ZINDGI KE RANG KAI RE - PRAVESH AGRAWAL

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 21 січ 2025
  • ये जिंदगी है जनाब कई रंग दिखाएगी
    कभी रुलाएगी,कभी हंसाएगी
    जो खामोशी से सह गया वो निखर जाएगा
    जो भावनाओं में बह गया वो बिखर जाएगा

КОМЕНТАРІ • 4