राम का गुणगान करिये ; राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये by CK
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- Опубліковано 9 лют 2025
- राम का गुणगान करिये, राम का गुणगान करिये।
राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये॥
राम के गुण गुणचिरंतन,
राम गुण सुमिरन रतन धन।
मनुजता को कर विभूषित,
मनुज को धनवान करिये, ध्यान धरिये॥
जय सियाराम, जय हनुमान ! 🙏❤️🚩🌷