Landmark Supreme Court Judgment:Invalid Hindu Marriage without Ceremonie- Dolly Rani v. Manish Kumar

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 29 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 52

  • @LegalSHOTS
    @LegalSHOTS  20 днів тому

    अपनी क़ानूनी समस्या को 1 कॉल पर अभी सॉल्व करे (Legal Opinion)
    Whats App- wa.me/message/CNF4QLGUA6CNE1
    Legal Opinion ► thelegalshots.com/legal-opinion/

    • @knaik354
      @knaik354 19 днів тому +1

      In our region Saptpadi is not observed in our tradition, does it mean the Hindu marriage is invalid ?

  • @Delhiwala41
    @Delhiwala41 7 днів тому +1

    सुप्रीम कोर्ट का ये बहुत सारे घटिया फैसलों में से ये एक फैसला है। आने वाले समय में कभी न कभी ये फैसला पलटा जाएगा। पाखंड से पीछा जरूर छूटेगा।

  • @prabhatranjandwivedi9746
    @prabhatranjandwivedi9746 15 днів тому +1

    सुप्रीम कोर्ट का बहुत ही बढ़िया निर्णय,अगर आपका विवाह हिन्दू मैरिज एक्ट के अंतर्गत आता है तो विवाह हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार ही मान्य होना चाहिए ।👏👌

  • @anuraggorre8900
    @anuraggorre8900 19 днів тому +3

    चाहे जो हो जाए हिंदू धर्म के ऊपर ही इनका सहारा नियम कानून लगता है और यह हिंदू धर्म को खत्मकर छोड़ेंगे अंग्रेज भी यही काम करते थे इसीलिए उनका विरोध हुआ उनको यहां से भाग कर जाना पड़ा और भविष्य का अगर यही दिखाई दे रहा है कि इन मुकदमे बाजीराव के चक्कर को खत्म करने के लिए पालिका को भी खत्म करना पड़ेगा?

  • @kishortank3815
    @kishortank3815 18 днів тому +3

    तो क्या अब रीति, रिवाज, दिखावा, ढोल, नगारा बजाने वालो के घर भरने पड़ेगे शादी के नाम पर?

  • @AdvocacyIsMyPassion
    @AdvocacyIsMyPassion 19 днів тому +1

    Well done i agree ❤

  • @NR-xx6ly
    @NR-xx6ly 16 днів тому

    Yes...this is the correct legal position.
    It can be a simple ceremony but Saat phere is mandatory

  • @parmeswartandia8476
    @parmeswartandia8476 20 днів тому +6

    दुख का विषय ये है कि भारत की बर्बादी में न्यायपालिका और खास करके सुप्रीम कोर्ट की बड़ी रोल है । न्याय की कुर्सी पर बैठ के अंधेरगर्दी का समर्थक होना न्यायपालिका के लिए घोर लज्जा का विषय है ।

  • @anita-lb4bw
    @anita-lb4bw 13 днів тому +1

    If we don't believe in religion. Than . No body force us to be Hindu 😮😮😮.

  • @MdshakirLLB22
    @MdshakirLLB22 7 днів тому

    Superb explanation thank u so much sir ❤❤❤

  • @DushyantGautam
    @DushyantGautam 20 днів тому +3

    सात फेरे नहीं अपितु उसको सप्तपदी कहा गया है। सप्तपदी का आशय पति पत्नी का सात पद साथ चलना होता है। बिना अग्नि के फेरे के भी सप्तपदी हो सकता है।

    • @kapil30587
      @kapil30587 18 днів тому

      Gyani baba sath to chalte hai nhi. Aage peeche chalte hai😂

    • @DushyantGautam
      @DushyantGautam 18 днів тому

      @kapil30587 साथ चलने का मतलब बिल्कुल चिपक कर चलने को नहीं कहते। कोई आगे या पीछे तो होगा ही।
      मैंने सिर्फ सप्तपदी का अर्थ बताया है जिसमें सात फेरे कहीं नहीं लिखा है।
      राजस्थान में तो तीन फेरे ही लगवाते हैं फिर आप क्या कहोगे? पंडित जी से कहो कि सात फेरे लगवाओ तो लड़ने को उतारू हो जाते हैं।

  • @RohitGupta-y7o
    @RohitGupta-y7o 19 днів тому +1

    To fir marriage registrare sahab ko directions dena chahiye ki vo phle marriage k process ko verified kare fir certificate issue kare . without ground issue hi n kare aur koi officer esa kre to use contempt of court man liya jaye

  • @AnkitG12
    @AnkitG12 19 днів тому +1

    Shadi mein hone wali mujra ko bhi marriage ki invalidity ground mein shamil kia jana chahiye .

  • @MrMallu.
    @MrMallu. 20 днів тому +3

    will that marriage will have validity or not?
    if we just do court or register marriage

  • @kapil30587
    @kapil30587 18 днів тому +1

    RSS WALR JUDGE KA FAISLA LAG RHA HAI YE TO

  • @narutosingh5239
    @narutosingh5239 15 годин тому

    This is good decision by court. This applies only to hindu marriage act. I dont understand why people are complaining in comments 😂 tum hindu nahi toh tumpe apply nahi hota yeh law 😅

  • @sayasargam
    @sayasargam 6 днів тому

    Arya samaj marriage ko deny kar ke dekhe husband matrimonial proceedings, rape ke charges lag jaayenge.
    Sirf wife karti hai aise aur court maan bhi leta hai, husband ke liye to pakadwa vivah, long term live in, minor sab uske against hai.
    Ye sab wife ke cases hote hai, aur unko ulta read kiya jaata hai.

  • @anita-lb4bw
    @anita-lb4bw 13 днів тому

    Try to keep it Short too much talking just program advertisements bring curse on channel 😢😢😢😢😢

  • @VijaySingh-mg4hk
    @VijaySingh-mg4hk 10 днів тому

    Sir आप कहां से हैं

  • @Gauravkumar-jm4ve
    @Gauravkumar-jm4ve 7 днів тому

    Ye kya bakwas judgment hai
    Jo Garib afford nhi kar skta wo kya कुंवारा रहेगा??

  • @Rx_Recipe
    @Rx_Recipe 20 днів тому +11

    आग के फेर लेने से शादी मानी जाएगी, ये बहुत ही घटिया फैसला है सुप्रीम कोर्ट का 😡😡😡😡😡
    देश संविधान से चलना चाहिए ना कि ऐसे ढकोसलो से....
    सिर्फ कोर्ट मैरिज को वैध करना चाहिए जो कि मजिस्ट्रेट के सामने हो...

    • @funrk
      @funrk 19 днів тому +1

      हा

    • @TarunKumar-yf3yo
      @TarunKumar-yf3yo 19 днів тому +2

      You are right, sir, jai bheem.

    • @Rx_Recipe
      @Rx_Recipe 19 днів тому +2

      @@TarunKumar-yf3yo Jai Bhim

    • @sandeepdhanote5008
      @sandeepdhanote5008 18 днів тому +5

      ​@@TarunKumar-yf3yoबाबा साहब ने कोर्ट मैरिज की थी क्या?

    • @123gery09
      @123gery09 17 днів тому +2

      Constitution log ke liye hota hai logo se uppar nahi..congress has done changes in constitution many times in past...for you it might not be important for other it their traditions...u don't believe in their traditions fine, but they have right to follow their traditions...

  • @evilgamerzzz3852
    @evilgamerzzz3852 19 днів тому +1

    Fir court marriage karne valo ki shaadi kaise valid maani jaati hai?

    • @shivamdubey426
      @shivamdubey426 18 днів тому

      Court marriage is under different act. Hindi marriage act is different.

  • @poonamrani5319
    @poonamrani5319 19 днів тому

    Sir hmne Hindu marriage ki custom se shadi ki aur ab husband ko divorce chaiye apni responsibility se bachne k liye

  • @samdancestudio2161
    @samdancestudio2161 19 днів тому

    Sab sahi se pdo जजमेंट

  • @funrk
    @funrk 19 днів тому

    फालतू निर्णय। इसमें पुरुष या महिला जो भी फराड हो , फायदा उठा सकते हैं

  • @pardeepbhalla6129
    @pardeepbhalla6129 17 днів тому

    जज भी तो आम आदमी ही होता है,वही नाक,कान, लिंग आदि दो चार व्यक्ति जो पूरे हिंदुस्तान पर अपना कानून थोप दे यह कहा की स्वतंत्रता है,पूरे देश के नागरिकों से ऐसे मामलो पर राय/सीधे वोट लेकर कानून/संशोधन करना चाहिए जो खासतौर पर सामाजिक रितिरिवाज /कानून/नियम हो।

  • @pardeepbhalla6129
    @pardeepbhalla6129 17 днів тому

    अदालत सरकार का सामाजिक कार्यों में दखल देना उचित नहीं,देश के विकास व सामूहिक लाभ/न्याय की वयवस्था के लिय ही है , बहुत सारे मामले जो केन्द्र व राज्य सरकारों मै और जनता को न्याय न मिलने के पेंडिंग लंबे अरसे से अदालतों में चलते रहते हैं उन्हें निपटाने पर टाइम लगाए , न की सामाजिक व्यवस्था के कानून बनाके चौधरी /सरपंच बनने के लिय।