एक समय मेरे दिमाग में यह विचार आया था कि आने वाले समय में जब कम्प्यूटर अपने जैसे कम्प्यूटर बनाने लगेंगें तो यह दुनिया मनुष्यों के लिए बहुत चुनौती पूर्ण हो जाएगी।
मुझे ऐसा लगता है कि इंसान और कंप्यूटर में फर्क है , बायोलॉजी का जब तक कंप्यूटर में बायोलॉजी नहीं डाली जाएगी , दिमाग तो उसमे है ,लेकिन बायोलॉजी नही होगी तब तक ऐसे a.i का निर्माण मुस्किल है , इंसान में भावनाएं , g.i तब उत्पन्न होता है , जब उसमे हार्मोंस होते है , और यह कंप्यूटर में नही है , कंप्यूटर जल्दी निर्णय ले सकता है, फास्ट calculation कर सकता है , लेकिन इंसान नही बन सकता है इंसान दरअसल इंसान बनाने पर आमादा है , जो सुपर इंटेलिजेंट हो , लेकिन परमेश्वर ने जो बायलॉजी प्रदान की है वो हासिल करना मुसिल है ,
कृश जी का अविष्कारीक गतिमान का हमारे मानवीय गतिविधियों में स्वागत है परिणाम परेशानी जनक होते हुए भी परिणामक स्वरुप प्रगतिशील है , और इसप्रकार मानव बुद्धि प्रखर शीलता का भागीदार होगा ।
One answer to all questions... Instead of thinking on positives and negatives of AI,we must amalgamate it with ethics and should be regulated by laws from its crippling stage...
First of thanks for this topic. It is very important and useful topic. I have few views on AI and coming future. As like a small child we need lots of AI teachers who can teach and feed the civilized values into the AI processing brain. Also the rules for AI creators and AI has to be determined. The laws for AI should be created and implemented.
They are trying to make, perhaps Chat GPT (or may be google, not sure though) more civilized by filtering out vile words. I watched a video where Kenya was given that work. They were given a handsome payment of $ 2 per hour per person for that. 😊 For creators, right now there is no such policy to limit their creations. All said and done, but my friend, what would be the fate of those who are going to lose their jobs?
कोई मशीन तभी इंसान से ज्यादा तेज हो सकती है जब वह इंसान जैसी चालाक हो क्योंकि बहुत तरह के रोबोट है जो कि इंसान से आगे हैं पर उनके पास ऐसी चालक की नहीं है कि वह इंसान की गुलामी छोड़कर दुश्मनी निभाने के बारे में सोचने लगे.
मुझे लागता है. जीस दिन AI कॉम्प्युटर बन जयेगा उसदिन मानव इतिहास मे हम टॉप पर होंगे उसके बाद शोध लगानेकेलीये कुचभी बाकी नाही बाचेगा. सबकुच संभव होगा जो भी आज असंभव लागता है ❤️
मेरे ख्याल से तो कभी भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतनी पावरफुल नहीं हो पाएगी कि वह मनुष्य पर चढ़ बैठे यह बस ऐसी बातें हैं जिन्हें नजरअंदाज करना चाहिए भगवान ने इंसान को बनाया है लेकिन इंसान किसी चीज को नहीं बना सकता ऐसा हुआ तो इंसान भी भगवान कहलाए ना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बहुत कुछ कर सकते हैं लेकिन यह संभव नहीं है कि रोबोट इतने ज्यादा शक्तिशाली हो जाए कि वह हमारी दुनिया पर आक्रमण करदे इस तरह की बातें इस तरह के वीडियो देखने के लिए लोगों को आकर्षित करती हैं अगर हम गहरी बुद्धिमता का इस्तेमाल करें तो यह हर पैमाने पर असंभव है😏😒 हो सकता है रोबोट इतने शक्तिशाली हों कि वह मनुष्य से कम ना हो लेकिन इतने तो नहीं हो सकते
ऐसा कभी नहीं होगा कि मशीन में चेतना, भावना या सजगता आ जाए। क्योंकि भावना, सजगता ये को मामूली गुण नहीं हैं। यह सिर्फ कोरी कल्पना है। आज के मानव में ही भावना व सजगता नहीं बची। और ये डर रहे हैं यंत्र में चेतना आने से क्या होगा? 😨😨😨😨😨😨😂🤣🤣😂🤣🤣🤣😂🤣😂🤣🤣😂😂🤣🤣😂
ऐसा कभी नहीं होगा कि मनुष्य पर यंत्र राज करें। क्योंकि अगर कोई इंसान ऐसी कृत्रिम बुद्धि को बनाएगा भी तो वो उस मशीन से बहुत मायनों मे आगे होगा। ❤️❤️❤️❤️❤️
*🤔🤔AI हमेशा हमारे लिए घातक होगा,,, nature का नियम है, जो ताक़तवर होता है, वो हमेशा कमजोर पर dominant karta है, even निर्जीव पदार्थ भी, जैसे एक ब्लैक होल अपने से कमज़ोर पदार्थ को खा जाता है, और शक्तिशाली ब्लैक होल उस कमजोर ब्लैक होल को खा जाता है..!👍👍*
xactly without creator creation kya karega especially if its machine without eternal consciouness.these people are underestimating human intelligence,no robot or AI can ever match it if humans actually realise their true potential.after all our creator is that genious who created the masterpiece,this world,universe. so the creation of that genious creator can never be secondary to creation of his creation.
हर तकनीक बनाते समय यही कहा जाता है कि समाज में समानता आएगी लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ और कुछ ताकतवर लोगों ने इसका इस्तेमाल अपने निजी स्वार्थ के लिए किया पर और अब AI बहुत ख़तरनाक होगा खासकर कमजोर वर्ग के लिए और इसकी आवश्यकता हि क्या है
AI is a good future, but I think daily mobile use by various people and using mobile App with their interest and required are more useful data for AI improvement. So this kind of data collation for 100 or 200 years get accurate data of human behaviour will develop AI like super AI.
महत्वपूर्ण है कि मानव अपने बौद्धिक विकास के कितने आयाम जानता है? सनातन संस्कृति, सभ्यता और शास्त्र विज्ञ लोग पहले भी इस घटना को अपनी विकसित बौद्धिक क्षमता से नियंत्रित कर चुके हैं लाभ उठा चुके हैं और विजयाभास से आनंदित हो चुके हैं। हमें विश्वास नहीं है। I प्रयोग के लिए ही सही ध्यान आधारित पाठ्यक्रम को प्रोत्साहित करना होगा।
Kabhi nhi bana sakte impossible hai. Agar ye ban gya na to iska matlab ye hai ki insaan maut ke baad ka raaz bhi jaan jayega. Kyoki insaan ka dimag bahut kuch karta hai wo khud sochata hai aur ye kaam machine kabhi nhi kar pati.
Iski reality me koi bhi jarurat nhi h....if h to one must prove it which is not possible....abhi reality ye h ki ye western countries me sahuliyat energy space or privacy zyada h also the population is not much so Iski vajah se unke pass fizul waqt milta h jisme ye log Esa AI jesa baseless nd jarurat hi nhi vo chiz forcefully invent kr rahe h to dominate the world.
आलसी इंसान अभी जितनी बीमारियों के साथ आधी उम्र में खत्म हो रहे हैं उतना अभी काफी नही हैं। Ai जब लेबर का काम कुकिंग, गार्ड खेती का काम भी करने लगे तो ये 8 अरब मरीजों को आबादी क्या काम करेगी, सिर्फ भोग और रोग का इलाज। अगर आप 40 साल के हो तो अपने स्वस्थ परिचितों को याद करो, उनके मुंह में दात हैं जानो और खुशी मनाओ। मैं तो सिर्फ ai के बीच फाइट सीन देखूंगा।
Kbhi bhi kuchh aisa nhi krna chahiye jo manv dimagh.aur manv vajud ke liye khtra na ho hm hr sector me vikas ke saath hmari surksha aur hrhaal me prkirti ki suraksha ko bnay rakh sake.
Agi quantum computer bnte hi activate ho jayegi aur ise chalana shikhna hoga main is topic pr baat krta hu to sab mujhe mental bolte h main bhi is topic pr research krna chahta hu bachpan se intrested hu pr khi kuch mil hi nhi pata h india main wo bhi rajasthan main
हमें लगता है कि जिस प्रकार genetic engeenering में super human concept। पर प्रतिबन्ध किया गया है,उसी तरह, ए॰आई॰जी॰ में mechanical model पर ही AI का प्रयोग की अनुमति दे जाए, human race को normal evolution पर छोड़ देना उचित होगा।
AI agar wo karne lagega jo mein karta hoon aur mujhse bhi behetar toa mein wo karega Jo wo aaj nahi kar sakta.... On and on and on. Office me promotion milna essi ko kehte hai
It is possible that A. I. Is more better than us even then that is slave of our mind because we (had) invented it. This is reason that when we work with hand due to breathing and other moving function, we can not make more fare than machine because machine is non living things there is no moving function therefore it makes fare or clear things. As iron spread in hot season while it shrinks in winter season thus it feels like human but it feels in a limit or circle. But human feels each feeling therefore he can define each feeling while machine can never each feeling in future because only it can define pain etc like iron and nothing. Conclusion --- Thus we can say according above proof. A. I can never better than human mind in future. It is hundred percent impossible. Whether it is super intelligence.
Manav ke soch duniya ke shuru se khud Raj karne ke or dusro se gulami karvane ke rhi hai agr AI main manav soch dali Jaye bal ke vo manavo se bhi behtar soch ske to risk to hai ....
Tgrre is very thin line between greed and ethics inside human mind. A person with good ethics gets corrupted when he find advantage that he will become superman compare to other human being. So we need fo worry about greedyness of human behaviour and resist ourselves which can make us demon and we feel we have become superman
Today's AI are just chatbot like assistant or Siri and totally depends on the feeded data. They are not able to answer the complex questions. It's simply a feeded database and if database have some matching keywords then only this chatbot will answer otherwise not. So thinking of an AI will create super intelligent system is really not feasible.
the problem will not caused by smartness of AI indeed latent bugs, ex- we made perfect AI and only found a edge case like 600 yrs later, and when this situation arise, you can't go back, you will not be able to fix it and neither you can move forward with it. and no matter how careful we are, we still not be able to make perfect AI that's because our reality or virtual reality has it as a condition to make sure, we never be able to make perfect or bugless AI. it's like running a VM on 10gb base ram system and hoping to have 16gb ram in VM, it just not possible because not supported by base, why base don't support because some other axiom kind of condition doesn't allow to support it on base level. and one such bug would be so horrible that humanity will suffer for thousands and thousands of years. even worst, our reality means reality outside our universe will choose to shut us down permanently or isolate us like garbage bin.
Depopulation ka dar hai. Gareebi nahi gareeb yani 99% log mitenge,the planet & it's limited resources will then be reserved for the 1% elite & their children.
ज्यादा सोचने या चिंता की कोई आवश्यकता नहीं AI -100% बनके रहेगा इसमें कोई सन्देह नहीं। लेकिन यह AI कार्य कुशल होंगे , इनकी किसी कार्य में सफलता की संभावना 100% पास हो,लेकिन कभी 100% नही होगी। इसका मतलब वह कल्पना कर सकेंगे , हां वह कल्पनाशील होंगे ,हमसे भी आगे होंगे, लेकिन उने भी नष्ट, कंट्रोल किया जा सकता है ,क्युकी चेतना एक ,भौतिक जगत की वस्तु है। और एक आखरी बात सबके ऊपर यूनिवर्सल कॉन्सियस है वह प्रति पल सीख रहा है और सर्व सृष्टि में हर एक्शन का परिणाम प्रति पल बाट रहा है।
भाई तू गलत है, nature का नियम है, जो ताक़तवर होता है, वो हमेशा कमजोर पर dominant karta है, even निर्जीव पदार्थ भी, जैसे एक ब्लैक होल अपने से कमज़ोर पदार्थ को खा जाता है, और शक्तिशाली ब्लैक होल उस कमजोर ब्लैक होल को खा जाता है..!
Abhi tak insaan duniya ke har living organisms ka mashiah ban rakha hai...ab hum ko koi gulam banayega aur khud insaan ki tarah rahega to un janwar ka dard pata lagega..
AI and robots are good for other planets to explore and establish colonies for humans. This is going to happen in the coming future because after 75 years the tendency of human civilization to establish colonial power will try to find commercial benefits from other planets.🇮🇳🙏
एक समय मेरे दिमाग में यह विचार आया था कि आने वाले समय में जब कम्प्यूटर अपने जैसे कम्प्यूटर बनाने लगेंगें तो यह दुनिया मनुष्यों के लिए बहुत चुनौती पूर्ण हो जाएगी।
सही कहा मेरे मन मे यही सवाल है😟😟
मुझे ऐसा लगता है कि इंसान और कंप्यूटर में फर्क है , बायोलॉजी का
जब तक कंप्यूटर में बायोलॉजी नहीं डाली जाएगी , दिमाग तो उसमे है ,लेकिन बायोलॉजी नही होगी तब तक ऐसे a.i का निर्माण मुस्किल है , इंसान में भावनाएं , g.i तब उत्पन्न होता है , जब उसमे हार्मोंस होते है , और यह कंप्यूटर में नही है ,
कंप्यूटर जल्दी निर्णय ले सकता है, फास्ट calculation कर सकता है , लेकिन इंसान नही बन सकता है
इंसान दरअसल इंसान बनाने पर आमादा है , जो सुपर इंटेलिजेंट हो ,
लेकिन परमेश्वर ने जो बायलॉजी प्रदान की है वो हासिल करना मुसिल है ,
कृश जी का अविष्कारीक गतिमान का हमारे मानवीय गतिविधियों में स्वागत है परिणाम परेशानी जनक होते हुए भी परिणामक स्वरुप प्रगतिशील है , और इसप्रकार मानव बुद्धि प्रखर शीलता का भागीदार होगा ।
Best channel for providing wonderful information ..... thanks 👌🙏👍
Yes. With good voice anchor
शानदार विडीओ।
कल्पनाओं से परिपूर्ण।
One answer to all questions...
Instead of thinking on positives and negatives of AI,we must amalgamate it with ethics and should be regulated by laws from its crippling stage...
Jo kuch hota hai समय के अनुसार सब कुछ अच्छा होता है । भविष्य में जो होगा देखा जायेगा।
Aaj moj se jiyo
😂😂😂😂🙏 tum jese logo ki vaja se hi duniya ko bhugtna padta ha tumko sala kuch lena dena hi nhi ha ...Apni duniya se
वर्तमान में बीमार है। तो भविष्य क्या स्वस्थ होगा? जवानी से पहले दांत नहीं बचे, तो नकली। जबड़े से बची मरीज की जिदंगी काट लोगे?
Ashmita is right hand krbhi kya sakte hai abhi Jo hai vo Khushi se jivo bad me dekha jayega
आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्ट क्यान्टम फिजिक्सका एक अभिन्न अङ्ग हे।समझलिन अत्यन्त जरुरी हे।
Very good topic and awesome presentation,, love you DW
🙏
First of thanks for this topic. It is very important and useful topic. I have few views on AI and coming future. As like a small child we need lots of AI teachers who can teach and feed the civilized values into the AI processing brain. Also the rules for AI creators and AI has to be determined. The laws for AI should be created and implemented.
Your thinking is so amazing
Agreed 👍
They are trying to make, perhaps Chat GPT (or may be google, not sure though) more civilized by filtering out vile words. I watched a video where Kenya was given that work. They were given a handsome payment of $ 2 per hour per person for that. 😊
For creators, right now there is no such policy to limit their creations.
All said and done, but my friend, what would be the fate of those who are going to lose their jobs?
इंसान काल्पनिक smartness को तलाश कर रहा है वह खुद को बेहतर बनाने में सबसे पीछे है
Ek baat toh sahi hei Artificial intelligence aane wale future insaniyat ke liye khatra hai
कोई मशीन तभी इंसान से ज्यादा तेज हो सकती है जब वह इंसान जैसी चालाक हो क्योंकि बहुत तरह के रोबोट है जो कि इंसान से आगे हैं पर उनके पास ऐसी चालक की नहीं है कि वह इंसान की गुलामी छोड़कर दुश्मनी निभाने के बारे में सोचने लगे.
मुझे लागता है. जीस दिन AI कॉम्प्युटर बन जयेगा उसदिन मानव इतिहास मे हम टॉप पर होंगे उसके बाद शोध लगानेकेलीये कुचभी बाकी नाही बाचेगा.
सबकुच संभव होगा जो भी आज असंभव लागता है ❤️
Par vo sab paise valo ke liye hoga.
हा,भाई कुछ भी बाकी नही बचेगा हम भी नही 😆😆😆😆😆😆😆😆😅
AI हमलोग के लिए अच्छा, या बुरा ?🤨🤨
Nuralink will be game changer for AI machines.
मेरे ख्याल से तो कभी भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतनी पावरफुल नहीं हो पाएगी कि वह मनुष्य पर चढ़ बैठे यह बस ऐसी बातें हैं जिन्हें नजरअंदाज करना चाहिए भगवान ने इंसान को बनाया है लेकिन इंसान किसी चीज को नहीं बना सकता ऐसा हुआ तो इंसान भी भगवान कहलाए ना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बहुत कुछ कर सकते हैं लेकिन यह संभव नहीं है कि रोबोट इतने ज्यादा शक्तिशाली हो जाए कि वह हमारी दुनिया पर आक्रमण करदे इस तरह की बातें इस तरह के वीडियो देखने के लिए लोगों को आकर्षित करती हैं अगर हम गहरी बुद्धिमता का इस्तेमाल करें तो यह हर पैमाने पर असंभव है😏😒 हो सकता है रोबोट इतने शक्तिशाली हों कि वह मनुष्य से कम ना हो लेकिन इतने तो नहीं हो सकते
ऐसा कभी नहीं होगा कि मशीन में चेतना, भावना या सजगता आ जाए।
क्योंकि भावना, सजगता ये को मामूली गुण नहीं हैं। यह सिर्फ कोरी कल्पना है।
आज के मानव में ही भावना व सजगता नहीं बची। और ये डर रहे हैं यंत्र में चेतना आने से क्या होगा? 😨😨😨😨😨😨😂🤣🤣😂🤣🤣🤣😂🤣😂🤣🤣😂😂🤣🤣😂
Too lol hindu hai...bhai...
Elon musk: Believe me, AI is more dangerous than Nuclear Bomb.
And Stephen Hawking also had warned us already
Informative
I think the Meaning of A.I.Is when the technologies cross their boundry line ....And none of limitations of these technologies!!!! That's it
What is 'red drop'?
Sir me please kehe raha hu ki aise video banana band mat karna 🥺🥺
Great information
Thanks DW Hindi
I would say people are actually much smarter than ever before they will never ever let things take them down.
Insightful and thought-provoking! Thank you DW!
शानदार जानकारी
ऐसा कभी नहीं होगा कि मनुष्य पर यंत्र राज करें।
क्योंकि अगर कोई इंसान ऐसी कृत्रिम बुद्धि को बनाएगा भी तो वो उस मशीन से बहुत मायनों मे आगे होगा।
❤️❤️❤️❤️❤️
Ye hamri insani soch he.
Insano ke rules AI pe lagu nhi hote brother.
Please make a video on neural link and applications of nano technology especially it's use in cleaning water
abhi initial research me hai
We want AI like Jarvis 😊😊
Very good sar thanks
Plz make video on metaverse and Web 3.0🙏🙏
*🤔🤔AI हमेशा हमारे लिए घातक होगा,,, nature का नियम है, जो ताक़तवर होता है, वो हमेशा कमजोर पर dominant karta है, even निर्जीव पदार्थ भी, जैसे एक ब्लैक होल अपने से कमज़ोर पदार्थ को खा जाता है, और शक्तिशाली ब्लैक होल उस कमजोर ब्लैक होल को खा जाता है..!👍👍*
AI is good for exploring our space where the human community is live in universe
Anand Very well thought narration,insightful & compel to think extent of technology useful to mankind.
👍🏻 nice 🙂
Nice documentary make more and more this type of documentary
This kind of AI is very dangerous for humanity.
Tum bhakti kaaal me joye 🤣🧐
@@user-offlinefuturebhartupdate
Aur Tum Namaazi kaal joye
ऐसा कोई नियम है क्या सिर्फ भक्ति काल वाले ही ऐसा सोचते है? कमाल का लॉजिक लगाया भाई ने!
Sir Isko written me DW Hindi pr bhi upload Kiya kren
Great episode
Kya aaj ke samy web development sikhna sahi hoga
जो भी हो मगर हमे AI पर बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है।।
AI से कोई खतरा नही है।।
Really
क्या बात है सर. ये बात है.
DW ❤
Awesome apisod 🙏🙏👌❤️
As a organism in the world i would like to as why domminance goes to human only?
Nice
Machine jitni bhi smart ho, control insan kei hath mai hi hoga.
xactly without creator creation kya karega especially if its machine without eternal consciouness.these people are underestimating human intelligence,no robot or AI can ever match it if humans actually realise their true potential.after all our creator is that genious who created the masterpiece,this world,universe.
so the creation of that genious creator can never be secondary to creation of his creation.
kya जरूरत है इंसान की खत्म हो जाए तो बैटर है 😊😊
हमारे पास भी एक सुपर AI हैं
जो हमारे देश के गरीब लोगों की मार रहा है
जो समझ गया वो लाइक करे
Tera naam hee kafi hai ki tu bahut bada gyani hai🤣🤣🤣🤣
क्या आप की::::: समझ गये ,ओह माईगाड 😂😂
तेरी कितनी बार मारी😂😂😂
16:31 से 17:07 तक जिस आदमी ने कृत्रिम बुद्धि के बारें में जो कहा है। उससे लगता है कि वह कुछ ज्यादा ही उलझा हुआ है। AI को लेकर।
🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
हर तकनीक बनाते समय यही कहा जाता है कि समाज में समानता आएगी लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ और कुछ ताकतवर लोगों ने इसका इस्तेमाल अपने निजी स्वार्थ के लिए किया पर और अब AI बहुत ख़तरनाक होगा खासकर कमजोर वर्ग के लिए और इसकी आवश्यकता हि क्या है
Sahi baat hai
Respected sir please may I some help you..
Artificial intelligence insano se toh ache hi honge 😊
Kaise? Batayein zara.
Gov AI mein invest, intensive kare
May be possible
AI is a good future, but I think daily mobile use by various people and using mobile App with their interest and required are more useful data for AI improvement. So this kind of data collation for 100 or 200 years get accurate data of human behaviour will develop AI like super AI.
First we use the plastic for save the tree (environment )🌳..but today plastic is killing aur environment...same things will happen with AI...
I HAVE REQUEST YOU TO GIVE ENGLISH SUBTITLES PLEASE DO PROVIDE DW HINDI 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
एक दिन इसी AI के कारण लोग सारी डिजिटल इक्विपमेंट छोड़ कर जंगल मे रहने लगेंगे 🪐
Kya ai ki madad se sindhu lipi padhi ja sakegi
महत्वपूर्ण है कि मानव अपने बौद्धिक विकास के कितने आयाम जानता है? सनातन संस्कृति, सभ्यता और शास्त्र विज्ञ लोग पहले भी इस घटना को अपनी विकसित बौद्धिक क्षमता से नियंत्रित कर चुके हैं लाभ उठा चुके हैं और विजयाभास से आनंदित हो चुके हैं। हमें विश्वास नहीं है। I प्रयोग के लिए ही सही ध्यान आधारित पाठ्यक्रम को प्रोत्साहित करना होगा।
Kabhi nhi bana sakte impossible hai. Agar ye ban gya na to iska matlab ye hai ki insaan maut ke baad ka raaz bhi jaan jayega. Kyoki insaan ka dimag bahut kuch karta hai wo khud sochata hai aur ye kaam machine kabhi nhi kar pati.
there is infinite possibilities with technologies with AI but the question is that we really need it ???
Iski reality me koi bhi jarurat nhi h....if h to one must prove it which is not possible....abhi reality ye h ki ye western countries me sahuliyat energy space or privacy zyada h also the population is not much so Iski vajah se unke pass fizul waqt milta h jisme ye log Esa AI jesa baseless nd jarurat hi nhi vo chiz forcefully invent kr rahe h to dominate the world.
Yes Aaj Kal Articles bhu Ai leekhta hai 😓😓😓😓
We should try AI to understand ancient languages like Indus valley language.
रिचर्च में भावना रहित होकर जानवर और कंप्यूटर
Kya ye AI wahi jis se judi ek khabar ayi thi ki 4 rbbot banaye militry k liye or lab tryle me hi kayi logo ko maar diya tha robbot ne gun fire se
Manvjeevn aasan ho ske pr manv berojgari na ho svasth vikas ki jarurat honi chahiye.
kisi cheez ko gulam banane se pehle ye sochna chahiye ki kal ko vo bhi aaapko gulam bana sakti hai
Hme aise AI ko viksit krna chahiye jo bujurgo ki thik se Care kr sake...
कोई भी प्रौद्योगिकी निरापद नहीं है|अति और मूर्खतापूर्ण उपयोग लाभदायक प्रौद्योगिकी को भी हानिकारक बना देती है|
INDIANS ko new GOD mil jayege AI k roop mein .
HUMAN MAKING HIS OWN DESTRUCTION WEAPON
आलसी इंसान अभी जितनी बीमारियों के साथ आधी उम्र में खत्म हो रहे हैं उतना अभी काफी नही हैं। Ai जब लेबर का काम कुकिंग, गार्ड खेती का काम भी करने लगे तो ये 8 अरब मरीजों को आबादी क्या काम करेगी, सिर्फ भोग और रोग का इलाज। अगर आप 40 साल के हो तो अपने स्वस्थ परिचितों को याद करो, उनके मुंह में दात हैं जानो और खुशी मनाओ। मैं तो सिर्फ ai के बीच फाइट सीन देखूंगा।
Kbhi bhi kuchh aisa nhi krna chahiye jo manv dimagh.aur manv vajud ke liye khtra na ho hm hr sector me vikas ke saath hmari surksha aur hrhaal me prkirti ki suraksha ko bnay rakh sake.
Agi quantum computer bnte hi activate ho jayegi aur ise chalana shikhna hoga main is topic pr baat krta hu to sab mujhe mental bolte h main bhi is topic pr research krna chahta hu bachpan se intrested hu pr khi kuch mil hi nhi pata h india main wo bhi rajasthan main
हमें लगता है कि जिस प्रकार genetic engeenering में super human concept। पर प्रतिबन्ध किया गया है,उसी तरह, ए॰आई॰जी॰ में mechanical model पर ही AI का प्रयोग की अनुमति दे जाए, human race को normal evolution पर छोड़ देना उचित होगा।
Quntum computer तो और ज़्यादा खतरनाक है
👍👍👍👍👍
Can AI understand algorithms of EGO and SEX ?
Send AI robots to other planets to establish colonies and explore resources that would add advantages to earth.🙏🇮🇳
If this happens then Westworld tv series will come true,😁
AI agar wo karne lagega jo mein karta hoon aur mujhse bhi behetar toa mein wo karega Jo wo aaj nahi kar sakta.... On and on and on.
Office me promotion milna essi ko kehte hai
It is possible that A. I. Is more better than us even then that is slave of our mind because we (had) invented it. This is reason that when we work with hand due to breathing and other moving function, we can not make more fare than machine because machine is non living things there is no moving function therefore it makes fare or clear things. As iron spread in hot season while it shrinks in winter season thus it feels like human but it feels in a limit or circle. But human feels each feeling therefore he can define each feeling while machine can never each feeling in future because only it can define pain etc like iron and nothing.
Conclusion --- Thus we can say according above proof. A. I can never better than human mind in future. It is hundred percent impossible. Whether it is super intelligence.
Manav ke soch duniya ke shuru se khud Raj karne ke or dusro se gulami karvane ke rhi hai agr AI main manav soch dali Jaye bal ke vo manavo se bhi behtar soch ske to risk to hai ....
Humsey jayada smart👍😎 to hain😂 hee kyonki hum log apni urja ko bekar mein kharch kar detey hain😂😂😂 verna rishi muni sey to bhagwaan bhi nahi bach payee they 😂😂😂jo chetna ko natural roop sey adhikaar kartey hai😂😂
Tgrre is very thin line between greed and ethics inside human mind. A person with good ethics gets corrupted when he find advantage that he will become superman compare to other human being. So we need fo worry about greedyness of human behaviour and resist ourselves which can make us demon and we feel we have become superman
If Artificial intelligence will become smart than that is ok. But if it become dumb and currupt thn what happn
AGI तब तक सफलता पूर्वक हासिल नहीं हो सकती जब तक वह इंसानों जैसी बेवकूफी न करे।
Today's AI are just chatbot like assistant or Siri and totally depends on the feeded data. They are not able to answer the complex questions. It's simply a feeded database and if database have some matching keywords then only this chatbot will answer otherwise not. So thinking of an AI will create super intelligent system is really not feasible.
the problem will not caused by smartness of AI indeed latent bugs,
ex- we made perfect AI and only found a edge case like 600 yrs later, and when this situation arise, you can't go back, you will not be able to fix it and neither you can move forward with it.
and no matter how careful we are, we still not be able to make perfect AI that's because our reality or virtual reality has it as a condition to make sure, we never be able to make perfect or bugless AI.
it's like running a VM on 10gb base ram system and hoping to have 16gb ram in VM, it just not possible because not supported by base, why base don't support because some other axiom kind of condition doesn't allow to support it on base level.
and one such bug would be so horrible that humanity will suffer for thousands and thousands of years. even worst, our reality means reality outside our universe will choose to shut us down permanently or isolate us like garbage bin.
Depopulation ka dar hai. Gareebi nahi gareeb yani 99% log mitenge,the planet & it's limited resources will then be reserved for the 1% elite & their children.
ye to sabse accha hoga.
ज्यादा सोचने या चिंता की कोई आवश्यकता नहीं AI -100% बनके रहेगा इसमें कोई सन्देह नहीं। लेकिन यह AI कार्य कुशल होंगे , इनकी किसी कार्य में सफलता की संभावना 100% पास हो,लेकिन कभी 100% नही होगी। इसका मतलब वह कल्पना कर सकेंगे , हां वह कल्पनाशील होंगे ,हमसे भी आगे होंगे, लेकिन उने भी नष्ट, कंट्रोल किया जा सकता है ,क्युकी चेतना एक ,भौतिक जगत की वस्तु है। और एक आखरी बात सबके ऊपर यूनिवर्सल कॉन्सियस है वह प्रति पल सीख रहा है और सर्व सृष्टि में हर एक्शन का परिणाम प्रति पल बाट रहा है।
Ai technology 👍
❤🙌
AI से हमें कोई डर नहीं है, सिर्फ हमें डराया जा रहा है.😂🙏😂🙏😂🙏😂🙏
भाई तू गलत है, nature का नियम है, जो ताक़तवर होता है, वो हमेशा कमजोर पर dominant karta है, even निर्जीव पदार्थ भी, जैसे एक ब्लैक होल अपने से कमज़ोर पदार्थ को खा जाता है, और शक्तिशाली ब्लैक होल उस कमजोर ब्लैक होल को खा जाता है..!
Abhi tak insaan duniya ke har living organisms ka mashiah ban rakha hai...ab hum ko koi gulam banayega aur khud insaan ki tarah rahega to un janwar ka dard pata lagega..
Pita kavi nahi sochtaa kya beta hame jitega?
Artificial intelligence se koi khatra nahin hai.
Kisi. Bhi. Chij. Ka.do.pahlu.hota.hai.
ek.achha.ek.bura.waisa.hi.ye.bhi.hoga....
AI and robots are good for other planets to explore and establish colonies for humans. This is going to happen in the coming future because after 75 years the tendency of human civilization to establish colonial power will try to find commercial benefits from other planets.🇮🇳🙏