So Sorry: Yogi Ka Darr | CM Yogi | UP Police | Atiq ahmad | Umesh Pal Murder Case | UP Government

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  • Опубліковано 13 бер 2023
  • In this episode of So Sorry, the celebration of Holi by political parties is shown in a funny way.
    #pmmodi #cbi #sosorry #indiatoday
    __________________________________________________________________
    About Channel:
    So Sorry is an exclusive Politoons series by India Today Group. It is India's first politoons series and an initiative by India Today Group which focuses exclusively on the most trending and controversial news from all over India.
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КОМЕНТАРІ • 516

  • @007arnov
    @007arnov Рік тому +237

    Wish he was CM of West Bengal too !!

    • @karank6097
      @karank6097 Рік тому +10

      vote doooo

    • @Ex-Muslim_Arzan
      @Ex-Muslim_Arzan Рік тому

      No man, West Bengalies don't deserve him, Let leftism, over education, oversmartness and love towards muslim suffer them.

    • @pipipupu5104
      @pipipupu5104 Рік тому

      ​@@karank6097kisko vote de be bengali kahi ke

    • @karank6097
      @karank6097 Рік тому +4

      @@pipipupu5104 I'm not bengali... bjp ko vote do

    • @harharmahadavjaishreeram4223
      @harharmahadavjaishreeram4223 Місяць тому +1

      Sorry boss hum apne yogi ji aditya nath ji kisi ko nhi dhe ge
      Jai shree Ram

  • @mayureshwar4497
    @mayureshwar4497 5 місяців тому +45

    Yogi ji jo bolte hai woh karte hai, miti me mila diya finally 😅😅😅. Every state of India need a CM like Yogiji ❤🙏🙏🙏

  • @jaagteraho2656
    @jaagteraho2656 Рік тому +769

    After getting cm like Yogi adityanath proud to be an uttar pradesian

    • @jameammarijr.2248
      @jameammarijr.2248 Рік тому +23

      Be an Indian or Bhaaratiya bhai. It's okay :)

    • @nikitabaljekar7120
      @nikitabaljekar7120 Рік тому +3

      ☺️🙏🙏🙏🙏🙏❤️💛💜💚🧡❤️💛💜💜💚💚🧡❤️❤️💛💜💚🧡🧡💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय Jaagteraho2656🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @sarthak___007__
      @sarthak___007__ Рік тому +4

      Akhilesh yadav zindabad 🎉

    • @syhuhjk
      @syhuhjk Рік тому +46

      @@sarthak___007__ we don't need mafia

  • @shhhh....kuchmatbolosecula5881
    @shhhh....kuchmatbolosecula5881 Рік тому +53

    Yogi Ji rocks 😎🤏
    Atique shock 🔥

  • @uwaditya4232
    @uwaditya4232 Рік тому +538

    Modiji cleaning scammers 😌
    Yogiji cleaning mafias 👿

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому +4

      आदरणीय UWadityaji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @sarthak___007__
      @sarthak___007__ Рік тому

      modi himself a scammer

    • @sohu_atif5672
      @sohu_atif5672 Рік тому +6

      Adani 😂😂😂

    • @uwaditya4232
      @uwaditya4232 Рік тому +1

      @@sohu_atif5672 Adani 10% tax deta h 100000 + job deta h , 23k se jyda employees h , sabse bada project Rajasthan mai chal rha h OR chamche adani adani kr rha h

    • @dallenmcdermott18
      @dallenmcdermott18 Рік тому

      ​@@avadhutjoshi796tf

  • @pcp4231
    @pcp4231 Рік тому +63

    Received from a senior retired banker:
    Experience of a Banker (IDBI) in UP- Atiq Ahmed, a notorious mafia don has been shot dead in UP. It was a very fascinating news for me. I heard Atiq’s name for the first time in 2005 when we were planning to auction the assets of Rajinder Steels Ltd., one of 634 cases in SASF portfolio. Atiq was an M.P. of Samajwadi Party and was in jail at that time for some serious criminal activity. He came out on parole during the auction time, perhaps only to “participate” in the auction. Rajinder Steels Ltd was in liquidation and in possession of Official Liquidator of Allahabad High Court. The auction was to take place in Allahabad. SASF was represented by our colleague Mr A.K. Mishra. There was good interest in the assets and 11 bidders, (a few of them very reputed) participated with sealed bids. At the scheduled time of auction, Atiq Ahmed along with 15 of his aides armed with AK 47 guns forced themselves in and proceedings were taken over by Atiq. He asked the bidders to open the sealed covers and forced them to correct their bid amounts as dictated by him. No bidder was allowed to withdraw or move out of Allahabad before conclusion of the auction. Mr Mishra gave me a ring and told me that things are not going well in the Auction.
    Mr Mishra before leaving Allahabad explained to me what happened at the Auction site. I also got a call from one of the bidders who explained the same thing that Mr Mishra narrated. He additionally informed me that Atiq had summoned all the bidders to meet him at a hotel in the evening, with a strict warning that nobody will leave Allahabad before the meeting.
    On our side, we were wondering what to do. As per the advise of Harish Chander, we sent a Fax to Hon. Judge Mr Ambavani of Allahabad High Court requesting him to cancel the Bids and to allow SASF to hold the auction anywhere in India except in Uttar Pradesh. Harish was very confident about the uprightness and honesty of this Judge.
    The process of bidding directed by Atiq was narrated to me by a bidder, (CMD of a large Steel company). All the 11 bidders were present at the specified hotel and Atiq told the bidders that one steel company (as decided by him) will finally bid for an amount of Rs 23 cr and nobody will bid above that. The said company will have to pay Rs 16 crore to him out of which Rs 8 crore or 50% will go to himself and Rs 8 crore will be divided equally among the bidders.
    It was a pleasant surprise for us in SASF when we received a message from Allahabad High Court the very next day that Rajinder Steel bid has been cancelled and that SASF was free to hold the auction anywhere in India. The Judge also ordered for a CBI enquiry into the issue. Mr Mishra and Harish Chander had to appear before CBI even in 2018-19 in this case. As I learn from Harish and Mishra, Justice Ambawani was monitoring the CBI case and it is pending for decision.
    The auction of the assets was held in IDBI Tower and the assets were sold to Jayswal NECO Ltd at around Rs 75 crore.
    It is nice to learn that UP is a much better place for investment now and that CM Yogi has done good by putting goondas in jail or eliminating them. Thought of sharing this interesting experience when I saw the news about the death of Atiq. There was threat on our lives, but the grit and courage shown by Mishra and Harish Chander who were my Legal stalwarts at that time was exemplary.

    • @nothing-.-everything
      @nothing-.-everything Рік тому +8

      Such real incidents should be come forward so that people can understand the significance of current up leadership..... lifting themselves above politically influenced narrative based on caste, religion etc projected by so called opposition and politicians who are actually not interested in common man's welfare

  • @dailydilema444
    @dailydilema444 Рік тому +261

    honestly saying, u r portraying the plot well with a good humour 😂😂.
    thanks for all u r efforts 💕💕

  • @jaynayak9463
    @jaynayak9463 Рік тому +18

    Modi Ji - Did Progress in Economy
    Yogi Ji - Abolished Terrorism

    • @archigoel
      @archigoel Рік тому

      Modi Ji -- literally every program he did failed. Roads and Railways were done by individual ministers.

    • @jaynayak9463
      @jaynayak9463 Рік тому

      @@archigoel the people who didnt got home and food , were gifted by modiji by his programs

  • @adyashadas202
    @adyashadas202 Рік тому +245

    Our next loved prime minister....I always pray for his safety....

    • @psrproduction3559
      @psrproduction3559 Рік тому

      Majak matt kiya kro goli marr kar pehnk de ge Salle koa 😂😂😂

    • @Iamthewarner557
      @Iamthewarner557 Рік тому +1

      @OSM SHORTS
      *“Similarities between Islam & Hinduism”*
      "Ma chidanyadvi shansata"
      *O friends, do not worship anybody but Him, the Divine One.*
      [Rigveda Book 8 :1:1]10
      Similar message is in the Qur'an which is Final revelation from God almighty.
      Allah our Lord says,
      *Surely this religion(Islam) of yours is ˹only˺ one, and I am your Lord(Allah), so fear Me ˹alone˺.*
      Qur'an (23:52)
      Brahma Sutra of Hindu Vedanta:
      "Ekam Brahm, dvitiya naste neh na naste kinchan"
      *"There is only one God, not the second; not at all, not at all, not in the least bit".*
      Allah almighty our Lord says
      *Your real Deity is but One. He Who is Lord of the earth and the heavens and of all that is between them, and Lord of all Easts.*
      Qur'an (37:5)
      "Na tasya Pratima asti"
      *There is no image of Him.*
      [Yajur Ved 32 : 3]
      So its not allowed for you all to make idols of God. Because Idol worshiping is prohibited in your scripture.
      "Ekam evaditiyam"
      "He is One only without a second."
      [Chandogya Upanishad 6:2:1]
      Its clear from above verse that there was a messanger sent by Allah to the people who are worshipping idols meaning Hindus.
      In Qur’an Allah Almighty says,
      Accordingly, we sent to every community a Messenger, saying,
      *"Worship Allah and keep away from the taghut(False Gods)."*
      I invite you to Islam, and if you become a Muslim you will be safe, and Allah will double your reward, and if you reject this invitation of Islam you will be committing a sin.
      (And I recite to you Allah's Statement:)
      Allah almighty our creator says,
      *Say, "O people of the Book! Come to what is common between us and you, that we worship none but Allah; that we associate nothing with Him and that none of us shall make as our Lord any other than Allah."*
      Qur'an (3:64)

    • @gagan1063
      @gagan1063 7 місяців тому

      @GamingwithRico010 Behave properly with our sisters , otherwise tumhe mitti mai mila denge

    • @proximacentury1110
      @proximacentury1110 7 місяців тому

      Ha jaagh tabliki
      chalo Ghar wapsi karlo
      Or Al lat, uzzat, or AL MANNAT
      Ki Pooja karo​@@Iamthewarner557

    • @AyushSingh-th8wo
      @AyushSingh-th8wo 5 місяців тому +4

      ​@@Iamthewarner557yes both are same , you are most welcome to leave it and come to your roots ,the truth, get shiva's grace and leave the cult you're in today. Be mature thankyou namaste

  • @rushi.3
    @rushi.3 Рік тому +15

    Akhir kaar mitti me lila hi diya !! 😅😅

  • @thesomjitdey
    @thesomjitdey Рік тому +39

    2029- PM of India Yogi Baba❤

  • @03615165
    @03615165 Рік тому +52

    Aisa he hona chahiye,,wahh Yogi ji you are the best 👍👍🇮🇳🇮🇳

  • @sunitagandhi9291
    @sunitagandhi9291 Рік тому +147

    Wow, superb video,
    We are proud of INDIA and YOGIJI.. BEST TOONS 😂😂😂

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय Sunita Gandhiji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @stanfacts4249
      @stanfacts4249 Рік тому

      Bhag bhogi...
      Inhe or aatahi kya he. Intake bare main bolo to sajja or ye log dusaron pe update Hai majja

    • @sunitagandhi9291
      @sunitagandhi9291 Рік тому

      @@stanfacts4249
      Disgusting people, negative 🤢🤢🤢

    • @737e7dhs4
      @737e7dhs4 Рік тому

      We kon tu tera baap aur teri ma?

    • @midhunkm1547
      @midhunkm1547 7 місяців тому

      @@737e7dhs4 Ja na anti nationalist

  • @e-test4938
    @e-test4938 Рік тому +38

    Better than pathan movie 😆

  • @leenagiri
    @leenagiri Рік тому +26

    "Jali Ko Aag Kahte Hain, Bhuji Ko Raakh Kahte Hain, Jis Raakh Se Barood Bane, Usse Yogi Adityanath Kehte Hain"

  • @MrT7461
    @MrT7461 Рік тому +16

    Yogi 🚩🚩🚩
    Respect from odisha 🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @lakhsinghinda3741
    @lakhsinghinda3741 Рік тому +127

    Power of Yogi ji 😎😎😎😎

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय Lakhsinghindaji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @sunitagandhi9291
      @sunitagandhi9291 Рік тому +2

      Powerful MODIJI N YOGIJI TRUELY GENIUNE TEAM ROXX 🇮🇳🇮🇳🐯🐯🐯🕉️🕉️🌷🌷🙏🙏

    • @AbuHurairaKing
      @AbuHurairaKing Рік тому +1

      Next target cm yogi

    • @lakhsinghinda3741
      @lakhsinghinda3741 Рік тому

      @@AbuHurairaKing 😎😎

    • @lakhsinghinda3741
      @lakhsinghinda3741 Рік тому

      @@sunitagandhi9291 🚩🚩😎😎

  • @pradipsingha2583
    @pradipsingha2583 Рік тому +12

    Modern Parshuram hai Yogiji.

  • @yadavN.M.2173
    @yadavN.M.2173 Рік тому +41

    जय श्रीराम! जय जय श्रीराम!🚩🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय Yadv.m2173🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

  • @chemistrywala2
    @chemistrywala2 Рік тому +16

    Nice video 📸 Yogi ji ka

  • @amitexo
    @amitexo Рік тому +28

    This cartoon turned out to be somewhat true. He came out of prison and he was killed. Yeh darr hona chahiye inn so-called mafia gangsters ko!

  • @santoshvadar2677
    @santoshvadar2677 Рік тому +6

    😂😂😂 kya mast अॅनिमेशन hai...😂😂😂

  • @BhushanKA
    @BhushanKA Рік тому +11

    Modi ji or yogi ji deadly duo 🥵🔥

  • @user-nr9bv1iy3y
    @user-nr9bv1iy3y Рік тому +64

    Wohi kanoon, wohi officer, wohi police, wohi adalat
    Pharak sirf Immandar rajneta.
    Give vote wisely keeping" Desh sarvopari ".

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому +1

      आदरणीय 🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

  • @pearlwwhite2291
    @pearlwwhite2291 Рік тому +6

    😂😂👏👏👏 excellent ausa hi hona chahiye Shasak! Yogiji Ki yug yug lambi aayu karey Waheguruji

  • @pokesuperhindi
    @pokesuperhindi Рік тому +11

    Up mein ka ba?
    :- Yogi ka dar ba
    🤣🤣😎😎🚩

  • @chess862
    @chess862 Рік тому +9

    Yogi as a PM

  • @anuragshukla7309
    @anuragshukla7309 Рік тому +15

    Super! Future of कानून- व्यवस्था।
    बहुत बुरी अवस्था हो चुकी थी

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय AnuragShuklaji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @rohitdevshatwar3944
      @rohitdevshatwar3944 Рік тому +1

      hmm mafia mar raha hai toh aapko buri avastha lag rahi hai kya baat hai

  • @Rrrrrrrrrrrrrrrr834
    @Rrrrrrrrrrrrrrrr834 Рік тому +31

    Best creation ever I seen 😂😂💯👍

  • @shivani886
    @shivani886 Рік тому +26

    I love Yogi ji so much ❤️🙏🙏🙏

  • @0Bharat
    @0Bharat Рік тому +43

    भारत को ऐसे ही गृह मंत्री की जरूरत है उसके बाद प्रधानमंत्री बने यह मेरी आशा है

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय RTS982🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @dushyantnetam7609
      @dushyantnetam7609 Рік тому +2

      Pm

    • @sherlockbronze9352
      @sherlockbronze9352 Рік тому

      News dekha?

    • @sherlockbronze9352
      @sherlockbronze9352 Рік тому +2

      Abhi bhi chahiye?

  • @yogandhavashishtha
    @yogandhavashishtha Рік тому +5

    Pm Yogi ka intezar hai🚩🚩

  • @jhdesai802
    @jhdesai802 Рік тому +291

    👍😀😃😫 India needs Such Powerful and honest Chief Minister in every State! His picture is only enough to scare Hard core criminals.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय JHDesai802🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @shabanrangrezz9409
      @shabanrangrezz9409 Рік тому +4

      Nasir junaid Sidhu moose wala ko bhi insaaf dilaao 😭😭ab nahi bolega koi bhi andbhakt

    • @mattazihersdsdjlvfivlfdbo
      @mattazihersdsdjlvfivlfdbo Рік тому +7

      ​@@shabanrangrezz9409 punjab mei bjp govt aane do..abhi to tumhare pappa log hai wha

    • @fire6915
      @fire6915 Рік тому +3

      ​@@shabanrangrezz9409 tum log itna religion religion kuu krte hooooo Don vikas bhi ka bhi toh encounter hua tha.
      Ese mat kiya karo, isliye tumhara religion bhut peeche hai india mai baaki religion ke comparison mai.

    • @sherlockbronze9352
      @sherlockbronze9352 Рік тому

      ​@@fire6915 woh toh sirf tum karte ho aur politicians

  • @sudhanshukumar3480
    @sudhanshukumar3480 Рік тому +13

    बुल्डोजर बाबाजी का यह डर आगे भी कायम रहना चाहिए।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय SudhanshuKumarji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

  • @rahultripathiunnao
    @rahultripathiunnao Рік тому +5

    बहुत बढ़िया. आज अतीक को वाकई मिट्टी में मिला दिया.

  • @bloreappuappy926
    @bloreappuappy926 Рік тому +30

    😊One video gives such mind blowing messages for nation ❤

  • @rishabhrao9038
    @rishabhrao9038 Рік тому +35

    CM Yogi is the man!! May God bless him with a very long and happy life. Very entertaining presentation 😁😁

  • @sanatanibharat218
    @sanatanibharat218 Рік тому +8

    Baba 🚩😎👊🔥

  • @sahrameshkumar99
    @sahrameshkumar99 Рік тому +27

    Maja aa gaya bhai
    Pagal logo ko dekh kar
    🤣🤣🤣🤣🤣😁😁😁😁😁

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय SahrameshKumarji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

  • @gkplus2877
    @gkplus2877 Рік тому +23

    "पूरी दुनिया जीत सकते हैं संस्कार से"
    और जीता हुआ भी हार जाते हैं
    अहंकार से...!!🥀🌿🥀🌿🥀🌿🥀

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय GKplus2877🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

    • @MPCH478
      @MPCH478 Рік тому

      कहना क्या चाहते हो😂

  • @mathsreasoninglove3336
    @mathsreasoninglove3336 Рік тому +7

    Please make part 2 after atiq Ahmad shooting 😜

  • @marljonarabejo9141
    @marljonarabejo9141 Рік тому +4

    1:26 T h i c k E Y E S!!!!

  • @mohitraina648
    @mohitraina648 Рік тому +4

    Our next PM

  • @himanshudebnath1042
    @himanshudebnath1042 Рік тому +4

    Sach ho gaya

  • @abhijeetraut6427
    @abhijeetraut6427 Рік тому +5

    Khatam tata good bye gaya

  • @Marcos12385
    @Marcos12385 Рік тому +4

    😂😂😂😂👍👍👍👍👍.. Yogi ji ki jai💪

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय Zinjinpingji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

  • @sathe61
    @sathe61 Рік тому +5

    Awesome 👍👍👍👍....Yogi Ji next PM....

  • @juwelchowdhury9562
    @juwelchowdhury9562 Рік тому +8

    জয় শ্রীরাম 🕉️🚩🚩🚩💖🌹
    বুলডোজার বাবা জিন্দাবাদ 🥰😘🥰

  • @Technique1995
    @Technique1995 Рік тому +7

    If he had been the CM of West Bengal. Maza aa jata.

  • @technicalfacts8416
    @technicalfacts8416 Рік тому +4

    CM Yogi be like : Jalwa hai hamara

  • @mundabai1609
    @mundabai1609 Рік тому +2

    😀😀😆 Yogi baba jindabad 💪🇮🇳

  • @nantudasautoelectrician3639
    @nantudasautoelectrician3639 Рік тому +4

    Khoob achcha hua

  • @dikshitanath2915
    @dikshitanath2915 Рік тому +5

    Lots of respect from ASSAM YOGI JI 🙏🇮🇳🇮🇳

  • @rajeshchandra8926
    @rajeshchandra8926 Рік тому +5

    Yogi Ji means respect of law and order, Yogi Ji is the only hope for India 🇮🇳 respect this person .

  • @ArjunKumar-qv6sz
    @ArjunKumar-qv6sz Рік тому +5

    योगी योगी योगी

  • @jack4293
    @jack4293 Рік тому +4

    Holy nice foreshadowing

  • @futurestarboi
    @futurestarboi Рік тому +2

    Jaai ho yogi ji ❤ 🙏🙏🙏🙏

  • @adityaswaroop8166
    @adityaswaroop8166 Рік тому +4

    We need to sequel to its end where the characters on route for Medical examination turns out to a post mortem report.

  • @SahilSingh-bl9yi
    @SahilSingh-bl9yi Рік тому +3

    Jai Sanatan Dharm

  • @cmarvschowdary8241
    @cmarvschowdary8241 Рік тому +8

    ఉత్తరప్రదేశ్ చాలా అదృష్ట రాష్ట్రం ఎందుకంటే ఉత్తర ప్రదేశ్ కి యోగి ముఖ్యమంత్రిగా ఉన్నారు

  • @Nganesh383
    @Nganesh383 2 місяці тому +1

    😂😂iron man yogi sarkar😂😂

  • @lopamudradas5017
    @lopamudradas5017 Рік тому +3

    Yogiji Sahi kar rahe hein

  • @ganeshpalhal7339
    @ganeshpalhal7339 Рік тому +7

    जय श्री राम

  • @jagadishbasavaraj5269
    @jagadishbasavaraj5269 Рік тому +4

    I am praying God to provide Karnataka state CM like Yogiji and Successor of Modiji

  • @mangalsahu9009
    @mangalsahu9009 Рік тому +3

    Jai ho

  • @gkplus2877
    @gkplus2877 Рік тому +5

    सलाह हारे हुए की,
    तजुर्बा जीते हुए का
    और दिमाग़ खुद का
    इंसान को कभी हारने नहीं देता।।।।
    🌷🌿🌼🌾🌷🌿🌼🌾🌷🌿🌼

  • @SunilKumar-ex6tl
    @SunilKumar-ex6tl Рік тому +5

    Good 👍

  • @navalkishor806
    @navalkishor806 4 місяці тому +2

    Yogi raj 🚨🚨🚨🚓

  • @u.syadav5321
    @u.syadav5321 Рік тому +3

    Jalwa hai Gorakhpur Zila Ka...
    JAI HIND 🇮🇳💯

  • @vikasdwivedi4757
    @vikasdwivedi4757 Рік тому +10

    C.M Aisa hi hona chahiye jisse mafiya log ghabrayein

  • @devbiswas4741
    @devbiswas4741 Рік тому +7

    Please come to West Bengal Yogi ji we need you ..

  • @gouraharinayak5373
    @gouraharinayak5373 Рік тому +4

    Very good

  • @SudeepAdhikari0611
    @SudeepAdhikari0611 Рік тому +3

    Proud Of Yogi Ji

  • @intertainment56
    @intertainment56 Рік тому +4

    Best Cm yogi aditya nath ❤️❤️🙏🙏🙏jai hind

  • @priyadixit1063
    @priyadixit1063 Рік тому +5

    😂😂😂😂😂😂👍😂👍

  • @jeetpatel4178
    @jeetpatel4178 Рік тому +3

    Next PM " Yogi BaBa" ki jai ho.... 🚩🚩🚩🚩🚩🚩

  • @bharat_rss2020
    @bharat_rss2020 Рік тому +3

    Yogi babab 🐯

  • @bittujatav-zm6mw
    @bittujatav-zm6mw Рік тому +3

    Yogi bosss❤

  • @sahiltaneja9021
    @sahiltaneja9021 Рік тому +2

    Jai ho Yogi ji 🤘🏻

  • @DevendraKumar-tw9ed
    @DevendraKumar-tw9ed 5 місяців тому +1

    Bilkul sach hai😅

  • @MSDian9
    @MSDian9 Рік тому +2

    Maza aya 👌

  • @yesudasanmanjalil3963
    @yesudasanmanjalil3963 Рік тому +9

    Who is here after the death of Atiq Ahmad..? 😂

  • @mohangupta5588
    @mohangupta5588 Рік тому +3

    बहुत बढ़िया योगी सरकार

  • @vickyagrawal8265
    @vickyagrawal8265 Рік тому +2

    Ye dar hame acha laga 😂😂😂😂😂

  • @HritikKothari-fw4nr
    @HritikKothari-fw4nr Рік тому +2

    Super yogi

  • @RohitKapoorYouTube
    @RohitKapoorYouTube Рік тому +7

    0:45 sec of this clip shows various gunshot sounds used in Hindi films like Sholay (1975), Gupt (1997) & Dushman (1998)... amazing animated satire 😄

    • @chanderprakash3159
      @chanderprakash3159 10 місяців тому +1

      And all of these sounds are taken from my video 8)

  • @dipankardas7661
    @dipankardas7661 Рік тому +4

    Very nice

  • @yogeshkumar603
    @yogeshkumar603 Рік тому +6

    Yogi baba is great cm or our next pm after modi ji

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय YogeshKumarji🙏
      मैं अलग विषय पर बात करने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से संदर्भ से बाहर हूं। हमारे देश में हमारी व्यवस्था बुनियादी तौर पर विरोधाभासी है और यह विरोधाभास हर जगह दिखता है। इसने हमारी राजनीतिक बुद्धिमत्ता/संवेदनशीलता को दूषित किया है और इसलिए देश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बर्बाद कर दिया है।। मेरे विचार से इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के सन्दर्भ में भारत विरोधाभासों, सर्वथा विपरीत विचारों, शून्य तार्किकता वाला विश्व का एक मूर्ख राष्ट्र है।
      हमारे देश में कोई भी विषय जाति और धर्म के टकराव से अलग नहीं है। इसने हमारे राष्ट्र को शिक्षित निरक्षरों के देश में बदल दिया है, एक ऐसा राष्ट्र जो मूलभूत चीजों को हल करने में सक्षम नहीं है या संक्षेप में मूर्खों का देश है। मैं ईमानदारी से इतिहास, जाति और धर्म से उत्पन्न होने वाले इन संघर्षों/चर्चाओं को समाप्त करना चाहता हूं।मैं इन बचकाने विवादों का स्थायी समाधान चाहता हूं। मैं 2012 से इन विषयों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपतिजी और प्रधान मंत्रीजी को , राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      मैं सभी विवादों को हल करने के बारे में आश्वस्त हूं।
      कृपया मेरा समर्थन करें। कृपया मुझे एक अवसर देने के लिए सरकार से अनुरोध करें। आइए हम सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। आइए हम अपने व्यवस्था को तर्कसंगत और तार्किक बनाएं। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।आइए हम अपने देश को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाएं
      अवधूत जोशी

  • @potdarkapil5365
    @potdarkapil5365 Рік тому +3

    Really yogi did good wrk, nobody would have imagine, azam khan, atia ahmed, ansari one day they will go to jail, it is only possible because of yogi. Well done

  • @shrinivasshanbhag7548
    @shrinivasshanbhag7548 Рік тому +1

    Bahut achche . Lage raho. Kisise Darna nahi. Age bado

  • @rahulk934
    @rahulk934 Рік тому +2

    Jai hoyogiji

  • @ishaagrawal8567
    @ishaagrawal8567 Місяць тому

    Yogi ji be like :- Jalwa hai hamara 😁😂

  • @mahadesharya6975
    @mahadesharya6975 Рік тому +4

    Bollywood k dalal who glorify gangsters and prostitutes should be dealt similarly.. Darr Acchha hi

  • @iamarider3396
    @iamarider3396 Рік тому +3

  • @BadBoy-ik4od
    @BadBoy-ik4od Рік тому +1

    Omg Yogi ji
    Yogi Ji Mtlb Sabka BAAP.

  • @abhimanyubaghel4462
    @abhimanyubaghel4462 29 днів тому

    Love from Haryana Yogi ji ❤❤❤❤

  • @ogden9241
    @ogden9241 Рік тому +3

    Like. Those who are resident of uttarpradesh 😍

  • @AK-fw2lz
    @AK-fw2lz Рік тому +1

    Ateek &parti ki ..........gai Hindustan zindabad

  • @mangalsahu9009
    @mangalsahu9009 Рік тому +2

    Yogi baba jindabad

  • @switchon7938
    @switchon7938 Рік тому +2

    I am from tamilnadu we need Yogi to rule Tamil Nadu