बिना बंटवारा के पैतृक संपत्ति की खरीद-बिक्री पर विवाद और उसका कानूनी समाधान @SamacharPrasar
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- Опубліковано 12 вер 2024
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#जमीन_विवाद_का_कानूनी_सलाह@samacharprasar
#Kripa_Nand
सर मैं पार्टीशन सूट किया हु जिसकी दीवानी नोटिस भी खरीदने वाला और बेचने वाला दोनों के पास पहुंची है उसके बाद भी उन्होंने दोबारा से जमीन रजिस्ट्री कर दिए क्या इसमें मुझे स्टे नहीं मिल सकता ननिहाल के वंशावली नकल में भी हम दोनों भाई हैं और गांव की वंशावली नकल में वह अपने आप को अकेला दिखाए हैं क्योंकि हमारे पास अपने गांव का कोई प्रूफ नहीं हम बचपन से ही ननिहाल में रहते थे और वही का सारा आईडी बना हुआ है लेकिन भैया घर में रहते थे और उन्होंने गांव का सारा आईडी बनवा लिए धीरे धीरे वंशावली रजिस्टर में भी मेरा नाम नहीं है लेकिन माता-पिता तो वही है
आप गांव जाकर अपनी वंशावली सर्टिफिकेट बनवाएं। वहां के मुखिया या सरपंच से मिलें। आपका का काम हो जाएगा। वह भी अपनी तरफ से वेरिफ़िकेशन करेगा और आपका वंशावली सर्टिफिकेट बन जाएगा।
सर गांव का मुखिया ही भाई को बहका कर जमीन खुद खरीद लिया है और मुझे धमकी दे रहे है कि तुमको नाजायज मतलब दूसरे पिता का लड़का साबित कर दूंगा
साहब अगर मां बाप की जोईनट दस्तावेज से खरीदी हुई कोई मीलकत है, ओर मां से पहले पिता जी की मृत्यु हो चुकी है, ओर मां ने विल द्वारा छोटे बेटे के नाम पुरा विल रजिस्ट्रेशन सही है,
Sir mera 1khata h jiska khata n-664 h.esme 3hissedar h .pahla ko 1ansh.2ko 1ansh.aur 3ko 2ansh h.joki khatiyan me likha huwa h.2ansh wala nawald h.mujhe ye janana h ki 664 khata me chhote chhote writting me likha huwa ki khata n-658,659'661jiska lagan samilat jata h.en sare khato me sirf ek bykti ka nam likha huwa .kya n sare khato me sab ka hissa hoga .sara jamin puteni h.
इसमें एक व्यक्ति कौन है जिसका खाता में नाम लिखा है? तीन हिस्सेदार कौन हुए? इनका खाताधारक से क्या संबंध है? क्या खाता धारक इन हिस्सेदारों का दादा है या पिता? या किसी एक हिस्सेदार का ही खाता पर नाम दर्ज है? स्पष्ट करें तभी बता पाऊंगा।
मेरे दादाजी के नाम से 1978 में जमीन खरीदे उसे जमीन का अभी तक म्यूटेशन नहीं हुआ है क्या हुआ जमीन मेरे यानी की नाती के नाम से दाखिल खारिज हो जाएगा
दो भाई मिलकर बाज़ार में ज़मीन का एक टुकड़ा खरीदते हैं और वहाँ दुकान लगाते हैं। कुछ समय बाद बड़ा भाई अपने गाँव की ज़मीन छोटे भाई को दे देता है और बदले में बाज़ार की ज़मीन में छोटे भाई का हिस्सा को ले लेता है। और अब 35 साल बाद बड़े भाई गाँव में आपने हिस्से की जमीन जो छोटे भाई के साथ बदली की गईं थीं उसे वापस मांगता है। जिस पर छोटे भाई ने अपना घर बनाया है। बड़ा भाई केस करने की धमकी दे रहा है।अब छोटा भाई क्या करे?
क्या जमीन एक्सचेंज का रजिस्टर्ड कागज बनवाया था? मुंह जुबानी एक्सचेंज कर लिया था क्या? यदि जमीन एक्सचेंज का रजिस्टर्ड कागज बनवाया है तो केस करने से कुछ नहीं होगा। बाजार में जमीन का टुकड़ा जो खरीदा गया था वह दोनों भाई के नाम से है या केवल बड़े भाई के नाम ? चूंकि घर बनाकर आप 35 साल से रह रहे हैं तो भी बड़े भाई को केस करने से कुछ हासिल नहीं होगा।
आदरणीय नमस्कार, मेरे दादाजी जी के तीन के तीन पुत्र थे। उन्होंने अपने मंछले बेटे (नाबालिग स्थिति में)के नाम 1946 में एक बिगहा जमीन नीलामी हो रहे जमीन को मंछले बेटे के नाम खरीदा था। उसमें तीनों भाई अभी तक काबिज़ हैं। खतियान में तीनों भाइयों का नाम है।
अब मंछले भाई की एकमात्र पुत्री उस जमीन को अपने पिता के नाम जमीन बताकर अन्य दो को हिस्सा नहीं देना चाहती। कानूनी प्रावधान बताने की कृपा करें ताकि तीनों भाईयों में हिस्सा बंटे। इसमें क्या नियम है? बताने की कृपा करें।
सर मेरे पिताजी ने दादाजी कि खेतान जमिन बिना विभाजन के 23 साल रजिस्टर करून बहार के व्यतीको बेची हे मेरे पिताजी कि 3 बहन हे दादोजी और मेरेमाताजी सहमती नही [रजिस्टर सही नही लिये हमे धोका दरेकर ] मेरे 23 साल के बाद दिवानी न्यायालय मे विभाजन का केस दाखली कि 10 साल नतिजा दिया लिमिटेशन्स केस डिसमिस कि मे और 3 लहाने आपिल दाखल की हे सर
आप स्पष्ट लिखें। या किसी से लिखवा लीजिए। समझने में दिक्कत हो रही है।
बाबादादाकीजमीनपिताअपनेबड़ेलड़केकोनदेकरनातीकोरजिसटरीकरदीबड़ेलड़केकोईलड़कानहीहैदोलड़कीहैसरकयाकरे
दादा..श्री हरिप्रसाद
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पुत्र
1..राम चंद ...मेरे पिता जो मृतक हो चुके 1994 मे लेकिन मेरे भाई ने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र 1985 का बनवाया है
2.. संतलाल ...बड़े चाचा जिनका नाम मेरे स्कूल मे दिया गया था जो अभी जीवित है
3.. मुंशीलाल ....छोटे चाचा ए भी जीवित है