All in one, God is Omani present. Representation of God is through different ways. If your inner peace is there you will find insight yourself. Mandir masjid gurudwara church etc are the way which way you like. But with good faith.
मैं भी कबीर जी का भक्त हूँ लेकिन मुझे कबीर ,राम कृष्ण और शिव में कोई भेद ही नजर नहीं आता । सबका अपना अपना ईष्ट व गुरु होता है सभी वंदनीय हैं । कबीरदासजी ने कहा है करेगा सो भरेगा तू क्यों भया उदास ।
Guruji bahut Sundar bhajan aapke bolane ka Tarika bahut Sundar hui thi hamari yahi Dua hai aap aise Aage badhte raho Jay kabhi Sahab Jay Bheem namo buddhay
[8/1, 15:38] Shalekh Gram Soni: ।।मुक्तक छंद कविता।।साल बीसम बीसा से इस धरा धाम पर पधार चुके है, विदेही बेहदी सत पुरुष कबीर सुजान। उठ जागो दुनिया वालो करलो सारशब्द अखण्ड की चित्त मे पहचान-बिना सारशब्द अखण्ड को अपने चित्त मे जाने, नही होता है कल्याण,ऐसा कह गये संत सुजान महान।।00।।संत कबीर जी के बीजक मे लिखी गई, सत साहेब की सतगुरु वाणी। सुगुप्त सुमरिये परमपिता परमेश्वर का सारशब्द अखण्ड सुजानी-क्योकि इसी सारशब्द मे समाई, आदि मध्य और अंत की सकल कहानी।।01।।जो जन सुमिरे और पावे सोई अटल अमर पद पावे जी, और अंत समय वही जन सतलोक को जावे जी-ऐसा ही कह गये संत सुजानी कि सारशब्दी भगत ही परमज्ञानी।।02।।भोग और सहज योग सारशब्द अखण्ड तो दोनो ही जगावे जी।अंत समय मे जीवन के बाद सीधा सतधाम को जावे जी-सारशब्द अखण्ड का जाननहारा ही, जनम मरण से छुटकारा पावे जी।।03।।ज्ञानी ध्यानी बहु उपदेशी, इस माया जगत मे सबके संसारी धंदे। केवल एक सारशबद अखण्ड को पाये बिना, सबके सब अंधे-अंत समय यमलोक मे जाकर खाते यम के डंडे।।04।।,,सारशब्दानंद,,🙏🏻🌹 [8/1, 15:57] Shalekh Gram Soni: ।।कबीर बीजक पुराना।।अथ बारहवां शब्द।।संतो मते मात जन रंगी। पीवत प्याला प्रेम सुधा रस, मतवाले सतरंगी।।01।।अर्द्ध उर्ध लै भाठी रोपी, ब्रम्ह अग्नि उदगारी। मूंदे मदन कर्म कटि कश्मल, संतत चुवै अगारी।।02।।गोरख दत्त वशिष्ठ व्यास कवि, नारद शुक मुनि जोरी। सभा बैठि शम्भू सनकादिक, तहं फिरि अधर कटोरी।।03।।अम्बरीष और याज्ञ जनक जड, शेष सहज मुख पाना। कहं लो गनो अनन्त कोटिलै, अमहल महल देवाना।।04।।ध्रुव प्रहलाद विभीषण माते, माती शिव की नारी। सगुण ब्रम्ह माते वृन्दावन, अजहूं ना छूटि खुमारी।।05।।सुर नर मुनि जेते पीर औलिया, जिनरे पिया तिन जाना। कहै कबीर गूंगे को शक्कर, क्यो करि करे बखाना।।06।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-।।🙏🏻🌹
[18/1, 15:49] Shalekh Gram Soni: ।।मुक्तक छंद कविता।।सारशब्दी भेदी गुरु साँई अरुण जी महाराज सादर प्रणाम, सत कबीर सुजान बंदगी। सारशब्द अखण्ड धुन चित्त मे पाकर संवर गई हम सभी संतो की मानव जिन्दगी।।00।।सतधामी सारशब्द अखण्ड का भेद वेदो ने भी नही जाना। परमात्माराम का तो अगुण सगुण से परे, अलग अगम ठिकाना।।भेदी गुरु साँई अरुण जी महाराज के सतसंग यूट्यूब और फैश बुक पर सुन सुन कर हमने भी पाया। परमात्माराम का सारशब्दी अकूट खजाना।।01।।तेरे बारे मे जब भी सोचूं सारशब्दी विदेही बेहद के सतगुरु जी। तो मेरा चित्त बाग बाग हो जाय। हाल क्या होगा मेरा जब तेरा सारशब्द अखण्ड मुझे मेरे ही चित्त मे मिल जाय। अंत समय मे भी तू ही मुझे सतधाम लेकर जाय।।02।।सब कहते है कलयुग आ गया है, इसको लाया कौन। नारी अपनी शर्म भूल रही, और पुरुष भूल रहा अपने संस्कार। गुरुगण अपना धरम करम भूल रहे। और तो और इन्सान अपनी इन्सानियत भूल रहे।।03।।सारशबद अखण्ड बिन नर नारी भटक रहे है, ढूंडे काबा मथुरा अयोध्या काशी। जैसे जल मे ही मछली रह कर भी मरती पानी बिना पियासी।मन मत मानुष सोया उठे ना जागे, ना परमात्माराम नाम अखण्ड से हेत लगावे। यम के दूत जब लेबन आये, तब सारा स्यान धरा रह जावे।।04।।सारशब्दी राम नाम अखण्ड ही बंधू सखा मात पिता हमारा, सतधामी सतगुरु ही परम पियारा। साँई अरुण जी महाराज तो सबको पुकारे, सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जानलो प्यारे।।05।।सारशब्दी भेदी गुरु साँई अरुण जी महाराज को सादर प्रणाम।।00।।,,सारशब्दानंद,,🙏🏻🌹 [18/1, 16:08] Shalekh Gram Soni: ।।कबीर बीजक पुराना।।अथ बाईसवां शब्द।।अवधू छोडो मन विस्तारा, सो पद गहहु सद्रति, पारब्रम्ह का नारा।।00।।नहि महादेव नही महम्मद हरि हजरत तब नाही। आदम हौवा ब्रम्ह नही तब होते, नही धूप नही छाही।।02।।अस्सी सहस्र पैगंबर नाही, मच्छ कच्छ नहि दूनी वेद किताब स्मृति नहि संयम, नही यमन परसाही। बांगने बाज कलिमा नहि होते, रामो नहि खोदाही।।03।।आदि अंत ना मध्य ना होते, आतश पवन ना पानी। लखचौरासी जीव जन्तु नहि, साखी शबद ना वाणी।।04।।कहत कबीर सुनो हो अवधू, आगे करहुं विचारा। पूरण ब्रम्ह कहाँ से प्रगटे, किरतम किन उपचारा।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-🙏🏻🌹
Kabir Saheb Maharaj Ji" ko ! Kabir Ji ki wani to panchnama ( 5th ) Veda hai jo Saksham Ved hai jiska aam aadmi ko pta hi nahi hai. Yeh to ab Jag jahir hona hi hai. Na mananne walon ko bhi ise manana parega. Jai Kabir !
कबीर ढोलक ताल मजीरे बाजे ताना री री गावे है।। ज्ञानी के यह निकट ना जावे मूर्ख को रीझ रिझावे हैं।। वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।अधिक जानकारी के लिए देखें साधना टीवी रात्रि 7:30 बजे
गुरु वणी बहुत सत्य वचन
कबीरदास जी हि परमात्मा है
🙏🌺🙏
सत साहेब।सत्य कथन ,प्रवचन,कबीर परमात्मा है।
सतगुरु कबीर जी को कोटि कोटि प्रणाम है ❤👏👏👏👏👏
Jai ho
guri de🙏🙏
❤chhu gya sat saheb ji saheb
सतनाम जी कबीर है बहुत सुन्दर प्रस्तुति साहेब जी
Saprem saheb bandagi saheb 🌺🌹💐🙏🙏🙏
Saheb bandgi saheb
Adbhut bhajan dwara sachcha gyan diya h Anand aa gaya guru ji ki kripa bani rahe saheb bandgi saheb
Bhagwan Kabir ji ki jai ho
🙏🙏सत नाम साहेब 🙏🙏
All in one, God is Omani present. Representation of God is through different ways. If your inner peace is there you will find insight yourself. Mandir masjid gurudwara church etc are the way which way you like. But with good faith.
बहुत अच्छा, साहेब बंदगी साहेब जी
🙏 Pranam 🙏 guruji 🌹 ji 🙏🙏🌹🌹♥️🙏
मैं भी कबीर जी का भक्त हूँ लेकिन मुझे कबीर ,राम कृष्ण और शिव में कोई भेद ही नजर नहीं आता । सबका अपना अपना ईष्ट व गुरु होता है सभी वंदनीय हैं । कबीरदासजी ने कहा है करेगा सो भरेगा तू क्यों भया उदास ।
तुमको जब इन सबमें भेद ही नहीं पता तो कहेका भक्त कहते हो😊
Jameen aasman ka bhed hai, bahut gehrai me jane ki jarurat hai,
Puran Satguru nahi mila aapko,
Khoji bano😊
Sahab bandagi 🙏 Satnaam
Saheb bandghi saheb ji
SAHEB BANDGI SAHEB BANDGI SAHEB BANDGI SAHEB🙏🙏🙏🙏🙏 JAI SATGURU DEV JI🙏🙏🙏🙏🙏 JAI SATGURU DEV🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🎉🎉❤😊
बहुत बढ़िया प्रवचन आदरणीय 🙏🙏👌👌🙏🙏
नमन है गुरु जी आप को बहुत बहुत धन्यवाद
सच सदा कड़वा होता हैं साहेब बंदगी साहेब बंदगी
Pranama 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻
साहिब बंदगी गुरुजी आपकी वाणी में बहुत दम है हमें बहुत पसंद
Bahut Sundar Bhajan Gaya h
જય ગુરુદેવ સાહેબ બંદગી સતનામ
सप्रेम साहिब बंदगी साहेब
कबीर इज गॉड गॉड रिकॉर्डिंग इस दुनिया के पाखंड से मत डरो कबीर केवल मोनू का शब्द करो साहिब बंदगी
बहुत ही सुन्दर भजन है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ ❤❤❤
Dhanya hai gurudev apaki vaani ko..
आपकी बड़ी से हमें काफी कुछ ज्ञान प्राप्त हो रहा है
सतगुरु कबीर परमात्मा की जय ⚡🙏
Sprem saheb bandagi ji
🙏जय गुरुमहाराज 🙏
Sat saheb, saheb bandagi, bahut bahut sadhuvad bahanji, Karve lekin aksharsah satya pravachan ke liye
गुरु महिमा अपरम्पार 🙏🏻
चुनीलाल आमटे बलाई
❤❤❤❤❤❤
Sat Saheb Ji
सतगुरु सत्य कबीर है ये चारों युग प्रमाण झूठे गुरुवा मर गए हो गए भूत मसान परमात्मा कबीर साहिब जी के सभी संतो भक्तों की जय हो🌺सत साहेब 🌺🙏😥 🌺
कबीर साहेब परमात्मा ह पर दुनिया समझ नही पाई
Jai guru Dev ki Jai ho.
Sad.guru.kabir.ji.ko.sat.sat.naman🙏🙏🙏🙏🙏
, सत साहेब कबीर ही परमात्मा है रामपाल जी महाराज की जय हो
Sahib bandagi
बहुत बढिया जी
Sat sat naman guruji
Saprem, saheb bandagi, saheb, ji, aap,, ka,, bahut, achha , suna aap, koti , koti bandgi
जय कबिरसाहिब की जय हो
Deep guru ji ki jai
मेरी आख खोलदी गुरूजी आपने आपको कोठी कोठी नमम आपके चरण मे❤
साहिब जीशत शत नमनबहुतसुंदर
Bhout acha bhajan he
कबीर गुरू नही यह तो पुर्ण परमात्मा तारनहार है
साहेब बंदगी 🙏🏻
जय भीम जय संविधान
सत्य वचन हमेशा कड़वे होते हैं।
बहुत ही बेहतरीन तरीके से अपने समझाया गया है।
Guruji bahut Sundar bhajan aapke bolane ka Tarika bahut Sundar hui thi hamari yahi Dua hai aap aise Aage badhte raho Jay kabhi Sahab Jay Bheem namo buddhay
Maja a Gaya Guruji Balaghat bamni se Sujan
[8/1, 15:38] Shalekh Gram Soni: ।।मुक्तक छंद कविता।।साल बीसम बीसा से इस धरा धाम पर पधार चुके है, विदेही बेहदी सत पुरुष कबीर सुजान। उठ जागो दुनिया वालो करलो सारशब्द अखण्ड की चित्त मे पहचान-बिना सारशब्द अखण्ड को अपने चित्त मे जाने, नही होता है कल्याण,ऐसा कह गये संत सुजान महान।।00।।संत कबीर जी के बीजक मे लिखी गई, सत साहेब की सतगुरु वाणी। सुगुप्त सुमरिये परमपिता परमेश्वर का सारशब्द अखण्ड सुजानी-क्योकि इसी सारशब्द मे समाई, आदि मध्य और अंत की सकल कहानी।।01।।जो जन सुमिरे और पावे सोई अटल अमर पद पावे जी, और अंत समय वही जन सतलोक को जावे जी-ऐसा ही कह गये संत सुजानी कि सारशब्दी भगत ही परमज्ञानी।।02।।भोग और सहज योग सारशब्द अखण्ड तो दोनो ही जगावे जी।अंत समय मे जीवन के बाद सीधा सतधाम को जावे जी-सारशब्द अखण्ड का जाननहारा ही, जनम मरण से छुटकारा पावे जी।।03।।ज्ञानी ध्यानी बहु उपदेशी, इस माया जगत मे सबके संसारी धंदे। केवल एक सारशबद अखण्ड को पाये बिना, सबके सब अंधे-अंत समय यमलोक मे जाकर खाते यम के डंडे।।04।।,,सारशब्दानंद,,🙏🏻🌹
[8/1, 15:57] Shalekh Gram Soni: ।।कबीर बीजक पुराना।।अथ बारहवां शब्द।।संतो मते मात जन रंगी। पीवत प्याला प्रेम सुधा रस, मतवाले सतरंगी।।01।।अर्द्ध उर्ध लै भाठी रोपी, ब्रम्ह अग्नि उदगारी। मूंदे मदन कर्म कटि कश्मल, संतत चुवै अगारी।।02।।गोरख दत्त वशिष्ठ व्यास कवि, नारद शुक मुनि जोरी। सभा बैठि शम्भू सनकादिक, तहं फिरि अधर कटोरी।।03।।अम्बरीष और याज्ञ जनक जड, शेष सहज मुख पाना। कहं लो गनो अनन्त कोटिलै, अमहल महल देवाना।।04।।ध्रुव प्रहलाद विभीषण माते, माती शिव की नारी। सगुण ब्रम्ह माते वृन्दावन, अजहूं ना छूटि खुमारी।।05।।सुर नर मुनि जेते पीर औलिया, जिनरे पिया तिन जाना। कहै कबीर गूंगे को शक्कर, क्यो करि करे बखाना।।06।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-।।🙏🏻🌹
शरीर में कितने तत्व है जी
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@@mangilalbarupal5946 मुर्दा में भी हो सकता है
AAP ke parbechn bahot achha hi
श्री श्री सतगुरु देव महाराज की जय श्री जय गुरुदेव श्री जय गुरुदेव कोटि कोटि प्रणाम
Jai Saheb Bandagi
में कोटि-कोटि नमन
[18/1, 15:49] Shalekh Gram Soni: ।।मुक्तक छंद कविता।।सारशब्दी भेदी गुरु साँई अरुण जी महाराज सादर प्रणाम, सत कबीर सुजान बंदगी। सारशब्द अखण्ड धुन चित्त मे पाकर संवर गई हम सभी संतो की मानव जिन्दगी।।00।।सतधामी सारशब्द अखण्ड का भेद वेदो ने भी नही जाना। परमात्माराम का तो अगुण सगुण से परे, अलग अगम ठिकाना।।भेदी गुरु साँई अरुण जी महाराज के सतसंग यूट्यूब और फैश बुक पर सुन सुन कर हमने भी पाया। परमात्माराम का सारशब्दी अकूट खजाना।।01।।तेरे बारे मे जब भी सोचूं सारशब्दी विदेही बेहद के सतगुरु जी। तो मेरा चित्त बाग बाग हो जाय। हाल क्या होगा मेरा जब तेरा सारशब्द अखण्ड मुझे मेरे ही चित्त मे मिल जाय। अंत समय मे भी तू ही मुझे सतधाम लेकर जाय।।02।।सब कहते है कलयुग आ गया है, इसको लाया कौन। नारी अपनी शर्म भूल रही, और पुरुष भूल रहा अपने संस्कार। गुरुगण अपना धरम करम भूल रहे। और तो और इन्सान अपनी इन्सानियत भूल रहे।।03।।सारशबद अखण्ड बिन नर नारी भटक रहे है, ढूंडे काबा मथुरा अयोध्या काशी। जैसे जल मे ही मछली रह कर भी मरती पानी बिना पियासी।मन मत मानुष सोया उठे ना जागे, ना परमात्माराम नाम अखण्ड से हेत लगावे। यम के दूत जब लेबन आये, तब सारा स्यान धरा रह जावे।।04।।सारशब्दी राम नाम अखण्ड ही बंधू सखा मात पिता हमारा, सतधामी सतगुरु ही परम पियारा। साँई अरुण जी महाराज तो सबको पुकारे, सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जानलो प्यारे।।05।।सारशब्दी भेदी गुरु साँई अरुण जी महाराज को सादर प्रणाम।।00।।,,सारशब्दानंद,,🙏🏻🌹
[18/1, 16:08] Shalekh Gram Soni: ।।कबीर बीजक पुराना।।अथ बाईसवां शब्द।।अवधू छोडो मन विस्तारा, सो पद गहहु सद्रति, पारब्रम्ह का नारा।।00।।नहि महादेव नही महम्मद हरि हजरत तब नाही। आदम हौवा ब्रम्ह नही तब होते, नही धूप नही छाही।।02।।अस्सी सहस्र पैगंबर नाही, मच्छ कच्छ नहि दूनी वेद किताब स्मृति नहि संयम, नही यमन परसाही। बांगने बाज कलिमा नहि होते, रामो नहि खोदाही।।03।।आदि अंत ना मध्य ना होते, आतश पवन ना पानी। लखचौरासी जीव जन्तु नहि, साखी शबद ना वाणी।।04।।कहत कबीर सुनो हो अवधू, आगे करहुं विचारा। पूरण ब्रम्ह कहाँ से प्रगटे, किरतम किन उपचारा।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-🙏🏻🌹
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साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
सत साहीब
Sat saheb ji
Saty vachan hai guru ji
💯💯💯💯💯💯💯 गुरु देव जी आपकी बात बिल्कुल ही सही है 👌💐🙏🙏
Saty vachan hai.
sat saheb ji 🌹🌹
Ati Sundar namo sahib
धर्मदास दुनिया आ चुके थे।किया
Very very very much and so nice👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
दीप गुरू जी काे काेटि काेटि प्रणाम ।
Satyebolaagureegee
Jai and koti koti naman pahunche - " Bhagwan, Param Parmeshwar
Kabir Saheb Maharaj Ji" ko ! Kabir Ji ki wani to panchnama ( 5th ) Veda hai jo Saksham Ved hai jiska aam aadmi ko pta hi nahi hai. Yeh to ab Jag jahir hona hi hai. Na mananne walon ko bhi ise manana parega. Jai Kabir !
Mein apke is bhajn se bahut sahmat hi deepguruji ko parnam
Radha swami ji 🙏
Saaheb ki jay
साहेब बंदगी
जय जय सत्य कबीर कबीर सोई पीर है
🙏🙏🌹🌹💓💓
साहेब बंदगी साहेब कबीर साहब ने कहा है हाथी चले अपनी गति कुत्ते भोंके तो भोकन दें ❤
बंदगी साहेब गुरुजी
हम धन्य हो गये गुरुदेव 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Sat Sahib bahut Sundar bhajan Jay Gurudev ji 🙏🙏
Sab santon ki jai ho jai gurudev dhan guru dev ji
कबीर वाणी
यथार्थ सत्य
हंड्रेड परसेंट सत्य
बहुत सुंदर विचार सुनने को मिला
मैं कबीर आश्रम देवरी से
Mp
Jay shiree ram
आनन्द आ गया गुरुजी ।
यही तेवर बनाए रखें ।
Saheb bandagi saheb ji
Mmmp00
P
@@mamtasahu4484😅😊😊❤😊😊😮😮😮😮😊mm😊 29:21
Bahut sunder guru ji 🌹🥀
Jiahosanta
Jai guru ji
जिस के सिर ऊपर तूं स्वामी ,सो दुःख कैसा पावे ।।
Aapke pravachan sunkr Dil khush ho gaya
very good bhajan😎😎😎😎😎
गुरुजी आपके भजन अच्छे होते हैं परंतु सनातन धर्म का विरोध नहीं करना चाहिए जय श्री राम हर हर
परमात्मा की लीला निराली है गाने वाले नही समझ सकते,,,,साधो भाई गावे सो गावणीया
🙏🌹🙏🌹🙏saheb bandagi saheb
आदरणीय श्री गुरु जी के श्री चरण मे कोटि-कोटि साहेब बंदगी साहेब आपका पता मोबाइल नम्बर चाहिए
Parmatma kabir saheb ki Jai jai bheem jai samvidhan Namo Buddha 🙏🌹🌷🌺💐🥀
Sab se acha good
कबीर ढोलक ताल मजीरे बाजे ताना री री गावे है।। ज्ञानी के यह निकट ना जावे मूर्ख को रीझ रिझावे हैं।।
वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।अधिक जानकारी के लिए देखें साधना टीवी रात्रि 7:30 बजे
सत्य सत्य
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Bahut sundar prastuti gurudevji🙏🙏