अपने परिवार से मिलने का मार्मिक क्षण । कभी पूर्वज गिरमिटिया मजदूर बनके फ़िजी गये थे आज उनके वारिस अपनी जमीन को तलाश कर अपने परिवार से मिलने आए। देश और बिहार के लिए गौरव का पल।
बहुत बहुत धन्यवाद, इन लोगों को इसलिए कि परिवार से जुड़े रहना इनसे सीखना चाहिए। भारतीय संस्कृति इनमें कुटकुट कर भरी हुई है विदेश में रहकर भी। आपको खबर दिखाने के लिए विशेष तौर पर धन्यवाद ,आप इस तरह के खबर अक्सर दिखाते रहते हैं।
आप लोगों को बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद अनिल जी ,इसलिए की यहां तो अपने को ही लोग भूल जाते हैं।कम से कम पूर्वजों को याद तो इन्होंने याद तो किया, यहां तो लोग अपने को ही भूलजाते हैं।
इस तरह के संदेश के साथ खबर के लिए आपको पत्रकार महोदय बहुत बहुत धन्यवाद।खास करके उन लोगों को विशेष तौर पर धन्यवाद जो सात समुंदर पार करके यहां बक्सर में आए हैं अपनों से मिलने, यह एक बहुत अच्छा संदेश है।
जो परिवार बिदेश मे रहकर 132 वर्ष के बाद भी अपनी सभ्यता नही भूला वह सभी बधाई के पात्र है पूरा गाँव उस परिवार पर प्रेम की वर्षा करे मै u p का हूँ नही तो मै जरूरी आता
जो अपनीं मिट्टी से जुङे हुए होतें हैं वो अपनीं मिट्टी अपनां गाँव नां छोडते हैं नां भूलते हैं अब बक्सर या गाँवों के लोगो में होङ लगा है गाँव छोड़कर शहर में बसनें की अपनें परिवार से मिलनें आये अनील जी प्रणाम कम से कम अपनीं मिट्टी को याद तो किया जय हिंद
एक कहानी पढ़े थे "लल्लू कब लौटेगो" आज लल्लू लौट आये हैं ,गिरमिटिये बन अपने आटे के पीपे में धर्म की पुस्तकें लेकर अंग्रेज बहादुर के खेतों में काम को गए अब अपनी जड़े तलाश रहे हैं,उनकी अगली पीढिये
Sir and Madam wow yaar kya Hindi bola done laga hi nahi ki ye log figian hai ye to Puri indian hai bhai .....hame bahut khushi mili ye news dekhkar ....Mai aksar news nahi dekhta ...magr ye adbhut or emotional hai .... Hame garv hai apne bhartiya sanskriti pe ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आज कल तो अपने मां पिता को छोड़ कर विदेश चला जाता है मां बाप मर जाता है लाश सड़ जाता है फिर भी मारूम नहीं होता ओर मारुम होता भी है तो आता भी नहीं । पीजी के हिन्दू भाई लोग Great है।U are Great ❤❤❤❤❤
इस खबर को जितना हो सके शेयर कीजिए। सपना था मगर सच हुआ, यह एकमात्र खबर नहीं है, यह एक संदेश भी है।यह उन लोगों के लिए है जो अपने देश में रहकर भी अपने लोगों को भूल जाते हैं। यह लोग तो विदेशों से कई पीढ़ी बाद गांव घूमने आए और मिल गए परिवार, तो यह खबर बन गई ,जो एक अब अच्छा संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
पूर्वजों की धरती भारत में आप सभी का हार्दिक स्वागत, बधाई है।
Dil Sai namaste
बहुत बहुत बधाई
❤❤❤❤ जय हो जय हो जय हो❤❤❤
बहुत ही बढ़िया परिवार है देखिये 150 साल बाद भी अपना culture को मानते हैं ये बहुत ही बड़ी बात है, इस परिवार को बधाई
अपने परिवार से मिलने का मार्मिक क्षण । कभी पूर्वज गिरमिटिया मजदूर बनके फ़िजी गये थे आज उनके वारिस अपनी जमीन को तलाश कर अपने परिवार से मिलने आए। देश और बिहार के लिए गौरव का पल।
बहुत खुशी का पल आप को याद रही अपनो की याद कभी न कभी जरुर आती है बहुत बहुत धन्यावाद जय सियाराम
विदेश में रहकर भी अपनी भारतीय संस्कृति को नहीं बोले वह वाकई में उन्हें दिल सेसलाम। पंजाब केसरी एवं पत्रकार को बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत बहुत धन्यवाद, इन लोगों को इसलिए कि परिवार से जुड़े रहना इनसे सीखना चाहिए। भारतीय संस्कृति इनमें कुटकुट कर भरी हुई है विदेश में रहकर भी। आपको खबर दिखाने के लिए विशेष तौर पर धन्यवाद ,आप इस तरह के खबर अक्सर दिखाते रहते हैं।
गर्व होता है, ऐसे लोगो पर।
Watching from Fiji mere bhai
@@ArvinKumar-j7mhow many Indians currently living in fiji??
आप लोगों को बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद अनिल जी ,इसलिए की यहां तो अपने को ही लोग भूल जाते हैं।कम से कम पूर्वजों को याद तो इन्होंने याद तो किया, यहां तो लोग अपने को ही भूलजाते हैं।
बक्सर जिला के माटी है। अपना अपना ही होता ।है हम उसे देश के वासी हैं ।जिस देश में गंगा बहती है
इस तरह के संदेश के साथ खबर के लिए आपको पत्रकार महोदय बहुत बहुत धन्यवाद।खास करके उन लोगों को विशेष तौर पर धन्यवाद जो सात समुंदर पार करके यहां बक्सर में आए हैं अपनों से मिलने, यह एक बहुत अच्छा संदेश है।
आप धन्यवाद के पात्र हैं कि आप फिजी में रहते हुए भी अपनी संस्कृति और भाषा सभ्यता को संजोकर रखे । बहुत बहुत बधाई । ब्रह्मदेव राम बेगूसराय
खून पानी से गाढ़ा होता है।❤
बहुत सुंदर हमें गर्व है अपनी संस्कृति पर नमन है
बहुत बढ़िया ❤
आव भाव भारतीय जैसा लग रहा है । बहुत अच्छा लगा कि परिवार सदस्य से मिल रहे हैं ।
जो परिवार बिदेश मे रहकर 132 वर्ष के बाद भी अपनी सभ्यता नही भूला वह सभी बधाई के पात्र है पूरा गाँव उस परिवार पर प्रेम की वर्षा करे मै u p का हूँ नही तो मै जरूरी आता
फिजी 90% इंडियन का हाय है कोई आश्चर्य नहीं
भाई जी आश्चर्य इस बात का है कि वह लोग ढूंढते ढूंढते आ गए ,गांव देखना था, मगर मिल गए परिवार, यह उम्मीद नहीं था, लोग आते कहां है।
Right
Bhai aap galat hai. ...fiji mey kisi samay 50% indians thy par ab lagbhag 35/40% hi bache hai.......
जो अपनीं मिट्टी से जुङे हुए होतें हैं वो अपनीं मिट्टी अपनां गाँव नां छोडते हैं नां भूलते हैं अब बक्सर या गाँवों के लोगो में होङ लगा है गाँव छोड़कर शहर में बसनें की अपनें परिवार से मिलनें आये अनील जी प्रणाम कम से कम अपनीं मिट्टी को याद तो किया जय हिंद
बहुत बहुत धन्यवाद सर ऐसी न्यूज दिखाने के लिए 🙏🙏🙏
जी आपको भी बहुत बहुत धन्यवाद इस खबर को जितना हो सके शेयर कीजिए ताकि लोगों के भी जहां में यह बात पहुंचे। कि हम भी गांव एवंपरिवार से जुड़े
Purvajo ki dharti par aapka swagat hai.
I got emotional❤
Ye adbhut kshan hain... Khaskar Fizi wale chachajee aur chachijee ke liye...❤❤❤❤❤
Sun ke man bhabhuk ho gya ...dhanya h aap ...bharat ke mitti ko nhi bhule
ढूंढने से तो भगवान मिलते हैं और आपलोग भी ढूंढ लिऐ।
फिजी मेंभारतवंशी आज भी भारतीय संस्कृति को संजोए हुए हैं❤
Is Video ke liye dhanywad
जियो भाई युगों युगों तक ❤❤❤❤
Bahut khusi hui inhe dekhkar
हमको अपनी माटी से अनुपम प्यार है, साबित हो गया
Welcome ,aap logo ka.bahut sundar ,
कितने मजबूर होकर देश छोड़े होंगे उस समय 😢
Bahut bahut badhai ho arvind bhaiya ko
बहुत भावुक क्षण ।
जी बिल्कुल, इसे सामने लाने वाले पत्रकार को सबसे पहले बहुत बहुत धन्यवाद यह समाज के लिए एक संदेश भी है। बहुत बहुत धन्यवाद
महान् है अनिल कुमार फिजी वाले ❤❤❤❤
Buxar bale bro
बिहार का ❤केसठ❤ तो मेरा पर ददिहाल का गांव है ।
Welcome
भारतीय नागरिक के छठी मइया के स्थान पर राधे राधे जय श्री कृष्ण
बहुत ही अच्छा लगा कहानी सुनकर।
सही कहा आपने
Salute hai sir ji
Thanks.ji
यह कुछ लोगों के लिए सबक भी है और प्रेरणा भी, यहां तो आसपास के लोगों को भी लोग भूल जाते हैं अपने ही देश में रहने के बाद भी
Congratulations es parivar ko 🙏
Aap logon ka hardik sawagat hai
एक कहानी पढ़े थे "लल्लू कब लौटेगो" आज लल्लू लौट आये हैं ,गिरमिटिये बन अपने आटे के पीपे में धर्म की पुस्तकें लेकर अंग्रेज बहादुर के खेतों में काम को गए अब अपनी जड़े तलाश रहे हैं,उनकी अगली पीढिये
salute h , 5 pidhi bad v nahi bhule, log yaha ek pidhi k bad koi matlab nahi rakhte
Aaj kal k Indians ....
Jara explore kijiye to Fizi ka famous footballer Rai Krishna jo ISL bhi khelta hai wo bhi hamare Baxar ka hi hai Bahut Khushi ki baat hai.
Bahut garv ki bat
Welcome hai bihar me
बहुत ही भावुक पल है इनके लिए ❤ जय श्री राम
अपने तो अपने होते हैं ये है संस्कार
हो सके तो परिवार का मदद करें बहुत बहुत धन्यवाद आप सभी को
Sir and Madam wow yaar kya Hindi bola done laga hi nahi ki ye log figian hai ye to Puri indian hai bhai .....hame bahut khushi mili ye news dekhkar ....Mai aksar news nahi dekhta ...magr ye adbhut or emotional hai .... Hame garv hai apne bhartiya sanskriti pe ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत - बहुत धन्यवाद आपका
मुखिया जी से अनुरोध है की अब आप इन भाइयों के परिवार के लिए जमीन घर और सभी सुविधाएं जो भी हो जल्द से जल्द व्यवस्था किया जाय...!
Wo rehne nhi aaye bhai baa ghumne aaye. Bihar jaise jagah me koi nahi rahega jo achi jagah pe reh rahe ho.
अति सुंदर👌 🌺🌺🌺🌺🌺🚩🕉
हमलोग को भी सबक लेना चाहिए, मेहनती बनिए
Welcome to Keshth Panchayat From Bali.
Welcome you all to your hometown , to your ancestor's village . 🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌🌷🌷🌷🌷🌷🌷
Welcome to India and you love in india and I love india ❤❤🙏🙏🌹🌹
अच्छे हो भारत मे आके आपनो को दूंढा.. आपका हार्दीक स्वागत भाई.. आगे बढते रहो..
❤❤se thanks..
Bahut bahut dhanyawad ke patra hI. Itne lambe samay ke baad videsh se apne purvajo ko dhurhna mamuli baat nahi hai
ज़ी बिल्कुल सही कहा आपने
I am so happy to see fiji Indian come to buxar(ksath).
जब बक्सर आही गए तो गंगाजी नहा लें।
बहुत सुंदर लग रहा है
सात समंदर पार से भी आकर ये अपनी सभ्यता को नहीं भूले है ये अपने आप में गौरव की बात है आज की पीढ़ी घर से दिल्ली जाकर अपनी सभ्यता को भूल जाते है
मैं भी इसी गांव की हूं😊
Really? 😮😊
Kese ap bhi ho
Jai Hind Jai Bharat Jai Bihar 🙏🙏🙏🙏🙏.
Inspired history😊
बाबू ये बिहार है। यहां हर क़दम क़दम पर मदद गार खड़ा मिलता है ❤
Thanks coupal shiv baba ki ladly jodi
फिजी छोटा भारत ही है
Yeh google karo... Mahendra Chaudhry, Sitveni Rabuka......
Wah wah kya baat hey❤❤❤. Shaandar sanskar hey..bahut bahut shubhkamnaye
Anil ji ko pranam🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very good ❤
आपका अपने घर भारत में हम सभी आप सभी का हार्दिक स्वागत करते हैं।।
बहुत ही अच्छा लगा आप सभी का अपने घर आना।।
हमें भी बहुत खुशी हुआ कि भारत से प्यार करने वाले हैं यही तो ...
Proud moment.... salute this family.
आज कल तो अपने मां पिता को छोड़ कर विदेश चला जाता है मां बाप मर जाता है लाश सड़ जाता है फिर भी मारूम नहीं होता ओर मारुम होता भी है तो आता भी नहीं । पीजी के हिन्दू भाई लोग Great है।U are Great ❤❤❤❤❤
क्या बात है बहुत बढ़िया ऊपर वाले 👏
🕉नमः शिवाय जी की जय🙏🙏
Bahut sara Subhakamanay, India Fiji same culture
स्वागत है ❤❤❤❤❤
आप लोगों को देखकर आँखे भर आई ❤❤❤❤
Namaste ji we watching you from Fiji .
Mahendra Chaudhry, Sitveni Rabuka...... do you live in Suva? Namaste bhai sahab from NW India
देख कर बड़ी प्रसन्नता हुई ❤
इस खबर को जितना हो सके शेयर कीजिए।
सपना था मगर सच हुआ,
यह एकमात्र खबर नहीं है, यह एक संदेश भी है।यह उन लोगों के लिए है जो अपने देश में रहकर भी अपने लोगों को भूल जाते हैं। यह लोग तो विदेशों से कई पीढ़ी बाद गांव घूमने आए और मिल गए परिवार, तो यह खबर बन गई ,जो एक अब अच्छा संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
Jo des sey bahar hain wo judna chahte hain aur jo des mey hi hain wo duri banakar rakhte hain.
बिल्कुल सही कहा आपने
VERY GOOD FAMILY COLLECTION INDIA 🇮🇳 😀 👍 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जय🌹🌹🌹हिन्द जय🌹🌹🌹 भारत
प्रणाम दोनो को
ऐसे पत्रकार को वायरल करने की जरूरत है,दिल को छू लिया।
Jai Sanatan 🚩
God bless you Sanatan Dharma ko manane walelogo ko pranam
बहुत सुंदर परिवार
जय सनातन
Mujhe rona aa gya sach m😢😢😢
Buxar ki dharti par aap sabhi pariwar ka swagat hai dhany hai aap aur aap ka pariwar
बहुत बहुत धन्यवाद जी 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Welcome to india
Aap log ka bharat me swagat h 👍
फिजी में भी हिन्दी चलती है
हां
Fiji Surinam marisus me jo v bharat se British dwara le Jaya gaye o bhojpuri hi bolte hai.
Bhai ji hame acchi tarah si hindi ateh hai .
Mera eh desh Jo Fiji ke naam se Jana jata hai useh hum yahan little India kahete hai ji .
Haa ku ki baha bhihari bangali jadah
Bhojpuri chalti hai
धन्यवाद
अभिनंदन बहुत खुशी हुई.
Bahut sunder bhaiya khoon se khoon mil gya aj bahut hi sunder