वीर घटोत्कच जैसे पुत्र को माता हिडिंबा और पिता भीम ने जन्म दिया। घटोत्कच पुत्र बर्बरीक ।माता सुभद्रा और पिता अर्जुन ने वीर अभिमन्यु को जन्म दिया ये पांडवों वीर पुत्र थे।ऐसे वीरो को सत् सत् नमन 😢😢😢 ऐसे वीर अब फिर से धरती पर जन्म नहीं लेंगे। पेन भक्ति जैसा सीरियल कोई नहीं।
मेरा सभी देशवासियों से जो सनातन धर्म को मानने वाले है उन लोगों को ओम नमः शिवाय सीरियल को देखना बहुत ही जरुरी है देखने के साथ साथ समझना भी बहुत जरुरी है परम पिता परमेस्वर की लीला से हम सभी का जीवन बदल जायेगा धन्यवाद
Ye line tab kahi gai jab ghatotkach se kaam pda...wrna usse pahle to unko koi sthan nhi diya gya...hidmba ne kaha ki ab m kulvadhuyon ke sath baith skti hun...yani usse pahle usse rajmahal m jagah nhi di gai kyuki wo rakshsh kul ki thi
माँ हिंडम्बा ओर वीर घटोत्कच का मंदिर मनाली मे है, बहुत मान्यता है मंदिर की, मेरी बहुत अच्छी यादें जुड़ी हैं उस मंदिर के साथ, जय माँ हिंडम्बा जय वीर घटोत्कच 🙏🏻🙏🏻
कुछ लोग कहते हैं कि महाभारत देखने से घर मे लडाई होती है पर मेने पुरी महाभारत 3 से 4 बाद देखी है पर लडाई के विपरीत परिवार मे खुशी अच्छे विचार ओर जीवन जीने के लिए अच्छा मार्गदर्शन मीला
Bhai Mahabharat dekhne se nhi . Ghar mei mahabharat rkhne se hoti log ye bolte h.. esliye koi ghar pr nhi rkhta.. baki sach h ya jhooth ye to pta nhi ...
Hum es bat ko mante hai Kyoki mere sath bhi aisa huaa hai Hum bhi thodi thodi bato pr gussa ho jate the lekin ab mahabharat dekhne ke bad mera mn bichar ekdam badal gya hai
Shree Krishna ke baad wahi hai jinka kirdaar sabse acha or prabhaw shaali hai or unka character dekhkar lagta hi nahi hai ki wo pitamaah bhism nahi hai or inke Bina to Mahabharat adhuri lagti
Punneet Issar ji really lived in his role @31 just see his expressions and acting. I am a south indian. When this series came all kids in my joint family used to address one another as matashri, bhratashri, anuj etc Such a wonderful episodes these have been. No other mahabharatha can get better than this.
Isme manna kya bhai ekdin sabhi parhyakram ka competition ho usme jo sabse knowledge deta hai wahi padhaya Jaye 😊😊aur mere hisaab se shrimad bhagwat geeta se hi sabhi knowledge granth,aur books science,chemistry, physics etc nikla hai😊😊💪💪jai shri Ram,krishna hare hare 🚩🚩🙏🙏🙏🚩🚩
Pranam mitra, 🙏 ap apne school me principal se baat Karo ki wo Bhagwat Geeta padhana Shuru kare ❤ Shuruwat swayam se arambh karo, Maine bhi baat ki hai mere school me ,
गांधारी:- क्या विजयश्री का आशीर्वाद नहीं मांगोगे पुत्र? युधिष्ठिर:- नहीं बड़ी मा । गांधारी:- क्यों? युधिष्ठिर:- मै आपको धर्मसंकट में नहीं डालना चाहता.....।👍👍👍
यह महाभारत सच्ची इसलिए लगती है क्योंकि ओरिजिनल महाभारत जो जैसी लिखी गई है सेम टू सेम वैसा ही बनाया गया है एक शब्द या डायलॉग change nahin Ha jaisa Granth mein Hai vaisa hi hai और आजकल के लेखक खुद को महर्षि वेदव्यास से बड़ा रायटर समझते इसलिए दूध में पानी की तरह मिलावट जैसे इसमें भी मिलावट करते हैं❤❤❤❤❤
Uske pehle ke reason se hua.....Satyavati ke papa ka moh apni beti ke liye, Shantanu ka moh Satyavati ke liye, aur fir Bheeshma pitamah ka moh apne father Shantanu ke liye......yeh sab mein yeh sab log bhool gaye ki Hastinapur mei democracy thi. Raja ka beta Raja nahi banta tha, tabhi toh Shantanu ko raja banne ka mauka mila. Aur Shantanu pyar mein sab bhool gaya. So, basically, all started from Mata Satyavati ke pitah ka moh
बेचारा घटोत्कच अपने चाचाश्री अर्जुन को बचाने के लिये अपनी बलि चढ़ा गया, क्योंकि शक्ति अस्त्र केवल एक बार ही उपयोग किया जा सकता था, जब कर्ण ने ये चला दिया तो अर्जुन अब अपराजेय हो गया। अभिमन्यु और घटोत्कच सदा अमर रहेंगे।🙏🏼🙏🏼🙏🏼
आज भी भारत में ऐसे वीर पुत्र जन्म लेते है ६० डीग्री तापमान में टैन्क के अन्दर २० २० घंटे निरन्तर समर भुमी में पोखरन में अपने टैन्क को ऐसे ही दौड़ाते हैं रात हो या दिन एवं सियाचिन में माइनस ४० डिग्री में धन्य है भारत माता नमन है ऐसे वीर सपूतों को
*_चिंता अनपी छोड़ कर रखें राष्ट्र का ध्यान..._* *_धन्य धन्य इस भूमि के भीष्म सपूत महान |_* *_भारत भूमि अखंड हो रहे सुरक्षित देश..._* *_युग युग तक जीवित रहे यही अमर संदेश |_*
Barbarik ki katha बाल्यकाल से ही वे बहुत वीर और महान योद्धा थे। उन्होंने युद्ध-कला अपनी माँ से सीखी। माँ आदिशक्ति की घोर तपस्या करके उन्हें प्रसन्न किया और तीन अभेद्य बाण प्राप्त किये और 'तीन बाणधारी' का प्रसिद्ध नाम प्राप्त किया। ईशापुर्तिक वाल्मीकि ने प्रसन्न होकर उन्हें धनुष प्रदान किया, जो कि उन्हें तीनों लोकों में विजयी बनाने में समर्थ थे। महाभारत का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य अपरिहार्य हो गया था, अतः यह समाचार बर्बरीक को प्राप्त हुआ तो उनकी भी युद्ध में सम्मिलित होने की इच्छा जागृत हुई। जब वे अपनी माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने पहुँचे तब माँ को हारे हुए पक्ष का साथ देने का वचन दिया। वे अपने लीले घोड़े, जिसका रंग नीला था, पर तीन बाण और धनुष के साथ कुरूक्षेत्र की रणभूमि की ओर अग्रसर हुए। सर्वव्यापी श्रीकृष्ण ने ब्राह्मण वेश धारण कर बर्बरीक से परिचित होने के लिए उन्हें रोका और यह जानकर उनकी हँसी भी उड़ायी कि वह मात्र तीन बाण से युद्ध में सम्मिलित होने आया है। ऐसा सुनने पर बर्बरीक ने उत्तर दिया कि मात्र एक बाण शत्रु सेना को परास्त करने के लिये पर्याप्त है और ऐसा करने के बाद बाण वापस तरकस में ही आएगा। यदि तीनों बाणों को प्रयोग में लिया गया तो तीनों लोकों में हाहाकार मच जाएगा। इस पर श्रीकृष्ण ने उन्हें चुनौती दी कि इस पीपल के पेड़ के सभी पत्रों को छेदकर दिखलाओ, जिसके नीचे दोनो खड़े थे। बर्बरीक ने चुनौती स्वीकार की और अपने तुणीर से एक बाण निकाला और ईश्वर को स्मरण कर बाण पेड़ के पत्तों की ओर चलाया। तीर ने क्षण भर में पेड़ के सभी पत्तों को भेद दिया और श्रीकृष्ण के पैर के इर्द-गिर्द चक्कर लगाने लगा, क्योंकि एक पत्ता उन्होंने अपने पैर के नीचे छुपा लिया था, बर्बरीक ने कहा कि आप अपने पैर को हटा लीजिए वरना ये आपके पैर को चोट पहुँचा देगा। श्रीकृष्ण ने बालक बर्बरीक से पूछा कि वह युद्ध में किस ओर से सम्मिलित होगा तो बर्बरीक ने अपनी माँ को दिये वचन दोहराया कि वह युद्ध में उस ओर से भाग लेगा जिस ओर की सेना निर्बल हो और हार की ओर अग्रसर हो। श्रीकृष्ण जानते थे कि युद्ध में हार तो कौरवों की ही निश्चित है और इस पर अगर बर्बरीक ने उनका साथ दिया तो परिणाम उनके पक्ष में ही होगा। ब्राह्मण वेश में श्रीकृष्ण ने बालक से दान की अभिलाषा व्यक्त की, इस पर वीर बर्बरीक ने उन्हें वचन दिया कि अगर वो उनकी अभिलाषा पूर्ण करने में समर्थ होगा तो अवश्य करेगा। श्रीकृष्ण ने उनसे शीश का दान मांगा। बालक बर्बरीक क्षण भर के लिए चकरा गया, परन्तु उसने अपने वचन की दृढ़ता जतायी। बालक बर्बरीक ने ब्राह्मण से अपने वास्तिवक रूप से अवगत कराने की प्रार्थना की और श्रीकृष्ण के बारे में सुनकर बालक ने उनके विराट रूप के दर्शन की अभिलाषा व्यक्त की, श्रीकृष्ण ने उन्हें अपना विराट रूप दिखाया। उन्होंने बर्बरीक को समझाया कि युद्ध आरम्भ होने से पहले युद्धभूमि की पूजा के लिए एक वीरवर क्षत्रिए के शीश के दान की आवश्यकता होती है, उन्होंने बर्बरीक को युद्ध में सबसे वीर की उपाधि से अलंकृत किया, अतएव उनका शीश दान में मांगा। बर्बरीक ने उनसे प्रार्थना की कि वह अंत तक युद्ध देखना चाहता है, श्रीकृष्ण ने उनकी यह बात स्वीकार कर ली। फाल्गुन माह की द्वादशी को उन्होंने अपने शीश का दान दिया। उनका सिर युद्धभूमि के समीप ही एक पहाड़ी पर सुशोभित किया गया, जहाँ से बर्बरीक सम्पूर्ण युद्ध का जायजा ले सकते थे। युद्ध की समाप्ति पर पांडवों में ही आपसी बहस होने लगी कि युद्ध में विजय का श्रेय किसको जाता है, इस पर श्रीकृष्ण ने उन्हें सुझाव दिया कि बर्बरीक का शीश सम्पूर्ण युद्ध का साक्षी है, अतएव उससे बेहतर निर्णायक भला कौन हो सकता है? सभी इस बात से सहमत हो गये। बर्बरीक के शीश ने उत्तर दिया कि श्रीकृष्ण ही युद्ध में विजय प्राप्त कराने में सबसे महान कार्य किया है। उनकी शिक्षा, उनकी उपस्थिति, उनकी युद्धनीति ही निर्णायक थी। उन्हें युद्धभूमि में सिर्फ उनका सुदर्शन चक्र घूमता हुआ दिखायी दे रहा था जो कि शत्रु सेना को काट रहा था।
Vo pandav ki taraf se yudh karne aaye the.aur bhagwan se kaha ki mai sirf 3 din me hi yudh samapt kar dunga.lekin bhagwan ko yudh 18 din me khatam karna tha isiliye bhagwan ne barbarik ke sir kat kar ped par rahne diya taki vo pura yudh dekh sake.apki jankari adhuri aur galat hai.
वीर घटोत्कच राक्षस होते हुए भी उनका नाम बड़े आदर से और सम्मान से लिया जाता है क्योंकि उन्होंने अपने प्राण धर्म के लिए न्यौछावर किए थे भगवान उनको बहुत ऊंचे पद पर विराजमान किया होगा भगवान ने उनको स्वर्ग लोक प्राप्त किया होगा भगवान का आशीर्वाद उन पर सदैव बना रहा होगा मैं चाहूं कि आने वाले लोगों में घटोत्कच का नाम कभी मिटेगा नहीं महाभारत का युद्ध का नाम आएगा तब घटोत्कच का नाम जरूर आदर और सम्मान पूर्वक लिया जाएगा जय श्री कृष्णा राधे कृष्णा
@@primarykemastersahab kumkarn aur meghnath ne to apne dharm ka palan kiya br sath adharm ki trf diya isliye mare gye Ravan ka ahenkar nhi bacha paya unhe
एक राक्षस होने के बाद भी घटोत्कच का नाम आदर से वीरो मे लिया जाता है. लेकीन क्षत्रीय हचतेहूए भी दूर्योधन और उसके भाई साथ ही ब्राम्हण होते हूए भी द्रोणाचार्य और क्रीपाचार्य को लोग दूत्कारते है. श्रीकृष्ण ने कहा था कोई जन्म से ब्राम्हण या क्षत्रीय नही होता. बल्की कर्मोसे होता है. घटोत्कच महाबली भीम का पूत्र होने के कारण क्षत्रीय था. मा हीडींबा ने जब भीम से विवाह कीया उसी वक्त वो क्षत्रीय धर्म मे प्रवेश कर गयी.
Ghatotkach never got his fathers presence or support during his childhood but gave his life for his father. He played the most crucial role in the Mahabharat war as he eliminated the most powerful weapon shakti which could have otherwise killed Arjuna and ended the war
You are absolutely right. As a matter of fact there is a Hidimba Devi temple some where in Himachal where Hidimba is worshipped like a Goddess. Hidimba made great sacrifices that are rarely acknowledged by most people. Even though she was the first Pandav wife and the first Kul-vadhu of the Kuru family she was never invited to the royal court. She never received any of the respect that is due to a daughter in law, she was not even acknowledged as a daughter in law and yet when the time came she did not hesitate in offering up her son to fight in the war for the right side and that is worthy of worship. The Hindu society is a curious thing. We do not worship Brahma who created this world because it was his job to create the world and no one should be revered for only doing what they are supposed to do anyways. To add to that he lied / pursued a woman who was not interested in him and that is why Shiv cut off his head. And yet a demoness like Hidimba is worshipped like a Goddess because of her sense of duty and sacrifice. Also, Sai Baba is worshipped like a God today and he was a Muslim man, his belonging to another religion has never been a hindrance for Hindus to love and respect him like a God.
Divine Weapons are never eliminated because they've eliminate their targets, but Ghatokach made the supreme sacrifice for the restoration of righteousness, The Divine Weapon Vasavi Shakti could have turned the tide of the Mahabharat war and today there would be a different history altogether had Ghatokach not made the supreme sacrifice, that's why God Krishna Himself credits Ghatokach and said he did a greater task then Abhimanyu though Abhimanyu also made a great sacrifice because Arjun was majority the strength along with Bheem in the Pandav side and had Arjun been killed the war was half won by the Kauravs. That's why Ghatokach role in the Mahabharat war is almost the most important.
Can't imagine the plight of Gandhari ! There is Duryodhan who is hell bent on continuing the war, and not calling truce despite losing 98 of his brothers ☹ And there's Yudhishthir, who doesn't want to put her in a dilemma by asking her blessings for being victorious 👌🏻
भीम- आप मेरे वीरपुत्र के वीरगति के प्राप्त होने पर हंस रहे हो ,भईया। कृष्ण- मै उसके वीरगति के प्राप्त होने पर नहीं हंस रहा हूं ,मझले भईया। मै तो यह सोच कर प्रसन्न हो रहा था कि आज अर्जून बच गया जिस दिन से यह युद्ध आरंभ हुआ है उसी दिन से मैं चिंता में था कि कर्ण के पास इन्द्र की शक्ति है जिसे कोई कवच नहीं रोक सकता है। इसीलिए , मैं कई दिनों तक अर्जून को कर्ण के सामने नहीं आने दे रहा था।अब,आप ही बताइए मझले भईया कि यह शोक की घडी है या आंनद की।आपके पुत्र ने तो वीर अभिमन्यु से भी अधिक महत्वपूर्ण कार्य किया है और इसके लिए आने वाले सारे युग वीर घटोत्कच को प्रणाम करते रहेंगे।
@@siddharth6355 13th day ko to chakravyuh ki rachna ki thi. Tabh Arjun bohot dur tha ranbhumi se. Tab kaha se dono amne samne aye. Apne man se kuch bhi mat bolo
Siddharth arjuna ke pass bharmstra bharmshirsha tha or pashupatiastra Wo aaram se vaishavi shakti ko rok skta tha bt indra dev ka wardan ka insult na ho isliye chod diya baaki Vaishavi shakti se jyada powerful vajrastra h indra ka
Razak Khan played the role of Ghatotkach and Shehla Khan played Hidimba in this serial. Razak Khan also had a small role in Andaz Apna Apna where he was the person to whom Salman Khan's character Prem sells his father's house without his father's knowledge. Shehla Khan played minor roles in Bollywood movies in the late 80s and her biggest role was in the low budget movie Jumbish where she even had a song focusing on her.
23:48 Mindless of his own worries ,He thinks of only Nation...!!! Blesses is that land, Which has a son like Bhishma..!!! May india become one, May India be secure ...!! May this messege be immortalized for all ages...!!!!
Ganga putra bhishma ne kabhi nhi Socha tha uske pita santanu ke vans me dhritrashtra jaisa vyakti raja banega warna woh pratigya nhi lete aur ye yudh nhi hota.
*हे प्रभु,मुझे कुछ नहीं चाहिए,सिर्फ जो प्यारी आंखें मेरा कॉमेंट पढ़ रही हैं,उनके माता पिता को लंबा जीवन और संसार की सारी खुशियां दे देना🤗🤗❤️* *जय श्री कृष्ण..........❤️🚩🌹*
3 warriors who should always be remembered for their sacrifices uttar, avimanyu,ghatokach respectively 😭 and yes others were also important but these 3 where the best no one can compare them !!
हेडिंबा माता भी सदैव आदरणीय रहेंगे भारतवर्ष के लिए
मैं पहले जब खाना खाता था तब द कपिल शर्मा शो देखता था लेकिन अब मैं महाभारत देखता हु!
बी आर चोपड़ा जी को कोटि कोटि प्रणाम 🙏
Same bhai
jethalal
सेम में भी
❤
Bhai same por me kobil ko nahi dekhta me' teen patti khelta tha😅
माँ हिडिम्बा को मेरा प्रणाम, छोटे से रोल ने आंख भर दी।
नमन है ऐसी वीर माता को🙏
खालिस्तान जिंदाबाद
🇮🇳🙏@@HINDU-p2q
मैं बहुत भाग्यसाली हु जो महाभारत, रामायण देखने को मिली
बी.आर चोपड़ा जी और सभी कलाकारों (पात्रों ) का दिल से शुक्रिया 🙏🙏
वीर घटोत्कच जैसे पुत्र को माता हिडिंबा और पिता भीम ने जन्म दिया। घटोत्कच पुत्र बर्बरीक ।माता सुभद्रा और पिता अर्जुन ने वीर अभिमन्यु को जन्म दिया ये पांडवों वीर पुत्र थे।ऐसे वीरो को सत् सत् नमन 😢😢😢 ऐसे वीर अब फिर से धरती पर जन्म नहीं लेंगे। पेन भक्ति जैसा सीरियल कोई नहीं।
खाटू श्याम वीर बर्बरीक जी के पिता वीर घटोत्कच जी की जय
Jai Ho khatu naresh ki
Mata morvi ji ki jai ho
मे रोज 2 एपिसोड देखता हूं
फिर पढाई करता हूँ खाने जब बैठता हूँ पहले महाभारत चला कर सामने रखता हूँ
जय श्री कृष्णा 🙏🙏🙏🙏
Ok 🆗
same
Mein bhi aisa hi krti hu
Mai bhi
Me also😂
वासुदेव कृष्ण के द्वारा कही गई ये बात, की कोई जन्म से क्षत्रिय या ब्राह्मण या कोई भी जाति का नही होता, कर्म ही व्यक्ति की जाती होती हैं।❤❤❤
Yahi to samghnee yogya baat hai
101% sahi bole hai Sri Krishna
लिकीन भाई आजकल तो कोई मानता नहीं
धन्य हैं घटोत्कच उनकी माता हिडिम्बा जो वीर पुत्र को जन्म दिया 🙏🙏🙏🙏
नारायण की कृपा
❤Cv❤ 10:38
भीम पुत्र घटोत्कच के लिए एक Like तो बनता ही है 🙏
Comment bhi banta hai😮😮😮
Very good
Sala rakshash😂
गीता से ज्ञान मिला, रामायण से राम,
भाग्य से हिन्दू धर्म मिला ,और किस्मत से हिन्दुस्तान, हर हर महादेव...!!!!
मेरा सभी देशवासियों से जो सनातन धर्म को मानने वाले है उन लोगों को ओम नमः शिवाय सीरियल को देखना बहुत ही जरुरी है देखने के साथ साथ समझना भी बहुत जरुरी है परम पिता परमेस्वर की लीला से हम सभी का जीवन बदल जायेगा धन्यवाद
"Koi janm se shatriye ya bhrahman nhi hota" epic lines by Lord Krishna 😍😍😍❤🙏🙏🙏
It is KSHTRIYA BRO....NOT SHATRIYE
Ye line tab kahi gai jab ghatotkach se kaam pda...wrna usse pahle to unko koi sthan nhi diya gya...hidmba ne kaha ki ab m kulvadhuyon ke sath baith skti hun...yani usse pahle usse rajmahal m jagah nhi di gai kyuki wo rakshsh kul ki thi
@@Narayansingh-tq6sn Shri Krishna ne bahut phele hi kaha tha thi ki manushya ka Varna uske guno par nirbhar karta hai. Bhagavad Gita padh lo.
गुणों के हिसाब से होता है।। ये सब
@@Narayansingh-tq6sn tumhe kuch samaj mein nahi aayega
गीता से ज्ञान मिल्या !! रामायण से राम !! भाग्य से हिन्दू धर्म मिल्या !! और किस्मत से हिंदुस्तान !! हर हर महादेव❤🙏🏻
वीर घटोत्कच और उनके पुत्र बर्बरीक का योगदान कौन भूल सकता है ,
धन्य है ये दोनों पिता पुत्र।।
और धन्य है इनकी जननीं।।
Kon barbarik
@@spiderman-rv8bbjo Mahabharata ka sabse bada yoddha tha khatu shyam
Bhim ko sablog bhulgaye❤
@@Your_Anchal... Lagta hai didi ne serial ka gyan le rakha hai.. Mahabharata me barbarik naam ka koi prani nahi tha...
@@carryminati-wq3cq ghanta....kahi jikra v nhi hai barbarik ka naam..serial ke gyani
महाभारत एक सीख है
इंसान को सीख लेना चाहिए की परिवार मै झगडा परिवार को कैसे तोड़ देता है
और सत्य और असत्य मै सत्य की जीत होती है
भीम पुत्र घटोत्कच के लिए एक Like तो बनता है।
पदक बाद में भी म का प
😂😂😂
@@mohammadaftabalamhashmi2365 has kya rha ha lvde
@@mohammadaftabalamhashmi2365 The actor's name is Razak Khan. So, stop laughing.
Jai gatotch
माँ हिंडम्बा ओर वीर घटोत्कच का मंदिर मनाली मे है, बहुत मान्यता है मंदिर की, मेरी बहुत अच्छी यादें जुड़ी हैं उस मंदिर के साथ, जय माँ हिंडम्बा जय वीर घटोत्कच 🙏🏻🙏🏻
🙏
मनाली हिमाचल मे
ghatotkash hum assameso ke purbaj the bisheskar kosh rajbanshio ke.
Sir nmste kuch or btaona mandir k bare me pls
Mne bhi dekha hai
कुछ लोग कहते हैं कि महाभारत देखने से घर मे लडाई होती है पर मेने पुरी महाभारत 3 से 4 बाद देखी है पर लडाई के विपरीत परिवार मे खुशी अच्छे विचार ओर जीवन जीने के लिए अच्छा मार्गदर्शन मीला
Bo log murkh hai
Bhai Mahabharat dekhne se nhi . Ghar mei mahabharat rkhne se hoti log ye bolte h.. esliye koi ghar pr nhi rkhta.. baki sach h ya jhooth ye to pta nhi ...
@@sandeepsharma7348 kya faaltu ka baat bol rahe ho bhai... galat baat
Ye hamara ithaas hai isse hame seekh lene chaheye or apne Bharat ko napunsak banne se rokna chaheye
Hum es bat ko mante hai
Kyoki mere sath bhi aisa huaa hai
Hum bhi thodi thodi bato pr gussa ho jate the lekin ab mahabharat dekhne ke bad mera mn bichar ekdam badal gya hai
ऐसा कोई एपिसोड नहीं जिसमे तातश्री को ना आये हो,,
क्या लाजवाब किरदार निभाया है मुकेश खना जी ने..
🙏🙏🙏🙏🙏👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
@scarfall n in
FYI 56
@scarfall WA
Shree Krishna ke baad wahi hai jinka kirdaar sabse acha or prabhaw shaali hai or unka character dekhkar lagta hi nahi hai ki wo pitamaah bhism nahi hai or inke Bina to Mahabharat adhuri lagti
वीर घटोत्कच ने ये साबित किया की वीरों की कोई जाति नही होती...वीर स्वंय एक जात है...भारत माता का वीर पुत्र और भरतवंशी वीर घटोत्कच सदा अमर रहेंगे 🙏
Viable
@@speed7185 by Dr
@@speed7185 in
6
13
🙏🙏🙏वीर घटोत्कच वीर गति को प्रप्त हुए ईश्वर आत्मा को शांति दे 🙏🙏🙏
Aap sahi bola❤❤❤ bhai
सारा बिस्व का सबसे बड़ा और सर्बप्रथम ग्रन्थ 2 है ।
1 ) रामायण , 2 ) महाभारत
इन दिनों ग्रन्थ को सनातन सभ्यता का कोटि कोटि प्रणाम ।।
8:19 पहली बार दुर्योधन की बात पर गुस्सा नही हसी आई😂😂
Ghatotkach was playing with duryodhana like a someone plays with a toy 😂😂,btw I appreciate ghatotkach for his bravery .
You are right 🤟
@@AshutoshKumar-vk7hr ई
कखणण्क
Mai bhi wahi soch rahi thi
Punneet Issar ji really lived in his role @31 just see his expressions and acting. I am a south indian. When this series came all kids in my joint family used to address one another as matashri, bhratashri, anuj etc Such a wonderful episodes these have been. No other mahabharatha can get better than this.
Which state particular
नहीं
U r right
Puneet Issar was better suited to the role of Jarasandha then Duryodhan
अमर रहेगा अभिमन्यु
अमर रहेगा गतोचकच
जय श्री कृष्ण
जै श्री कृष्ण 🙏
कपटी दुर्योधन और वीर घटोत्कच का युद्ध बहुत हास्यप्रद रहा ।में पूरी महाभारत में इतना नहीं हंसा जितना आज हंसा । 😅
अमर घटोत्कच को सत सत नमन 🙏🙏🚩
दुर्योधन घटोत्कच के ऊपर जितना भी औजार फेक रहा था मैं गीन रहा था TV में देखते देखते
निशाना लगा लगा के मार रहा है दुर्योधन को बार बार😂😂
दोनों वालीबाल खेल रहे देवार फिर भागकर दुर्योधन करना से पूछ रहा है कि खून में रंगा तुम्हारा ये मित्र तुम्हें कैसा लग रहा है 😅😅😅😅
वीर घटोत्कच को शत शत नमन
बाबा दुर्योधन का अकड़ तो एक लेवल का है ।क्या खूब पुनीत इस्सर साहब जबरदस्त अभिनय🙏🙏🙏
Duryodhan and ghatotkatch fighting was just hilarious😁🤣🙏🙏
The game was played between my friend called catch and catch.
Right.... duryodhan ki halat khrb di thi.. 5 mint aur chalta toh duryodhana veergati ko prapt hota
Hahahahaha
no one talks about karna losing
@@RohitSINGH-lt2uk bhishma is weaker than duryodhan
कोन कोन मानता है की...
भगवत गीता को हमरे स्कूल में पढ़ना जाना चाहिए
Isme manna kya bhai ekdin sabhi parhyakram ka competition ho usme jo sabse knowledge deta hai wahi padhaya Jaye 😊😊aur mere hisaab se shrimad bhagwat geeta se hi sabhi knowledge granth,aur books science,chemistry, physics etc nikla hai😊😊💪💪jai shri Ram,krishna hare hare 🚩🚩🙏🙏🙏🚩🚩
Mai Manta hun😊
Pranam mitra, 🙏
ap apne school me principal se baat Karo ki wo Bhagwat Geeta padhana Shuru kare ❤
Shuruwat swayam se arambh karo,
Maine bhi baat ki hai mere school me ,
ऐसा करने के लिए हमें गुरुकुल को वापस लाना होगा।
बिल्कुल
धन्य है माता गांधारी और माता कुंती इन दोनों का अटूट प्रेम प्रशंसनीय है वंदनीय🙏🙏
गांधारी:- क्या विजयश्री का आशीर्वाद नहीं मांगोगे पुत्र?
युधिष्ठिर:- नहीं बड़ी मा ।
गांधारी:- क्यों?
युधिष्ठिर:- मै आपको धर्मसंकट में नहीं डालना चाहता.....।👍👍👍
यह महाभारत सच्ची इसलिए लगती है क्योंकि ओरिजिनल महाभारत जो जैसी लिखी गई है सेम टू सेम वैसा ही बनाया गया है एक शब्द या डायलॉग change nahin Ha
jaisa Granth mein Hai vaisa hi hai
और आजकल के लेखक खुद को महर्षि वेदव्यास से बड़ा रायटर समझते इसलिए दूध में पानी की तरह मिलावट जैसे इसमें भी मिलावट करते हैं❤❤❤❤❤
पितामाभीष्म को देख आँखों से आंसु आ गया 😭
Is episode ki sabse achchi line :- भाग्य पहले से नहीं लिखा जाता, वो तो बस कर्म फल होता है।
Hidimiba Mata or ghatotkach ye dono hi mahan the puri mahabharat ek taraf or inka chota sa role ek taraf rona aa jata h inki bate sunkar ❤
किस-किस को लगता है कि दुर्योधन और
धृतराष्ट्र के पुत्र मोह के कारण महाभारत हुआ है
Mujhe lgta h
Uske pehle ke reason se hua.....Satyavati ke papa ka moh apni beti ke liye, Shantanu ka moh Satyavati ke liye, aur fir Bheeshma pitamah ka moh apne father Shantanu ke liye......yeh sab mein yeh sab log bhool gaye ki Hastinapur mei democracy thi. Raja ka beta Raja nahi banta tha, tabhi toh Shantanu ko raja banne ka mauka mila. Aur Shantanu pyar mein sab bhool gaya. So, basically, all started from Mata Satyavati ke pitah ka moh
@@seema1039 TV
Yeh lagta nahi yehi hua hai
Sirf vohi nhi ,madm, or bhi kayi karan the🙄
जब से मैं महाभारत को देखना शुरू किया तब से सुख शान्ति वैभव मिलना शुरू हुआ।
हिडिंबा और उनके पुत्र की जय हो
वाकई हर कलाकार ने बखूबी से अपना कला निभाया है बहुत बढ़िया तराशा है बी आर चोपड़ा ने महाभारत को
धन्य हैं वो माता जिन्होंने वीर महावली घटोत्कच्छ को जन्म दिया, बारम्बार उस मां को प्रणाम
Dany h वीर घटोतकच माता यह नहीं होते तो अंगराज का अचूक बांन अर्जुन को लगता ओर युद्ध खत्म हो जाता अध्यरम का राज़ होता।
Arjun ke pas bhi bahot achuk baan the agr we unka प्रयोग करते तो फिर युद्ध दो दिन में खत्म हो जाता 😂
Duryodhan Jeet Jata t̺
̺ Adharm kaise ho jata hai bhai vah Bhi Ek Raja tha Mahaveer t̺h̺a̺ l̺a̺d̺a̺i̺ t̺o̺ b̺h̺a̺i̺ b̺h̺a̺i̺y̺o̺n̺ k̺i̺ t̺h̺i̺
Agr karn ka baan Bach bhii jata too ooo Arjun ko kaise maar sakta tha lord Krishna's kaha chale jate
बेचारा घटोत्कच अपने चाचाश्री अर्जुन को बचाने के लिये अपनी बलि चढ़ा गया, क्योंकि शक्ति अस्त्र केवल एक बार ही उपयोग किया जा सकता था, जब कर्ण ने ये चला दिया तो अर्जुन अब अपराजेय हो गया। अभिमन्यु और घटोत्कच सदा अमर रहेंगे।🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@amuram didel I
तभी अर्जुन कर्ण से युद्ध में विजय नहीं पा सकता था
ua-cam.com/video/poSfRwHhwNs/v-deo.html
@@manugirigoswami4340 ua-cam.com/video/poSfRwHhwNs/v-deo.html
@amuram didel ua-cam.com/video/poSfRwHhwNs/v-deo.html
जब भी महाभारत देखता हूं इन लोगों के character मे उतरने का मन सा करता है और खास ये कि जब भी अंतिम दिन के बाद का सीन आता है रोने का मन सा करता है
आज भी भारत में ऐसे वीर पुत्र जन्म लेते है
६० डीग्री तापमान में टैन्क के अन्दर २० २० घंटे निरन्तर समर भुमी में पोखरन में अपने टैन्क को ऐसे ही दौड़ाते हैं रात हो या दिन
एवं सियाचिन में माइनस ४० डिग्री में
धन्य है भारत माता
नमन है ऐसे वीर सपूतों को
चाहे जितनी भी महाभारत बना ले नई तकनिक से लेकिन ईस महाभारत सीरीयल का कोई भी मुकाबला नहीं कर सकते||
निसंदेह
Sai kha aapne
Mujhe ye karna acha nahi lagta😡..
Sahi baat hai... Ye BRC Mahabharat Reality se nazdeek hai...
Bhai tumhare name jaisa koi virus v nhi hua...
*_चिंता अनपी छोड़ कर रखें राष्ट्र का ध्यान..._*
*_धन्य धन्य इस भूमि के भीष्म सपूत महान |_*
*_भारत भूमि अखंड हो रहे सुरक्षित देश..._*
*_युग युग तक जीवित रहे यही अमर संदेश |_*
Kitni piyari awaj Ka ish mahan singer ki
@@yougalkishor6533 महेंद्र कपूर की आवाज है
पितामह भीष्म की अंध देश भक्ति की वजह से इतना बड़ा महाभारत हुआ
दुर्योधन का रोल भी क्या शानदार किया है एकदम सटीक👌👌😆😆😊😊
Yes
@@jalpashihora8365 🤫🤫i m that Duryodhna
Right
Punit esar ne
Puneet Issar actually came for the audition of Bheema's role but he eventually landed Duryodhan
महाबीर भीम के पुत्र घटोत्कच को
सनातन सभ्यता कोटि कोटि प्रणाम करते औऱ करता रहेगा ।
🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏
मुझे तो नीतीश जी सर मे Real कृष्ण भगवान दिखते हैं 👏
परमबीर घटोत्कच को प्रणाम 🙏🙏😭
वीरों के वीर अमर घटोत्कच को मैं शत् शत् प्रणाम करता हूँ॥
जय श्री कृष्ण
वीरों के वीर भीम पुत्र घटोत्कच की जय हो !🙏🚩🚩🚩🚩🚩
1
ऊए@@aaruchaubey8159 ऐझझ
V seema
@@aaruchaubey8159 gd book
@@aaruchaubey8159 hi
वो रथ कभी मार्ग भटक ही नही सकता
जिसका सारथी स्वंय ईश्वर हो
धन्य है वो अर्जुन जिनका साथी खुद तीनों लोकों के स्वामी हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ramayan
Gita updesh me Bhagwan Arjun ko he nishpap Arjun kahte h.esliye Arjun ko ye sobhage mila.esliye vo sirest khlaye.
P
हर मानव ही अर्जुन है।समर्पण जब पुर्ण होता है तब वह पराशक्ति जिसे यहां कृष्ण कहा गया है आदमी के इन्द्रिय रुपी रथ की बागडोर संभाल लेती है
Right.
Ghatotkach deserve as respect as abhimanyu
Barbarik ki katha
बाल्यकाल से ही वे बहुत वीर और महान योद्धा थे। उन्होंने युद्ध-कला अपनी माँ से सीखी। माँ आदिशक्ति की घोर तपस्या करके उन्हें प्रसन्न किया और तीन अभेद्य बाण प्राप्त किये और 'तीन बाणधारी' का प्रसिद्ध नाम प्राप्त किया। ईशापुर्तिक वाल्मीकि ने प्रसन्न होकर उन्हें धनुष प्रदान किया, जो कि उन्हें तीनों लोकों में विजयी बनाने में समर्थ थे।
महाभारत का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य अपरिहार्य हो गया था, अतः यह समाचार बर्बरीक को प्राप्त हुआ तो उनकी भी युद्ध में सम्मिलित होने की इच्छा जागृत हुई। जब वे अपनी माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने पहुँचे तब माँ को हारे हुए पक्ष का साथ देने का वचन दिया। वे अपने लीले घोड़े, जिसका रंग नीला था, पर तीन बाण और धनुष के साथ कुरूक्षेत्र की रणभूमि की ओर अग्रसर हुए।
सर्वव्यापी श्रीकृष्ण ने ब्राह्मण वेश धारण कर बर्बरीक से परिचित होने के लिए उन्हें रोका और यह जानकर उनकी हँसी भी उड़ायी कि वह मात्र तीन बाण से युद्ध में सम्मिलित होने आया है। ऐसा सुनने पर बर्बरीक ने उत्तर दिया कि मात्र एक बाण शत्रु सेना को परास्त करने के लिये पर्याप्त है और ऐसा करने के बाद बाण वापस तरकस में ही आएगा। यदि तीनों बाणों को प्रयोग में लिया गया तो तीनों लोकों में हाहाकार मच जाएगा। इस पर श्रीकृष्ण ने उन्हें चुनौती दी कि इस पीपल के पेड़ के सभी पत्रों को छेदकर दिखलाओ, जिसके नीचे दोनो खड़े थे। बर्बरीक ने चुनौती स्वीकार की और अपने तुणीर से एक बाण निकाला और ईश्वर को स्मरण कर बाण पेड़ के पत्तों की ओर चलाया।
तीर ने क्षण भर में पेड़ के सभी पत्तों को भेद दिया और श्रीकृष्ण के पैर के इर्द-गिर्द चक्कर लगाने लगा, क्योंकि एक पत्ता उन्होंने अपने पैर के नीचे छुपा लिया था, बर्बरीक ने कहा कि आप अपने पैर को हटा लीजिए वरना ये आपके पैर को चोट पहुँचा देगा। श्रीकृष्ण ने बालक बर्बरीक से पूछा कि वह युद्ध में किस ओर से सम्मिलित होगा तो बर्बरीक ने अपनी माँ को दिये वचन दोहराया कि वह युद्ध में उस ओर से भाग लेगा जिस ओर की सेना निर्बल हो और हार की ओर अग्रसर हो। श्रीकृष्ण जानते थे कि युद्ध में हार तो कौरवों की ही निश्चित है और इस पर अगर बर्बरीक ने उनका साथ दिया तो परिणाम उनके पक्ष में ही होगा।
ब्राह्मण वेश में श्रीकृष्ण ने बालक से दान की अभिलाषा व्यक्त की, इस पर वीर बर्बरीक ने उन्हें वचन दिया कि अगर वो उनकी अभिलाषा पूर्ण करने में समर्थ होगा तो अवश्य करेगा। श्रीकृष्ण ने उनसे शीश का दान मांगा। बालक बर्बरीक क्षण भर के लिए चकरा गया, परन्तु उसने अपने वचन की दृढ़ता जतायी। बालक बर्बरीक ने ब्राह्मण से अपने वास्तिवक रूप से अवगत कराने की प्रार्थना की और श्रीकृष्ण के बारे में सुनकर बालक ने उनके विराट रूप के दर्शन की अभिलाषा व्यक्त की, श्रीकृष्ण ने उन्हें अपना विराट रूप दिखाया।
उन्होंने बर्बरीक को समझाया कि युद्ध आरम्भ होने से पहले युद्धभूमि की पूजा के लिए एक वीरवर क्षत्रिए के शीश के दान की आवश्यकता होती है, उन्होंने बर्बरीक को युद्ध में सबसे वीर की उपाधि से अलंकृत किया, अतएव उनका शीश दान में मांगा। बर्बरीक ने उनसे प्रार्थना की कि वह अंत तक युद्ध देखना चाहता है, श्रीकृष्ण ने उनकी यह बात स्वीकार कर ली। फाल्गुन माह की द्वादशी को उन्होंने अपने शीश का दान दिया। उनका सिर युद्धभूमि के समीप ही एक पहाड़ी पर सुशोभित किया गया, जहाँ से बर्बरीक सम्पूर्ण युद्ध का जायजा ले सकते थे।
युद्ध की समाप्ति पर पांडवों में ही आपसी बहस होने लगी कि युद्ध में विजय का श्रेय किसको जाता है, इस पर श्रीकृष्ण ने उन्हें सुझाव दिया कि बर्बरीक का शीश सम्पूर्ण युद्ध का साक्षी है, अतएव उससे बेहतर निर्णायक भला कौन हो सकता है? सभी इस बात से सहमत हो गये। बर्बरीक के शीश ने उत्तर दिया कि श्रीकृष्ण ही युद्ध में विजय प्राप्त कराने में सबसे महान कार्य किया है। उनकी शिक्षा, उनकी उपस्थिति, उनकी युद्धनीति ही निर्णायक थी। उन्हें युद्धभूमि में सिर्फ उनका सुदर्शन चक्र घूमता हुआ दिखायी दे रहा था जो कि शत्रु सेना को काट रहा था।
Shri hamesha hi shal krta hi aaya h shuru say hi puri mahabharat mai
🙏
Sanjeev Kumar लेकिन बेटा adharmiyo को अधर्म से मारा जाए तो भी धर्म भी होता है
Vo pandav ki taraf se yudh karne aaye the.aur bhagwan se kaha ki mai sirf 3 din me hi yudh samapt kar dunga.lekin bhagwan ko yudh 18 din me khatam karna tha isiliye bhagwan ne barbarik ke sir kat kar ped par rahne diya taki vo pura yudh dekh sake.apki jankari adhuri aur galat hai.
@@dudaram.gujjar418 jane dijiye galat logon ko koi nahi samjha sakta.ye aaj ke duryodhan hain.
Itni behtrin mahabharat dobara nhi banayi ja sakti hai
Great legendary BR CHOPRA
भीम पुत्र वीर गटोतकच के लिए एक लाइक
0000
316 like mil geye tumko dost 👍
हर एक के आने और जाने का समय रहता है और तुम उचित समय पर आए हो महान शक्तिशाली योद्धा घटोत्कच को सादर प्रणाम
Kauravas: "Our problems cannot be bigger than Bheem, literally."
Ghatotkach entered the chat.
वीर घटोत्कच राक्षस होते हुए भी उनका नाम बड़े आदर से और सम्मान से लिया जाता है क्योंकि उन्होंने अपने प्राण धर्म के लिए न्यौछावर किए थे भगवान उनको बहुत ऊंचे पद पर विराजमान किया होगा भगवान ने उनको स्वर्ग लोक प्राप्त किया होगा भगवान का आशीर्वाद उन पर सदैव बना रहा होगा मैं चाहूं कि आने वाले लोगों में घटोत्कच का नाम कभी मिटेगा नहीं महाभारत का युद्ध का नाम आएगा तब घटोत्कच का नाम जरूर आदर और सम्मान पूर्वक लिया जाएगा जय श्री कृष्णा राधे कृष्णा
Or ghatotkach ke bete barbrik ko puja jata h khatu shyam ji ke rup me or puja jata rhega 🙏
राक्षस उस जाति का नाम है जो लोगो की रक्षा करता है। लेकिन कुछ राक्षस अधर्मी भी होते थे जैसे रावण , कुम्भकर्ण और मेघनाद।
@@primarykemastersahab kumkarn aur meghnath ne to apne dharm ka palan kiya br sath adharm ki trf diya isliye mare gye
Ravan ka ahenkar nhi bacha paya unhe
@@primarykemastersahab kumbhkaran and meghnad were goodm
एक राक्षस होने के बाद भी घटोत्कच का नाम आदर से वीरो मे लिया जाता है. लेकीन क्षत्रीय हचतेहूए भी दूर्योधन और उसके भाई साथ ही ब्राम्हण होते हूए भी द्रोणाचार्य और क्रीपाचार्य को लोग दूत्कारते है. श्रीकृष्ण ने कहा था कोई जन्म से ब्राम्हण या क्षत्रीय नही होता. बल्की कर्मोसे होता है. घटोत्कच महाबली भीम का पूत्र होने के कारण क्षत्रीय था. मा हीडींबा ने जब भीम से विवाह कीया उसी वक्त वो क्षत्रीय धर्म मे प्रवेश कर गयी.
वीर घाटोचकच के लिए तो like banta hai.
औझ
ua-cam.com/video/poSfRwHhwNs/v-deo.html
@@sukhawanachavan899 ua-cam.com/video/poSfRwHhwNs/v-deo.html
Jaane kaise abhimanyu n marte waqt bhi haraya tha 6 maharathiyon or kii rajakumaron ko
ua-cam.com/video/OtxR6IcKDAo/v-deo.html
Kis kis ko arjun ka voice achcha lagta hai ❤
कोई भी व्यक्ति जन्म या धर्म से महान नहीं होता है जबकि अपने कर्म से महान होता है
कोई भी व्यक्ति जन्म या धर्म से महान नहीं होता है जबकि अपने कर्म से महान होता है जाति से नहीं
जी बिल्कुल , कर्म ही सर्वोपरि है।
Vimalkumar pandit .
Jaane kaise marte hue bhi abhimanyu n haraya tha kii maharathiyon ko or kii rajakumaron ko
ua-cam.com/video/OtxR6IcKDAo/v-deo.html
Ddddeh
वीर घटोत्कच वीरगति को प्राप्त हुए
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे🙏
Voo lakho saal pehley mara tha
@@goldysharma1838 5300 saal pehle
Am ri
Kahaniya hain raha na ramu ka ramu hahahahahaha
Ghatotkach never got his fathers presence or support during his childhood but gave his life for his father. He played the most crucial role in the Mahabharat war as he eliminated the most powerful weapon shakti which could have otherwise killed Arjuna and ended the war
You are absolutely right. As a matter of fact there is a Hidimba Devi temple some where in Himachal where Hidimba is worshipped like a Goddess. Hidimba made great sacrifices that are rarely acknowledged by most people. Even though she was the first Pandav wife and the first Kul-vadhu of the Kuru family she was never invited to the royal court. She never received any of the respect that is due to a daughter in law, she was not even acknowledged as a daughter in law and yet when the time came she did not hesitate in offering up her son to fight in the war for the right side and that is worthy of worship.
The Hindu society is a curious thing. We do not worship Brahma who created this world because it was his job to create the world and no one should be revered for only doing what they are supposed to do anyways. To add to that he lied / pursued a woman who was not interested in him and that is why Shiv cut off his head. And yet a demoness like Hidimba is worshipped like a Goddess because of her sense of duty and sacrifice. Also, Sai Baba is worshipped like a God today and he was a Muslim man, his belonging to another religion has never been a hindrance for Hindus to love and respect him like a God.
Divine Weapons are never eliminated because they've eliminate their targets, but Ghatokach made the supreme sacrifice for the restoration of righteousness, The Divine Weapon Vasavi Shakti could have turned the tide of the Mahabharat war and today there would be a different history altogether had Ghatokach not made the supreme sacrifice, that's why God Krishna Himself credits Ghatokach and said he did a greater task then Abhimanyu though Abhimanyu also made a great sacrifice because Arjun was majority the strength along with Bheem in the Pandav side and had Arjun been killed the war was half won by the Kauravs. That's why Ghatokach role in the Mahabharat war is almost the most important.
PrAtapnathjhapp
Karan was having kawach & Kundal ....no weapon can touch Karan but he was Danveer & gave his kawach Kundal to lord indra
@@ShwetaGupta-hd6yk Even Hidimba grandson BARBARIC has a temple for his contribution
राधेय कर्ण☺☺☺❤
Can't imagine the plight of Gandhari !
There is Duryodhan who is hell bent on continuing the war, and not calling truce despite losing 98 of his brothers ☹
And there's Yudhishthir, who doesn't want to put her in a dilemma by asking her blessings for being victorious 👌🏻
घटोत्कच महाराज के चरणों मे ईस सोमवंश छत्रीय राजपुत बालक का कोटी कोटी दंडवत प्रणाम ।।🙏🙏🙏🙏🙏 10-5-2020
बिलाय गयेव घटवत को राजपूत बना दियो
@@mayankarsinghyadav4232भाई वो अपनी जाति बता कर प्रणाम कर रहा है।।यही तो कमी है भारतवासियों में।।जाती को पहले आगे रखते है
ॐ सनातन संस्कृति और सभ्यता की
युगों युगों तक जय जय हो !!
🇮🇳 जय माँ भारती 🇮🇳
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कोई कुछ नहीं है सारी महाभारत श्री कृष्ण से शुरू होती है और उन्ही पर अंत जो भी है सब उनकी ही लीला है उनके बिना तो पता भी नहीं हिलता जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙏
भविष्य में कदाचित
गांधारी जैसी माता होना संभव नही है
जिन्होंने अपने प्रिय पुत्र को विजय का वरदान नही दिया
धन्य है आप शिवभक्तनी
🙏🙏
धन्य है वह घटोत्कच और धन्य है वह माता जिसने इस वीर पुत्र को जन्म दिया...
मै तो जितने बार पितामह को देखता हूं मेरे आँखों मे आंसू आ जाते है😢😢😢
Pitamah bhishm,aachlll dhron,kripacharya
भीम- आप मेरे वीरपुत्र के वीरगति के प्राप्त होने पर हंस रहे हो ,भईया।
कृष्ण- मै उसके वीरगति के प्राप्त होने पर नहीं हंस रहा हूं ,मझले भईया। मै तो यह सोच कर प्रसन्न हो रहा था कि आज अर्जून बच गया जिस दिन से यह युद्ध आरंभ हुआ है उसी दिन से मैं चिंता में था कि कर्ण के पास इन्द्र की शक्ति है जिसे कोई कवच नहीं रोक सकता है। इसीलिए , मैं कई दिनों तक अर्जून को कर्ण के सामने नहीं आने दे रहा था।अब,आप ही बताइए मझले भईया कि यह शोक की घडी है या आंनद की।आपके पुत्र ने तो वीर अभिमन्यु से भी अधिक महत्वपूर्ण कार्य किया है और इसके लिए आने वाले सारे युग वीर घटोत्कच को प्रणाम करते रहेंगे।
Lekin Arjuna aur karna do bar aamne saamne aaye 11th and 13th day. Br Chopra ne kuch bhi dikhaya
@@siddharth6355 13th day ko to chakravyuh ki rachna ki thi. Tabh Arjun bohot dur tha ranbhumi se. Tab kaha se dono amne samne aye. Apne man se kuch bhi mat bolo
@@shahroopal6194 i mean on the day jayadratha was killed
Siddharth arjuna ke pass bharmstra bharmshirsha tha or pashupatiastra
Wo aaram se vaishavi shakti ko rok skta tha bt indra dev ka wardan ka insult na ho isliye chod diya baaki
Vaishavi shakti se jyada powerful vajrastra h indra ka
But ghtotkach din me aaya tha
हे वीर घटोत्कच मैं आपके साहस और पराक्रम को सादर प्रणाम करता हूं आपके बलिदान से अर्जुन की मृत्यु टल गई
Rona aa jaata hai. Kya mahabharat bnaayi hai. Wonderful. Br chopra and entire team huge respect and thank you for give us this epic
हिडिम्बा जैसी नारी को देख सदैव शांति और ममता का भाव उत्पन्न होता है ❣️ऐसि हि नारियां पूजने योग्य हैँ 🙏🙏❣️जय हो माता 🙏❣️
राष्ट्र हित से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है
काश कि ये बात लोग आज समझ जाएं तो अपने राष्ट्र की बहुत सी समस्या समाप्त हो जाती।
RX
Good
Right
वासुदेव कृष्ण ने माता हिंडींबा को वंदन किया जय श्री कृष्ण
kanhaiyalal Sharma k
जय श्री कृष्णा
Jaane kaise marte hue bhi abhimanyu n haraya tha kii maharathiyon ko or kii rajakumaron ko
ua-cam.com/video/OtxR6IcKDAo/v-deo.html
Jay
Issi liye aane waale saare yug, veer Ghatotkach ko pranaam karte rahenge. Immortal words of Sri Krishna.
Razak Khan played the role of Ghatotkach and Shehla Khan played Hidimba in this serial. Razak Khan also had a small role in Andaz Apna Apna where he was the person to whom Salman Khan's character Prem sells his father's house without his father's knowledge. Shehla Khan played minor roles in Bollywood movies in the late 80s and her biggest role was in the low budget movie Jumbish where she even had a song focusing on her.
Ya I remember Razak in andaz apna apna
23:48
Mindless of his own worries
,He thinks of only Nation...!!!
Blesses is that land, Which has a son like Bhishma..!!!
May india become one,
May India be secure ...!!
May this messege be immortalized for all ages...!!!!
Ganga putra bhishma ne kabhi nhi Socha tha uske pita santanu ke vans me dhritrashtra jaisa vyakti raja banega warna woh pratigya nhi lete aur ye yudh nhi hota.
he was defeated by pakistan
@@redspirit5885 is your god became so useless that you are came for mahabharat now ?
@@suneel258 no
Ghatotkach out of syllabus question for Kauravas
Right 😂😂
Duryodhan k liye to khaas kr... 🤣🤣🤣
@@shreyakrishna9360 hmm
Sahi hai
अक्ल नहीं थी दुर्योधन में
The conversation between Bhisma, Kunti and Gandhari was so good....those dilouges between them is so good
जो बीत गया उसके हम उत्तराधिकारी है और जो बीतने वाला है उसके उत्तरदायी हम वर्तमान हैं -माँ कुन्ती
Bheem - पुत्र अपना आकार बढ़ाओ पुत्र अपना आकार बढ़ाओ और शत्रु सेना पर गिरो 😂🙏🙏
😆😆😆
Uske sirf girane se hi 2 aksh yoni sena khatam ho gayi uske neeche dab ke. Good strategy.
😀😀😀😂😂😂aaj BHI ese veer ki jurrrat he Bharat ko .... Adharmi Ka vonas karne ke liye
@@aditipant249 haha
सभी बोलते है कि पांचाली के कारण युद्ध हुआ है पर मुझे लगा कि ध्रितराष्ट्र के चुप्पी कि वजह से हुआ
नहीं भाई अगर भीष्म पितामह के पिता राजा सांतनु माता सती के प्रेम मोह में न गिरते तो ये नास ना होता, ओर पितामहभीष्म भी सादी कर लेते ओर सूखी जीवन जीते
@@mr.naresh7268 right👍
वैसे देखा जाए तो थोडे बहुत सभी जिम्मेदार है युद्ध के लिए
सही कहा मित्र
@@mr.naresh7268 ME bhi apki baat se agree hu
मैं एक साल में दो बार रामायण और महाभारत देखता हू😊🙏
Ku bhai
Ghar pr Mahabharata ho rha hai 😅
@prabhakarlavania3559 तुम्हारे घर पे भाई 😁
@Sudhakar_paswan333 isliye dekhna pad rha hai 😉
@prabhakarlavania3559 thik h bhai dekho
*हे प्रभु,मुझे कुछ नहीं चाहिए,सिर्फ जो प्यारी आंखें मेरा कॉमेंट पढ़ रही हैं,उनके माता पिता को लंबा जीवन और संसार की सारी खुशियां दे देना🤗🤗❤️*
*जय श्री कृष्ण..........❤️🚩🌹*
Nation is above all of us.. Teaching of this great epic.
3 warriors who should always be remembered for their sacrifices uttar, avimanyu,ghatokach respectively 😭 and yes others were also important but these 3 where the best no one can compare them !!
Karn was also a great Warrior
@@abhinavkumarbihar4505 भगोड़ा था वो
Hii
Or
@@factshunter269 toh uski photo kyo lagai ho aur kitab padho mahabharat ke tab pata chalega
एक ही परिवार एक ही युद्ध मे आमने-सामने फिर भी एक दूसरे के प्रति इतना सम्मान
भरतवंश की दोनों कुलवधुऐं तुम्हारी ऋणी ह सैनिक
वाह क्या मान सम्मान ह
Mataa hidimba ko pranam🌷🌷🙏🌷🌷
Vir Gatorgacchh ko pranam 🌷🌷🙏🌷🌷
💅
प्रणाम गुरु
Veer Ghatokach sacrifice his life for his uncle to be in the war
You are great
Veer Ghatokach 🙏🙏🙏
Jai Shree Krishna 🙏🙏🙏
Duryodhan studied the most important chapter for the whole night and Ghatotgach came out of syllabus 😂😂😂
Are bhai Bhai bhai😂😂
Hahaha
Its fake because ghototkoch fighting from 1st day
But it was night as a demon he became very strong
Even Newton third low used by ghatotgach
😅😅
I just love the voice of SAMAY & the lines sung by the singer( which r so thoughtful ) at end of episode
Hii
जय श्री कृष्ण✨🖤
हर हर महादेव✨♥️
जय श्री राम✨🖤
जय भगवान✨♥️
महाभारत ✨💙
जय भगवान 💕💕♥️🖤
जय भागवत गीता♥️💕🖤
जय भगवान 🤜🖤💕♥️🤛
Punnet Issar ( Duryodhan ) and Pankaj Dheer ( Karna ) are class apart . Nobody can match them
Arjun too
almost everyone justified his/her role
@@jajaja7394 cool profile girl
At
A