वर्तमान समय में कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज जी से नाम (मंत्र) उपदेश लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से मौत के मुँह में गये लोगों को एक बार पुनः जीवन दान मिला।
संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान को समझ कर जिसने भी संत जी से नाम दीक्षा ग्रहण की वो आज तन मन धन से सुखी और स्वस्थ हैं। Kabir is God
সত্গুরু (তত্ত্বদর্শী সন্ত) -এর শরণাগত হয়ে দীক্ষা নিলে সমস্ত পাপ কর্মের কষ্ট দূর হয়। তারপর না প্রেত হতে হয়, না গাধা-বলদ হতে হয়। সত্যলোক প্রাপ্তি হয়, যেখানে কেবল সুখ রয়েছে, কোনো দুঃখ নেই।
श्री गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कबीर परमेश्वर की महिमा गाते हुए कहा है कि - हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार। नानक बुगोयद जनु तुरा, तेरे चाकरां पाखाक
ঋগ্বেদ মণ্ডল ৯, সূক্ত ৮২, মন্ত্র ১ এবং ঋগ্বেদ মণ্ডল ৯, সূক্ত ৯৫, মন্ত্র ১-৫ অনুযায়ী পরমাত্মা সাকার মানব সদৃশ্য। তিনি রাজা সম দেখার মতো এবং সত্লোক-এ তেজোময় শরীরে বিদ্যমান আছেন। তাঁর নাম কবিরদেব (কবীর)।
कबीर, मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारम्बार। तरूवर से पत्ता टूट गिरे, बहुर न लगता डारि।। अर्थात मनुष्य जन्म का मिलना अत्यंत दुर्लभ है। इसे आत्महत्या करके ऐसे ही नष्ट नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसी मानव शरीर में भक्ति करके सनातन परम धाम को प्राप्त कर सकते हैं जहाँ परम शांति है। কবীর, মানুষ জন্ম দুর্লভ হৈ, মিলে ন বারম্বার। তরুবর সে পত্তা টুট গিরে, বহুর ন লগতা ডারি ।। অর্থাৎ মনুষ্য জন্ম পাওয়া অত্যন্ত দুর্লভ। আত্মহত্যা করে এভাবে ধ্বংস তা করা উচিত নয়। কারণ এই মানব শরীরেই ভক্তি করে চিরন্তন পরম ধাম লাভ করা যায় যেখানে পরম শান্তি আছে।
তিনি কি যীশুই ছিলেন,যিনি কবর থেকে উঠেছিলেন? না, যিনি কবর থেকে বেরিয়েছিলেন তিনি যীশু ছিলেন না।তিনি পূর্ণ পরমেশ্বর কবীর সাহেব ছিলেন। যীশুর অনুগামীদের বিশ্বাস বজায় রাখতে যীশু রূপে প্রকট হয়েছিলেন। অন্যথায়,তার অনুগামীরা ঈশ্বরের প্রতি বিশ্বাস হারিয়ে ফেলত এবং নাস্তিক হয়ে যেত। क्या वह यीशु थे जो कब्र से निकले थे? नहीं, वह यीशु नहीं थे जो कब्र से निकले थे। वे पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब थे, जो उनके अनुयायियों का विश्वास बनाए रखने के लिए यीशु के रूप में प्रकट हुए थे। अन्यथा उनके अनुयायियों ने भगवान में विश्वास खो दिया होता और नास्तिक बन गए होते।
HAR HAR MAHADEV.NO ONE HAVE THE RIGHT TO CRITICIZE ANY RELIGION OK.INDIAN CONSTITUTION ONLY GIVE THE RIGHT TO PROFESS ,PRACTICE AND PROPAGATE ANY RELIGION BUT NOT TO CRITIZE ANY OF THEM.
Na akhane criticised kora hochche na kuno religion ke, portek ti jinis proman ar sathe,sant rampalji maharaj amader portak ti dhormo grontho abong sastro promanito gyan bolchen ba bhokti dichchen jar fole onar crore o anuyai der adhiyatik sob prokarer labh hochche,manusik,sangsarik, saririk sob dhoren...jeta ager sastro biruddho bhokti korai sombhob hochchilo na
“ধরতী উপর স্বর্গ”পুস্তকের মাধ্যমে সন্ত রামপাল জী মহারাজ যৌতুক/পণ প্রথাকে সম্পূর্ণভাবে নষ্ট করার মূল মন্ত্র দিয়েছেন। "धरती ऊपर स्वर्ग" पुस्तक के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज ने दहेज कुप्रथा के समूल नाश का मूल मंत्र दिया है।
Sat Sahib Bandi chhod satguru Rampal Maharaj ki Jay Ho 🙏🙏🙏🙏
Bandi chhod satguru Rampal Ji Maharaj ki Jay
Sat,Saheb, satguru debki ki jay
Supreme God Is Kabir Saheb 🙏🙏
Very nice information sant Rampal Maharaj ji ki
Bandichhode Sat Guru Rampal Ji Maharaj ki Jai ho 🙏🙏
Bandi Chhor Satguru Rampal Ji bhagwan ki jai ho.
Sat Saheb
❤❤❤🙏🌹🌹🌹🌹🙏
Sant rampalji maharaj is Only true spritual leader who gives us spritual knowledge according to our holy books and scriptures.
बोलो सद्गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
Very nice
Sat ahead
Amazing information
💞🙏🏻💞
Wow
❤❤❤❤
Nice interview
সন্ত রামপাল জী মহারাজের বলা সতভক্তি করে, আজ লক্ষ লক্ষ পরিবার রোগ মুক্ত হয়ে সুখী জীবন-যাপন করছে এবং আমিও করছি।
सतगुरु के बिना,जितना भी गीता पढ़िए लेकिन समझ में नहीं आएगा इस समय संत रामपाल जी महाराज केवल सतगुरु है।
Sant Rampal ji maharaj puran parmatma ka Awtar hai
Sant Rampal ji maharaj is the only true spiritual sadguru who provides knowledge about Almighty God with proofs from holy books of all religions
Nice
Anmol interview
🙏Kabir Is God 🙏
❤❤❤❤😊
Supreme God is Kabir
Supreme God Kabir
Sant rampal ji mharaj ji
Kabir is god
वर्तमान समय में कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज जी से नाम (मंत्र) उपदेश लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से मौत के मुँह में गये लोगों को एक बार पुनः जीवन दान मिला।
👇📺👇
প্রতিদিন অবশ্যই দেখুন সন্ত রামপালজী মহারাজের মঙ্গল প্রবচন সুপ্রসিদ্ধ
T.V.চ্যানেলের মাধ্যমে
সাধনা(আধ্যাত্মিক সামাজিক
👇👀👇
T.v.চ্যানেল):সন্ধ্যা 7:30 থেকে 8:30
শ্রদ্ধা (MH ONE):দুপুর 2:10 থেকে 3:10
संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान को समझ कर जिसने भी संत जी से नाम दीक्षा ग्रहण की वो आज तन मन धन से सुखी और स्वस्थ हैं।
Kabir is God
0:09
সত্গুরু (তত্ত্বদর্শী সন্ত) -এর শরণাগত হয়ে দীক্ষা নিলে সমস্ত পাপ কর্মের কষ্ট দূর হয়। তারপর না প্রেত হতে হয়, না গাধা-বলদ হতে হয়। সত্যলোক প্রাপ্তি হয়, যেখানে কেবল সুখ রয়েছে, কোনো দুঃখ নেই।
श्री गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कबीर परमेश्वर की महिमा गाते हुए कहा है कि -
हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार। नानक बुगोयद जनु तुरा, तेरे चाकरां पाखाक
পূর্ণ পরমাত্মা কবির্দেব (কবীর পরমেশ্বর) তৃতীয় মুক্তি ধাম অর্থাৎ সত্লোক-এ থাকেন। - ঋগ্বেদ, ঋগ্বেদ মণ্ডল ৯, সূক্ত ৯৬, মন্ত্র ১৮
ঋগ্বেদ মণ্ডল ৯, সূক্ত ৮২, মন্ত্র ১ এবং ঋগ্বেদ মণ্ডল ৯, সূক্ত ৯৫, মন্ত্র ১-৫ অনুযায়ী পরমাত্মা সাকার মানব সদৃশ্য। তিনি রাজা সম দেখার মতো এবং সত্লোক-এ তেজোময় শরীরে বিদ্যমান আছেন। তাঁর নাম কবিরদেব (কবীর)।
कबीर, मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारम्बार।
तरूवर से पत्ता टूट गिरे, बहुर न लगता डारि।।
अर्थात मनुष्य जन्म का मिलना अत्यंत दुर्लभ है। इसे आत्महत्या करके ऐसे ही नष्ट नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसी मानव शरीर में भक्ति करके सनातन परम धाम को प्राप्त कर सकते हैं जहाँ परम शांति है।
কবীর, মানুষ জন্ম দুর্লভ হৈ, মিলে ন বারম্বার।
তরুবর সে পত্তা টুট গিরে, বহুর ন লগতা ডারি ।।
অর্থাৎ মনুষ্য জন্ম পাওয়া অত্যন্ত দুর্লভ। আত্মহত্যা করে এভাবে ধ্বংস তা করা উচিত নয়। কারণ এই মানব শরীরেই ভক্তি করে চিরন্তন পরম ধাম লাভ করা যায় যেখানে পরম শান্তি আছে।
তিনি কি যীশুই ছিলেন,যিনি কবর থেকে উঠেছিলেন?
না, যিনি কবর থেকে বেরিয়েছিলেন তিনি যীশু ছিলেন না।তিনি পূর্ণ পরমেশ্বর কবীর সাহেব ছিলেন। যীশুর অনুগামীদের বিশ্বাস বজায় রাখতে যীশু রূপে প্রকট হয়েছিলেন। অন্যথায়,তার অনুগামীরা ঈশ্বরের প্রতি বিশ্বাস হারিয়ে ফেলত এবং নাস্তিক হয়ে যেত।
क्या वह यीशु थे जो कब्र से निकले थे?
नहीं, वह यीशु नहीं थे जो कब्र से निकले थे। वे पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब थे, जो उनके अनुयायियों का विश्वास बनाए रखने के लिए यीशु के रूप में प्रकट हुए थे। अन्यथा उनके अनुयायियों ने भगवान में विश्वास खो दिया होता और नास्तिक बन गए होते।
HAR HAR MAHADEV.NO ONE HAVE THE RIGHT TO CRITICIZE ANY RELIGION OK.INDIAN CONSTITUTION ONLY GIVE THE RIGHT TO PROFESS ,PRACTICE AND PROPAGATE ANY RELIGION BUT NOT TO CRITIZE ANY OF THEM.
Na akhane criticised kora hochche na kuno religion ke, portek ti jinis proman ar sathe,sant rampalji maharaj amader portak ti dhormo grontho abong sastro promanito gyan bolchen ba bhokti dichchen jar fole onar crore o anuyai der adhiyatik sob prokarer labh hochche,manusik,sangsarik, saririk sob dhoren...jeta ager sastro biruddho bhokti korai sombhob hochchilo na
“ধরতী উপর স্বর্গ”পুস্তকের মাধ্যমে সন্ত রামপাল জী মহারাজ যৌতুক/পণ প্রথাকে সম্পূর্ণভাবে নষ্ট করার মূল মন্ত্র দিয়েছেন।
"धरती ऊपर स्वर्ग" पुस्तक के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज ने दहेज कुप्रथा के समूल नाश का मूल मंत्र दिया है।
Sat Saheb
Supreme GOD is Kabir