दहेज मुक्त विवाह कर समाज में की मिसाल पेश | Satlok Ashram Kurukshetra | SA NEWS
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- Опубліковано 20 бер 2024
- दहेज मुक्त विवाह कर समाज में की मिसाल पेश | Satlok Ashram Kurukshetra | SA NEWS
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हरि आये हरियाणे नू
संत गरीबदास जी ने कहा है
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
सन् 1727 में सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर जी जिंदा महात्मा रूप में सतलोक से आकर संत गरीबदास जी को गांव छुड़ानी, जिला झज्जर हरियाणा में मिले थे। इसी अवसर पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19-20-21 मार्च को मनाया जा रहा है।
भारत को दहेजमुक्त बनाने में संत रामपाल जी महाराज का अहम योगदान है। संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाओं पर चलते हुए उनके अनुयायी आज दहेज मुक्त विवाह कर रहे हैं। जिससे बेटियां होंगी सुखी और सुरक्षित।
संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संग वचनो में बताते हैं की परमात्मा ने लड़के व लड़की का संस्कार पूर्व निर्धारित कर रखा है। हम इसमें परिवर्तन नहीं कर सकते। विवाह वचन से होता है उसके लिए दहेज जैसे बाहरी आडंबर, दिखावे की कोई जरूरत नहीं है। निर्वाण दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में 10 सतलोक आश्रमों में दहेज मुक्त विवाह सादगी पूर्ण तरीके से असुर निकंदन रमैनी द्वारा 17 मिनिट में संपन्न हुए।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है। संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आज समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
अब बेटी बोझ नहीं।
संत गरीबदास जी के सन 1727 में कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे उनको ज्ञान उपदेश दिया इसी उपलक्ष्य में जगत के तारणहार जगतगुरु रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रम सत गरीबदास जी का बोध दिवस 19से21। को मनाया जा रहा है जिसमें अखंड पाठ भंडारा रक्त शिविर दहेज मुक्त विवाह का आयोजन किया जा रहा है
दहेज मुक्त भारत संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में ही सम्भव हुआ
दहेज मुक्त भारत कैवल संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान ही हो रहा है।
# संत रामपालजी महाराज का उद्देश्य
कन्या भ्रूण हत्या व दहेज प्रथा को रोकना -
संत रामपाल जी महाराज जी की दहेज मुक्त मुहिम के तहत अब कोई बेटी बोझ नहीं रहेगी । उनके अनुयायी 17 मिनट की गुरुवाणी द्वारा दहेज मुक्त विवाह करते हैं जिसे रमेणी कहते हैं । इस प्रकार संत रामपाल जी महाराज जी दहेज प्रथा व कन्या भ्रूण हत्या का अंत कर रहे हैं ।
❤❤ संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा बहुत अच्छा शादी विवाह
संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया जाएगा। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन, एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।
अपने निज घर सतलोक से परिचित करवाया
संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने निज घर अमर लोक (सतलोक) को भूल चुकी सभी आत्माओं को सैंकड़ों प्रमाण देकर सतलोक के स्थायी सुखों से परिचित करवाया जिससे जनता को एक ऐसे लोक का पता चला जहां जाने के बाद जन्म व मृत्यु नहीं होती।
अधिक जानकारी हेतु साधना या पॉपुलर टीवी प्रतिदिन शाम 7 30 से 8 30 तक देखे।
हरि आये हरियाणे नू
संत गरीबदास जी को सन 1727 में कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणे में मिले थे।
इसी उपलक्ष्य में 19-21 मार्च को संत गरीबदास जी का बोध दिवस संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
जिस काम को करने में सरकार व प्रशासन भी असर्मथ है वह कार्य संत रामपाल जी महाराज ने कर दिखाया है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना।
दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना।
सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
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संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम सेआज हजारों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है।
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पूर्ण परमात्मा चारों युगों में आते हैं, अच्छी आत्माओं को मिलते हैं।
"सतयुग में सत्यसुकृत नाम से, त्रेता में मुनीन्द्र नाम से आये, द्वापर में करुणामय नाम से तथा कलयुग में अपने वास्तविक नाम कबीर नाम से प्रकट हुए। आज वर्तमान में इस पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में विद्यमान है।।
जगद्गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में दहेज मुक्त शादियां व रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है
🔹कबीर परमेश्वर की प्यारी आत्मा गरीबदासजी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 19-21 मार्च 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का अखंड पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं।
इस उपलक्ष्य में देखिए विशेष कार्यक्रम 21 मार्च को सुबह 09:15 बजे Sant Rampal Ji Maharaj UA-cam Channel पर।
🔸संत रामपाल जी महाराज जी भक्त समाज को सतभक्ति मार्ग देकर मोक्ष की राह दिखा रहे हैं। समाज में फैली कुरीतियों दहेज प्रथा, नशा, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करके एक सभ्य समाज की स्थापना कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी के सभी आश्रमों में मनाया गया गरीब दास जी महाराज जी का बोध दिवस। जिसमें नि:शुल्क विशाल भंडारा,
दहेज मुक्त विवाह, रक्तदान शिविर, आदि।
संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संत गरीबदास जी के बोध दिवस पर 19-21 मार्च 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
🔹हरि आये हरियाणे नू
संत गरीबदास जी को सन 1727 में कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणे में मिले थे।
इसी उपलक्ष्य में 19-21 मार्च को संत गरीबदास जी का बोध दिवस संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद से उनके शिष्य ने दहेज मुक्त विवाह करके समाज में बहुत बड़ी विशाल पेश की।
देखिए पूरी वीडियो 👇👇👇
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ ।
पूर्ण परमात्मा कविर्देव अर्थात कबीर परमेश्वर जिस क्षेत्र में आए उसका नाम हरयाणा अर्थात् परमात्मा के आने वाला पवित्र स्थल, जिसके कारण आस-पास के क्षेत्र को हरिआना (हरियाणा) कहने लगे। क्योंकि सन् 1727 में फाल्गुन मास की सुदी द्वादशी को परमेश्वर कबीर जी सतलोक से आकर गरीबदास जी को मिले थे।जब आदरणीय गरीबदास जी 10 वर्ष की आयु हुए, तब कबलाना गाँव की सीमा से सटे नला खेत में जांडी के पेड़ के नीचे प्रातः 10 बजे परमेश्वर कबीर साहिब जी सतलोक से आकर विक्रमी संवत् 1784, सन् 1727 में फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष द्वादशी को मिले। इसीलिए संत गरीबदास जी ने कहा है:
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
कबीर परमेश्वर की प्यारी आत्मा गरीबदासजी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 19-21 मार्च 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का अखंड पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं।
💰संत रामपाल जी महाराज का यही है नारा, दहेज मुक्त हो देश हमारा।।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में 10 सतलोक आश्रमों में सैकड़ों दहेज मुक्त विवाह सादगी पूर्ण तरीके से असुर निकंदन रमैनी द्वारा 17 मिनिट में संपन्न हुए।
ज्ञानोपदेश दिया था। इसी उपलक्ष्य में जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19 से 21 मार्च को मनाया जा रहा है, जिसमें अखंड पाठ, विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त विवाह का आयोजन किया जाएगा। इस विशाल भण्डारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है। संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आज समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
अब बेटी बोझ नहीं।
सनातन हितैषी कौन है? जानने के लिए देखें
Sant Rampal Ji Maharaj UA-cam Channel शाम 07:30 बजे।
संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा आयोजित किया। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान, देहदान शिविर का आयोजन किया गया था एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी आयोजन किया।
इस भंडारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।नि: शुल्क भोजन भंडारा के लिए पुरे विश्व आमन्त्रित था।
वर्तमान समय में केवल संत रामपाल जी महाराज के तत्वदर्शी संत है जो शास्त्र के द्वारा भक्ति बता रहे हैं जिससे मोक्ष की प्राप्ति होती है उनसे नाम दीक्षा ले और अपना कल्याण कराए
दहेज लेना व देना अपराध है, पाप है
जब मानव को परमात्मा के विधान का ज्ञान होगा, तब वह सर्व पापों से बचेगा। अपराध करना विष खाने के तुल्य समझेगा। वह संत रामपाल जी महाराज के सत्संगों से हो सकता है। सत्संग के माध्यम से अच्छे विचार जनता को सुनने को मिलेंगे तो इस समस्या का समाधान पूर्ण रूप से हो जाएगा। संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए जा रहे सत्संग-विचार के वचनों का जादुई प्रभाव पड़ता है।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संत गरीबदास जी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय 19- 21 मार्च को विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। विशाल भंडारे के साथ ही दहेज़ मुक्त विवाह भी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संपन्न हो रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी एक ऐसे महान संत हैं जिन्होंने दहेज़ प्रथा को जड़ से खत्म करके दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं जिससे अब कोई भी बेटी बहू को दहेज के लिए प्रताड़ित नहीं होना पड़ेगा। अब कोई भी बेटी बोझ नहीं होगी और और समाज से भ्रूण हत्या भी खत्म हो रही है।
संत रामपाल जी महाराज भारत व विश्व के सबसे बड़े समाज सुधारक है जिन्होंने देश को दहेज, भ्रूण हत्या, जातिवाद, रिश्वतखोरी आदि समस्याओं से निजात दिलाई है
संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया जाएगा। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन, एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।
इस भंडारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
संत गरीबदास जी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में दहेज मुक्त रमैणियाँ भी हुई, जो बेटियों के लिए एक आईना हैं।
🔹संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया जाएगा। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन, एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है। संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आज समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
अब बेटी बोझ नहीं।
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संत रामपाल जी महाराज, जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
उन्हीं परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी का अवतरण हरियाणा प्रांत में हुआ है, जिनके विषय में आदरणीय संत गरीबदास जी ने अपनी अमरवाणी में कहा है:
पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण, क्यों फिरदा दाणें दाणें नूं।
सर्ब कला सतगुरु साहेब की हरि आए हरियाणे नूं।।
संत रामपाल जी महाराज ही सच्चे सनातन हितैषी हैं जिन्होंने हमारे शास्त्रों से वास्तविक ज्ञान आज मानव समाज को प्रदान किया है।
19-21 मार्च 2024 को संत गरीबदासजी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में सभी सतलोक आश्रमों में विशेष समागम का आयोजन किया जा रहा है। विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, देहदान शिविर, नशा मुक्त कार्यक्रम, तथा दहेज मुक्त शादियां जैसे अद्भुत अद्वितीय कार्यक्रम चल रहे हैं। आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं।
सन 1727 में संत गरीबदास जी को कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे। उनको ज्ञानोपदेश दिया था।
19-21 मार्च 2024 को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
संत रामपाल जी महाराज की दी गई शिक्षा से हो रहा है दहेज का खात्मा।
संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान करेगा दहेज मुक्त भारत का निर्माण।
अब बेटी बोझ नहीं।
वर्तमान में पूरे विश्व में केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं। जिन्होंने सभी धर्म ग्रंथों को खोलकर यह प्रमाणित कर दिया है कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हैं।
🌹🌹बंदी छोड सद्गुरु रामपाल जी भगवान जी की जय 🌹🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻.........🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️🏳️
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संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह।
दहेज मुक्ति विवाह एक अनौखी मिसाल है। जो संत रामपाल जी महाराज जी ही करवा रहे हैं
संत रामपाल जी महाराज का यही है नारा, दहेज मुक्त हो देश हमारा।।
निर्वाण दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में 10 सतलोक आश्रमों में सैकड़ों दहेज मुक्त विवाह सादगी पूर्ण तरीके से असुर निकंदन रमैनी द्वारा 17 मिनिट में संपन्न हुए।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19 से 21 मार्च को मनाया जा रहा है, जिसमें अखंड पाठ, विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त विवाह का आयोजन किया जाएगा।
संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में लाखों दहेज मुक्त विवाह संपन्न हो चुके हैं
हरि आये हरियाणे नू
संत गरीबदास जी ने कहा है
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
सन् 1727 में सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर जी जिंदा महात्मा रूप में सतलोक से आकर संत गरीबदास जी को गांव छुड़ानी, जिला झज्जर हरियाणा में मिले थे। इसी अवसर पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19-20-21 मार्च को मनाया जा रहा है।
🔹सन 1727 में संत गरीबदास जी को कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे। उनको ज्ञानोपदेश दिया था।
19-21 मार्च 2024 को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
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संत रामपाल जी महाराज जी का सपना,
दहेज मुक्त हो भारत अपना
कबीर साहेब जी के बारहवें पंथ के प्रवर्तक आदरणीय गरीबदास जी महाराज जी हैं जिनको कबीर साहेब जी 10 वर्ष की आयु में सन 1727 में मिले थे। इसके उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में बोध दिवस मनाया जा रहा है और सभी सतलोक आश्रम में 19-21 मार्च 2024 को विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
समाज को दहेज मुक्त बनाने में संत रामपाल जी महाराज व उनके अनुयायी अहम भूमिका निभा रहे है
वास्तव में समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज है जिन्होंने समाज कल्याण के कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है
संत गरीबदास जी को सन 1727 में कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे। उनको ज्ञानोपदेश दिया था। इसी उपलक्ष्य में जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19 से 21 मार्च को मनाया जा रहा है, जिसमें अखंड पाठ, विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त विवाह का आयोजन किया जाएगा।❤❤❤❤
संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया गया। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन, एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी देखने को मिली।
सच होगा सबका सपना,
दहेजमुक्त होगा भारत अपना।।
संत रामपाल जी महाराज एक ऐसे स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं जिसमें शादी पर कोई आडंबर नहीं, कोई खर्चा नहीं तथा बेटी बोझ नहीं।
निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सैंकड़ों दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुए।
हरि आये हरियाणे नू
हरियाणा की पवित्र भूमि जिला झज्जर, गांव छुड़ानी के पास खेतों में अपनी प्यारी आत्मा 10 वर्षीय बालक गरीबदास जी महाराज को गउएं चराते हुए, पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी मिले, सतलोक दिखाया और फिर वापिस छोड़ा। बस यहीं से गरीबदास जी महाराज का जीवन पलट गया और परमात्मा की महिमा गाते हुऐ गरीब दास जी चिता से उठ बैठे और बोले:-
अजब नगर में ले गया, हमकूं सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सूते चादर तान।
अनन्त कोटि ब्रह्मण्ड का एक रति नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर हैं कुल के सृजनहार।।
तत्वदर्शी संत के रूप में इस पूरी पृथ्वी पर जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं, वे तार्किक तत्वज्ञान बताने वाले पूर्ण तत्वदर्शी संत हैं। उनकी शरण में आए और अपना जीवन सफल बनाएं।
संत रामपाल जी महाराज ने सारे बुराइयों को खत्म किया है जैसे रहे लेना रिश्वत लेना नशा करना और बहुत सुंदर है जो संत रामपाल जी महाराज ने खत्म किया है
संत रामपाल जी महाराज जी के सभी आश्रम में दहेज मुक्त प्रभाव का आयोजन किया गया जिसमें अनेकों दहेज मुक्त विवाह किए गए जिससे बहुत से माता-पिता एवं बेटियों पर बोझ न होकर बहुत ही अच्छा दहेज मुक्त विवाह किया जो बहुत अच्छा है
हरि आये हरियाणे नू
हरियाणा प्रांत के गांव छुड़ानी, जिला झज्जर में सन् 1717 में जन्मे संत गरीबदास जी को परमेश्वर कबीर साहिब जी जिंदा बाबा के रूप में सतलोक से आकर विक्रमी संवत् 1784, सन् 1727 में फाल्गुन मास की सुदी द्वादशी को मिले थे। इसीलिए संत गरीबदास जी ने कहा है:
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
वही परमेश्वर संत रामपाल जी महाराज के रूप में आज धरती पर विद्यमान हैं जिनके सानिध्य में संत गरीबदास जी महाराज का बोध दिवस 19-20-21 मार्च को नेपाल सहित भारत के 10 सतलोक आश्रमों में मनाया जा रहा है।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आप समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
अब बेटी बोझ नहीं।
दहेज दुनिया का काल सच है जिसकी वज़ह से लड़कियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन संत रामपाल जी महाराज और उनके शिष्य दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रही है ।
🔹संत गरीबदास जी को सन 1727 में कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे। उनको ज्ञानोपदेश दिया था। इसी उपलक्ष्य में जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19 से 21 मार्च को मनाया जा रहा है, जिसमें अखंड पाठ, विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त विवाह का आयोजन किया जाएगा। इस विशाल भण्डारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
समाज को दहेज मुक्त बनाने के प्रयास के लिए संत रामपाल जी महाराज जी को कोटि कोटि प्रणाम
जगद्गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज शास्त्रों से प्रमाणित भक्ति बताते हैं और उसके साथ साथ समाज में फैली हुई कुरीतियों को भी दूर कर रहे हैं जैसे दहेज ना लेना ना देना और ना कोईनशा करना और भी कई प्रकार की कुर्तियां हैं उनको भी दूर कर रहे हैं जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज इस देश के सच्चे देसी हैं
संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी अंतर्जातीय व दहेज मुक्त विवाह करके एक नये मानव समाज का निर्माण कर रहे हैं।
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
उन्हीं परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी का अवतरण हरियाणा प्रांत में हुआ है, जिनके विषय में आदरणीय संत गरीबदास जी ने अपनी अमरवाणी में कहा है:
संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह समाज के लिए बहुत ही बढ़िया संदेश।
सतगुरु आए दया करी ऐसे दीन दयाल।
बन्दी छोड़ मैं हूं दास तेरा जठराग्नि प्रतिपाल।
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो
🔹हरि आये हरियाणे नू
संत गरीबदास जी ने कहा है
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
सन् 1727 में सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर जी जिंदा महात्मा रूप में सतलोक से आकर संत गरीबदास जी को गांव छुड़ानी, जिला झज्जर हरियाणा में मिले थे। इसी अवसर पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस 19-20-21 मार्च को मनाया जा रहा है।
संत रामपाल जी महाराज जी ही समाज में फैली सभी कुरीतियों को जड़ से खत्म कर रहे हैं।
संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया जाएगा। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन, एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।
इस भंडारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
इस उपलक्ष्य में देखिए विशेष कार्यक्रम 21 मार्च को सुबह 09:15 बजे Sant Rampal Ji Maharaj UA-cam Channel पर।
बहुत ही अनमोल दहेज मुक्त विवाह परमात्मा सदगुरु रामपाल जी मराज के आशीर्वाद से 🙏🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज जी दहेज मुक्त बिबाह अभियान चला रहे हैं और नासा मुक्त भारत बना रहे हैं जो समाज को नई दिशा दे रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा आयोजित विशाल भंडारा बहुत अच्छा था
आज के इस कलयुग मे सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही एक एकमेव संत है जी सभी धर्मो के धर्मग्रंथ को खोलकर शास्त्र प्रमाणित भक्ती बाताते है
और इनसे नाम उपदेश लेकर .सतभक्ती करके हमारे मानसिक शारिरीक आर्थिक दुख नष्ट होते है
तो आप सभी इस दास कि प्रार्थना है की इनसे भक्ती लेकर अपना कल्यान करवाये,
सच होगा सबका सपना,
दहेजमुक्त होगा भारत अपना।।
संत रामपाल जी महाराज एक ऐसे स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं जिसमें शादी पर कोई आडंबर नहीं, कोई खर्चा नहीं तथा बेटी बोझ नहीं।
संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया जाएगा। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन,
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है मजहबी झगड़े, ऊंच नीच का अंत..
संत रामपाल जी महाराज जी बताते हैं:
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा ।।
संत रामपाल जी महाराज ने दहेज मुक्त भारत का सपना देखा और अपने शिष्यों को ऐसा निर्मल ज्ञान दिया जिससे उन्हें दहेज लेने व देने से नफरत हो गई ।
बहुत जल्द ही दहेज रूपी कुप्रथा पूरे देश से मिट जाएगी ।
संत रामपाल जी महाराज विश्व हितैषी बनकर उभर रहे हैं और समाज सुधारक संत तो हैं हीं
दहेज मुक्त, नशामुक्त समाज जड़ समाप्त संत रामपाल जी महाराज ही करेंगे।
दहेज के लालच में हो रही है बेटी की हत्या।
लेकिन अब नहीं जाएगी दहेज के लिए बेटी की जान।
क्योंकि संत रामपाल जी महाराज बना रहे हैं दहेज मुक्त भारत अभियान।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा एक नए समाज का निर्माण हो रहा है जिसमें दहेज मुक्त विवाह संपन्न हो रहे हैं दहेज प्रथा के कारण बेटियों को बोझ माना जाता था अब बेटियां बोझ नहीं बिटिया लाडली है
दहेज के अत्याचारों से गयी बहू की जान।
अब नहीं सहेंगी बेटियाँ दहेज का अपमान।
संत रामपाल जी महाराज चला रहे हैं सफलतम दहेज मुक्त भारत अभियान।
अब सपना साकार होगा दहेज मुक्त भारत अपना होगा संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य मे
संत रामपाल जी महाराज द्वारा दहेज मुक्त विवाह कराया जाता है
बेटी बचाओ बेटी बेटी पढ़ाओ संत रामपाल जी महाराज का सपना हो रहा है साकार
संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों द्वारा ही दहेज मुफ्त शादियां कर रहे है जो एक अनूठा उदाहरण है।
आज कलयुग में केवल संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र ऐसे संत हैं जो कि हमें हमारे सभी शास्त्रों में प्रमाण सहित प्रमाणित ज्ञान की जानकारी देते हैं।
सत साहेब जी 🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज जी भक्त समाज को सतभक्ति मार्ग देकर मोक्ष की राह दिखा रहे हैं। समाज में फैली कुरीतियों दहेज प्रथा, नशा, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करके एक सभ्य समाज की स्थापना कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज ही दुनिया में एक मिशाल तैयार कर रहे हैं,,,,,,,,,, दहेज मुक्त भारत, नशा मुक्त भारत, आदि आदि ।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में हो रहा है अंधकार मुक्त समाज जो मान रहे हैं वह सुखी हो रहें हैं जी। ❤❤
संत गरीब दास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रम में तीन दिन काआ19 से 21 मार्च तक निह शुल्क भंडारे का आयोजन किया जाएगा और साथ में रमैणी एवं सादी रक्त दान शिविर भी किया जा रहा है।🙏🇲🇰🙎🏿🇲🇰🙏🇲🇰🙎🏿🙏
पूर्ण गुरु से नाम उपदेश लेकर मर्यादा में रहते हुए आजीवन सत भक्ति करने से ही सर्व सुख व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र विश्व में सच्चे संत हैं व पूर्ण गुरु है
संत रामपाल जी महाराज जी के सभी सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय(19-21 मार्च 2024) नि:शुल्क भंडारा किया जाएगा। साथ ही दहेज मुक्त रमैणी अर्थात शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, देहदान शिविर का आयोजन, एवं आध्यात्मिक प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।
दहेज ना देने पर जहां बेटी को प्रताड़ित किया जाता है वही संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह हो रहे हैं।