साधना जैन, अपने स्वयं के विचारों को, व्यक्त करते हुए, विशेष महत्वपूर्ण बातें गुरुजी नेबताई कहां की,, सम्यक दर्शन यदि कठिन होता तो, चारों गतियों में नहींहोता ,, सम्यक दर्शन चारित्र में प्रकट करना कठिन है,, और कहां की,, हम क्या करते हैं,, हमें दर्शन का तो ठिकाना नहीं,, सम्यक की खबर नहीं है,, परिणति में धर्म लाना चाहते हैं,, वह आता नहीं है,, हमसमझ लेते हैं सम्यक दर्शनकठिन है,, गुरुजी कह रहे हैं,, सम्यक दर्शन कठिन होता तो,, क्षण भर में नहीं होता,, चिड़िया को नहीं होता,,😂,, नारकी को नहीं होता,, अंजन चोर को 1 मिनट में सम्यक दर्शन हो गया,, गुरुजी ने कहा,, हमें समझना चाहिए,, सम्यक दर्शन चरित्र की परिणिति में प्रकट करना कठिन है,,🙏🙏🙏
बहुत ही मार्मिक प्रवचन🙏🙏
Thank you very very much Dr. VIVEK JI . Aap ke Gyaan ki bahut bahut anumodna . 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 .
👌🙏🙏🙏
Jai jinendra dahod
Jai jinendra
🙏🙏🙏
Jai jinendra bhai 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏
सभी परम पावन आत्माओं को सादर अभिवादन जय जिनेन्द्र नरेंद्र कुमार जैन जयपुर 🙏🙏🙏
Jay jinendre Dolly kothari dahod namaste
Sardar Baljit Singh Punjab Jai Jinendra All of you
6 to 30.
Don't miss it.
Important ❓
Excellent explanation with example
Jai Jinendra 🙏🏼
साधना जैन, अपने स्वयं के विचारों को, व्यक्त करते हुए, विशेष महत्वपूर्ण बातें गुरुजी नेबताई कहां की,, सम्यक दर्शन यदि कठिन होता तो, चारों गतियों में नहींहोता ,, सम्यक दर्शन चारित्र में प्रकट करना कठिन है,, और कहां की,, हम क्या करते हैं,, हमें दर्शन का तो ठिकाना नहीं,, सम्यक की खबर नहीं है,, परिणति में धर्म लाना चाहते हैं,, वह आता नहीं है,, हमसमझ लेते हैं सम्यक दर्शनकठिन है,, गुरुजी कह रहे हैं,, सम्यक दर्शन कठिन होता तो,, क्षण भर में नहीं होता,, चिड़िया को नहीं होता,,😂,, नारकी को नहीं होता,, अंजन चोर को 1 मिनट में सम्यक दर्शन हो गया,, गुरुजी ने कहा,, हमें समझना चाहिए,, सम्यक दर्शन चरित्र की परिणिति में प्रकट करना कठिन है,,🙏🙏🙏
श्रद्धा का अर्थ अपनापन
उल्टा चलना असंभव है
सीधा क्यों नहीं चलता
किसने मना किया है
ग्रहस्थ तो मात्र भ्रष्ट हैं? क्यों कि साधु संत, बिना त्याग के, पापी और कषाय वाले ही मानते हैं?