अंग्रेजो को कितना भी कोस लो लेकिन अंग्रेज द्वारा भारत में को इंफ्रास्ट्रक्चर की नीव रखी थी परिवहन के लिए रेलवे का नेटवर्क बिछाया वह चाहे उनके हित के लिए था किंतु आज भी हमारे राष्ट्र की धरोहर बन गए है। सैल्यूट है इस दुरंदेशी इंजीनियर को दिल से सलाम।
जब अंग्रेज भारत पर शासन कर रहे थे तो विकास का कार्य भी उन्हें ही करना था। आखिर व्यापार भी तो करना था उन्हें यहाँ फिर धन लूटकर इंग्लैंड को अमीर भी तो बनाना था।
@@anurag- बिल्कुल सही कहा आपने। अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही।
@@anurag-बिल्कुल सही है कि दूसरे विश्व युद्ध में अंग्रेजी हुकूमत ने बेमिसाल जेट विमान बनाया था और बाद में नेट विमान भारत को दीया था कि अमेरिकी विमान को टक्कर दीं थीं और रशिया ने अन्य विमान खरीदा था तो शायद अंग्रेजी लोग तब तक सबसे बेहतर था
Bhai wo chor the hamare desh ke resources ka use apne fayde ke liye kiya hai aur business ka badahya unka unhone Jo bhi infrastructure banaya wo apne fayde ke liye banaya agar agar farming nahi hoti hai wo unse tax kaise lete hai jitna bhi unhone bridge banaye wo ap yatra easy karne. Ke liye banaye ...kyo uss vakt road nhi the.... unhone iss desh ko loota hi nahi balki itna ataayarchar kiya h jinka desh hi unko hi bandhak bana liya aur unki tarah tarha ki yaatna bhi di jo bhi tha hamare desh ka tha chahae mughal ho ya angrej do ne hamare bujargo pe atyachar kiya hai jai hind 🙏🇮🇳
प्राबी का बेमिसाल ..शानदार काम..सलाम उनके जनसेवा और कर्तव्य निष्ठा के अतुलनीय जज्बे को ।भारत की सरकार तो बस इसको सम्भाल कर सुरक्षित रख ले वही बहुत है...।
@@MY_NAME_IS__KHAN_92 सच्चा इतिहास बताया कहां जाता है? हिंदू के सबसे बड़े नेता जब विदेश जाते हैं तो कहते है - हम बुद्ध की धरती से आए हैं। राम की धरती से आए हैं क्यों नहीं कहते?
कैसे कृतज्ञता व्यक्त करूं?वास्तव में अंग्रेजो ने हमे बहुत कुछ दिया है। और श्रीमान कोर्टली जी को तो हमे भारत रत्न देना चाहिए। उन विपरीत परिस्थितियों में ऐसी इंजिनियरिंग हम तो आज भी केवल दांतो तले अंगुली ही दबा सकते हैं।इस महान आत्मा ने हमारा हमारे देश के किसी भी व्यक्ति से ज्यादा भला किया है।
अंग्रेजो का कोई भी बनाई हुई चीजें बहुत ही मजबूत होती है और आज तक टिकी है लेकिन भारत के घोटाले बाजो को क्या पड़ी है मजबूती की उन्हे तो अपने जेब भरना है अंग्रेज अभी तक होते तो भारत बहुत विकसित हो चुका होता
Angrez apne kaam k prati sincere or loyal they, ye to islami kroorata chupane k liye or khangress ko , Nehru ko visionary establish krne k liye Angrezon ko jaanbhuz kar Defame kiya gaya
अगर अंग्रेजो ने भारत में जो काम आज तक लोगों को फायदा मिल रहा है,सोचो अगर आज की सरकारों किया काम शिलान्यास से पहले ही घूस खोरी नज़र आने लगती है, अगर अंग्रेज़ ना आते तो देश का नक्शा ही और होता
Pure bharat me aise kai historical project hai jo British engineero ne banaya or aaj v waise hi jaise British time me tha. Sonchte hai agar British govt ye sab na kiya hota to aaj bharat ka kya hal hota. Curruption, or politics bahut ghatiya level pr hai. Abhi I samay ek normal pool banane k baad wo 5 saal v nhi takta hai.
@@gurchetansingh153 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही।
@@gurchetansingh153 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
अंग्रेज अधिकारियो की सोच बहुत बड़ी थी देश के विकास में असली योगदान उन्हीं का है जो सम्पदा वो इस देश में बना कर गए हम उसका रख रखाव भी नहीं कर पा रहे हैं
अंग्रेजों ने इस प्राकर के कई निर्माण भारत में किए जो उल्लेखनीय हैं, परंतु आज हम ही इन्हें कोसते भी हैं, सर जिम कार्बेट ने आदमखोर बाघ तेंदुओं से किसानों बचाने के लिए बहुत पैदल यात्रा की, इंजिनियरिंग तो दुनिया अंग्रेज़ो से ही सीखी है, सभी को यह गंग नहर का इतिहास भी मालूम होना चाहिए
अंग्रेजों ने बहुत से उल्लेखनीय कार्य किए थे। शिक्षा, कानून व्यवस्था,यातायात व्यवस्था और सिंचाई क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण योगदान था जिनका आज भी भारत ऋणी है।। उनका मकसद सिर्फ लूटना ही नहीं था।
Unhe lga hoga ab to vo bharat me hi rhne lge h bharat ab unka h bharat ko loot hi lia h logo ko gulam bna chuke h to ab ye desh b hmara h isliye unne ye sb bnaya..
@@rajbahadur54 unhi k karan ye prathaye bni thi jisme pahle hindu o me orto ka ghunghat or Muslim o me burka h kyoki angrejo k karan koi b ldki koi b orat safe surakshit nhi thi us tim..
@@mohammadyameen5848 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@mohammadyameen5848 यहां जन्म लेनेवाले सभी नागरिक खासकर सभी धर्म और जातियों की महिलाएं को अधिकार मिल रहा है अंग्रेजो और बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब के कारण।
अंग्रेजों ने जो भी निर्माण/नहर, पुल, सड़क, कारखाने आदि बनवाया था वे आज भी मजबूती के साथ हमारे लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि आजकल हो रहे निर्माणों की गुणवत्ता का क्या कहना। बनने के साथ ही गिरने लगते हैं।
मेरे गांव के उपर से निकलती है, हम लोग सिंचाई के लिए काफी हद तक गंग नहर पर निर्भर है। और गर्मी में नहाने में बड़ा मजा आता है। लेकिन हरिद्वार का पॉल्यूशन और कचरा बहुत नुकसान कर रहा है। पाखंड रोका जाना चाहिए।
@@mannusingh1593 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही।
@@ManishKumar-jr3dp अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही।
@@ManishKumar-jr3dp अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@ManishKumar-jr3dp मतदान तो बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब जी की देन है। शिक्षा, समानता, अधिकार ये सब बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब के कारण मिल पाया। इसके लिए अंग्रेजो ने ही समर्थन किया। गांधी तो विरोध में था ही।
@@ManishKumar-jr3dp अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
Yah Hinduon ko baantane ka Angrezon ka pahla prayas tha jismein way safal huye. Pavitra Ganga ka pani Aligarh pahunchana hi unka udeshya tha. Pandit Madan Mohan Malviya ne iska virodh kiya tha.
अंग्रेजो ने कुछ नहीं बल्कि सब कुछ दिया। टेलिफोन, टेलिविजन, डाकविभाग रेलवे समाज में समानता संता प्रथा का अंत सब कुछ तो अंग्रेजो ने ही सुधार किया है भारत में। सारे भारतीय अंग्रेजो के आभारी रहेंगे।
भाई जी बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने हमे बस अंग्रेजो के जुलम की कहानी पढ़ाई गई है पर उन्होंने ऐसे कई कार्य भी करे जो आज भी हमारा विकास कर रही है हमे तो बस मुसलमानों का ही गुणगान मिलता है किताबो में जबकि उन्होंने कुछ नही किया सब कांग्रेस की महारबानी है
@@somvirjangrajangra688 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@Sumitksingh-22256ey अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@dgpatil949 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
सही बात देर से समझ में आती है । उत्तर प्रदेश में भूगर्भ का वाटर लेवल क्यों दिन-प्रतिदिन डाउन होता जा रहा है ? गर्मियों में गंगाजी और यमुना जी की जलधारा क्यों सूख जाती हैं ? जबकि दोनों सदानीरा कहलाती हैं ।
@@AkramKhan-iq7ot अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
प्रोवि कोटलि जो गंगा नहर (भीम गौड़ा) बाँध का निर्माण ज्ञान से जीवन के अथक परिश्रम से धन्य धान्य बनाया ऐसे महान विभूति नर नहीं नारायण सदी में विरले अवतरित होते हैं विश्व रूपी माँ के लाल को कोटि कोटि नमन मेरा बारंबार मेरा प्रणाम हो।
@@abdulgaffarrizvi2220 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
अंग्रेज बहुत बाद मेभारत में आए,और जल्दी ही भारत से चले गए।भारत के विकाश में अंग्रेजो का बहुत बड़ा योगदान है।भारत में आधुनिक शिक्षा,वैज्ञानिक सोच अंगेजों की देन है।उनके बिना भारत अंधविश्वास का देश रहता।
@@raghubanshsingh8013 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@raghubanshsingh8013 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
अंग्रेज तकनीक में भी एडवांस थे, अतः उनके द्वारा बनाए/किए गए कार्यों में मजबूती आज भी दिखाई देती है। इसका यह मतलब भी नहीं है कि उनके शासन में जनता त्रस्त नहीं थी।और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद कम ही कार्य हुए है।आज जो भी दिखाई दे रहा है, अधिकांश स्वतंत्रता प्राप्ति के के बाद के किए गए कार्य है।
ऐसे ऐसे ही नहीं अंग्रेजों ने नहर बनाई थी उसके बदले लगाना टैक्स वसूलते थे कई कई गुना लगान ना देने और सूखा पड़ने पर हल बैल तक खोले जाते थे कुछ अंग्रेजों का ज्यादा ही महिमामंडन किया जा रहा है छुपकर लेकिन कश्मीर में हमारे इंजीनियरों ने इतनी बड़ी रेलवे लाइन बना दी घाटियों के ऊपर ।उसपर कभी प्रोग्राम नहीं तैयार करेंगे क्योंकि शायद इंजीनियर हिंदू है असल में यह सब चीजें जानबूझकर तैयार की जाती कि मुसलमान और ईसाई तुमसे ज्यादा समझदार है
Gulab ka phool aur dusro ki aurat takne wala pm banega to vikaash kaha se hoga aur angrej yaha kuch banane nahi sona aur paia lootne aaye the , angrejo ke aane se pahle puri duniya ki GDP ka 25 % bharat se hota tha saale chor angrej jo balti me hug ke khidki se gali me fekte the ye aaj hame sikhate hai
Great effort by English officer Thomson College of Civil Engineering, now IIT Roorkee was established to train the people for construction of canal. Ist engineering college of India
One of the most amazing historical & informative videos I've seen, I've been to it at Meerut but never thought or told it's this much old and important for irrigation. Thanks for video.. Thanks to British and Engineering.. #GangNahar
अंग्रेजों के राज्य में ही पुरे भारत के लीये भारतीय सेना Indian Army का गठन हुआ और एक भारतीय सेना बनी उससे पहले भारत के अनेक राज्यों एवं सुबों की केवल अपने लीये ही अपनी सेना होती थी।
@@bhupenderkumar2623 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, जल सेना, थलसेना, वायु सेना सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
ऐसे ऐसे ही नहीं अंग्रेजों ने नहर बनाई थी उसके बदले लगाना टैक्स वसूलते थे कई कई गुना लगान ना देने और सूखा पड़ने पर हल बैल तक खोले जाते थे कुछ अंग्रेजों का ज्यादा ही महिमामंडन किया जा रहा है छुपकर लेकिन कश्मीर में हमारे इंजीनियरों ने इतनी बड़ी रेलवे लाइन बना दी घाटियों के ऊपर ।उसपर कभी प्रोग्राम नहीं तैयार करेंगे क्योंकि शायद इंजीनियर हिंदू है असल में यह सब चीजें जानबूझकर तैयार की जाती कि मुसलमान और ईसाई तुमसे ज्यादा समझदार है
ऐसे ऐसे ही नहीं अंग्रेजों ने नहर बनाई थी उसके बदले लगाना टैक्स वसूलते थे कई कई गुना लगान ना देने और सूखा पड़ने पर हल बैल तक खोले जाते थे कुछ अंग्रेजों का ज्यादा ही महिमामंडन किया जा रहा है छुपकर लेकिन कश्मीर में हमारे इंजीनियरों ने इतनी बड़ी रेलवे लाइन बना दी घाटियों के ऊपर ।उसपर कभी प्रोग्राम नहीं तैयार करेंगे क्योंकि शायद इंजीनियर हिंदू है असल में यह सब चीजें जानबूझकर तैयार की जाती कि मुसलमान और ईसाई तुमसे ज्यादा समझदार है
मूर्ख आदमी आज जो हरि की पौरी पर नहाता है वो ब्रिटिश इंजीनियरिंग प्रोबी कोटली की उपहार दिमाग है! वेद, सनातन धर्म कराके 80% लोग आज 5 किलो गेहूं और 1 किलो दाल खाकर दिन निकल रहे हैं! भीकरचोट दिमाग के लोग है ! वेदो मैं विज्ञान है ! नासमझ !@@sunilbarot50
@@virendra_singh108 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@virendra_singh108 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। कंपनी, कारखाने बिना भेदभाव के सबको रोजगार। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
अंग्रेजोनें भारत को वैज्ञानिक दृष्टी से जाने का रास्ता दिखाया. देश को एकसंघ बनया. अंग्रेज नही आते देशमे हजोरो राजे महाराजे मौजूद होते. यह लोग कभी एकसाथ नही आते.देश हजारों टुकड़े मे बटा होता. हम लोग आज भी दुनिया के पीछे दो सौ साल पिछड़े होते. अंग्रेज लोगोका शुक्रिया अदा करना चाहिए.
If you do some efforts you will definitly find our own amazing samples of architecture also. What about Rameshvaram bridge between India and Sri Lanka? Another Kallanai (also known as the Grand Anicut) is an ancient DAM. It is built (in running water) across the KAVERI river flowing from Thiruchirapalli district to Tanjavur district, Tamil nadu, India. The dam located in Tanjavur district. Located at a distance of 15 km from Tiruchirapalli, 45 km from Tanjavur, the dam was originally constructed during the reign of Chola king Karikalan in c.150 AD. It is the fourth oldest water diversion or water-regulator structures in the world and the oldest in India that is still in use. Because of its spectacular architecture, it is one of the prime tourist spots in Tamil Nadu.
Tribute to great civil engineer Troby Cautley who imparted us a great canal is well known as Gang Nahar which passes through holy city Haridwar , it irrigates lakhs hectare of land of western U P from Haridwar to Aligarh , it brought happiness of farmers of this region, the praiseworthy contribution of Cautley is recorded in our history, again big Salaam to British engineer Cautley from we Indians. Shekhar New Delhi India
@@chandrashekharshekhat3328 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
The improvement and development done by British is far more than that of congress and BJP. The then PM of British has rightly said that power will be in wrong hands and chaos will upsurge. Compare the situation and one can find truth in his words.
Proby Thomas Cautley was a great Engineer who built the Gangnahar I know about Thomas Cautley great person indeed read about him.he convinced the British East India company to invest in the said project at that time nobody can imagine such things very hardwork of Proby Thomas Cautley we cannot forget his contribution but surprise nobody knows about him very good video first time highlights about great engineer Proby Thomas Cautley but thankless people of Haridwar not ready to recognise his contribution
@@AkramKhan-iq7ot अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया। हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है। यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया। लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया। गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला। गांधी तो विरोध में था ही। सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी???? महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में। महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे। अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है। भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
British approach to engineering design and construction is marvelous,and most durable, these constructions have stood the test of time as can be seen anywhere in the country, experts are emphasizing , public is talking.
अंग्रेजो को कितना भी कोस लो लेकिन अंग्रेज द्वारा भारत में को इंफ्रास्ट्रक्चर की नीव रखी थी परिवहन के लिए रेलवे का नेटवर्क बिछाया वह चाहे उनके हित के लिए था किंतु आज भी हमारे राष्ट्र की धरोहर बन गए है। सैल्यूट है इस दुरंदेशी इंजीनियर को दिल से सलाम।
जब अंग्रेज भारत पर शासन कर रहे थे तो विकास का कार्य भी उन्हें ही करना था। आखिर व्यापार भी तो करना था उन्हें यहाँ फिर धन लूटकर इंग्लैंड को अमीर भी तो बनाना था।
@@indicvoice Agar Nahi bhi karte to koi kya ukhad leta unka. Muslimo nay bhi shashan kiya tha. Unhone to ek bhi vikas ka kaam nahi kiya
@@anurag- बिल्कुल सही कहा आपने।
अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
@@anurag-बिल्कुल सही है कि दूसरे विश्व युद्ध में अंग्रेजी हुकूमत ने बेमिसाल जेट विमान बनाया था और बाद में नेट विमान भारत को दीया था कि अमेरिकी विमान को टक्कर दीं थीं और रशिया ने अन्य विमान खरीदा था तो शायद अंग्रेजी लोग तब तक सबसे बेहतर था
Bhai wo chor the hamare desh ke resources ka use apne fayde ke liye kiya hai aur business ka badahya unka unhone Jo bhi infrastructure banaya wo apne fayde ke liye banaya agar agar farming nahi hoti hai wo unse tax kaise lete hai jitna bhi unhone bridge banaye wo ap yatra easy karne. Ke liye banaye ...kyo uss vakt road nhi the.... unhone iss desh ko loota hi nahi balki itna ataayarchar kiya h jinka desh hi unko hi bandhak bana liya aur unki tarah tarha ki yaatna bhi di jo bhi tha hamare desh ka tha chahae mughal ho ya angrej do ne hamare bujargo pe atyachar kiya hai jai hind 🙏🇮🇳
प्राबी का बेमिसाल ..शानदार काम..सलाम उनके जनसेवा और कर्तव्य निष्ठा के अतुलनीय जज्बे को ।भारत की सरकार तो बस इसको सम्भाल कर सुरक्षित रख ले वही बहुत है...।
Sir Proby Cautley ने उस समय में ऐसा महान काम किया था जो सोचने में नुमुमकिन सा लगता है जिसके लिए हम उनके सदा आभारी रहेंगे सलाम है ऐसे वायक्तित को 🙏🙏🙏
ऐसे बहादुर ज्ञानी इंजीनियर के लिए अति शीघ्र भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए 🎉❤
बिल्कुल मिलना चाहिए क्योंकि इससे करोड़ों लोगों का कल्याण हुआ।
ब्रिटिशों ने भारत के लिए बहुत कुछ किया है।
ब्रिटिश इंजीनियर का आभारी रहेगा यूपी।
Bhai ye maharaja Ganga Singh ka Sarkar hai yah log use angrej ko credit de rahe hain
@@MY_NAME_IS__KHAN_92 अंग्रेजो के समय गंगा सिंह का सरकार कहां से आ गया?
वो भी तब जब भारत अंग्रेजो का गुलाम था।
@@pankajkumarpritam1596 me ne suna tha ye Rajasthan ki riyasato me ek ka RAJA tha
@@MY_NAME_IS__KHAN_92 सच्चा इतिहास बताया कहां जाता है?
हिंदू के सबसे बड़े नेता जब विदेश जाते हैं तो कहते है - हम बुद्ध की धरती से आए हैं।
राम की धरती से आए हैं क्यों नहीं कहते?
कैसे कृतज्ञता व्यक्त करूं?वास्तव में अंग्रेजो ने हमे बहुत कुछ दिया है। और श्रीमान कोर्टली जी को तो हमे भारत रत्न देना चाहिए। उन विपरीत परिस्थितियों में ऐसी इंजिनियरिंग हम तो आज भी केवल दांतो तले अंगुली ही दबा सकते हैं।इस महान आत्मा ने हमारा हमारे देश के किसी भी व्यक्ति से ज्यादा भला किया है।
Engineering ka shandaar uphar
इंजीनियर के लिए रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज
ईंटों के लिए भट्ठे का निर्माण
अद्भुत
My salute to Mr cortly
Uttam
अंग्रेजो का कोई भी बनाई हुई चीजें बहुत ही मजबूत होती है और आज तक टिकी है लेकिन भारत के घोटाले बाजो को क्या पड़ी है मजबूती की उन्हे तो अपने जेब भरना है अंग्रेज अभी तक होते तो भारत बहुत विकसित हो चुका होता
हा पर अंग्रेजो ने एक गलती कर दी होटलों के बाहर लिखवा दिया भारतीय और कुता का अंदर आना मना है।ऐसे ही नेतिया उनका पतन का कारण बनी
Angrez apne kaam k prati sincere or loyal they, ye to islami kroorata chupane k liye or khangress ko , Nehru ko visionary establish krne k liye Angrezon ko jaanbhuz kar Defame kiya gaya
गुलामी नही, अपने महान राष्ट्रवादी बुद्धिमान लोगो की अगरेजो ने अमरीका रशिया ने तारीफ़ की । इतिहास मे सब है ।
Aj ka duar chamchagiri ka, Nhi to angero se pahle भारतीय ने भी अच्छे स्ट्रक्चर बनाये हैं जैसे Tajmahal, various Hindu temple
Dharam vishes ke dna me hi ghotale, bhrastachar, be-imani, jhoot, aur gaddari hai Kam se kam likhte time to eemandar rah liya karo
अंग्रेज मन लगा के काम करते थे रुपयो का महत्व समझते थे ज्ञानी बहुत थे अभी एक काम दस बार रिपेरिंग कर ते है
अगर अंग्रेजो ने भारत में जो काम आज तक लोगों को फायदा मिल रहा है,सोचो अगर आज की सरकारों किया काम शिलान्यास से पहले ही
घूस खोरी नज़र आने लगती है, अगर अंग्रेज़ ना आते तो देश का नक्शा ही और होता
Absolutely right
Pure bharat me aise kai historical project hai jo British engineero ne banaya or aaj v waise hi jaise British time me tha. Sonchte hai agar British govt ye sab na kiya hota to aaj bharat ka kya hal hota. Curruption, or politics bahut ghatiya level pr hai. Abhi I samay ek normal pool banane k baad wo 5 saal v nhi takta hai.
@@gurchetansingh153 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
@@gurchetansingh153 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
सिविल इंजीनियरिंग का अद्भुत उदाहरण
अंग्रेज अधिकारियो की सोच बहुत बड़ी थी देश के विकास में असली योगदान उन्हीं का है
जो सम्पदा वो इस देश में बना कर गए हम उसका रख रखाव भी नहीं कर पा रहे हैं
अंग्रेज अधिकारी बड़े जुझारू होते थे लगन के पक्के दिल के सच्चे
Dil sachhe the teri gand kam pitti thi na 😂
है तो अब भी, मगर उनकि सुनता कोन है
Aakhiri wali bat dil ke sachche galat hai
नमन श्री प्रोबी कोठली जी को दिल से
आदरणीय प्रोबी कोटली,असली आधुनिक भागीरथ है।इनकी पुण्य आत्मा को सादर नमन करते हुए विनम्र धन्यवाद।।
अंग्रेजो ने ऐतिहासिक काम किया था आज तो भारत में नेता और आधिकारी अपना विकास कर रहे हैं देश का नहीं
अंग्रेजों ने इस प्राकर के कई निर्माण भारत में किए जो उल्लेखनीय हैं, परंतु आज हम ही इन्हें कोसते भी हैं, सर जिम कार्बेट ने आदमखोर बाघ तेंदुओं से किसानों बचाने के लिए बहुत पैदल यात्रा की, इंजिनियरिंग तो दुनिया अंग्रेज़ो से ही सीखी है, सभी को यह गंग नहर का इतिहास भी मालूम होना चाहिए
अंग्रेज नही होते तो शायद भारत आज के आफ्रिका या अफगानिस्तान जैसा होता .
बाकी अंग्रेजों ने हिंदुस्थान को लुटने मे कोई कमी नही छोडी।
ऐसा ही मनमोहन सिंह सोनिया के चरण दास ने ब्रिटेन में भाषण देते हुए कहा था।
जब सबकुछ अंग्रेजो और मुस्लिम शासकों ने दिया तो लूटने क्या कद्दू। आए थे सब सोने की चिड़िया इन सब के आने से पहले था
सत १००% प्रतिशत सही बात है.
Correct
@RajeshKumar-uo3yu kuch galat nahi bola charan ne
अंग्रेजों ने बहुत से उल्लेखनीय कार्य किए थे। शिक्षा, कानून व्यवस्था,यातायात व्यवस्था और सिंचाई क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण योगदान था जिनका आज भी भारत ऋणी है।।
उनका मकसद सिर्फ लूटना ही नहीं था।
Unne ye sb Kia b tha to sirf khud k liye or apne bachcho k liye..
Bharat k logo k liye nhi..
Unhe lga hoga ab to vo bharat me hi rhne lge h bharat ab unka h bharat ko loot hi lia h logo ko gulam bna chuke h to ab ye desh b hmara h isliye unne ye sb bnaya..
Unke hum bhartiy humesa rini rahenge kyonki unhone bahut sari prathaye khatm ki hai jo insaniyat ke naam par duniya ka sabse bada kalank tha
@@rajbahadur54 🤭😂😂😂
@@rajbahadur54 unhi k karan ye prathaye bni thi jisme pahle hindu o me orto ka ghunghat or Muslim o me burka h kyoki angrejo k karan koi b ldki koi b orat safe surakshit nhi thi us tim..
धर्म की अफीम चाटकर अनधे हुए लोग विकास नही कर सकते, बस मुजरा कर सकते हैं।
@@mohammadyameen5848 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@mohammadyameen5848 यहां जन्म लेनेवाले सभी नागरिक खासकर सभी धर्म और जातियों की महिलाएं को अधिकार मिल रहा है अंग्रेजो और बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब के कारण।
ऐसे अंग्रेज इंजीनियर को बार-बार नमन !
अंग्रेजों ने जो भी निर्माण/नहर, पुल, सड़क, कारखाने आदि बनवाया था वे आज भी मजबूती के साथ हमारे लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि आजकल हो रहे निर्माणों की गुणवत्ता का क्या कहना। बनने के साथ ही गिरने लगते हैं।
वाह क्या बात थी, उस जमाने में आज बिना कंप्यूटर के इस प्रकार की इंजनियरिंग संभव नही है।
मेरे गांव के उपर से निकलती है, हम लोग सिंचाई के लिए काफी हद तक गंग नहर पर निर्भर है।
और गर्मी में नहाने में बड़ा मजा आता है।
लेकिन हरिद्वार का पॉल्यूशन और कचरा बहुत नुकसान कर रहा है। पाखंड रोका जाना चाहिए।
भारत की सोच ने उसे सदियों तक गुलाम रखा
भारतीय सरकार अब सोई है क्या सलाम इस महाशय को
अभी तक धर्मों में ही घुसे हुए है ज्यादतर लोग तो विकास कब होगा I सपने विश्व गुरु के देखते हैं I जय जवान जय किसान जय विज्ञान I
Ye baat mullon ko bolona unke andar hi jyaada dharmaandta hai
@@mannusingh1593 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
Right 👉
अंग्रेजों ने भारत को नए युग में प्रवेश कराया। SC & ST को मनुवादी जमींदारों से मुक्त कराकर शिक्षा का अधिकार व मतदान का अधिकार दिया।
@@ManishKumar-jr3dp अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
@@ManishKumar-jr3dp अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@ManishKumar-jr3dp मतदान तो बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब जी की देन है।
शिक्षा, समानता, अधिकार ये सब बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब के कारण मिल पाया।
इसके लिए अंग्रेजो ने ही समर्थन किया।
गांधी तो विरोध में था ही।
@@ManishKumar-jr3dp अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
पहली बार मेरा यह दिल मानने को तैयार है कि अंग्रेजों ने भारत के लिए कुछ अच्छा काम भी किया था ।
Yah Hinduon ko baantane ka Angrezon ka pahla prayas tha jismein way safal huye. Pavitra Ganga ka pani Aligarh pahunchana hi unka udeshya tha. Pandit Madan Mohan Malviya ne iska virodh kiya tha.
अरे भई, सर्वे ऑफ इंडिया,रेलवे,राष्ट्रपति भवन, संसद,और आधुनिक भारतीय सेना आदि भी अंग्रेजों की देन है।
अंग्रेजो ने कुछ नहीं बल्कि सब कुछ दिया।
टेलिफोन, टेलिविजन, डाकविभाग रेलवे समाज में समानता संता प्रथा का अंत सब कुछ तो अंग्रेजो ने ही सुधार किया है भारत में। सारे भारतीय अंग्रेजो के आभारी रहेंगे।
यह नहर इस लिए बनी थी की अकाल के कारण टैक्स इकट्ठा नहीं हो रहा था| टैक्स इकट्ठा करने के लिए नहर बनाई गई
@@JRMEHRA अबे मूर्ख।
कहां से आते हैं तुम जैसे लोग????
भाई जी बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने हमे बस अंग्रेजो के जुलम की कहानी पढ़ाई गई है पर उन्होंने ऐसे कई कार्य भी करे जो आज भी हमारा विकास कर रही है हमे तो बस मुसलमानों का ही गुणगान मिलता है किताबो में जबकि उन्होंने कुछ नही किया सब कांग्रेस की महारबानी है
सिर्फ यही नहीं! रेलवे टेलिकॉम दूरदर्शन डाक न्यायालय समानता का अधिकार सति प्रथा से मुक्ति।
यह सब अंग्रेज़ो की देन है।
@@somvirjangrajangra688 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
हिंदुस्तान को इंडिया बनाने वाले विदेशी ही लोग थे अगर भारत में अंग्रेज 20 साल और रह जाते तो हमारा भारत बहुत ही तरक्की कर लिया होता
बिना ड्रोन, हवाई सर्वे के इतनी बड़ी और सटीक नहर योजना बनाई गई....
अंग्रेज ही है जिसने भारत को विज्ञान का उपयोग सिखाया
पंडो ने रेलवे और नहर दोनों का विरोध किया
छोडो कल की बाते 😢😢
Tum th waha dekh ne ke liye ki virodh kiya tha
@@Sumitksingh-22256ey अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
Jese aaj paper leak kara ke hamare bhavishya ko barbad or apne bacche ko vides me parha kar kia ja raha hai 👍
Or ek hamare nakalchi ambedkar ne copy kia dusre desho se savidhan 😂😂
एक अंग्रेज ने जो कर दिखाया वो कोई काला अंग्रेज नहीं कर पाया 😬
😀
तुमलोगो ने अंग्रेजों को भगा कर देश को बर्बाद कर दिया।
सभी सरकारों ने ज्यादातर घोटाले ही किए हैं अंग्रेजो के जाने के बाद।
@@sarlapurohit1216 गपोड़ ग्रंथियों ने कौन सा कर दिखाया?????
अंग्रेज ना आतेतो शायद आज भी अपने देश में रेल्वे ना होती.आज भी भारत टुकडो में बटा रहता..
@@dgpatil949 बिल्कुल सही कहा आपने।
@@dgpatil949 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
सही बात देर से समझ में आती है । उत्तर प्रदेश में भूगर्भ का वाटर लेवल क्यों दिन-प्रतिदिन डाउन होता जा रहा है ? गर्मियों में गंगाजी और यमुना जी की जलधारा क्यों सूख जाती हैं ? जबकि दोनों सदानीरा कहलाती हैं ।
Very good information Proby Thomas Cautley was great Engineer his contribution is immense
अंग्रेजों ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है बाकी तो सब झगडा फ़साद ही पैदा करते रहते hai
@@AK-ys7yd kalan bande
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
@@AkramKhan-iq7ot अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
एक अच्छे काम की सराहना की जानी चाहिए।
बहुत ही सराहनीय और सार्थक प्रयास किया गया।
प्रोवि कोटलि जो गंगा नहर (भीम गौड़ा) बाँध का निर्माण ज्ञान से जीवन के अथक परिश्रम से धन्य धान्य बनाया ऐसे महान विभूति नर नहीं नारायण सदी में विरले अवतरित होते हैं विश्व रूपी माँ के लाल को कोटि कोटि नमन मेरा बारंबार मेरा प्रणाम हो।
घर्म ने हमेशा विकास को अवरोध किया है British के ऊस अग्रसोची को 🙏🙏
Angrez aur doosre videshi apne religion ko kabhi bhi peechhe nahin chhodte. Unhone Cantonment banaya, Civil Lines banaya, Police station ityadi banwaya par church banwana nahin bhule.
Aur haan, Missionariries ko dharm parivartan karane ke liye unhoone kam paisa nahin kharch kiya tha.
@@srivastavagp: Britisher koi missionary ko Dharam Prachar karne nahi laye.
Missionaries USA, Germany, Holand, se Ayethe.
@@srivastavagp वो उन्होंने अपने लिए बनाए थे न कि धर्म परिवर्तन के लिए।
हिंदू धर्म के लोग सहिष्णु थे इसीलिए मान गए अन्यथा तमाम धर्म के लोग आज भी कट्टरता का झंडा लेकर फिरते हैं।
बेहतरीन video.....shandaar subject par video बनाने ke liye apka हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏
आज की सरकार से अंगेज बहुत अच्छे थे
गा.. D भी मारते थे! बच गये
300 years gangnahar is serving all .pilgrim,farmers .hats off to great person,engineer Proby cotaly
आज तकनीक रहने के बावजूद हमारे नेता लाभ उठाने में नाकाम है।नेता हिंदू मुस्लिम करने में मशगूल है।
Nahi karna chahiye kyuki hum sab bharat mata ki santan hain
बैराज का नाम काटली के नाम पर रखना न्यायोचित होगा
ये ही हैं भारत मे दुसरे के कीय हुये काम को अपने देवो का नाम देना,,, काम तो कुछ किया नही,,,,,, बस
@@ushapundge2509 बिल्कुल सही कहा आपने।
@@abdulgaffarrizvi2220 बिल्कुल सही कहा आपने।
@@abdulgaffarrizvi2220 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
ब्रिटीश सरकार को धन्यवाद !
बहुत अच्छा नरेंद्र शर्मा
अंग्रेज बहुत बाद मेभारत में आए,और जल्दी ही भारत से चले गए।भारत के विकाश में अंग्रेजो का बहुत बड़ा योगदान है।भारत में आधुनिक शिक्षा,वैज्ञानिक सोच अंगेजों की देन है।उनके बिना भारत अंधविश्वास का देश रहता।
@@raghubanshsingh8013 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@raghubanshsingh8013 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
भारत को तकनीकी समृद्ध बनाने में उनके योगदान को कोई स्वीकार नहीं करता। सिर्फ कहते हैं लूट कर ले गया।
We salute such great soul. In fact He deserves for Bharat Ratna award
गंगा मैय्या की जय 🙏🙏
साथियों गंगा मैय्या को स्वच्छ रखने का पुरजोर प्रयास करों।🙏🙏
🙏🙏
# हिंदू ने देश भर कोनसा शोर्यवान काम किया.
अंग्रेज तकनीक में भी एडवांस थे, अतः उनके द्वारा बनाए/किए गए कार्यों में मजबूती आज भी दिखाई देती है।
इसका यह मतलब भी नहीं है कि उनके शासन में जनता त्रस्त नहीं थी।और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद कम ही कार्य हुए है।आज जो भी दिखाई दे रहा है, अधिकांश स्वतंत्रता प्राप्ति के के बाद के किए गए कार्य है।
ऐसे ऐसे ही नहीं अंग्रेजों ने नहर बनाई थी उसके बदले लगाना टैक्स वसूलते थे कई कई गुना लगान ना देने और सूखा पड़ने पर हल बैल तक खोले जाते थे कुछ अंग्रेजों का ज्यादा ही महिमामंडन किया जा रहा है छुपकर लेकिन कश्मीर में हमारे इंजीनियरों ने इतनी बड़ी रेलवे लाइन बना दी घाटियों के ऊपर ।उसपर कभी प्रोग्राम नहीं तैयार करेंगे क्योंकि शायद इंजीनियर हिंदू है
असल में यह सब चीजें जानबूझकर तैयार की जाती कि मुसलमान और ईसाई तुमसे ज्यादा समझदार है
@@asheeshmishra3307 😅😅😅
Gulab ka phool aur dusro ki aurat takne wala pm banega to vikaash kaha se hoga aur angrej yaha kuch banane nahi sona aur paia lootne aaye the , angrejo ke aane se pahle puri duniya ki GDP ka 25 % bharat se hota tha saale chor angrej jo balti me hug ke khidki se gali me fekte the ye aaj hame sikhate hai
Also must watch Ajadi ka asli itihas by Rajiv Bhai.ua-cam.com/video/4fUlx1oKqQY/v-deo.html
ua-cam.com/video/4fUlx1oKqQY/v-deo.html
@@asheeshmishra3307 great bhai aap ne bilkul sahi kaha
Great work 👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
Thanks ful to great engineer as well as great engineering.
Great effort by English officer
Thomson College of Civil Engineering, now IIT Roorkee was established to train the people for construction of canal. Ist engineering college of India
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
Great work done by Probi Kotli. Issiliye Angrezo ne puri duniya par raaj kiya tha. Sadhuon ki baat mante to Aaj UP ka bura haal hota.
Bhut acchi jankari di aapne.. nahar bhut bar dekhi hai.. Lekin ithaas itna purana hai ye nhi pta tha
Very informative technical details.
Wonderful information and wonderful achievement done by an Englishman for the welfare of the Indian people.
Thank you Mr Cotli.
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
धर्म हमेशा प्रगति में बाधक है इसमें कोई संदेह नहीं है
You are right 👉
Appreciable thought to put a factual information before present generation. Thank you so much
50 साल और अंग्रेजो को और रहना था असली लुटेरे तो आजादी के बाद आए
1947के बाद के अंग्रेज लुटेरे
Very informative. Thanks for sharing.
बहुत बेहतरीन रिपोर्ट। धन्यवाद आपका एक अच्छी जानकारी साझा करने के लिए।
O
O
O
Oo
O
प्रोबी कोटली जी को नमन 🎉
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
Thanks for British empire ..great
गंगनहर तो महाराजा गंगासिंह 1927 में गंगानगर में लाए थे। जो हमारे क्षेत्र को हरा भरा कर रहा है
महाराजा गंगा सिंह के विषय में जानकारी दी जाए, बहुत अच्छा होगा।
Ye vo nhi hai, ye dusri nahar hai jo West up me hai
One of the most amazing historical & informative videos I've seen,
I've been to it at Meerut but never thought or told it's this much old and important for irrigation.
Thanks for video..
Thanks to British and Engineering..
#GangNahar
महान ब्रिटिश इंजीनियर थोमस स्कोटली को गंग नहर बनाने के लिए सत् सत् कोटि कोटि नमन
बेटे ४-वेद, १८-पुराण और इन्जिनियर श्रीमान विश्वेसरैयाजी के बारे में पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
@@sunilbarot50 😂😂😂 सनातन विज्ञान।
अंग्रेजों के राज्य में ही पुरे भारत के लीये भारतीय सेना Indian Army का गठन हुआ और एक भारतीय सेना बनी उससे पहले भारत के अनेक राज्यों एवं सुबों की केवल अपने लीये ही अपनी सेना होती थी।
@@bhupenderkumar2623 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, जल सेना, थलसेना, वायु सेना सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
Thanks Proby Lotti.
उचित जानकारी 👍👍
ऐसे ऐसे ही नहीं अंग्रेजों ने नहर बनाई थी उसके बदले लगाना टैक्स वसूलते थे कई कई गुना लगान ना देने और सूखा पड़ने पर हल बैल तक खोले जाते थे कुछ अंग्रेजों का ज्यादा ही महिमामंडन किया जा रहा है छुपकर लेकिन कश्मीर में हमारे इंजीनियरों ने इतनी बड़ी रेलवे लाइन बना दी घाटियों के ऊपर ।उसपर कभी प्रोग्राम नहीं तैयार करेंगे क्योंकि शायद इंजीनियर हिंदू है
असल में यह सब चीजें जानबूझकर तैयार की जाती कि मुसलमान और ईसाई तुमसे ज्यादा समझदार है
Ashcharyjanak jankari. Bahut2 dhanyavad. Pahli baar pata laga. Iss British officer wa unke sathiyon ko salam.
बहुत अच्छी जानकारी दी है
Great bahut din bad bahut achhi news ek aadmi kitna bada change kar sakta h
Great engineer
ब्रिटिश सरकार अब तक भारत देश मे होता तो हम हिंदुस्तानी आज् सब पर भारी बन जाते ! हम सब अंधश्रध्दा मे डूबे हुये है !
ऐसे ऐसे ही नहीं अंग्रेजों ने नहर बनाई थी उसके बदले लगाना टैक्स वसूलते थे कई कई गुना लगान ना देने और सूखा पड़ने पर हल बैल तक खोले जाते थे कुछ अंग्रेजों का ज्यादा ही महिमामंडन किया जा रहा है छुपकर लेकिन कश्मीर में हमारे इंजीनियरों ने इतनी बड़ी रेलवे लाइन बना दी घाटियों के ऊपर ।उसपर कभी प्रोग्राम नहीं तैयार करेंगे क्योंकि शायद इंजीनियर हिंदू है
असल में यह सब चीजें जानबूझकर तैयार की जाती कि मुसलमान और ईसाई तुमसे ज्यादा समझदार है
Tex to aj bhi lagte hai. Aj agar lagan bank basuli nahi bhara to basuli mai 14 din ki jail phir bhi jabardast aj bhi basuli ki jati hai.
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
मूर्ख आदमी आज जो हरि की पौरी पर नहाता है वो ब्रिटिश इंजीनियरिंग प्रोबी कोटली की उपहार दिमाग है! वेद, सनातन धर्म कराके 80% लोग आज 5 किलो गेहूं और 1 किलो दाल खाकर दिन निकल रहे हैं! भीकरचोट दिमाग के लोग है ! वेदो मैं विज्ञान है ! नासमझ !@@sunilbarot50
अब तो नाम बदल कर प्राईवेट कर दिया जाता है इस से तो अच्छा अंग्रेजी सरकार थी बहुत बहुत धन्यवाद सर आप सबको बता दिया 🙏
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
@@virendra_singh108 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
@@virendra_singh108 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
कंपनी, कारखाने बिना भेदभाव के सबको रोजगार।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
Hats off to this British officer
very nice information
ganga maa ka darshan
अंग्रेजोनें भारत को वैज्ञानिक दृष्टी से जाने का रास्ता दिखाया. देश को एकसंघ बनया. अंग्रेज नही आते देशमे हजोरो राजे महाराजे मौजूद होते. यह लोग कभी एकसाथ नही आते.देश हजारों टुकड़े मे बटा होता. हम लोग आज भी दुनिया के पीछे दो सौ साल पिछड़े होते.
अंग्रेज लोगोका शुक्रिया अदा करना चाहिए.
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
Very rare topic but very important to know about everybody who lives near by Western U. P Good job
Great work by British Engineering Officer Proby Cautley for welfare of the then Indian people.
If you do some efforts you will definitly find our own amazing samples of architecture also. What about Rameshvaram bridge between India and Sri Lanka? Another
Kallanai (also known as the Grand Anicut) is an ancient DAM. It is built (in running water) across the KAVERI river flowing from Thiruchirapalli district to Tanjavur district, Tamil nadu, India. The dam located in Tanjavur district. Located at a distance of 15 km from Tiruchirapalli, 45 km from Tanjavur, the dam was originally constructed during the reign of Chola king Karikalan in c.150 AD. It is the fourth oldest water diversion or water-regulator structures in the world and the oldest in India that is still in use. Because of its spectacular architecture, it is one of the prime tourist spots in Tamil Nadu.
The dam built by chola kings is a engineering marvel. A must visit.
Tribute to great civil engineer Troby Cautley who imparted us a great canal is well known as Gang Nahar which passes through holy city Haridwar , it irrigates lakhs hectare of land of western U P from Haridwar to Aligarh , it brought happiness of farmers of this region, the praiseworthy contribution of Cautley is recorded in our history, again big Salaam to British engineer Cautley from we Indians.
Shekhar
New Delhi India
I proud British Engineer.
अतिउत्साह वर्ध क एवं अति उत्तम जानकारी बहुत बहुत👌 धन्यवाद कर्मठ इन
जीनयर को उसकी सोच को जै श्रीराम
@@chandrashekharshekhat3328 अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
Bahut acchi video hai ye engineering purpose se ❤❤
Wow such a visionary project done by Proby Kotly who completed Ganganahar🇮🇳💐🙏🙂
बेटे ४-वेद, १८-पुराण पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
वाकई ब्रिटिश सरकार ने भी भारत को सबल बनाया है,
The improvement and development done by British is far more than that of congress and BJP. The then PM of British has rightly said that power will be in wrong hands and chaos will upsurge. Compare the situation and one can find truth in his words.
Pahlibar British Sarkar ko Salam karta hu hamesha negative baat suni
They done everything which benefits them
Today our officials and leaders make projects to mint money... Estimates are revised and twisted......
Nikkame neta apni nakamio ko chipane ke liye burai karte hai,kyuki unko khud kuch karna nahi hai,bakbas ke alawa
congres se ache the angrej😁😁
@@vikkivagh2063 aur BJPee se Congress😜😜😜
Wonderful ❤🎉
Proby Thomas Cautley was a great Engineer who built the Gangnahar I know about Thomas Cautley great person indeed read about him.he convinced the British East India company to invest in the said project at that time nobody can imagine such things very hardwork of Proby Thomas Cautley we cannot forget his contribution but surprise nobody knows about him very good video first time highlights about great engineer Proby Thomas Cautley but thankless people of Haridwar not ready to recognise his contribution
बेटे ४-वेद, १८-पुराण और इन्जिनियर श्रीमान विश्वेसरैयाजी के बारे में पहले पढले, सनातन धर्म ही विज्ञान हे.😀
@@AkramKhan-iq7ot अंग्रेजो ने सबको समान अधिकार और समान शिक्षा देने का काम किया।
हिंदू धर्म में एससी एसटी और ओबीसी के साथ ही सवर्ण महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था । ऐसा हिंदू धर्म के वेद उपनिषद में भी लिखा है।
यह सब अंग्रेज़ो के कारण ही हो पाया।
लार्ड मैकाले ने बहुत सुधार किया।
गोलमेज सम्मेलन और पूना पैक्ट से अधिकार मिला।
गांधी तो विरोध में था ही।
सती प्रथा से महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता था। मंदिरों में देवदासी रखी जाती थी सोचो वो सभी महिलाएं एससी एसटी और ओबीसी की थी लेकिन देवदासी बनाकर शोषण करते समय वो अछूत नहीं थी????
महिलाओं को स्तन ढंकने का अधिकार नहीं था। बहुत ही ज्यादा कुप्रथा थी भारत में।
महान अंग्रेज नन दादी माता मंदिर टेरेसा ने जो कुष्ठ रोगियों के लिए किया भारतीय हमेंशा ऋणी रहेंगे।
अंग्रेजो ने अस्पताल, सड़क, बांध, बिजली, टेलिविजन, टेलिग्राफ, टेलिफोन, डाकघर, भारतीय रेल, हवाई अड्डे, सब कुछ तो अंग्रेजो का ही दिया हुआ है।
भारत के चार महानगर अंग्रेजो का ही बनाया है। गिनाने के लिए तो बहुत कुछ है,,,,,,,
आजकल पुल,बनते बनते ही टूट जाते हैं,अब टेक्नालॉजी का कमाल ।
very good work withreally life long strongness,waiting such work from our engineers, too.
British approach to engineering design and construction is marvelous,and most durable, these constructions have stood the test of time as can be seen anywhere in the country, experts are emphasizing , public is talking.
अरे भाई, वो किसी अंग्रेज ने डिझाईन बनाया होगालेकिन कारागीर तो हमारे भारतीय ही थे🇮🇳❤
I am salute to British team.
ज्यादा मत दिखाओ नही हो मोदी जी इसे भी बेंच देंगे
😂😂😂😂 right
Bilkul theek kaha aapne 👉
Pura osho g puri osho g ❤❤❤❤
Good job I salute who made this incredible Life line
आधुनिक भारत की नींव ही अंग्रेजों ने रखी थी वरना आज भी हम किसी राजा महाराजाओं के शासन में जी रहे होते
Hamesha.angrezo.ki.burai.suni.the.aaj.ye.video.dekh.kar.acha.laga