Radio Play - Malvikagnimitram by Kalidas । Episode #01
Вставка
- Опубліковано 10 лис 2024
- #AkashvaniAIR
#Akashvani #AIR
#RadioNatak
Radio Play - Malvikagnimitram by Kalidas । Episode #01
मालविकाग्निमित्रम् (5.12.2020)
(कड़ी #1)
यह नाटक महाकवि कालिदास के लिखे संस्कृत नाटक ‘मालविकाग्निमित्रम्’ का हिंदी नाट्य-रूपांतर है | पाँच अंकों का यह नाटक प्राचीन मालवदेश की राजकुमारी मालविका और विदिशा के राजा अग्निमित्र के प्रेम और विवाह की कहानी है | इसे कालिदास की प्रथम नाट्य-कृति भी माना जाता है। कालिदास रचित इस नाटक के आरम्भ में सूत्रधार कहता है कि पुरानी होने से ही न तो सभी वस्तुएँ अच्छी होती हैं और ना ही नयी होने से बुरी या हेय। विवेकशील व्यक्ति अपनी बुद्धि से तय करता है और जो श्रेष्ठ वास्तु है उसे ग्रहण करता है और मूर्ख व्यक्ति दूसरों के कहे अनुसार ग्राह्य या अग्राह्य का निर्णय करते हैं।
इस नाटक का काल लगभग 2250 वर्ष पूर्व का युग है और इसमें तत्कालीन शुंग वंश के काल की कला, संस्कृति, सामाजिक व्यवस्था की झलक भी है। महाकवि कालिदास ने इस नाटक में कई नए प्रयोग भी किये हैं - इसमें स्वांग, चतुष्पदी छन्द और गीत के साथ अभिनय किया गया है जो बताते हैं कि उस युग में भी हमारे देश में लोकनाट्य कला जीवंत थी, प्रचलित थी और स्थापित थी | नाटक में दो नृत्याचार्यों में अपनी कला निपुणता के सम्बन्ध में विवाद होता है | ‘श्रेष्ठ कौन?’ का निर्णय करने के लिए तय होता है कि दोनों अपनी-अपनी शिष्याओं का नृत्य-अभिनय दिखाएँ। अंतिम पक्षपातरहित निर्णय के लिए विदुषी, भगवती कौशिकी का चयन होता है | इसके बाद नाटक में कई रोचक घटनाक्रम आते हैं | मानवीय और दार्शनिक आयामों की पूरी छटा बिखेरता है महाकवि कालिदास रचित यह नाटक | विशेष बात यह भी है कि यह नाटक भारतीय नाट्य-साहित्य के वैभवशाली अध्याय का प्रथम पृष्ठ है।
Title: MALVIKAGNIMITRAM
(Episode # 1 )
Writer: Kalidas
Hindi Translation : Sitaram Chaturvedi
Adaptation: Chiranjit
Director: Sudarshan Kumar
Music Director : Satyadev Panwar
Singer : Urmila Nagar
Assistance in Production: Mehfooz Hasan
Artists: Ashwini Kumar,Manoj Bhatnagar, Neeraj Sharma, Veena Gaud, Vijaya Razdan, Harsh Bala, Rashmi Dar, Sarala Tandon, Kavita Vaidya, Sushil Banerjee, Yogesh Kumar Jain, Suresh Pant, Mangat Ram, Archana
(Refurbished by Sh. Vinod Kumar, Programme Executive, CDU, DG; AIR. This play was first broadcast on 28-03-91)
A presentation of Central Drama Unit, DG; AIR.