🙏🏻🙏🏻👍 कबीर जी ने यह भी तो कहा है 🙏🏻🙏🏻 सांस उसांस में नाम जपो वृथा सांस मत खोओ ना जाने इस सांस का आवंन हो कि ना हो। 🙏🏻🙏🏻। और फिर कहा👍 जब ही सतनाम हृदय धरो भइयों पाप को नाश जैसे चिंगारी अग्नि की पड़ी पुराने घास। 🙏🏻🙏🏻👍 रामचरितमानस में तुलसीदास ने उत्तर कांड में 🙏🏻👍राम से बड़ा नाम
मुझे लगता है रमाशंकर साहब क्रांतिकारी नहीं श्रोताकारी और कैंचीकारी है श्रोता सुपारी को काटता है और कैंची कपड़ा हर वस्तु को काटकर अलग करता है लेकिन सुई जोड़ता है रमाशंकर साहब अभी तक जितना भी प्रवचन हम सुने हैं सिर्फ काटने वाला ही सुने हैं जोड़ने वाला कहीं पर नहीं सुने हैं कबीर साहेब हिंदू मुसलमान सिख इसाई सब को फटकारा सबका बुराई काटा और अच्छाई को जोड़ा भी
यह बाबा जी को तो अपना खुद ज्ञान नहीं है दूसरे को बुराई करनेपर लगा है आप किस जेल में फंसे हो वह आपको पता नहीं है आगे रामपाल जी परउंगली उठाने समझा है तो श्रीधर पाव बहुरी नहीं लगता है ऐसा दाब यह बाबा जी को दिमाग ठीक नहींहै दूसरे कोबुराई करता है कबीर साहब कहते हैं बड़े गए बड़ाई में रोम रोम अहंकार सतगुरु से परिचय नहीं चारु वर्णनचमार
ब्रह्म ज्ञान किसी को नहीं है सब अपने अपने बात बताने में लगे है,सच तो ये है जिसे ब्रह्मज्ञान हो जाए वो इस प्रकार भाषण देगा नहीं और न निंदा करेगा क्योंकि ये समस्त चराचर जगत ब्रह्म की मायाशक्ति के अंदर है और जिसे माया से पार पाना हैं वो पहले आदिशक्ति की शरणागति लेनी होगी वहीं कल्याणमई बुद्धि प्रदान कर तत्व का उजागर करती है ऐसा सभी हमारे सनातन शास्त्र में लिखा है,और यही गुरु नानक भी कह रहे है कि "प्रथम भगौती सिमर के गुर नानक लिया ध्येय"। ब्रह्म और शक्ति दिनों अभिन्न है जैसे दूध और उसकी धवलता।
भाग (२)जारी है। आपके शरीर का जीव इस शरीर को छोड़कर कहां रहेगा?आपक़ो इन प्रश्नों के सटीक उत्तर देने की जरुरत है परन्तु आप इन प्रश्नों को देखें नही क्योंकि आपक़ स्वयं का पता ही नही है।आपका शरीर और इस शरीर में रहने वाला जीव किस की देख रेख में इस अवस्था में आया? आप नही बतायेंगे।आपने बीजक को उसके मूल वाणी वचनों से बिल्कुल बदल दिया है। आपके अनुसार क्या आपकी मुक्ति हो गई है? या आपकी मुक्ति होनी अभी शेष है? आपका जीव की मुक्ति से क्या तात्पर्य है। आप छः महीने तक पानी या पानी के समतुल्य पेयपदार्थ ना ले तब आपको पता चलेगा कि जल या कोई भी जल तुल्य पेयपदार्थ भगवान है या नही। आपके शरीर के बिमार होने पर आप अपने शरीर को बचाने केलिए किसी डाक्टर साहब के पास क्यों जाते है ? क्यों इस शरीर को मरने नहीं देते। परन्तु आप ऐसा नही करते। तुरन्त आप आपने शरीरको लेकर डाक्टर के पास जाते है और डाक्टर आपके शरीर में पानी की कमी होने की बात कहकर आपके शरीर में डीप क्यों लगाते है? आप कहते ही नही कि जल रुप में कोई भी दवाई या डीप मैं नही लगवाऊंगा क्यों कि जल भगवान है और जल रुपी भगवान को में नहीं मानता हूं।आप ऐसा बिल्कुल भी नही कहते और जान बचाने के लिए अनेकानेक उपाय करते है।आपका पूरा भाषण अनुभवहीन और कहने सुनाने के लिए दूसरों का मस्तिष्क प्रभावित करने के लिए केवल कागजी ज्ञान व जानकारी पर आधारित है। आपकी यह जानकारी बिल्कुल बकवास है। दूसरों को भ्रमित करने वाली है यदि आप ज्ञानी महापुरुष है तब आप बताइए कि बिना नाम का इस सृष्टि में कौन है?सदगुरु कबीर साहेब समझा रहे है कि* *नाम बिना बेकाम है छप्पन भोग विलास। क्या इन्द्रासन बैठना, क्या बैकुंठ निवास।।* *आप कह रहे है कि शब्द जीव से आ रहा है यह बिल्कुल उचित है, फिर आप कह रहे है कि शब्द समुद्रसे भी आ रहा है समुद्र न हो तो शब्द कहां से आयेगा? क्या आपके अनुसार समुद्र में अर्थात जल में भी चेतन सत्ता जीव है जो शब्द प्रकट कर रहा है। आप इसका जवाब नही देगे क्योंकि जल जड है और जल में शब्द प्रकट करने शक्ति है पवन - जड़ में शब्द प्रकट करने की शक्ति है अर्थात जल में पवन में, अग्नि में पृथ्वी में तथा आकाश में भी बिना जीव चेतन सत्त के शब्द उपस्थित है और नभ,वायु, अग्नि,जल, पृथ्वी ये जड है फिर इन में शब्द प्रकट करने की शक्ति कहां से आई? आप बता नहीं पायेंगे? क्योंकि आपका पारख सिध्दांत झूठा हो जाये गा।यदि यह सत्य है फिर आपका पारख झूठ हो जायेगा भी झूठ है।सत्य है कि समुद्र की आवाज भी झूठ है , समुद्र भी झूठ है, नभ, वायु, अग्नि,जल, पृथ्वी ये सब झूठ है इनसे प्रकट शब्द भी झूठ है क्योंकि समुद्र में कोई चेतन सत्ता जीव नही है।ये सभी तत्व अपनी भौतिक स्थिति के कारण शब्द को प्रकट कर रहे है जैसे बादल की गरजना ,बादल में बीजली की चमक ,ये सब भौतिक क्रम है।आपको नाम की जानकारी व नाम के विषय में बिल्कुल कोई भी ज्ञान नही है।जिसनाम की बात सदगुरु कबीर साहेब कर रहे है वह नाम शब्द या आवाज या मंत्र या पढ़ाई लिखाई वाला नाम नहीं है।आप और सभी पारखी अभी तक बावन अक्षरों में ही फंसे और संपूर्ण बीजक के ज्ञान को आपने बिल्कुल कपोल कल्पित बना दिया है।आप कह रहे है कि शब्द जीव से प्रकट हो रहा है आपकी यह बात भी बिल्कुल अनुभवहीन है क्योंकि बिना साधन के जीव शब्द प्रकट नही कर सकता।जिस शरीर में बैठकर आप इतना लंबा चौड़ा भाषण दे रहे है क्या आप बिना शरीर के भी शब्द प्रकट कर सकते है। बिना श्वास प्रश्वास के आपके शरीर का जीव शब्द प्रकट कर सकता है जबकि जीव को आप सर्वशक्तिमान थाप लहे है इस स्थिति में जीव बडा या शरीर बडा जिसमें बैठकर जीव शब्द प्रकट करने के साथ साथ सभी कर्म कर रहा है।आप जैसे लोग सीधे-सीधे लोगो को अपने शब्दों के जाल में फंसाकर भवसागर में ले जा रहे है आपको जीवों के साथ ऐसा धोखा करते हुए बिल्कुल भी शर्म नही आ रही है।आप एक बात बताये कि रमाशंकर नाम के शरीर में रहने वाला जीव इस शरीर को छोड़कर कर कहां जायेगा?आप इस प्रश्न कि उत्तर अवश्य देना अन्यथा आपका यह पूरा भाषण बिल्कुल बकवास हो जायेगा।* *आपके पावन चरण कमलों में सप्रेम कोटि-कोटि प्रणाम।* *सप्रेम सादर नमन साहेब जी।* आगे भाग (३)में जारी है
Tum log galat jagah fas rahe ho ye log mind wash Wale log jiv he bakwas karne do pese mat do fir dekho do din me hati band ho jayegi kabi tum log khud sahib Kabir ji ki vani pado or in logo ke munh par tamacha Lage ga
@@dalusarware1569तो फिर इतने दिनों तक कहा चल गये थे ये तुम्हारे धर्म गुरु। मुझे तो बस ईसके शब्दों से ही पता चल गया है कि ये कुछ नहीं जानते। ईसको पुछीए कि भगवान कैसा है और कहा पर है। और वहां जाने के लिए कौन सी भक्ति विधी होनी चाहिए।और कितने प्रकार की भक्ति से परमात्मा को प्राप्त कर सकते हैं।
@@P.n.p-r6sरामपाल जेल में क्यों गया क्यों ढोंग फैलाया,और ज्ञान तो दूर की बात है हिंदी बोलने आती नहीं संस्कृत को उल्टा सीधा अर्थ करके बकवास करता रहता है और उसके चेले भी आज कर रहे है।
@@hematchavda2701sahi bol Raha he baba ji Muglo Goro ke Julm ki baat nahi Gotr Se Sab pandit thakur Muglo ne Julm ne mansh mansh khila Gyan Se Duur kar kar Gulami Rajniti baba Kisi jati ke guru' ka Gyan diya hota to Aaj Gulami Nahi
पहले भगवान की परिभाषा और प्रक्रिया समझो फिर भगवान को मानो। जिसने भगवा धारण कर रखा है वह भगवान है। भगवा अर्थात शरीर, भगवा अर्थात धरती, भगवा अर्थात पहचान। इस प्रकार भगवान अर्थात जिसमें वह (चैतन्य तत्व) समाहित है, समावेश है जो प्रतीत होता है किन्तु प्रदर्शित नहीं करता है, प्रदर्शित होता है। तादात्म्य स्वरूप से जो स्थित है वही भगवान है।
नाम जपना एक बच्चों की पहली कक्षा का काम है उसे नाम जब पर उसी में अटकना नहीं है हमें तो प्रकृति के कारण की व्यवस्था के नियम को जानना है यदि इस नियम को जान लेगा वह नाम रूप से छूट जाएगा अपने आप में शांत रहेगा इसलिए रमाशंकर साहिब जी इसी उद्देश्य से बात कर रहे हैं धन्यवाद
बिल्कुल गलत नाम जप से तौ सृष्टि उत्पन हुआ है नाम तौ नामी से भी बड़ा है नाम जप कभी न छोड़िए यह तौ कबीर जी ने भी कहा है आठ पहर नाम लो भ्रमित मत करो लोगो को
मेरा में और सरकस में भी माताएं और पुरुष लोग रहते हैं तो वहां क्या तीरथ हो जाता हैं। सिर्फ कल्याण पुर के बेसिक स्कूल में माताओं और पुरुषों के आने तो तीर्थ नहीं हुआ --- सत्संग ह़ोने से जरुर हुआ। वैसे आप 🌹 रमाशंकर साहेब 🌹 सभी कबीर साहेबों में अभिलाष साहेब के समान श्रेष्ठ हैं ।
कबीर, राम कृष्ण से कौन बड़ा, तिन हूं भी गुरु कीन। तीन लोक के वे धनी, गुरु आगे आधीन।। राम और कृष्ण की निंदा कोई नहीं करता लेकिन उन्होंने भी अपने जीवन काल में गुरु बनाए थे इसका मतलब यह है कि गुरु के बगैर यहां से किसी प्रकार से मोक्ष संभव नहीं है।
संत रामपाल जी महाराज हमारे धर्मशास्त्र के अनुकूल ज्ञान बताते हैं उनके द्वारा बताया हुआ ज्ञान सभीशास्त्र से प्रमाणित है जबकि सारे बाबा शास्त्रों के विरुद्ध भक्तिकरवा रहे हैं
आज तक रमा शंकर जी को सत्यनाम को नहीं पता है ए क्या है सत्यनाम। कबीर साहेब जी अपनी बानी मे बताते हैं, कबीर, जब ही सत्यनाम हृदय धरो भया पाप का नास जैसे चीन्गारी अगनी का पङी पुरानी घास।
गुरु जी मंत्र की रचना किसने किया? इस देश में मंत्र कितने प्रकार से होते है ? मंत्र से आदमी भी मर जाते है न,गुरुजी ? हमे कोई भी आदमियों ने इन प्रश्नों के उत्तर नही दिया है साहेब ,देना क्यों नहीं चाहते हो साहेब जी बड़ी दुख की बात है यतींद्र साहेब जी
आगम ,निगम दो पंथ है आगम का अर्थ वेध पुराण निगम का अर्थ है तंत्र विज्ञान जो आदि सनातन है जो आदि गुरु शिव से गोरख योगी गोरख योगी ही मंत्र के जन्म दाता हैं।
साहेब जी, अगर जाप, मंत्र या सारनाम कुछ नहीं है तो ध्यान कैसे करें? ध्यान क्रिया को कैसे करें? और ध्यान क्यों करें, ध्यान करने से क्या होगा? जवाब जरूर दें
बंदी छोड सद्गुरु रामपाल जी भगवान की जय हो ! आणिक कोटी कोटी दंडवत प्रणाम जो आनंद आपजी के वानी से मिला और मिलता है जोपुरेविश्व मे आप के शिवा कोई और दे ही नही सकता और ये परम सत्य है !
Aapse sachche our achchhe toh sahib ji ke shishay hi hai aap to apne aap se hi kahani banakar bol rahe ho jo ki jaisa ki ham sabhi ke dada log sunate the 😂😂😂😂😂 sahib bandgi
ये क्रांतिकारी संत नही सीधे नरक में ले जाने वाले काल के दूत है ।कबीर सागर का ज्ञान नही । कोई समाधान नही । सतनाम का मालूम नही । सारनाम का पता नही । कबीर साहेब जी के दिये गए प्रथम मंतर जो कि pramadit है उसका आज्ञानताबस मजाक उड़ा रहा है । ज्ञान चर्चा में कभी गया नही । फिर ये कैसा संत है ।
एसे लोग कहासे आते हैं।सारे संतो ने भी यह कह दिया कि नाम समोवड कोई नहीं जप,तप,तीरथ जोग।नामे पातक छूटेगे नामे नाशे रोग। तो फिर ये कहां से निकल पड़े। ईस समय में केवल संत रामपालजी महाराज जी ही पूर्ण संत हैं। संत रामपालजी महाराज ने ऐसे पाखंडी लोगों की बोलती बंद कर दी।तबतो उनको षडयंत्र रच के जेल में भेज दिया है। लेकिन कुछ भी नहीं होगा आप जैसे लोगों से।
🙏🏻🙏🏻👍 कबीर जी ने यह भी तो कहा है 🙏🏻🙏🏻 सांस उसांस में नाम जपो वृथा सांस मत खोओ ना जाने इस सांस का आवंन हो कि ना हो। 🙏🏻🙏🏻। और फिर कहा👍 जब ही सतनाम हृदय धरो भइयों पाप को नाश जैसे चिंगारी अग्नि की पड़ी पुराने घास। 🙏🏻🙏🏻👍 रामचरितमानस में तुलसीदास ने उत्तर कांड में 🙏🏻👍राम से बड़ा नाम
हर हंमेश आत्मा मे लीन रहना इनका मतलब होता हे।
😢😢😢
कबीर साहेब समझाते है। नाम मिला नकसा नही हाथ नही खतयाण ता घर जमुआ बास करे साझे लगे ध्यान
🎉
अगर कोई संत जेल में हैं तो अपने कुर्म के कारण।
❤
आजकल ऐसे ही तथाकथित संतों की भरमार है सब अपनी अपनी ढपली बजा रहे हैं।
सत्य बोलने वाले आप लोगो को तथाकथित कहते हैं और जो लोगो को मूर्ख बनाते हैं वे आप के लिए संत हैं।। गजब का दिमाग है भाई आप लोगों का।
Jo ख़ुद बंधन में हे वो दूसरो को क्या छुड़ाए गा,,मूर्ख मत बनो
Sat saheb bandagi saheb ji 🌹🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹
Suna Rampal Nam jhutha h
सतनाम बाबा ने संसार ब्रह्माण्ड बनाया है सतलोक बनाया सतगुरु ने ब्रह्माण्ड कि रचना की है सतगुरु को बार बार प्रणाम
Satnam baba ne brahmand banaya satlok banaya tab aap Kahan baithkar dekh rahe the
ना हीं कबीरा झूठ हैं और ना ही झूठ सतनाम।राम नाम के अलख जगावत सर्वत् संत महान ।। 🎉❤🎉 जय हिंद
भाई जिसको ज्ञान नही है । वो धूर्त सतनाम जो झूठा साबित करने पर तुला है ।
Satnam,budh,kabir,ambedkar,kasiram,samul,prakiriti,hay,jay,bhem,jay,kabir,jaybharat 4:10 ❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
इस बारे में जो कुछ भी ओशो जी ने कहा है वो ही अंतिम सत्य प्रतीत होता है। सुनिए ओशो जी का ओम पर प्रवचन।
बहुत बढ़िया। सप्रेम साहेब बंदगी
मुझे लगता है रमाशंकर साहब क्रांतिकारी नहीं श्रोताकारी और कैंचीकारी है श्रोता सुपारी को काटता है और कैंची कपड़ा हर वस्तु को काटकर अलग करता है लेकिन सुई जोड़ता है रमाशंकर साहब अभी तक जितना भी प्रवचन हम सुने हैं सिर्फ काटने वाला ही सुने हैं जोड़ने वाला कहीं पर नहीं सुने हैं कबीर साहेब हिंदू मुसलमान सिख इसाई सब को फटकारा सबका बुराई काटा और अच्छाई को जोड़ा भी
वे बातों को कहते नहीं हैं, वह स्पष्ट रूप से अनुभव की जाती हैं....
@@khushhalzindagitv रमा शंकर साहेब जी सत्य वचन बोलता है,
@@oshanshatnami1501
मूर्ख बना दिया है अंध भक्ति को ।
नाम कबीर का लेकर । ठग रहा है । ज्ञान 2 आना का नही है ।
Right
यह बाबा जी को तो अपना खुद ज्ञान नहीं है दूसरे को बुराई करनेपर लगा है आप किस जेल में फंसे हो वह आपको पता नहीं है आगे रामपाल जी परउंगली उठाने समझा है तो श्रीधर पाव बहुरी नहीं लगता है ऐसा दाब
यह बाबा जी को दिमाग ठीक नहींहै दूसरे कोबुराई करता है कबीर साहब कहते हैं बड़े गए बड़ाई में रोम रोम अहंकार सतगुरु से परिचय नहीं चारु वर्णनचमार
काल और कबीर परमेश्वर के साथ वचन हुआ है की में कबीर नाम से अनेक पंथ चलाऊंगा जीव को भ्रमित करने के लिए
Rampal gyan mat faila manmana😂😂😂
Bakwaas
रामपाल भी अपने कुकर्म जेल में भोग रहा है 🤣😂🤣 आपका बंदी छोड़ गुरुजी अब खुद जेल में बंद है रामपाल जी कल के रूप में मनगढ़ फैला रहा है
@@MsT20519 आप तो फिर भी फंस गए काल के पंथ में मूर्ख ही होगा जो काल के पंथ में फसेगा
सीधी सी बात है कि-
"मन के लड्डू फीके क्यों।"
ब्रह्म ज्ञान किसी को नहीं है सब अपने अपने बात बताने में लगे है,सच तो ये है जिसे ब्रह्मज्ञान हो जाए वो इस प्रकार भाषण देगा नहीं और न निंदा करेगा क्योंकि ये समस्त चराचर जगत ब्रह्म की मायाशक्ति के अंदर है और जिसे माया से पार पाना हैं वो पहले आदिशक्ति की शरणागति लेनी होगी वहीं कल्याणमई बुद्धि प्रदान कर तत्व का उजागर करती है ऐसा सभी हमारे सनातन शास्त्र में लिखा है,और यही गुरु नानक भी कह रहे है कि "प्रथम भगौती सिमर के गुर नानक लिया ध्येय"।
ब्रह्म और शक्ति दिनों अभिन्न है जैसे दूध और उसकी धवलता।
भाग (२)जारी है।
आपके शरीर का जीव इस शरीर को छोड़कर कहां रहेगा?आपक़ो इन प्रश्नों के सटीक उत्तर देने की जरुरत है परन्तु आप इन प्रश्नों को देखें नही क्योंकि आपक़ स्वयं का पता ही नही है।आपका शरीर और इस शरीर में रहने वाला जीव किस की देख रेख में इस अवस्था में आया? आप नही बतायेंगे।आपने बीजक को उसके मूल वाणी वचनों से बिल्कुल बदल दिया है। आपके अनुसार क्या आपकी मुक्ति हो गई है? या आपकी मुक्ति होनी अभी शेष है? आपका जीव की मुक्ति से क्या तात्पर्य है। आप छः महीने तक पानी या पानी के समतुल्य पेयपदार्थ ना ले तब आपको पता चलेगा कि जल या कोई भी जल तुल्य पेयपदार्थ भगवान है या नही। आपके शरीर के बिमार होने पर आप अपने शरीर को बचाने केलिए किसी डाक्टर साहब के पास क्यों जाते है ? क्यों इस शरीर को मरने नहीं देते। परन्तु आप ऐसा नही करते। तुरन्त आप आपने शरीरको लेकर डाक्टर के पास जाते है और डाक्टर आपके शरीर में पानी की कमी होने की बात कहकर आपके शरीर में डीप क्यों लगाते है? आप कहते ही नही कि जल रुप में कोई भी दवाई या डीप मैं नही लगवाऊंगा क्यों कि जल भगवान है और जल रुपी भगवान को में नहीं मानता हूं।आप ऐसा बिल्कुल भी नही कहते और जान बचाने के लिए अनेकानेक उपाय करते है।आपका पूरा भाषण अनुभवहीन और कहने सुनाने के लिए दूसरों का मस्तिष्क प्रभावित करने के लिए केवल कागजी ज्ञान व जानकारी पर आधारित है। आपकी यह जानकारी बिल्कुल बकवास है। दूसरों को भ्रमित करने वाली है यदि आप ज्ञानी महापुरुष है तब आप बताइए कि बिना नाम का इस सृष्टि में कौन है?सदगुरु कबीर साहेब समझा रहे है कि*
*नाम बिना बेकाम है छप्पन भोग विलास। क्या इन्द्रासन बैठना, क्या बैकुंठ निवास।।*
*आप कह रहे है कि शब्द जीव से आ रहा है यह बिल्कुल उचित है, फिर आप कह रहे है कि शब्द समुद्रसे भी आ रहा है समुद्र न हो तो शब्द कहां से आयेगा? क्या आपके अनुसार समुद्र में अर्थात जल में भी चेतन सत्ता जीव है जो शब्द प्रकट कर रहा है। आप इसका जवाब नही देगे क्योंकि जल जड है और जल में शब्द प्रकट करने शक्ति है पवन - जड़ में शब्द प्रकट करने की शक्ति है अर्थात जल में पवन में, अग्नि में पृथ्वी में तथा आकाश में भी बिना जीव चेतन सत्त के शब्द उपस्थित है और नभ,वायु, अग्नि,जल, पृथ्वी ये जड है फिर इन में शब्द प्रकट करने की शक्ति कहां से आई? आप बता नहीं पायेंगे? क्योंकि आपका पारख सिध्दांत झूठा हो जाये गा।यदि यह सत्य है फिर आपका पारख झूठ हो जायेगा भी झूठ है।सत्य है कि समुद्र की आवाज भी झूठ है , समुद्र भी झूठ है, नभ, वायु, अग्नि,जल, पृथ्वी ये सब झूठ है इनसे प्रकट शब्द भी झूठ है क्योंकि समुद्र में कोई चेतन सत्ता जीव नही है।ये सभी तत्व अपनी भौतिक स्थिति के कारण शब्द को प्रकट कर रहे है जैसे बादल की गरजना ,बादल में बीजली की चमक ,ये सब भौतिक क्रम है।आपको नाम की जानकारी व नाम के विषय में बिल्कुल कोई भी ज्ञान नही है।जिसनाम की बात सदगुरु कबीर साहेब कर रहे है वह नाम शब्द या आवाज या मंत्र या पढ़ाई लिखाई वाला नाम नहीं है।आप और सभी पारखी अभी तक बावन अक्षरों में ही फंसे और संपूर्ण बीजक के ज्ञान को आपने बिल्कुल कपोल कल्पित बना दिया है।आप कह रहे है कि शब्द जीव से प्रकट हो रहा है आपकी यह बात भी बिल्कुल अनुभवहीन है क्योंकि बिना साधन के जीव शब्द प्रकट नही कर सकता।जिस शरीर में बैठकर आप इतना लंबा चौड़ा भाषण दे रहे है क्या आप बिना शरीर के भी शब्द प्रकट कर सकते है। बिना श्वास प्रश्वास के आपके शरीर का जीव शब्द प्रकट कर सकता है जबकि जीव को आप सर्वशक्तिमान थाप लहे है इस स्थिति में जीव बडा या शरीर बडा जिसमें बैठकर जीव शब्द प्रकट करने के साथ साथ सभी कर्म कर रहा है।आप जैसे लोग सीधे-सीधे लोगो को अपने शब्दों के जाल में फंसाकर भवसागर में ले जा रहे है आपको जीवों के साथ ऐसा धोखा करते हुए बिल्कुल भी शर्म नही आ रही है।आप एक बात बताये कि रमाशंकर नाम के शरीर में रहने वाला जीव इस शरीर को छोड़कर कर कहां जायेगा?आप इस प्रश्न कि उत्तर अवश्य देना अन्यथा आपका यह पूरा भाषण बिल्कुल बकवास हो जायेगा।*
*आपके पावन चरण कमलों में सप्रेम कोटि-कोटि प्रणाम।*
*सप्रेम सादर नमन साहेब जी।*
आगे भाग (३)में जारी है
पारखी संतों को मेरा कोटि कोटि वंदना
❤🎉जय जय सत साहिब कबीर साहब की🎉❤
भगवान् तो श्री राम🚩 ही है बाकी सब संत है
जय श्री राम🚩🚩🚩
राम ने ही तुम्हें शूद्र जाति में पैदा किया है गुर्जर जी
कबीर साहब के ज्ञान होना जरुरी है
आप कबीर साहेब की वाणी से प्रमाणित करके दिखा दीजिए कि मंत्र का जाप नहीं करना है
मै पायो विश्राम
Tum log galat jagah fas rahe ho ye log mind wash Wale log jiv he bakwas karne do pese mat do fir dekho do din me hati band ho jayegi kabi tum log khud sahib Kabir ji ki vani pado or in logo ke munh par tamacha Lage ga
😮@@maheshsanghani3623
साहेब जी वही बात रहे हैं जो कबीर ने कहा है
कबीर सागर पड़ी है कभी ओम सोहन हम जग में लाए सार शब्द हम गुप्त छुपाए@@dharamdas356
सत्य सन्देश 🙏🙏
सौ बार नमन
नाम दान आय का उत्तम साधन है।गुरु उपदेश वाणी ही मन्त्र है। मुक्ति निर्दोष सुखभोग है। मृत्यु के बाद क्या होता है, सच्चाई किसी को पता नही।
Rampal ki Sharan mein tu bhi chala ja tere Bhagya Uday Ho jaenge sat Saheb Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज वेदों और शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान देते हैं आप जैसे उआबई नहीं बोलते हैं।
आप आपके रामपाल कख नहीं जानते। रमाशंकर साहब सही कह रहे हैं।
@@dalusarware1569तो फिर इतने दिनों तक कहा चल गये थे ये तुम्हारे धर्म गुरु। मुझे तो बस ईसके शब्दों से ही पता चल गया है कि ये कुछ नहीं जानते। ईसको पुछीए कि भगवान कैसा है और कहा पर है। और वहां जाने के लिए कौन सी भक्ति विधी होनी चाहिए।और कितने प्रकार की भक्ति से परमात्मा को प्राप्त कर सकते हैं।
@@P.n.p-r6sरामपाल जेल में क्यों गया क्यों ढोंग फैलाया,और ज्ञान तो दूर की बात है हिंदी बोलने आती नहीं संस्कृत को उल्टा सीधा अर्थ करके बकवास करता रहता है और उसके चेले भी आज कर रहे है।
बिल्कुल सही बोला
@@P.n.p-r6s जेल से जमानत का कोई मंत्र है तो रामपाल को बतायो
संत रमाशंकर साहब जी का परवचन तार्किक है।भगवान बुद्ध भी तार्किक बाते ही बताये है ।मनुष्य अपने आप ही तर्क करके सत्य से परिचित हो जायेगा।
ये साला नया वाइरस कहां से आया है इसमें ?
एक, दो, तीन, एक। 🥱❤
😅😊
Gotr pata kar Lo Jo kiya Muglo Ne kiye Rajniti Baba Muglo Ne mansh madira bhensh murga murgi
Rajniti ke Lalchi babao ne guru' ka Gyan diya hi Nahi Sirf Banta hai Gotr pata kar Lo
@@hematchavda2701sahi bol Raha he baba ji Muglo Goro ke Julm ki baat nahi Gotr Se Sab pandit thakur Muglo ne Julm ne mansh mansh khila Gyan Se Duur kar kar Gulami Rajniti baba Kisi jati ke guru' ka Gyan diya hota to Aaj Gulami Nahi
जो दुनिया रचने वाले हैं वह गुरुजी धनाना वाले बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो
100% shi baat hai👍👌
वो जेल में क्यों हैं@@parmjitkaur2698
Abe andhabhakto rampal ne esha kon sa kam kar diya jo bhagwan bol rahe ho
पहले भगवान की परिभाषा और प्रक्रिया समझो फिर भगवान को मानो।
जिसने भगवा धारण कर रखा है वह भगवान है। भगवा अर्थात शरीर, भगवा अर्थात धरती, भगवा अर्थात पहचान।
इस प्रकार भगवान अर्थात जिसमें वह (चैतन्य तत्व) समाहित है, समावेश है जो प्रतीत होता है किन्तु प्रदर्शित नहीं करता है, प्रदर्शित होता है। तादात्म्य स्वरूप से जो स्थित है वही भगवान है।
नाम जपना एक बच्चों की पहली कक्षा का काम है उसे नाम जब पर उसी में अटकना नहीं है हमें तो प्रकृति के कारण की व्यवस्था के नियम को जानना है यदि इस नियम को जान लेगा वह नाम रूप से छूट जाएगा अपने आप में शांत रहेगा इसलिए रमाशंकर साहिब जी इसी उद्देश्य से बात कर रहे हैं धन्यवाद
बिल्कुल गलत नाम जप से तौ सृष्टि उत्पन हुआ है नाम तौ नामी से भी बड़ा है नाम जप कभी न छोड़िए यह तौ कबीर जी ने भी कहा है आठ पहर नाम लो भ्रमित मत करो लोगो को
मूर्ख मत बनो कबीर साहेब जी की वाणी राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण। नाम उठत नाम बैठत नाम सोवत जाग री ।
Nice, thank you, sh Ramashankar ji Sadguru.
संत रमाशंकर साहब का सारे वीडियो चाहिए हमें , आपके हर वाक्य में सच्चाई और ज्ञान विज्ञान की बातें होती है हमें आपकी हर नई वीडियो की इंतजार रहता है
Sant Rama Shankar Ji ko ek website search karni chahie Ramlal ji siyag ki
अंत में कबीर ने कहा~न देखा कुछ ध्यान में न देखा कुछ ज्ञान में न देखा कुछ पुराण पोथी में,कहे कबीर सुन भाई साधु जो देखा सो दो सुखि रोटी में।
मेरा में और सरकस में भी माताएं और पुरुष लोग रहते हैं तो वहां क्या तीरथ हो जाता हैं। सिर्फ कल्याण पुर के बेसिक स्कूल में माताओं और पुरुषों के आने तो तीर्थ नहीं हुआ --- सत्संग ह़ोने से जरुर हुआ।
वैसे आप 🌹 रमाशंकर साहेब 🌹 सभी कबीर साहेबों में अभिलाष साहेब के समान श्रेष्ठ हैं ।
कई लोग कुतर्क का सहारा लेकर संत महात्मा परमात्मा राम कृष्ण की निंदा करते है ।
कबीर, राम कृष्ण से कौन बड़ा, तिन हूं भी गुरु कीन।
तीन लोक के वे धनी, गुरु आगे आधीन।।
राम और कृष्ण की निंदा कोई नहीं करता लेकिन उन्होंने भी अपने जीवन काल में गुरु बनाए थे इसका मतलब यह है कि गुरु के बगैर यहां से किसी प्रकार से मोक्ष संभव नहीं है।
Gru.brahmma.grur.vishnu.grusakchhat.parbrahm.tasmai.srigruve.namah.
अंधश्रद्धा, पाखंड और कर्मकांड से पता नहीं कब छुटकारा मिलेगा।
संत रामपाल जी महाराज हमारे धर्मशास्त्र के अनुकूल ज्ञान बताते हैं उनके द्वारा बताया हुआ ज्ञान सभीशास्त्र से प्रमाणित है जबकि सारे बाबा शास्त्रों के विरुद्ध भक्तिकरवा रहे हैं
Apna sharaabi baap bhi ho tao bi beta ko Aasha lagta hai.
Rampal name me ram ko badname karne ka kam kiya neech ne
कुछ भी ?
नाम बढाइ केलीये नीकले थे।
सब कबीर साहेब के ज्ञान विरुध्ध सब ज्ञान दे रहा हे।
@@dkd2k-b4z सत्य।
सरल और संक्षेप शब्दों में कह सकते कि ''अंधों में काणा राजा।"
महात्मा जी आपके शब्द का कोई परमान भी है
🌹 satnam shree waheguru sahabji 🌹
सत्य नामझूठाहैतोआपकाहै
अर्थ का अनर्थ हो रहा है। सद्ज्ञान की जरूरत है
आज तक रमा शंकर जी को सत्यनाम को नहीं पता है ए क्या है सत्यनाम। कबीर साहेब जी अपनी बानी मे बताते हैं, कबीर, जब ही सत्यनाम हृदय धरो भया पाप का नास जैसे चीन्गारी अगनी का पङी पुरानी घास।
कबीर साहेब समझाते है। नाम मिलावे रुप को जो जन खोजी होई जब वह रुप हृदय में बसे छुदा रहे नही कोई साहेब बंदगी सत्यनाम जी
Rampal❤ji❤vagwan❤ki❤koti❤koti❤prnam
Aapse achchha Gyan to mai bhi de Sakta hoon
सत साहेब जी 🙏
संत रामपाल जी महाराज कि जय हो
सबके सब खूद भगवान बनने पर तुले है।
कबीर पंथ का कलंक हैं ये रमाशंकर साहेब इनके अंदर केवल आत्मा ही बंदनीय है बाकी सब कचरा भरा है और कचरा ही उड़ेल रहे हैं।
साहेब बंदगी जय सतनाम
Guruji satsaheb bandagi 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
R.k2
सत कर्म करो
आप भी
धन कमा रहे हो
कबीर जी को मोहरा बनाकर
Yah ji yah ramashankar sahab dhany ho app ji ko mera koti koti parnam
😂😅
जीव को दुखी नहीं करना है किसी जीव को दुखी नहीं करना चाहिए तब हमें सत लोक की प्राप्ति होगी
सप्रेम साहेब बंदगी गुरुदेव 🤲🤲
ईश्वर सद्बुद्धि दे आपको
Saheb bandagi ❤❤❤
सतनाम शिष्यको दिया.होगया बडा खेल ।।शिष्य बनाया लाखौ गुरु गया जेल ।।
भूल गए तुम भी जेल में हो
वेद विरुद्ध ज्ञान है
Sanatan hi satya hai jai shri Ram 🙏
श्रद्धेय रमा शंकर साहेब यतिन्दर साहेब और सभी संतो भक्तों को सप्रेम साहेब बंदगी
Saheb bandagi saheb ji
So many Thanks koti naman
कविर साहव ने कहा-नाम उठत नाम बैठत नाम सोवत जाग वे नाम खाते नाम पिते नाम सेती लाग वे।।
भारत ही ऐसा देश है जहां एक सौ पांच सत्संग चल रहा है लेकिन सभी का उपदेश एक ही है कबीर वाणी।
नहीं।। कबीर वाणी का प्रचार चार या पांच जगह के संत करते हैं, बुरहापुर, प्रयाग राज, बाराबंकी, पूर्णिया, और एक जगह गुजरात में। बाकी जगह नहीं।
Your speach is right I proud of you
गुरु जी मंत्र की रचना किसने किया? इस देश में मंत्र कितने प्रकार से होते है ? मंत्र से आदमी भी मर जाते है न,गुरुजी ?
हमे कोई भी आदमियों ने इन प्रश्नों के उत्तर नही दिया है साहेब ,देना क्यों नहीं चाहते हो साहेब जी बड़ी दुख की बात है यतींद्र साहेब जी
आगम ,निगम दो पंथ है आगम का अर्थ वेध पुराण निगम का अर्थ है तंत्र विज्ञान जो आदि सनातन है जो आदि गुरु शिव से गोरख योगी गोरख योगी ही मंत्र के जन्म दाता हैं।
Bbbbbp@@jon3161
@@jon3161 तंत्र मंत्र शक्ति तो देवी देवता के नाम लिए बिना चलती नहीं है उसका नाम लेना जरूरी होता हैं
@@jon3161 आगम पंथ में मंत्र के प्रयोग होता है कि नहीं ? मंत्र पढ़ते वक्त किसकी जाप करते हैं ?
आप भी हवामे बोल रहे है बाबाजी । आपके पास कोई परमाण नही है ।
संत रामपाल जी जी की जय हो
कबीर साहब नाम जाप को स्वास मे करने को कहते है।
इस बाबु का दिमाग अनर्गल है कथनी सुगम करनी अपार 😅
सतनाम सतधाम सतरूप सत्संग स्वर्ग।
Aapki tarah kahani banana mujhe bhi aata hai
❤ Super Satya sahib
कबीर का गाया जाएगा,तीन लोक भटका खाएगा ।।
कबीर का गाया बूझेगा,तीन लोक यही सूझेगा।।
बंदिछोड़ सतगुरु संत रामपाल जी महाराज की जय हो ।
हम वासी उस देस के जहां जाती वरन कुल नहीं शब्द मिलवा होय रहे देह मिलवा नहीं।
राम,और शंकर को गाली देने वाले तू उसी रामेश्वर का बंशज है,,,,जय भोलेशंकर
साहेब जी, अगर जाप, मंत्र या सारनाम कुछ नहीं है तो ध्यान कैसे करें? ध्यान क्रिया को कैसे करें?
और ध्यान क्यों करें, ध्यान करने से क्या होगा?
जवाब जरूर दें
बंदी छोड सद्गुरु रामपाल जी भगवान की जय हो ! आणिक कोटी कोटी दंडवत प्रणाम जो आनंद आपजी के वानी से मिला और मिलता है जोपुरेविश्व मे आप के शिवा कोई और दे ही नही सकता और ये परम सत्य है !
जो आदमी धारण करता वहीं धर्म है।
Aap jaise sant ki kammi hai
Baba ji ka udesya bhakti karo Satgurugyan ko lut karo jo kare so pawe kisi kisiko khandan na kate satsaheb bandichhod Satgurudev ki jay ❤❤❤
सतनाम को समझना पड़ता है, सतनाम ही सत्य है ।
Maa jag rosni ki vastvikta akhand bramand me Satya hai.
Sat naam sat saheb bandagi ji.
Dhanyawad!
रमाशंकर साहब है अगर कबीर दास के अगर भक्त होते तो यह रमाशंकर दास होते हैं
Aapse sachche our achchhe toh sahib ji ke shishay hi hai aap to apne aap se hi kahani banakar bol rahe ho jo ki jaisa ki ham sabhi ke dada log sunate the 😂😂😂😂😂 sahib bandgi
Jai Ho Jai Ho sant Kabir Saheb ki Jay Ho
Very good Sant, Shabd roop( Laathie Baaj ) ❤❤❤
जय हो, सत साहेब 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Do. Akher. Ka. Bhed. Bataye. Ek. Chhudaye. Ek. Lakhaye. Tb. Prani. Apne. Nin. Ghar. Jaye. Om. Chhuday. . Sat. Milaye. Per. Tisraek. Ore.. Hai. Vo. Sohn. Hai. Jo. Sat. Rah. Dikhay.. Kyon. Satguru. Kabir. Ne. Kha.... 🎉.. "Om, sohn, sat. Kabira.". Kte. Jam. Janjeeran.".. Ram. Ke. Hai. Char. Ram. Bhayi. Ram. 5.hai...🎉.4.ram.jag.bharmave.5.ka.koyi.bhed.na.. Paye... Ok. Sat. Sahi. Bandgi. Kabir. Ji
Saheb ji bandagi Saheb ko bahut bahut sadhuwad 🙏🌹🙏
Bahut acha vichaar. Bhagwaan shiv ki jai🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
❤❤❤❤
साहेब भ्रम नाशक ज्ञान का संदेश दे रहे हैं
साहब बंदगी सरकार
Bilkul satya hai babaji
ऐसे क्रांतिकारी सन्त के चरणों में बहुत बहुत साधुवाद है जयसतनाम सद्गुरु दया
श नशशशष
ये क्रांतिकारी संत नही सीधे नरक में ले जाने वाले काल के दूत है ।कबीर सागर का ज्ञान नही । कोई समाधान नही । सतनाम का मालूम नही । सारनाम का पता नही । कबीर साहेब जी के दिये गए प्रथम मंतर जो कि pramadit है उसका आज्ञानताबस मजाक उड़ा रहा है ।
ज्ञान चर्चा में कभी गया नही । फिर ये कैसा संत है ।
Saheb bandgi saheb ji
बहुत अच्छा वचन दिया।
Sadguru Shri Madhu paramhans Ji ke pravachan roj Facebook per 10:30 aata hai
Aapko charanon mein koti koti pranam
वर्तमान में तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज है
Nhi 😂
एसे लोग कहासे आते हैं।सारे संतो ने भी यह कह दिया कि नाम समोवड कोई नहीं जप,तप,तीरथ जोग।नामे पातक छूटेगे नामे नाशे रोग। तो फिर ये कहां से निकल पड़े। ईस समय में केवल संत रामपालजी महाराज जी ही पूर्ण संत हैं। संत रामपालजी महाराज ने ऐसे पाखंडी लोगों की बोलती बंद कर दी।तबतो उनको षडयंत्र रच के जेल में भेज दिया है। लेकिन कुछ भी नहीं होगा आप जैसे लोगों से।
मूर्खतापूर्ण बकवास
@@Rajeshkumar-wf2it nhi
@@Rajeshkumar-wf2it sirf Kabir saheb ha
रमाशंकर से रामपाल बड़ा जाकर पड़ा है जेल😂 भगवान करे इन दोनों का हो जाए वहां मेल😂😂😂 मैं भी एक कवि हूं लेखक हूं
श्री मान साहिब संत रमा शंकर जी को बहुत बहुत नमन एवं नमस्कार करता हूँ धन्यवाद 🙏 🙏
sat saheb ji🙏🙏🙏🙏🙏
जीजी सही बता रहे हैं आप जैसे नास्तिक हो कि तो मुक्ति हो भी कैसे सकती है कोई भी मंत्र हो
Bahut badhiya 🙏
सतसाहेबजी हमारे गुरु संत रामपालजी महाराज पूर्ण परमात्मा है