सारस्वत संस्कृति एक प्राचीन भारतीय संस्कृति है जो सरस्वती नदी के किनारे विकसित हुई थी। यह संस्कृति लगभग 4000-1500 BCE तक फैली हुई थी और इसका नाम सरस्वती नदी से लिया गया है, जो उस समय एक महत्वपूर्ण नदी थी। सारस्वत संस्कृति की विशेषताएं: 1. शहरीकरण: सारस्वत संस्कृति में शहरीकरण का विकास हुआ था, जिसमें लोग शहरों में रहते थे और व्यापार, कला और शिक्षा में संलग्न थे। 2. सिंचाई प्रणाली: सारस्वत संस्कृति में सिंचाई प्रणाली का विकास हुआ था, जिससे कृषि को बढ़ावा मिला और लोगों को पर्याप्त भोजन मिला। 3. वास्तुकला: सारस्वत संस्कृति में वास्तुकला का विकास हुआ था, जिसमें मंदिर, महल और अन्य संरचनाएं बनाई गईं। 4. कला और शिल्प: सारस्वत संस्कृति में कला और शिल्प का विकास हुआ था, जिसमें मूर्तिकला, चित्रकला और अन्य कलाएं शामिल थीं। 5. शिक्षा और साहित्य: सारस्वत संस्कृति में शिक्षा और साहित्य का विकास हुआ था, जिसमें वेदों और अन्य प्राचीन ग्रंथों का अध्ययन किया जाता था। सारस्वत संस्कृति का महत्व: 1. प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रतिनिधित्व: सारस्वत संस्कृति प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रतिनिधित्व करती है और इसका अध्ययन करने से हमें उस समय के जीवन, संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानकारी मिलती है। 2. विकास की कहानी: सारस्वत संस्कृति का विकास एक महत्वपूर्ण कहानी है जो हमें बताती है कि कैसे एक प्राचीन सभ्यता ने विकसित होकर एक उन्नत संस्कृति बनाई। 3. सांस्कृतिक विरासत: सारस्वत संस्कृति हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका अध्ययन करने से हमें अपनी जड़ों के बारे में जानकारी मिलती है।
सिंधु घाटी सभ्यता 5000 साल पुरानी नहीं 30 साल ही पुरानी है क्योंकि हमने भी दादा दादी के जमाने में देखा हैं बिल्कुल ऐसा ही सभ्यता। लकड़ी के हल, बैलगाड़ी पर बारात, मिट्टी के घर खपरैल, मिट्टी के मटके में दही रखना, मिट्टी के गिलास, ये सब सिंधु घाटी सभ्यता से मेल खाता है।
आज से 100 वर्ष पहले लोग मिट्टी के वर्तन में खाना बनाते थे वर्तन अशुद्ध होने पर गांव के बाहर एक निश्चित जगह पर सारे गांव वाले फेक दिया करते थे उस जगह को ठिकरौर बोला जाता था
@ Sanjeev Kumar - 100 वर्ष ही क्यों, अभी भी बहुत से गांवों में खाना पकाने के लिये मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल होता है। शहरों से दूर-दराज गांव तो गरीबी या सुविधा विहीनता के कारण, पर बड़े शहरों में भी होटलों/ढाबों में " हांडी मटन " , चंपारण स्टाइल( रेसिपी) का आहुना मटन मिट्टी के हांडियों में ही बनता है।
सिंधु घाटी सभ्यता यानि महाभारत कालीन सभ्यता कयोंकि आज से 5000 ई. पू ही हमारे भगवान श्री कृष्ण☝ इस धरती पर अवतरित हुए थे, ओर महाभारत का युद्व 18 दिन तक चला ओर इस युद्ध में न जाने कितने लोग मारे गए थे, यानि कि अंतिम संस्कार करने वाला भी कोई न बचा था, तो इसलिए मेरा अनुभव ये कहता है, की ये उन लोगो के घर होगें, कयोंकि महाभारत के समय, सरस्वती नदी बहती थी, ओर ये सभ्यता भी इसी सरस्वती नदी के किनारे पर विकसित हुई थी. जय हिंद..
बड़वासकला तहसील अरनोद जिला प्रतापगढ़ राजस्थान में बड़वासकला भी एक सिन्दू घाटी सभ्यता का क्षेत्र है जिसमें सेवना गाँव भी बड़ी गढ़ी है पूराने मन्दिर के निशान भी है 11-2-2023 को प्रस्तुति
भारत की केंद्र सरकार एवं राज्यों की सरकार अगर सही तरीके से प्रयास करें तो पूरे भारत में न जाने कितने ऐसे पर्यटक स्थल विकसित हो जाएं, जो की आमदनी का जरिया भी होंगे सरकारों की और लोगों को रोजगार भी मिलेगा. जय हिंद वंदे मातरम,,
1000 1500 saal pahale log kabile mein rahate the ye unhi logon ka hai aise zamin mein dabe teele har jagah hain 5 10 km ke antar par ek mere ganv mein hi hai aur 2 teele 10 km ke under hain 2 alag alag ganvo mein unme se bhi aise hi bartan aur kankal sone chaandi ke gahane {आभुसड/ nikalte hain lekin koi bhi nahi leta hai na koi khudai karta hai dar se kisi kisi ne sone chandi liye to unko bahot hi nuksan pahuncha aisa gaanv walon ka kahena hai
you cab show but please do NOT throw away as its ridiculous and against archaeology rules safe guard and with sense of respect to the olden heritage we respect your efforts
सारस्वत संस्कृति एक प्राचीन भारतीय संस्कृति है जो सरस्वती नदी के किनारे विकसित हुई थी। यह संस्कृति लगभग 4000-1500 BCE तक फैली हुई थी और इसका नाम सरस्वती नदी से लिया गया है, जो उस समय एक महत्वपूर्ण नदी थी।
सारस्वत संस्कृति की विशेषताएं:
1. शहरीकरण: सारस्वत संस्कृति में शहरीकरण का विकास हुआ था, जिसमें लोग शहरों में रहते थे और व्यापार, कला और शिक्षा में संलग्न थे।
2. सिंचाई प्रणाली: सारस्वत संस्कृति में सिंचाई प्रणाली का विकास हुआ था, जिससे कृषि को बढ़ावा मिला और लोगों को पर्याप्त भोजन मिला।
3. वास्तुकला: सारस्वत संस्कृति में वास्तुकला का विकास हुआ था, जिसमें मंदिर, महल और अन्य संरचनाएं बनाई गईं।
4. कला और शिल्प: सारस्वत संस्कृति में कला और शिल्प का विकास हुआ था, जिसमें मूर्तिकला, चित्रकला और अन्य कलाएं शामिल थीं।
5. शिक्षा और साहित्य: सारस्वत संस्कृति में शिक्षा और साहित्य का विकास हुआ था, जिसमें वेदों और अन्य प्राचीन ग्रंथों का अध्ययन किया जाता था।
सारस्वत संस्कृति का महत्व:
1. प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रतिनिधित्व: सारस्वत संस्कृति प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रतिनिधित्व करती है और इसका अध्ययन करने से हमें उस समय के जीवन, संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानकारी मिलती है।
2. विकास की कहानी: सारस्वत संस्कृति का विकास एक महत्वपूर्ण कहानी है जो हमें बताती है कि कैसे एक प्राचीन सभ्यता ने विकसित होकर एक उन्नत संस्कृति बनाई।
3. सांस्कृतिक विरासत: सारस्वत संस्कृति हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका अध्ययन करने से हमें अपनी जड़ों के बारे में जानकारी मिलती है।
सिंधु घाटी सभ्यता 5000 साल पुरानी नहीं 30 साल ही पुरानी है क्योंकि हमने भी दादा दादी के जमाने में देखा हैं बिल्कुल ऐसा ही सभ्यता। लकड़ी के हल, बैलगाड़ी पर बारात, मिट्टी के घर खपरैल, मिट्टी के मटके में दही रखना, मिट्टी के गिलास, ये सब सिंधु घाटी सभ्यता से मेल खाता है।
संग्रहालय देखने को मिल जाता तो सफ़र पूरा हो जाता 👌👌👍👍💪💪🙏
आज से 100 वर्ष पहले लोग मिट्टी के वर्तन में खाना बनाते थे वर्तन अशुद्ध होने पर गांव के बाहर एक निश्चित जगह पर सारे गांव वाले फेक दिया करते थे उस जगह को ठिकरौर बोला जाता था
कार्बन c 14
@ Sanjeev Kumar - 100 वर्ष ही क्यों, अभी भी बहुत से गांवों में खाना पकाने के लिये मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल होता है। शहरों से दूर-दराज गांव तो गरीबी या सुविधा विहीनता के कारण, पर बड़े शहरों में भी होटलों/ढाबों में " हांडी मटन " , चंपारण स्टाइल( रेसिपी) का आहुना मटन मिट्टी के हांडियों में ही बनता है।
सिंधु घाटी सभ्यता यानि महाभारत कालीन सभ्यता कयोंकि आज से 5000 ई. पू ही हमारे भगवान श्री कृष्ण☝ इस धरती पर अवतरित हुए थे, ओर महाभारत का युद्व 18 दिन तक चला ओर इस युद्ध में न जाने कितने लोग मारे गए थे, यानि कि अंतिम संस्कार करने वाला भी कोई न बचा था, तो इसलिए मेरा अनुभव ये कहता है, की ये उन लोगो के घर होगें, कयोंकि महाभारत के समय, सरस्वती नदी बहती थी, ओर ये सभ्यता भी इसी सरस्वती नदी के किनारे पर विकसित हुई थी.
जय हिंद..
भाई भारत की धरती में बहुत कुछ गड़ा हुआ है हजारों लाखों साल का इतिहास छुपा पड़ा है
बहुत सुन्दर । हमारी प्राचीन सभ्यता के दर्शन करवाने के लिए धन्यवाद।
एडवांस बधाई हो 10 लाख यूट्यूब परिवार होने पर
भाई जो आप मिट्टी के टुकडे देख रहे वह हमारी प्राचीन जीवन शैली है थी ।
अच्छी प्रस्तुति। क्या आप लिपि के बारे में बता सकते हैं? नेट में जानकारी नहीं मिल रही।
बड़वासकला तहसील अरनोद जिला प्रतापगढ़ राजस्थान में बड़वासकला भी एक सिन्दू घाटी सभ्यता का क्षेत्र है जिसमें सेवना गाँव भी बड़ी गढ़ी है पूराने मन्दिर के निशान भी है 11-2-2023 को प्रस्तुति
एडवांस में बहुत-बहुत बधाई एंड मुबारकबाद आपको 10 लाख यूट्यूब फैमिली होने पर ❤️❤️💐💐God Bless You Bhai Jaan ❤️🤗🥰
जानकारी स्पष्ट होनी चाहिए! 4000 वर्ष आज से या ईसा से पूर्व से!
और भी सूचना स्पष्ट प्रेषित नहीं है
कई साल पुराना देखना जैसे सांभर और नरेना रोड के बीच में पुराने जमाने का है देखने लायक है उसका वीडियो
Ancient civilization of Mahaan Bharat 🕉️
Sir please aahar bhi visit kre aur video banaye....
Very nice Bhai 👌❤️ God Bless You Bhai ❤️❤️
Love you From Siwan(Bihar)
Love you Satyendra Bhai
I love historical places
वीडियो बहुत अच्छा बनाया है आशा है कि आगे भी ऐसे ही वीडियो बनाकर हमें जानकारी देते रहेंगे।
Bdi khushi hui bhai
Congratulations 🎉🎉🎉 bhai ten lakh ki liye
बहुत सुन्दर 👍👍💐💐
1मिलीयन की बहुत-बहुत बधाई इन एडवांस
Good information
Thanks to show us some evidence of 4000 B.C indus valley civilization.
राजस्थान में एक शंभर नाम का शहर है वह भी एक देखने के लायक है उसका भी वीडियो बनाओ बहुत दूर-दूर से लोग आता है
Bhai love you ☺️
1miliyan hone par
Bahut badhiya
Video bht hi achha laga = lekin museum ko dekhne par hi sab jan payenge ( par, aun keise )?
बहुत सराहनीय है आपका आभार
❤❤❤❤❤ आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
भारत की केंद्र सरकार एवं राज्यों की सरकार अगर सही तरीके से प्रयास करें तो पूरे भारत में न जाने कितने ऐसे पर्यटक स्थल विकसित हो जाएं, जो की आमदनी का जरिया भी होंगे सरकारों की और लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
जय हिंद वंदे मातरम,,
बहुत बढ़िया भाई। 🙏👌🏻👍🏻🌹🇮🇳💖♥️🌷
Bahut achhA rha safar bhai
Ese Awseh aur raste ke kux nisan to mere yaha bhi h
Good Video-on spot & real visit to Kalibangan.Thanks a lot.
Suresh joshi 🐶🐶🐶👈
nice video bhai sahb
Thnku so much bro nice video ❤❤
KALI BONGA
काली बंगा
काली _ काली
बंगा -- देवता
संताली भाषा मे।
Wa beautiful blog
Agra visit bhai
Very nice video brother
Very Nice information video jee 🌹 🌹 👍 👍
Nasir Sheikh 🐶🐶🐶👈
Congratulations for 1M In advance
Very good adventure and nice presentation.Thanks.
Bahut atcha loga. Thank you
Bhai aap hamare ghanw aa ke gaye
Congratulation 1 million
Bhut hi shandar video ❤️💫⭕
Sayyad Ansari 🐶🐶🐶👈
@@sunilsingh64772 wah bhai
Bahut accha jankari mili.
Bhai golden Play button milne wala hai ☺️
Mere village Gundau maibhi esa hi sabhyata ka udgam sthan hai
Hamrare najdik aaye ho bhai saab 🥰🥰
Aage badhte raho aue sabhi purane sabhyata wale jagah jao jo videsh me waha bhii tq
कुभारो की पुरानी बस्ती
Great 👍🏿
बहुत बढ़िया
आपका मशहूर डायलॉग, सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार, 🙏🙏🙏🙏🙏 कैसे हो सभी।
❤🎉Jay ho Hindustan meri Jaan super video Bhai🎉🌺🌺🌺💐💐 aage Bado Hamara Saath hain🎉 Jai Ho Bhai J Ho super video🎉🌺🌺🌺
Bahut Bahut Shukriya shreeman
भाई आप भरतपुर से ही हो न ??
Bhai aap to mere gaam me aaye the bhai yaar
एसी विडियो बहुत अच्छी लगती हैं
Satendra Bhai Mai yar apke her video ko dekhta hun ap ye sochate ho ki dusare chanal per vies nhi ate yar Apne gher Ka blog dalte rha karo plz plz
Happy Holi 🎉🎉🎉🎉
1000 1500 saal pahale log kabile mein rahate the ye unhi logon ka hai aise zamin mein dabe teele har jagah hain 5 10 km ke antar par ek mere ganv mein hi hai aur 2 teele 10 km ke under hain 2 alag alag ganvo mein unme se bhi aise hi bartan aur kankal sone chaandi ke gahane {आभुसड/ nikalte hain lekin koi bhi nahi leta hai na koi khudai karta hai dar se kisi kisi ne sone chandi liye to unko bahot hi nuksan pahuncha aisa gaanv walon ka kahena hai
Ram Ram ji 🙏🙏🙏
Nice Bhai
Jay Hind Jay Bharat
1 miliyan ho gye party de do bhai😊
Thanks brother 🙏
Aaj से 100 वर्ष पहले की सभत्या और 5000 वर्ष पहले की सभत्या लगभग एक जेसी थी पुराने समय में कोई हवाई जहाज नहीं थे जो आज कल बताया जा रहा ह
अच्छा प्रयास ।
Bhai aap mic kis compony ka use karate ho please 🙏 reply
Very nice video
Very good
Mast bro
अच्छा लगा वीडियो सर
UA-cam walo me ek Kami Hai Naam pata us jagah ka nahi dalte Hai
North Hanuman garh Rajasthan Sindu Time
Very Nice Video 👍👍
Good
👌👌👌
Mujhse bhi dekhna hai bhai😢
Nice
4000 years ago
सिंधु घाठी लिपि सबसे pahle किसने पढ़ी
Koi abhi tak padh nhi paya h isko dravid logo ki sabhyata thi ye
बहुत ही सानदार विडियो आपके विडियो देखकर बहुत ही अच्छा लगा
Hello
Hdppa sanskruti ke log banjara jaati ke jo Aaj Puri duniya me फैली hui hy
In pr ek video banao sir
you cab show but please do NOT throw away as its ridiculous and against archaeology rules safe guard and with sense of respect to the olden heritage we respect your efforts
Mast
जय हिंद ❤
Nice vlog bhai
Ran Ji
भाई पॉलिथीन फाड़ के हटा के दिखा , मजा नही आ रहा है यार ऐसी मिट्टी मिट्टी देख के 😣
कालीबंगा की पहले स्टडी करके बाद में गाइड बनकर दिखाते तो ज्यादा और सही जानकारी मिलती , सभ्यता के अवशेष हैं तमाशा नही ।
Nice video
Jai Sanatan Dharm Sanskriti ❤
अब तक 2023 ईसा साल की गिनती चल रहा है तो 4 हजार ईसा साल काहासे आया हा सनातनी गिनती में कली युग के 6 हजार एक सह37 साल कुछु चालू है
थोड़ा पढ़ लो साहब 🙏🙏🙏