डॉ मनमोहन सिंह अच्छे व्यक्ति थे हां कांग्रेस पार्टी में जरूर दबाव में आकर के उन्होंने कार्य किया कि कांग्रेस की विचारधारा ही है यह कांग्रेस का अध्यक्ष नेहरू गांधी खानदानी पार्टी का मालिक है बाकी डॉ मनमोहन सिंह जी का भारत के प्रति अद्भुत पूर्ण कार्य किए हैं यह देश हमेशा याद रखेगा
क्या मनमोहन जी लेट- सिक्स्टीज से आर्थिक सलाहकार नहीं थे, क्या मनमोहन जी की देखरेख मे नाईनटीज में भिकारी नहीं बने? फालतू का मक्खन लगाना छोड़ दो। नरसिम्हा राव असल हकदार हैं उपरोक्त प्रशंसा के।
Bank Nationalisation jab Indira ne kiya tha us samay ke PM ke advisor team me bhi the Manmohan baad me Liberslisation bji unhone hi kiya tha kyonki ye Narsimharao ki policy thi
Economic Reforms का क्रेडिट जो मनमोहन सिंह को जाता है, वो वास्तव में तब के प्रधान मंत्री नर सिंह राव जी का है ! डॉ. मन मोहन सिंह का क्रेडिट तो ये है: १. इनका विश्व विख्यात कथन की "पैसे पेड़ों पर नहीं उगते हैं"! २. देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमो का है!. ३. अपने पीएम कार्यकाल के दौरान हर योजना में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार करवाना ( ये सही है कि ये स्वयं एक ईमानदार नेता थे, इसमें कोई शक भी नहीं है). लेकिन इस ईमानदारी का क्या फायदा, जिसके ज्यादातर मंत्री / नेता और अफसर बेईमान हों और भ्रष्टाचार में लिप्त हों ? ४. फौज के आधुनिकरण के लिए इनके पास पैसे नहीं थे! ५. अरबों रुपयों के ऑयल बॉन्ड्स जारी कर, आने वाली सरकार के ऊपर महंगाई का ठीकरा फोड़ना और उन्हें कर्ज के बोझ से दबाना! ६. चीन से इतने डरना कि बॉर्डर्स पर कोई डेवलपमेंट कार्य नहीं करना, और यहां तक कि चीन के डर से इनका खुद का हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश में नहीं उतर सका! ७. दिल्ली की १२३ वेश कीमती जमीनें/ बिल्डिंग्स 2014 के आम चुनाव के ठीक पहले वक्फ बोर्ड को दान कर देना. ८. हर समय पाकिस्तान के खौफ में रहना ९. विश्व में देश के सम्मान / अस्मिता को चोट पहुंचाना 10. वक्फ बोर्ड को असीमित शक्तियां देना, उसे कोर्ट से भी ऊपर का दर्ज देना 11. एंटी कम्युनल वायलेंस बिल दो बार संसद में पेश करना, जिसके अनुसार अगर कोई भी दंगा होता तो उसके लिए बहुसंख्यक समाज (हिंदू) को जिम्मेवार ठहराया जाता ! आदि आदि ! अब इस समय इससे ज्यादा इनकी तारीफ नहीं की जा सकती है ! धन्यवाद ! 🕉️🚩 जय श्री राम🚩🕉️ 🌺 हर हर महादेव 💘 🌹🌱 वंदे मातरम्💝🌺 🚩 जय सनातन🕉️🚩 जय हिन्द! जय भारत🇳🇪🌹🙏
मनमोहन सिंह जी को श्रद्धांजलि पर देश ने एक गुलाम प्रधानमंत्री भी देखा जो देश को शर्मसार भी करता है। अर्थ शास्त्र के रूप में कामयाब पर प्रधानमंत्री के रूप में जीरा आज सब पड़े लिखे समाज है हर जंनता जानती है मनमोहन सिंह के राज में कैसे लूट रहा था
मृत्यु के बाद मनुष्य का अच्छा पक्ष ही देखना एक संस्कारी आचरण है वर्ना अर्थशास्त्री जी के कार्यकाल में ही भारतीय अर्थव्यवस्था Fragile 5 के लेवल पर पहुंच गयी थी। हां, नरसिम्हा राव जी के कार्यकाल में वित्त मंत्री के रूप में अर्थव्यस्था के उदारीकरण का श्रेय उन्हें जाता है जो श्रेय वास्तव में नरसिम्हा राव जी का है।
कांग्रेस ने ही तो देश को ५० वर्ष तक ग़रीबी में रखा स्कूटर तक लोगों को ब्लैक मार्केट में मिलते थे और यह बहुत बड़ी परिवर्तन का समय का सदुपयोग नहीं किया जा सका और देश में पॉपुलेशन बढ़ती रही और शिक्षा में सुधार चिकित्सा के क्षेत्र को सुधारा नहीं जा सका और अब तक देश भुगत रहा है?
आपकी सारी बातें सही हो सकती है देश की अर्थव्यवस्था उन्होंने सुधार दी लेकिन उसके बाद 10 साल प्रधानमंत्री रहने के बाद भी देश जिस नंबर पर था वही का वही था मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद 10 साल में देश को गयारह नंबर से 5 नंबर तक पहुंचा दिया मनमोहन सिंह जी की अभी बात नहीं भूल नहीं चाहिए देश की संसाधन पर पहला हक मुसलमान का है भारत को इस हालात तक पहुंचने वाला कौन था कांग्रेसपार्टी 1991 के पहले तो कांग्रेस पार्टी का ही राज देश पर देश की अर्थव्यवस्था कांग्रेस पार्टी नहीं खराब की कांग्रेस पार्टी को नरसिम्हा राव जी का भी मेमोरियल बनाना चाहिए और स्मार लगवाना चाहिए उनका
इनके प्रधान मंत्रित्व काल में जितने घोटाले हुए , जितने बॉम्ब ब्लास्ट हुए , जितने सैनिकों का अपहरण व सिर काटे गए , बैंकों का npa बढ़कर 8-9 % तक हो गया ऐसा कभी नहीं हुआ।
आज के शो की TRP अब तक के सारे प्रोग्राम की TRP सब से कम रहेगी, देख लेना, गारंटी है, पहले अर्थ व्यस्था को डुबोया, फिर, उबारने का ड्रामा किया ओर देश का... बना दिया
Dr Manmohan Singh was more of a bureaucrat than politician. His contribution as an economist must be recognized and lauded. He was right person at right place at right time. Country is reaping benefits of his contribution. However he was spineless and too loyal to 1st family of Indian politics. And did let Mrs. Gandhi to manipulate him and allowed NAC to become Super PMO ( as illustrated in book "Accidental PM" by his media adviser Sanjay Baru. This lowered his stature as Prime Minister. History should be fair to him accordingly. Please bring in Pradeep Singh Ji, he will do a better assessment of Dr. Manmohan Singh.
Even his economic policies were not his but were forced by the IMF otherwise they wouldn't bail us out and we would practically go bankrupt. But he was the darling of Gandhi family. He was the Chief Economic advisor when Indira Gandhi destroyed the economy with her socialist agendas, after that he served as special adviser to PM, RBI governor, Finance Minister till the time India was turned bankrupt in 1991. What followed after that was inevitable, and PV Narsimha Rao had far bigger contribution in that
वे 1970 के बाद से हमारी अर्थव्यवस्था के सबसे बुरे दौर का हिस्सा थे, उन्हें 1991 के आर्थिक सुधारों के लिए पुरस्कृत नहीं किया जाना चाहिए, यह नरसिंहराव ही थे जिन्होंने वह काम किया था। अन्यथा प्रधानमंत्री के रूप में उनकी उपलब्धियां क्या हैं?
(१) मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं बल्कि भारत सरकार के CEO थे जो किसी और के मातहत काम कर रहे थे (२) मनमोहन सिंह के लिए प्रधानमंत्री पद उनके सरकारी नौकरी का extension था ; अपने बड़े सरकारी पदों के दौरान उनने अपने तीनों लड़कियों को भी बड़े सरकारी पदों पर set कर दिया (३) भारत की economy भारत के नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह ने अपने आप नहीं खोला था बल्कि इन लोगों के उपर IMF का डंडा था और IMF ने इन लोगों के बांह मरोड़कर करवाया था - इसलिए भारत की economy खोलने का असली credit तो IMF को मिलना चाहिए . (४) दुनिया के सभी बड़े economists ने किताबें लिखा है लेकिन मनमोहन ने Economics पर कोई किताब लिखा है क्या ?
आपने अच्छा किया कि प्रदीप जी को आज आपने पैनल में नहीं बुलाया या वो खुद ही नहीं आए।उन्हें पूरी तरह पता था कि mm ने क्या किया और यदि पैनल में आ जाते तो शायद रायता फैल जाता।😂
He was nice and humble person but let be honest.. he was a very expensive rubber stamp for the country. He was not strict and firm to take good decisions for the country. Just a useless rubber stamp. RIP
आज का episode तो Thumbnail देखकर cancel कर दिया अग्निहोत्री और त्रिवेदी 2 leftiest लोगों को tolerate नहीं कर सकता एक साथ . ... Nice to See Deepak Ji वापस आए
He was a first class careerist. One should not forget his appointment as a Chairman of UGC. He also allocated Rs 100 crores to Rajiv Gandhi Foundation from Govt Exchequer.
मौनमोहन सिंह 10 वर्ष तक प्रधानमंत्री के रूप अपना शासन अपना जमीर और स्वाभिमान को सोनिया गांधी के चरणों में रखकर किया। वैसे भी गांधी परिवार के अलावा कांग्रेस से जो भी प्रधानमंत्री रहा हो चाहे वह नरसिंहराव हो मौनमोहन सबकी बागडोर सोनिया की उंगलियों में रहा, आभाविहीन।
We pay tribute to our esteemed and honest former Prime Minister, Dr. Manmohan Singh, whose contributions to the nation will always be remembered. His leadership and integrity have left a lasting mark on Bharat. However, I pose a critical question to the host of “Coffee par Kurukshetra” and the distinguished individuals present: Why has there been no discussion about Dr. Manmohan Singh’s rejection of the Swaminathan policy of MSP? This decision has had a significant adverse impact on Bharat’s economy, yet Congress leaders and their allies are now advocating for it. Isn’t it time we addressed this contradiction with clarity and accountability?
Who's responsible for d country to come in that situation.. which post MM Singh was holding before 1991..desh ko gart me lane vala hi vahi shaks the..1971..71 to 1991 kis pad par rahe..just Google it..😂
मनमोहन सिंह जी बहुत काबिल इन्सान थे। पर सोनिया गांधी के दिमाग में था कि केवल वो ही पपेट का रोल निभा सकते थे। मनमोहन जी के पास यदि फ्री हैंड होता और उनके ऊपर कोई बास का दबाव ना होता तो वे मोदी जी के समान देश के हालात बना सकते थे।
प्रदीप जी और सौरभ शर्मा इसलिये नहीं आये क्योंकि मनमोहन की मृत्यु पर सहानभूति मे झूठी तारीफ नहीं कर सकते और इस show मे वही लोग थे जो कोंग्रेसी है और झूठ बोल सकते है.
माननीय मनमोहन सिंह जी,महान अर्थशास्त्री ,महान बौद्धिक क्षमताओं के स्वामी थे,लेकिन साम्राज्यवादी मानसिक शक्तियों के दबाव के कारण,अपनी बौद्धिक क्षमता का पूरा उपयोग नहीं कर पाए।
ऐसा कुछ भी नहीं है मोदी जी ने मनमोहन सिंह जी की तारीफ इसलिए की ताकि उनकी बेइज्जती नरसिंह राव जी की तरह ना हो इसका प्रभाव यह हुआ मनमोहन सिंह जी का पार्थिव शरीर आज कांग्रेस मुख्यालय में है
इंदिरा के समय से मनोहन ही आर्थिक सलाहकार रहा, 1991 तक ऐसा हाल कर दिया कि imf के सामने बिछना पड़ा... यहाँ प्रदीप जी नहीं है उसका कारण साफ है वो पोल खोल देते सोनिया के रोबोट की
मनमोहन सिंह जी बहुत ही अच्छें शाँत स्वाभ के बहुत ही पढेलिखे सिधे साधे नरम दिलके इंशान के रुप मे उनको जानते हैं,,नमन ईश्वंर उनकी आत्मा को शाँती दे🙏😥 जय सियाराम🚩 पर भारत के पीएम के रुप मे वो सिर्फ ईस्लामिक सोनिया ओर राहुल खाँन के गुलाम थे,,,,वो सिर्फ मुसलमानो का सिएम थे,,भारत के सनातनी दलितो जैन बुद्विष्ठ सिखें के पीएम नही थे,, उनको भारत के सनातनी बस उनकी बाते याद रखेंगे कि भारत के हर संसाधन पर पहला हक मुसलमानो का है,,ये बात उनकी सनातनि कभी नही भुल पायेंगे,,😊
प्रदीप जी और सौरभ शर्मा जी के बीना शो मे मजा नही आता ।
सही बात है लेकिन इसको धंधा करना है रजत शर्मा मोसम विज्ञानी पत्रकार है मोदी और मुस्लिम कार्यकम जो चलता है वो पक्का लीगी है
बस एक ही काम किया मनमोहन सिंह ने - देश के संसाधन पर पहला हक मुसलमान का
Wo cut video tha
@@ashutoshcivil9388लेकिन था तो सही
@@ashutoshcivil9388 USKE BAAD BHI BOLA THA
@@Deepsh-y6qghanta bola tha live suna h mene samjhe muslimo ka tha bola unhone or waqf ko jameen kisne di
डॉ मनमोहन सिंह अच्छे व्यक्ति थे हां कांग्रेस पार्टी में जरूर दबाव में आकर के उन्होंने कार्य किया कि कांग्रेस की विचारधारा ही है यह कांग्रेस का अध्यक्ष नेहरू गांधी खानदानी पार्टी का मालिक है बाकी डॉ मनमोहन सिंह जी का भारत के प्रति अद्भुत पूर्ण कार्य किए हैं यह देश हमेशा याद रखेगा
क्या मनमोहन जी लेट- सिक्स्टीज से आर्थिक सलाहकार नहीं थे, क्या मनमोहन जी की देखरेख मे नाईनटीज में भिकारी नहीं बने? फालतू का मक्खन लगाना छोड़ दो। नरसिम्हा राव असल हकदार हैं उपरोक्त प्रशंसा के।
इसीलिए इस प्रोग्राम पर😅😅😅
प्रदीप सिँह जी आज इसीलिए नही है 🤣
Bank Nationalisation jab Indira ne kiya tha us samay ke PM ke advisor team me bhi the Manmohan baad me Liberslisation bji unhone hi kiya tha kyonki ye Narsimharao ki policy thi
क्या सच में डॉ. साब 10 साल खुद सरकार चला पाए? चौरसिया जी 😂
Economic Reforms का क्रेडिट जो मनमोहन सिंह को जाता है, वो वास्तव में तब के प्रधान मंत्री नर सिंह राव जी का है !
डॉ. मन मोहन सिंह का क्रेडिट तो ये है:
१. इनका विश्व विख्यात कथन की "पैसे पेड़ों पर नहीं उगते हैं"!
२. देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमो का है!.
३. अपने पीएम कार्यकाल के दौरान हर योजना में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार करवाना ( ये सही है कि ये स्वयं एक ईमानदार नेता थे, इसमें कोई शक भी नहीं है). लेकिन इस ईमानदारी का क्या फायदा, जिसके ज्यादातर मंत्री / नेता और अफसर बेईमान हों और भ्रष्टाचार में लिप्त हों ?
४. फौज के आधुनिकरण के लिए इनके पास पैसे नहीं थे!
५. अरबों रुपयों के ऑयल बॉन्ड्स जारी कर, आने वाली सरकार के ऊपर महंगाई का ठीकरा फोड़ना और उन्हें कर्ज के बोझ से दबाना!
६. चीन से इतने डरना कि बॉर्डर्स पर कोई डेवलपमेंट कार्य नहीं करना, और यहां तक कि चीन के डर से इनका खुद का हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश में नहीं उतर सका!
७. दिल्ली की १२३ वेश कीमती जमीनें/ बिल्डिंग्स 2014 के आम चुनाव के ठीक पहले वक्फ बोर्ड को दान कर देना.
८. हर समय पाकिस्तान के खौफ में रहना
९. विश्व में देश के सम्मान / अस्मिता को चोट पहुंचाना
10. वक्फ बोर्ड को असीमित शक्तियां देना, उसे कोर्ट से भी ऊपर का दर्ज देना
11. एंटी कम्युनल वायलेंस बिल दो बार संसद में पेश करना, जिसके अनुसार अगर कोई भी दंगा होता तो उसके लिए बहुसंख्यक समाज (हिंदू) को जिम्मेवार ठहराया जाता !
आदि आदि !
अब इस समय इससे ज्यादा इनकी तारीफ नहीं की जा सकती है !
धन्यवाद !
🕉️🚩 जय श्री राम🚩🕉️
🌺 हर हर महादेव 💘
🌹🌱 वंदे मातरम्💝🌺
🚩 जय सनातन🕉️🚩 जय हिन्द! जय भारत🇳🇪🌹🙏
Brother aapki baatein sahi ho sakti hei per wo congress ki chaalein per aaj panchatatva me veelen hue hei aaj kripya is tarah ki baatein na karein
विवेक जी २००८ में सबसे ज्यादा बम फटे थे, उस वर्ष २७०० से अधिक मौत हुई थी। ऐसे ही समय सब याद आता है।@@VivekSharma-ub1qx
शानदार तमाचा
Ekdam sahin kahan.
बिना प्रदीप जी के इस Show को कौन देखेगा?
सुपर प्राइम मिनिस्टर की देखरेख में रहे प्रधानमंत्री को मक्खन लगाना आप लोगों पर ही शोभ सकता है!!!
मनमोहन सिंह जी को श्रद्धांजलि पर देश ने एक गुलाम प्रधानमंत्री भी देखा जो देश को शर्मसार भी करता है। अर्थ शास्त्र के रूप में कामयाब पर प्रधानमंत्री के रूप में जीरा आज सब पड़े लिखे समाज है हर जंनता जानती है मनमोहन सिंह के राज में कैसे लूट रहा था
Jhuta arthsastri. Problem bhi khud kay and phir imf k pas ja kar desh ko girvi rakh diya aur arthsastri. Use se aacha toh main kar leta.
प्रदीप जी के बिना यह शो कुछ नहीं है ❤
यासीन मलिक बुलाकर दिल्ली में मिले थे
बीजेपी ने भी कश्मीरी आतकवादी यासिन को छोड़ा आज नहीं दोस्त ❤
डाक्टर मनमोहन सिंह मतलब सोनीयाका ईमानदार उच्च शिक्षित और भ्रष्टाचारी प्रधानमंत्री।
क्या योगदान है मनमोहन सिंह का?
भारत का संसाधनों पर मुसलमानों का पहला हक़?????
मृत्यु के बाद मनुष्य का अच्छा पक्ष ही देखना एक संस्कारी आचरण है वर्ना अर्थशास्त्री जी के कार्यकाल में ही भारतीय अर्थव्यवस्था Fragile 5 के लेवल पर पहुंच गयी थी। हां, नरसिम्हा राव जी के कार्यकाल में वित्त मंत्री के रूप में अर्थव्यस्था के उदारीकरण का श्रेय उन्हें जाता है जो श्रेय वास्तव में नरसिम्हा राव जी का है।
तुम बकवास कर रहे हो सालों
कांग्रेस ने ही तो देश को ५० वर्ष तक ग़रीबी में रखा स्कूटर तक लोगों को ब्लैक मार्केट में मिलते थे और यह बहुत बड़ी परिवर्तन का समय का सदुपयोग नहीं किया जा सका और देश में पॉपुलेशन बढ़ती रही और शिक्षा में सुधार चिकित्सा के क्षेत्र को सुधारा नहीं जा सका और अब तक देश भुगत रहा है?
आपकी सारी बातें सही हो सकती है देश की अर्थव्यवस्था उन्होंने सुधार दी लेकिन उसके बाद 10 साल प्रधानमंत्री रहने के बाद भी देश जिस नंबर पर था वही का वही था मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद 10 साल में देश को गयारह नंबर से 5 नंबर तक पहुंचा दिया मनमोहन सिंह जी की अभी बात नहीं भूल नहीं चाहिए देश की संसाधन पर पहला हक मुसलमान का है भारत को इस हालात तक पहुंचने वाला कौन था कांग्रेसपार्टी 1991 के पहले तो कांग्रेस पार्टी का ही राज देश पर देश की अर्थव्यवस्था कांग्रेस पार्टी नहीं खराब की कांग्रेस पार्टी को नरसिम्हा राव जी का भी मेमोरियल बनाना चाहिए और स्मार लगवाना चाहिए उनका
इनके प्रधान मंत्रित्व काल में जितने घोटाले हुए , जितने बॉम्ब ब्लास्ट हुए , जितने सैनिकों का अपहरण व सिर काटे गए , बैंकों का npa बढ़कर 8-9 % तक हो गया ऐसा कभी नहीं हुआ।
Waqf को नाजायज ताकत दिया।
आप 4 मिलकर मज़ाक अच्छा करते हैं। 😂
अरे भाई सीधा कहो ना गुलाम गिरी है।
मनमोहन सिंह के राज में कैसे हुआ भ्रष्टाचार रेनकोट पहनकर नहाते थे😅
आज के शो की TRP अब तक के सारे प्रोग्राम की TRP सब से कम रहेगी, देख लेना, गारंटी है, पहले अर्थ व्यस्था को डुबोया, फिर, उबारने का ड्रामा किया ओर देश का... बना दिया
Dr Manmohan Singh was more of a bureaucrat than politician.
His contribution as an economist must be recognized and lauded.
He was right person at right place at right time. Country is reaping benefits of his contribution.
However he was spineless and too loyal to 1st family of Indian politics. And did let Mrs. Gandhi to manipulate him and allowed NAC to become Super PMO ( as illustrated in book "Accidental PM" by his media adviser Sanjay Baru.
This lowered his stature as Prime Minister. History should be fair to him accordingly.
Please bring in Pradeep Singh Ji, he will do a better assessment of Dr. Manmohan Singh.
1971..72 se 1991 tak kis kis post pe rahe..or desh ka bhatta bithaya Dr MM Singh ne..us par koi nhi bolta aaj..😂
Even his economic policies were not his but were forced by the IMF otherwise they wouldn't bail us out and we would practically go bankrupt. But he was the darling of Gandhi family. He was the Chief Economic advisor when Indira Gandhi destroyed the economy with her socialist agendas, after that he served as special adviser to PM, RBI governor, Finance Minister till the time India was turned bankrupt in 1991. What followed after that was inevitable, and PV Narsimha Rao had far bigger contribution in that
कितना मिडिल क्लास तभी विदेश में डिग्री के लिए पढ़ाई करने जाते थे
👍👍👍
Sahi
वे 1970 के बाद से हमारी अर्थव्यवस्था के सबसे बुरे दौर का हिस्सा थे, उन्हें 1991 के आर्थिक सुधारों के लिए पुरस्कृत नहीं किया जाना चाहिए, यह नरसिंहराव ही थे जिन्होंने वह काम किया था। अन्यथा प्रधानमंत्री के रूप में उनकी उपलब्धियां क्या हैं?
Rti act
Forest rights act
Mgnrega
Right to education act
Land acquisition act
123 agreement
Farmer's loan waiver
And much more
अलगावादियों को चाय पे भी बुलाया है
आज मनमोहन सिंह के बारे में विस्तार से चर्चा करने का सही समय नहीं है, अन्यथा उनकी स्थिति बहुत खराब हो जाएगी
1991 की स्थिति तक लेके कौन आया? 😏
Manmohan singh himself brought that situation
यही सच्चाई पत्रकारों ने छुपा लिया इसी को दोगली पत्रकारिता बोली जाती है
Aap deshdrohi ho. Ye prashn poochhte hi bhakt ka thappa lag jaata h. Ye aapne bahut galat baat poochhi h.
सोनिया गांधी से बड़ा कोई नहीं है कांग्रेस में जो अपना नौकर प्रधानमंत्री बना सकती है तो अब क्या चाहिए क्या सुपर कैबिनेट भूल गए क्या देशवासी
भारत वर्ष और उसकी संस्कृति से प्रेम करने वाला शख्स कांग्रेस में शामिल ही नहीं हो सकता।
(१) मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं बल्कि भारत सरकार के CEO थे जो किसी और के मातहत काम कर रहे थे (२) मनमोहन सिंह के लिए प्रधानमंत्री पद उनके सरकारी नौकरी का extension था ; अपने बड़े सरकारी पदों के दौरान उनने अपने तीनों लड़कियों को भी बड़े सरकारी पदों पर set कर दिया (३) भारत की economy भारत के नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह ने अपने आप नहीं खोला था बल्कि इन लोगों के उपर IMF का डंडा था और IMF ने इन लोगों के बांह मरोड़कर करवाया था - इसलिए भारत की economy खोलने का असली credit तो IMF को मिलना चाहिए . (४) दुनिया के सभी बड़े economists ने किताबें लिखा है लेकिन मनमोहन ने Economics पर कोई किताब लिखा है क्या ?
माननीय पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह जी को विनम्र श्रद्धांजली।
बहुत आच्छा लगा दीपक जी को बहुत दिनो के बाद देख कर
विजयत्रिवेदी जी की समीक्षा और विश्लेषण
हमेशा अनोखी और रोचक और सत्य के निकट होती है
Love Peenaj Tyagi!! Great, charismatic anchor. Saurabh is great too -:)
पार्टी कोई भी हो देश का आगे बढ़ना जरूरी है हम रहे या न रहे
आपने अच्छा किया कि प्रदीप जी को आज आपने पैनल में नहीं बुलाया या वो खुद ही नहीं आए।उन्हें पूरी तरह पता था कि mm ने क्या किया और यदि पैनल में आ जाते तो शायद रायता फैल जाता।😂
देश के संसाधनों पे पहला हक़ मुसलमानो का है, ये बयान देने वाले की तारीफ होनी चाहिए
जब तीन मूर्ति भवन को प्रधानमंत्री संग्रहालय बना दिया गया है तो फिर अलग से स्मारक की क्या जरूरत है?
क्योंकि मोदी जी को मनमोहन विद्रोही घोषित करना है जवाहर लाल से बड़ा पीएम बनाने की कोशिश कर रहे हैं
इन तीनों राजनीतिक विश्लेषकों से अच्छा तो कांग्रेस के लीडर को बुला लिया होता l
Ye Vijay ne to khangresh join kar diya lagta hai
ए तीनो राजनीतिक विश्लेषक कॉंग्रेसी से कम नहीं हे. कांग्रेस के जमाने में खूब मलाई खाई हे भाई ऋण तो चुकाना है
मनमोहन सिंह का देश के लिए योगदान 00 है।
❤❤❤ Jai Hind Jai Bharat ❤❤
He was nice and humble person but let be honest.. he was a very expensive rubber stamp for the country. He was not strict and firm to take good decisions for the country. Just a useless rubber stamp. RIP
ओम शांति 🙏
Aaj dono patrakaro ko pura mauka mila congress ki prashansa krne ka
As economic advisor, he levied 98% income tax, All money got stashed in Swiss banks.
Very well structured...
Please don't telecast/produce this show when Saurav Sharma is on leave.
Mai BJP wala hu but Manmohan Singh Ji ne Bahut achhe se Jitna ho saka Desh ko bachaya
आज का episode तो Thumbnail देखकर cancel कर दिया अग्निहोत्री और त्रिवेदी 2 leftiest लोगों को tolerate नहीं कर सकता एक साथ . ...
Nice to See Deepak Ji वापस आए
मैं बिल्कुल नहीं मानता कि मनमोहन सिंह कोई महान प्रधानमंत्री थे इतना खराब प्रधानमंत्री कभी ना मिले हम देश वासियों को कामना करता हूं!
उनकी सब से बडी खुबी उनके अंदर खुद्दारी और स्वाभिमान नही थे. 🤓
Yashin malik ko ab delhi bulaker kaun milega 😂, desh ke sanshadhan per pehla haq mushalman ko kon dilayega
आज का शो तो केवल मेकओवर शो है।पूरा शो व्यर्थ है।
Kya Saurabh aap year end holiday par hai kya we miss you CPK❤
He was a first class careerist.
One should not forget his appointment as a Chairman of UGC.
He also allocated Rs 100 crores to Rajiv Gandhi Foundation from Govt Exchequer.
Saurabh sharma😢😢😢😢
सौरव भाई आप नहीं होते हो मजा नहीं आता इस प्रोग्राम मैं 🙏🙏आप कहाँ हो सर 🙏🙏🙏आपका बहुत बड़ा फाइन हुँ 🙏🙏
कॉफ़ी पर कुरुक्षेत्र नहीं आज मनमोहन का सच छुपाओ रख दो
The Great Economist Prime Minister...One and Only One..Dr.Manmohan Singh Ji..Naman..
Jo kuchh hua.. IMF ke dande se hua..m m Singh ke karan hi to desh us gart me pahuncha..
बकवास नमन
Sorabh sharma or pradip ji kaha he un ke bina is show me maja nhi aa rha h
सबसे घटिया प्रोग्राब अब तक का
DR MANMOHAN SINGH JI DESH KA LIYE ACHA PM THA
पैनलिस्ट को पहले रीडर्स का कमेंट्स देख लेना चाहिए ।
इसमें से किसी ने इस बात का ज़िक्र नहीं किया कि सोनिया जी के परोक्ष राज ( NAC) के लिए एक परफेक्ट येसमैन की आवश्यकता थी।
(५) ये लोग जो भारत की economy का क्रेडिट मनमोहन सिंह को दे रहे हैं तो इनको सच्चाई का ज्ञान ही नहीं है !!
जय श्री राम
Dr Manmohan Singh rajniti nahin niti Raj Kiya❤❤
प्रदीप सिंह के बिना इस शो में मज़ा नहीं आता
Yes for his tenure of Narsimah Rao regime .
मौनमोहन सिंह 10 वर्ष तक प्रधानमंत्री के रूप अपना शासन अपना जमीर और स्वाभिमान को सोनिया गांधी के चरणों में रखकर किया। वैसे भी गांधी परिवार के अलावा कांग्रेस से जो भी प्रधानमंत्री रहा हो चाहे वह नरसिंहराव हो मौनमोहन सबकी बागडोर सोनिया की उंगलियों में रहा, आभाविहीन।
Shaurabhji aur Pradip ji agar ap dono show per nahi aa paye to ye program karo hi mat , bakwaas lagta hai apke bager
Late PV Narsimma Rao was the Father of Economic Reforms
We pay tribute to our esteemed and honest former Prime Minister, Dr. Manmohan Singh, whose contributions to the nation will always be remembered. His leadership and integrity have left a lasting mark on Bharat.
However, I pose a critical question to the host of “Coffee par Kurukshetra” and the distinguished individuals present: Why has there been no discussion about Dr. Manmohan Singh’s rejection of the Swaminathan policy of MSP? This decision has had a significant adverse impact on Bharat’s economy, yet Congress leaders and their allies are now advocating for it. Isn’t it time we addressed this contradiction with clarity and accountability?
Who's responsible for d country to come in that situation.. which post MM Singh was holding before 1991..desh ko gart me lane vala hi vahi shaks the..1971..71 to 1991 kis pad par rahe..just Google it..😂
इनकी सोच तो मुस्लिम हक में थी
मनमोहन सिंह जी बहुत काबिल इन्सान थे। पर सोनिया गांधी के दिमाग में था कि केवल वो ही पपेट का रोल निभा सकते थे। मनमोहन जी के पास यदि फ्री हैंड होता और उनके ऊपर कोई बास का दबाव ना होता तो वे मोदी जी के समान देश के हालात बना सकते थे।
भारत में भ्रष्टाचार मौन सिंह के राज में खूब फला फूला. जय हो खान ग्रेस की सरकार की.
मनमोहन नहीं होते 1991 का हाल ही नहीं होता कि imf के सामने लेट जाना पड़ता
Credit to Narsihma Rao but better to forget the period of 2004 to 2014 when Sonia Gandhi spoiled him.
Kindly arrange a talk on Direct Tax Code
We r missing pradeep ji
प्रदीप जी और सौरभ शर्मा इसलिये नहीं आये क्योंकि मनमोहन की मृत्यु पर सहानभूति मे झूठी तारीफ नहीं कर सकते और इस show मे वही लोग थे जो कोंग्रेसी है और झूठ बोल सकते है.
दीपक फूकरिया का पैर काहे काप रहा है
कम फुका करो भई
ये एंकर नहीं महा बकलोल है
Where is saurabh sharma
आज कोई नकारात्मक संवाद/सवाल नहीं खड़े करना चाहता।
Where is Sourabh Sharma? Coffee per kurukshetra means only with Sharma
माननीय मनमोहन सिंह जी,महान अर्थशास्त्री ,महान बौद्धिक क्षमताओं के स्वामी थे,लेकिन साम्राज्यवादी मानसिक शक्तियों के दबाव के कारण,अपनी बौद्धिक क्षमता का पूरा उपयोग नहीं कर पाए।
इतने अच्छे थे मनमोहन तो सोनिया गांधी या प्रियंका या अन्य नेता क्यों नहीं पहुंचे मनमोहन के परिवार को सांत्वना देने के लिए? राहु
ऐसा कुछ भी नहीं है मोदी जी ने मनमोहन सिंह जी की तारीफ इसलिए की ताकि उनकी बेइज्जती नरसिंह राव जी की तरह ना हो इसका प्रभाव यह हुआ मनमोहन सिंह जी का पार्थिव शरीर आज कांग्रेस मुख्यालय में है
I am dropping off in the beginning looking at the Panelists
अब इस शो को देखने का मन नहीं करता
इंदिरा के समय से मनोहन ही आर्थिक सलाहकार रहा, 1991 तक ऐसा हाल कर दिया कि imf के सामने बिछना पड़ा... यहाँ प्रदीप जी नहीं है उसका कारण साफ है वो पोल खोल देते सोनिया के रोबोट की
मनमोहन सिंह मोदी से बेहतर थे और वो कर्म में विश्वास रखते थे ना कि ज़ुम्लेबाजी मैं,
आज के प्रोग्राम पर😅😅😅😅😅😅😅😅
मनमोहन सिंह जी बहुत ही अच्छें शाँत स्वाभ के बहुत ही पढेलिखे सिधे साधे नरम दिलके इंशान के रुप मे उनको जानते हैं,,नमन ईश्वंर उनकी आत्मा को शाँती दे🙏😥 जय सियाराम🚩
पर भारत के पीएम के रुप मे वो सिर्फ ईस्लामिक सोनिया ओर राहुल खाँन के गुलाम थे,,,,वो सिर्फ मुसलमानो का सिएम थे,,भारत के सनातनी दलितो जैन बुद्विष्ठ सिखें के पीएम नही थे,,
उनको भारत के सनातनी बस उनकी बाते याद रखेंगे कि भारत के हर संसाधन पर पहला हक मुसलमानो का है,,ये बात उनकी सनातनि कभी नही भुल पायेंगे,,😊
As a PM bhi unko describe karo... Yaar
yasin malik aur manmohan par bhi bol lo
सौरभ शर्मा ने इंडिया टीवी छोड़ दिया है।😢😢😢😢
Participants me 2 Congress ke purana Durbariya hai😂😂😂😂😂
...desh ke PM ki bajaya vo ek clerk ki tarah kaam karate rahe ....
Yea program sradhanjali ke thik hai. Lekin sachai se bahut dur.