सून्य वाद वह है जहां कुछ भी नहीं है मगर वहां भी फ्यूजन डिफ्यूजन प्रकिया से या संघात ब्यघात से। एक नयी चीज पैदा हो जाती है ग्रहो का निर्माण भी ऐसे ही हो जाता है 🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत विचार हैं इस संसार मे लेकिन फिर भी सच या अंतिम और फाइनल सच किसी को नहीं मालूम l तो खोजते रहो, सोचते रहो दिमाग को बिल्कुल ही खुला रखकर इतना खुला रखकर कि जहाँ तुम्हारे पूर्वाग्रह ही शेष ना रहें l
वन्दे मातरम जननी अर्थात जन्म देने वाली माँ और जन्म भूमि अर्थात भारत माँ दोनों के वंदना या प्रार्थना को व्यक्त करता है. यह किसी सच्चे भारतीय के लिए सर्वोच्च शब्द हैं यह शब्द विवादित है इसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. हमारा प्रत्येक लेक्चर हर बार माता की वंदना से ही प्रारम्भ होगा.यह आपके लिए विवादित है हमारे लिए सर्वोपरि है
You are right sir
Thanks its my duty
Bhut hi acha explain kiye h sir aap.
Thanks it's my duty
Excellent sir ❤
Thanks it is my duty
बहुत सुंदर व्याख्या ❤
धन्यवाद, यह मेरा कर्तव्य है
शुन्यवाद की साधारण भाषा में एक सुंदर
बोधगम्य व्याख्यान.👍
Thanks
सही कहा महानतम दार्शनिक भगवान बुद्ध थे
धन्यवाद सर। आपके विडियो से ज्यादा बेहतर ढंग से समझ आया ।
Thanks it's my duty
Thanks
it's my duty
सून्य वाद वह है जहां कुछ भी नहीं है मगर वहां भी फ्यूजन डिफ्यूजन प्रकिया से या संघात ब्यघात से। एक नयी चीज पैदा हो जाती है ग्रहो का निर्माण भी ऐसे ही हो जाता है 🎉🎉🎉🎉🎉
Bahut sundar
Thanks it's my duty
बहुत अच्छा
Thanks it is my duty
Nice class Sir❤
Thanks
बहुत विचार हैं इस संसार मे लेकिन फिर भी सच या अंतिम और फाइनल सच किसी को नहीं मालूम l
तो खोजते रहो, सोचते रहो दिमाग को बिल्कुल ही खुला रखकर इतना खुला रखकर कि जहाँ तुम्हारे पूर्वाग्रह ही शेष ना रहें l
Insan apni indriyo k aage jaaye to jaan skta he but how can it possible I dont know
जो व्यक्ति अपने लेक्चरर की शुरुआत ही वंदे मातरम से करता है विवादित शब्द से उसका लेक्चर क्या होगा
वन्दे मातरम जननी अर्थात जन्म देने वाली माँ और जन्म भूमि अर्थात भारत माँ दोनों के वंदना या प्रार्थना को व्यक्त करता है. यह किसी सच्चे भारतीय के लिए सर्वोच्च शब्द हैं यह शब्द विवादित है इसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. हमारा प्रत्येक लेक्चर हर बार माता की वंदना से ही प्रारम्भ होगा.यह आपके लिए विवादित है हमारे लिए सर्वोपरि है
आजका,,हमारा,,नागार्जुन,,जो,,चीज,,अस्तित्वमेही,,नही,,है,,उसको,,गेरन्टीके,,साथ,,बोलता,,है,,वो,,बात,भूल,,जाता,है,,और,,दूसरे,,दिन,,नकार,,देता,,है,,और,,कहता,,है,की,,मैने,,यह,,बात,बोलीही,,नही,,है,,और,,उस,,बातको,शून्यवाद,,बताकर,,खुदको,,खुदही,,नागार्जुन,,जाहीर,,करके,,,महानताका चालसा,,पठन,,करनेको,,मिडीयाको,सप्लाय,,करता,,है
Itna cheekhna zaroori hai😮
यह बात तो गीता मे पहले ही बणिॅत है नया क्या धन्यवाद
Gita kisne likha hai
Buddha Nandha Lahari Jai
Krapya ek rumaal jarur kharid lijiye
Thanks for suggestion
आपने bahut सही तरह से समझाया है
Thanks its my duty
Good class sir ❤
Thanks