सतलोक आश्रम की जानकारी। SATLOK ASHRAM
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- Опубліковано 13 жов 2022
- सतलोक आश्रम की जानकारी। SATLOK ASHRAM
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संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए या अपने नजदीकी नामदीक्षा केंद्र का पता करने के लिए हमे +91 82228 80541 नंबर पर कॉल करें |
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तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
धन्यवाद उन गुरु जी का कीजिए , जिन्होंने हम तुच्छ इंसानों को उस परम पिता परमेश्वर के ज्ञान से अवगत करा कर उसकी भक्ति प्रदान करी हे ।।
धन जननी,धन भूमि ,धन धन नगरी,धन देश ।
सतलोक आश्रम परम सनातन धाम है धरती पर स्वर्ग है, कलयुग में सतयुग जैसा है, यह सब संत रामपाल जी महाराज जी की दया से हुआ है
द्वापर युग में परमात्मा कबीर जी करुणामय नाम से आए थे और पंथ प्रचार के लिए चतुर्भुज नाम की एक प्यारी आत्मा को चुना। लाखों जीवों तक ज्ञान पहुंचाया और इस प्यारी आत्मा को पार किया।
संत रामपालजी महाराज ही वर्तमान में एकमात्र जगतगुरु हैं, जो सारे संसार को भक्ति का सच्चा मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। वे वही तत्वदर्शी संत (बाखबर/ इल्मवाले) हैं जिनके विषय में पवित्र गीता और पवित्र कुरान में बताया गया है और इन्होंने शास्त्रों के अनुसार “एक भगवान और एक भक्ति” के सिद्धांत को स्थापित किया। वे विश्वविजेता संत हैं जिन्होंने विश्व के सभी संतों, गुरुओं, शंकराचार्यों एवं धर्मगुरुओं को ज्ञान चर्चा में निरुत्तर किया है।
जै सतगुरु की संगत करते, सकल कर्म कटि जाई ।
Das kaa koti koti naman aur dandwat parnaam Malik Tatwadarshi Sant Rampal Ji Maharaj ji ke charnkamlon mein.
सत साहेब कबीरसा साहेब। 🙏🙏🙏🙏🙏
World Spiritual leader Saint Rampal Ji Maharaj
कबीर, गुरु बड़े गोविन्द से, मन में देख विचार।
कबीर, गुण तीनो कि भक्ति में, मूल पड़ा संसार।
Aapke charanon mein Sahib bandagi saheb
धरती पर अवतार संत रामपाल जी महाराज
तुझ पे तन मन धन कुर्बान, गुरुजी धनाने वाले।
कितना ही धनी व्यक्ति हो, भक्ति बिना सुखी नही हो सकतা|
किसी भी तरह का व्रत जो किसी भी इच्छा से रखा जाए, वर्जित है। शास्त्रों में भक्ति योग को यथायोग्य खाने, सोने एवं जागने पर सफल बताया है। सीधा अर्थ है व्रत, जागरण वर्जित क्रियाएँ हैं।
परमपिता परमेश्वर जी आप के चरण कमलो मे कोटि कोटि दंडवत प्रणाम गुरूजी कृपा दृष्ट बनाये रखना भगवन 🙏🙏Sat Saheb ji 🙏🌹
सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
True spiritual knowledge