शुरु से शुरू करते हैं... ऐसा क्यों होता है की जब सीटें काफी अधिक हो तो वन लाइनर questions आने लगते हैं पेपर में। यदि सीटें गिनी चुनी होती जैसा कि पिछले 2 सालों से,तो क्वेश्चन का स्तर आसमान छू रहा था.. एक सेंटर पर यदि 5 मिनट की भी कुछ गड़बड़ी हो तो ऐसे questions के उत्तर को वायरल किया जा सकता है.. यहां तो पूरा बंडल उठा ले गए लोग.. सामान्यतः 10 दिन पूर्व एडमिट कार्ड जारी किया जाता रहा है अब तक,पर इस बार सप्ताह भर पहले जारी किया गया.. अध्यक्ष महोदय कहते हैं कि आयोग ने कैलेंडर में 13 दिसंबर का एग्जाम डेट दे रखा है,तो फिर संशय क्यों..तो साहब अतीत ऐसा ही रहा है,यदि 10 दिन पहले तक प्रवेश पत्र जारी न हो,तो ज्यादातर मामलों में परीक्षा की तारीख आगे ही बढ़ाई है आयोग ने, इसमें गलती अभ्यर्थियों की नहीं... फिर भी आपकी जुझारू प्रवृति के कायल हैं,आपने 13 को ही परीक्षा करवाई.. आपने नई रीत चलाई...लोग आयोग की साइट पर परीक्षा के लिए निर्देश(इंस्ट्रक्शन) पढ़ते थे हमेशा से,आपने इस बार वार्निंग/चेतावनी छपवाई...इसका अर्थ है कि अभ्यर्थियों को हुड़दंगी पहले ही मान लिया गया था... अस्पष्टता शुरू से थी...सूचना ऊपर से ही फेंकी गई थी कि आयोग अलग अलग पेपर छपवाएगा..अलग अलग दिन परीक्षाएं होंगी.अंतिम समय में राजनीति ने आपको पीछे हटने पर मजबूर कर दिया,और आप पूरी तरह से पलट गए, कि हमने ऐसा कहा ही नहीं... जांच चल रही है, कि उस केंद्र पर क्या हुआ,, सामान्यतः रविवार को परीक्षा होती रही है,आपने ज़िद करके 13 तारीख(शुक्रवार) को ही परीक्षा करवाई..आपने अधिकारियों की ड्यूटी लगा रखी थी,फिर भी पेपर लेट से क्लास में पहुंचता है,किसी ने कहा पेपर कम था ,किसी ने कहा की समय अतिरिक्त मिलेगा..बिहार की कितनी परीक्षाओं में अतिरिक्त समय मिला है, मुड़ कर देखें पीछे.. अंत में अभ्यार्थी बस चिल्लाते रह जाते हैं... जांच होगी,करने वाले वही हैं जिनकी जिम्मेदारी तय थी शांति पूर्वक व निष्पक्षता से परीक्षा संपन्न करवाने की,वे अपनी गलती क्यों मानेंगे... जब एक अभ्यार्थी शुक्रवार की भीड़ को चीरता हुआ किसी कारण से परीक्षा केंद्र 1 मिनट की देरी से पहुंचता है,तो वो लाख गिड़गिड़ाए..अंदर नहीं जा पाएगा(ऐसी आयोग की चेतावनी थी,) तो एक मिनट भी लेट से प्रश्न पत्र क्यों मिले.. जहां कट ऑफ 0.33 नंबर पर तय होना हो, वहां किसी एक अभ्यार्थी की भी परीक्षा अलग से नही करवाई जा सकती... यहां तो आप पूरे केंद्र की बात करते हैं.. ठंड का समय है,बिहार है, मकई की बुवाई चल रही थी..बड़ी मुश्किल से समय निकाल कर पेपर देने जा पाए लोग,बार बार जाना तकलीफ देह है,पर परीक्षा तो निष्पक्ष होनी ही चाहिए, ego पर न लीजिए महोदय,पहले भी ऐसा हुआ है, राज्य आयोग का अध्यक्ष बनना दुधारी तलवार है, दामन कितना ही बचाएं... लोग गलत निगाहों से देखते ही हैं..
सिर्फ बापू परीक्षा केंद्र पर दुबारा परीक्षा करवाने से इक्वालिटी। या इक्वल प्लेइंग ग्राउंड नहीं रह जाएगा। 12000 छात्रों को पता चल चुका है प्रश्न किस प्रकार के पूछे जाएंगे ये बाकी के चार लाख लोगों के लिए अन्याय है अगर नॉर्मलाइजेशन नहीं होगा तो सबके साथ अन्याय होगा। अतः दुबारा परीक्षा करवाना ही एकमात्र विकल्प है।
khan gs ka aur technetium ka mock ka sara question aaya tha same to same , kaise .investigate kare aur arrest kare khan gs me jo bhi mila hua hai . arrest bpsc chairman and investigation suru ho by HC
शुरु से शुरू करते हैं... ऐसा क्यों होता है की जब सीटें काफी अधिक हो तो वन लाइनर questions आने लगते हैं पेपर में। यदि सीटें गिनी चुनी होती जैसा कि पिछले 2 सालों से,तो क्वेश्चन का स्तर आसमान छू रहा था..
एक सेंटर पर यदि 5 मिनट की भी कुछ गड़बड़ी हो तो ऐसे questions के उत्तर को वायरल किया जा सकता है.. यहां तो पूरा बंडल उठा ले गए लोग.. सामान्यतः 10 दिन पूर्व एडमिट कार्ड जारी किया जाता रहा है अब तक,पर इस बार सप्ताह भर पहले जारी किया गया.. अध्यक्ष महोदय कहते हैं कि आयोग ने कैलेंडर में 13 दिसंबर का एग्जाम डेट दे रखा है,तो फिर संशय क्यों..तो साहब अतीत ऐसा ही रहा है,यदि 10 दिन पहले तक प्रवेश पत्र जारी न हो,तो ज्यादातर मामलों में परीक्षा की तारीख आगे ही बढ़ाई है आयोग ने, इसमें गलती अभ्यर्थियों की नहीं... फिर भी आपकी जुझारू प्रवृति के कायल हैं,आपने 13 को ही परीक्षा करवाई.. आपने नई रीत चलाई...लोग आयोग की साइट पर परीक्षा के लिए निर्देश(इंस्ट्रक्शन) पढ़ते थे हमेशा से,आपने इस बार वार्निंग/चेतावनी छपवाई...इसका अर्थ है कि अभ्यर्थियों को हुड़दंगी पहले ही मान लिया गया था...
अस्पष्टता शुरू से थी...सूचना ऊपर से ही फेंकी गई थी कि आयोग अलग अलग पेपर छपवाएगा..अलग अलग दिन परीक्षाएं होंगी.अंतिम समय में राजनीति ने आपको पीछे हटने पर मजबूर कर दिया,और आप पूरी तरह से पलट गए, कि हमने ऐसा कहा ही नहीं...
जांच चल रही है, कि उस केंद्र पर क्या हुआ,, सामान्यतः रविवार को परीक्षा होती रही है,आपने ज़िद करके 13 तारीख(शुक्रवार) को ही परीक्षा करवाई..आपने अधिकारियों की ड्यूटी लगा रखी थी,फिर भी पेपर लेट से क्लास में पहुंचता है,किसी ने कहा पेपर कम था ,किसी ने कहा की समय अतिरिक्त मिलेगा..बिहार की कितनी परीक्षाओं में अतिरिक्त समय मिला है, मुड़ कर देखें पीछे.. अंत में अभ्यार्थी बस चिल्लाते रह जाते हैं... जांच होगी,करने वाले वही हैं जिनकी जिम्मेदारी तय थी शांति पूर्वक व निष्पक्षता से परीक्षा संपन्न करवाने की,वे अपनी गलती क्यों मानेंगे...
जब एक अभ्यार्थी शुक्रवार की भीड़ को चीरता हुआ किसी कारण से परीक्षा केंद्र 1 मिनट की देरी से पहुंचता है,तो वो लाख गिड़गिड़ाए..अंदर नहीं जा पाएगा(ऐसी आयोग की चेतावनी थी,)
तो एक मिनट भी लेट से प्रश्न पत्र क्यों मिले..
जहां कट ऑफ 0.33 नंबर पर तय होना हो, वहां किसी एक अभ्यार्थी की भी परीक्षा अलग से नही करवाई जा सकती... यहां तो आप पूरे केंद्र की बात करते हैं..
ठंड का समय है,बिहार है, मकई की बुवाई चल रही थी..बड़ी मुश्किल से समय निकाल कर पेपर देने जा पाए लोग,बार बार जाना तकलीफ देह है,पर परीक्षा तो निष्पक्ष होनी ही चाहिए, ego पर न लीजिए महोदय,पहले भी ऐसा हुआ है, राज्य आयोग का अध्यक्ष बनना दुधारी तलवार है, दामन कितना ही बचाएं... लोग गलत निगाहों से देखते ही हैं..
सिर्फ बापू परीक्षा केंद्र पर दुबारा परीक्षा करवाने से इक्वालिटी। या इक्वल प्लेइंग ग्राउंड नहीं रह जाएगा। 12000 छात्रों को पता चल चुका है प्रश्न किस प्रकार के पूछे जाएंगे ये बाकी के चार लाख लोगों के लिए अन्याय है
अगर नॉर्मलाइजेशन नहीं होगा तो सबके साथ अन्याय होगा।
अतः दुबारा परीक्षा करवाना ही एकमात्र विकल्प है।
Thank you for the Interview .
Centre bhi bahut dur de diya gaya h bihar k hr exam me centre bht dur de diya jata h😡
khan gs ka aur technetium ka mock ka sara question aaya tha same to same , kaise .investigate kare aur arrest kare khan gs me jo bhi mila hua hai . arrest bpsc chairman and investigation suru ho by HC
Perfection ias ka 5 -6 question ditto aa gya tha jbki last 2 din test diye usi se aa gya to kya mila hua h ek ko blame kyon krna
Mam aapke cort ka decision student ke lea bahut kam hi safal hoti hai
Re exam hona chahiye
ठीक से निष्पक्ष जांच हो तो शायद चेयरमैन भी लपेटे में आ जाएँ ??
Re-exam
Pure exam ko dubara re exam le
re exam bpsc
Please lower vagaira Kuchh Kijiye Ham Student ke sath scam ho raha hai
High court me BPSC aaj tak koe case nahi hara hai
Re exame
Re em
Re exam
Ye sab coaching waale hii drama kar rehe
re exam bpsc
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Re-exam re-exam re-exam re-exam re-exam re-exam ✅✅