वो पहला दिन पहला पवित्र दिन रहा होगा जिन दिन मनुस्मृति का दहन किया होगा। पाप अन्याय आतंक भय पर जश्न का दिन होगा शुद्धता का दिन होगा प्रकृति के लिए आनंद का दिन होगा। हर्षित होगा वो देव देव लोक से जो निज की संतानों, घृणित पाप अन्याय बंधन मुक्त होते देखता होगा करता होगा उस महा मानव को नमन जिसने पहले मनुस्मृति का दहन किया होगा। नीले आसमान के नीचे प्रेम बंधुत्व का दिन होगा। निःसंदेह वो दिन महान होगा जिस दिन मनुस्मृति का दहन किया होगा। - टेकचंद रीडला
बौद्धों को मनुस्मृति से क्या लेनादेना? बाबासाहेब ने जिन लोगों को बौद्ध बनाया वो इस नौटंकी से दूर रहे जिस धर्म को हमने छोड़ दिया उसकी किताबों से हमें क्या मतलब? अपने धम्म की किताबें तो कभी पढ़ते नहीं
क्या झुटी बाते बता रहा बे..असल में ये मनुस्मृति दहन का कार्यक्रम का आयोजन ही पुरोगामी सवर्ण लोगो की समिति ने किया था.. जिसमे ज्यादातर ब्राह्मण ही थे..और असल में मनुस्मृति को अपने हाथो से सहस्त्रबुद्धे नाम के एक ब्राह्मण ने ही जलाया था, आंबेडकर ने नही...
Jay Bheem
Jay Bhim ❤❤❤❤❤
👍👍👍👍👍
Jai Bhim
वो पहला दिन
पहला
पवित्र दिन रहा होगा
जिन दिन
मनुस्मृति का दहन किया होगा।
पाप अन्याय आतंक भय पर
जश्न का दिन होगा
शुद्धता का दिन होगा
प्रकृति के लिए आनंद का दिन होगा।
हर्षित होगा
वो देव
देव लोक से
जो निज की संतानों,
घृणित पाप अन्याय बंधन मुक्त होते देखता होगा
करता होगा उस महा मानव को नमन
जिसने पहले मनुस्मृति का दहन किया होगा।
नीले आसमान के नीचे
प्रेम बंधुत्व का दिन होगा।
निःसंदेह वो दिन महान होगा
जिस दिन मनुस्मृति का दहन किया होगा।
- टेकचंद रीडला
👆👌👍🙏💙
बहुत शानदार वीडियो।
❤❤❤❤❤❤❤ namo buddhay Jay Bheem Jay sanvidhan Jay mulniwasi SC ST OBC 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
👑👑👑👑👑👑👑👑👑👑👑👑
Ohh 😯🥺
Jay bhim jay savidhan namo bhuddhay
Jaybhim
नमो बुध्दाय 🙏🙏🙏जय भीम जय संविधान💙💙💙💙💙
Manusmriti dahan din mubarak
Babasaheb na hote to aaj ham bhi kuch na hote
Jay bhim
मैं भी अपने चैनल पर आज मनुस्मृति दहन पर शॉर्ट वीडियो अपलोड करने वाला हूं |
Jay bhim namo budhay
नमो बुद्धाय जय भीम प्रफुल वाहने वेलतूर कुही
Jay bhim🦁🌄🔥✊
बौद्धों को मनुस्मृति से क्या लेनादेना? बाबासाहेब ने जिन लोगों को बौद्ध बनाया वो इस नौटंकी से दूर रहे जिस धर्म को हमने छोड़ दिया उसकी किताबों से हमें क्या मतलब? अपने धम्म की किताबें तो कभी पढ़ते नहीं
Bhai eh bahut khatarnak desh hai 🥺
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान।
बाबा साहब अंबेडकर ने मार्च 1927 में दलितों को मंदिरों में प्रवेश कराया और दिसम्बर में मनुस्मृति दहन किया। बाबा साहब अंबेडकर खुद कन्फ्यूज थे।
क्या झुटी बाते बता रहा बे..असल में ये मनुस्मृति दहन का कार्यक्रम का आयोजन ही पुरोगामी सवर्ण लोगो की समिति ने किया था.. जिसमे ज्यादातर ब्राह्मण ही थे..और असल में मनुस्मृति को अपने हाथो से सहस्त्रबुद्धे नाम के एक ब्राह्मण ने ही जलाया था, आंबेडकर ने नही...
Jay Bheem