Black and White: ASER की रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े | ASER Survey 2023 | Sudhir Chaudhary
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- Опубліковано 17 січ 2024
- ASER 2023: साल 2023 के लिए ASER रिपोर्ट जारी कर दी गई है, रिपोर्ट में साक्षरता दर को लेकर चौंकाने वाले ट्रेंड सामने आए हैं. ASER 2023 के अनुसार देश में 14 से 18 वर्ष की आयु के लगभग 26.4 फीसदी छात्र कक्षा 2 स्तर के पाठ आसानी से नहीं पढ़ पाते हैं. वहीं इस आयु वर्ग के तकरीबन 42.7 फीसदगी स्टू़डेंट्स अंग्रेजी में वाक्य नहीं पढ़ सकते हैं,
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70% सरकारी टीचर भी इसके जिम्मेदार हैं, जिनकी नियुक्ति बिना एग्जाम के ही हुई है,😢विशेषकर छत्तीसगढ़ में
सही बात है
Bihar me bi
Hamey 12 ke maths ke teacher ko maths solve karte nhi atti ti but vo the government teacher 😢
@@soharabpatankar7163 स्टूडेंट के साथ खिलवाड़
Chhattisgarh mai 5th class ko broad ho na chahiye
सरकारी टीचर की तनख्खा बड़ रही है स्टूडेंट की शिखा घट रही है
शिक्षक तो है लेकिन से कही ज्यादा अभिभावक और मोबाइल जिम्मेदार है
विद्यालय मे नाम लिखा दिया उसके बाद जिम्मेदारी खत्म
सरकार को शिक्षा रोजगार की नहीं अंधभक्त वोटबैंक की चिंता है....
In mahashay se ye boliye evm ko lekar kabhi bol ke dikhaye
@@akhileshverma6479 evm par kya hi bole,tumhen bhi pata hai or mujhe bhi
Hr class ke liye n to teacher hain n abhibhavak sahyog kr rhe hain sarkaar ne basic education ko prayogshala bna dala hai
सुनकर अच्छा लगा कि आप लोगों का ध्यान इस तरफ भी आया 😢😢😢। वरना इस मुद्दे पर तो कोई बात ही नहीं करता था 😢😢😢😢😢😢
sahi bat hai bhai
3:51
Lol o to do co😊y@@viksah7194
Bilkul ye sirf sudhir chodari hi kr sakte hn
Is liye dhyan ki janta dusri trf na jae wase nhi aati
ये बात बिल्कुल सही है खासकर हमारे झारखंड में है शिक्षा व्यवस्था में बदलाव होनी चाहिए। 🙏🙏🙏
Kejriwal ji ko bolo
शिक्षा पर अच्छा मुद्दा उठाया अपने उसके लिए धन्यवाद सुधीर सर 🙏
Shiksha ka mudda uthaya uske liye sudhir sir apko bahut bahut dhanyawad
Ye modi sarkar ki,, gun gan kar rehne hne
@@user-hx3bz8mx6r😊
GOVT DHYAN DE
sudhir pagal Ho gya hai fake news
मेरे हिसाब से हर स्कूल में motivation class चलाना अनिवार्य कर देना चाहिए और उन्हें बड़ी बड़ी सपना दिखाना और उत्साह वर्धन करना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें पढ़ाई का असली महत्व पता चलेगा जिससे भारत का भविष्य सुधर सकता है । अगर आप हमारी विचार से सहमत है तो लाइक करे ताकि ये बात सब तक पहुंचे 🙏
God Guru Matapita bless True
Absolutely
प्रणाम sir 🥰sir इसका जिम्मेदार कौन है🥰टीचर या अभिभावक😊एक साधारण गांव में पढ़ाने वाला लड़का,बच्चो को पढ़ा कर90%से भी ऊपर marks लाने की छमता रखता है😊जो उस लड़के का कोई मूल्य नही,जबकि प्राइमरी में पढ़ाने वाले टीचर को हिंदी तक नही आता😊यदि कोई लड़का डिग्री लिया है तो इसका जिम्मेदार कौन है यदि उसके पास ज्ञान नही है तो उसे फेल कर देना चाहिए😊
आपकी बात सच है पर यह भी सच है आगे की रोजगार की आवश्यकता बहुत कम होती है इसलिए बच्चे डिग्री लेते हैं और आगे सोचते हैं पता नहीं नौकरी मिले या ना मिले उसमें से कुछ परसेंट लोग ही तैयारी करते हैं बाकी के अन्य काम देखने लगते हैं क्योंकि आगे कब नौकरी निकल भरोसा नहीं है इसलिए वह अपना खुद का घर भी चलाना है अगर नौकरी आती है तो वह फॉर्म डालते हैं नहीं तो अपना कार्य करते हैं इसलिए जो समय पर पढ़ा गया है वह भी धीरे धीरे भूल जाते हैं और फिर उन्हें अयोग्य साबित कर दिया जाता है अगर बराबर नौकरी निकले तो वह बराबर अपनी स्किल भी डेवलप करते रहते हैं
आपका धन्यवाद कि आपने यह मुद्दा उठाया। आपकी बातों से हम पूर्णत: सहमत है कि आपने जो कहा कि बच्चों का शैक्षणिक ज्ञान लगभग शून्य है और यही लोग आगे चलकर अपनी डिग्री दिखाकर सरकारी नौकरी की मांग करेंगे पर आपने यह नहीं बताया कि इसकी वजह क्या है?
इसकी वजह है
1 सरकार की education policy जैसे की बच्चो को 8 वी कक्षा तक बिना पढ़ाई के ही कक्षोनति देना , शिक्षक न चाहते हुए भी ऐसे बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट कर रहा है जो योग्य ही नहीं है।
2.इतना होने के बाद भी बच्चा 9 से 10 वी में ही न जा पाए लेकिन परीक्षा का पेपर एक हफ्ते पहले से ही इंटरनेट पर घूमने लगता है इसका जिम्मेदार कौन है?
3. सरकारी स्कूलों का शिक्षक विहीन होना अर्थात् स्कूल में शिक्षकों की कमी।
जिस स्कूल में 8 से 10 शिक्षको की आवश्यकता है वहां केवल 2 से 3 शिक्षक हैं।
इतना ही नहीं इन शिक्षकों को पढ़ाने के अतिरिक्त हजारों काम दे देना जैसे की जनगणना इत्यादि जिसकी वजह से शिक्षक इन्ही कार्यों में व्यस्त रहता है।
4. सरकारी स्कूलों में उपयोगी संसाधनों की कमी l
5. सरकार पैसे बचाने के लिए बिना परीक्षा लिए शिक्षको का उच्च कक्षाओं के लिए प्रमोशन कर देती है जबकि वह उस कक्षा को पढ़ाने के योग्य ही नहीं है। जैसे यदि एक माध्यमिक शिक्षक को उच्च माध्यमिक शिक्षक बना दिया गया अब वो कैसे पढ़ाएगा वह योग्य ही नहीं है उसके लिए।
6. सरकारी स्कूलों को अतिथि शिक्षकों के भरोसे छोड़ दिया गया है।
देश में यदि शिक्षा का स्तर गिर रहा है या यह कहें की विद्यार्थियों का शिक्षा स्तर दूसरी कक्षा का भी नहीं है तो बच्चे के साथ साथ सरकार जिम्मेदार है इसके लिए।
शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए सरकार को शिक्षको की भर्ती करनी पड़ेगी साथ ही साथ प्रशासन को समय समय पर इसका निरीक्षण करना होगा।
मुझे लगता है कि आपको इन वजहों को शामिल करना चाहिए था लेकिन आपने ऐसा नहीं किया।
यदि आपने बात को उठाया है तो कृपया करके इसका कारण बताने का भी कष्ट करें।
देश का प्रत्येक छात्र एवम युवा आपका आभारी रहेगा।
धन्यवाद!
ये नहीं बताया आपने की स्कूल कॉलेज में पढ़ाया क्या जाता है बच्चों की पढ़ाई में रुचि ना होना हमारी शिक्षा व्यवस्था की बहुत बड़ी कमी है। क्यों ना स्कूल कॉलेज के पाठ्यक्रमों को बदल दिया जाए और व्यावहारिक बाते ज्यादा पढ़ाई जाए और इन रत्ते मारने वाली चीज़ों को कम किया जाए
शत् प्रतिशत सत्य%%
बिल्कुल सही, आपने मेरे मुँह की बात बताई है, आपको बहुत धन्यवाद.
आप बीजेपी के नुमाइंदे है उन्ही को सपोर्ट करेंगे आखिर बच्चों के बिहार जाने की वजह क्या है कि Up से पालायन कर रहें है
बिल्कुल सही कहा आपने
मेरे गाँव में 1 शिक्षक 1 से 8 तक के बच्चों को अकेले पढ़ाते हैं तो छात्र कैसे पढ़े गे। एक शिक्षक कैसे 1 से 8 तक की कक्षा में एक बार में पढ़ा सकता है। प्रत्येक कक्षा में 1 शिक्षक होना चाहिए। 1 शिक्षक के भरोसे 8 कक्षा तो कैसे छात्र होंगे?
जब बच्चों को फेल होने का डर न हो तो बच्चे पढ़ाई क्यों करें क्योंकि पढ़ने वाले बच्चे पास हो जाते है और नहीं पढ़ने वाले भी शिक्षक को इस तरह मजबूर कर दिया गया है ।
❤❤❤very heartiest Education News ❤❤❤🙏
सरकार ने यह कानून लाया है की बचा पड़े या ना पढ़े पास करना अनिवार्य kr diya hai
update your knowledge ... 2019 me ye niyam samaapt bhi kr diya h
100%सही बात कही हे शिक्षा पर अच्छा मुद्दा उठाया आपने उसके लिए दिल से धन्यवाद सुधीर सर ❤❤
👍👍👍👍👍👌👌👌👌
🐖🐖🐖रोज हिंदू मुसलमान करता था आज........
सरकारी टीचर कीभी गलती सरकार की भी गलती है मीडिया कीभी गलती है student की भी गलती है
"सर्व शिक्षा अभियान" को हटाओ
और "रुक जाना नहीं योजना" को भी हटाओ
क्योंकि इन्ही योजना के कारण ही शिक्षा इस्तर गिरा हैं
सरकारी टीचर जिमेदार है, सरकारी टीचर जितनी फीस लेते हैं उसका 50% भी काम नहीं करते 😡
केवल शिक्षक को दोषी ठहराना उचित नहीं है भाई आप सरकारी स्कूलों में जा के देखो और समझो
sarkari teachers ko ye govt. pdhane hi kha deti hai
Sahi bat
50 percent is more 25 percent bhi nhi
Kbhi sarkari sakul me jao phir samjh me aa yayega
सरकारी स्कूल की सुधार करने की जिम्मेदारी किसका है । केंद्र हो या राज्य सरकार इसमें दोनो जिम्मेदार है ।
Good sir
Kantilal bhilwada
सर आपने बहुत अच्छी बात कही है उसके लिए सरकार की व्यवस्था भी जिम्मेदार है कक्षा 1 से 9 तक बीना परीक्षा पास कर दिया जाए तो क्या छात्रों की पढाने की स्थिति अच्छी रहेंगी? ( दिलीप वसावे महाराष्ट्र नंदुरबार )
In bihar , government say from girl , if you clear graduation then you will get 50000 rupees but government do not improve the quality of education
Only seat in exam and learn guess paper before one day of exam and pass
That's why when something is ask from student then he/she say I don't learn these topic in graduation
बिल्कुल सही कहा सुधीर सर यह सरकार की चाल है शिक्षक स्कूल आते हैं चाय बनाते हैं मिड डे मिल का चट पटा खाना खाते हैं सरकार को पता है कि अगर यह बच्चे पढ़ लिख कर कामयाब बन गये तों नोकरी मांगेगा
10000000% correct
Right
You are wrong
Bachha educated hai to service magega nhi chhin leta hai isme government jimmedaar nhi hai ham log khud jimmedaar hai aur teacher v
Guardian v ok
सर अगर युवा अयोग्य है तो उन्हें डिग्री किस योग्यता कि दी जाती है। संस्थान डिग्री क्यों देती है इसमें दोष किसका है क्या युवाओं का ही दोष है।
Unka hi h ab private krloge to kon kya kre
Reservation Scholarship Age Fees Discount
बिल्कुल है, क्योंकि अगर संस्थान डिग्री नही देगी तो स्कूलों में दाखिला नही लेंगे छात्र.
Bhai pehle school hota hai phir University @@Yaduvanshisonusoniofficial
Bhai koi padhata hi kha hai bs 80% yahi sochate hai ki usi college me admission le jha per Bina padhe huye % ban Jay aur mehanat bhi na kerna ho to yahi log to college ko badhawa dete hai isme private colleges walo ki kya galti adiktar private colleges to isi liye hi to hote hai agar hum sb un me admission na le ke isi achi universities ya colleges me bhi to admission le sakte hai per test bhi ya entrance exam fir kaun dega uske liye 😂😂😂😂
बहुत अच्छा सर जी,, बिना पढ़े -लिखे डिग्री देना बिना योग्यता के गलत है ll आज हर गली - चौराहे में नए-नए स्कूल -कॉलेज (प्राइवेट) खोले जा रहे हैं l सबको अपना संस्थान चमकाना है ll सब की राजनीतिक पकड़ है @@@ .
शासन का आदेश किसी को फेल नहीं कर सकते( चाहे उसे कुछ आये या न आये)
50% बच्चे तो इस वीडियो का पूरा मतलब भी नही समझ पाएंगे
प्रणाम चौधरी जी
आप 100%सत्य वचन बोल रहै है
सुधीर सर आपने शिक्षा व्यवस्था पर जो बात कही वह हंड्रेड परसेंट सच है मैं उससे एग्री करता हूं
शिक्षा व्यवस्था पर खासकर ग्रामीण इलाकों में सरकार को ध्यान देना चाहिए। क्योंकि शिक्षकों द्वारा पूर्ण शिक्षा ही नहीं दी जाती। मैंने देखा है स्कूलों और कॉलेज में जो प्रयोगशालाएं व कंप्यूटर लैब बनाए जाते हैं या तो उन शिक्षकों को ही नहीं हो पता होता या वहां पर कोई ट्रेनर ही नहीं होता है इस कारण वह कंप्यूटर लैब या प्रयोगशालाएं बंद रहते हैं। जिससे उन छात्रों को प्रेक्टिकल ट्रेनिंग ही नहीं दी जाती है। जब कोई जांच आने वाली होती है गवर्नमेंट की तरफ से तब उसमें से एक दो छात्र जो उन शिक्षकों के खास होते हैं उन्हें ही आगे दिखा दिया जाता है जिससे कमजोर वर्ग के बच्चे आगे जाने की हिम्मत ही नहीं करते हैं। उनका यही डर पढ़ाई में सबसे ज्यादा कमजोर बनाता है। क्योंकि उन्हें अच्छा मार्गदर्शन नहीं मिलता जो उन्हें प्रैक्टिकल बात को समझा सके।
मैं सुधीर सर की बातों से सहमत हूं।
यह आज की सच्चाई है।
जो बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं उन्हें सच में कुछ नहीं आता।
प्राइवेट मे भी लगभग यही हाल है
केवल परीक्षा मे सरल प्रश्न पूछकर ज्यादा अच्छे नंबर देकर अभिभावक को खुश कर लेते है
आप ख्याली पुलाव पका रहे है
आप जैसे लोग केवल हा में हा मिलाते रहेंगे जिंदगी भर कुछ विचार करिए इसके लिए जिम्मेदार कौन इसको भी नोटिस कीजिए।
@@mr.Monuinformatics313 आप जैसे लोग का क्या मतलब हम ही सरकार चला रहे हैं। क्या इसके लिए सरकार जिम्मेदार है शिक्षा विभाग को और टाइट करना चाहिए।
Bachho ko mobile teachers de rahe h kya kuchh to soch samjh kr bolo kewal teachers ko hi badnam krte ho
Jyadatr mata pita hi jimedar hote h
इसका जिम्मेदार ये नेता और गुस् लेकर सरकारी लोग है जो नौकरी दे देते है अच्छे बच्चे के पास पैसे नही होते जिससे उनके अंडर हिंन् भावना पैदा होती हैं
बिहार मै bpsc शिक्षक बहाली धांधली
बडे बडे पदाधिकारी पेर लीक मे संलिप्त
बिहार मे परीक्षा मे पेपर लीक
बिना टाईलेनट वाले सिस्टम मे आने गुणवत्तापूर्ण कार्य नही हो सकता
देश को कठोर कानून की जरूरत है सर
Thank'you sir ,this is reality of village's and your research is right 😮
पढाई करना पड़ता है तब कोई डिग्री मिलती है यह पैसो से खरीदा नहीं जाता । डिग्री होने के बाद नौकरी नही मिलती तो गलती उस युवा की नही है यह सब हमारी व्यवस्था की है।
सरकारी स्कूल की ये हालत हैं कि एक सरकारी शिक्षक मे भी वो योग्यता नही हैं कि सही से पड़ा सके और वेतन तो उनका आसमान छू लेता है
और नियुक्ति करे शिक्षक आरक्षण के आधार पर । आरक्षण के आधार अगर शिक्षा, इंजीनियरिंग , डाक्टर बनेंगे तो क्या होगा शिक्षक को ही कुछ नही आता तो वो क्या पढ़ाएगा जिसको आता है वो पढ़ाना नही चाहता ।सरकारी स्कूलों का स्तर ,अस्पताल का स्तर बहुत गिरा हुआ है ।प्राइवेट स्कूलों में नेता के लड़के मास्टर के पढ़ते हैं तो सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कैसे होगी ?
आप ने एक सच्ची कड़वाई को उजागर किया इसके लिए आप को बहुत बहुत धन्यवाद।
सच कहूं सर जी
शिक्षकों को पढ़ाने नहीं दिया जा रहा है
शिक्षकों की बहुत ही ज्यादा कमी है
शिक्षा के स्तर गिरने का एक बड़ा कारण फ्री की शिक्षा भी है क्योंकि फ्री चीज़ों का
वैल्यू कम होता है
पालक स्कूल तक नहीं आते लेकिन प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले पालक बीच बीच में स्कूल में जाते है क्योंकि वहां वो पैसा देकर पढ़ाते हैं
पालक और शिक्षक का सामंजस्य नहीं होता
शिक्षकों के ऊपर गैर शिक्षकीय कार्य लादना
12 प्रकार के शिक्षा में प्रैक्टिकल
ये सब कार्न से शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है
Sb kuch private school ke bchao ko hi sikhaya jayega kya 😢
बिहार सरकार का तो नियम ही है कि किसी बच्चे को क्लास में फेल नहीं करना है उसका परिणाम तो यही ना होगा ,सरकार चाहती है की जनता जाहिल बना रहे तब सरकार चलेगी
समस्या(१) - यह है कि देश में (1) गरीबी है (२) महंगाई इसलिये बच्चे बेरोजगार हैं
समस्या (२) - आखिर बच्चे क्यों नहीं पढ़ पाते
आप का कहना सही है लेकिन मेरा मानना है कि ऐसे अयोग्य छात्र को प्रमाण _पत्र किसने दिया और क्यो दिया गलती जिनकी है उन्हे दोषी करार दिया जाय 😢😢
You are
Right bro.
अगर सरकारी स्कूलों के शिक्षकगण इमानदारी पूर्वक सरकारी स्कूलों में पढ़ाते तो शिक्षा का स्तर सुधर जाता
मेरे घर के पास सरकारी स्कूल है जहां बच्चे पहले से लेकर आठवीं तक पढ़ते हैं पर क्या पढ़ते हैं पता नहीं क्योंकि मैडम और सर तो पढ़ते ही नहीं है तो सिर्फ मोबाइल पर रेल ही बनाना आता है मैडम कुर्सी में बच्चे दारी में ठंडी हो या गर्मी जब चेकिंग वाले आते हैं उसे दिन तो बच्चों को बाहर निकलने नहीं दिया जाता है इस समय तो हमारे यहां स्कूल में मेथी की भाजी उगाई जा रही है और बच्चियों मेथी की भाजी तोड़कर मैडम और सर को देती है और मैडम सर अच्छे से ले जाते हैं यहां तक की बच्चों से सर लोग असभ्य तरीकों से बात करते हैं बच्चों से एक भी इंग्लिश नहीं आती है क्योंकि इंग्लिश तो पढ़ाई नहीं जाती जाती है अगर कोई बच्चा इंग्लिश पढ़ भी ले तो इसका मतलब ही नहीं जानते हैं और शिकायत भी मां बाप नहीं कर सकते
School में पढ़ाई अच्छी होने लगे तो कोचिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी
School ki पढ़ाई में सुधार की बहुत जरूरत है
Aap bilkul sahi bol rahe hai hamare yanha to teacher bhi nahi padh pate hai😢😢😢😢
Han bhai
Right SIR ❤❤❤
सर जी खासकर बिहार में शिक्षा का स्तर इतना गिरा हुआ है कि ये चिंता का विषय बना हुआ है। अभी के के पाठक जी ने शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए बहुत ही अच्छा कदम उठाए हैं। जब तक स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक अपना महत्वपूर्ण योगदान देने से कतराते रहेंगे तब तक शिक्षा का स्तर गिरा हुआ ही रहेगा।
मैं सबसे पहले तो यह बतलाना चाहतीं हूं कि "क्या आपने अपने बचपन में पढ़ाई करी थी यदि हां तो फिर आपको याद होगा ही कि आपको पढ़ाई लिखाई में मन लगता होगा या तो नहीं।दो ही बातें होती हैं छात्रों के अंदर"।
अब शरीर में कुल कितने अंग होते हैं। फूलों और
फलो के नाम, सब्जी, पशु-पक्षियों के नाम, Historical monuments, Computer peripherals,खाध पदार्थ,पोयम, स्टोरी, और देश के महान् व्यक्तित्व के नाम,our helper,खेल कूद आदि सभी शामिल होते हैं।
ये Environmental studies है और इसके बाद हिन्दी और अंग्रेजी , मैथ्स की पढ़ाई होती है।
अब यहां पर बच्चे को करवाना क्या था पहली कक्षा से तीसरी कक्षा के छात्र छात्राओं को यहीं सब सबसे पहले तो इन्हीं सभी बातों को रटवाना चाहिए कक्षा तीसरी तक फिर आगे चौथी कक्षा से कुछ अलग करवाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
आपने कभी सरकारी स्कूलों के किताब पढ़े हैं?
कक्षा चार के बच्चे को 2,3 का पहाड़ा (table) नहीं याद हैं और अंग्रेजी में पांच फ़ूलो के नाम नहीं लिख पा रहे हैं और उन्हें लम्बी चौड़ी कहानी दे दी गई है।
पहले उन्हें दस अंग्रेजी के फूल और फलों के नाम तो याद कर लेने दिजिए। Myself ढंग से याद कर ले तभी बच्चे को आगे कक्षा में पास करवाना चाहिए।
अब प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की तनख्वाह कितनी होती है आप खुद जानते होंगे ही और प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक कितने होते हैं ? "1"
अब शिक्षक भला पचास-साठ बच्चों को कैसे पढ़ाएं भला।
सोचने वाली बात है।
सबसे पहले तो सभी बच्चों को उपर्युक्त सभी बातों का पूरा पूरा ज्ञान होना चाहिए और
कक्षा चार से हिन्दी व्याकरण और English Grammar का ज्ञान देना शुरू कर देना चाहिए और कक्षा पांच तक ये कंठस्थ करवाना चाहिए और फिर आगे कक्षा सात से स्टोरी वगैरह दिया जाना चाहिए जिससे बच्चे प्रश्न उत्तर लिखने पढ़ने में आसानी हो सके और सभी बातों को सही से समझ सकें।
यहां तो कक्षा आठवीं के बच्चे ठीक से दस फूलों के नाम नहीं लिख पा रहे हैं और इंक्वायरी के वक्त बच्चों के अंदर घुस कर मास्टरजी लिखवाने का पाप तो मत ही किजिए गा ।
पैसा सरकार कोई झाड़ से तोड़ कर नहीं दे रहीं हैं आप लोगों को। लाखों लोग बेरोजगार घूम रहे हैं और उनमें से आप कुछ लोगों को नौकरी मिलती है तो उसका सदुपयोग करें दुरपयोग नहीं।
सरकार का सम्मान करें अपमान नहीं।
🙏🌻🙏
Central govt should implement uniform policy throughout our country on the basis of teacher recruitment and salary.
Why everything is to be done by central government.. why not state government.. it is fact that most state government school have either no teachers or teachers who are not educated enough to teach.
It is totally true that their should be educated teacher in the village because people are fledding from the village and if the teachers will not be educated then how will they be able to teach the students
And if this will go on then people will get separated from their family and friends
आपकी बात 100% सही है लेकिन इन सरकारों को कब समझ आएगा
Thanks a lot to you throwing light on this issue in public..
Our education system is gone rotten 😢
Govt schools doesn't even have trained teachers... .
5th class के बाद, जो विद्यार्थी ,जिस छेत्र में जाना चाहते हैं,उनको प्रायोगिक शिक्षा देनी चाहिए, किताबी ज्ञान नही
सीधी सी बात है जो सरकारी शिक्षक हैं उनके बच्चों की पढ़ाई प्राइवेट स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिससे साफ है की उन शिक्षकों को भी पता है की उनके द्वारा स्कूल में सही से नहीं पढ़ाया जा रहा है।
दिक्कत स्मार्ट फोन से ज्यादा अभिभावक और स्कूल के बीच का कमी होना
Private me teacher Ko sirf workload diya Jata hai
Salary kya hai aap khud hi pata karlo ,Usase family to kya pocket kharch bhi nahi chal payeg. Government me to acchhe teacher hote hai,
Agar nahi hai to ishka jimmedaar kaun hai.
Our syllabus should be in HINGLISH language (for UP) because some words like TRAIN in hindi= लवपथगामिनी hard to remember so use it as TRAIN in hindi also. Please es par bhi vichar karo. Many scientist become educated in their own language, don't enforce ENGLISH everywhere only English Books should be in ENGLISH language and one class for ENGLISH SPEAKING. Please sir en sab muddo ko uthayiye 😢🙏🙏😭
इनमे students की जिम्मेवारी 50% है और teacher की भी 50%.
Pahli bar UA-cam per sabse badhiya muda. Your all word are relatable . Great discussion 🙏🙏🙏🙏👍 appreciating sir . Thank you for that conversation sir.
चुनाव पहुंच रहा है तो शिक्षा की बात कर रही है । पहले से यह मुद्दा उठाए रहते तो ये यह दिन देखने को नहीं मिलता । यही मौका है सरकार से सवाल पूछने का मीडिया का पावर दिखा दो।❤❤❤❤❤❤❤
60% teacher 15%parents or 25% education system are responsible 😢😢
Also willingness to learn 100%
Total %200
Sahi baat hai Sir ji
सुधीर सर आप की बात बिल्कुल सही है लेकिन कहीं न कहीं हमारी सरकारी व्यवस्था भी जिम्मेदार है सरकारी स्कूलों में पढ़ाई से ज्यादा शिक्षकों को दूसरे कामों में लगा दिया जाता है MDM ,दूध पिलाना,फल बांटना, ऐसे जानें कितने ही काम करने पड़ते हैं, जबकि स्कूलों में इसका सही उपयोग भी नहीं हो रहा है, दूसरी सबसे बड़ी चुनौती अभिभावक का स्कूल व बच्चों के प्रति जागरूकता की कमी
My purpose to choose SCIENCE stream is that I invent something but after taking I regret because our education system is focus on memorizing concepts and solve useless questions. Totally Robot feeling 😢😢
सरकार जिम्मेदार है सरकारी टीचर 😢 करते क्या 😢 हैं 😢
जनगणना मतगणना गुटबाजी बहानेबाजी बहसबाजी......
Sudhir ji यह बच्चो का सर्वे किया है इनका कोई दोष नही टीचर्स का सर्वे करो इन बच्चों से बुरा हाल है बच्चो का क्या दोष है गुरु खुद डुप्लीकेट है टीचर्स का सर्वे करो देश की जनता की आंखे खुल जायेगी
सरकारी teacher 10 बजे आकर सिर्फ चाय पीते है और चले जाते है मेने खुद सरकारी स्कुल मे देखा इन सरकारी टीचर को😅😅
It's so challenging ! How can this problem be solved? Strong policies should be made for the greater interest of our nation.
मान्यवर इसके लिए हमारी सरकारें जिम्मेदार हैं क्योंकि मैरिट के आधार पर भर्ती करती हैं, प्राइवेट कॉलेजों को मान्यता दी गई है जो केवल बेरोजगारी के सर्टिफिकेट वांट रही हैं, और इसके लिए अयोग्य शिक्षक भी जिम्मेदार हैं।क्योंकि वे भ्रष्टाचार के बल भर्ती हो गए हैं।
आज के 30 साल पढ़ाई का सर्वे किया था सर जी आपने
सरकारी स्कूल में शिक्षा एकदम खोखली हो चुकी है जिससे बच्चा अपनी सरकारी नौकरी का टेस्ट भी पास नहीं कर पाता और नौकरी के लिए रिश्वत देनी पड़ती है
बहुत सुधार की जरूरत है छात्रों को स्वयं कड़ी मेहनत करनी चाहिए
There should be no exam of a subject
Because it motivate us to study for marks only. There should be exam to check our soft skills because for jobs soft skills more matter than SIN, COS, TAN, GRAVITY etc. except IIT.
What we need is PSYCHOLOGY + SOFT SKILLS + one HARD SKILL = MONEY
तिहाड़ी जेल का पत्रकार खबर बताएगा तो यही होगा l
सबसे ज्यादा जिम्मेदार government है l
स्कूल में teacher ही नहीं हैं
Salute to u sir u made a history by showing these all.. and thanku so much for giving us this knowledge
सर यह मुद्दा बहुत ही गंभीर है। अगर सही समय पर इस पर कडे कदम उठाएं नहीं गए तो देश का भविष्य अंधरे में जायेगा।
हमारे देश का सरकारी शिक्षा तंत्र भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। सरकारी विद्यालयों में औसतन प्रति विद्यार्थी खर्च 6500/- मासिक से भी ज्यादा हो रहा है पर व्यवस्था और शिक्षण दयनीय है।
98% से ज्यादा निजी विद्यालयों में शुल्क 3000/- प्रति माह से कम लिया जाता है और वहां व्यवस्था एवं शिक्षण बेहतर है।
सरकार को चाहिए कि सरकारी विद्यालयों को धन देने की बजाय बच्चों को DBT के माध्यम से 2000-3000 प्रति माह शिक्षा भत्ता दे और अभिभावक जांच करके अपने बच्चे के लिए विद्यालय का चयन करें।
इससे विद्यालयों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और शिक्षा में गुणवत्ता आएगी।
सरकार शिक्षा व्यवस्था वर्तमान में हमारे देश का सबसे बड़ा घोटाला है।
यह बात बिलकुल सत्य है
एक बहुत बड़ा धोखा दे रहा है आम जनता को सभी नेता,मंत्री,अफसर,कर्मचारी आदि मिलकर।
सबसे अच्छा जीवन जीने के लिए सबसे अच्छी शिक्षा होनी जरूरी है।लेकिन हमारे यहां शिक्षा को ही अपंग बना दिया है।
सही है शिक्षक की कमी और शिक्षा विभाग की कमी के कारण बचपन मे ही शिक्षा की अभाव होता है l
सरकारी स्कूल में बच्चों को क्यों आएगा जब सरकारी टीचरों को हिंदी पढ़नी नहीं आतीसर मैं आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूं मैं चाहती हूं सरकारी टीचरों के ऊपर कोई सटीक फैसला लिया जाए
We want old education system...like Gurukul ❤...
90% सरकारी शिक्षक स्कूल केवल टाइम पास करने जाते हैं तो बच्चे का भविष्य भला कैसे सुधर सकता है
आपकी बात सत्य है जब टीचर को ही नहीं आता है तो वह बच्चों को क्या पढ़ाएंगे और बच्चे भी क्या पढ़ेंगे उनके भविष्य क्या होगा
यहां मजदूरी का तनख्व मिलता है इसलिए अगर पढ़ाई का तनखवा देता तो में भी बड़े अधिकारी के पोस्ट पर रहते जय हिन्द बंदे मातरम
Bilkul sahi baat sir . Sudhir ji bahut bada thanks
90% Government Teacher Sirf Paisa Kamane ke liye Teacher Bane Hain Unhe Padhane me Koi Interest nhi Hain😢
You are right sir,
Jii mai bhai 12th class mai pdhti hu mujhe english bilkul nai aati phir v mai class ki topper hu 12th mai pass nhi ho paungi pehli class se hme english nhai pdhya teacher class me aate nhai the
सही कहा आपने 😢😢😢
Bilkul sahi baat hai sir
Media balo ko bhejo hamare school mai aapko condition pta chl jayega 😢
इसलिए मातृभाषा से पहले इन्हें पढ़ाना ज्यादा जरूरी है।
According to me there could be a solution of this!
The government schools and teachers should be put under strict lense and maintain the regulations.
Government should pass unform income law.
You are right 👍But government schhol`s reality😢
Aapko mafi mangneki koi zarurat nahi hei
Aapne jo kade shabd kahe hei vo to hamari bhalai keliye hei
Aap ham se bade ho to
Hamara achchha hee socho ge hee
Mei aesa isiliye likh rahi hoon ki mai aek bachchi hoon isi lihaz se mei yah bat likh rahi hoon mai bado ka aadar karti hoon 😊😊😊❤❤❤
सर आप सही कह रहे हैं और बहुत बड़ी चिंता का विषय है। और इस सरकार को विचार करना चाहिए।
Good reporting for rural education system but govt is most responsible for this.. Government should implement a healthy education system....
Only one reason for that is there is no quality education from class 1 till graduation in government institutions. Please make report on quality assessment of those institutions. Survey both side not only one.
सम्माननीय ,श्रीमान सुधीर जी , सादर प्रणाम ।।
शिक्षा स्तर एवं बेरोजगारी का विश्लेषण करने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद🎉❤🎉
इस बात का विश्लेषण भी आपके चैनल से हो तो लाभप्रद होगा कि जब छात्रों में योग्यता , क्षमता , कुशलता ,निपुणता नहीं थी, तो उन्हें योग्यता का प्रमाणपत्र किस आधार पर दिया गया ? किसने दिया ? किसके कहने या लेख पर दिया गया? आज भयावह बेरोजगारी की स्थिति निर्मित हुई तो सभी का ध्यान कम से कम इस ओर गया जिस हेतु धन्यवाद ! आज दोषी कौन? प्रमाण पत्र लेने वाला या देने वाला ?
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Jo student garibi ki vajah se achhi padhai nhi kar paate unke ke liye toh kuchh upay kare Govenment.
100% सत्य सुधीर सर जी 🙏🙏
आप जैसे लोग केवल हा में हा मिलाते रहेंगे जिंदगी भर कुछ विचार करिए इसके लिए जिम्मेदार कौन इसको भी नोटिस कीजिए।
Same I am experiencing in mp students are getting degree because government do not allow teachers or school to fail the students. Teachers must pass them it is compulsory and students are taking advantage of it so sad.
शिक्षा पर अच्छा मुद्दा उठाया आपने उसके लिए धन्यबाद सुधीर सर 🙏🏻
यह देश के सरकार की गलती नहीं खाली लेकिन प्रत्येक व्यक्ति की गलती है जो ऐसे सरकार चुनती है और अपनी आवाज नहीं उठाते हैं सरकार भले कोई भी पार्टी का हो लेकिन शिक्षा के लिए आवाज प्रत्येक नागरिक को उठाना चाहिए शिक्षक के बारे में डिबेट होना चाहिए जय श्री राम
बात तो आपने सही कही है। पर इसका जिम्मेदार कौन है। Jio ka internet ka data...😂😂 या फिर माता पिता से मिला smart phone..
Bhai jimmedar us state ki government aur teacher hn na teacher aate hn na koi jimmedar h
Dono
@@navneetsharma8755 bhai teacher koi ghar jakar thodi padhiyega..14 se 18 saal k student ko khud mehnat karni padti h... Teacher to sirf support karte h..
Thank you 🙏 sir iss Topic ko cover karne ke lia, kyunki aap Government ko criticise karne wale reports ko cover nahi karte. Chahe" DNA " ho ya "Black and white" show. Election me Government ne promise kiya tha ki "Skill India" scheme me largely youth ko skill training diya jayega, "Universal Medical Facility" India me banaya jayega Dono hi schemes ka kya hua aapne kabhi iss topic pe show nahi kiya sir😅
Sahi bole app