यह संविधान के खिलाफ सरकार एक देश के कानून की बात करते हैं और उत्तराखंड राज्य में निवास प्रमाण पत्र दो प्रकार के क्यों यह भेद-भाव क्यों। मैदानी क्षेत्र में जिला हरिद्वार उधमसिंह नगर नैनीताल का मैदानी क्षेत्र मैं स्थाई निवास प्रमाण पत्र और अन्य जिलों में मूल निवास प्रमाण पत्र हरिद्वार जिले और उधम सिंह नगर जिले के निवासी भी तो मूल निवासी हैं। जो 9 नवंबर सन 2000 से उत्तराखंड में रह रहे हैं उत्तराखंड के मूल निवासी भी होनी चाहिए। इस की लड़ाई लड़ी जाएगी उत्तराखंड में जिला हरिद्वार और उधम सिंह नगर में भी मूल निवास प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की जाएगी। और हमारे जनप्रतिनिधि विधायकों को भी विधान सभा में यह लड़ाई लड़नी चाहिए जो अत्यंत जरूरी है।
Hamare saath bhi yehi kuch ho rha hai sar je me apni beti ke liye jati prman patr banwa rha hu lekin usko kancil kar detey hai. Kiyo ki hamre papa je sichai vibhag ne saharanpur khara powar house me kam karte the jab uttrakhand bana wo dehradun aagye ab hamare paas koi jamin bhi nhi hai 35 saal purani fard kaha se laye. Aap ki baat bilku sahi hai.
अत्याचार जब बढने लगता है तब नयी क्रान्ति जन्म लेती है।
Very good analysis by Jude Saheb.
बिल्कुल सही जज साहब 👍
जब दर्द होता है तो कोई रोना चिल्लाने कोई नहीं
सीखाता....?
यह सोचना होगा।
बेरोजगारी आह! बहुत दुःख 🤔🤔
यह सरासर असंवैधानिक है..!!
नागरिकता को कमजोर करने का प्रयास है यह प्रावधान?
यह बेहद दुःखद है।😑
बहुत बढ़िया जज sahab
यह संविधान के खिलाफ
सरकार एक देश के कानून की बात करते हैं
और उत्तराखंड राज्य में निवास प्रमाण पत्र दो प्रकार के क्यों यह भेद-भाव क्यों। मैदानी क्षेत्र में जिला हरिद्वार उधमसिंह नगर नैनीताल का मैदानी क्षेत्र मैं स्थाई निवास प्रमाण पत्र और अन्य जिलों में मूल निवास प्रमाण पत्र
हरिद्वार जिले और उधम सिंह नगर जिले के निवासी भी तो मूल निवासी हैं। जो 9 नवंबर सन 2000 से उत्तराखंड में रह रहे हैं उत्तराखंड के मूल निवासी भी होनी चाहिए।
इस की लड़ाई लड़ी जाएगी उत्तराखंड में जिला हरिद्वार और उधम सिंह नगर में भी मूल निवास प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की जाएगी।
और हमारे जनप्रतिनिधि विधायकों को भी विधान सभा में यह लड़ाई लड़नी चाहिए जो अत्यंत जरूरी है।
Chutiyo haridwar us nagar up ke h na ki uttarakhandi log
Very nice coverage by Bayan T.V.
Very nice And informative 👍
उत्तराखंड में सो रखे हैं जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂
Hamare saath bhi yehi kuch ho rha hai sar je me apni beti ke liye jati prman patr banwa rha hu lekin usko kancil kar detey hai. Kiyo ki hamre papa je sichai vibhag ne saharanpur khara powar house me kam karte the jab uttrakhand bana wo dehradun aagye ab hamare paas koi jamin bhi nhi hai 35 saal purani fard kaha se laye. Aap ki baat bilku sahi hai.
Very good Sir
Sir bikhrit samaj ka kabhi bhi Vikas nahi hota.
85 percent khud hi jatgat bhawna ka shikar hai to dusre ko dosh dena uchit nahi hai.
जय भीम जय भारत जय संविधान
👍
Right
Good
जो 1950 से रह रहे उन्ही को आरक्षण दिया जाय उत्तराखंड मे
रिजर्वेशन बंद होना चाहिए जीरो नंबर वाले का सरकारी नोकरी में कोई जगह नही होनी चाहिए
जीरो नंबर से कौन लग गया। दे रिपोर्ट
ews ka ank talika par dhyan dai .
आरक्षण देना है तो योग्यता के आधार पर यह नहीं कि मात्र पास मार्क वाले को भी नोकरी में आरक्षण मिले
आरक्षण भी खाओ और बदनाम भी करो कब तक फिरीं का रोना रोओगे जज साहब
आरक्षण से चलो देश बर्बाद हो गया हैं मान लेता हूं। पर1950 से पहले ब्राह्मण और राजपूत वाले देश में विदेशी कैसे राज करके चले गए।