मुझे ऐसा बिल्कुल नहीं लगता। आज के हालात के लिए पूरी तरह जिम्मेवार भागवत जी हीं हैं। किस आधार पर भागवत जी को सुधारक समझा जा रहा है ? हां, वैसे दिल बहलाने के लिए ग़ालिब का ख्याल अच्छा है।🙏
राहुल जी की बातों में भी विरोधाभास है शुरू में भागवत जी को सुधारवादी काफ़ी सुलझा हुआ व्यक्ति बताया बाद में कह रहे है की संघ की कहनीं व कथनी में फर्क है
काफी अच्छी चर्चा रही हैं आशुतोष जी लेकिन RSS बीजेपी के किसी भी बड़े सी बड़े नेता की टिपणी को सीरियस नही लिया जा सकता हैं ये गिरगिट है और कब अपना रंग बदल दे कोई नही जानता है खुद ही आप उनकी कही गयी बातों पर बिस्लेषण कर सकते है कभी ओ आरक्षण पर टिपिणी करते है कभी हिंदू मुस्लिम एक है लेकिन चुनाव के आस पास के उनके बयानों को देख सकते है एक बांटेंगे तो कटेंगे की बात का समर्थन किया था उन्ही के लोग गया के नाम पर एक समुदाय के लोगों की हत्त्या पर उनकी चुप्पी सबने देखा है इस लिए इन गिर गिटों की बात पर बिस्वास नही किया जा सकता हैं हाँ इस समय बीजेपी बाबा साहेब के अपमान पर गिरी है इस लिए जनता का ध्यान बाटने का एक तरीका मात्र है।
भागवत अगर पछतानेवाला, औरअगर देश और संस्कृतीके हीतैशी है तो उन्होंने मोदी जैसा राक्षस जो संघकी बॉटलके अंदर बंद था उसे बाहर नीकालाही क्यूं ऊसको क्या अंदाजाही नहीं था क्या?अभी लगता रहेगा हमारी बील्ली हमीसे म्याँव रही है.और अभी पाणी सरके ऊपर बह रहा है.
भागवत जी ने ऐसा साहसिक बयान दिया जो श्री श्री रविशंकर जी जैसे आध्यात्मिक संत नहीं दे पाए! लंबे समय में यह बयान कम से कम न्यायपालिका को कुछ भयमुक्त बना दे !
आशुतोष जी आप इस पर चर्चा कब करेंगे कि जो सैकड़ों हिंदुओं को ज़िंदा जलाकर मार दिया गया उस केस में कितने लोगों को सजा हुई? No one killed Jessica Lal ! No one killed them !
आदित्यनाथ किस हिसाब से योगी है ,न वाणी का संयम,न वाणी में मधुरता,न प्राणीमात्र के लिए स्नेह, दूसरे समुदाय के लिए नफ़रत, ये तो किसी साधु-संत के लक्षण नहीं हैं।😬
आरएसएस और उसके संगठन के दस मुख और दो पैरो वाला रावण है जो बोलते अलग अलग है लेकिन चलते एक ही राह पर वो संत नही जो मानव मानव मे भेद करे पीले कपडे पहन लेने कोई संत नही हो सकता भागवत की अब कोई सुनता नही
Asutosh; you are a senior, respectable and knowledgeable journalists. However, the RSS view, I think it is an diversionary tactics only. This is an well thoughtful understanding between the BJP and RSS.
Very good Discussion .The panelist is explaining the true spirit Hinduism Aushutosh ji you are doing a great job to call this type of persons to your respectful Chanel.
Too late to change mindset. You reap what you sow. This is exactly like Jinnah’s speech. He kept saying Hindus and Muslims were different nations and on 11 August 1947, less than a month after partition says those living in the country are Pakistanis irrespective of their religion. Look at what happened after. Extremist movements can not make U turns. Anyway, I’m sick of that chameleon with a hundred tongues.
हिंदूत्व और धार्मिक उन्माद तथा कट्टरता के सहारे देश को नफरत तथा घृणा की आग में झोंकना बहुत आसान और सहज है लेकिन उस आग को बुझाने में सदियां गुजर जायेगी। आज जो अतीत में कुछ अप्रिय हुआ उसका कोई सामाधान निकला क्या ? वैसे हीं इसका भी कोई समाधान निकाल पाना मुश्किल होगा।
Narendra Modi ko Bharat ka PM banana desh ke liye sabse bada nuqsan hua. Desh ki sabhi janta BJP se nata tod le, to ye maha abhishaap door ho sakta hai.
मोहन भागवत जानते हैं कि यह जो खेल खेलना चाहते है यदि इन कथित साधु संतो की चल पड़े तो हो सकता है राम मन्दिर भी फंस गए जिस पर पूर्व CJI ने ही पोल खोल दी , अब भविष्य तय करेगा l राहुल भी हिन्दू 80 फीसदी मान रहे हैं जबकि केवल 13 फीसदी शेष तो हिन्दू se koi lena dena nhi
आशुतोष जी,,मेरा नजरिया कुछ और है,,ये जो भस्मासुर आज हम देख रहे हैं,,वह भी इन्ही की देन है,,और रही मस्जिद के नीचे मंदिर तो मेरे ख्याल सेभागवत साहब जानते है कि अगर कुछ ज्यादा ही खोदा गया तो अपनी कल्हाई खुल जायेगी ,, और पता चल जाएगा कि उसके नीचे बुद्ध विहार है,,लेकिन मैं कहता हूं के मंदिर खोदने की जरूरत नहीं है सिर्फ मूर्ति ऊपर से शृंगार और चुनरी हटा दो सब पता चल जाएगा,,
Is Mohan Bhagwat is over rated and frustrated person or his effort on mandir khodo issue an attempt remain in limelight or follow the RSS culture of duplicity! How we expect Modi, Shah to take notice of it. Rahul Dev is now bating for Bhagat and Ashutosh appears to be fielding for dramabazi of bhagat.
2025 shatabdi varsh se pehle hi vishwaguru sangh ke varchasva ko badnam kar khatam karna chahte hain kyonki ab bhasmasur army alag ban gayi hai parallelism
Rss agar aaj desh ko bachane me aage aata h bjp se alag ho ke to yaad rahe hum congressi rss join karenge kyuki humare liye desh bada h aur pahle hai… rss ko chaurahe par jhuk naman karunga ❤ Agar aaj bhi rss humesha ki tarah sirf dikhawa kar raha h to aaj k bjp aur congress ke ye dharm yuddh me pis ke khatm ho jayega isliye rss ko bhi ek side lena hoga bas aur kuch nai 🙏🏽
Well well I stopped listening to this when Mr Rahul said Bhagwat is adyatmic. What a joke. Do these guys including Mr Rahul who is a known RSS sympathesier and many time earlier defended the indefensible what is meant by adyathmic? The fact that hatred plays a big role in these guys so called ideology it rules them out to being anything close to spirituality or Adymathmic. Let me unravel mr Rahul and Bhagwat. Evidence 1 - so Bhagwat days that lot of people wants to further themselves politically fast and hence their quest to find 'temples'. So essentially Bhagwat is saying what most of us have been saying all along that the Babri masjid destruction is a political project hatched hy RSS and executed by their foot soldiers including people like Advani Modi etc. so now they are enjoying the malai of Satta they don't want others to ask for a share. What a hypocrite and a criminal. Isn't this now very clear what is org about? This is an Org whose history is seeped in terror and violence as means to capture political power. It's laughable that Mr Rahul thinks that Bhagwat is Adyamthic yeah right ask him to come out of fancy AC rooms and buildings of RSS headquarters. Evidence 2 - if Bhagwat is genuine even if 10% the next incidence of communal flageration he should be going to the site of the incident and work for harmony. Let him start with Manipur and today let him say that they don't have relation with Armabai Tengol and Metie Lepun. If at all he has any moral courage or integrity let him follow the footsteps of Mahatma and immediately go to manipur and broker peace. After all it's his org who has started the entire process. He will nothing of this and keep giving these nonsense sermons and then defenders like Mr Rahul will come and pontificate that Bhagwat is Adyatmic. What a joke. Mr Rahul don't defend the indefensible. Look at the state of the country. RSS and their cohorts are directly responsible for the state we are. Have the courage to call wrong as wrong no matter who does it. What a joke
Real Gurus and Saints in any Religion will not encourage hatred towards anybody. They preach love and humanity and speak the truth .. Mohan Bhagwat is trying to convince or confuse ? How far Mohan Bhagwat appears to be liberal , Time will show us. Of late most of the leaders go parallel in their talks and actions.
Muslims got their own nation and hindu have no say in Pakistan then why congress Nehru and congress allowed Muslim to stay in India inspite of Sardar Patel and Ambedkar. Your channel have no answer for this absurdity.
bhagwat’s and amit shah’s statements have created two storms. Former creating a division between unapologetic extremist and “faux moderate” Hindutva in which only the extremists can win and the latter alienation oppressed classes. Interests of extremist Hindutva and the oppressed masses can not be the same. Nothing good will come out of it. bjp-rss are squarely responsible for that.
Galat recruitment ho gaya hai...isko RSS chief galat bana diya.....vajpayee ne jaise2004 main BJp ko harva diya tha wohi mod pe aaj khada ksr diya he BJp ko.
In my opinion, Shah ji delivered bhasan on behalf of Modi ji or smartly planted to downgrade position as Shah ji is claiming succession for pm which is neighter have rss support not unanimous agreement among bjp.
मुझे ऐसा बिल्कुल नहीं लगता। आज के हालात के लिए पूरी तरह जिम्मेवार भागवत जी हीं हैं। किस आधार पर भागवत जी को सुधारक समझा जा रहा है ? हां, वैसे दिल बहलाने के लिए ग़ालिब का ख्याल अच्छा है।🙏
मुगलकाल में ये संघी सोच के लोग प्रशासन में सहभागिता कर रहे थे व पूर्णतः सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे थे। कभी तलवार नहीं उठाई।
काफी उथल पुथल मचा देने के बावजूद भागवत जी का यह साहस , पूरे देश को सही दिशा में ले जाने में एक सहायक भूमिका वाला सिद्ध होगा!❤
ये लोग कतई विश्वसनीय नहीं, इनके 10 मुँह हैं।आप का विश्लेषण बहुत ही सरलीकरण है।
अंबेडकर जी का मामला पीछे चले जाए!इसलिए भागवत ने बयान दिया है😢😢
राहुल जी की बातों में भी विरोधाभास है शुरू में भागवत जी को सुधारवादी काफ़ी सुलझा हुआ व्यक्ति बताया बाद में कह रहे है की संघ की कहनीं व कथनी में फर्क है
हाथी के दाँत खाने के और दिखाने के और बाली कहावत चरितार्थ होती नज़र आती हैं
Never heard a more balanced and apt analysis by Rahul Dev ji
काफी अच्छी चर्चा रही हैं आशुतोष जी लेकिन RSS बीजेपी के किसी भी बड़े सी बड़े नेता की टिपणी को सीरियस नही लिया जा सकता हैं ये गिरगिट है और कब अपना रंग बदल दे कोई नही जानता है खुद ही आप उनकी कही गयी बातों पर बिस्लेषण कर सकते है कभी ओ आरक्षण पर टिपिणी करते है कभी हिंदू मुस्लिम एक है लेकिन चुनाव के आस पास के उनके बयानों को देख सकते है एक बांटेंगे तो कटेंगे की बात का समर्थन किया था उन्ही के लोग गया के नाम पर एक समुदाय के लोगों की हत्त्या पर उनकी चुप्पी सबने देखा है इस लिए इन गिर गिटों की बात पर बिस्वास नही किया जा सकता हैं हाँ इस समय बीजेपी बाबा साहेब के अपमान पर गिरी है इस लिए जनता का ध्यान बाटने का एक तरीका मात्र है।
Bangladesh me dekh
Rahul Dev ji love to hear you. Excellent. Thanks. Sadhuwad ❤❤
राहुल देव जी एक अच्छे विचारक और सुंदर विश्लेषक व्यक्ति हैं। मै आपकी सोच का कायल हूं धन्यवाद ❤❤❤❤❤
भागवत अगर पछतानेवाला, औरअगर देश और संस्कृतीके हीतैशी है तो उन्होंने मोदी जैसा राक्षस जो संघकी बॉटलके अंदर बंद था उसे बाहर नीकालाही क्यूं ऊसको क्या अंदाजाही नहीं था क्या?अभी लगता रहेगा हमारी बील्ली हमीसे म्याँव रही है.और अभी पाणी सरके ऊपर बह रहा है.
लाला रामदेव के भागवत विरोधी बयान बिना सरकारी सरंक्षण के नहीं दे सकता क्योंकि रामदेव का व्यापार बिना सरकारी सहयोग के नहीं चल सकता।
Such statement as given by Mr Mohan Bhagwat should have come from the PM,had he really been democratic.
You sound like lost.
सारे बडे़ मंदिर के नीचे बौद्ध मठ है आखिर 84000 बौद्ध मठ कहा ं गया?
Bodho ki koi power nahi h vartman me sirf hindu hi power full h
भागवत जी ने ऐसा साहसिक बयान दिया जो श्री श्री रविशंकर जी जैसे आध्यात्मिक संत नहीं दे पाए! लंबे समय में यह बयान कम से कम न्यायपालिका को कुछ भयमुक्त बना दे !
ये पर्दे के पीछे एक हैं और पर्दे के आगे अलग होने का नाटक कर रहे हैं।😬
Bangladesh me dekh raha baahar
Rahul ji main ik Sikh haan par ajj mera dil karda ki tusi apna Great pravachan jaari hi rakho te main sunna❤️🙏 Waheguru Bless You Always 🙏
आशुतोष जी आप इस पर चर्चा कब करेंगे कि जो सैकड़ों हिंदुओं को ज़िंदा जलाकर मार दिया गया उस केस में कितने लोगों को सजा हुई?
No one killed Jessica Lal !
No one killed them !
गोदी मीडिया सुबह शाम चर्चा करता रहता है।
Mohan Bhagwat JI Bahut Padhe likhe hai Bhagwat JI Chate hai Ki Desh Me Shanti Aaur Bhaichara Bana Rahe
आदित्यनाथ किस हिसाब से योगी है ,न वाणी का संयम,न वाणी में मधुरता,न प्राणीमात्र के लिए स्नेह, दूसरे समुदाय के लिए नफ़रत, ये तो किसी साधु-संत के लक्षण नहीं हैं।😬
सहमत।❤
Fully Agree
आरएसएस और उसके संगठन के दस मुख और दो पैरो वाला रावण है जो बोलते अलग अलग है लेकिन चलते एक ही राह पर वो संत नही जो मानव मानव मे भेद करे पीले कपडे पहन लेने कोई संत नही हो सकता भागवत की अब कोई सुनता नही
आप जितना समय निश्चित कर लें, संघ का अंत निश्चित है।
Bangladesh me dekh
Asutosh; you are a senior, respectable and knowledgeable journalists. However, the RSS view, I think it is an diversionary tactics only. This is an well thoughtful understanding between the BJP and RSS.
रामभद्राचार्य खाली आखोसेही अंधा नही ओ दीमागसे भी अंधा है.
Very good Discussion .The panelist is explaining the true spirit Hinduism Aushutosh ji you are doing a great job to call this type of persons to your respectful Chanel.
संघ ना सही था और ना सही हो सकता है, ये हकीकत है। राहुल देव जी गलत है।
Too late to change mindset.
You reap what you sow.
This is exactly like Jinnah’s speech. He kept saying Hindus and Muslims were different nations and on 11 August 1947, less than a month after partition says those living in the country are Pakistanis irrespective of their religion. Look at what happened after.
Extremist movements can not make U turns.
Anyway, I’m sick of that chameleon with a hundred tongues.
Very good debate aap dono mahanubhav ko bahut bahut sadhuvad jai bhim jai samvidhan jai bharat
Real Patriot Rahul Dev ji, Namaskar
I am really happy with Bhagwat ji’s statement. I m also in agreement with Mr Rahul Deb analysis..
मोहन जी की तारीफ करना उनके पतन की शुरुआत कर दी
ये इसलिए है कि जब इतिहास लिखा जाए या फिर किसी सिविल सोसायटी फोरम पर चर्चा या बहस हो तो आर एस एस अपने ऊपर तोहमत लेने से बच जाए
Bangladesh me dekh
ASHUTOSH BHAYYA MAI AAP KI BAT AUR PATRAKARI TA KA FAN HU JAI HO❤❤❤❤❤👍👍👍👍👍
Thanks, Sri. Rahul ji for terrific analysis, thanks 🙏 Satya hindi and team especially Sri. Ashutosh ji . Jai Hind..
Bangladesh me dekh raha
राहुल देव जी ने बहुत गजब का विष्लेषण किया है।
हिंदूत्व और धार्मिक उन्माद तथा कट्टरता के सहारे देश को नफरत तथा घृणा की आग में झोंकना बहुत आसान और सहज है लेकिन उस आग को बुझाने में सदियां गुजर जायेगी। आज जो अतीत में कुछ अप्रिय हुआ उसका कोई सामाधान निकला क्या ? वैसे हीं इसका भी कोई समाधान निकाल पाना मुश्किल होगा।
Narendra Modi ko Bharat ka PM banana desh ke liye sabse bada nuqsan hua.
Desh ki sabhi janta BJP se nata tod le, to ye maha abhishaap door ho sakta hai.
मोहन भागवत साहब देश के प्रधान मंत्री बनने चाहिए। वो मुस्लिम हृदय को पढ़ना जानते हैं
योगी की भागवत को चुनौती
योगी की सुप्रीम कोर्ट को चुनौती
मोहन भागवत जानते हैं कि यह जो खेल खेलना चाहते है यदि इन कथित साधु संतो की चल पड़े तो हो सकता है राम मन्दिर भी फंस गए जिस पर पूर्व CJI ने ही पोल खोल दी , अब भविष्य तय करेगा l राहुल भी हिन्दू 80 फीसदी मान रहे हैं जबकि केवल 13 फीसदी शेष तो हिन्दू se koi lena dena nhi
किसी व्यक्ति द्वारा पूर्व कही कोई आपत्तिजनक बात को नई बात के परिपेक्ष में भुलाया जा सकता है। मुसलमान देश के प्रति उतना ही वफादार है जितना हिंदू
भागवत जी बस केह रहे हैं की जलदबाझी मैं काम ना बिगड जाए.
आशुतोष जी,,मेरा नजरिया कुछ और है,,ये जो भस्मासुर आज हम देख रहे हैं,,वह भी इन्ही की देन है,,और रही मस्जिद के नीचे मंदिर तो मेरे ख्याल सेभागवत साहब जानते है कि अगर कुछ ज्यादा ही खोदा गया तो अपनी कल्हाई खुल जायेगी ,, और पता चल जाएगा कि उसके नीचे बुद्ध विहार है,,लेकिन मैं कहता हूं के मंदिर खोदने की जरूरत नहीं है सिर्फ मूर्ति ऊपर से शृंगार और चुनरी हटा दो सब पता चल जाएगा,,
संघ के सामने एक नया संगठन खड़ा किया जा रहा है भाजपा द्वारा संचालित हो रहा है
मुद्दे भगवत के हाथ से निकलकर अन्य के हाथों में जा रहे हैं।
Asu sar aap ke karkiram bahut accey hote hai ❤
Is Mohan Bhagwat is over rated and frustrated person or his effort on mandir khodo issue an attempt remain in limelight or follow the RSS culture of duplicity! How we expect Modi, Shah to take notice of it. Rahul Dev is now bating for Bhagat and Ashutosh appears to be fielding for dramabazi of bhagat.
Kahavat hai chor se bole chori karo... Shah se bole savdhan raho😂😂😂
2025 shatabdi varsh se pehle hi vishwaguru sangh ke varchasva ko badnam kar khatam karna chahte hain kyonki ab bhasmasur army alag ban gayi hai parallelism
Rss agar aaj desh ko bachane me aage aata h bjp se alag ho ke to yaad rahe hum congressi rss join karenge kyuki humare liye desh bada h aur pahle hai… rss ko chaurahe par jhuk naman karunga ❤
Agar aaj bhi rss humesha ki tarah sirf dikhawa kar raha h to aaj k bjp aur congress ke ye dharm yuddh me pis ke khatm ho jayega isliye rss ko bhi ek side lena hoga bas aur kuch nai 🙏🏽
मृग मरीचिका जैसा बयान
Sir aap ne bilkul sahi kaha
कुछ नहीं सिर्फ माहौल को बदल (डायवर्ट) करना है जो आप लोग ऐसी ही चर्चा करते रहें
VWEY candid discussion and objective, xaluable suggestions too. Rha k you Ashutosh and wise inputs from the gentleman gentleman.
4pm पर दुबे जी के इंटरव्यू के समक्छ वार्ता ।।
Well well I stopped listening to this when Mr Rahul said Bhagwat is adyatmic. What a joke. Do these guys including Mr Rahul who is a known RSS sympathesier and many time earlier defended the indefensible what is meant by adyathmic? The fact that hatred plays a big role in these guys so called ideology it rules them out to being anything close to spirituality or Adymathmic. Let me unravel mr Rahul and Bhagwat.
Evidence 1 - so Bhagwat days that lot of people wants to further themselves politically fast and hence their quest to find 'temples'. So essentially Bhagwat is saying what most of us have been saying all along that the Babri masjid destruction is a political project hatched hy RSS and executed by their foot soldiers including people like Advani Modi etc. so now they are enjoying the malai of Satta they don't want others to ask for a share. What a hypocrite and a criminal. Isn't this now very clear what is org about? This is an Org whose history is seeped in terror and violence as means to capture political power. It's laughable that Mr Rahul thinks that Bhagwat is Adyamthic yeah right ask him to come out of fancy AC rooms and buildings of RSS headquarters.
Evidence 2 - if Bhagwat is genuine even if 10% the next incidence of communal flageration he should be going to the site of the incident and work for harmony. Let him start with Manipur and today let him say that they don't have relation with Armabai Tengol and Metie Lepun. If at all he has any moral courage or integrity let him follow the footsteps of Mahatma and immediately go to manipur and broker peace. After all it's his org who has started the entire process. He will nothing of this and keep giving these nonsense sermons and then defenders like Mr Rahul will come and pontificate that Bhagwat is Adyatmic. What a joke.
Mr Rahul don't defend the indefensible. Look at the state of the country. RSS and their cohorts are directly responsible for the state we are. Have the courage to call wrong as wrong no matter who does it.
What a joke
Mohan Bhagwat is one step forward and two steps backward.
शानदार समीक्षा
Sorry ye koi aaj hi huy hai Judiciary and Mohan bhagwat ab jaage hai 10saal main bhut der kardi huzur aate 😅😅😅
All are responsible for that
मोहन भागवत का बयान बहुत ही हास्यसपद व इस देश के हिंन्दुओं को भ्रमित करने वाला है।
Right analysis .
Jai bhim sir, Rahulji jindabad,salute sir
Rahul dev Right sahi kaha aapne
मोदीजी और साह की चुपकी कोई षड्यंत्र लगे हुवेहोगे जैसे st sc में क्रिमिलियर लाके दो फाड़ किया सेसा कुछ करेंगे
तो आर एस एस अपने स्वयंसेवकों को इस तरह के कार्यक्रम मे भाग न लेने का फरमान क्यों नही जारी करती है?
I agree with Mohan Bhagwat ji .
महोदय। आज मोहन भागवत जी की बात सुनता और मानता कौन है ? क्योंकि ज़ब उनके 35 से अधिक अनुसंगिक संगठन ही अनुसरण नहीँ करते हैँ।
लग रहा है कि आशुतोष जी और दूसरे हिन्दू पत्रकारो को RSS पर भरोसा बढ़ गया है चलिए मानसिक परिवर्तन तो आया
Right c
Ashutosh sir Rahul sir Bhagwat is part of modi even he want hindu rashtra only RAGA is only person who can save n build our people of country
संघ को अपना अंत आने वाले समय में नज़र आ रहा है।
बांग्लादेश मे जो हिन्दुओ के नरसंघर हो रहा है क्या।आप जिसे।ता था कथित पात्रकार उसका समर्थन करते।हो कभी इस।पर।भी अपने।पवित्र।बिचार रखोगे
राहुल देव जी का विश्लेषण इयान वरधहै
Nice speaking
राम भद्राचार्य जी आप बहुत ज्ञानी हैं , आप केवल राजा का धर्म बता दीजिये।
Bhagwat jaante hai ki mandir khodne se Budh vihar milega.
RSS ke Bhagwat ke ghariyal ke aansoo hain
Rahul Dev is unnecessarily over rating mohan bhagwat by showering adjectives. RSS/ BJP almost ready to abonden him.
Real Gurus and Saints in any Religion will not encourage hatred towards anybody.
They preach love and humanity and speak the truth ..
Mohan Bhagwat is trying to convince or confuse ?
How far Mohan Bhagwat
appears to be liberal , Time will show us.
Of late most of the leaders go parallel in their talks and actions.
Kathni our karni me antar hai 🤪
Muslims got their own nation and hindu have no say in Pakistan then why congress Nehru and congress allowed Muslim to stay in India inspite of Sardar Patel and Ambedkar. Your channel have no answer for this absurdity.
Salute to Mohan Bhagwat
ऐकाधिकार नीति पूजीपति नीति पर विचार क्योंकी होता है। सारी सम्पति चार पाच लोगो के पास सारी सम्पति हो जिस नीति से बेरोजगार बढते जा रहे है।
bhagwat’s and amit shah’s statements have created two storms. Former creating a division between unapologetic extremist and “faux moderate” Hindutva in which only the extremists can win and the latter alienation oppressed classes.
Interests of extremist Hindutva and the oppressed masses can not be the same. Nothing good will come out of it. bjp-rss are squarely responsible for that.
पाखंड और विश्वागुरुवाई? 😮😮😮😮😮😮
Galat recruitment ho gaya hai...isko RSS chief galat bana diya.....vajpayee ne jaise2004 main BJp ko harva diya tha wohi mod pe aaj khada ksr diya he BJp ko.
Very True Rahul ji. Salute.sir.
Dhyan bhatkane ke koshish hai
🙏🙏
Good 😅👍
Kalu dosh k khne k mtlb hindu khatm gajawa hind kayem ho hindu ko muslim bnaate rhe ha bhai chara noutngi chalte rhe😮
आशुतोष जी आर एस एस किसी ने कहा है कि दस मुहं से बात करतीं हैं
Yogi is not good for our country
👌🏼🙏🏼👌🏼
Long live Mohan Bhagwat
Na Hindu Khatre Mein Hai Na Muslim Khatre Mein Hai Desh Ka sanvidhan Khatre Mein Hai
In my opinion, Shah ji delivered bhasan on behalf of Modi ji or smartly planted to downgrade position as Shah ji is claiming succession for pm which is neighter have rss support not unanimous agreement among bjp.
यह आवारा पूजी का रौल है। विचारधारा का महत्व नही है।
Bhagvat is trolled by BJP on social media plateform
Rahul dev ji ...🙏
Jaipur Dialogue 😂😂