इश्वर अनुभव का विषय है, उसका अनुभव हम अपने हृदय के अंदर कर सकते हैं , उस चीज का हम कोई रूप नहीं दे सकते,हमें अपने अंदर जाने की जरूरत है,वो हमसे दूर नहीं है, आप ने सही बताया , बहुत बहुत धन्यवाद।
बूद्ध ने ईस्वर आत्मा को नकार दिया। बूद्ध ने प्राकृतिक सत्य और विज्ञान को माना है। ये झूठ बोल रही है। बूद्ध धम्म की सही जानकारी बौद्ध धम्म ग्रन्थ से होती है।
सबको प्रतिदिन असंख्य मधुर मीठे मीठे सकारात्मक विचारों वाले गीतों की रचना करनी चाहिए और सबको सुनाना चाहिए और नाचना चाहिए फिर दुनिया मे आनंद ही आनंद छा जाएगा और सब नाचते नाचते देवता बन जाएंगे ।शब्दों का जादू मधुर मीठे मीठे गीतों के रूप मे सबसे शक्तिशाली होता है।
@@yogendramohan2809 ye bhagwan shabd bhi buddha dhamm se Liya gya hai iska matlab ho hai wo vyakti jise aatmgyan mil gya ho jaise buddha ko bodhisattva Mila tha. Bhagwan la asli matlab gyani purush hota hai.
बहुत ही बेहतरिन कहानीयाँ बता रही आप। आपको साधुवाद... 🙏💕 लगता है आप तथागत पर काफी पढ चूकी है । "जहाॅ जहाँ चरण पडे गौतम के" के बाद अन्य कहानीयाँ भी देना तांकी हम अच्छे से सून सके। हो सके तो ईको थोडा कम करना । ___मंगल हो। 🌼🌼🌼
बुद्ध और कल्कि अवतार (अग्नि पुराण 16 वा अध्याय ) अग्निदेव कहते हैं :- अब में बुद्ध अवतार का वर्णन करूंगा ,जो पड़ने और सुनाने वाले के मनोरथ को सिद्ध करने वाला है । पूर्वकाल मे देवता और असुरो मे घोर संग्राम हुआ । उसमे देत्यों ने देवताओ को परास्त कर दिया । तब देवता त्राहि-त्राहि पुकारते हुये भगवान की शरण मे गए । भगवान माया-मोह रूप मे आकार राजा शुद्धोधन के पुत्र हुये । उन्होने देत्यों को मोहित किया और उनसे वेदिक धर्म का परित्याग करा दिया । वे बुद्ध के अनुयाई देत्य " बोद्ध " कहलाए । फिर उन्होने दूसरे लोगों से वेद-धर्म का परित्याग करा दिया ।इसके बाद माया-मोह ही ' आर्हत ' रूप से प्रगत हुआ । उसने दूसरों को भी ' आर्हत ' बनाया । इस प्रकार उनके अनुयायी वेद-धर्म से वंचित होकर पाखंडी बन गए । उन्होने नर्क मे ले जाने वाले कर्म करना आरंभ कर दिया । वे सब-के-सब कलियुग के अंत मे वर्ण संकर होंगे और नीच पुरुषों से दान लेंगे । इतना ही नही , वे लोग डाकू और दुराचारी भी होंगे । वाजसनेय ( वृहदारण्यक ) -मात्र ही वेद कहलाएगा । वेद की दस पाँच शाखे ही प्रमाणभूत मानी जाएंगी । धर्म का चोला पहने हुये सब लोग अधर्म मे ही रुची रखने वाले होंगे । राजारूपधारी मलेच्छ ( मुसालेबीमान और इसाया ) मनुष्यो का ही भक्षण करेंगे । तदन्तर भगवान कल्कि प्रगट होंगे । वे श्री विष्णुयशा के पुत्र रूप मे अवतीर्ण हों याज्ञवलक्य को अपना पुरोहित बनाएँगे । उन्हे अस्त्र-शस्त्र विदध्या का पूर्ण ज्ञान होगा । वे हाथ मे अस्त्र लेकर मलेच्च्योन का संहार ( मुसालेबीमान और इसाया ) कर देंगे । तथा चरो वर्णो और समस्त आश्रमो मे शास्त्रीय मर्यादा साथपित करेंगे । समस्त प्रजा को धर्म के उत्तम मार्ग मे लगाएंगे । इसके बाद श्री हरी कल्कि तूप का परित्याग करके अपने धाम चले जाएंगे । फिर तो पूर्ववत सतयुग का साम्राज्य होगा । साधुश्रेष्ठ ! सभी वर्ण और आश्रम के लोग अपने-अपने धर्म मे दृद्तापूर्वक लग जाएंगे । इस प्रकार सम्पूर्ण कल्पो और मन्वंतरों मे श्री हरी के अवतार होते हैं । उनमे स ए कुछ हो चुके हैं और कुछ आगे होने वाले हैं । उन सबकी कोई नियत संख्या नही है । जो मनुष्य श्री विष्णु के अंशावतार तथा पूर्ण अवतार सहित दस अवतारों के चरित्र का पाठ अथवा श्रवण करता है , वह सम्पूर्ण कामनाओ को प्राप्त कर लेता है । तथा निर्मल हृदय होकर परिवार सहित स्वर्ग को जाता है । इस प्रकार अवतार लेकर श्री हरी धर्म की व्यवस्था का निराकरण करते हैं । वे ही जगे की श्रष्टी आदी के कारण हैं । ।। ८ इस प्रकार आदी आग्नेय महापुराण मे ' बुद्ध तथा कल्कि -इन दो अवतारो का वर्णन नामक सोलहवा अध्याय समाप्त हुआ ।। १६ । ।
MAHAMAYA K GARBH ME HATHI GHUSNE SE VAIGYANIK PAIDA HOTE THE.PAKHNDI MURKHO NE SCIENCE K NAM PE ISI TRH DUNIYA KO CHUT1Y4 BNAYA GYANI SHKRACHARYA NE 18 VRS KI AGE ME INKI FRJI FAKE BUDDISM KO POSTMARDM KRKE JD SE UKHAD KR FENK DIYA THA. LEKIN ABHI V ABHIMAN OR GHMND HAII. DMN KA ASLI REASON YHI HAI ISI VJH SE AZ YE DUNIYA ME MATR 5%RH GYE.
*Buddha was the first scientific communist of the world. He was the champion of economic and social equality. He rejected the Hindu religious theories of Vedas, Soul, Incarnation and God. He was a natural son of his parents i.e. mother and father. He was a democrat and also a welfare economist. His philosophy based on equality, liberty and fraternity. Once, all the Untouchables (Dalits) of India were Buddhist and proud to be Buddhist.* (Harbans Lal Badhan)
Very nice,when you go deeply into the teachings of Buddha's simultanously transforming happened in your life then you realized the amazing buddha.otherwise only read or listening Buddha's teachings have no effect on your life
Then why he is only one n not many like this...,.there must b something brother what they got n contended...n they r here in between us...to want to get it repeat ..as get to uknowlege aswell renounce person
Up to my physical life,I read budha,mahavir,Krishna,lao tzu,Indian philosophers, western philosophers,Zen philosophy, Kabir,Meera,bike shah,frid,Nanak, Ravi dass,and others geniuses budh pursh for five years and remain connected 30 year with Sant mat.i applied these teachings to my life practically for 3 year and I can say now that Osho introduced me to all above philosophers,due to Osho I realized everything in my life like peace, happiness.now I have my own experience as Osho and budha said get your own experience in your life practically.i have proud of all budha of this world.when you free from all beliefs, conditionings then meditation happened.
Buddha did never reject Veda because that time their was no veda. Veda is just thousand year old. Buddha rejected concept of 'creater of God' and 'soul'
@@superdupernastik8062 : I know Vedas were written only near about 500 - 1000 years ago. But the Sanatinies have their views. Sanskrit language was no more tha two thousand years. After Pishya Mittra Sunga sanskrit came a language.
जैसे रंगीन जल को देखने से सबका ध्यान जल के रंग की तरफ ही जाएगा लेकिन जब जल रंग हीन हो तो फिर सबका ध्यान केवल जल की ओर जाएगा और फिर समझ आएगा कि जल सर्वत्र है।वैसे ही मनुष्य रंगीन जल के समान है और अंतरात्मा रंग हीन जल के समान हैं ।
Jai Sri krishna good night soniji God is just beyond of our material mind he can be known when God made him known about him even man doesn't know about himself then how can he know about God many more things but very controversial replied by buddh .Lord Buddha he himself God appearance .we know it buddhaavtar .jai Sri ram
सही बात है भाई, ये महिला बौद्ध धम्म के बारे में दूश्प्रचार कर रही है। बूद्ध ने कभी ईश्वर आत्मा स्वर्ग को नहीं माना। बूद्ध ने प्रकृति, प्राकृतिक मौलिक तत्व और जैव मंडल को माना।
Buddhadev , who came for our salvation . The most enlightened man ever on this earth .manabottam on this earth .with greatest reverence , i bow down to this superman ( narottam) .
बुद्धाय नमः बुद्ध ज्ञान विज्ञान और प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष से परे अर्थात मिन्न है वह शून्य है। जहाँ शून्य अर्थात खाली वहीं निर्माण होता है। जहाँ निर्माण किया हुआ है वहाँ निर्माण नहीं हो सकता है। यह धुव सत्य हे। बुद्धने बौधि प्राप्त कर लिया था सप्रेम बुद्धाय नमः ।
Kuch bhi achcha nhi matra moorkh ko or jyada moorkh bnana he shavdo ka jaal he jo swayam hi khoj rha he jo khud nishkarsh na jana ho jo khud na sidhe kr saka ho vo swayam sidhe nhi ho sakta galat he
तथागत बुद्ध ने ये कभी भी नहीं कहा कि ईश्वर कि खोज करो या मत करो ......वो कहते हैं आपो दीपों भव अपना दीपक स्वयं बनों ....अपनी स्वयं कि खोज करो , ईश्वर नाम कि चीज दुनिया में हैं नहीं ...ये बुद्ध कहते हैं
हमारी अंतरात्मा ही ईश्वर है।अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने से ईश्वर का पता चल जाएगा ।पहले इस्तेमाल करे फिर विश्वास करे।पहले ईश्वर को जाने समझे और फिर मानें ।महात्मा बुद्ध यही समझाना चाहते है दुनिया को ।
Very very knowledgeable vedeo .thank you for making this video
Namo budhdhay, very nice post aur sachchai par adharit
छोटेसे व्हिडिओ में भगवान बुद्ध की बहोतही गहरी और सोचनेवाली बात बताई है.
धन्यवाद.
Mast tha video...thanku❤️....buddhay namah🙏🙏
आपकी आवाजमें गंभीरता एवं सरलता मिठास है। आपने बहोतही सरलता से भगवान बुद्ध के महान विचार प्रणाली से अवगत कराया।
Namo budhay 👏💛🌹👏💛🌹
Very nice video hai thanks mam ji from old delhi sadar bazar se bittoo Dabla
Awesome upload . Nice Sharing friend . Like .
बुद्ध के बहुत ही सुंदर विचार थे।
Bahut badiya
Great sharing 💗👍
Happy buddha purnima 💗💗💗
Buddha speech accept my sincere life.changed lifestyle
Beautiful, duniya bohut soni hai. Thanks for sharing
इश्वर अनुभव का विषय है, उसका अनुभव हम अपने हृदय के अंदर कर सकते हैं , उस चीज का हम कोई रूप नहीं दे सकते,हमें अपने अंदर जाने की जरूरत है,वो हमसे दूर नहीं है,
आप ने सही बताया , बहुत बहुत धन्यवाद।
Kaun ishwar jara batayenge
Supar vidio
Bahut achhi byakha
भगवान बुद्ध जी की बात समझने के योग्य है --
> उनहोंने ईश्वर का इन्कार नहीं किया बल्कि जानने की बात कही ---
बूद्ध ने ईस्वर आत्मा को नकार दिया।
बूद्ध ने प्राकृतिक सत्य और विज्ञान को माना है।
ये झूठ बोल रही है।
बूद्ध धम्म की सही जानकारी बौद्ध धम्म ग्रन्थ से होती है।
Bahut suny
good and clear way who are searching
Bemisaal very good
Mahatama Buddh is a great sant .very nice queshon& anshwer
.
सबको प्रतिदिन असंख्य मधुर मीठे मीठे सकारात्मक विचारों वाले गीतों की रचना करनी चाहिए और सबको सुनाना चाहिए और नाचना चाहिए फिर दुनिया मे आनंद ही आनंद छा जाएगा और सब नाचते नाचते देवता बन जाएंगे ।शब्दों का जादू मधुर मीठे मीठे गीतों के रूप मे सबसे शक्तिशाली होता है।
Bahut hi Sundar video
Big like ❤️
Very good ❤️👍👍
Bahut sundar vyakhya shubhkamnaye shubhashirwad
Jay ho buddha bhagvan ki🙏
Great sharing 👌👌
Fantastic performance 🙏🙏
भाई साहब जब भगवान है ही नहीं तो बुद्ध को भगवान क्यों कहते हैं
@@yogendramohan2809 ye bhagwan shabd bhi buddha dhamm se Liya gya hai iska matlab ho hai wo vyakti jise aatmgyan mil gya ho jaise buddha ko bodhisattva Mila tha. Bhagwan la asli matlab gyani purush hota hai.
@@arun8332 BHAII SCIENTIST RELIGION WALE BHGWAN SBD KI UTPTI KB SE KRNE LGE. INKE LIYE BHGWAN SBD TO KLPNA MATR HAI TO FIR YE SBD AB KHA SE AA GYA..
@@yogendramohan2809 भगवान का मतलब होता है पाली भाषा मे भगवा,, नाकी तुम्हारा ईश्वर
@@yogendramohan2809 bhagwan और ईश्वर में बहुत बड़ा अन्तर है
बहुत अच्छी जानकारी🙏🏼🙏🏼👍👍
बहुत ही बेहतरिन कहानीयाँ बता रही आप।
आपको साधुवाद... 🙏💕
लगता है आप तथागत पर काफी पढ चूकी है ।
"जहाॅ जहाँ चरण पडे गौतम के" के बाद अन्य कहानीयाँ भी देना तांकी हम अच्छे से सून सके।
हो सके तो ईको थोडा कम करना ।
___मंगल हो। 🌼🌼🌼
Superb nice story telling
Very good Video. It's All Right Video. THE BEST
Bahot khub mam ji👌👌👌🌷🌷🌷🙏🙏🙏
Bahut sunder
Very very nice
Thank you so much
Very nice 👍🙂... keep it up 🙏
Thank you univers🙏🙏 thank you gautam buddhu🙏🙏🙏🙏🙏
Super
जिसे सच्चा ज्ञान प्राप्त हो जाता है उसे सही पता चल जाता है कि ईश्वर है ही नहीं , ईश्वर ठगने के लिए ठगजीवियों का मात्र साधन का नाम है ।
Yes
नमोबुद्धाय
बुद्ध ही बुद्ध है
Ati uttam ,,,
इंकार नहीं । होने का सबूत खुद जाने ना की कही हुई बातो पर यकीन करके कर्मकांड पाखंड ढकोसले में मत जिए
Thank u lady whoever u r ... for sharing a particular spiritual speech a kind like this ....parnam...
B
In
बहुत सुन्दर
Very nice
Nice video
Awesome 👍👍👍👍👍👍👍
बुद्ध और कल्कि अवतार (अग्नि पुराण 16 वा अध्याय )
अग्निदेव कहते हैं :- अब में बुद्ध अवतार का वर्णन करूंगा ,जो पड़ने और सुनाने वाले के मनोरथ को सिद्ध करने वाला है । पूर्वकाल मे देवता और असुरो मे घोर संग्राम हुआ । उसमे देत्यों ने देवताओ को परास्त कर दिया । तब देवता त्राहि-त्राहि पुकारते हुये भगवान की शरण मे गए । भगवान माया-मोह रूप मे आकार राजा शुद्धोधन के पुत्र हुये । उन्होने देत्यों को मोहित किया और उनसे वेदिक धर्म का परित्याग करा दिया । वे बुद्ध के अनुयाई देत्य " बोद्ध " कहलाए । फिर उन्होने दूसरे लोगों से वेद-धर्म का परित्याग करा दिया ।इसके बाद माया-मोह ही ' आर्हत ' रूप से प्रगत हुआ । उसने दूसरों को भी ' आर्हत ' बनाया । इस प्रकार उनके अनुयायी वेद-धर्म से वंचित होकर पाखंडी बन गए । उन्होने नर्क मे ले जाने वाले कर्म करना आरंभ कर दिया । वे सब-के-सब कलियुग के अंत मे वर्ण संकर होंगे और नीच पुरुषों से दान लेंगे । इतना ही नही , वे लोग डाकू और दुराचारी भी होंगे । वाजसनेय ( वृहदारण्यक ) -मात्र ही वेद कहलाएगा । वेद की दस पाँच शाखे ही प्रमाणभूत मानी जाएंगी । धर्म का चोला पहने हुये सब लोग अधर्म मे ही रुची रखने वाले होंगे । राजारूपधारी मलेच्छ ( मुसालेबीमान और इसाया ) मनुष्यो का ही भक्षण करेंगे । तदन्तर भगवान कल्कि प्रगट होंगे । वे श्री विष्णुयशा के पुत्र रूप मे अवतीर्ण हों याज्ञवलक्य को अपना पुरोहित बनाएँगे । उन्हे अस्त्र-शस्त्र विदध्या का पूर्ण ज्ञान होगा । वे हाथ मे अस्त्र लेकर मलेच्च्योन का संहार ( मुसालेबीमान और इसाया ) कर देंगे । तथा चरो वर्णो और समस्त आश्रमो मे शास्त्रीय मर्यादा साथपित करेंगे । समस्त प्रजा को धर्म के उत्तम मार्ग मे लगाएंगे । इसके बाद श्री हरी कल्कि तूप का परित्याग करके अपने धाम चले जाएंगे । फिर तो पूर्ववत सतयुग का साम्राज्य होगा । साधुश्रेष्ठ ! सभी वर्ण और आश्रम के लोग अपने-अपने धर्म मे दृद्तापूर्वक लग जाएंगे । इस प्रकार सम्पूर्ण कल्पो और मन्वंतरों मे श्री हरी के अवतार होते हैं । उनमे स ए कुछ हो चुके हैं और कुछ आगे होने वाले हैं । उन सबकी कोई नियत संख्या नही है । जो मनुष्य श्री विष्णु के अंशावतार तथा पूर्ण अवतार सहित दस अवतारों के चरित्र का पाठ अथवा श्रवण करता है , वह सम्पूर्ण कामनाओ को प्राप्त कर लेता है । तथा निर्मल हृदय होकर परिवार सहित स्वर्ग को जाता है । इस प्रकार अवतार लेकर श्री हरी धर्म की व्यवस्था का निराकरण करते हैं । वे ही जगे की श्रष्टी आदी के कारण हैं । ।। ८
इस प्रकार आदी आग्नेय महापुराण मे ' बुद्ध तथा कल्कि -इन दो अवतारो का वर्णन नामक सोलहवा अध्याय समाप्त हुआ ।। १६ । ।
मेरे मन को भटकने से रोक लिया आपने आप को धन्यवाद🙏 अगर भगवान् को जानना है तो अपने अंदर खोजना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए....
Awesome...
Namo Budhay Jai Bhim bahut sundar
बुद्ध को दुनिया ने जाना और माना।
33 करोड़ फर्जी भगवानों का पोस्टमार्टम करने वाले पहले वैज्ञानिक।। 🙏🙏नमो बुद्धाय 🙏🙏
Very good
MAHAMAYA K GARBH ME HATHI GHUSNE SE VAIGYANIK PAIDA HOTE THE.PAKHNDI MURKHO NE SCIENCE K NAM PE ISI TRH DUNIYA KO CHUT1Y4 BNAYA GYANI SHKRACHARYA NE 18 VRS KI AGE ME INKI FRJI FAKE BUDDISM KO POSTMARDM KRKE JD SE UKHAD KR FENK DIYA THA. LEKIN ABHI V ABHIMAN OR GHMND HAII. DMN KA ASLI REASON YHI HAI ISI VJH SE AZ YE DUNIYA ME MATR 5%RH GYE.
Ganta ham nahi maante aur bata du 33 carod nahi 33 koti hota hai Har Har Mahadev 🙏🙏🙏
*Buddha was the first scientific communist of the world. He was the champion of economic and social equality. He rejected the Hindu religious theories of Vedas, Soul, Incarnation and God. He was a natural son of his parents i.e. mother and father. He was a democrat and also a welfare economist. His philosophy based on equality, liberty and fraternity. Once, all the Untouchables (Dalits) of India were Buddhist and proud to be Buddhist.*
(Harbans Lal Badhan)
Very nice,when you go deeply into the teachings of Buddha's simultanously transforming happened in your life then you realized the amazing buddha.otherwise only read or listening Buddha's teachings have no effect on your life
Then why he is only one n not many like this...,.there must b something brother what they got n contended...n they r here in between us...to want to get it repeat
..as get to uknowlege aswell renounce person
Up to my physical life,I read budha,mahavir,Krishna,lao tzu,Indian philosophers, western philosophers,Zen philosophy, Kabir,Meera,bike shah,frid,Nanak, Ravi dass,and others geniuses budh pursh for five years and remain connected 30 year with Sant mat.i applied these teachings to my life practically for 3 year and I can say now that Osho introduced me to all above philosophers,due to Osho I realized everything in my life like peace, happiness.now I have my own experience as Osho and budha said get your own experience in your life practically.i have proud of all budha of this world.when you free from all beliefs, conditionings then meditation happened.
Buddha did never reject Veda because that time their was no veda. Veda is just thousand year old. Buddha rejected concept of 'creater of God' and 'soul'
@@superdupernastik8062 : I know Vedas were written only near about 500 - 1000 years ago. But the Sanatinies have their views. Sanskrit language was no more tha two thousand years. After Pishya Mittra Sunga sanskrit came a language.
बहुत अच्छा विडियो है।
यह अति महत्वपूर्ण विडियो है इस विडियो को दुनिया मे तुरंत सर्वत्र फैला देना चाहिए ।
જયમુલનિવાસિ વિસાર મંચજયભીમ નમોબુધાય.વેરીગુડ
उधारी ज्ञान
Bhahut achhi tarah samjhaya aap ne
Your voice is very nice, you narrated it very properly
Nice
Very Nice video Ma'am...
बहुत सुंदर बहना
नमो बुद्धाय
budh practical guru the jo duniya ke vaigyanik ko khoj karne ki prerana di hai tark se hi insan ki budhi ka vikas hota hai
Jai jagannath
😀Jay.Beem.Jay.Bhart😀
😀R.Baurya😀😀😀😀😀😀
Jai jai jai bhim
जैसे रंगीन जल को देखने से सबका ध्यान जल के रंग की तरफ ही जाएगा लेकिन जब जल रंग हीन हो तो फिर सबका ध्यान केवल जल की ओर जाएगा और फिर समझ आएगा कि जल सर्वत्र है।वैसे ही मनुष्य रंगीन जल के समान है और अंतरात्मा रंग हीन जल के समान हैं ।
आप महान हो.
Bhaut badiya
Adbhut hai
Namo budhaya 🙏🙏🙏👌👌👌🙂🌷🌷🌷
Jai Sri krishna good night soniji God is just beyond of our material mind he can be known when God made him known about him even man doesn't know about himself then how can he know about God many more things but very controversial replied by buddh .Lord Buddha he himself God appearance .we know it buddhaavtar .jai Sri ram
Misleading.... बुद्ध ने ईश्वर के होने की बात कभी नहीं कही
are u serious????/
सही बात है भाई, ये महिला बौद्ध धम्म के बारे में दूश्प्रचार कर रही है।
बूद्ध ने कभी ईश्वर आत्मा स्वर्ग को नहीं माना।
बूद्ध ने प्रकृति, प्राकृतिक मौलिक तत्व और जैव मंडल को माना।
RIGHT BRO BUDDH NE ISHWAR KO NAKARA THA
@@seemajangra918 बूद्ध धम्म का पूरा ज्ञान प्राप्त करो।
अनिश्वरवाद, अनात्मवाद, प्रकृति वाद और कर्मवाद यह बौद्ध धम्म के मौलिक सिद्धांत है।
बुद्ध ने कहा की ईश्वर है या नहीं खुद जानो किसी की भी बात मेरी भी ना मानो खुद जानो।
Wooooooooh
thanks for uploading such videos
Keep Going 🇮🇳🧠🇮🇳🔥🌍🧘🌍
👍 Very nice ❤️
Very nice knowledgeable
Buddhadev , who came for our salvation . The most enlightened man ever on this earth .manabottam on this earth .with greatest reverence , i bow down to this superman ( narottam) .
Nice sharing
बुद्धाय नमः
बुद्ध ज्ञान विज्ञान और प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष
से परे अर्थात मिन्न है वह शून्य है। जहाँ शून्य अर्थात खाली वहीं निर्माण होता है। जहाँ निर्माण किया हुआ है वहाँ निर्माण नहीं हो सकता है। यह धुव सत्य हे। बुद्धने बौधि प्राप्त कर लिया था
सप्रेम बुद्धाय नमः ।
Namo buddhay 🙏🌹💐🌹🙏
Bhut hi bdhiya hai ji
Kuch bhi achcha nhi matra moorkh ko or jyada moorkh bnana he shavdo ka jaal he jo swayam hi khoj rha he jo khud nishkarsh na jana ho jo khud na sidhe kr saka ho vo swayam sidhe nhi ho sakta galat he
नमो बुद्धए🌹🙏
मानो नहीं जानो के सिद्धांत पर एक प्रश्न आपसे निवेदन है; कृपया इस कथा का स्रोत बतला दीजिये;
Om namho buddhay namah 🚩🚩🚩🙌🙌🙌👏👏👏👏🌼🌼🌼
Hare Krishna
बुद्ध ने ईश्वर के होने की बात कभी नहीं कही,
Superb 👌👌
Waa didi superb 👍👍👍
Nice video .
Good thanks
नमों बुद्धाय जी
Namo buddhay 👌👌👌
Very nice namo buddhay.
आदि सरना धर्मेश गौतम बुद्ध ने कहा है- जब देखो तो मानो वरना नहीं I
नमो बुद्धाय I
Namobudha🌹
तथागत बुद्ध ने ये कभी भी नहीं कहा कि ईश्वर कि खोज करो या मत करो ......वो कहते हैं आपो दीपों भव
अपना दीपक स्वयं बनों ....अपनी स्वयं कि खोज करो , ईश्वर नाम कि चीज दुनिया में हैं नहीं ...ये बुद्ध कहते हैं
Great... 😊🙏
Aapane bilkul shi kha hai
Good explanation
हमारी अंतरात्मा ही ईश्वर है।अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने से ईश्वर का पता चल जाएगा ।पहले इस्तेमाल करे फिर विश्वास करे।पहले ईश्वर को जाने समझे और फिर मानें ।महात्मा बुद्ध यही समझाना चाहते है दुनिया को ।
NAMO BUDDHAY 🙏❤️🙏
Great thought all God
Good