बहुत बहुत धन्यवाद आप का यह जानकारी देने के लिए तोता घाटी से मेरा घर महज 20 km है मगर मुझे आज तक नहीं पता था कि इस जगह का नाम तोता घाटी क्यो पड़ा कुछ दिन पहले जब तोता घाटी बन्द थी तो गांव में कुछ बातें चल रही थी तो मैंने अपने किसी बुजुर्ग से ऐसे ही पुछ लिया कि इस जगह का नाम तोता घाटी क्यो बोलते होंगे तब उन्होंने मुझे बताया कि जीस ठेकेदार ने वहां पर कटिंग करी थी उनका नाम तोता था और उन्हें वहां पर कटिंग करने में घाटा हो गया था इस लिए उस जगह का नाम तोता घाटी पड़ा और आज आप के माध्यम से पुरी कहानी पता चला धन्यवाद आप का
बहुत-बहुत धन्यवाद आपका इतनी गोपनीय जानकारी देने का पता नहीं मैं कितनी बार इस रास्ते पर आया हूं पर मुझे पता नहीं था इसके बारे में ऐसे महान व्यक्ति की प्रतिमा लगनी चाहिए
स्व तोता सिंह रांगड़ जी की कार्य समर्पित भावना प्रेरित करने वाली है महानुभाव को नमन। पत्रकार बलूनी जी ने सोशल मीडिया का सदुपयोग कर सबका ज्ञानवर्धन किया और उपयोगी मुहिम छेड़ी है उन्हें भी बहुत धन्यवाद।
स्व. तोता सिंह रांगड़ जी हम लोगों के लिए प्रेरणा-स्रोत हैं। महान् पुरुष कठिनाइयों को पार करके प्रारम्भ किए हुए कार्य को पूर्ण करते हैं। निम्न श्रेणी के लोग कार्य में विघ्नों के आने के भय से कार्य प्रारम्भ ही नहीं करते, मध्यम श्रेणी के लोग कार्य को प्रारम्भ करते तो हैं लेकिन विघ्नों से परेशान होने पर कार्य करना छोड़ देते हैं, लेकिन उत्तम गुण के महान् पुरुष विघ्नों से बार-बार प्रतिहत होने पर भी प्रारम्भ किए हुए कार्य को कभी नहीं छोड़ते, कार्य को पूर्ण करके ही चैन लेते हैं।-- प्रारभ्यते न खलु विघ्नभयेन नीचैः, प्रारभ्य विघ्नविहिता विरमन्ति मध्याः।विघ्नैर्मुहुर्मुहरपि प्रतिहन्यमानाः प्रारब्धमुत्तमगुणा न परित्यजन्ति ।। (भर्तृहरिकृत नीतिशतकम् ७३ वां श्लोक सम्पादित डॉ. बाबूराम त्रिपाठी)
My sincere gratitude to these true leaders. Responsible UK govt. Dignitaries pl. accept the genuine demand of decedents of Tota Singh Jee. Apprising this marvelous historical fact
ठेकेदार तोतासिहं जी की हिम्मत के जज्बे का करौडो लोगो ने समय व पैसे को बचाकर फायदा उठाया ।गरीबी को आडे नही आने दिया और अपने इरादे को पूरा करने के लिए सब भूला दिया सैलूट ।
Badi-Badi Machino se thbahi karne ke bajaye vhi purane chani-hatode se dhire-dhire ktai ki jaye to shayad Phado ka nuksan thoda kam hoga or jyada achhi v paccki sadk milegi Uttarakhand ke maje se milwane ke liye bahut-bahut Dhanyawad 🙏
Great great great or great tha tota sing ranghar or ho or hamesha rhoge jo ki pahaad ka seen cheer kar sadak banaya. Lekin aaj ki machine or enjenier or tamaam technical inke saamne fel ho rhe hi selut or vandan
तोता घाटी सड़क निर्माण में बहुत देर हो चुकी हैं जिससे उत्तराखंड में यातायात की सुविधा बहुत खराब हो गई है यहां से जाने पर छोटी गाड़ी जैसे टॅक्सी बहुत से अतिरिक्त किराया वसूल करते हैं मैं आपके चैनल से अनुरोध करते हैं कि इस रास्ते को जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास करे D s chauhan Village bindwa post office kharshari schol patti bharpoor district tehri garhwal 9868497568
*एकीकरण के नाम पर किसी एक विभाग को सौंपी पंचायतें।* जहाँ कई राज्यो मैं पंचायतों के वास्तविक विकास हेतु 29 विषयो को पंचायतो के अधीन रखे गए है एवम सभी 29 विषयों पर नीति निर्माण से लेकर ग्राम पंचायतों के विकास हेतु सारे निर्णय ग्राम स्तर पर स्थापित पंचायतराज व्यवस्था के अधीन लिए जाते है इसके उलट उत्तराखंड मैं एकीकरण के नाम पर पंचायतो का अपरोक्ष नियंत्रण ग्राम्य विकास विभाग के खंड विकास अधिकारी को सौंप दिया गया है, विदित है कि सम्पूर्ण देश मैं पंचायत राज व्यवस्था 73वें संविधान संशोधन से लागू है पंचायतें संवैधानिक संस्था के रूप मैं विभिन्न स्तरों पर कार्य करती है, उत्तराखण्ड मैं भी वर्तमान मैं त्रिस्तरीय पंचायतें काम करती हैं यथा जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवम ग्राम पंचायत , तीनो ही संवैधानिक सस्थाएं अपने आप मैं स्वतन्त्र रूप से कार्य करती हैं , जिला पंचायत एवम ग्राम ग्राम पंचायतों पर क्रमशः पंचायतराज विभाग के अपर मुख्य अधिकारी एवम ग्राम पंचायत विकास अधिकारी सचिव के रूप मैं कार्य करती हैं जबकि क्षेत्र पंचायत स्तर पर किसी दूसरे यानी ग्राम्य विकास के खंड विकास अधिकारी को सचिव का दायित्व सौंपा गया है जो को तर्कसंगत नही लगता। तर्कसंगत तो यह होता कि खंड स्तर पर भी पंचायत राज विभाग के ही कार्मिक को सचिव का दायित्व सौंपा जाता जिससे कि पूरी व्यवस्था पर निगरानी एवं योजनाओं का संचालन रेखीय पंक्क्ति मैं होता, सरकार द्वारा यह सब न कर कार्यात्मक एकीकरण के नाम पर निचले स्तर पर ग्राम पंचायतों के अधिकार सीमित करने का प्रयास किया गया है। विदित है कि पंचायत राज एक संवैधानिक सस्था है जबकि ग्राम्य विकास एक व्यवस्था है, ग्राम्य विकास का अस्तित्व केवल योजनाओ पर निर्भर हैं वर्तमान मैं ग्राम्य विकास विभाग के पास मनरेगा, आवास एवम nrlm कार्यक्रम ही संचालित हो रहे हैं इन योजनाओं के पूर्ण हो जाने के बाद विभाग के अस्तित्व पर ही संकट छाने के सम्भावनाएं है जैसा कि हिमाचल प्रदेश मैं देख गया है जहाँ ग्राम्य विकास को मृत संवर्ग घोषित कर सम्पूर्ण व्यवस्था को पंचायतराज व्यवस्था के अधीन कर पंचयतों को सशक्त बनाने का कार्य किया गया, यही व्यवस्था केरल मैं भी देखने को मिलती है, जानने योग्य बात यह है कि एकीकरण सिर्फ निचले स्तर पर क्यों? कही ऐसा तो नही की उच्च स्तर पर एकीकरण से अफ़सरशाही को खतरा तो नहीं? कही सम्पूर्ण मर्जर से इनकी कुर्सी को खतरा तो नही? क्यों इनके द्वारा जनप्रतिनिधियों की आखों मैं धूल डालकर और धरातल की वास्तविकता को न बताकर यह शासनादेश जारी कर दिया, जो कि अब जनप्रतिनिधियों के समझ मैं आने लगा है और सायद पंचायतो को ससक्त बनाने हेतु 29 विषयों को पंचायतो के आधीन लाने हेतु आगे आने लगे हैं।
बहुत बहुत धन्यवाद आप का यह जानकारी देने के लिए तोता घाटी से मेरा घर महज 20 km है मगर मुझे आज तक नहीं पता था कि इस जगह का नाम तोता घाटी क्यो पड़ा कुछ दिन पहले जब तोता घाटी बन्द थी तो गांव में कुछ बातें चल रही थी तो मैंने अपने किसी बुजुर्ग से ऐसे ही पुछ लिया कि इस जगह का नाम तोता घाटी क्यो बोलते होंगे तब उन्होंने मुझे बताया कि जीस ठेकेदार ने वहां पर कटिंग करी थी उनका नाम तोता था और उन्हें वहां पर कटिंग करने में घाटा हो गया था इस लिए उस जगह का नाम तोता घाटी पड़ा और आज आप के माध्यम से पुरी कहानी पता चला धन्यवाद आप का
र्णणचचचचचर्णमममंममंर्णर्णर्णर्णणर्णणर्णर्णण।
अपने पिता तुल्य तोता सिंह जी को शत शत नमन
महान व्यक्ति का महान कार्य हमेशा यादगार इतिहास में अंकित हो जाता है
बहुत-बहुत धन्यवाद आपका इतनी गोपनीय जानकारी देने का पता नहीं मैं कितनी बार इस रास्ते पर आया हूं पर मुझे पता नहीं था इसके बारे में ऐसे महान व्यक्ति की प्रतिमा लगनी चाहिए
तोता रेंगर जी को सभी उत्तराखंडवासियों का से सत सत नमन करते हैं 🙏
श्री तोता सिंह रागंड जी को शत शत नमन 🙏
तोता घाटी में उन्होंने सराहनीय कार्य किया है वहाँ पर उनकी परतिमां लगनी चाहिये..
शत शत नमन है उस महान पुरुष को उनके हौसले को, उनके इरादे को, उनके परिश्रम को, आपके हम ऋणी रहेंगे और आपका नाम इतिहास में दर्ज होगा 🙏
स्व तोता सिंह रांगड़ जी की कार्य समर्पित भावना प्रेरित करने वाली है महानुभाव को नमन। पत्रकार बलूनी जी ने सोशल मीडिया का सदुपयोग कर सबका ज्ञानवर्धन किया और उपयोगी मुहिम छेड़ी है उन्हें भी बहुत धन्यवाद।
आभार
बहुत खूबसूरत जानकारी आपका बहुत बहुत दिल से धन्यवाद ।
स्वर्गीय तोता सिंह रांगड़ जी कि इस महान उपलब्धि को मेरा सलाम।
आग्नेय पत्थरों की चट्टानी घाटी पर भी भारी पड़ने वाले, तोता सिंह रांगड़ जी के फ़ौलादी इरादों/हौसलों को शत शत नमन🙏
मैं ऐसे वीर ,साहसी गढ़ भक्त गढ़ सपूत को बार-बार नमन करता हूं
आभार
प्रतकार महोदय जी को दिल से सलाम
जानकारी अवगत करवाने के लिए धन्यवाद आपका और हमें भी गर्व है कि हमारी देवभूमि ने कैसे कैसे महापुरुष दिए
Iss jankari k liye bhut2 Danaiyawaad
राज्य सरकार तोता घाटी में स्व. तोता सिंह रांगड़ ठेकेदार जी की समृति में सम्मान स्वरूप उनकी बड़ी प्रतिमा स्थापित करे.
Ek mandir bnaya ja rha h...
सटीक सूचना के लिए धन्यवाद ।
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आभार।
Good knowledge in know about your help with experience and skills in know about this opportunity
जय भारत वंदेमातरम ।
श्री तोता सिंह जी जैसे कर्मठ,साहसी
एवम् कर्तव्य निष्ट शिरोमणि को कोटिश
नमन ।
बहुत बहुत धन्यवाद जानकारी देने के लिए तोता राम जी को हमारा शत शत नमन 🙏🙏
बहुत उपयोगी जानकारी ।
अच्छी ऐतिहासिक जानकारी! सराहनीय
Bahut Bahut dhnyabaad jankari k liye
Bahut badiya imformation 🙏🙏❤
वाह, पहाड़ के बारे में बेहतरीन जानकारी.... बहुत सुन्दर।
Bahut badiya jaankari,,,,🙏🙏🙏
बहुत सुंदर जानकारी आपके द्वारा दी गई सादर प्रणाम आपको सर जी
स्व. तोता सिंह रांगड़ जी हम लोगों के लिए प्रेरणा-स्रोत हैं। महान् पुरुष कठिनाइयों को पार करके प्रारम्भ किए हुए कार्य को पूर्ण करते हैं। निम्न श्रेणी के लोग कार्य में विघ्नों के आने के भय से कार्य प्रारम्भ ही नहीं करते, मध्यम श्रेणी के लोग कार्य को प्रारम्भ करते तो हैं लेकिन विघ्नों से परेशान होने पर कार्य करना छोड़ देते हैं, लेकिन उत्तम गुण के महान् पुरुष विघ्नों से बार-बार प्रतिहत होने पर भी प्रारम्भ किए हुए कार्य को कभी नहीं छोड़ते, कार्य को पूर्ण करके ही चैन लेते हैं।-- प्रारभ्यते न खलु विघ्नभयेन नीचैः, प्रारभ्य विघ्नविहिता विरमन्ति मध्याः।विघ्नैर्मुहुर्मुहरपि प्रतिहन्यमानाः प्रारब्धमुत्तमगुणा न परित्यजन्ति ।। (भर्तृहरिकृत नीतिशतकम् ७३ वां श्लोक सम्पादित डॉ. बाबूराम त्रिपाठी)
आभार
मैं अक्शर वहाँ से जाता हूँ लेकिन आज पता लगा आखिर क्यों तोता घाटी बोलते हैं ।धन्यवाद जानकारी के लिए
Good job and information also 👍
Sahi bat hay, tota sigh ji ka nam hona chahiye. Bahut acha kam kiya.
My sincere gratitude to these true leaders. Responsible UK govt. Dignitaries pl. accept the genuine demand of decedents of Tota Singh Jee. Apprising this marvelous historical fact
Is another gratitude to jthe journalust who has made this video.
Bahut badiya information
Hamare purvaj Tota Singh Ji ko sat sat Naman unki pratima Tota ghati mein turant lagni chahie Jay Hind Jay Bharat
बढ़िया जानकारी। सराहनीय प्रयास।
Great work very knowledgeable video👏👏👏👏👏👏
अति उत्तम इस जानकारी के लिए
धन्य हैं वे कर्म निष्ठ महापुरुष.
जानकारी के लिए धन्यवाद।
वाह ,बहुत अच्छी जानकारी दी ❤️❤️ आगे भी जारी रखे।।
मूर्ति स्थापित हो सही कहा है,,
परसो जब मैं तोता घाटी से गाड़ी में आ रहा था तो गाड़ी में किसी ने मुझसे पूछा कि इसका नाम तोता घाटी क्यू पडा। मुजे आज पता चला। धन्या तोता सिंह रांगड़ जी।
सुंदर
बिल्कुल, तोता सिंह जैसे महान इंसान का इतिहास नही नही भूलना चाहिए, वंहा पर उन महान सख्सियत का इतिहास दर्ज होना चाहिए।
तोतासिहकीस्मृति मँ तोताघाटी मेँउनका मन्दिर बनेताकि भबिष्य तक उनका नाम सभी जानते रहेँ ।
ठेकेदार तोतासिहं जी की हिम्मत के जज्बे का करौडो लोगो ने समय व पैसे को बचाकर फायदा उठाया ।गरीबी को आडे नही आने दिया और अपने इरादे को पूरा करने के लिए सब भूला दिया सैलूट ।
धन्यवाद आपने यहां का इतिहास बताया नहीं तो मे सोचता था कि पता नहीं किस वजह से ये नाम पड़ा है 🙏🙏🙏🙏
शुक्रिया, हमारी यही कोशिश रहेगी की, पहाड़ के बारे में अच्छी अच्छी जानकारी साझा की जाए
Mind-blowing
Bahut badiya sir
I salute such a courageous man (Mr.Tota Singh).
The explain way is very appreciate. Thanks for the news.
शुक्रिया
U have done a great job by giving tota ji his due. Congratulations.
You have done a fantastic job. Congratulations. Keep us updated on completion of t he road at tota ghat.keep it up.
Saandaar prastuti🎉🎉🎉👍
Late ShreeTota singh Ragan were a Great person in uttarakhand their works very well and non selfish we never miss him.👍
उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित और सेंट्रल govt को सलाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Great🙏🙏
Solute hai👏👏🙋♂️🙋♂️
तोता सिंह रांगण जो को नमन 🙏
swargiy shree rangad ji ko koti koti naman
Nice to know about late shri Tota Singh Ranghar a great person of Garhwal
Ak dam sahi bat
Nice tota singh ji ko naman karta hu hat jodkar namskar karta hu sir g unki murti lagni chiey j
बिरले लोग ही ऐसे कार्य करते है। जिनको इतिहास आज भी याद करता है।
Dhanyawad bhai aapka 🙏🙏
ज़ब भी गंगा मैया की कृपा से तोताघाटी जाऊँगा तो उन कर्मठ कर्मवीर तोतासिंह रांगड जी को नमन करूंगा उनके परिवार जनो को शुभकामनायें 🙏🙏🙏
आभार
bhot sundar video
Nice🥰👏👏
Jabardast bhai ji....
Naman Sat sat S Jy Uttarakhand
Well done sir
Badi-Badi Machino se thbahi karne ke bajaye vhi purane chani-hatode se dhire-dhire ktai ki jaye to shayad Phado ka nuksan thoda kam hoga or jyada achhi v paccki sadk milegi
Uttarakhand ke maje se milwane ke liye bahut-bahut Dhanyawad 🙏
Great great great or great tha tota sing ranghar or ho or hamesha rhoge jo ki pahaad ka seen cheer kar sadak banaya. Lekin aaj ki machine or enjenier or tamaam technical inke saamne fel ho rhe hi selut or vandan
Tota ji great man..
जी बिल्कुल
अति सुंदर जानकारी सर
शुक्रिया
तोता घाटी मै ठेकेदार स्वर्गीय तोता सिह रांगण जी की स्मृति होनी चाहिए ये मेरा नीजी बिचार है जिससे कि भविष्य की पीढी को तोता घाटी के बारे मै जानकारी हो
जय हो
Thanks for this information...
Mountain Man of Gadhwal.
Hats of sh. TOta Singh Rangar ji.
shandar
Good coverage
Bilkul sahi Shri Tota Singh Rangad ji ki ishmitri main gate or murti lage
आप सभी के सहयोग से ये मुहिम आगे बढ़ेगी
Great job
Very nice..🙏
गजब , इनके घर चाय भी पी बल हमने
तोता रंगार जी को सत सत नमन
Very informative
Salute tota sing ji ko
शानदार
Jaankari Dene ke like dhanya vad
Hats off to tota raangadji such a great man... 🙏
मे bhut परभवित हू
MR ANIL JI
DOING WELL
SHIV AAP PR KIRPA BNAYE RKHE
Good
Ye video dekh kar muje bhut acha lga or. Men baat ye he. Ki us tym poore sansadhan na hone ke baad bhi itna hard work kiya
Bhut mehnat ki hogi
आभार।
Ye hai phado ka emandar stywadi aapke dada ( bubu ji ) ko nmskar 🙏🙏🙏🙏
Awesome! Great work.👌👌👌
तोता सिंह रांगड़ के जनून को नमस्कार।
Selute Tota Singh ji as Darshan Majhi and I like your comments - Thanks
Sir totaghati kis jile main hai
टिहरी जिले में (बदरीनाथ हाइवे पर देवप्रयाग के समीप)
तोता घाटी सड़क निर्माण में बहुत देर हो चुकी हैं जिससे उत्तराखंड में यातायात की सुविधा बहुत खराब हो गई है यहां से जाने पर छोटी गाड़ी जैसे टॅक्सी बहुत से अतिरिक्त किराया वसूल करते हैं मैं आपके चैनल से अनुरोध करते हैं कि इस रास्ते को जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास करे
D s chauhan
Village bindwa post office kharshari schol patti bharpoor district tehri garhwal
9868497568
Bamishal pehal(jai hind)
Jay mata di
*एकीकरण के नाम पर किसी एक विभाग को सौंपी पंचायतें।*
जहाँ कई राज्यो मैं पंचायतों के वास्तविक विकास हेतु 29 विषयो को पंचायतो के अधीन रखे गए है एवम सभी 29 विषयों पर नीति निर्माण से लेकर ग्राम पंचायतों के विकास हेतु सारे निर्णय ग्राम स्तर पर स्थापित पंचायतराज व्यवस्था के अधीन लिए जाते है इसके उलट उत्तराखंड मैं एकीकरण के नाम पर पंचायतो का अपरोक्ष नियंत्रण ग्राम्य विकास विभाग के खंड विकास अधिकारी को सौंप दिया गया है, विदित है कि सम्पूर्ण देश मैं पंचायत राज व्यवस्था 73वें संविधान संशोधन से लागू है पंचायतें संवैधानिक संस्था के रूप मैं विभिन्न स्तरों पर कार्य करती है, उत्तराखण्ड मैं भी वर्तमान मैं त्रिस्तरीय पंचायतें काम करती हैं यथा जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवम ग्राम पंचायत , तीनो ही संवैधानिक सस्थाएं अपने आप मैं स्वतन्त्र रूप से कार्य करती हैं , जिला पंचायत एवम ग्राम ग्राम पंचायतों पर क्रमशः पंचायतराज विभाग के अपर मुख्य अधिकारी एवम ग्राम पंचायत विकास अधिकारी सचिव के रूप मैं कार्य करती हैं जबकि क्षेत्र पंचायत स्तर पर किसी दूसरे यानी ग्राम्य विकास के खंड विकास अधिकारी को सचिव का दायित्व सौंपा गया है जो को तर्कसंगत नही लगता।
तर्कसंगत तो यह होता कि खंड स्तर पर भी पंचायत राज विभाग के ही कार्मिक को सचिव का दायित्व सौंपा जाता जिससे कि पूरी व्यवस्था पर निगरानी एवं योजनाओं का संचालन रेखीय पंक्क्ति मैं होता, सरकार द्वारा यह सब न कर कार्यात्मक एकीकरण के नाम पर निचले स्तर पर ग्राम पंचायतों के अधिकार सीमित करने का प्रयास किया गया है।
विदित है कि पंचायत राज एक संवैधानिक सस्था है जबकि ग्राम्य विकास एक व्यवस्था है, ग्राम्य विकास का अस्तित्व केवल योजनाओ पर निर्भर हैं वर्तमान मैं ग्राम्य विकास विभाग के पास मनरेगा, आवास एवम nrlm कार्यक्रम ही संचालित हो रहे हैं इन योजनाओं के पूर्ण हो जाने के बाद विभाग के अस्तित्व पर ही संकट छाने के सम्भावनाएं है जैसा कि हिमाचल प्रदेश मैं देख गया है जहाँ ग्राम्य विकास को मृत संवर्ग घोषित कर सम्पूर्ण व्यवस्था को पंचायतराज व्यवस्था के अधीन कर पंचयतों को सशक्त बनाने का कार्य किया गया, यही व्यवस्था केरल मैं भी देखने को मिलती है,
जानने योग्य बात यह है कि एकीकरण सिर्फ निचले स्तर पर क्यों? कही ऐसा तो नही की उच्च स्तर पर एकीकरण से अफ़सरशाही को खतरा तो नहीं? कही सम्पूर्ण मर्जर से इनकी कुर्सी को खतरा तो नही? क्यों इनके द्वारा जनप्रतिनिधियों की आखों मैं धूल डालकर और धरातल की वास्तविकता को न बताकर यह शासनादेश जारी कर दिया, जो कि अब जनप्रतिनिधियों के समझ मैं आने लगा है और सायद पंचायतो को ससक्त बनाने हेतु 29 विषयों को पंचायतो के आधीन लाने हेतु आगे आने लगे हैं।
Very informative video! Tota ji, a great man?👍
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