aatma ek hai ya anant? || इतने सारे शरीर फिर आत्मा एक कैसे हो सकती है? || teaching of raman maharshi

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  • Опубліковано 28 сер 2024

КОМЕНТАРІ • 27

  • @sanjaynarayanwagh440
    @sanjaynarayanwagh440 8 місяців тому +1

    Pujyaniya Shri gurudev ji ke Charno Me Koti-Koti Pranam 🙏🙏🙏🌹🌹🌹

  • @madhuawasthi2004
    @madhuawasthi2004 8 місяців тому +1

    सब कोई अपनी अपनी बुद्धि के अनुसार अपने विचारों के अनुसार आत्मा का ज्ञान उठा रहे है🙏
    पर पर सर जी बहुत अच्छे से हर शब्द को खोल के समझा रहे है🙏

  • @abhishekmangla2856
    @abhishekmangla2856 8 місяців тому

    Atti saundar bhayia ji....atti sundar katha ji...ek ek word real hai ji..ek ek vachan sat vachan ji....

  • @dakshadesai8492
    @dakshadesai8492 8 місяців тому

    Sahi ankalan hai tatwamasi n gratitude sir. Aapne khub satikta se samjaya

  • @vinodsoni6922
    @vinodsoni6922 8 місяців тому

    Jay guru dev bahut achha

  • @madanbaranwal1531
    @madanbaranwal1531 7 місяців тому

    जीतने शरीर हैं उतने इंद्रियां मन बुद्धि चित्त अहंकार हैं। इसीलिए इंसान एक आत्मा होने की बात हजम नहीं कर पाता है। अज्ञानी एक और तथ्य से अंजान होता है वह है चेतन इसी कारण इंसान सजीव है। इंसान के लिए गुरुत्वाकर्षण वायुमंडलीय दबाव सूर्य चांद आकाश प्राणवायु इत्यादि एक है तो चेतन उर्जा भी एक ही है वह सर्वत्र व्याप्त है यह चेतन इंसान की जीवन है। यह चेतन सत्ता अनंत कोटि ब्रह्माण्ड के लिए एक ही है। सभी जीवों का उपादान कारण यही चेतन सत्ता है। इसे जो जानता है वह आत्मज्ञानी है।

  • @nagendrapratapsinghrathore6648
    @nagendrapratapsinghrathore6648 8 місяців тому +1

    प्रभुजी आपने बहुत अच्छे से समझाया है, पर एक प्रश्न मन में आया है की, अगर आत्मा एक है तो सभी जीव के कर्म फल अलग अलग क्यों होते है, अगर सब एक ही है तो किसी एक महापुरुष के मोक्ष होने पर सबका मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? कृपया इसको समझाएं मुझे आपसे बहुत आशा है धन्यवाद .

    • @madanbaranwal1531
      @madanbaranwal1531 8 місяців тому +1

      जीव कैसे बनता है। जब प्रकृति और पुरुष का संयोग होता है तो पुरुष प्रकृति के संयोग से विभाव उत्पन्न होता है मन बुद्धि चित्त अहंकार इंद्रियां शरीर बनता है। शरीर है तो संसार है।मन बुद्धि चित्त अहंकार जीव है जिसने सुख पाने हेतु शरीर धारण करता है।मन बुद्धि चित्त अहंकार शरीर का स्तित्व तब तक है जब तक प्राण तत्व और आत्मा तत्व शरीर के साथ है।मन बुद्धि चित्त अहंकार हीं संसार को सत्य समझते हैं। इसीलिए शरीर शरीर भिन्न भिन्न दिखाई देता है।
      मोक्ष, जीव का होता है मन बुद्धि चित्त अहंकार का होता है आत्मा के ज्ञान से होता है।आत्मा हमेशा से मुक्त है।

  • @shankarraga5502
    @shankarraga5502 8 місяців тому

    🙏🏿ॐनमःशिवाय🙏🏿❤❤❤❤

  • @manishmakhija007
    @manishmakhija007 8 місяців тому

    Dhanyawad ❤❤

  • @manoramasharda723
    @manoramasharda723 8 місяців тому

    Explained nicely ❤

  • @swatilodhiyaswatilodhiya3289
    @swatilodhiyaswatilodhiya3289 8 місяців тому

    Thank you 🙏🙏

  • @vivekkushwaha8736
    @vivekkushwaha8736 8 місяців тому

    🌹🌹

  • @vaibhavdeshmukh168
    @vaibhavdeshmukh168 8 місяців тому

    🙏🙏🙏

  • @user-sy7tp3bb5x
    @user-sy7tp3bb5x 16 днів тому

    ऐसे कहिये कि बल्ब तो अनेक है फिर भि बिजली (current) तो एक है।

  • @t.r.rathia7439
    @t.r.rathia7439 8 місяців тому

    आत्मा तो एक ही है , फिर अलग अलग शरीर अपने कर्म के अनुसार धारण करना क्या है

  • @dishau7541
    @dishau7541 8 місяців тому

    🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🕊️🕊️

  • @shivdevuppal.5713
    @shivdevuppal.5713 8 місяців тому

    श्रीमान जी हमें हम होने का एहसास आत्मा की वजह से ही है जब तक हम का एहसास है तब तक हम जिंदा हैं जिस दिन हम या मैं का एहसास खत्म हो गया तो उसे दिन मेरी या हमारी मृत्यु हो जाएगी फिर कौन रहेगा या नहीं रहेगा इसका तो भगवान ही मालिक है इंसान तो कुछ जवाब नहीं दे सकता इस सवाल का आत्मा रहेगी या नहीं रहेगी आत्मा एक ही है या अनेक है😂

  • @VikramSingh-dm6mj
    @VikramSingh-dm6mj 8 місяців тому

    Sir, Atma shaakchhatkaar mai pata chalta hai ,ek hi àtma hai ,aur ek hi ankh hai sirf shareer alag alag hai....🙏🙏🙏🙏

  • @raghuveershrivastav6362
    @raghuveershrivastav6362 8 місяців тому

    Bhai।hum जीवात्मा हैं।को कर्मो के अनुसार शरीर धारण करते हैं।आत्मा को है नो परमा है ।नो nibhu है हम ahu हैं गीता में भगवान कहते हैं जीवात्मा मैमेंशो जीवलोक सनातन

  • @SunnySharma-qo4xz
    @SunnySharma-qo4xz 8 місяців тому +1

    Aatma Ke Bare Gaiam Kaha HAI Jovan RAHASYA HAI SHARER Maha RAHASYA HAI BATAO KESE shiv

  • @t.r.rathia7439
    @t.r.rathia7439 8 місяців тому

    आत्मा तो अविनाशी है , फिर शरीर से चेतना क्यों चली जाती है। कृपया समझाइये

    • @mrnobody0101
      @mrnobody0101 6 місяців тому

      kyoki sareer to mitti hi hai na 😂😂😂

  • @dineshsonawani5593
    @dineshsonawani5593 7 місяців тому

    Yadi ham koi juta Kam karne ja rahe to andar ki awaj aati hi aap yes mat Karo to waha aawaj kis ki hoti hi

  • @amitkhobragade1187
    @amitkhobragade1187 8 місяців тому

    oh aatma nahi urja hay

  • @vipalsharma4120
    @vipalsharma4120 8 місяців тому

    बिलकुल गलत है अगर आपको पता नहीं तो वीडियो मत बनाओ राम राम का jap karo. UA-cam per bahut sahi filmen hai sharir jeev atma😊