गुरुदेव, आपकी वाणी मेरे जीवन का प्रकाश है। आपके प्रवचनों ने मेरे अंतर्मन को गहराई से छुआ है। आपकी कृपा से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। आपके श्रीचरणों में सादर नमन और कोटि-कोटि आभार...!!!
बिल्कुल, जैसे महाभारत के रणभूमि में श्रीकृष्ण की वाणी ने अर्जुन को मोह और भ्रम से मुक्त कर कर्तव्य का मार्ग दिखाया, वैसे ही गुरुदेव की वाणी हमारे जीवन की हर बाधा को हरकर आत्मज्ञान का पथ प्रशस्त करती है। गुरुदेव के वचन गीता के श्लोकों की तरह अमर और सर्वकालिक सत्य हैं। उनकी वाणी में साक्षात श्रीकृष्ण का दिव्य संदेश प्रतिध्वनित होता है। जय गुरुदेव! 🙏🏻🙏🏻
भगवद्गीता मेरा पसंदीदा धर्मग्रन्थ है। इसके ऊपर पहले भी मैंने आपके अद्भुत प्रवचन सुने हैं। मेरी हार्दिक इच्छा है कि इस महाग्रंथ के हर श्लोक की व्याख्या आपके मुखारविंद से सुनूं। नमन हे महात्मन्, कोटि नमन!
Apke sabhi pravachan anmol hain. Mai ek niymait shrota hun. Apke vachano se mere jivan me bahut parivartan aaya hai. Mai apka abhaari hun. Sadar Naman..!!!
श्रीकृष्ण की वाणी में सदा, ज्ञान का अमृत झरता है, अर्जुन को देकर धर्म-मार्ग, जीवन का सत्य रचता है। वैसे ही गुरुदेव के वचन, मन को शीतलता देते हैं, भक्तों के संशय हरते हुए, ज्ञान-दीप सदा जलाते हैं। श्रीकृष्ण के जैसे गुरुवर भी, मोह का बंधन तोड़ते हैं, गीता की दिव्यता संग लेकर, अज्ञान के तम को हरते हैं। उनके चरणों की शरण में, हर भटकती राह सध जाती है, जग को सत्संगति का मर्म, उनकी वाणी सिखलाती है।
हे अर्जुन मेरे परम वचन को सुन! अहा! कैसा अनुपम उद्घोष है! ऐसा प्रतीत हो रहा गुरुदेव के रूप में भगवान मधुसूदन स्वयं ही अपनी गीता का भाष्य कर रहे हों! धन्य हुए मेरे श्रवण! धन्य हुआ मैं!
संसार में तीन तरह के वचन कहे जाते हैं; सत्य वचन और असत्य वचन। किंतु कृष्ण परम वचन कह रहे हैं। परम वचन वे होते हैं जो सत्य और असत्य की सीमा के परे जाते हैं। परम वचन वे होते हैं जिनकी सत्यता प्रमाणित करने के लिए स्वयं ही रूपांतरित होना पड़ता है।
आपमें मूल रुप से तीन महापुरुसो का झलक मिलती है, स्वामी विवेकानंद, दयानंद, और संत रामसुखदास । मेरी परम ख्वाहिश है कि आप योग वशिष्ठ ग्रंथ पर कुछ सुनाइए कुछ सत्संग सुनाइए
सर मन बुद्धि चित्त अहंकार जो सूक्ष्म है जिसे आँखों से नही देखा जा सकता और इसका निवास स्थान मस्तिष्क मे है मस्तिष्क जो स्थूल है जिसे आँखों से देखा जा सकता है मन जिसका काम संकल्प विकल्प है बुद्धि जिसका काम निश्चय लेना है क्या ये मन बुद्धि चित्त अहंकार क्या ये चारो मस्तिष्क के function है
गुरुदेव, आपकी वाणी मेरे जीवन का प्रकाश है। आपके प्रवचनों ने मेरे अंतर्मन को गहराई से छुआ है। आपकी कृपा से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। आपके श्रीचरणों में सादर नमन और कोटि-कोटि आभार...!!!
बिल्कुल, जैसे महाभारत के रणभूमि में श्रीकृष्ण की वाणी ने अर्जुन को मोह और भ्रम से मुक्त कर कर्तव्य का मार्ग दिखाया, वैसे ही गुरुदेव की वाणी हमारे जीवन की हर बाधा को हरकर आत्मज्ञान का पथ प्रशस्त करती है। गुरुदेव के वचन गीता के श्लोकों की तरह अमर और सर्वकालिक सत्य हैं। उनकी वाणी में साक्षात श्रीकृष्ण का दिव्य संदेश प्रतिध्वनित होता है। जय गुरुदेव! 🙏🏻🙏🏻
पूज्य गुरुदेव के श्रीचरणों में बारंबार प्रणाम! 🙏🏻🙏🏻
भगवद्गीता मेरा पसंदीदा धर्मग्रन्थ है। इसके ऊपर पहले भी मैंने आपके अद्भुत प्रवचन सुने हैं। मेरी हार्दिक इच्छा है कि इस महाग्रंथ के हर श्लोक की व्याख्या आपके मुखारविंद से सुनूं। नमन हे महात्मन्, कोटि नमन!
कैसी अद्भुत वाणी है! कैसा परम तेज है! इस अमृतवर्षा के लिए आपका बारम्बार धन्यवाद!
Apke sabhi pravachan anmol hain. Mai ek niymait shrota hun. Apke vachano se mere jivan me bahut parivartan aaya hai. Mai apka abhaari hun. Sadar Naman..!!!
श्रीकृष्ण की वाणी में सदा, ज्ञान का अमृत झरता है,
अर्जुन को देकर धर्म-मार्ग, जीवन का सत्य रचता है।
वैसे ही गुरुदेव के वचन, मन को शीतलता देते हैं,
भक्तों के संशय हरते हुए, ज्ञान-दीप सदा जलाते हैं।
श्रीकृष्ण के जैसे गुरुवर भी, मोह का बंधन तोड़ते हैं,
गीता की दिव्यता संग लेकर, अज्ञान के तम को हरते हैं।
उनके चरणों की शरण में, हर भटकती राह सध जाती है,
जग को सत्संगति का मर्म, उनकी वाणी सिखलाती है।
🙏🏻🌹🌹
हे अर्जुन मेरे परम वचन को सुन! अहा! कैसा अनुपम उद्घोष है! ऐसा प्रतीत हो रहा गुरुदेव के रूप में भगवान मधुसूदन स्वयं ही अपनी गीता का भाष्य कर रहे हों! धन्य हुए मेरे श्रवण! धन्य हुआ मैं!
Sadhanyavad
Bahut sundar
जय श्री कृष्ण 🙏
Super ji🎉🎉
Pranam guru ji🎉
संसार में तीन तरह के वचन कहे जाते हैं; सत्य वचन और असत्य वचन। किंतु कृष्ण परम वचन कह रहे हैं। परम वचन वे होते हैं जो सत्य और असत्य की सीमा के परे जाते हैं। परम वचन वे होते हैं जिनकी सत्यता प्रमाणित करने के लिए स्वयं ही रूपांतरित होना पड़ता है।
अद्भुत 🙏🏻🙏🏻
वाह!
Guru ji danivadh great Satsang video ❤
ज्ञान का सागर है आप आपके ज्ञान से अभी संचित होकर दिल को बहुत ही प्रसन्नता का अनुभव होता है❤🙏
बहुत सुंदर ❤❤❤
Ati uttam
Upenbra ❤❤
Adbhuta
Waah anandit kar diya prabhu pranam aapko
आपमें मूल रुप से तीन महापुरुसो का झलक मिलती है, स्वामी विवेकानंद, दयानंद, और संत रामसुखदास । मेरी परम ख्वाहिश है कि आप योग वशिष्ठ ग्रंथ पर कुछ सुनाइए कुछ सत्संग सुनाइए
सभी बुद्ध परुषों का अद्भुत संगम हैं गुरुदेव...
🙏🙏🙏🙏🙏
Kya Guru ji adhyay 15 purushotam yog ka Satsang video mili ga
सर मन बुद्धि चित्त अहंकार जो सूक्ष्म है जिसे आँखों से नही देखा जा सकता और इसका निवास स्थान मस्तिष्क मे है मस्तिष्क जो स्थूल है जिसे आँखों से देखा जा सकता है मन जिसका काम संकल्प विकल्प है बुद्धि जिसका काम निश्चय लेना है क्या ये मन बुद्धि चित्त अहंकार क्या ये चारो मस्तिष्क के function है