स्वागत है आप दोनों महानुभावों का ..माननीय श्री सुबोध भारतीय जी व श्री यशवंत व्यास जी ..आपकी वार्ता से पुस्तकें पुस्तक प्रकाश्य के बारे लेखकों के विषय में अद्भुत जानकारी मिली यूट्यूब पर ऐसी विडिओ बारहा आनी चाहिए ... कोटि -कोटि धन्यवाद
आपका ये साक्षात्कार इंटरव्यू 54-55 मिनट का मैंने पूरा देखा ,सुना वाह बहुत ज़बरदस्त है ..क्या साफ़गोई से श्री सुबोध भारतीय जी आपने बातें बताई और इसी तरह के सवाल श्री यशवंत व्यास जी के हैं साधुवाद
सुबोध भारतीय अपने आप में प्रकाशन जगत के एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व हैं। मैं अपनी फोटोकॉपी की दुकान में मस्त था, अचानक उनकी ही मार्केटिंग विशेषता ने मुझे लगभग एक सेलिब्रिटी जैसा बना दिया। उनके यहाँ से प्रकाशित अतुल प्रभा और पराग डिमरी की पुस्तकें लाजवाब हैं। पराग डिमरी की "44 साल के बाद" आजकल बेहद चर्चित हो रही है।
Wah , Subodh Bhaiya, maza aa gaya aap ko sunkar , hindi pulp fiction ki gatha ka khajana hai aapke pass , bhagwan se dua hai aapke paathak badte jaye aur aap ka passion barkaraar rahe
बदलाव जरूरी है... मेरठ के उपन्यास प्रकाशित करने वाले अब प्रकाशन में वही बचे हैं जिन्होंने Entrance books प्रकाशित करनी शुरू कर दी हैं. General books छापने वाले पुस्तक महल और डायमंड जैसे पब्लिशर की पुस्तकें अब railway station और बस stands पर भी नहीं बिकती/दिखती. कॉमिक्स के पब्लिशर की बिक्री 80 लाख रुपये प्रति माह से गिर कर 80000 रुपये भी नहीं बची.
गजब हो सुबोध भारतीय! एकदम फिल्मी जासूस की वेशभूषा में हो। खुद पढ़ते हो भगवती चरण वर्मा, अमृत लाल नागर और दूसरों को ओमप्रकाश शर्मा, वेदप्रकाश कंबोज। खुद दूध और दूसरों को ठर्रा?
स्वागत है आप दोनों महानुभावों का ..माननीय श्री सुबोध भारतीय जी व श्री यशवंत व्यास जी ..आपकी वार्ता से पुस्तकें पुस्तक प्रकाश्य के बारे लेखकों के विषय में अद्भुत जानकारी मिली यूट्यूब पर ऐसी विडिओ बारहा आनी चाहिए ... कोटि -कोटि धन्यवाद
Thanks from team khataakk
आपका ये साक्षात्कार इंटरव्यू 54-55 मिनट का मैंने पूरा देखा ,सुना वाह बहुत ज़बरदस्त है ..क्या साफ़गोई से श्री सुबोध भारतीय जी आपने बातें बताई और इसी तरह के सवाल श्री यशवंत व्यास जी के हैं साधुवाद
Thanks from team khataakk
सुबोध भारतीय अपने आप में प्रकाशन जगत के एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व हैं।
मैं अपनी फोटोकॉपी की दुकान में मस्त था, अचानक उनकी ही मार्केटिंग विशेषता ने मुझे लगभग एक सेलिब्रिटी जैसा बना दिया।
उनके यहाँ से प्रकाशित अतुल प्रभा और पराग डिमरी की पुस्तकें लाजवाब हैं। पराग डिमरी की "44 साल के बाद" आजकल बेहद चर्चित हो रही है।
Thanks from team khataakk
शानदार कदम
शुभकामनये
Wah , Subodh Bhaiya, maza aa gaya aap ko sunkar , hindi pulp fiction ki gatha ka khajana hai aapke pass , bhagwan se dua hai aapke paathak badte jaye aur aap ka passion barkaraar rahe
@@anitayadav1403 thanks from team khataakk
बदलाव जरूरी है...
मेरठ के उपन्यास प्रकाशित करने वाले अब प्रकाशन में वही बचे हैं जिन्होंने Entrance books प्रकाशित करनी शुरू कर दी हैं.
General books छापने वाले पुस्तक महल और डायमंड जैसे पब्लिशर की पुस्तकें अब railway station और बस stands पर भी नहीं बिकती/दिखती.
कॉमिक्स के पब्लिशर की बिक्री 80 लाख रुपये प्रति माह से गिर कर 80000 रुपये भी नहीं बची.
बहुत बढ़िया सुबोध जी
Superb!
Thanks a lot!
गजब हो सुबोध भारतीय! एकदम फिल्मी जासूस की वेशभूषा में हो। खुद पढ़ते हो भगवती चरण वर्मा, अमृत लाल नागर और दूसरों को ओमप्रकाश शर्मा, वेदप्रकाश कंबोज। खुद दूध और दूसरों को ठर्रा?
Thanks from team khataakk
Very interesting
Thanks from team khataakk
एक उपेक्षित विषय पर नए दृष्टि से महत्वपूर्ण संवाद।
@@vyangya2004 thanks from team khataakk
सुबोध जी का अंदाज ही निराला है।।
@@Gurpreetbutter thanks from team khataakk
Congratulations for reviving the golden age legacy
Thanks from team khataakk
एक साक्षात्कार संतोष पाठक जी का भी हो जाए.. आजकल वो सबसे बेहतर लिख रहे हैँ..।
मजा आ गया।
Thanks from team khataakk
एक से बढ़कर एक...
@@HemantPant-nv6zj Thanks from team khataakk
वाह ❤❤❤
Thanks from team khataakk
बेहतरीन अनुभव।
पुराने दिनों की ओर लौटा ले गया।किशोरावस्था में ख़ूब पढ़े ऐसे उपन्यास।
सुबोध जी के बारे में पहली बार जाना।
@@santoshtrivedi0808 Thanks from team khataakk
Great bro ,,,
So nice
From where we can buy these books?
Available on all online platforms ie Amazon etc
Santosh pathak ka interview kare
Subodh brathya ji aap karnal Ranjeet ke novels print please
@@shankarprasad2932 karnal Ranjit is published by Hind Pocket Books