गुरुजी पूजा में संकल्प के बाद हमारे आचार्य एवं शास्त्री जी लोग संकल्प सिद्धि मंत्र बोलते हैं वह कौन सा मंत्र है थोड़ा बता दीजिए वह मुझे नहीं समझ में आ रहा है
गुरुजी में शुरू सीखने के लिए कौन सी पुस्तक ले लूं नित्य कर्म एवं कर्मकांड प्रमोद लिया हूं मगर इसमें संपूर्ण सब कुछ नहीं दिया हुआ है और नित्य कर्म में समझ नहीं आ रहा है ज्यादा गुरुजी मेरा मार्गदर्शन करिए मैं पूजन सीखना चाहता हूं कर्मकांड सीखना चाहता हूं मगर मैं आश्रम में नहीं जा सकता हूं क्योंकि घर में बहुत समस्याएं हैं मैं ही घर संभाल रहा हूं
@@AacharyaShivendraVlogs यहां मन की बात नहीं हैं बात विधान की हैं फिर एक ही पूजा अलग अलग विधान से क्यू अगर आप सही हैं तो जो अशोका के पत्ते बता रहे वो गलत हैं। लेकिन हम जो आप लोगो को सुनकर पूजा कर रहे हैं असमंजश में पड़ जाते हैं कोन गलत कोन सही समस्या ये सर जी 🙏🙏🙏🙏
मैंने कहीं नहीं अशोका के पत्ते पर पूजन कराने को नहीं कहा है ध्यान से विडियो को देखिए और जिसने कहा हो उसको जाकर कहिए और रही हमारी विडियो देखने की तो महाशय आप मत देखिए क्योंकि दुसरो की विडियो को देखकर आएंगे और यहां मैसेज करेंगे यह अच्छी बात नहीं समझे।
@@ShivendraShukla289 आप ने नहीं कहा मेने भी आपका नाम नहीं लिया मैने सिर्फ ये कहा था की जो पुजारी लोग अशोका का समर्थन करते हैं उनको किसने अधिकार दिया। अशोका के पत्तो का समर्थन करने का जो शास्त्र में लिखा होगा वो ही सत्य माना जाएगा लेकिन हम जैसे लोग असमंजस में पड़ जाते हैं क्या गलत क्या सही। अपने शब्द वापस लेता हूं और आपसे हाथ जोड़ कर माफ़ी मांगता हूं और सभी विद्वानों से निवेदन करता हूं कृपया शास्त्र को अपने हिसाब से मत चलाइए शास्त्र के हिसाब से चलिए। अपना अलग से शास्त्र में कुछ मत जोड़िए। है ब्रह्मण देवता अगर आपको मेरी बातों से ठेस पहुंची हैं तो मैं फिर से आपसे माफी मांगता हूं आप हमारे पथ प्रदर्शक हैं आप पूजनीय हैं आपका अपमान हमारा स्वयं का अपमान हैं 🙏🙏🙏🙏
पर किसी को बंधु इस प्रकार से पर्सनली सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना नहीं चाहिए लोग इस कमेंट को देखते हैं आपके और हमारे प्रति उनकी क्या भावनाएं रह जाएंगी।। जिसने जो कार्य किया ही नहीं है अगर उस पर आप कमेंट करेंगे तो क्या उसे बुरा नहीं लगेगा बस मेरी भी बात इतनी है और मैंने भी आपको कुछ नहीं कहा है बस जैसा आपने प्रश्न किया है वैसे ही आपको उत्तर मिला है मैंने अपने अनुसार शास्त्रों को नहीं चलाया है अपितु शास्त्रों के अनुसार मैं चलता हूं।। जहां तक मेरा ज्ञान रहता है मैं वहीं तक बात करता हूं उससे ज्यादा बात नहीं करता। (और आपने लिखा है कि आप क्यों मना कर रहे हैं तो भैया मैं किसी को क्यों मना करूंगा कोई कुछ भी करे आप अपने कॉमेंट को जाकर देख ले अभी तक मैंने उसे डिलीट नहीं किया है। चलिए कोई बात नहीं हम अयोध्या वासी हैं इतना अपने मन में किसी भी प्रकार की ग्लानी नहीं रखते।। धन्यवाद।।(राम कीन्ह चाहही सो होई) 🚩जय सियाराम 🚩
जय श्री राम पंडित जी। आपने पूजा विधि सही क्रम से बताई इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
जय हो गुरु देव
गुरुदेव सादर प्रणाम 👏👏👏👏👏
Jay shree Radhe krishna Guruji 🙏
जय श्री राम
thank you ji , bahut namskar
बहुत बढ़िया जी
जय श्री मन् नारायण
जय सियाराम जी महाराज
Jay shree radhe radhe ji
Shabi mantra ka PDF bhej Iyengar Pandit ji 🙏
Pooja ki vidhi kraam sa with manter ho bhut acha hoga pdf bhi chaiya huma
गुरुदेव प्रणाम 🙏🙏
Guruji pranam 👏👏👏
Pranam pandit Ji video to aapka achcha Laga PDF mein Sara Mantra kram se rahega
Ji nhi abhi mantra nhi hai...केवल क्रम है
❤❤ जय श्री राधे कृष्णा
Radhe radhe
Ganesh poojan se pehle khon pooja ji
Video m sab bataiye na pandit ji kitneaasan banaye jate h kis kis ki pooja hoti h
Jay Gurudev
Jay Shriram
Jai shree ram 🐏♈😊😊😊😊😊
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Gauri Ganesh Pujan bhi bataiye
Ji प्रयास करुंगा
सूर्य पूजा भी होती है
Jai shree ram
ha sir hame wo p d f chahiye
Jay shri ram
🙏🙏🙏🙏
सत्यनरायण पूजा बिधि बताए
आगे देखें वीडियो मिल जाएगा इसी चैनल पर
PDF Montra sahit hai kya
Nhi
गुरुदेव सेवा राशि हम आप के हाथो में देगे क्यो की मेरे पास फोन में भेजने की वेवस्था नही है
गुरुजी पूजा में संकल्प के बाद हमारे आचार्य एवं शास्त्री जी लोग संकल्प सिद्धि मंत्र बोलते हैं वह कौन सा मंत्र है थोड़ा बता दीजिए वह मुझे नहीं समझ में आ रहा है
ॐ यज्जाग्रतो दूरमुदैति दैवं तदु सुप्तस्य तथैवैति । दूरड्गमं ज्योतिषां ज्योतिरेकं तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।।
गुरुजी में शुरू सीखने के लिए कौन सी पुस्तक ले लूं नित्य कर्म एवं कर्मकांड प्रमोद लिया हूं मगर इसमें संपूर्ण सब कुछ नहीं दिया हुआ है और नित्य कर्म में समझ नहीं आ रहा है ज्यादा गुरुजी मेरा मार्गदर्शन करिए मैं पूजन सीखना चाहता हूं कर्मकांड सीखना चाहता हूं मगर मैं आश्रम में नहीं जा सकता हूं क्योंकि घर में बहुत समस्याएं हैं मैं ही घर संभाल रहा हूं
अपने आसपास किसी अच्छे विद्वान से संपर्क करें
GauriShankar
हरि ऊं नारायण
सिरीयल नम्बर से बता रहे है
आप को क्या लग रहा है
pdf mantr sahit hai kiya
Ji ha
हर ब्रह्मण अपना कुछ न कुछ जोड़ ही देते हैं एक कहेंगे अगर आम के पत्ते न हों तो अशोका व पान भी चल सकता हैं फिर आप क्यू मना कर रहे हैं?
मैं क्यों मना करुंगा आपका जो मन करे करिए
@@AacharyaShivendraVlogs यहां मन की बात नहीं हैं बात विधान की हैं फिर एक ही पूजा अलग अलग विधान से क्यू अगर आप सही हैं तो जो अशोका के पत्ते बता रहे वो गलत हैं। लेकिन हम जो आप लोगो को सुनकर पूजा कर रहे हैं असमंजश में पड़ जाते हैं कोन गलत कोन सही समस्या ये सर जी 🙏🙏🙏🙏
मैंने कहीं नहीं अशोका के पत्ते पर पूजन कराने को नहीं कहा है ध्यान से विडियो को देखिए
और जिसने कहा हो उसको जाकर कहिए
और रही हमारी विडियो देखने की तो महाशय आप मत देखिए क्योंकि दुसरो की विडियो को देखकर आएंगे और यहां मैसेज करेंगे यह अच्छी बात नहीं समझे।
@@ShivendraShukla289 आप ने नहीं कहा मेने भी आपका नाम नहीं लिया मैने सिर्फ ये कहा था की जो पुजारी लोग अशोका का समर्थन करते हैं उनको किसने अधिकार दिया। अशोका के पत्तो का समर्थन करने का जो शास्त्र में लिखा होगा वो ही सत्य माना जाएगा लेकिन हम जैसे लोग असमंजस में पड़ जाते हैं क्या गलत क्या सही। अपने शब्द वापस लेता हूं और आपसे हाथ जोड़ कर माफ़ी मांगता हूं और सभी विद्वानों से निवेदन करता हूं कृपया शास्त्र को अपने हिसाब से मत चलाइए शास्त्र के हिसाब से चलिए। अपना अलग से शास्त्र में कुछ मत जोड़िए। है ब्रह्मण देवता अगर आपको मेरी बातों से ठेस पहुंची हैं तो मैं फिर से आपसे माफी मांगता हूं आप हमारे पथ प्रदर्शक हैं आप पूजनीय हैं आपका अपमान हमारा स्वयं का अपमान हैं 🙏🙏🙏🙏
पर किसी को बंधु इस प्रकार से पर्सनली सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना नहीं चाहिए लोग इस कमेंट को देखते हैं आपके और हमारे प्रति उनकी क्या भावनाएं रह जाएंगी।।
जिसने जो कार्य किया ही नहीं है अगर उस पर आप कमेंट करेंगे तो क्या उसे बुरा नहीं लगेगा बस मेरी भी बात इतनी है और मैंने भी आपको कुछ नहीं कहा है बस जैसा आपने प्रश्न किया है वैसे ही आपको उत्तर मिला है
मैंने अपने अनुसार शास्त्रों को नहीं चलाया है अपितु शास्त्रों के अनुसार मैं चलता हूं।। जहां तक मेरा ज्ञान रहता है मैं वहीं तक बात करता हूं उससे ज्यादा बात नहीं करता।
(और आपने लिखा है कि आप क्यों मना कर रहे हैं तो भैया मैं किसी को क्यों मना करूंगा कोई कुछ भी करे आप अपने कॉमेंट को जाकर देख ले अभी तक मैंने उसे डिलीट नहीं किया है।
चलिए कोई बात नहीं हम अयोध्या वासी हैं इतना अपने मन में किसी भी प्रकार की ग्लानी नहीं रखते।। धन्यवाद।।(राम कीन्ह चाहही सो होई)
🚩जय सियाराम 🚩
जब आप क्रम से पूजा करना सीखा रहे हैं तो क्रम से लिख देते अलग लिख के फिर बता रहे हों क्या ज़रूरत हैं इतनी नौटंकी करने की
महाशय जो जैसा रहता है वो वैसा ही समझता है।।
नौटंकी करने वाले सभी को नौटंकी बाज ही समझते है
गुरुदेव सेवा राशि हम आप के हाथो में देगे क्यो की मेरे पास फोन में भेजने की वेवस्था नही है
Are aap bhi