हमारी देव भूमि रह कर हमारे ही देवी देवता का अपमान करने लगे इनकी इतनी हिम्मत होने लगी दोस्तो, अब समय आ गया ह भूकानून आंदोलन को उसकी चरम सीमा तक ले जाने का क्योंकि आज देवता की डोली रोकी ह कल को हमारे मंदिर तोड़ेंगे बढती हुई मुस्लिम आबादी इस विषय पर हमे ही विचार करना होगा क्योंकि बाकी सभी हिंदुओं के लिए उत्तराखंड एक पर्यटन स्थल है लेकिन ये तो हमारी मां है
हेम जी नमस्कार 🙏🙏। भाई साहब जी आपने जो दिखाया है वह बहुत ही सराहनीय है। लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि उत्तराखंड में भू माफिया, खनन माफिया, शराब माफिया मिल कर काम कर रहे हैं। उत्तराखंड में जो हजारों साल पुराने गांव हैं वहां पर रोड के नाम पर हजारों मंदिरों को तोड़ा गया है। यह भी पलायन का कारण है। जिस में गांव वालो की मिली भगत तथा क्षेत्र वाले एवं माफियाओं द्वारा यह कुकृति किया जा रहा है।
ये कोन होते है महादेव का रिश्ता रोकने वाले ये लोगो पर करवाई करो वर्ना तुम उत्तराखंड के लोगों का टण्डन देखने के लिए तयार होजा high कोट सुविधान कुछ है तो आगे आओ वर्ना सब भुगते गे
Bhoo kanoon to sarkar bante hi lagoo kr dena chiye tha itna late krte aa ri hai sarkar kuch ni kr pa ri krna hota to bhot pehle hi ho jata upper se mahadev ki jo yatra roki jinhone or jo bhool gye ki ye devbhoomi hai sabko dosh lagega jo jo shamil thy
uttrakhand maii dehradun ke jungles mai janwaro ki jagah kahsmiri logo ko basaya jaa rahaa hai jo illegal kaam kaar rahee hai aur jungles kaat rahe hai aur kuch saalo baad phir 50-100 biagh jameen unke hi naam kar di jaati hai .jiski value hazaaro crore ki hotii hai .aur doosri taraf uttrakhand ke moolivasi dehradun mai apne baccho ke liye 100gaj jameen nahi khareed paa raha hai poori jindagi mehnat karke..aur inki wajjah se moolnivasio ke kheto mai jungles. ke jaanwar nuksaann pahucha rahe hai ..aise gaddar aur corrupt forest department aur minsters hai uttrakhand devbhoomi ke
जितने भी बाहरी लोग हैं इनकी हिम्मत कैसे हो गई हैं उत्तराखंड में उत्तराखंड वाले अपना बल दिखाते हैं नहीं। ये आदमी तो गया इसका तो हो गया काम तुंगनाथ तो छोड़ेगा नहीं इस आदमी को ये तो तय है लेकिन उत्तराखंड वाले तो अपना बल तो दिखाना चाहिए सरकार क्या है उत्तराखंड के देवी देवताओं के आगे कुछ नहीं है
हमारी देव भूमि रह कर हमारे ही देवी देवता का अपमान करने लगे इनकी इतनी हिम्मत होने लगी दोस्तो, अब समय आ गया ह भूकानून आंदोलन को उसकी चरम सीमा तक ले जाने का क्योंकि आज देवता की डोली रोकी ह कल को हमारे मंदिर तोड़ेंगे बढती हुई मुस्लिम आबादी इस विषय पर हमे ही विचार करना होगा क्योंकि बाकी सभी हिंदुओं के लिए उत्तराखंड एक पर्यटन स्थल है लेकिन ये तो हमारी मां है
जै मेरी कुलदेवी मां सुकंण्डा सुरी 🙏🙏
जै मेरे कुलदेवता सेम नागराज 🙏🙏
जै मेरे ग्रामदेवता गोलू देवता 🙏🙏
हेम जी नमस्कार 🙏🙏। भाई साहब जी आपने जो दिखाया है वह बहुत ही सराहनीय है। लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि उत्तराखंड में भू माफिया, खनन माफिया, शराब माफिया मिल कर काम कर रहे हैं। उत्तराखंड में जो हजारों साल पुराने गांव हैं वहां पर रोड के नाम पर हजारों मंदिरों को तोड़ा गया है। यह भी पलायन का कारण है।
जिस में गांव वालो की मिली भगत तथा क्षेत्र वाले एवं माफियाओं द्वारा यह कुकृति किया जा रहा है।
Esa toh aaj tk kbhi nhi hua jesa ye BJP k saasan me ho rha h
ये कोन होते है महादेव का रिश्ता रोकने वाले ये लोगो पर करवाई करो वर्ना तुम उत्तराखंड के लोगों का टण्डन देखने के लिए तयार होजा high कोट सुविधान कुछ है तो आगे आओ वर्ना सब भुगते गे
Bhoo kanoon to sarkar bante hi lagoo kr dena chiye tha itna late krte aa ri hai sarkar kuch ni kr pa ri krna hota to bhot pehle hi ho jata upper se mahadev ki jo yatra roki jinhone or jo bhool gye ki ye devbhoomi hai sabko dosh lagega jo jo shamil thy
uttrakhand maii dehradun ke jungles mai janwaro ki jagah kahsmiri logo ko basaya jaa rahaa hai jo illegal kaam kaar rahee hai aur jungles kaat rahe hai aur kuch saalo baad phir 50-100 biagh jameen unke hi naam kar di jaati hai .jiski value hazaaro crore ki hotii hai .aur doosri taraf uttrakhand ke moolivasi dehradun mai apne baccho ke liye 100gaj jameen nahi khareed paa raha hai poori jindagi mehnat karke..aur inki wajjah se moolnivasio ke kheto mai jungles. ke jaanwar nuksaann pahucha rahe hai ..aise gaddar aur corrupt forest department aur minsters hai uttrakhand devbhoomi ke
दिल फट रहा देवता का यह अपमान देखकर
जितने भी बाहरी लोग हैं इनकी हिम्मत कैसे हो गई हैं उत्तराखंड में उत्तराखंड वाले अपना बल दिखाते हैं नहीं। ये आदमी तो गया इसका तो हो गया काम तुंगनाथ तो छोड़ेगा नहीं इस आदमी को ये तो तय है लेकिन उत्तराखंड वाले तो अपना बल तो दिखाना चाहिए सरकार क्या है उत्तराखंड के देवी देवताओं के आगे कुछ नहीं है
Bhuat galat baat h
Hmari dev bhumi m esa krna galt h
😢😢😢😢😢😢🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
भू कानून वो भी कठोर भू कानून जरूरी है।देवभूमि को बचाने के लिए।
Uttrakhand ke log bhar ke logo se darte hai to kya kare yahi samsya hai sabse badi
Is it necessary to sensationalise it?
Parnam aapki bat stay hea lekin phale hame apne ko janana pdega ki ham he kon