श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम
जय-जय।। जय-जय मुनि भगवन को कोटि कोटि नमन देव मुनि भगवन को कोटि कोटि सादर साष्टांग दंडवत प्रणाम जय जय।।। जय जय भगवन सुख साताजी दन्डवत प्रणाम जय जय।। जय-जय देव गुरु कृपा जय जय।। जय जय श्री जय शिव
विनय पत्रिका के विवेचन के उद्देश्य से तुलसीदास जी के विनय पक्ष को उजाकर करते हुए विभिन्न उद्धरणों से बहुत सुंदर व अद्भुत कथा ठाकुर जी कृपा से नित्य श्रध्देय गुरुदेव जी के श्रीमुख से हमें सुनने को मिल रही है।वाह!हम तो धन्य हो गए!यह सब उनकी ही अहैतुकी कृपा ही है।आभार!सादर-हरे कृष्ण!जयश्री राधेरानी! -नथमल शर्मा,मेड़तासिटी(राज.)
हे प्रभु हे महात्मन हे अन्नदाता आपकी जय हो दंडवत महाराज जी राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव जय मां भवानी जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री हनुमान जी महाराज की जय हो जय हो जय हो
जाति व्यवस्था समाज और अर्थव्यवस्था का आधार है भाईजी। किसान खेती करना छोड़कर पोथी पत्रा देखने लगेगा, तो सब भूखे मरेंगे। इसी तरह सबके वर्णानुसार कर्म विभक्त हैं। आप अच्छे आत्मा हो, जाट कुल का जन्म है, हनुमानजी के चरणों में लगकर राम जी का भजन करो। कोई जाति बाधक नहीं। चांडाल को भी वैष्णव दीक्षा और गुप्त मंत्र मिलता है, सिर पर तिलक लगता है, गले में कंठी पहनाते हैं। फिर आप तो जाट हो। मेरा भी जाट कुल का शरीर है। गौसेवा हमारा धर्म है। और "राम राम" बोलने वाले हमारे पूर्वजों की धरोहर है ये संस्कृति। आप खूब तरक्की करें। ❤️🙏🏼 आज कल के नीच राजनीति और कम्युनिस्टों कि बातों में फंसकर, संतों ब्राह्मणों से द्वेष न बने। जय श्रीराम।
ऐसा किसने कहा भाई आपसे, कि शूद्र बंधुओं को भाषा ज्ञान का अधिकार नहीं है। अरे पुराण और महाभारत रामायण में तो सबको अधिकार है, ये संस्कृत ग्रंथ ही हैं ना? फिर संस्कृत पढ़ने का अधिकार क्यों नहीं होगा।
श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम
श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम श्रीसीताराम
जय-जय।। जय-जय मुनि भगवन को कोटि कोटि नमन देव मुनि भगवन को कोटि कोटि सादर साष्टांग दंडवत प्रणाम जय जय।।। जय जय भगवन सुख साताजी दन्डवत प्रणाम जय जय।। जय-जय देव गुरु कृपा जय जय।। जय जय श्री जय शिव
Jay shri sitaram guru ji ke charno me koti koti sastsng dandvat pranam
Shree Ram Jai Ram Jai Jai Ram 🙏🙏🙏🙏🙏
नमस्कार गुरु जी श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम ओम नमः शिवाय
Har Har Mahadeo. Harrissharnam Jai Gaumata Jai Gopal
Maharaj ji ko dandwat pranam
Jay Shri ram Jay Shri ram Jay Shri ram Jay Shri ram Jay Ho Maharaj ji ki
Jay Shree Radhe radhe 💐🌈🙏🙏🙏
Jay ho. Prabhu. Bahut. Anand. AA. Raha. H. BS. Sunte. Raho. Esa. Lgta. H. Jay. Radha Madhav
विनय पत्रिका आप हिंदी सहित पाठ करे बहुत आनंद आएगा।
सीताराम
Ramcharitmans ki chupaiya sunkar man gadgad ho gaya jai shree ram
गुरुदेव प्रणाम जय श्री गौरीशंकर जय श्री राधेश्याम
Jai Jai Shree Radhey. Jai Shree Sitaram.
Jai jai Shree Radhe krishna 🙏
Jay shree krishna! Jay Gurudev dandavat Pranam 🙏🙏😇
जय श्री राम गोमाता जय गोपाल गुरु देव जी के श्री चरणो में दास का कोटि कोटि नमन
Shree Vinay Patrika ji ki jai. Parampujya Shree Tulsidas ji Maharaj ki jai
🙏🙏राम नाम लेते रहो जीने का आनंद लेते रहो🙏🙏
Sadgurudev Bhagwan ke Pavan Charanon Mein Das ka Sadar dandvat Pranam Koti Koti Naman Vandan Jay Shri Sitaram ji🌷🚩🙏🙏🙏🚩🌷
જય હો ગુરૂ માહારાજ ભગવાન તમારિ જય હો જય ગુરુદેવ ભગવાન તમારા ચરણોમાં કોટી કોટી વંદન નમંન નમસ્કાર ડંનવત પ્રણામ મુજ દાશ ના સ્વીકારજો જય દાદાજી ગુરૂ માહારાજ ગણેશ દાશજિ મહારાજ જિ નિ જયહો જયહો પહાડી બાબા કિ જય જય શ્રી સિતારામ જય ગૌ માતા જય રાધે ક્રિષ્ના જય ગોવિંદ જય ગોપાલ જય નારાયણ હરિકૃષ્ણ નારાયણ હરિકૃષ્ણ હર હર મહાદેવ હર
गुरुदेव के चरणों में दंडवत प्रणाम
जय सिया राम
Jai Shree Vrindavan Dham ki. Shree Girrajji Maharaj ji ki jai
जय श्री कृष्णा राधे राधे जी। जय श्री राम जी
विनय पत्रिका के विवेचन के उद्देश्य से तुलसीदास जी के विनय पक्ष को उजाकर करते हुए विभिन्न उद्धरणों से बहुत सुंदर व अद्भुत कथा ठाकुर जी कृपा से नित्य श्रध्देय गुरुदेव जी के श्रीमुख से हमें सुनने को मिल रही है।वाह!हम तो धन्य हो गए!यह सब उनकी ही अहैतुकी कृपा ही है।आभार!सादर-हरे कृष्ण!जयश्री राधेरानी!
-नथमल शर्मा,मेड़तासिटी(राज.)
Govind pitaji🙏🙈radhe radhe😇❤🙋
Bhai. Sarm. Kyo. Bhav. Se. BoLo. Govind. Mere. Pita. H.
Jay. Radha Madhav
सदगुरु भगवान की जय हो🙏
जय श्री राम गुरु जी के चरणों में दास का सादर प्रणाम
Jay shri sita ram
Jai Shri krishna maharaj ji. Koti koti vandan Pujya Maluk peethaadeeshwar ke shri charno me. Aanand aa gaya 🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐🌹
श्री सदगुरू देव भगवान के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
श्री सीता राम
राम
Shri sita ram 🙏🙏🙏🙏
प्रणाम गुरुदेव
श्रीराम जय राम जय जय राम।
श्री सद्गुरुदेव भगवान् की जय।
Maa jagdama. Maa laxmi . Maa saraswati satri roop m hai.
Koti koti dhanyvad maharaji vinay patrika k liye ye pad to adbhut h hi inki yakhya bhi aap bhut hi sunder krt h
He govind rakho sharan ab to jivan hare
Jai Shree Ram
Jai guru dev bhgwan ji k charno me koti koti pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Koti Koti Pranam Aapke Charno Mai Pujye Maharaj Shri 🙏🙇🌷🌷
Radhey Radhey 🌷🌷🍃🙏
Har Har Mahadev 🌷🌷🌿🙇🚩
jay sia ramji ki🙏🙏🙏🌹🌹
Jay Shri sitaram ji
सदगुरुदेव भगवान के पावन चरणों में दास का सादर दंडवत प्रणाम कोटि-कोटि नमन वंदन जय श्री सीताराम जी 🚩🌹🙏🙏🙏🌹🚩
Jay gurudev ko koti koti pranam
श्री सद्गुरुदेव भगवान के चरणारविंदों में दास का सादर शाष्टांग दण्डवत चरणस्पर्श प्रणाम
श्री गुरु चरणकमलेभ्थो नमः 🙏
SreeRam jayRam Jay jayRam
Isa samast Seva ko dekhkar man kitna prasann hai ye vaani m saamarthya nhin hai
Jai Sri krishna ji 🙏jai siya Ram 🙏🙏🙏🙏🙏
समस्त वेदपाठी बटुक ब्रह्मचारियों के चरणारविंदों में दास का सादर शाष्टांग दण्डवत चरणस्पर्श प्रणाम
Bus ye kahungi ye mere gurudev Hain
महाराज श्री के मुखरविंद से इतनी भव्य कथाओं को सुनकर मन भरता ही नहीं (जय श्री राम) 🙏
बहुत ही दिव्य सत्संग।
🌹🙏साष्टांग दण्डवत प्रणाम दयालु गुरुदेव🙏🌹
Jai bhagvan shree Ram jai jai Ram 👏👏👏👏👏👏🌹🌷🌷🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हे प्रभु हे महात्मन हे अन्नदाता आपकी जय हो दंडवत महाराज जी राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
Jai Shree Ram
हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव जय मां भवानी जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री हनुमान जी महाराज की जय हो जय हो जय हो
गुरु भगवान को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
🌹 🙏आदरणीय परम पूज्य गुरुदेव आपको शत् शत् नमन बंदन 🙏🌹 जय गोमाता जय गोपाल 🌹 🙏जय जय श्री सीताराम 🙏🌹
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम🙏🙏🙏
जय श्री राम जय हनुमान 🙏🙏🚩
जै जै 🙏🏻🙏🏻🙏🏻प्रणाम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏
🕉🙏🌹(हरे राम हरे राम रामराम हरे हरे ,हरेकृष्ण हरे कृष्ण कृष्णकृष्ण हरे हरे) 🌹🙏*****08/22
अनन्त श्रीसमपन्न॔ श्रीमदजगतगुरू द्वाराचार्य श्रीमलूकपीठाधीशवर महाराज श्री के चरणों में दास का प्रणाम है
Jai Shri Sitaram
Shri ram Jai Jai ram
श्री राम जय राम जय जय राम
Jai Gau mata Jai gopal
Kisi maa baap ka ek bachcha agar kamjore hai to oos bachche ka maata pita vishesh dhyan rakhte hai.
Jaise maa baap apne bachcho m bhaid bhaav nahi karte. Waise hi ishwar bhi apne bachcho m bhaidbhav nahi karta. Hum sab parmaatma ki santaan hai.
Ishwar. Maa jagdama to bhav dekhti hai. Kaun kis jaati ka hai y nahi dekha jaata.
प्रतिपाल श्री स्वामी जी श्री विष्णु सहस्त्र नाम के पाठ पूर्व शाप मोचन व विनियोग न्यास भी जरुरी है?
गोविन्द दामोदर माधवेती
Mane suna hai. Poorane samay m shudro ko mandir m pravesh ki permission nahi thi.
M sevak raghupati pati more..
Aap n bataya kii prani maatr m Ram ji k darshan karne chahiye. Fir to jaati vavastha ka auchitay rah hi nahi sakta
जाति व्यवस्था समाज और अर्थव्यवस्था का आधार है भाईजी। किसान खेती करना छोड़कर पोथी पत्रा देखने लगेगा, तो सब भूखे मरेंगे। इसी तरह सबके वर्णानुसार कर्म विभक्त हैं। आप अच्छे आत्मा हो, जाट कुल का जन्म है, हनुमानजी के चरणों में लगकर राम जी का भजन करो। कोई जाति बाधक नहीं। चांडाल को भी वैष्णव दीक्षा और गुप्त मंत्र मिलता है, सिर पर तिलक लगता है, गले में कंठी पहनाते हैं। फिर आप तो जाट हो।
मेरा भी जाट कुल का शरीर है। गौसेवा हमारा धर्म है। और "राम राम" बोलने वाले हमारे पूर्वजों की धरोहर है ये संस्कृति।
आप खूब तरक्की करें। ❤️🙏🏼
आज कल के नीच राजनीति और कम्युनिस्टों कि बातों में फंसकर, संतों ब्राह्मणों से द्वेष न बने।
जय श्रीराम।
Dhor, pashu , shudr naari aur pashu prtaadna k adhikari. Ka kaya matlab hai
Maharaj ji charan saparsh. Kaya shudr jaati k log sanskrit pad sakte hai. Ved paath kar sakte hai.
सब संस्कृत पढ़ सकते हैं। लेकिन कल्याण संस्कृत पढ़ने मात्र से नहीं भाई जी, भजन से होगा। राम नाम जप करने से, गौसेवा करने से।
Aap n batya jinhe sanskrit nahi aati wo maanav nahi. Agar shudr jaati k logo ko sanskrit padne ka adhikar nahi to wo to maanav hai hi nahi.
ऐसा किसने कहा भाई आपसे, कि शूद्र बंधुओं को भाषा ज्ञान का अधिकार नहीं है।
अरे पुराण और महाभारत रामायण में तो सबको अधिकार है, ये संस्कृत ग्रंथ ही हैं ना?
फिर संस्कृत पढ़ने का अधिकार क्यों नहीं होगा।
Shri Sita Ram ji Jai ho 🙏🙏🙏
सादर वंदन प्रणाम 🙏🌷🌹🙌
Sadgurudev Bhagwan ke Pavan Charanon Mein das ka Sadar dandvat Pranam Koti Koti Naman Vandan Jay Shri Sitaram ji🌷🚩🌹🙏🙏🙏🚩🌹🌷
सदगुरुदेव भगवान के पावन चरणों में दास का सादर दंडवत प्रणाम कोटि-कोटि नमन वंदन जय श्री सीताराम जी 🌹🚩🙏🙏🙏🚩🌹
He Govind he gopal
🙏
15:00 🔖
जय श्री सीताराम