बहुत बहुत धन्यवाद हमारे सम्मानित आदरणीय प्रोफेसर रतन लाल जी आप इसे नजरों के बीच जो अपनी बात राखी बहुत सुंदर और स्वच्छ साफ़ सूत्री इस तरह से हमारे समाज के लोगों को सोचने समझने की क्षमता रखनी चाहिए शिक्षित के साथ साथ लीडरशिप तैयार करना एक अलग पहचान है बहुत बहुत धन्यवाद हमारे प्रोफेसर साहब को नमस्कार
आपको चाहिए कि रतनलाल से बोलो कि एक राजनीतिक पार्टी बनाएं और चलाकर दिखाए, क्योंकि शिक्षा देने से ज्यादा रणनीति में दिलचस्पी है। वैसे ये एक नंबर का चापलूस बन सकते हैं😂😂
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. क्यूंकि BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी अब बाप को Gyan denge .. बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
Respected Dr Ratan Lal Sahib apko koti koti salam.Ap desh ke DALITONKe masheeha hai,tatha gareebon,vanchit samajh ko jagrati karne ka kam kar rahei hai.shat shat NAMAN.dhanyawad.
कांग्रेस युग से निकल कर बसपा के युग में आए तो उस समय कांग्रेस का चमचा कहा जाता था लेकिन इस बीच में बीजेपी सत्ता में आई। अगर तुलना करे तो कांग्रेस मेरे हिसाब से बीजेपी से ज्यादा ठीक है क्योंकि बसपा तो 1984 में आई लेकिन उससे पहले दलितों का बहुत विकास कांग्रेस के समय में हो चुका था। बीजेपी तो श्रेष्ठता में विश्वास रखती है। वो श्रेष्ठ रहे और आप छोटे रहे तो सब ठीक है।@@LalitkumarVerma-t4f
रतन लाल जी को लाल सलाम। आपका पूरा भाषण बहुत ही उपयोगी है दलितों को तर्क वितर्क करने की आदत डालनी चाहिए दलित समाज को इंडिया गठबंधन कै साथ जाना चाहिए R SS और बीजेपी का खुल कर विरोध करना चाहिए गंगा जमुनी तहजीब जिंदाबाद अनुसूचित जाति जनजाति मुस्लिम ओबीसी और प्रगतिशील समाज की एकता जिंदाबाद
अल्पावधि रणनीतिक के तहत इंडिया गठबंधन। लंबी अवधि के लिए स्वावलंबी बहुजन गठबंधन होना चाहिए। लंबी अवधि के लिए राजनीति से ज्यादा सामाजिक आंदोलन पर विचार विमर्श होना चाहिए। बहुजन समाज में राजनीतिक चेतना का घोर अभाव है।बहुजन युवा,बुजुर्ग और महिलायें मनुवादी विचार धारा को जल्दी अपना लेते हैं।इसका कारण ये है कि मनुवादी जाल उन्हें दिखाई देता नहीं,दाने के तौर सब्जबाग दिखाई देता है।और, मनुवादी शिकारी के मनुवादी जाल में बहुजन शिकार बन जाते हैं।बहुजन समाज के सामाजिक नायकों और महानायकों की बड़ी जिम्मेदारी यह भी है कि बहुजनों को मनुवादी जाल में फंसने से पहले बहुजन विचार धारा से जोड़कर मजबूत कर दिया जाय। इसके लिए बहुजन समाज को प्राथमिक शिक्षा,माध्यमिक शिक्षा,उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करना होगा।जब तक शैक्षणिक विकास नहीं होगा तबतक बहुजन का उद्धार संभव नहीं।
बहुत ही सरल भाषा और तथ्यों के साथ विश्लेषण किया है डॉ रतनलाल सर ने अपने भाषण में,,सच मानों में आंबेडकरी विचारों और सिध्दांतों के साथ निडर होकर अपनी राय जतायी है जो काबिले तारीफ़ है 👏👌✍👍
ये रतनलाल rss का प्लान्टेड आदमी है मोदी सरकार बिरोध मे अगर कोई ब्याक्ति कमेटी भि करदेता है तो उसके ऊपर ईडी सी बी आई छापा डालदेती है और जेल मे डालदिया जाता और यह मोदी और बी जे पी का हर समय बिरोध करता है इस पर कोई कार्यवाही नही होती तो साफ जाहिर कि ये भगवा गिरोह का ब्याक्ती है
श्रीमान रतन सर जी,आपके प्रेरक एवं ओजस्वी मार्गदर्शन के लिए आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।आपका जीवन स्वस्थ सुखमय, दीर्घ, यशस्वी एवं हर प्रकार से मंगलमय हो।
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
ना नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी यही बात महाराष्ट्र के लोग मान्यवर कांशीराम साहब से कहते थे कि ये हो सकत नाही और मान्यवर कांशीराम साहब ने उ प्र में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बना कर सिद्ध किया कि ये हो सकत है
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
*प्रोफ़ेसर डॉ.रतन लाल सर आपने बोल्ड भाषण सुनाया है। आपकी बात से क्या हिन्दू दलित अंधभक्तों समझेंगे? बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद एवं हार्दिक बधाई हो एवं शुभकामनाएं मंगलकामनाएं करता हूं। बहुत बहुत शुक्रिया।
डा०रतन लाल -ज़िन्दाबाद! आईना दिखा रहे हैं -सच बता रहे हैं! हम लम्बे समय से कहते रहे हैं समाजवादी पार्टी और बसपा दोनों पार्टियां "बाबरी मस्जिद" के मलबे से पैदा हुइ? स्व.कांशीराम जी, पंजाब से आते थे। पंजाब में दलितों की लगभग 32% जनसंख्या बताई जाती है! बतौर सगंठनकर्ता उनका दिल से सम्मान था/ है और रहे गा। मेरा सवाल रहा है कि पंजाब में, सरकार छोड़, मुख्य विपक्षी दल का दर्जा तक नहीं दिला सके? क्यों?
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
Yeh Prof. Rattan Lal ji ,Ch. Sahib Kashi Ram ke Memorial Lecture mein bol rahein hai ya unki policies ki aalochana kar rahen hain .Lagta hai yeh to INC party ke liye prachar kar rahein hain. Yeh batein narm trike se bhi kahi ja sakti hain . Is lecture mein to Sahib Kanshi Ram ji aur unki BSP party ki achievements / uplavdhian batani chahiye ta ki Party workers ki honsala badhana chahiye . Prevalent circumstances ki karan alliance politics karne mein koi burai nahin hai. PM / CM banne ki soch mein koi burai nahin hai satta mein aane se hi apne samaj ka sudhar / tarakki hoga . Views are personal .
जो व्यक्ति अपनी पूरी जिंदगी लगाकर आपको शासक बना गया, इस दुनिया से अपने लिए कुछ भी नहीं लिया, उस पर उंगली उठाने से क्या भला हो सकता है? ऐसा आदमी हो पाना ही हर एक के बस की बात नहीं होती है. तो बजाय पीछे देखकर आलोचना के आगे के लिए बेहतर करने का प्रयास ज्यादा श्रेयस्कर होगा।
गांधीवाद की समिक्षा करनेवाले पुरे दुनिया मे है। गांधी को गाली देनेवाले की कमती नही है । बाबासाहेब कि समिक्षा करने के लिए ज्ञान और साहस की जरूरत है जो रतनलालजी नी दिखाई इसिलिए रतनलाल जी प्रशंसा के लिए पात्र है। धन्यवाद रतनलालजी सर🙏
प्रोफ़ेसर sir आप की बात to सच हैं परन्तु आप अपने को को जागरूक करने की बजय कांग्रेस का प्रचार और अपना दुष्प्रेचार कर रहे हैं आप एक इतिहास के बहुत ही जाने कार होने के बाद भी बात को और इतिहास को जिस तरीके से ब्यखान क़र रहे हैं ब्यखान से से आप कांग्रेस को बहुत ही अपर लेवल से देख़ रहे हैं
माननीय प्रोफेसर साहब जी वर्तमान में दलित राजनीति कैसे चलना चाहिए इस बात पर कोट करने की जरूरत है आप कांशीराम साहब को कोट कर रहे हो यदि भारत देश में कांशीराम साहब आंदोलन नहीं चलाता तो दलित लोगों का राजनीति में जो जोश चढा है और अपने आप को हम लोग पढ़े लिखे समझते हैं और जानकार समझकर हर व्यक्ति पार्टी बनाकर चल रहे है वह सब साहब कांशीराम जी के दम पर गरज रहे है नहीं तो हमारी औकात भारत देश में बाबासाहेब आंबेडकर के चले जाने के बाद कुछ नहीं था । बाबा साहेब और बहुजन समाज में जन्मे सभी महापुरुषों को जीवित करने में कांशीराम साहब का देन है। कांशीराम साहब को कोट करना अपने आप को ज्यादा समझदार मानना। प्रोफेसर साहब राजनीति में जो महापुरुष अपने जीवन में आंदोलन चलाते हैं उनके जीवित रहते तक ठीक चलता है उसके बाद आंदोलन में बिखराव आजाता है और उनके सही दिशा में नहीं चल पाता है।इसी बात को समझकर आंदोलन को दिशा देना चाहिए।
रतनलाल कांग्रेस की भक्ति और चमचा गिरी दोनो कर रहा है ऐसे लोग दलित समाज को फिर से गुलामु की ओर ले जाने की कोसिस कर रहा है ए दलित के नाम पर कलंक है इसे तो मनुवादी बिचारक काहना चाहिए ये समीक्षा नहीं चमचा गिरी कर रहा है
आवाज इंडिया ऐसे लोगों को बुलाती है । इस लिए आवाज इंडिया की विश्वसनीयता कम होती जा रही है। वैसे बसपा ने गदर काटा ये टाइटल देकर बसपा के फोटो झंडे लिए लोग कवर फोटो में दिखाए गए है लेकिन पूरे वीडियो में ऐसा कुछ भी नहीं दिखा। आवाज इंडिया भी अपना रिच बढ़ाने के लिए झूठ का सहारा लेने लगी है।
Many many thanks to Prof. Ratan Lal for not only raising vitol issues but also fighting for the causes of Dalits ,ST, SC and Minorities. Live Long Prof Ratan Lal.
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
मायावती ने यूं ़पी में बीजेपी आर एस एस का साथ लेकर बहुत विकास कार्य कराए और अकूत सम्पत्ति इक्ट्ठी कर ली। बीजेपी का मकसद कांग्रेस को यूं पी से बाहर करना थाऔर कामयाबी भी मिली फीर 2014=में बीजेपी ने दिल्ली में सरकार बना ली। अब माया के चमचे पैसा लेकर बीएसपी का प्रचार कर बीजेपी को जिताने का कार्य कर रही है।
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
कांग्रेस को उसकी गलती के लिए माफ नहीं करना है। समय और परिस्थित के अनुरूप कांग्रेस के साथ गठबंधन और जबरदस्त वारगेनिंग करना ही बेहतर राजनीतिक कदम होगा। CBI,ED,IT का भय हो तो फिर बहस ही बेकार है।
समाज के हक की लड़ाई में, मैं डरा नही दुश्मन की हाथापाई से। मैं लड़ता रहा आखरी सांस तक मंज़िल पाने के जश्तो जहत में, अंत में हार गया अपनों की ही बेवफाही से। चमचा युग Jai bsp.
जिसको नौकरी मिल गया है ,वो ज्ञानी बन गया है भाषण दे रहा है। उसे केवल अपना भाषण देना है।और चले जाना है। आम आदमी बहुत संघर्ष कर रहा है। वो कल भी अकेला था आज भी अकेला है। पंडाल में भाषण सुनने साथ जरूर बैठना पड़ता है लेकिन वास्तव में वो अकेला ही है।
काग्रेस ने बाबा साहब की विचारधारा को खत्म किया,साहब कांशी राम जी ने काग्रेश ! हिसाब बराबर !!आप जैसे हजारों रतन लाल काग्रेश सर के बल खड़ी हे पैरों पर खड़ा नहीं कर पाओगे!बाबासाहेब कांशीराम जी पर उंगली उठाते हो प्रो, बने फिर रहे हो
कांशीराम जी और बहुजन राजनीति में उनका योगदान समझने के लिए उनके आंदोलन में जिन्होंने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है ऐसे विद्वान वक्ता को बुलाना चाहिए था। जैसे प्रो विवेक कुमार सर। जिस प्रो रतनलाल का कभी bamcef,bsp से कभी भी कोई दूर दूर तक सम्बन्ध नहीं रहा वो क्या मिशन के बारे में बताएंगे। क्या अमन जी कांबले प्रो रतनलाल के बारे में जानते नहीं। ऐसे में अमन जी कांबले की मंशा पर सवाल उठाना गलत होगा? बैलेंस रहने के लिए प्रो विवेक कुमार सर को भी बुलाया करो। जय BSP।जय कांशीराम जी।जय भीम।
बहुत बेहतरीन विश्लेषण किया है रतन लाल सिर ने। कार्पोरेट यूनिवर्सिटी मीडिया व्यापार ठेकेदारी और पूंजीवाद में हिस्सेदारी के बिना दलित समाज प्रगति नहीं कर सकता।
बहुत बहुत धन्यवाद रतन लाल जी को जय भीम आपने भाषण देना अच्छा दे देते हैं मगर चलते नहीं है दलित नेता नेता जी को बुद्धि नहीं है कि हम सब एक होकर लडे मायावती भी बुध्दि मंद ब्राह्मण को पार्टी का अध्यक्ष बनाया था पहली सी एम् थी और कोई नहीं था बाकी तो छोटे मोटे नेता थे जय भीम जय मूलनिवासी जय भारत जय बुध्दि जय रविदास जी
अभी क्यों नहीं सरकार बन रहा है,भैया क्या हो गया है, कि सरकार की बात छोडो,एक न MLA है न सांसद है ! कहीं न कहीं कमजोडी है, उसे ठीक करो न बेबकुफों ! क्या हो गया INDIA ALLIANCE और ASP के साथ गठबंधन न करके विना अनभवी आकाश आनन्द को राजतंत्र की तरह उत्तराधिकारी बनाकर ?
शानदार सच्चाई वाला भाषण। कुछ तथाकथित अमेडकरवादी पूरी तरह मनुवाद के जाल में फंसता जा रहा है लेकिन लोगों थोड़े से फायदे पाकर उसी में खुश हो जाता है दूर की दृष्टि खोती जा रही है। लोगों को विचार बदलने चाहिए सावधान रहें मनुवाद से।
डा रतन लाल, जिन्दाबाद, जय जगत, जयभीम, बहुत ही मजबूत सटीक विश्लेषण है आपका। आपके प्रयासों से उम्मीद जाग रही है कि देश में हिन्दू राष्ट्र वादी ताकतों को सत्ता से बाहर किया जा सकता है। बहुत बहुत धन्यवाद
आंबेडकरवाद आज की तारीख में प्रभावहीन हो गया है। मैं खुद एक बुद्धिस्ट हूँ और बाबासाहेब आंबेडकर के मेसरबानी पर जी रहा हूँ, फिर भी मैं यह बात कर रहा हूँ। आज बाबासाहेब सिर्फ भाषणों का विषय बन गए है। बाबासाहेब नाम जप रहे और काम विपरीत कर रहे है।
डा. रतनलाल जैसे लोगों से बहुजन समाज को सावधान रहने की जरूरत है। यदि बाबा के मिशन को मान्यवर श्री कांशीराम साहब चलाये नहीं होते तो जिस कांग्रेस की रतनलाल वकालत कर रहे हैं,आज बाबा साहब को कांग्रेस दफन करने में कोई कसर नहीं छोड़ा।आज रतनलाल भी प्रोफेसर नहीं बनते।आज आप मान्यवर श्री कांशीराम की आलोचना कर रहे हैं।उनके इतना करके जरा दिखायें। रतनलाल जी दूसरों के बने बनाए स्टेज पर खड़े होकर भाषण देने से काम नहीं चलेगा।आप अपने को सो काल्ड इनटैलेक्चूअल मानते हैं तो कुछ करके दिखाओ। कांग्रेस का चमचा बनकर समाज को बहकाने का नाटक करना बंद करें।
डा रतन लाल सिर्फ एक शिक्षक है राजनेता नही और न संगठक है ये तो डा अंबेडकर की बैसाखी पर सवार है इनकी अपनी कोई बिचार धारा नही है और न कोई सोच समझ है खुद को इतिहास से जोडते है पर उसी इतिहास से ऐसा कुछ नही निकाल पाये जिससे सामाजिक परिवर्तन के साथ राजनीतिक परिवर्तन और आर्थिक परिवर्तन को एक नई सोच के साथ कुछ प्रयास करते । जैसे हमने भी 1993 मे पीएचडी और 2000 मे डी लिट किये हम 1857 पर काम करते है हम भी इनकी तरह कही प्रोफेसर बन गये होते हम ला आफ टोर्ट पर काम करते है जैसे लार्ड मैकाले के 1833 मे भारत आगमन पर भारत की अर्थ व्यवस्था 45 ट्रिलियन थी 28% जीडीपी और 35% एक्सपोर्ट था तभी भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था पर आज भारत की दुर्दशा ऐसी क्यो हो गई ये सिलेवरी की साईन है भारत की मुख्य समस्या भूख और भुखमरी है अब तक की सरकारे पूजीबादियो की पोषक रही है जिसके कारण रूपया लगातार डालर के मुकाबले गिर रहा है बिना ला आफ टोर्ट के कोई भी देश लोकतांत्रिक देश नही बन सकता है ये भारतीय आज तक नही जानते है आज अगर केंद्र इस ला को लागू कर दे तो 95% समस्याओ का ख़त्म हो जाए और सभी अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जाति और अन्य पिछडे वर्ग के अलावा सभी विमुक्त जन जाति दस करोड मुआवजा इंग्लैंड से और भारत सरकार से लेने की हकदार बन सकती है जनाब।
बहुत ही शानदार विश्लेषण किया है आपने। पूरे तथ्यों के साथ आपने जिस तरह से कथित कट्टर बहुजनवादियों को आँखें खोल देने वाला लेक्चर दिया है उसकी जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है।
मैं कहना चाहता हूं आप सभी से चमचा युग के नेता चमचा नेता डाल्टन का भलानिशु सस्ते आप अपना भला सोचते हैं आप बहन जी की एक बार ग्रोवर नहीं है आप कहां भूल हो डाल्टन को गुलामी में धकेल रहे हो रतन लाल जी होश में आओ जीवन एक बार मिलता है बहन जी भारत की अकेली नेता है जो दलितों की हित की है आप तो अपना घर भरना चाहते हो और बहन जी पूरा देश भरनाचाहती है मायावती जी जिंदाबाद जय भीम नमो बुद्धाय
रतन लाल जी, इतिहास के विद्यार्थी रहे हैं और इतिहास के शिक्षक भी हैं। दलित विषयों और पिछड़ों की लड़ाई के समसामयिक मुद्दों पर संघर्ष में शरीक भी होते हैं। बिहारी हैं तो आक्रामक भी है। स्वाभाविक रूप से ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत रहते हैं, लेकिन आत्म केंद्रित रहते हैं, दुःख की बात ये हैं कि बिहार के इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएट वाले दलित व्यक्ति, चाहे नौकरी करता हो या राजनीति करता है, इन्हीं की तरह समझदार है और बहुतेरे हैं। समीक्षा अच्छा करते हैं, लेकिन ढंग से बोल नही पाते हैं। हमारी समझदारी और जवाबदारी, किसी मंच पर ये होना चाहिए कि, वहां मैं नहीं हम होना चाहिए। हमें श्रोता को एक सूत्र में पिरोकर अपनी वाणी को एक उद्देश्य की प्राप्ति की ओर ले जाना चाहिए। सकारात्मकता को आगे बढ़ाने की जरूरत है। थोड़ी और परिपक्वता दिखाने की आवश्यकता है।
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
बहुत बहुत धन्यवाद हमारे सम्मानित आदरणीय प्रोफेसर रतन लाल जी आप इसे नजरों के बीच जो अपनी बात राखी बहुत सुंदर और स्वच्छ साफ़ सूत्री इस तरह से हमारे समाज के लोगों को सोचने समझने की क्षमता रखनी चाहिए शिक्षित के साथ साथ लीडरशिप तैयार करना एक अलग पहचान है बहुत बहुत धन्यवाद हमारे प्रोफेसर साहब को नमस्कार
दलित भाइयों की राजनीतिक आँखें खोलने वाला मार्गदर्शन।
आपको साधुवाद।
दलितों के बीच जाकर
उनके बीच में रहकर खुद का अनुभव नहीं है
किताबों से शब्द चुनकर लोगों में शब्दजाल छोड़ रहा है
अंबेडकरवाद से अनजान हैं ये व्यक्ति
GREAT SIR
आपको चाहिए कि रतनलाल से बोलो कि एक राजनीतिक पार्टी बनाएं और चलाकर दिखाए, क्योंकि शिक्षा देने से ज्यादा रणनीति में दिलचस्पी है।
वैसे ये एक नंबर का चापलूस बन सकते हैं😂😂
आज जो भी देश के मुख्यधारा में हैं वह बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की देन हैं।
Good address what is the Ambedkarism i. Understood in few words
You are trying about it
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. क्यूंकि BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
अब बाप को Gyan denge .. बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
❤❤❤❤❤jay samvidhàn
Jay mulnivasee
Nàmo buddhay❤❤❤❤❤
Kon mana karrahai
Lakin ambedkar sahab mission manyabar kansiram sahab ke badolat sare Desh main fela
Jo aj jaybhim bolte ho bo kansiram ji ka den hai
आप को कुछ पता ही नहीं है। इस ब्रह्मांड की रचना ही बाबा साहब ने की है। ये तो मनुवादी सब साज़िश करके भगवान का नाम लिख दिया।
माननीय डॉक्टर रतनलाल जी को बहुत-बहुत लाखों लाखों बार सलाम
अभिनं😊दन सर.
Respected Dr Ratan Lal Sahib apko koti koti salam.Ap desh ke DALITONKe masheeha hai,tatha gareebon,vanchit samajh ko jagrati karne ka kam kar rahei hai.shat shat NAMAN.dhanyawad.
प्रोफेसर रतनलाल जी के विचार तार्किक हैं जो बहुजनों के हित में हैं आज जो बीएसपी के नेता हैं वो लगभग सब स्वार्थी हैं.
Congress ki taraf se batting. Karata hai jisako kansiram chamcha kahate the.
कांग्रेस युग से निकल कर बसपा के युग में आए तो उस समय कांग्रेस का चमचा कहा जाता था लेकिन इस बीच में बीजेपी सत्ता में आई। अगर तुलना करे तो कांग्रेस मेरे हिसाब से बीजेपी से ज्यादा ठीक है क्योंकि बसपा तो 1984 में आई लेकिन उससे पहले दलितों का बहुत विकास कांग्रेस के समय में हो चुका था। बीजेपी तो श्रेष्ठता में विश्वास रखती है। वो श्रेष्ठ रहे और आप छोटे रहे तो सब ठीक है।@@LalitkumarVerma-t4f
@@dvSing-q2z bsp k neta swaethi ho sakte hai aur ye log maha swarthi hai.
सहमत
@@dvSing-q2z कौन स्वार्थी नहीं है ये भी बता दें.
रतन लाल जी को लाल सलाम।
आपका पूरा भाषण बहुत ही उपयोगी है
दलितों को तर्क वितर्क करने की आदत डालनी चाहिए
दलित समाज को इंडिया गठबंधन कै साथ जाना चाहिए
R SS और बीजेपी का खुल कर विरोध करना चाहिए
गंगा जमुनी तहजीब जिंदाबाद
अनुसूचित जाति जनजाति मुस्लिम ओबीसी और प्रगतिशील समाज की एकता जिंदाबाद
नीला सलाम।
बिल्कुल इंडिया गठबंधन मे शामिल होना चाहिए
लाल सलाम वालों को रतनलाल ने "हरे सांप" बोल दिया है।
अल्पावधि रणनीतिक के तहत इंडिया गठबंधन।
लंबी अवधि के लिए स्वावलंबी बहुजन गठबंधन होना चाहिए।
लंबी अवधि के लिए राजनीति से ज्यादा सामाजिक आंदोलन पर विचार विमर्श होना चाहिए।
बहुजन समाज में राजनीतिक चेतना का घोर अभाव है।बहुजन युवा,बुजुर्ग और महिलायें मनुवादी विचार धारा को जल्दी अपना लेते हैं।इसका कारण ये है कि मनुवादी जाल उन्हें दिखाई देता नहीं,दाने के तौर सब्जबाग दिखाई देता है।और, मनुवादी शिकारी के मनुवादी जाल में बहुजन शिकार बन जाते हैं।बहुजन समाज के सामाजिक नायकों और महानायकों की बड़ी जिम्मेदारी यह भी है कि बहुजनों को मनुवादी जाल में फंसने से पहले बहुजन विचार धारा से जोड़कर मजबूत कर दिया जाय। इसके लिए बहुजन समाज को प्राथमिक शिक्षा,माध्यमिक शिक्षा,उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करना होगा।जब तक शैक्षणिक विकास नहीं होगा तबतक बहुजन का उद्धार संभव नहीं।
Salute sir
Professor Ratan Lal is intellectual.His sociopolitical analysis is far beyond the understanding of common people. Thank you sir.
एकदम सही कहा डाक्टर साहब ने। बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत ही सरल भाषा और तथ्यों के साथ विश्लेषण किया है डॉ रतनलाल सर ने अपने भाषण में,,सच मानों में आंबेडकरी विचारों और सिध्दांतों के साथ निडर होकर अपनी राय जतायी है जो काबिले तारीफ़ है 👏👌✍👍
आप जैसे विद्वानों की इस देश को आवश्यकता है।
ये सत्य सुनना ही नही चाहते है जनाब इनमे सहनशीलता का अभाव है
जय भीम जय कांशीराम बहन जी ज़िंदाबाद बहन जी ज़िंदाबाद बहन जी ज़िंदाबाद बहन जी ज़िंदाबाद बहन जी ज़िंदाबाद।
अरे अंधभक्त 1 सीट तो जितवा देते लोकसभा में नहीं तो जमानत ही बचवा देते कुछ जगहों पर जमानत बची वो भी दोगले मुस्लिम के कारण नहीं तो भी नहीं बचती
मायावती, चंद्रशेखर आजाद, चिराग पासवान ओर आठवले बीजेपी से करोड़ों रुपए लेकर बीजेपी की सहायता करते है
तुम्हारे पास सबूत है नहीं मिला तो क्या हाल होगा
बाबासाहेब ने ऐसे ही नही कहा था कि हमें पढ़ें लिखे लोगों ने धोखा दिया इनके जैसे लोगों ने उस समय बाबा साहेब का विरोध करते थे
ये रतनलाल rss का प्लान्टेड आदमी है मोदी सरकार बिरोध मे अगर कोई ब्याक्ति कमेटी भि करदेता है तो उसके ऊपर ईडी सी बी आई छापा डालदेती है और जेल मे डालदिया जाता और यह मोदी और बी जे पी का हर समय बिरोध करता है इस पर कोई कार्यवाही नही होती तो साफ जाहिर कि ये भगवा गिरोह का ब्याक्ती है
Hum bsp ke saath the hai aur hamesha rahenge, Jai Bhim Jai bsp
श्रीमान रतन सर जी,आपके प्रेरक एवं ओजस्वी मार्गदर्शन के लिए आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।आपका जीवन स्वस्थ सुखमय, दीर्घ, यशस्वी एवं हर प्रकार से मंगलमय हो।
सही कहा रतनलाल जी ने! सच्चाई चुभती है आंबेडकरी चेलों को! जय भीम और लाल सलाम के सिवा कोई क्रांतिकारी विचारधारा नही है!
यह महापुरुषो की विचारधारा का गलत प्रचार कर रहे हैं । यह आधुनिक जगजीवन राम है ।
Bhajap Support Party ke Hramte.
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
@@Kavitatanwar274hindu ekta hone jaroore hai hindu ki jada party nhi bus bjp
सर आप एक पढ़े लिखे हैं आपकी बात बिल्कुल सोचनीय है समाज को पढ़े लिखे लोगों की ही जरूरत है।
ये पढ़े लिखे एक इतिहासकार हैं और इनकी समीक्षा बिल्कुल सही है।जो लोग इनका बिरोध कर रहे हैं पहले उनको इनके बराबर सोच रखें और तार्किक और सत्य बात रक्खे
ना नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी यही बात महाराष्ट्र के लोग मान्यवर कांशीराम साहब से कहते थे कि ये हो सकत नाही और मान्यवर कांशीराम साहब ने उ प्र में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बना कर सिद्ध किया कि ये हो सकत है
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
उसके बाद क्या हुआ।
Aaj Kahan gai vah BSP.
Brahman vadiyon ke liye banai gai thi yah party
Bsp 😂anda de rahi.ratanlal ki bat nahi samajhoge to Rss wala B.P.Sugar thik kar dega majduri karawake
@ShamimAkhtar-ce2px Right 👍
*प्रोफ़ेसर डॉ.रतन लाल सर आपने बोल्ड भाषण सुनाया है। आपकी बात से क्या हिन्दू दलित अंधभक्तों समझेंगे?
बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद एवं हार्दिक बधाई हो एवं शुभकामनाएं मंगलकामनाएं करता हूं। बहुत बहुत शुक्रिया।
One of the best lecture for Dalits in recent time! Keep up the fight Dr. Ratanlal👍
डा०रतन लाल -ज़िन्दाबाद!
आईना दिखा रहे हैं -सच बता रहे हैं!
हम लम्बे समय से कहते रहे हैं समाजवादी पार्टी और बसपा दोनों पार्टियां "बाबरी मस्जिद" के मलबे से पैदा हुइ?
स्व.कांशीराम जी, पंजाब से आते थे। पंजाब में दलितों की लगभग 32% जनसंख्या बताई जाती है! बतौर सगंठनकर्ता उनका दिल से सम्मान था/ है और रहे गा।
मेरा सवाल रहा है कि पंजाब में, सरकार छोड़, मुख्य विपक्षी दल का दर्जा तक नहीं दिला सके? क्यों?
बहन जी यू पी सरकार के सी एम रहते विदेशों में बच्चों को पढ़ाने भेजी ,स्कूल कालेज बनवाए
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
Padha likha hai yah nahin isko pata hai UP mein bahan Ji ne kya kya aur Pradesh mein jakar pradeshon mein ghoom ke sc OBC walon ke liye
ये शाला समाज का ग़द्दार है हमेशा बहन जो को ही टारगेट करता रहता है,
Yeh Prof. Rattan Lal ji ,Ch. Sahib Kashi Ram ke Memorial Lecture mein bol rahein hai ya unki policies ki aalochana kar rahen hain .Lagta hai yeh to INC party ke liye prachar kar rahein hain. Yeh batein narm trike se bhi kahi ja sakti hain . Is lecture mein to Sahib Kanshi Ram ji aur unki BSP party ki achievements / uplavdhian batani chahiye ta ki Party workers ki honsala badhana chahiye . Prevalent circumstances ki karan alliance politics karne mein koi burai
nahin hai. PM / CM banne ki soch mein koi burai nahin hai satta mein aane se hi apne samaj ka sudhar / tarakki hoga . Views are personal .
अच्छा तो वो छात्र कहां है? क्या तीर मारा उन्होंने?
जो व्यक्ति अपनी पूरी जिंदगी लगाकर आपको शासक बना गया, इस दुनिया से अपने लिए कुछ भी नहीं लिया, उस पर उंगली उठाने से क्या भला हो सकता है?
ऐसा आदमी हो पाना ही हर एक के बस की बात नहीं होती है. तो बजाय पीछे देखकर आलोचना के आगे के लिए बेहतर करने का प्रयास ज्यादा श्रेयस्कर होगा।
Sahi kaha. Ambedkar ki Congress ka virodh na kare. Support kare.
आपको कभी गांधीबाद का समीक्षा करते नहीं सुना
गांधीवाद को धोने वाला कोई विचारधारा मौजूद नहीं है। पूना पैक्ट के अलावा गांधी ने हमसे कुछ नहीं छीन सका। और उनके बदले बहुत कुछ मिला भी।
chamche ho tum
गांधीवाद की समिक्षा करनेवाले पुरे दुनिया मे है। गांधी को गाली देनेवाले की कमती नही है । बाबासाहेब कि समिक्षा करने के लिए ज्ञान और साहस की जरूरत है जो रतनलालजी नी दिखाई इसिलिए रतनलाल जी प्रशंसा के लिए पात्र है। धन्यवाद रतनलालजी सर🙏
DR RATAN LAL IS GREAT THINKER
बहुत बढ़िया प्रोफेसर रतन लाल जी सच बोलना सबके बस की बात नहीं है। इसीलिए इस धरती पर कुछ मानवता बची हुई है।
प्रोफ़ेसर sir आप की बात to सच हैं परन्तु आप अपने को को जागरूक करने की बजय कांग्रेस का प्रचार और अपना दुष्प्रेचार कर रहे हैं आप एक इतिहास के बहुत ही जाने कार होने के बाद भी बात को और इतिहास को जिस तरीके से ब्यखान क़र रहे हैं ब्यखान से से आप कांग्रेस को बहुत ही अपर लेवल से देख़ रहे हैं
Congress ney sc st. Ko 50000 laks ko service de
माननीय प्रोफेसर साहब जी वर्तमान में दलित राजनीति कैसे चलना चाहिए इस बात पर कोट करने की जरूरत है आप कांशीराम साहब को कोट कर रहे हो यदि भारत देश में कांशीराम साहब आंदोलन नहीं चलाता तो दलित लोगों का राजनीति में जो जोश चढा है और अपने आप को हम लोग पढ़े लिखे समझते हैं और जानकार समझकर हर व्यक्ति पार्टी बनाकर चल रहे है वह सब साहब कांशीराम जी के दम पर गरज रहे है नहीं तो हमारी औकात भारत देश में बाबासाहेब आंबेडकर के चले जाने के बाद कुछ नहीं था । बाबा साहेब और बहुजन समाज में जन्मे सभी महापुरुषों को जीवित करने में कांशीराम साहब का देन है। कांशीराम साहब को कोट करना अपने आप को ज्यादा समझदार मानना। प्रोफेसर साहब राजनीति में जो महापुरुष अपने जीवन में आंदोलन चलाते हैं उनके जीवित रहते तक ठीक चलता है उसके बाद आंदोलन में बिखराव आजाता है और उनके सही दिशा में नहीं चल पाता है।इसी बात को समझकर आंदोलन को दिशा देना चाहिए।
Baba saheb ne kha h kisi ki bhakti nhi karni chahiye
रतनलाल कांग्रेस की भक्ति और चमचा गिरी दोनो कर रहा है ऐसे लोग दलित समाज को फिर से गुलामु की ओर ले जाने की कोसिस कर रहा है ए दलित के नाम पर कलंक है इसे तो मनुवादी बिचारक काहना चाहिए ये समीक्षा नहीं चमचा गिरी कर रहा है
बेवकूफो की फौज है बसपा
आवाज इंडिया ऐसे लोगों को बुलाती है । इस लिए आवाज इंडिया की विश्वसनीयता कम होती जा रही है।
वैसे बसपा ने गदर काटा ये टाइटल देकर बसपा के फोटो झंडे लिए लोग कवर फोटो में दिखाए गए है लेकिन पूरे वीडियो में ऐसा कुछ भी नहीं दिखा।
आवाज इंडिया भी अपना रिच बढ़ाने के लिए झूठ का सहारा लेने लगी है।
Anti bjp se jada anti bsp he 😂😂
VERY VERY NICE SPEECH..THANK YOU VERY MUCH TO RATAN LAL JEE
Many many thanks to Prof. Ratan Lal for not only raising vitol issues but also fighting for the causes of Dalits ,ST, SC and Minorities. Live Long Prof Ratan Lal.
दीमाग।और। हुनरवाले
ही
अपने। ही। समाज। में।चमचा। आप। जैसे।लोग
है।
Anpadh RSS Sanghi Dalit 😂😂😂😂
अंधभक्त भी तेरे जैसे ही लोग हैँ इस समाज काँवर उठाने वाले
मायावती, चंद्रशेखर आजाद, चिराग पासवान ओर आठवले बीजेपी से करोड़ों रुपए लेकर बीजेपी की सहायता करते है
रतन लाल के अनुसार बीएसपी को सिर्फ सामाजिक संगठन रहना चाहिए
@@Rdr2024RVA bsp ko samne se bjp se ghathbandhan krna chahiye ,
Bsp जिस थाली मे खाती उसी मे छेद करती जनता समझ चुकी है दलित अन्धभक्त जितना जल्दी समझले उसी के लिए अच्छा है
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
जिंदगी में पहली बार प्रोफेसर रत्न लाल ने समझदारी की बात की है
प्रोफेसर डा0 रतन लाल साहब का कथन शतप्रतिशत सत्य है ऐसे व्यक्ति को लोकसभा का सदस्य होना चाहिए ।हम लोगो की बात उच्चसदन में रख सकेंगे।
मायावती ने यूं ़पी में बीजेपी आर एस एस का साथ लेकर बहुत विकास कार्य कराए और अकूत सम्पत्ति इक्ट्ठी कर ली। बीजेपी का मकसद कांग्रेस को यूं पी से बाहर करना थाऔर कामयाबी भी मिली फीर 2014=में बीजेपी ने दिल्ली में सरकार बना ली। अब माया के चमचे पैसा लेकर बीएसपी का प्रचार कर बीजेपी को जिताने का कार्य कर रही है।
तुम्हारे कांग्रेसीयो ने ओबीसी का आरक्षण लागू क्यों नहीं हुआ।
मान्यवर साहब अमर रहें
सबसे पहले ये बताओ कांग्रेस ने दलितों का पृथक निर्वाचन क्यो छीना और पिछडो को आरक्षण क्यो नही दिया।
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
अब तो कुछ ज्यादा मिल गया है। 😂😂😂😂
@@sauravyadav4600 अखिलेश यादव को भी मिलेगा क्योकि काग्रेस बीजेपी की बाप है।
पृथक निर्वाचन क्षेत्र और आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर वारगेनिंग तो किया ही जा सकता है।
कांग्रेस को उसकी गलती के लिए माफ नहीं करना है।
समय और परिस्थित के अनुरूप कांग्रेस के साथ गठबंधन और जबरदस्त वारगेनिंग करना ही बेहतर राजनीतिक कदम होगा।
CBI,ED,IT का भय हो तो फिर बहस ही बेकार है।
बहुत ही सुन्दर स्पिच है डॉ रतनलाल जी आप ने नमो बुद्धाय जय संविधान जय भीम
सटिक विश्लेषण सर
धन्यवाद जयभीम
समाज के हक की लड़ाई में, मैं डरा नही दुश्मन की हाथापाई से।
मैं लड़ता रहा आखरी सांस तक मंज़िल पाने के जश्तो जहत में, अंत में हार गया अपनों की ही बेवफाही से।
चमचा युग
Jai bsp.
जिसको नौकरी मिल गया है ,वो ज्ञानी बन गया है
भाषण दे रहा है।
उसे केवल अपना भाषण देना है।और चले जाना है।
आम आदमी बहुत संघर्ष कर रहा है।
वो कल भी अकेला था
आज भी अकेला है।
पंडाल में भाषण सुनने साथ जरूर बैठना पड़ता है लेकिन वास्तव में वो अकेला ही है।
Aam adami ka istemal hi rajniti hai.chahe baba saheb ke naam par ho ,chahe gandhi ke naam sabka uddeshya ek hota hai khud ke liye paisa pad aur dhak.
काग्रेस ने बाबा साहब की विचारधारा को खत्म किया,साहब कांशी राम जी ने काग्रेश ! हिसाब बराबर !!आप जैसे हजारों रतन लाल काग्रेश सर के बल खड़ी हे पैरों पर खड़ा नहीं कर पाओगे!बाबासाहेब कांशीराम जी पर उंगली उठाते हो प्रो, बने फिर रहे हो
Dhanyavad Sir Profesar Ratanlal Apki Bat me Takat Hai Apki Samjdari Lajavab Hai Jaybhim
Satya ko ujagar karne ke liye bhai Ratan Lal ji bahut bahut dhanyvad
❤ Se pranam sir...Ratanlal ji..
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Great news.....
कांशीराम जी और बहुजन राजनीति में उनका योगदान समझने के लिए उनके आंदोलन में जिन्होंने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है ऐसे विद्वान वक्ता को बुलाना चाहिए था। जैसे प्रो विवेक कुमार सर। जिस प्रो रतनलाल का कभी bamcef,bsp से कभी भी कोई दूर दूर तक सम्बन्ध नहीं रहा वो क्या मिशन के बारे में बताएंगे। क्या अमन जी कांबले प्रो रतनलाल के बारे में जानते नहीं। ऐसे में अमन जी कांबले की मंशा पर सवाल उठाना गलत होगा? बैलेंस रहने के लिए प्रो विवेक कुमार सर को भी बुलाया करो। जय BSP।जय कांशीराम जी।जय भीम।
रतनलाल आप कांग्रेस के चमचे ही हो
जब pressure group के तहत आजकल राजनीति हो सकती है, तो इन महोदय को सर्वजन की राजनीति से क्या दिक्कत है..
बहुत बेहतरीन विश्लेषण किया है रतन लाल सिर ने। कार्पोरेट यूनिवर्सिटी मीडिया व्यापार ठेकेदारी और पूंजीवाद में हिस्सेदारी के बिना दलित समाज प्रगति नहीं कर सकता।
Main professor sahab ki baton se ekadam 100% sahmat hu
Ganta 😂😂
ajitkumar pandit😂😂😂😂
@@e-tutorial8903 chamcha hai 😄🤓
@@e-tutorial8903chamche😀😀
Congress ka agent se kaun sahmat hoga jo chamcha hoga wahi kansiram khud kahate the.
यह तो भाजपा का चमचा है, सर्व समाज के संम्मान में बहन जी मैदान में, next PM बहन कुमारी मायावती जीन्दा बाद, जय भीम नामों बुद्धाय
Yahi naara lagakar aur gala faadkar hi PM banawoge ?
आज बहुजन महापुरुषो के बारे मे आप जान रहे हैं यह देन मान्यवर साहब की है।
Aaj bahut din ke bad yek aisa video Mila jise sunane ka man kiya adbhut adbhut adbhut 🎉
बौद्ध दर्शन शास्त्र और मानवता वादी में स्थित ज्ञान प्राप्त करना जरूरी है 🌄
ऐसे ही लोगों ने मान्यवर साहब का साथ नहीं दिया।
रतन लाल जी के बोलने से किसके पिछवाड़े जलन हो रही है ये हम लोग जानते हैं रतन लाल जी एक अच्छे बहुजन वक्ता हैं इसलिए भक्तों की जलती हुई है
बसपा से रतन के पिछवाङे मिर्ची लग रही है।
मेहनत कर रहा है कि कांग्रेस राज्य सभा मे भेज दे
रेत का महल बना रहे है महाशय
Absolutely correct 💯
Excellent Analysis 🎉✅
बहुत बहुत धन्यवाद रतन लाल जी को जय भीम आपने भाषण देना अच्छा दे देते हैं मगर चलते नहीं है दलित नेता नेता जी को बुद्धि नहीं है कि हम सब एक होकर लडे मायावती भी बुध्दि मंद ब्राह्मण को पार्टी का अध्यक्ष बनाया था पहली सी एम् थी और कोई नहीं था बाकी तो छोटे मोटे नेता थे जय भीम जय मूलनिवासी जय भारत जय बुध्दि जय रविदास जी
आयरन लेडी बहन कुमारी मायावती जी जिन्दाबाद माननीय आकाश आनन्द जी जिन्दाबाद
मायावती डोंगी औरत हैं, आकाश आनंद PAPPU हैं
Ghanta
ये भी चमचा गीरी का प्रमाण है कि समाज की दलाली करने वाली बाहमनो की गोद मे बैठने वाली को आयरन लेडी लिख रहे है जनाब
The best ratan lal ji
. Very very excited effective and appropriately speech. Jay bheem.
Bsp झिंदाबाद
Excellent speech
I am 100% agree your speech
Prof. Ratan Lal sir is great critic & eye opener for Dalit society of our country . I have great respect for you sir 👍
2007 मे अकेले सरकार बनाकर दिखा दिया। भूल गये।
अभी क्यों नहीं सरकार बन रहा है,भैया क्या हो गया है, कि सरकार की बात छोडो,एक न MLA है न सांसद है ! कहीं न कहीं कमजोडी है, उसे ठीक करो न बेबकुफों ! क्या हो गया INDIA ALLIANCE और ASP के साथ गठबंधन न करके विना अनभवी आकाश आनन्द को राजतंत्र की तरह उत्तराधिकारी बनाकर ?
RSS ने बनवाई थी
कांग्रेस को कमजोर करने के लिए मायावती को आगे लाया गया ,rss ki चाल में फंस गई।
Bsp only
" Pro RATAN LAL IS A GREAT SCHOLAR AND IS THE PRIDE OF SOCIETY " 🙏
ये भी सिर्फ भाजपा काग्रेस तक ही सीमित है समाज वाद से बहुत परे है ।
शानदार सच्चाई वाला भाषण। कुछ तथाकथित अमेडकरवादी पूरी तरह मनुवाद के जाल में फंसता जा रहा है लेकिन लोगों थोड़े से फायदे पाकर उसी में खुश हो जाता है दूर की दृष्टि खोती जा रही है। लोगों को विचार बदलने चाहिए सावधान रहें मनुवाद से।
डॉ रतन लाल जी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए
डा रतन लाल, जिन्दाबाद, जय जगत, जयभीम, बहुत ही मजबूत सटीक विश्लेषण है आपका। आपके प्रयासों से उम्मीद जाग रही है कि देश में हिन्दू राष्ट्र वादी ताकतों को सत्ता से बाहर किया जा सकता है। बहुत बहुत धन्यवाद
जो अधिकार के लिए लड़ने और जेल जाने से डरेगा वह किसी समाज का नेता नही हो सकता ,
Dr Ratan lal ji very correct and true ❤❤
Most wonderful and eye opening lecture.... Congratulations
Professor Ratanlal's views are quite right,I am fully agree with these.
.. Gopal Mahip
प्रोफेसर रतन लाल जी का तारक बिल्कुल सत्य है
मा.रतनलाल सर
सविनय क्रांतिकारक जयभिम
आप काँग्रेस और मनुवादीयो की बहुत अच्छी वकालत करते हो. हम आंबेडकराईट पोलिटिक्स सक्सेस करेगे.
आज न बिकने वाला समाज 9% से ज्यादा देश में तैयार है। यह न बिकने वाला समाज 70 % तैयार होने मे अब देर नही होगी।
Well said Dr.Ratan Sir
आंबेडकरवाद आज की तारीख में प्रभावहीन हो गया है।
मैं खुद एक बुद्धिस्ट हूँ और बाबासाहेब आंबेडकर के मेसरबानी पर जी रहा हूँ, फिर भी मैं यह बात कर रहा हूँ। आज बाबासाहेब सिर्फ भाषणों का विषय बन गए है। बाबासाहेब नाम जप रहे और काम विपरीत कर रहे है।
प्रमुख कारण सभी डा अंबेडकर की फोटो लगाकर भोलेभाले समाज को गुमराह कर उसके सौदागरो की भरमार है जनाब।
डा. रतनलाल जैसे लोगों से बहुजन समाज को सावधान रहने की जरूरत है। यदि बाबा के मिशन को मान्यवर श्री कांशीराम साहब चलाये नहीं होते तो जिस कांग्रेस की रतनलाल वकालत कर रहे हैं,आज बाबा साहब को कांग्रेस दफन करने में कोई कसर नहीं छोड़ा।आज रतनलाल भी प्रोफेसर नहीं बनते।आज आप मान्यवर श्री कांशीराम की आलोचना कर रहे हैं।उनके इतना करके जरा दिखायें। रतनलाल जी दूसरों के बने बनाए स्टेज पर खड़े होकर भाषण देने से काम नहीं चलेगा।आप अपने को सो काल्ड इनटैलेक्चूअल मानते हैं तो कुछ करके दिखाओ। कांग्रेस का चमचा बनकर समाज को बहकाने का नाटक करना बंद करें।
डा रतन लाल सिर्फ एक शिक्षक है राजनेता नही और न संगठक है ये तो डा अंबेडकर की बैसाखी पर सवार है इनकी अपनी कोई बिचार धारा नही है और न कोई सोच समझ है खुद को इतिहास से जोडते है पर उसी इतिहास से ऐसा कुछ नही निकाल पाये जिससे सामाजिक परिवर्तन के साथ राजनीतिक परिवर्तन और आर्थिक परिवर्तन को एक नई सोच के साथ कुछ प्रयास करते ।
जैसे हमने भी 1993 मे पीएचडी और 2000 मे डी लिट किये हम 1857 पर काम करते है हम भी इनकी तरह कही प्रोफेसर बन गये होते हम ला आफ टोर्ट पर काम करते है जैसे लार्ड मैकाले के 1833 मे भारत आगमन पर भारत की अर्थ व्यवस्था 45 ट्रिलियन थी 28% जीडीपी और 35% एक्सपोर्ट था तभी भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था पर आज भारत की दुर्दशा ऐसी क्यो हो गई ये सिलेवरी की साईन है भारत की मुख्य समस्या भूख और भुखमरी है अब तक की सरकारे पूजीबादियो की पोषक रही है जिसके कारण रूपया लगातार डालर के मुकाबले गिर रहा है बिना ला आफ टोर्ट के कोई भी देश लोकतांत्रिक देश नही बन सकता है ये भारतीय आज तक नही जानते है आज अगर केंद्र इस ला को लागू कर दे तो 95% समस्याओ का ख़त्म हो जाए और सभी अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जाति और अन्य पिछडे वर्ग के अलावा सभी विमुक्त जन जाति दस करोड मुआवजा इंग्लैंड से और भारत सरकार से लेने की हकदार बन सकती है जनाब।
प्रोफेसर रतनलाल जी सबका दिमाग खोल दिए।बहुजन वर्ग को इस सच्चे इंसान का विरोध नहीं करना चाहिए।
बहुत ही शानदार विश्लेषण किया है आपने। पूरे तथ्यों के साथ आपने जिस तरह से कथित कट्टर बहुजनवादियों को आँखें खोल देने वाला लेक्चर दिया है उसकी जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है।
You are real and right
वैरी गुड श्री रतन लाल जी। आपके स्पष्ट बोलनें की सराहना करता हूं।
डॉ रतन लाल जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं ... धन्यवाद।
100% सही कहा है आपने
Prof. Ratan lalji obslutely right.
Dr. Ratan Lal ne sahi kaha hai. Bahujan samaj apni priority education, skills and jobs ko banae.
Super super super Saheb 👍👍👍 veri nice Saheb speech
मैं मायावती का भक्त नहीं हूँ, लेकिन रतनलाल के विश्लेषण से मेरी गहरी असहमति है।
Kis baat se
मैं कहना चाहता हूं आप सभी से चमचा युग के नेता चमचा नेता डाल्टन का भलानिशु सस्ते आप अपना भला सोचते हैं आप बहन जी की एक बार ग्रोवर नहीं है आप कहां भूल हो डाल्टन को गुलामी में धकेल रहे हो रतन लाल जी होश में आओ जीवन एक बार मिलता है बहन जी भारत की अकेली नेता है जो दलितों की हित की है आप तो अपना घर भरना चाहते हो और बहन जी पूरा देश भरनाचाहती है मायावती जी जिंदाबाद जय भीम नमो बुद्धाय
बहुत बुद्धीवादी विवेकवादी तर्कशुद्ध भाषण . । बहुत बहुत धन्यवाद प्रा रतनलाल जी । बहुत बहुत शुकिया ।
Ganta basan
@@AjitKumar-cw6rupandit ji 😂😂😂
@@e-tutorial8903 chamche 😀😀
प्रो●डॉ●रतन लाल जी आप जैसे शोसल ऐक्टिविस्ट लोग मंच से दलित दलित शब्दों के प्रबोधन से भाषण शुरू करते है और अन्त भी इसी शब्द से होता है।
रतन लाल जी, इतिहास के विद्यार्थी रहे हैं और इतिहास के शिक्षक भी हैं।
दलित विषयों और पिछड़ों की लड़ाई के समसामयिक मुद्दों पर संघर्ष में शरीक भी होते हैं। बिहारी हैं तो आक्रामक भी है। स्वाभाविक रूप से ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत रहते हैं, लेकिन आत्म केंद्रित रहते हैं, दुःख की बात ये हैं कि बिहार के इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएट वाले दलित व्यक्ति, चाहे नौकरी करता हो या राजनीति करता है, इन्हीं की तरह समझदार है और बहुतेरे हैं।
समीक्षा अच्छा करते हैं, लेकिन ढंग से बोल नही पाते हैं। हमारी समझदारी और जवाबदारी, किसी मंच पर ये होना चाहिए कि, वहां मैं नहीं हम होना चाहिए। हमें श्रोता को एक सूत्र में पिरोकर अपनी वाणी को एक उद्देश्य की प्राप्ति की ओर ले जाना चाहिए।
सकारात्मकता को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
थोड़ी और परिपक्वता दिखाने की आवश्यकता है।
ब्रिजेश जी सही बोला इसने कभी गांधींवाद कि समीक्षा पर भाषण नहीं दिया 😂😂😂😂
हमारे बहुजन अपनी कितनी पार्टी बनाएंगे.. बनाते रहो... इसलिए ही मान्यवर साहब कांशीराम जी कह कर गए थे नीले झंडे वाले बहुत बहरूपिया आयेंगे लेकिन अपना वही होगा जिस झंडे पर हाथी होगा... ये सभी मान्यवर से आगे पहुंच गए है.... जैसे समाज बाबा साहब की नहीं मानता ऐसे ही मान्यवर साहब की भी नहीं मानेगा पता है.. BSP मतलब मान्यवर कांशीराम जी
बाप बाप होता है... जो बाप का बाप बनता है सच्च में ऐसे लोगों के बहुत घटिया संस्कार है... और ये मानेगे bhi👍नहीं अगर इतने hi👍 समझदार होते तो... अपने बाप को ही बर्बाद करने की योजना नहीं करते... 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
Very impressive analysis n presentation
Great academician of india, Prof.Ratan Lal, salute ❤🎉
बहुत सही कहा आपने भाई....!
Prof Dr Ratan lalji desh ke hit ki baat kah rahe hai very reality speach