BHAGAVAD GITA (Chapter 10) DAY 11

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 7 лют 2025
  • रुद्राणां शङ्करश्चास्मि वित्तेशो यक्षरक्षसाम् |
    वसूनां पावकश्चास्मि मेरु: शिखरिणामहम् || 23||
    पुरोधसां च मुख्यं मां विद्धि पार्थ बृहस्पतिम् |
    सेनानीनामहं स्कन्द: सरसामस्मि सागर: || 24||
    महर्षीणां भृगुरहं गिरामस्म्येकमक्षरम् |
    यज्ञानां जपयज्ञोऽस्मि स्थावराणां हिमालय: || 25||
    अश्वत्थ: सर्ववृक्षाणां देवर्षीणां च नारद: |
    गन्धर्वाणां चित्ररथ: सिद्धानां कपिलो मुनि: || 26||

КОМЕНТАРІ •