प्रणव उपासना पहले श्वास को बाहर कर फिर श्वास अंदर लेकर अपने मंत्र को जोड़ दीजिये प्रशांत हो कर प्राण शक्ति को देखना इस पर अपनी अंतर दृष्टि रखिए एवं साथ में शब्द कान से सुनिए अंदर का नाद सुनाई देने लगेगा लंबी श्वास के साथ अपने इष्ट मंत्र श्वास को देखना है नियमित करने से समाधि तक जा सकते है शब्द सुरति योग। महायोग भी कहते है इस एक ही साधना में मंत्र योग लय योग हटयोग राजयोग सम्मिलित हैं यह बहुत ही रहस्यमई साधना है। आप सोचे की आप बड़े अंतरिक्ष में पृथ्वी पर बैठे हैं और आपके चारों ओर एनर्जी मिल रही है और मंत्र का उच्चारण जाप करें श्वास के साथ जोड़ कर
गुरुदेव के चरणों मे मेरा छत छत नमन।
Jai Gurudev!
Jai Guru dev,
ग्यान क्रिया द्वारा कामनाएँ नष्ट हो सकता है
खेचरी मुद्रा काम नष्ट हो जाता है
प्रणव उपासना पहले श्वास को बाहर कर फिर श्वास अंदर लेकर अपने मंत्र को जोड़ दीजिये
प्रशांत हो कर प्राण शक्ति को देखना इस पर अपनी अंतर दृष्टि रखिए एवं साथ में शब्द कान से सुनिए अंदर का नाद सुनाई देने लगेगा लंबी श्वास के साथ अपने इष्ट मंत्र श्वास को देखना है नियमित करने से समाधि तक जा सकते है शब्द सुरति योग। महायोग भी कहते है
इस एक ही साधना में मंत्र योग लय योग हटयोग राजयोग सम्मिलित हैं यह बहुत ही रहस्यमई साधना है। आप सोचे की आप बड़े अंतरिक्ष में पृथ्वी पर बैठे हैं और आपके चारों ओर एनर्जी मिल रही है और मंत्र का उच्चारण जाप करें श्वास के साथ जोड़ कर
jai gurudev