((कब हमें पूर्ण में सही इतिहास पढ़ाया जाएगा ))जाट भरतपुर-धौलपुर- डिग क्षेत्र,बीकानेर जाट क्षेत्र 1135 ई. से पहले बादमें दो मित्र( राव बिका, नरा जाट) ने बीकानेर बसाया (राव बीका +नरा जाट ) हो जाता है बीकानेर वादे के अनुसार बिका की मृत्यु उपरांत अब बीकानेर का राजा नरा राजा बना परन्तु 7-8 माह बाद बिका के पुत्र को सिहासन का लालच आ गया वह नरा जाट की हत्या कर खुद राजा बना । बिका से पहले यह जंगल प्रदेश था जो जाट समुदाय के अधीन रहते जंग प्रदेश की राजधानी अहिछत्रपुर थी ( जंग प्रदेश(बीकानेर), अहिछत्रपुर (नागौर), कालेरा बास (चूरू), भटनेर (हनुमानगढ़) का कुछ हिस्सा, राम नगर (रामू जाट की ढाणी)श्री गंगानगर, शेखावाटी जोधपुर के कुछ हिस्से तक दिखा स्थापित था जो हमें अभी तक पढ़ाया ही नहीं गया जबकि सभी नगर 261 ईसा पूर्व से भी पहले बसे थे एक दिन से कोई जाने से नगर शहर कस्बा नहीं बसता या उसके नाम बदलने से इतिहास को छुपाया जा सकते हैं महाराजा सूरजमल अपने जीवन काल में 80 युद्ध लड़े व अजय योद्धा कहलाया जबकि यह पढ़ा ही नहीं जाता इतिहास में दबकर रह गया वीर महाराणा प्रताप को हल्दीघाटी युद्ध तक ही सीमित रख दिया जिसने कई अनेक युद्ध लड़े वह मुगलों को हिंदुस्तान में प्रवेश करने से रोका वीरों को क्षेत्र सीमित रख दिया
सर इस वीडियो में मैने बहुत कुछ सीखा धंयबाद सर ऐसे ही सर हमें वीडियो के माध्यम से सिखाते रहिए 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🚩🕉✌️हमे राजस्थानी💯 भाषा में पडावो गुरु देव कोण -कोण सहमत हैं 🕉🚩✌️
((कब हमें पूर्ण में सही इतिहास पढ़ाया जाएगा ))जाट भरतपुर-धौलपुर- डिग क्षेत्र,बीकानेर जाट क्षेत्र 1135 ई. से पहले बादमें दो मित्र( राव बिका, नरा जाट) ने बीकानेर बसाया (राव बीका +नरा जाट ) हो जाता है बीकानेर वादे के अनुसार बिका की मृत्यु उपरांत अब बीकानेर का राजा नरा राजा बना परन्तु 7-8 माह बाद बिका के पुत्र को सिहासन का लालच आ गया वह नरा जाट की हत्या कर खुद राजा बना । बिका से पहले यह जंगल प्रदेश था जो जाट समुदाय के अधीन रहते जंग प्रदेश की राजधानी अहिछत्रपुर थी ( जंग प्रदेश(बीकानेर), अहिछत्रपुर (नागौर), कालेरा बास (चूरू), भटनेर (हनुमानगढ़) का कुछ हिस्सा, राम नगर (रामू जाट की ढाणी)श्री गंगानगर, शेखावाटी जोधपुर के कुछ हिस्से तक दिखा स्थापित था जो हमें अभी तक पढ़ाया ही नहीं गया जबकि सभी नगर 261 ईसा पूर्व से भी पहले बसे थे एक दिन से कोई जाने से नगर शहर कस्बा नहीं बसता या उसके नाम बदलने से इतिहास को छुपाया जा सकते हैं महाराजा सूरजमल अपने जीवन काल में 80 युद्ध लड़े व अजय योद्धा कहलाया जबकि यह पढ़ा ही नहीं जाता इतिहास में दबकर रह गया वीर महाराणा प्रताप को हल्दीघाटी युद्ध तक ही सीमित रख दिया जिसने कई अनेक युद्ध लड़े वह मुगलों को हिंदुस्तान में प्रवेश करने से रोका वीरों को क्षेत्र सीमित रख दिया