आज आपकी मांग पर बरवै छंद प्रेषित कर रहा हूं, प्रारंभ में आपका नाम लिया है और समापन में आज की क्लास आपको समर्पित की है। सुनकर शेयर भी करने का कष्ट करें। धन्यवाद।
जिस प्रकार झूले में पैर आगे पीछे होते हैं ठीक उसी प्रकार शब्दों का क्रम रहता है। मैं इस समय बाहर हूं, जहां बोर्ड आदि की व्यवस्था नहीं है। कभी बाद में इस छंद को बताऊंगा।
सादर प्रणाम, गुरु जी! श्री रामचन्द्र कृपालु भज मन, हरण भव भय दारुणम्। नव कंज-लोचन कंज-मुख, कर- कंज पद कंजारुणम्।। कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरज सुन्दरम। पटपीत मानहुं तड़ित रुचि शुचि,नौमी जनक सुतावरम्।। यहां पर 'नीरज' शब्द उचित है या इसके स्थान पर 'नीरद' आएगा। कृपया शंका-समाधान कीजिए।अनेक स्थानों पर पाठ-भेद मिलता है। धन्यवाद सर।
सर जैसा कि आपने बताया है कि दूसरे और चौथे चरण के अंत में हमेशा 2 गुरु मात्राएं होती हैं ... लेकिन इस छंद में तो 2 गुरु मात्राएं नहीं हैं 👇👇 “ नित नव लीला ललित ठानि गोलोक अजिर में। रमत राधिका संग रास रस रंग रुचिर में ।। ” सर क्या इसमें रोला छंद है या नहीं ??
अति उत्तम
बहुत-बहुत धन्यवाद
🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी🎉🎉🎉🎉
आपका हार्दिक स्वागत प्रिय।
Bagut good
Thank you dear❣️❣️
बहुत सुन्दर ढंग से आपने बताया है आदरणीय श्री
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
Sir aap bahut aacha padhate hain
बहुत-बहुत धन्यवाद
Nice video
Thanks
Sir aapka samjhane ka trika bhut aacha hai
धन्यवाद प्रिय।
Very nice
Thank you so much.
Sir bhut acha padhate h aap
बहुत बहुत धन्यवाद।
Thank you so much sir. very authentic information .
आपका हृदय से धन्यवाद।।
गुरु जी आप की smile बहुत उत्तम है। आप समझते भी अच्छा है। धन्यवाद गुरु जी🙏🙏🙏🙏🙏
सराहना के लिए आपका हार्दिक वंदन अभिनंदन।।
प्रणाम sir
नमस्कार जी।
Thank you so much sir ji ❤❤❤
Welcome dear! ❣️❣️❣️❣️❣️
सर आप जैसा कोई नही समझा सकता, मैने बहुत वीडियो देखे छंद ज्ञान के लिए पर आप का समझाते है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
सराहना के लिए धन्यवाद और बहुत-बहुत शुभकामनाएं।।
बहुत ही सजीव शिक्षण ही सर जी
हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद।
Guru ji aapko namaskaar
प्रियवर हार्दिक स्नेह।।
मै छत्तीसगढ़ से
उत्तम सर🙏
धन्यवाद
Sir 🙏🏼🙏🏼
नमस्कार जी।
Ek or video banana ispa
जी। अवश्य।
𝐬𝐢𝐫 𝐚𝐚𝐩 𝐚𝐢𝐬𝐞 𝐡𝐢 𝐩𝐝𝐚𝐭𝐞 𝐫𝐡𝐨
धन्यवाद, प्रयास करूंगा।।
सर रोला छंद को गाकर भी बता दीजिए ।
शुक्ला मैडम। भगवान ने केवल कला दी है, गला नहीं। मैं अपनी कमजोरी को छुपाता भी नहीं हूं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
Sir sandhi kab se padaege
फिलहाल बाहर हूं। अभी निश्चित नहीं कह सकता। आपकी प्रतीक्षा के लिए खेद है।
Hi
कहिए।।
जो आधा अक्षर हो उस पर मात्रा कैसे लगाते है
कई स्थानों पर बाद वाले अक्षर को दीर्घ मानते हैं, कई में पहले वाले को। मैंने किसी छंद में बताया है।
सर (बरवे छंद) भी पढा दीजिए
प्ले लिस्ट में देखिए शायद पढ़ाया है।।
आज आपकी मांग पर बरवै छंद प्रेषित कर रहा हूं, प्रारंभ में आपका नाम लिया है और समापन में आज की क्लास आपको समर्पित की है। सुनकर शेयर भी करने का कष्ट करें। धन्यवाद।
Mishra Ji aap PhD ker li jea, knowledgeable video
पीयूष जी मैं पीएचडी हूं
Sir jaise ki hm 13 age piche likh de to glt hoga kya ...
नहीं
@@RiddhiSiddhiPravah thanku sir...🙏🙏
झूलना छन्द क्या है?
जिस प्रकार झूले में पैर आगे पीछे होते हैं ठीक उसी प्रकार शब्दों का क्रम रहता है।
मैं इस समय बाहर हूं, जहां बोर्ड आदि की व्यवस्था नहीं है। कभी बाद में इस छंद को बताऊंगा।
जे राधे गोविंद
गुरु जी,
प्रणाम।
''आज तुम निद्रा त्यागो" में 12 मात्राऍं तथा "करो महा संग्राम" में 10 मात्राऍं हो रही हैं।
कृपया इस पर कुछ कहें।
🙏❤️🙏
जब रोला और सोरठा दोनों में ही 24 24 मात्रा होती है तो सम मात्रिक और अर्द्ध सम मात्रिक की पहचान केसे करेंगे
पढ़ने से ही पता चल जाता है,लघु अभ्यास की आवश्यकता है।
Sir dusre me kewl 23 matra hi ho rha h
ध्यान से उच्चारण करके मात्राएं लगाइए।
सादर प्रणाम, गुरु जी!
श्री रामचन्द्र कृपालु भज मन, हरण भव भय दारुणम्।
नव कंज-लोचन कंज-मुख, कर- कंज पद कंजारुणम्।।
कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरज सुन्दरम।
पटपीत मानहुं तड़ित रुचि शुचि,नौमी जनक सुतावरम्।।
यहां पर 'नीरज' शब्द उचित है या इसके स्थान पर 'नीरद' आएगा।
कृपया शंका-समाधान कीजिए।अनेक स्थानों पर पाठ-भेद मिलता है। धन्यवाद सर।
धर्मपाल सिंह, ग्राम रिवासा, जनपद भिवानी, हरियाणा।
नीरद अर्थात बादल ( घनश्याम) सटीक बैठता है।
धन्यवाद।हरि आना फिर मत जाना।।
सर रोला छंद को सम मात्रिक क्यों कहते जबकि यह सोरठा की तरह है और अर्द्धसममात्रिक छंद की सारी शर्तें पूरी करता है।
विद्वानों की मान्यता पर टीका टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।।
@@RiddhiSiddhiPravah जी सर, बहुत बहुत धन्यवाद।🙏🙏
झूलना छंद पर एक वीडियो बनाएं तो बड़ी कृपा होगी,🙏
स्वागतम
My name is Dhandev sharma
धन्यवाद जी
Sir 12 class ki hindi ki class
कृपया वीडियो देखें।
Guruji चौपाई रोला मे 11-13 पर यति hoti hai इसका मतलब
मतलब की ठहराव (रुकना )होता है (यति) का मतलब ।
जी हां।🌹🌹🌹🌹
सर जैसा कि आपने बताया है कि दूसरे और चौथे चरण के अंत में हमेशा 2 गुरु मात्राएं होती हैं ... लेकिन इस छंद में तो 2 गुरु मात्राएं नहीं हैं 👇👇
“ नित नव लीला ललित ठानि गोलोक अजिर में।
रमत राधिका संग रास रस रंग रुचिर में ।। ”
सर क्या इसमें रोला छंद है या नहीं ??
24 मात्राएं होती हैं अंत में लघु गुरु रखने से लय आती है।
नीलांबर परिधान ्््
मेखला रत्नाकर है।
@@RiddhiSiddhiPravah बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏
हृदय से स्वागत।❣️❣️
Sir aapne kaha rola me do sortha hote h jab sortha aur rolaa me antar h laghu aur guru ka to rola me do sortha kaise hoga
ध्यान से पढ़कर समझिए।