इधर अच्छा नहीं लगता , उधर अच्छा नहीं लगता मदीने के सिवा कोई , सफ़र अच्छा नहीं लगता बसे रहते हैं आंखों में , मदीने के हसीं मंजर वहा से लौट कर लाओ, तो घर अच्छा नहीं लगता जमाने की हजारों ने,मते मौजूद हो लेकिन तिलवत हो न कुरआ की, वो घर अच्छा नहीं लगता नात। नात उस जैसा कोई हमने , लाचार नहीं देखा जिसने भी मदीने को ,एक बार नहीं देखा काला हो की गोरा हो ,हम दर्द सभी के देखे दुनिया ने मोहम्मद सा , गम खार नही देखा सब कुछ वो उठा लाए , सरकार की खिदमत में बू बक्र के जैसा तो , दिलदार नहीं देखा खादिम था सवारी पर ,और खुद वो चले पैदल दुनिया ने उमर जैसा , सरदार नही देखा वैसे तो सखी आए , दुनिया में बहुत लेकिन उस मां की सखावत सा, मेयार नही देखा
وہی لوگ رب کا پتہ جانتے ہیں ۔۔جو سچ مجھے رہے مصطفی جانتے ہیں سبھی اس کی قدرت سے واقف ہیں لیکن خدا تو حبیب خدا جانتے ہیں ۔۔مریض محبت جہاں میں ہے جتنے ۔مدینے کے دارو شفا جانتے ہیں ۔فہیم اپنی محشر میں کیا فکر مجھ کو اگر مصطفی نے کہا جانتے ہیں
ماشاءاللہ بہت خوبصورت الفاظ❤❤❤
Mashallah Bahut khoob.......Faheem Bhai
سبحان اللہ کتنی اچھی آواز ھے ماشاء اللہ ❤️
❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
ماشاءاللہ بہت خوب
Masha❤Allah❤
لاجواب کلام اور بیمثال آواز ماشاء اللہ ❤❤❤❤❤
Masha allah bahot khub
ماشااللہ ماشااللہ۔ بہت خوبصورت ہے
Masha Allah bhuat hi umda bhai bhuat acchi naat
❤❤❤❤
Mashallah bahut khoob ❤️❤️❤️
Masha Allah
ماشاءاللہ
Masha Allah Faheem bhai bahot umda Sher hai
Mashallah
ماشاءاللہ ❤🌠🤲🤲🤲🤲🤲🤲
ماشاءاللہ ❤❤
ماشاءاللہ بہت خوب جناب
Mashallah Bahut khub
माशाअल्लाह
سبحان اللّٰہ
Mashaallah❤❤
Mashallah❤❤
ماشاءاللہ بہتر
Men Hafiz Waseem devli
इधर अच्छा नहीं लगता , उधर अच्छा नहीं लगता
मदीने के सिवा कोई , सफ़र अच्छा नहीं लगता
बसे रहते हैं आंखों में , मदीने के हसीं मंजर
वहा से लौट कर लाओ, तो घर अच्छा नहीं लगता
जमाने की हजारों ने,मते मौजूद हो लेकिन
तिलवत हो न कुरआ की, वो घर अच्छा नहीं लगता
नात। नात
उस जैसा कोई हमने , लाचार नहीं देखा
जिसने भी मदीने को ,एक बार नहीं देखा
काला हो की गोरा हो ,हम दर्द सभी के देखे
दुनिया ने मोहम्मद सा , गम खार नही देखा
सब कुछ वो उठा लाए , सरकार की खिदमत में
बू बक्र के जैसा तो , दिलदार नहीं देखा
खादिम था सवारी पर ,और खुद वो चले पैदल
दुनिया ने उमर जैसा , सरदार नही देखा
वैसे तो सखी आए , दुनिया में बहुत लेकिन
उस मां की सखावत सा, मेयार नही देखा
ماشاءاللہ بہت خوبصورت آواز ہے اللہ ہمیں بھی ایسی خوبصورت آواز دے
Mashaallah
Mashallah bahut khub qari Fahim Ahmed.sahab
وہی لوگ رب کا پتہ جانتے ہیں ۔۔جو سچ مجھے رہے مصطفی جانتے ہیں سبھی اس کی قدرت سے واقف ہیں لیکن خدا تو حبیب خدا جانتے ہیں ۔۔مریض محبت جہاں میں ہے جتنے ۔مدینے کے دارو شفا جانتے ہیں ۔فہیم اپنی محشر میں کیا فکر مجھ کو اگر مصطفی نے کہا جانتے ہیں
Mashallah Allah Nazre bad se mahfuz rakhe
ماشاءاللہ بہت خوب
Masha Allah bhut khub
Mashallah ❤❤
Masha Allah
Mashallah❤❤❤❤