स्वामी सचिदानंद जी आर्य नमस्ते। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। सत्य सनातन वैदिक धर्म और संस्कृति का वास्तविक स्वरूप समझाने का प्रयास कर रहे हैं। यही भारत मां के सच्चे सपूत का पहला फर्ज है। आपकी सदा जय हो विजय हो।ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ.................
स्वामी जी नमस्ते महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का जीवन एक पारस मंडी के समान विलक्षण है, जिनका ज्ञान प्राण जीता जागता आर्य समाज है। ॐ शान्ति! शान्ति! शान्ति!! 🙏🌄🙏🪴🌹🪴🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Swami Ji ko Sadar pranam karta hun Swami Ji aapane Hamara jivan Badal Diya hai main khud Arya samaj se sambandhit jankariyan ko leta Hun aur khud Arya samaj se juda hun
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।:-और ज्ञान सो ज्ञानडी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान। जैसे गोला तोप का, सफा करता चले मैदान।।:-कविता:-कबीर जी की वाणी:-कबीर जी की वाणी, साँई अरुण जी की परम भेदी जुबानी। लाडली प्यारी भाषा हिंदुस्तानी, जो हर दिल में समानी। सहज सुमधुर इसकी है कहानी, सुरति शबद मिलानी। आर्यावर्त मनाये हम इसकी सुहानी-कबीर जी की वाणी--।।01।।हमेशा आर्यों ने इसे माना, इसीसे परमात्मा को पहचाना। वैभवशाली इतिहास से जाना, वेदों के सुगुप्त मत को जाना। आध्यात्म भी रुक जाये इसके बिना, परममोक्ष ना पायें इसके बिना। मानवीय जीवन की परिभाषा की निशानी-कबीर जी की वाणी--।।02।।संस्कृति परंपरा संस्कार की जान, मानवता की सही पहचान। तुलसी सूर जायसी रहीम की तान, में छिपा है अनमोल ज्ञान। वेदों से मिला अमर वरदान, यही है सत सनातन धर्म की पहचान। प्रसाद पंत निराला महादेवी की लेखनी--कबीर जी की वाणी--।।03।।साहित्य का असीम सागर है, हिन्दी साहित्य की किताबों में। सम्मानित है हिन्दी सुंदर वंदनीय है, दुनिया के कोनों कोनों में। परधेय है प्रयास पारब्रम्ह प्रबोध है, भवसागर तरण का सरल प्रयोग है। बहुत अनूठी हैअनोखी ओजस्वनी--कबीर जी की वाणी--।।04।।है माता की ममता, पिता का प्रेम दुलार,,संतों के सतसंगों में छिपा। दिलों की धड़कनों का मूल आत्मा आधार, शब्द गुरु विदेही की प्रेम सुधा। देता सदा खुशहाली "महाशब्द "की झनकार, जिससे अनजान निगुरा संसार। आर्यावर्त की बोली खड़ी हिन्दी सबने महान मानी--कबीर जी की वाणी--।।05।।साँई अरुण जी की परम भेदी जुबानी--।।00।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
सत् + चित् + आनंद = सच्चिदानंद! परमपिता परमेश्वर सच्चिदानंद स्वरूप है, जीवात्मा सत् और चित् है और प्रकृति सिर्फ सत् है, यही वैदिक त्रैतवाद है और अकाट्य है।
Agar koi bharma vishnu mahesh ram karshan Durga me aastha rakta he to aapko bura lagta hei fir aap bar bar sasidananad ka nam kiyu japte ho har vidiyo mei
Bagwan ke anek Roop h sub ek h man me Bagwaan h sirf ek Shakti h parmatama kam krodh moh maya Gamand ko tyege Ishwar ek Shakti swroof h swami sahi h ❤❤❤
Jai Ho Swami Ji
स्वामी जी आपकी बात बहुत अच्छी है सत्य कह रहे हो आप
Swami ji namste
🙏🙏
ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त
Swami ji ko kotti kotti naman
पूज्य स्वामी जी को सादर नमस्ते 🙏
Sader namste ji.🌹🌹
🙏🏽 नमस्ते स्वामी जी।आप को कोटी कोटी धन्यवाद स्वामी जी।
स्वामी सचिदानंद जी आर्य नमस्ते। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। सत्य सनातन वैदिक धर्म और संस्कृति का वास्तविक स्वरूप समझाने का प्रयास कर रहे हैं। यही भारत मां के सच्चे सपूत का पहला फर्ज है। आपकी सदा जय हो विजय हो।ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ.................
प्रेम से प्रणाम और🕉🕉🕉👏
आत्मा को मंजिल प्राप्त करने के लिए बहुत ही अच्छी वीडियो
Maharaj jee namasteआँप को🙏🙏🙏🇳🇵🇳🇵🇳🇵
Swami ji sadar namaste
स्वामी जी सादर नमस्ते जी। महर्षि दयानन्द सरस्वती की सदैव जय हो। सदैव जय होगी।
Arya samaj jindabad
अति उत्तम
मे सत चित आनंद आत्मा हू।
स्वामी जी आपके चरणों में नमन
स्वामी जी नमस्ते
महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का जीवन एक पारस मंडी के समान विलक्षण है, जिनका ज्ञान प्राण जीता जागता आर्य समाज है।
ॐ शान्ति! शान्ति! शान्ति!!
🙏🌄🙏🪴🌹🪴🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
नमस्कार आचार्य जी
Swami Ji ko Sadar pranam karta hun Swami Ji aapane Hamara jivan Badal Diya hai main khud Arya samaj se sambandhit jankariyan ko leta Hun aur khud Arya samaj se juda hun
Right vedio ji
अतिउत्तम ज्ञान अतिउत्तम ज्ञान महाराज आपको कोटि कोटि 🙏❤❤❤....
ll ओ३म ll
बहुत अच्छा बताया
Swami Ji ko Sadar pranam karta hun Swami Ji main aapko Guru Mankar aapse daily Shiksha leta Hun
ओ३म सादर नमस्ते स्वामी जी।
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।:-और ज्ञान सो ज्ञानडी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान। जैसे गोला तोप का, सफा करता चले मैदान।।:-कविता:-कबीर जी की वाणी:-कबीर जी की वाणी, साँई अरुण जी की परम भेदी जुबानी। लाडली प्यारी भाषा हिंदुस्तानी, जो हर दिल में समानी। सहज सुमधुर इसकी है कहानी, सुरति शबद मिलानी। आर्यावर्त मनाये हम इसकी सुहानी-कबीर जी की वाणी--।।01।।हमेशा आर्यों ने इसे माना, इसीसे परमात्मा को पहचाना। वैभवशाली इतिहास से जाना, वेदों के सुगुप्त मत को जाना। आध्यात्म भी रुक जाये इसके बिना, परममोक्ष ना पायें इसके बिना। मानवीय जीवन की परिभाषा की निशानी-कबीर जी की वाणी--।।02।।संस्कृति परंपरा संस्कार की जान, मानवता की सही पहचान। तुलसी सूर जायसी रहीम की तान, में छिपा है अनमोल ज्ञान। वेदों से मिला अमर वरदान, यही है सत सनातन धर्म की पहचान। प्रसाद पंत निराला महादेवी की लेखनी--कबीर जी की वाणी--।।03।।साहित्य का असीम सागर है, हिन्दी साहित्य की किताबों में। सम्मानित है हिन्दी सुंदर वंदनीय है, दुनिया के कोनों कोनों में। परधेय है प्रयास पारब्रम्ह प्रबोध है, भवसागर तरण का सरल प्रयोग है। बहुत अनूठी हैअनोखी ओजस्वनी--कबीर जी की वाणी--।।04।।है माता की ममता, पिता का प्रेम दुलार,,संतों के सतसंगों में छिपा। दिलों की धड़कनों का मूल आत्मा आधार, शब्द गुरु विदेही की प्रेम सुधा। देता सदा खुशहाली "महाशब्द "की झनकार, जिससे अनजान निगुरा संसार। आर्यावर्त की बोली खड़ी हिन्दी सबने महान मानी--कबीर जी की वाणी--।।05।।साँई अरुण जी की परम भेदी जुबानी--।।00।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
सत् + चित् + आनंद = सच्चिदानंद! परमपिता परमेश्वर सच्चिदानंद स्वरूप है, जीवात्मा सत् और चित् है और प्रकृति सिर्फ सत् है, यही वैदिक त्रैतवाद है और अकाट्य है।
राधे राधे बोलना पड़ेगा❣️❣️🚩🚩🙏🙏
वर्णमाला की किताब उठाओ और पढ़ो अ स्वर है ई स्वर है अर्थात् ईश्वर है। ई व्यंजन नहीं है। लो मिल गया ईश्वर।
Agar koi bharma vishnu mahesh ram karshan Durga me aastha rakta he to aapko bura lagta hei fir aap bar bar sasidananad ka nam kiyu japte ho har vidiyo mei
व्याख्यान को ध्यान से सुने। ईश्वर के वास्तविक स्वरूप को समझने का प्रयास करें।
Bagwan ke anek Roop h sub ek h man me Bagwaan h sirf ek Shakti h parmatama kam krodh moh maya Gamand ko tyege Ishwar ek Shakti swroof h swami sahi h ❤❤❤
🕉️🙏