देवभूमि उत्तराखंड का गढ़वाल संस्कृति में बेटियों की शादी में विदाई के वक्त यह गीत जब डीजे में बजता है इस गीत के एक एक धुन सुनके हर विदाई में शामिल लोगों के आंखों में आँसू आ जाते हैं अपने आप क्योंकि यह एक गीत को हमारे देवभूमि उत्तराखंड के गढरत्न सुरसँगीत सुरसम्राट श्री नरेन्द्र सिंह नेगी ने यह गीत गाकर हम सबके लिए एक उपहार स्वरूप दिया है। हम गढ़वालियों में यह गीत एक जीवन का हिस्सा है इस गीत के बिना शादी के विदाई अधूरा है। इसीलिए यह गीत देवभूमि गढ़वाल में सदा सदा के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी अमर एवं जीवन पर्यंत रहेगा।
ये पल बहुत Emosnal वाला होता हैं, वास्तव में धन्य हैं वो मां और पिता जो अपने इस अनमोल रत्न को दूसरे को दान कर देते हैं,
देवभूमि उत्तराखंड का गढ़वाल संस्कृति में बेटियों की शादी में विदाई के वक्त यह गीत जब डीजे में बजता है इस गीत के एक एक धुन सुनके हर विदाई में शामिल लोगों के आंखों में आँसू आ जाते हैं अपने आप क्योंकि यह एक गीत को हमारे देवभूमि उत्तराखंड के गढरत्न सुरसँगीत सुरसम्राट श्री नरेन्द्र सिंह नेगी ने यह गीत गाकर हम सबके लिए एक उपहार स्वरूप दिया है। हम गढ़वालियों में यह गीत एक जीवन का हिस्सा है इस गीत के बिना शादी के विदाई अधूरा है। इसीलिए यह गीत देवभूमि गढ़वाल में सदा सदा के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी अमर एवं जीवन पर्यंत रहेगा।
Bhai bahut sundar 👍👍👍👍
मेरी संस्कृति मेरी पहचान 💕🙏🏻
😢😢❤❤
Heard touching seen
Nice 😘😘😘😘
Bahut sundar role hai
Nice 👍
Mai aapki new friend didi AAP bhi Jud Jaye 😊😊🎉🎉🎉🎉❤❤