पर मेरे आराध्य मुझे कहीं और जाने ही नहीं दे रहे हैं।शेष कृपा प्राप्त होने पर।
कम से कम एक वर्ष तक ब्रह्मचर्य का संकल्प लें और उसे पूरा करे। मैने एक वर्ष तक एकादशी के व्रतों में संकल्प लिया था। यदि भगवान ने तुम्हें योग्य समझा तो वे तुम्हारी परीक्षा लेंगे। तुम्हारे मन में काम वासना जागेगी, जिसे रोकना कठिन हो जाएगा। ऐसे में शिवजी का ध्यान करने से सफलता मिलेगी। क्योंकि शिवजी काम को भस्म करते हैं। यदि तुम काम को परास्त कर पाए तो जीवन भर उसका लाभ मिलेगा और आगे भी तपस्या का अधिकार मिलेगा।
मै धन्यवाद करता हू ईशवर का किस बात के लिए कि ईशवर तेरा वजूद तो है पर वैसा नही जैसा ये महोदय या इनके जैसे पुरोहित या धर्म के धन्देवाज बताते है अगर तेरा वजुद इनके अनुसार ही होता तो धरती को और नरक बना दिया होता
Uncle Mere Saath Bhi Esa Hi Ho Rha Hai Muje Kya Krna Chahiye Please Btaiye Mein Bhi Sabhi Bhagwano Ko Equally Powerful Maanta Hun Or Puja Krte Waqt Sbka Naam Leta Hun Aapne Jo Sapne Wali Baat Khi Voh Mere Saath Ho Rha Hai Abhi Mein Us Charan Mein Hun Jb Kamvasna Or Bhagwan Mein Se Kisi Ek Ko Choose Krna Pdta Hai Mere Spne Me Uncle Yeh Dono Chije Ek Saath Aati Hai Aapne Kese Choose Kia Tha Ek Taraf Gandi Asleel Videos Aati Hai Dimak Mein Or Ek Side Bhagwan Ram Or Bhagwan Shiv Ka Naam Aata Rhta This Is True Mein Jhuth Nhi Bol Rha.
स्वप्न में सामान्यतः वही दिखता है जो हम जाग्रत अवस्था में चिंतन करते हैं। जाग्रत अवस्था में अश्लील चीज़ों से दूर रहे, जैसे फिल्में, गाने, अश्लील पत्रिकाएँ आदि। ईश्वर की साधना बहुत लम्बी यात्रा है और वासना की चीजें अति सुगम हैं। इसलिए यदि अश्लीलता से दूरी नहीं बनाई तो अश्लीलता बहुत आसानी से जकङ लेगी।
अक्सर हमें स्वप्न में वही दिखाई देता है जो हम दिन में विचार करते हैं। यदि कोई भी देवी देवता हमें स्वप्न में दिखाई देता है तो ये तो अच्छा ही है। अगली बार दिखे तो उनसे बात करने का प्रयास करो, हो सकता है कि वे आगे का मार्ग दर्शन कर दें।
Sir, your knowledge is always perfect. I have understood meaning of hiranyagarbha from your video. I am from Maharashtra and same like you I could awaken my kundalini and open my chakras directly from bless of shiva(sadashiva) so I can understand your knowledge perfectly.
Atul Ji, for your information, Yoga and Kundilini are straight way a journey in the "DEMONIC WORLD" where it is not that difficult to enter, but to get rid of these demons is almost impossible. Here is a video as a warning, for your information. ua-cam.com/video/AA2WYug-fCA/v-deo.html
ईश्वर सब जगह हैं उन्हें कहीं ढूँढने की आवश्यकता नहीं। मूर्ति के अन्दर भी और मूर्ति के बाहर भी। हमारे अंदर भी और बाहर भी। परन्तु कुछ स्थान विशेष होते हैं, जहाँ ईश्वर ने या तो अवतार लिया था या वहाँ कोई कार्य किया था, जैसे काँशी, मथुरा, सोमनाथ, केदारनाथ, आदि। इन स्थानों पर ईश्वर की विषेश शक्ति होती है। ईश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए हमें अपने अन्दर ईश्वर के प्रति विश्वास जगाना चाहिए। छल कपट, स्वार्थ, लोभ, असत्य, अहंकार आदि का त्याग करके ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
Sir kya ye sash he ki brhma sahint puranme lekha geya he ki bishnu se shiv bane he jese ki bola geya he ki khir se dahi banati he dahi se khir nehi banta asa hi lekha gya he
Sir pravu srikrishn ji ne kahatha gita me ki insana jis ko bhi puja ta he bo mujhe prapota hota he or jab bo chahete he bo brahmand bana sekete he or jab chahate he bo mita bhi de sekete he? Sir kya ye sach he
श्रीमन,मेरा मानना हैं कि जो चीज हम समझ नहीं सकते,या हमने देखा नहीं है,उसको नकारना समझदारी नहीं है , क्योंकि जब हम बच्चे होते हैं,औरजब जवान या बुजुर्ग होते हैं हर उम्र समय का ज्ञान अलग हो जाता है,फिर किसीचीज की व्याख्या हर व्यक्ति अलगतरीकेसे करता है, संतुलन बनाना बड़ी चीज है,,किसी को दुखीकरना,ठीक नहीं, हर बात भाव से होती हैं,
रक्तबीजासुर को मारने के लिए माँ भवानी ने काली का रूप लिया था। क्योंकि उसे सामान्य तरीके से मारा नहीं जा सकता था। रक्तबीजासुर के रक्त की बूँदें जहाँ गिरी वहीं और रक्तबीजासुर उत्पन्न हो गए। तब माँ काली ने उन सभी रक्तबीजासुरो का रक्त ही पीना आरम्भ कर दिया। देखते ही देखते एक एक करके सभी रक्तबीजासुर धराशायी होने लगे। अपना अन्त निकट देखकर उसने अपने प्राण बचाने के लिए अन्य जीवों के रूप बना लिये। परन्तु देवताओं ने देख लिया और उन सभी पशुओं को माँ काली को भेंट करते गए। माँ काली उन पशुओं का रक्त भी पी गई। उस युद्ध भूमि में जितने भी पशु-पक्षियों का रूप उस राक्षस ने लिया उन सभी को माँ काली को भेंट कर दिया और रक्तबीजासुर मारा गया। इस प्रकार माँ भवानी ने काली का रूप लेकर देवताओं के लिए असम्भव होने वाले कार्य को सम्भव कर दिया। उस युद्ध भूमि में तो देवताओं ने उन पशुओं को माँ काली को भेंट किया जो रक्तबीजासुर के रूप थे, परन्तु आजकल क्यों पशु भेंट किये जाते हैं आप स्वयं समझ लो। अब ना ही रक्तबीजासुर है और ना ही माँ काली को पशु भेंट चाहिए। परन्तु माँस भक्षियों को मुफ्त में माँस खाने का बहाना मिल गया।
सत्य प्रकाश sir वेदों में जो आयाम की बात की गई है जिसे इंग्लिश में डायमेंशन कहते हैं। वेदों में 64 डायमेंशन की बात की गई है। और 10 बे बे आयाम मैं निराकार ब्रह्म रहते हैं जिसे भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को दिखाया था। मेरा एक प्रश्न है कि वेद और पुराण में अलग अलग क्यों लिखी गई है। Please reply sir
प्रणाम गुरु जी मेरा नाम परमेश कुमार है मै आपके बात से संतुष्ट हूं ये बात सही है आज के जमाने में कोई सच्चा गुरु नहीं मिलता मै आप से सच्चा ज्ञान ग्रहण करने की इच्छा रखता हूं कृपया मार्ग दर्शन करे
सर्वप्रथम शाकाहारी जीवन शैली अपनाओ, क्योंकि हमारा शरीर प्रकृति से बना है और प्रकृति ने हमें वो सब कुछ दिया है जिसकी हमें आवश्यकता होती है। शाकाहारी जीवन शैली अपनाने से हमें अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। उसके बाद सत्य और ब्रह्मचर्य पर स्थिर होने का प्रयास करो। ऐसा करने से आप ईश्वर के भक्तों में शामिल हो जाओगे। ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण करने से ईश्वर आपका मार्गदर्शन स्वयं करते हैं। किसी भी प्रकार का अहंकार नहीं करना, किसी से ठगी नहीं करना, अपने से कमजोर को नहीं सताना, यदि इसी प्रकार तीस चालीस साल बिता लिए तो निश्चित रूप से आपको ईश्वर के दिव्य गुण मिलने लगेंगे।
गुरु जी प्रणाम आप का जवाब मिला आपका धन्यवाद गुरु जी आप ने ब्रह्म्मचर्य के बारे में बताया है कि २१ मंगलवार व्रत करने से ब्रह्मचर्य सिद्ध हो जाता है गुरु जी आपने नमक ना खाने के लिए बोला है गुरु जी नमक २१मंगलवार के दिन नहीं खाना है कि जब तक व्रत पूरा ना हो तब तक नमक ही नहीं खाना है कृपया समाधान करे
केवल 21 मंगलवार के व्रत करने से ब्रह्मचर्य सिद्ध नहीं होता, इससे तो हमें हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। ब्रह्मचर्य को सिद्ध करना आसान कार्य नहीं है, यह लंबी साधना है। इसमें धीरे-धीरे अपनी इन्द्रियों पर नियंत्रण करने का अभ्यास करना होता है। यदि विवाह हुआ है तो अपनी पत्नी के अतिरिक्त किसी भी अन्य महिला के साथ स्वप्न में भी अश्लील व्यवहार नहीं करना चाहिए। व्रत उपवास करने से हमारा तप बढ़ाता है और ईश्वर की कृपा मिलती है। मेरी कई बार भगवान ने स्वप्न में भी परीक्षा ली और मैं परीक्षा में सफल रहा। अंत में एकादशी के व्रत में मैं ब्रह्मचर्य को सिद्ध कर पाया। एकादशी के व्रत एक वर्ष तक चलते हैं। ब्रह्मचर्य को सिद्ध करने का अर्थ है कि कामदेव आपको किसी भी प्रकार कामुक ना कर सके। जैसे ही काम परास्त हो जाएगा, वैसे ही आपका मन वासना से रहित हो जाएगा और आपका शरीर सभी बीमारियों से सदा के लिए मुक्त हो जाएगा। किसी भी व्रत में केवल व्रत वाले दिन ही नमक नहीं खाते। सोमवार, मंगलवार के व्रत में एक बार नमक रहित भोजन करना होता है और एकादशी के व्रत में पूरा दिन फलाहारी रहना होता है।
Sir, apko lakhon Naman hai mera apki wajah se sanatan dharam samajh me aa raha hai, bohot scientifically ap explain karte hain sir apke lectures sun ke bohot anand mehsus hota hai.Shiv ji ko thankyou ki apke channel pe ake itna accha content mila, sir apko mera Naman hai.Har Har Mahadev ❤️
sir aapne samaj me फैलाया भ्रम को दूर करने के लिए bhaut accha kam kar rahe hai
आपने जो बात कही है पूर्ण सत्य है भगवान की जिस पर कृपा होती है भगवान की शरण में जाने से अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होता है यह सत्य है
आप भाग्यवान है, जिसे ऐसी बोध अवस्था प्राप्त हुई है ... आप को कोटि कोटि नमन🙏
आप को कोटी - कोटी नमः🙏🙏🙏हर हर महादेव🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐🌹🌹धंयावाद सार
Kya kahu bahot badiya. Shree Hari om namah shivay
Aap bahut hi sache insaan hai. Poori imandari se sach bol dete hai.
गुरुजी को कोटि कोटि नमन।ईश्वर तत्व के प्रति आप का अनुभव सुन कर तथा आप पर ईश्वरीय कृपा का वृतांत जानकर आप को श्रीगुरू बनाने की इच्छा हो रहा है आगे प्रभु की कृपा। जय जय गुरुदेव की जय जय हो।
Sir aapke vedio ka hume hamesha se besabri se intezzar rehta hai.. please make more n more vedios 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
उदाहरण बोहोत ही सटीक उपयोग करते हैं आप... आपकी ज़्यादातर baaton से मैं sahmat हूँ.. आपको बारंबार नमस्कार है 🙏💐
Jai siya Ram.
गुरू जी पहले तो आपके चरणों में नमन सर आप आपकी सहजता से हिंदी भाषा को भी एक तरह से बढावा देने का कार्य कर रहे हो धन्यवाद गुरू जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aapne satya kaha, Sadashivji ki Bhakti bade mushkil Se milti hai
Shiv ki Bhakti kram kram me Bhakti krne k baad hi milti hai
Kyuki antim chhor shiv hai
Sampraday manav nirmit hai
धन्यवाद गुरुजी आपने सारे भ्रम दूर कर दिए।
Sir main pichle 2 hafte se intezar kar raha tha......mujhe aisa laga tha ki apne video banana hii ban kar dya.....main bohot darr gaya tha....sir hamare liye ek neya video banane ke liye Orr ham sabko apka darshan dene ke liye apko koti koti dhanyabad......
जब तक ईश्वर की कृपा रहेगी मैं वीडियो के माध्यम से अपनी बात कहता रहूँगा। अभी बताने को बहुत कुछ है, परन्तु मेरी कुछ मजबूरियों के चलते विलंब हो जाता है।
@@Secrets_of_Hindu_Dharm sir ager ap bura na mane toh kya ap mujhe apna koi contact number de sakte hai???????..........
मैं आपके वीडियो की प्रतीक्षा करता रहता हूं,आप बहुत ही सहजता से इतना सूक्ष्म ज्ञान देते है,धन्यवाद एवं आभार🙏🚩
धन्यवाद, सब ईश्वर की कृपा से होता है।
Ati uttam gyan adbhudd🙏🙏🙏
OM NAMAH SHIVAYE...HARI OM...
HARI MEIN HAR...HAR MEIN HARI..
HARI MEIN HANUMAAN...HANUMAAN MEIN HARI....🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
MAHADEV....🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
dhanyabad sir 🌹🙏🙏🙏🙏🌹
Boht he Sundar Prabhu ji
Boht ati autam Mark se apne samjaye or wahi he Parm saat
Or parmatma ji ka mark hai
Ekdam sahi he..Ishwar ek swaroop anek..🙏
Thanks guru ji jai shiv shambhu
जय भोलेनाथ हर हर महादेव जय महाकाल ओहम नमः शिवाय हर हर महादेव जय सोमनाथ जय भोलेनाथ हर हर महादेव जय सोमनाथ जय सीताराम जय द्वारिकाधीश राधे राधे जी जय गोपाल
Apke bachan aap ke naam se pura mail khate hai ji
Aap ko koti koti parnam
Jai bhole baba
आपने जैसा बोला है करीब ऐसा ही घटना मेरे साथ भी हुआ है । लेकिन मेरा ज्ञाण और दर्शन थोड़ा अलग है । मुझे वही ज्ञाण प्राप्त हुआ जो मैं चाहता था । मैं अपने पर संयम नहीं रख पाता इसलिए मुझे अपने आप पर उस दिशा में नियंत्रण प्राप्त नहीं हो सका । बद्रीनाथ में भी मुझे अलग ही रूप का दर्शन हुआ । पहली बार तो मुझे आश्चर्य हुआ कि मैं जो बहुत प्रकार के दोषों से पूर्ण हूँ, ऐसी दर्शन क्यों कर प्राप्त हुआ । मुझे शक्ति रूप में प्राप्त हुआ । मैं जीवन के पूर्ण ज्ञाण प्राप्ति का संकल्प लिया । उसकी कृपा से मुझे वह प्राप्त हुआ । बहुत ही अजीब लगा कि सत्य सामने रहता है लेकिन जब उसे अलग अंदाज में जानने का प्रयास करने लगते हैं तो भ्रम पैदा होने लग जाता है । रचना का संबंध सीर्फ जीव रचना से ही जुड़ा नहीं है बल्कि इसका संबंध रचना के शुरूआत से ही है । सबसे बड़ी बात यह है कि आपके स्थिति में आने के बाद जातक जो जानना चाहता है उसका दर्शन और ज्ञाण प्राप्त कर सकता है । मैंने पाया है कि जिसे ईश्वर कहते हैं वह तो सच्चा ,सीधा, निराकार, अजन्मा, अविनाशी और भी बहुत विशेषता है । जब हम उसे घुमाकर जानने का कोशिश करते हैं तो भ्रम पैदा होने लग जाता है । आपका बात सुनकर मैं अपना भी कुछ कहा । सही में बहुत सा स्वप्न के द्वारा भी ज्ञाण प्राप्त होता है । मैं श्रृष्टि के बारे में जानना चाहता था जो मुझे प्राप्त हुआ लेकिन आत्म नियंत्रण के कमी के कारण कुछ प्रश्न रह गया है जो मालूम नहीं हो रहा है । उम्र के साथ क्षमता कम होता है हर काम में और इसका उपाय ब्रह्मचर्य ही है । इसके कारण और निवारण भी मुझे मालूम है लेकिन आत्म नियंत्रण नहीं है । कोशिश करता हूँ लेकिन समर्पित नहीं हूँ । कमी मुझमें है उसमें नहीं । वह तो पूर्ण है ।
Aap paramsreshth hai aap ke dwra Diya gaya gyan iswar dwara Diya hua zyan hai aap ko koti koti parnam Mahatma ji
सर, मै महेंदीपुर श्री बालाजी से हूं,उनकी विवेचना करने करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Bhai aap Bala ji mandir ke paas se hai kya
Sir aap divya aatma ho aapke andr satva gun hai hm bht nasib wale hai jo aapka gyan mila thanks sir
ऊँ नमः शिवाय।🚩🕉️🔱🇮🇳🙏
NICE PROGRAM, Await next ----as soon as possible. Thank you sir.
सर कालाजी गोराजी कांगरू देश गए थे उनके बारे में वीडियो बताइए कामरु देश कहां पर है
Pranaam,
In this era, it is true that siddha Guru are rarely available.
It ia also ture that one should approach straight way to the deity they are worshiping for guidance
You have been fortunate to have the causeless mercy of God who bestowed upon you their kripa and thereby you can achieve what you want.
Thank you very much for enlighten us.
Regards.
You should have 100 millions subscribers. from Fiji
bhot achha laga dekh ke....aage bhi aisi hi kuch videos share kriyega.....muje b ishwar me poori shraddha hai
You make great videos. I m sharing on my groups on whatsapp with many people.
आप मेरे वीडियो को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचा रहे हैं इसके लिए धन्यवाद। ईश्वर की कृपा से मैं आगे भी ऐसे ही वीडियो बनाता रहूँगा।
Atisunder respected brother keep it up and God bless you all stay healthy and prosperous life
Bahut sundar,true
हर हर महादेव
Wah satyaprakash ji, aapke maarg darshan se sukhad anubhav hua. Dhanyavad.
सही कहा आपने प्राथना करने पर भगवान किसी भी संकेत से हमारी मदद करते है
मेने मनहि मन हनुमानजी को गुरु बनाया है। आज आपके द्वारा जो ज्ञान हनुमानजी कि कुपासे प्राप्त हुवा उसके लिए किस सब्दोमे आपका आभार व्यक्त करु समज नही आरहा आज आँखे भर आयी आपका यह वीडियो देख कर।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
परम सत्य बचन्🙏🙏🙏🙏🙏
Radhe Radhe
Sir new video jarur banaye
OM NAMAH SHIVAY🙏🙏🙏🙏🙏
Sir Dhanyavad apka agla vedio ka prathiksha hai
Bahut He achha anubhao batya mai bhe staya ke khoj mai bhatak ra hu
Par mujai bhe kai kai iswar marg darsak batai nazar aarai hai
Dhanyabad
Jai ho,AAP Ko mera hriday guru manne Ko sanket de Raha h
मेरे जीवन में भी भगवंत की अनेक साक्षात्कार का अनुभव हैं
आपका ज्ञान इसलिए सुना जाता हैं
जब ईश्वर की कृपा होने लगती है तो हम बङे से बङे दुःख को भी आसानी से पार कर जाते हैं, और ज्ञान के मोती अक्सर दुःख की भट्टी में ही मिलते हैं।
Namastay bhai Saab Aapka anbhau adhik sunder wa uttaam hai Eshwer aapka kalyan Karen, sajid khan watching from Pakistan,
ब्रह्मचर्य की महिमा अपरंपार है 🙏
Aapaka sachai se parda hatana hi hame sahi raah le jaayega.
Dhanyavaad aapko.
Hello sir ye sceince journey wale bodh ucha bata rahe inpe Kuch bataye hamre Dharm per
Bahot hi gahara resarch aap ne kiya hai mai bahot prabhavit hu aap se
God is one not only for different sects of Hindu but for all mankind and every thing in universe.
U didnt get what he said..u need to undersatnd hinduism 1st..
Thank you guruji, har har mahadev.om namah shivay.
आचार्य/सदगुरु जी आप के चरणों पर मेरा माथा झुकता है, स्वीकार कर लें। मैं कहां आकर आप को अपनी जिंदगी की आपबीती सुनाऊं।किसी एपिसोड में अवश्य बताएं। मेरा परिवार गाजियाबाद भी जाता है,मिलने का मार्ग किधर से किधर जा कर है, यह भी जानना चाहता हूं मुझसे मेरा सारा विश्व विलग हो रहा है ,पर मेरे आराध्य मुझे कहीं और जाने ही नहीं दे रहे हैं।शेष कृपा प्राप्त होने पर।
मैं एक व्रत का पालन कर रहा हूँ, यै व्रत जून में पूर्ण हो जाएगा। उसके बाद ही बात कर पाऊंगा।
Nice information sir ji.......m
Fantastic. The great. Jai shri Krishna
Hare Krishna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Om Namha Sivai 🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks sar Har Har Mahadev
Sir mujhe aap se baat karna hai kyase hoga
Jai Shri Krishna
🙏🙏
बहुत सुंदर लग रहा है सर, आपका अनुभव , साकार और निराकार ईश्वर पर कॉफ्यूजन होता है सही क्या है इस पर कभी वीडियो बनाने की कोशिश करें
Jai ho
Bahut Badiya sir
Nice
Aap accha karm kar rahe hain
🙏🌹जय हो 🌹🙏
shree man ji ..brahamcharye kase sidh hota h...plz bataye..
कम से कम एक वर्ष तक ब्रह्मचर्य का संकल्प लें और उसे पूरा करे। मैने एक वर्ष तक एकादशी के व्रतों में संकल्प लिया था। यदि भगवान ने तुम्हें योग्य समझा तो वे तुम्हारी परीक्षा लेंगे। तुम्हारे मन में काम वासना जागेगी, जिसे रोकना कठिन हो जाएगा। ऐसे में शिवजी का ध्यान करने से सफलता मिलेगी। क्योंकि शिवजी काम को भस्म करते हैं। यदि तुम काम को परास्त कर पाए तो जीवन भर उसका लाभ मिलेगा और आगे भी तपस्या का अधिकार मिलेगा।
जय श्री राम🚩🙏 गुरु जी
Aap bilkul sahi he
Om namo Shiva
Aapki sabse achhi bat to isi siddh hoti ki aap subscribe karo like karo nhi bolte
right Jay Hanuman siya ram Jay shiv
guru ji apka geyn sacha. hai apka din shubh ho
Jay shree badrinath bhagwan
आपका ब्रह्मचर्य सिद्ध हो गया
इस बात की पुष्टि आपने कैसे किए?
Kripya swarg lok kaha hai iss vishay par prakash dale jay Shree ram
Greatest sir
मै धन्यवाद करता हू ईशवर का
किस बात के लिए
कि ईशवर तेरा वजूद तो है पर वैसा नही जैसा ये महोदय या इनके जैसे पुरोहित या धर्म के धन्देवाज बताते है
अगर तेरा वजुद इनके अनुसार ही होता तो धरती को और नरक बना दिया होता
Uncle Mere Saath Bhi Esa Hi Ho Rha Hai Muje Kya Krna Chahiye Please Btaiye Mein Bhi Sabhi Bhagwano Ko Equally Powerful Maanta Hun Or Puja Krte Waqt Sbka Naam Leta Hun Aapne Jo Sapne Wali Baat Khi Voh Mere Saath Ho Rha Hai Abhi Mein Us Charan Mein Hun Jb Kamvasna Or Bhagwan Mein Se Kisi Ek Ko Choose Krna Pdta Hai Mere Spne Me Uncle Yeh Dono Chije Ek Saath Aati Hai Aapne Kese Choose Kia Tha Ek Taraf Gandi Asleel Videos Aati Hai Dimak Mein Or Ek Side Bhagwan Ram Or Bhagwan Shiv Ka Naam Aata Rhta This Is True Mein Jhuth Nhi Bol Rha.
स्वप्न में सामान्यतः वही दिखता है जो हम जाग्रत अवस्था में चिंतन करते हैं। जाग्रत अवस्था में अश्लील चीज़ों से दूर रहे, जैसे फिल्में, गाने, अश्लील पत्रिकाएँ आदि।
ईश्वर की साधना बहुत लम्बी यात्रा है और वासना की चीजें अति सुगम हैं। इसलिए यदि अश्लीलता से दूरी नहीं बनाई तो अश्लीलता बहुत आसानी से जकङ लेगी।
@@Secrets_of_Hindu_Dharm SIR MUJE ISSE BACHNE KE LIYE KYA KTNA CHAHIYE?
इस इंसान पे ही सारे देव की कृपा हो गया। अर्थात ये तो भगवान हो गया।
Hare Krishna
Om namaha Shivay
Pandit ji mujhe vogaban shiv ji dhikhai deti hai kuch samajh nhi aue kye kore kripa bataye
अक्सर हमें स्वप्न में वही दिखाई देता है जो हम दिन में विचार करते हैं। यदि कोई भी देवी देवता हमें स्वप्न में दिखाई देता है तो ये तो अच्छा ही है। अगली बार दिखे तो उनसे बात करने का प्रयास करो, हो सकता है कि वे आगे का मार्ग दर्शन कर दें।
Sir, your knowledge is always perfect. I have understood meaning of hiranyagarbha from your video. I am from Maharashtra and same like you I could awaken my kundalini and open my chakras directly from bless of shiva(sadashiva) so I can understand your knowledge perfectly.
Atul Ji, for your information, Yoga and Kundilini are straight way a journey in the "DEMONIC WORLD" where it is not that difficult to enter, but to get rid of these demons is almost impossible. Here is a video as a warning, for your information. ua-cam.com/video/AA2WYug-fCA/v-deo.html
lord vishnu is the supreme personality of god head
dekho video uske baad pata salega inke channel par
मस्त समजते है
सर आप कहासे है
🙏🌹🌹🌹🙏
सर जी एक वीडियो बनाओ की ईश्वर कहा है और हमारी दुआ कैसे स्वीकार करते हैं
ईश्वर सब जगह हैं उन्हें कहीं ढूँढने की आवश्यकता नहीं। मूर्ति के अन्दर भी और मूर्ति के बाहर भी। हमारे अंदर भी और बाहर भी। परन्तु कुछ स्थान विशेष होते हैं, जहाँ ईश्वर ने या तो अवतार लिया था या वहाँ कोई कार्य किया था, जैसे काँशी, मथुरा, सोमनाथ, केदारनाथ, आदि। इन स्थानों पर ईश्वर की विषेश शक्ति होती है।
ईश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए हमें अपने अन्दर ईश्वर के प्रति विश्वास जगाना चाहिए। छल कपट, स्वार्थ, लोभ, असत्य, अहंकार आदि का त्याग करके ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
Sir kya ye sash he ki brhma sahint puranme lekha geya he ki bishnu se shiv bane he jese ki bola geya he ki khir se dahi banati he dahi se khir nehi banta asa hi lekha gya he
कलयुग है, यहाँ सब कुछ मिलावटी है।
Sir pravu srikrishn ji ne kahatha gita me ki insana jis ko bhi puja ta he bo mujhe prapota hota he or jab bo chahete he bo brahmand bana sekete he or jab chahate he bo mita bhi de sekete he? Sir kya ye sach he
श्रीमन,मेरा मानना हैं कि जो चीज हम समझ नहीं सकते,या हमने देखा नहीं है,उसको नकारना समझदारी नहीं है , क्योंकि जब हम
बच्चे होते हैं,औरजब जवान या बुजुर्ग होते हैं हर उम्र समय का ज्ञान अलग हो जाता है,फिर किसीचीज की व्याख्या हर व्यक्ति अलगतरीकेसे करता है, संतुलन बनाना बड़ी चीज है,,किसी को दुखीकरना,ठीक नहीं,
हर बात भाव से होती हैं,
लिंग पुराण के बारे में बोलिये please
pashu bali daan kyo kerta ha ma kali ko? is barama ake video bana do. dhunyawad
रक्तबीजासुर को मारने के लिए माँ भवानी ने काली का रूप लिया था। क्योंकि उसे सामान्य तरीके से मारा नहीं जा सकता था। रक्तबीजासुर के रक्त की बूँदें जहाँ गिरी वहीं और रक्तबीजासुर उत्पन्न हो गए। तब माँ काली ने उन सभी रक्तबीजासुरो का रक्त ही पीना आरम्भ कर दिया। देखते ही देखते एक एक करके सभी रक्तबीजासुर धराशायी होने लगे। अपना अन्त निकट देखकर उसने अपने प्राण बचाने के लिए अन्य जीवों के रूप बना लिये। परन्तु देवताओं ने देख लिया और उन सभी पशुओं को माँ काली को भेंट करते गए। माँ काली उन पशुओं का रक्त भी पी गई। उस युद्ध भूमि में जितने भी पशु-पक्षियों का रूप उस राक्षस ने लिया उन सभी को माँ काली को भेंट कर दिया और रक्तबीजासुर मारा गया। इस प्रकार माँ भवानी ने काली का रूप लेकर देवताओं के लिए असम्भव होने वाले कार्य को सम्भव कर दिया।
उस युद्ध भूमि में तो देवताओं ने उन पशुओं को माँ काली को भेंट किया जो रक्तबीजासुर के रूप थे, परन्तु आजकल क्यों पशु भेंट किये जाते हैं आप स्वयं समझ लो। अब ना ही रक्तबीजासुर है और ना ही माँ काली को पशु भेंट चाहिए। परन्तु माँस भक्षियों को मुफ्त में माँस खाने का बहाना मिल गया।
guru sisyaparampara se .....aap gyan le sakte haiii.....
सत्य प्रकाश sir वेदों में जो आयाम की बात की गई है जिसे इंग्लिश में डायमेंशन कहते हैं। वेदों में 64 डायमेंशन की बात की गई है। और 10 बे बे आयाम मैं निराकार ब्रह्म रहते हैं जिसे भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को दिखाया था। मेरा एक प्रश्न है कि वेद और पुराण में अलग अलग क्यों लिखी गई है। Please reply sir
Sir ap ko bagban na dharti par bajha hai, andkar door karna ka liya ,,, sahi gyan bantna ka liya ,,, ap asa hi duniya ka marg darshan karta raho
Har har mahadev
Great sir😊😊😊
प्रणाम गुरु जी मेरा नाम परमेश कुमार है मै आपके बात से संतुष्ट हूं ये बात सही है आज के जमाने में कोई सच्चा गुरु नहीं मिलता मै आप से सच्चा ज्ञान ग्रहण करने की इच्छा रखता हूं कृपया मार्ग दर्शन करे
सर्वप्रथम शाकाहारी जीवन शैली अपनाओ, क्योंकि हमारा शरीर प्रकृति से बना है और प्रकृति ने हमें वो सब कुछ दिया है जिसकी हमें आवश्यकता होती है। शाकाहारी जीवन शैली अपनाने से हमें अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। उसके बाद सत्य और ब्रह्मचर्य पर स्थिर होने का प्रयास करो। ऐसा करने से आप ईश्वर के भक्तों में शामिल हो जाओगे। ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण करने से ईश्वर आपका मार्गदर्शन स्वयं करते हैं। किसी भी प्रकार का अहंकार नहीं करना, किसी से ठगी नहीं करना, अपने से कमजोर को नहीं सताना, यदि इसी प्रकार तीस चालीस साल बिता लिए तो निश्चित रूप से आपको ईश्वर के दिव्य गुण मिलने लगेंगे।
गुरु जी प्रणाम आप का जवाब मिला आपका धन्यवाद गुरु जी आप ने ब्रह्म्मचर्य के बारे में बताया है कि २१ मंगलवार व्रत करने से ब्रह्मचर्य सिद्ध हो जाता है गुरु जी आपने नमक ना खाने के लिए बोला है गुरु जी नमक २१मंगलवार के दिन नहीं खाना है कि जब तक व्रत पूरा ना हो तब तक नमक ही नहीं खाना है कृपया समाधान करे
केवल 21 मंगलवार के व्रत करने से ब्रह्मचर्य सिद्ध नहीं होता, इससे तो हमें हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। ब्रह्मचर्य को सिद्ध करना आसान कार्य नहीं है, यह लंबी साधना है। इसमें धीरे-धीरे अपनी इन्द्रियों पर नियंत्रण करने का अभ्यास करना होता है। यदि विवाह हुआ है तो अपनी पत्नी के अतिरिक्त किसी भी अन्य महिला के साथ स्वप्न में भी अश्लील व्यवहार नहीं करना चाहिए। व्रत उपवास करने से हमारा तप बढ़ाता है और ईश्वर की कृपा मिलती है।
मेरी कई बार भगवान ने स्वप्न में भी परीक्षा ली और मैं परीक्षा में सफल रहा। अंत में एकादशी के व्रत में मैं ब्रह्मचर्य को सिद्ध कर पाया। एकादशी के व्रत एक वर्ष तक चलते हैं।
ब्रह्मचर्य को सिद्ध करने का अर्थ है कि कामदेव आपको किसी भी प्रकार कामुक ना कर सके। जैसे ही काम परास्त हो जाएगा, वैसे ही आपका मन वासना से रहित हो जाएगा और आपका शरीर सभी बीमारियों से सदा के लिए मुक्त हो जाएगा।
किसी भी व्रत में केवल व्रत वाले दिन ही नमक नहीं खाते। सोमवार, मंगलवार के व्रत में एक बार नमक रहित भोजन करना होता है और एकादशी के व्रत में पूरा दिन फलाहारी रहना होता है।