Fareb-E-Hasti Dir by Sunil Rawat

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  • Опубліковано 25 лис 2024
  • नाटक 'फ़रेब-ए-हस्ती" ग़ालिब पर लिखा गया अनोखा नाटक है। इस नाटक में एक रोचक हादसे की वजह से मिर्ज़ा ग़ालिब को मौजूदा सदी में पेश होना पड़ता है। यह हादसा इतना दिलचस्प है कि 18वीं सदी का मशहूर शायर जब आज की दिल्ली में घूमता है तो मानो हर चीज उससे कॉमेडी करती नजर आती है। लेकिन बात केवल कॉमेडी तक ही सीमित नहीं है, कहानी एक नया मोड़ तब लेती है जब खुफ़िया एजेंसी के कुछ अफसर गालिब को पड़ोसी देश का जासूस समझते हुए उनकी गतिविधियों को नोटिस करना शुरू कर देते हैं। लेखक ने इस रोचक फंतासी को एकदम यथार्थवादी अंदाज में पेश किया है। जहां पर हर दृश्य के बाद स्थितियां और भी ड्रामाई होती चली जाती हैं। इस सबके बीच माज़ी और हाल के न जाने कितने सवाल और उनके जवाब जुगनू की तरह झिलमिलाते रहते हैं।
    Written by - Prof. Sadique
    Makeup - Rashid Khan
    Light Design - Rahul Chauhan
    Directed by - Sunil Rawat
    A Saksham Theatre Presentation

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