DNA analysis on Jagannath Mandir

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  • Опубліковано 21 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 17 тис.

  • @kalakrushnanayak7315
    @kalakrushnanayak7315 3 роки тому +330

    धन्यवाद इस संघर्ष और बलिदान कि कहानी को दुनिया के सामने लाने के लिए।जय जगन्नाथ

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय@kalakrushnanayak7315 ! 🙏
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @Jitendarkumar-7388
    @Jitendarkumar-7388 4 місяці тому +56

    हमारे सभी मंदिरों में गैर हिंदू प्रवेश नहीं कर सकता सभी मंदिरों में ऐसा ही होना चाहिए जय जगन्नाथ🔱🙏👌🙏🙏🙏

  • @subhashreepradhan7591
    @subhashreepradhan7591 4 роки тому +454

    May Odia hoon or mujhe bohot proud feel hoti hai☺☺Sir aaj apne DNA may Sri Jagannath ji ke bare bohot sari baate kahi isiliye aap ka Thank you☺☺ Sab bolo Jay Jagannath🙏🙏☺
    👇👇👍

    • @ShubhamSoni-jb7lh
      @ShubhamSoni-jb7lh 4 роки тому +14

      Jai jagnath

    • @varunnayak6585
      @varunnayak6585 4 роки тому +7

      Jai jagannath

    • @rimishaw6073
      @rimishaw6073 4 роки тому +3

      Jay jaganatha
      Its my third house😍😍

    • @sarthaksanatani05
      @sarthaksanatani05 4 роки тому +5

      I am disappointed that odia people eat non veg diet majority .😫
      odishabytes.com/over-97-per-cent-odias-prefer-non-veg-govt-study/

    • @starkasset4211
      @starkasset4211 4 роки тому +6

      Sarthak Joshi because scientifically one complete side of Odisha is surrounded by water so eating fish is evolutionary inheritance of Odia people, religiously some goddess(chandi,kali etc) eats fish as bhog!

  • @mromprakashyadaventertainm8331
    @mromprakashyadaventertainm8331 Рік тому +68

    भारत की है कहानी सदियों से भी पुरानी है ज्ञान की ये गंगा ऋषियों की अमर वाणी विश्व भारती है वीरों की आरती है है इतनी पुरानी भारत की ये कहानी😢😢😢😢😢

  • @MANJEETKUMAR-ng4mb
    @MANJEETKUMAR-ng4mb 4 роки тому +617

    मैंने टीवी इतिहास में पहली बार किसी पत्रकार को सच बोलते हुए देखा है"
    हम सब हिंदुस्तानियों को और आप पर गर्व है
    जय श्री राम 🚩🚩

    • @nanusingh2278
      @nanusingh2278 4 роки тому +12

      Bhai मुझे लगता है। भारतीय कहना ज्यादा सही होगा। हिन्दुस्तानी कहने से क्योंकि हिन्दुस्तानी नाम अरबों और आक्रमण कारियो द्वारा दिया था।
      जय भारत।

    • @keepsmile-wo1ek
      @keepsmile-wo1ek 4 роки тому +4

      Bhai sabse badha jutta hi jail.ja chuka hai .Aur sting operation toh dekha hi tha nah yeskha .. 100 core walla

    • @keepsmile-wo1ek
      @keepsmile-wo1ek 4 роки тому +5

      Jai shree Ram

    • @budhianahaka9376
      @budhianahaka9376 4 роки тому +6

      Boraa bor hai lekin Sudhir chaudhary dna aur Tahir gora tag TV yeah 2journalist aur news channel hameshaa sach bolte hain tavi tow librandu katarpanthi kotwo kaa pichwarda main aag log jataa hai

    • @RahulSharma-dk4jg
      @RahulSharma-dk4jg 4 роки тому +4

      Sudhir Chaudhary jaisa Koi news ankar nahin h🚩🚩🚩🚩🚩

  • @monugupta6927
    @monugupta6927 5 років тому +251

    Sudhir chaudhary the great person .....love u from bottom of heart ...u realy have knowledge ...you know how to explain anything in front of anyone...🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @monugupta6927🙏 !जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है।
      राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है।
      मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं?
      कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।
      स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था।
      यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था।
      समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं।
      मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था।
      6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @bikash2971
    @bikash2971 5 років тому +122

    I'm from odisha...Tnx zee news for telecast about my lord 🙏🙏... I kindly invited to all plzz come to our state and b blessed by lord jagannath and look the unity of hinduism....

  • @rupashreedash3084
    @rupashreedash3084 2 роки тому +122

    Proud to be a jagannathian 🙏
    Our jagannath

    • @rajeshdash939
      @rajeshdash939 Рік тому +1

      Hy

    • @ABHISEK_-xq2th
      @ABHISEK_-xq2th Рік тому +2

      Jay Jagannath 🚩

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @rupashreedash3084🙏 !
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है।
      राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है।
      मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं?
      कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।
      स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था।
      यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था।
      समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं।
      मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

    • @Xxxlgey
      @Xxxlgey 11 місяців тому +2

      ଓଡ଼ିଆ ବୋଲ

  • @ggeo1364
    @ggeo1364 4 роки тому +185

    my eyes becomes full of tears after watching this.really our ancestors had to fight hard to save our civilization

    • @Movie-explaination
      @Movie-explaination 4 роки тому +2

      Me too

    • @ggeo1364
      @ggeo1364 4 роки тому +2

      @@Movie-explaination yeah dear,we will survive,we will be greater than ever

    • @divsingh2589
      @divsingh2589 4 роки тому +7

      Our culture is the oldest and we the future generations will support and spread it....all over the world

    • @omim3390
      @omim3390 2 роки тому +1

      Same here bro😭😭

    • @swadheenkumarsamal8508
      @swadheenkumarsamal8508 Рік тому +2

      Matlab soch rahe hoo .. kitna veer the..❤️ hamare purbaj

  • @rishabhvikasgupta
    @rishabhvikasgupta 2 роки тому +221

    मैं बहुत सौभाग्यशाली हूँ कि मैं भगवान श्री जगन्नाथ से मिला🥰🥰🥰🥰
    "जय जगन्नाथ, जय ओडिशा"

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 2 роки тому

      आखिरकार साईं ट्रस्ट ने माना की साईं मुस्लिम फकीर थे। ट्रस्ट ने शंकराचार्य से मांगी माफी...
      साईं मामले में ज्योतिष एवं द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर करने वाले मुंबई-साईंधाम चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख रमेश जोशी ने मीडिया के समक्ष माफी मांगी है।
      शनिवार को परमहंसी गंगा आश्रम पहुंचे रमेश जोशी ने साईं से संबंधित विभिन्न साहित्य और साक्ष्यों-दस्तावेजों के आधार पर यह घोषणा भी की, कि साईं मुस्लिम फकीर थे।
      इस दावे के बाद अब मंदिरों को साई की मूर्ति को बाहर फैंकना ही चाहिए क्योंकि हमारे महान देवताओं भगवनाओ के मध्य एक मांसाहारी मुस्लिम फकीर का कोई कार्य नही...
      वास्तव मे साई का बाप अफगानिस्तान एक पिंडारी मुसलमान था जो बहुत बड़ा लूटेरा था, अमर अकबर एंथोनी फिल्म (1977) मे साई बाबा का भरपूर झूठा प्रचार किया गया था उसके पहले साई बाबा को कोई इतना नही जानता था. फिर उसके बाद साई के नाम से कई फिल्म और टीवी सीरियल बनने लगी जिससे लोग साई जैसे पाखंडी को भगवान समझने लगे, यदि सच मे साई बाबा कोई चमत्कारी थे तो एक भी मस्जिद या दरगाह मे उसकी कोई फोटो या नाम भी क्यु नही है? क्यु कोई मुसलमान साई बाबा को नही मानता? क्यु किसी जैन मंदिर, गुरुद्वारा मे साई की एक तस्वीर या मूर्ति नही?
      राम कृष्ण जैसे युग पुरुषो को भूल कर जब साई जैसे पाखंडी की पूजा होगी तो हिंदुओ के जीवन मे इतना दुख आना स्वाभाविक है.
      यदि अब भी साई की प्रतिमा को कोई अपने घर में रख रहे है तो उस से बडा सनातन धर्म का द्रोही कोई नही...l

    • @anitashukla9887
      @anitashukla9887 2 роки тому +1

      ठाकुर, उच्चारण टैगोर, अंग्रेजी।
      शिष्य उच्चारण सिक्ख, गुरु मुखी।
      पंच प्यारे, सभी सनातनी हिन्दू।
      संविधान,और उसके बाद, और
      आज की स्थिति, इमरजेंसी में
      सेकुलर, वहीं से सारा, तमाशा।

    • @ranjitasahoobls24
      @ranjitasahoobls24 2 роки тому +2

      Jagannath swami nayan path gami🙏

    • @madanjaat1912
      @madanjaat1912 2 роки тому

      @@anitashukla9887 ppppm

    • @anjugoyal8655
      @anjugoyal8655 2 роки тому +1

      Jai odisha ke saath Saath jai hind likhna chahiye tha Bhayia aapko

  • @pinakisahoo9260
    @pinakisahoo9260 3 роки тому +148

    Jagannath swami
    Nayana patha gami
    Bhaba tume .... Bhaba tume ..... Bhaba tume ....
    Proud to be an odia

    • @ziiavatarcamera7092
      @ziiavatarcamera7092 3 роки тому +2

      So beautiful bat kahe ho

    • @somnathbhattacharya3242
      @somnathbhattacharya3242 3 роки тому

      @@ziiavatarcamera7092 ও ওষুধ ওজনঝঝ্যঝ্যঝঝ্য ওর ঝঝ্যোঞঝ্য কোন না ঝঝঝঝ ওজন ঝ্যঝ্য তো ঝঝঝঝঝ্য জন ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝ্য না ঝঝঝঝ ওঝ্যঝ্য নন ঝঝঝঝঝ্যঝ্যঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ওর ঝঝঝঝ ঝ্যঝ্যঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝঝ্যঝ্যঝঝঝ্যো ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ শোনো ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ্যঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ওর ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঔষধ ওধঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝ্যঝ্যঝ জল ঝো ঝঝঝঝ ও ঔষধ ঝঝঝঝ ঝঝ্যো ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ওঝ জন ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোঝঝঝ ঝো ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ওধোওঝঝঝষঝঝ ঝঝঝঝ ওঝ্যঝ দোষ ওঝ ঝঝ্যঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ঝঝষঝ্যো ওঝ নো ঝঝ্য ঝঝঝঝ ওঝ ঝঝঝোওওধ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঔষধ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ ওঝ ও ওর ওঝ ঝঝঝোওওধ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ওঝ জন ঝোঝঝো ওঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝঝো ঝঝঝোওওধ নো ঝঝঝঝঝ্য ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ধোনও ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝধো ওঝ ও ওর ওঝঝঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ জন ঝোঝঝো ঝঝঝোওওধ ওঝ্যঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝ্যঝ্যঝোঝওওঝ ওঝ ঝও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝধঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ না ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝধোঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝ নন ও ঝঝঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝোঝঝ্যঝ ওঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ওঝ ওঝ্ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝ্য ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ঔষধ ঝঝঝঝ ওঝ্যঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ওোঝোওধঝ্যঝো ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝো ওষুধ ওঝ ঝ্যো ওঝ ঝ্যধোও ঝোঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝষঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওঝ্ওঝ ওজোন ঝঝঝোওওধ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ওঝ ঝ্য ঝঝঝঝ জো ঝঝঝোওওধ ও ওর ওঝ জন ঝোঝঝো ঝঝঝঝ ঝঝ নো ঝ্যো ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝধঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ঝঝো ওঝঝোঝ্যঝ্য ঝঝঝোঝঝঝোঝ ধ ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ঝঝঝোওওধও ঝঝধোঝ ও ওর ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝনো ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝ্যঝ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝষ ঝোঝঝো ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ঝ্যঝ ওঝ জো ওঝোঝঝঝ জো ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্যঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝষ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝষ ওঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ জো ওঝোঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝো ওঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওন ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ্য ঝঝঝঝ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওধঝ ঝঝঝঝ ঝঝো ওঝ ঝঝঝঝওওওও ওঝ ওঝঝো ঝষঝোঝঝঝষো ওঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝোঝ ঝঝঝঝ োঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওঝঝো ও ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ নো ওঝ ওঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ওধো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝঝ্যোঝোওঝ ওঝ ওঝ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝোঝঝঝ ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝঝো ওঝ ওঝঝো ওঝোঞোঝ ওঝ ঝ্যঝ্য ঝঝঝোওওধ ওঝওঝ ওঝ ওঝঝো ঝঝঝোওওধ নো ওওও ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝনোঝঝোওওঝঝধোওওওওঝোওষোষো ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্যঝোওধ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ োোওঝোষঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝোঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝো ওঝ ওঝ ওঝঝো ঝঝঝোওওধ ঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ ওঝঝ্যোওঝোধঝঝ ঝঝঝঝ জো ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওওঝঝঝো ওন ওঝঞঝোননঝঝ ঝঝধোঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ওর ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঔষধ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোওঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওনোওওওও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওঝঝো ঝোও ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ঝঝো ঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝ্য শোনো নো নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝ্যঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝঝ ঔষধ ও ওর ওঝ ঝ্যঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ওঝ ওষো ওন ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ্যঝঝোওওো ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝ ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝঝ ওঝ ওঝঝো ওওঝোও ওঝোঝঝঝ ঝনঝোষোওষোঝ ওঝোঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝ ওঝোঝঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝোঝঝোঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝোঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওষো োোওওঝ ওঝোঝঝঝ ঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝঝ ওঝ ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোও ঔষধ ওঝ ওঝ ঝঝঝঝোঝ ঝঝঝোওওধ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝষ ওঝোঝঝঝ ঝঝোধো ঝোঝ ওওঝঝঝো ওঝোঝঝঝ ওোঝঝঝ নন ওওও ঝঝঝোওওধ নো ওওও ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝনঝ ওঝঝো ওঝ ওওও ঝঝ ওঝোঝঝঝ ওঝ ওঝঝো ওওঝোও ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ওষো ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোওঝঝ ওঝ ওজোন টা ঝোঝ

  • @Dilliramsarmah357
    @Dilliramsarmah357 Рік тому +90

    Iam from Assam iam proud to be a Hindu🕉️ . Very good Dicition Jagahnath puri Sanaatan basi. Jai ho jagannath baba 🙏🙏

    • @PrakashPrakash-g4x9f
      @PrakashPrakash-g4x9f 5 місяців тому +3

      Jay jagannath to u and your family. Jagannath blessing to you always

    • @JayantkumarJayantkumar-ii9bf
      @JayantkumarJayantkumar-ii9bf 4 місяці тому +1

      राधे-राधे राधे-राधे हार्दिक शुभकामनाएं जयंत श्यामपुर गाय को राष्ट्रिय पशु घोषित करो ❤❤❤❤। ७८६

  • @HanumanRana3
    @HanumanRana3 5 років тому +206

    Thanx a lot sudhir sir for limelighting odisha and it's cultural heritage 😍 love from odisha

    • @merohit121
      @merohit121 5 років тому +7

      You have a great history bro. Awsome culture

    • @ODAutomobiles
      @ODAutomobiles 5 років тому +3

      ।। ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ।।

    • @harry.oo7
      @harry.oo7 5 років тому

      Why thnx.....for spreading hate against muslims.....this man is a snake

    • @merohit121
      @merohit121 5 років тому +5

      @@harry.oo7 hey where is hate against muslims its our history and every indian should know it sirf meethi meethi batin kerte rahe kya? Sach to pta chalna hi chahiye or ye sach to muslims ko bhi sabse jada pta chalna chahiye kyi ki ve to is julm se hi muslim bane hai.

    • @spandandash6043
      @spandandash6043 5 років тому +5

      @@harry.oo7 yes i hate muslims coz who told them to attack on our temple....

  • @rinkuchoudhary7313
    @rinkuchoudhary7313 4 роки тому +394

    मुझे सुधीर चौधरी जी पर गर्व है.
    और इनका बोलने का व समझाने का तरीका अद्वितीय है.
    जय हिन्द......!!

  • @bibeknayakwriter
    @bibeknayakwriter 5 років тому +146

    Proud to be an Odia... Thanks for exploring my culture... Request to all to come Odisha... And onemore please vote for Modi

    • @gauravchaturvedi6080
      @gauravchaturvedi6080 5 років тому +4

      Lucky guy......😉😉😉👍👍👍

    • @TinyTalesAP
      @TinyTalesAP 5 років тому +4

      Bhai bibek kash west bengal ke log bhi orisa ke jaise hote..main rehta hoon west bengal me .. aur mujhe yahan ke logo ki asliyat pata hain.. yaha par 50% se jyada muslim hain.. aur ye log bangladeshi illegal and rohingya hain. Yahan illegal immigrants ke wajah se hi west bengal tabah ho chuka hain..... main ek utkal brahmin hoon.. aur mujhe apne utkal hone par garv hain. Lekin unfortunately humlog west bengal me rehte hain.. Main apne sanatan dharm ki rakhsha ke liye logo ko anupranit kar rahi hoon. Ap bhi kijiye.

    • @bibeknayakwriter
      @bibeknayakwriter 5 років тому +2

      @@gauravchaturvedi6080 Thanks Bhaiya! I Welcome u to Odisha to feel our culture...

    • @bibeknayakwriter
      @bibeknayakwriter 5 років тому +2

      @@TinyTalesAP Aapko mera pranam👏 We are the soldiers to save our Great Culture. Agar Subash Ch. Boss 1947 mein Prime minister bante, to aaj Bharat Mata ko itna pastana nehin padta... Please come to Odisha and enjoy the natural beauty.

    • @TinyTalesAP
      @TinyTalesAP 5 років тому

      @@bibeknayakwriter mere purbaj orisa ke hi hain.. mera title mohanty hain.. apse ek request hain aj bhi jo sanatani secularism ka chola pehne huye hain unki ankhe kholiye. unko apne dharma ki rakhsha karne ke liye jagruk kijiye.. aur is video ko viral kijiye saath hi sathh west bengal ki haalat bhi batao..

  • @ramanpuri7866
    @ramanpuri7866 Рік тому +9

    जय जगन्नाथ 🚩🙏
    I'm from Punjab , now residing in Odisha. Have visited Lord Jagannath lots of time. Would like to settle down in Puri after 60

  • @santoshmansingh5672
    @santoshmansingh5672 5 років тому +865

    I am from puri,Odisha
    My home is 20km from jaggatnath mandir.
    We all know about our history of jaggatnath mandir.
    We will protect our faith and culture till our last breath.
    And Modi again.

    • @nitesh-f3z
      @nitesh-f3z 5 років тому +8

      Lucky 😊

    • @uneverk
      @uneverk 5 років тому +7

      Lucky

    • @MMaheshThakur
      @MMaheshThakur 5 років тому +10

      vote for modi

    • @santoshmansingh5672
      @santoshmansingh5672 5 років тому +17

      @@MMaheshThakur obviously bro..
      Kyun pade ho chakkar me koi nahin he Takkar me...
      Only modi

    • @MMaheshThakur
      @MMaheshThakur 5 років тому +8

      @@santoshmansingh5672 2004 me bhi log ewi confidence me but har gyi atal jee

  • @manishadayma4874
    @manishadayma4874 3 роки тому +93

    सुधीर चौधरी जी आपका लाख लाख धन्यवाद है
    आप पत्रकारिता के क्षेत्र में आदर्श मानदंड हो🙏🏼🙏🏼 आपके द्वारा प्रस्तुत यह रिपोर्ट हमारे भगवान जगन्नाथ के प्रति श्रद्धा के साथ साथ अपने स्वाभिमान को प्रज्वलित करती है 🙏🏼🙏🏼

    • @sureshsingh6688
      @sureshsingh6688 Місяць тому

      😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😅p0p

  • @suvasishmitra1345
    @suvasishmitra1345 3 роки тому +834

    I am proud to be Hindu from Bangladesh 🇧🇩🇧🇩. ISKCON help us in many ways to perform RathYatra & others occasions.
    Hare Krishna 🙏🙏

  • @ranjeet6159
    @ranjeet6159 2 роки тому +153

    I am Hindu and I am proud of my religion jai Jagarnath

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 Рік тому +5

      जय श्री जगन्नाथ जय श्री राधे कृष्ण जय श्री राम जय सनातन धर्म जय श्री नारायण

    • @radhechandrawanshi259
      @radhechandrawanshi259 Рік тому +2

      ​y6😊😊

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @ranjeet6159 ! 🙏
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

    • @JayantkumarJayantkumar-ii9bf
      @JayantkumarJayantkumar-ii9bf 4 місяці тому

      राधे-राधे राधे-राधे हार्दिक शुभकामनाएं जयंत श्यामपुर गाय को राष्ट्रिय पशु घोषित करो ❤❤❤❤। ७८६

  • @nicemohanty2724
    @nicemohanty2724 5 років тому +103

    I'm from odisha jai jagannath. thqu so much zee news 🌻🌹🌻

  • @priyanshushukla9202
    @priyanshushukla9202 3 роки тому +47

    सुधीर चौधरी जी आपको बहुत बहुत साधुवाद आप जैसे निष्पक्ष और सत्य वक्ता पत्र कार की आज बहुत आवस्यकता है आपकी रिपोर्टिंग सटीक और तथ्यों पर आधारित होती है 🙏🙏👍👍🌹

  • @debjitroy2705
    @debjitroy2705 5 років тому +144

    I'm from West Bengal.. I want to Sri Jagannath temple more than 18 times..
    It gives a pleasure to see my Lord every time I visit..
    I got the rare opportunity to hug Sri Jagannath once.. and that was the moment I'll never forget..
    Jai Sri Jagannath... 🙏🏻

    • @souravmaity8599
      @souravmaity8599 2 роки тому +1

      In Bengal, Christian conversation are rapidly going on....

  • @Luffy_D_1999
    @Luffy_D_1999 Рік тому +25

    I am an proud Hindu odia and very proud of our ancestors, how they protected our lord Jagannath. Jai Jagannath 🙏🙏🙏

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 Рік тому +1

      ଜୟ ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @Shubhankar1999 ! 🙏जय जग्गनाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @Ku_Dushmanta
    @Ku_Dushmanta 5 років тому +144

    धन्यवाद ज़ी न्यूज़ ओर सुधीर जी हिंदुओं की पीड़ा को दिखाने के लिए उनके ऊपर हुए अत्याचारों को दिखाने के लिए । दिल से सक्रिय 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @avijitbanerjee6369
    @avijitbanerjee6369 4 роки тому +175

    This documentary literally gave me goosebumps. So many sacrifices are related to the temple.

    • @subhashmallick9116
      @subhashmallick9116 2 роки тому +2

      Hume aisi garibi se koi aitraz nhi ,Garv Se Kaho Hum Sanatani Hindu hai

    • @narendermakhijani9512
      @narendermakhijani9512 2 роки тому +4

      Thousands of temple destructions r not recorded. Sad

    • @priyanshu_rai
      @priyanshu_rai 2 роки тому +2

      Not only to this temple but for all the temples

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @avijitbanerjee6369 ! 🙏
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @bibhutimalik9
    @bibhutimalik9 5 років тому +123

    I am from odisha.thanks sudhir ji and zee news for this analysis👍👍

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 11 місяців тому

      जय श्री जगन्नाथ जय श्री राम जय सियाराम जय सनातन धर्म

  • @HIMS_Varanasi
    @HIMS_Varanasi Рік тому +62

    Proud to be Hindu 💪

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 Рік тому +2

      जय श्री जगन्नाथ जय सनातन धर्म

  • @tejindersingh3469
    @tejindersingh3469 5 років тому +4131

    I’m Sikh good to hear that Sikh people are allow to enter SHREE jagannath mandir we respect all religions I like to see this mandir thank you 🙏 jai jagannath

    • @indranildas3510
      @indranildas3510 5 років тому +520

      Guru Nanak ji bhai Jagananath Dev ki darshan ke liye aye the....
      Unhe Jagannath Dev ki thali mey khana parosa geya tha....

    • @nkstudios4947
      @nkstudios4947 5 років тому +112

      Tejinder Singh Jai Hind

    • @tejindersingh3469
      @tejindersingh3469 5 років тому +77

      Ashu Biradar jai hind to you sir ji🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @tejindersingh3469
      @tejindersingh3469 5 років тому +138

      @Indranil Das, we are Sikh always fallow guru Nanak dev sahib path 🙏good info.about guru ji thanks sir ji🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @Bollywood96
      @Bollywood96 5 років тому +183

      Arey Bhai Kya bat Kara rehi ho. Sikh to sanatan Dharm see he.. main ODISHA se hun.

  • @M.E.A_Vinaypatel.99
    @M.E.A_Vinaypatel.99 4 роки тому +181

    एक ही धर्म एक ही नारा ।
    जय हिन्दू जय श्री राम ।।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @Vinaypatel.99🙏 !
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है।
      राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है।
      मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं?
      कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।
      स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था।
      यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था।
      समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं।
      मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @जगन्नाथयात्राकं.8007

    हमारे भारत के जगन्नाथ भगवान देश कि ताकद है।
    मै साल मे एक बार जरुर दर्शन करने आता हु....महाराष्ट्र से....

    • @prabirpradhan3632
      @prabirpradhan3632 5 років тому +2

      Jai Jagannath...

    • @gkdas4810
      @gkdas4810 4 роки тому

      Dear,Anchor you discussed less about our God Sri JAGANNATH and more about gandhi family. Do you know Bhakta Salebega,who was great bhakta of Lord JAGANNATH. Sorry anchor your intentions are not good for our country. Asharam bapu also visit our temple.

    • @SantoshKumar-p3u
      @SantoshKumar-p3u 4 місяці тому

      Good

  • @lilygouda920
    @lilygouda920 Рік тому +54

    I am so proud because I am also odisha Jay Jagannath 🙏🙏

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @lilygouda920 ! 🙏जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @muktikantmohanty232
    @muktikantmohanty232 5 років тому +163

    I am from odisha,i love my cultural god Jagannath

    • @oyokumar243
      @oyokumar243 5 років тому

      This fellow only can spread hate news by Zee

  • @amareshchandramishra5109
    @amareshchandramishra5109 3 роки тому +78

    Feeling so blessed and good after watching this video becoz I am from Odisha and i had visited to Jagannath temple more than 10times in summer vacation my whole Travel to Puri . Jay Jagannath 🙏🙏

  • @Hi125.
    @Hi125. 5 років тому +226

    I'm really proud of Hindu...
    I'm from Andhra Pradesh..
    My name is Kasiviswanadham
    and I kept my son name
    Vihas Puri Jagannadham..

  • @blackhat4867
    @blackhat4867 Рік тому +8

    Jay Jagarnath baba always blessed all Hinduism in the world.....i am so proud of Hindu ❤❤❤🙏🙏🙏

  • @ANONYMOUS-oy1ei
    @ANONYMOUS-oy1ei 4 роки тому +745

    I am from Nepal 🇳🇵 and I am proud of my Sanatan Sanskriti.

  • @subhashreesahoo9996
    @subhashreesahoo9996 4 роки тому +85

    I am from Odisha thank you sir for meking this VDO.. Jagannath ji ka aashirvaad sab k upar Banerahe😊🙏ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ 🚩🙏
    जय जगन्नाथ 🚩🙏
    Zee news👍

  • @sanjaymallick
    @sanjaymallick 5 років тому +192

    Jai Jagannath. Lord of Universe.

  • @pushpendarsingh7451
    @pushpendarsingh7451 2 роки тому +2

    आपका बहुत बहुत साधुवाद जो आपने भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन करवाये

  • @भाहि
    @भाहि 4 роки тому +1133

    मैं उन सभी उड़ीसा वासियों को कोटि कोटि नमन करता हूँ जिन्होंने अपने हिन्दू धर्म को बनाए रखने के लिए कई सदियों तक भीषण लड़ाईयाँ लड़कर भगवान जगन्नाथ जी की मूर्ति की रक्षा की ।मंदिर परिसर के भीतर सनातन धर्म यानी केवल हिन्दू धर्म के लोगों को ही प्रवेश
    की इजाजत देना ।यह एक बहुत बड़ी खूबी है ।

    • @jagannathkara5514
      @jagannathkara5514 4 роки тому +26

      बहुत बहुत धन्यवाद मोहदय,🙏🙏🙏
      Jay Jagannath

    • @jagannathkara5514
      @jagannathkara5514 4 роки тому +19

      @@__ayushman__ farz nehi kartabya hota he . Sabdo me bhed hota he

    • @devnarayansingh7530
      @devnarayansingh7530 4 роки тому +6

      ऐसाराममंदिरमेंलागूकरोआजभविष्यमेंऐसाबक्तन आऐहिंदूकेवलहो100ः

    • @LalitKumar-ku5rm
      @LalitKumar-ku5rm 4 роки тому +1

      Bilkul

    • @nilakanthapradhan4740
      @nilakanthapradhan4740 4 роки тому +12

      It's not udia
      It's Odia

  • @gouravgupta2313
    @gouravgupta2313 5 років тому +49

    desh ka saccha imandaar tv channrl....
    h zee news

  • @damodarmohapatra768
    @damodarmohapatra768 5 років тому +125

    I am from jagannath dham puri 🙏🙏🙏🙏🙏🙏jai jagannath love from #puri

  • @prashanttiwari-uh7ph
    @prashanttiwari-uh7ph 9 місяців тому +6

    Thankyou my dear jee news, sach dikhaane k liye.

  • @kishanrout7777
    @kishanrout7777 3 роки тому +69

    I'm from ODISHA, Cuttack
    Netaji Subhash Chandra Bose ji city se
    JAI JAGANNATH 🙏

  • @samay4596
    @samay4596 3 роки тому +564

    ଓଡ଼ିଶା ଭାଇ ଉ ଭଉଣୀ ମାନଙ୍କୁ ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ୍! ଉତ୍କଳ ର ଭୂମି କୁ ମୋ ପ୍ରାଣ ହରାଇ ଭି ରକ୍ଷା କରିବି। କୋରାପୁଟ ରୁ ଜୁହାର। 🙏🏻

  • @meeraparida9350
    @meeraparida9350 5 років тому +322

    We odia know this...but it's nice see this information in national news. Thanks sudhir ji. Thanks zee news🙏

    • @pravatpradhan200
      @pravatpradhan200 5 років тому +2

      କେବେ କଉଠି 'ଜାଣିଚି' ବୋଲି କହିବେନି I
      ଆଛା କୁହନ୍ତୁ ତ...
      କଳାପାହାଡ଼ ଆକ୍ରମଣ କରିବା ପରେ ଫଳାଫଳ କଣ ହେଲା, ଆଉ ତା'ର ପରିବାରର କେଉଁ ସଦସ୍ୟ ଏବେ ଓଡ଼ିଶାରେ ଜୀବିତ? କୁହନ୍ତୁ I

    • @creativemindmusic9347
      @creativemindmusic9347 5 років тому

      Aisa kuchh ni he ji , Me bhi odisha se hu ,aapko pata he sudhir ji ab isai or cristan log baharese aate he jaggnath darsan karne keliye , amreica or London se bahut log aate he ,yaha jat or dharam kuchh ni he ,kisibhi jatka log yaha jaha Sakta he ,sudhir ji asap logoko kuchh bhi pata ni he

    • @antimkd8745
      @antimkd8745 5 років тому +1

      Those rulers are attacked Jagannath temple; all are Afghan and Islamic king and that's why only orthodox Hindu are allowed inside the temple. After all for other religions Lord Jagannath come out every year from temple in the festival of Rath Yatra. ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ 🙏🙏

    • @jaishreeramram2643
      @jaishreeramram2643 5 років тому +1

      @@creativemindmusic9347 Kan kahucha bhai mo ghara b odisha re kau American jagannath Mandira jaithila

    • @Suraj.Upadhyay
      @Suraj.Upadhyay 5 років тому +2

      Aap Odia ho

  • @sagarking9937
    @sagarking9937 Рік тому +27

    Jay Jagannath 🙏🏼

  • @jogendarsingh5768
    @jogendarsingh5768 3 роки тому +189

    भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर के पुजारियों को शत् शत् नमन, जो कि उन्होंने मंदिर में दर्शन और प्रवेश के लिए हिन्दु , सिक्ख,जैन और बौद्ध धर्म के लोगों को ही स्वीकृति दी।
    कृपया इस परम्परा को आगे भी जारी रखना ।

    • @motivationguruamazingfacts1762
      @motivationguruamazingfacts1762 2 роки тому +10

      Right Bhai...Ham Hindu, Sikh ,Jain Aur Boudh, Bhai Bhai Hai... Kyonki Ye Sabhi Ek Dharm Se Bane Jo Ki Sanatan Dharm Hai

    • @binodsharma1608
      @binodsharma1608 2 роки тому +2

      Satyamev Jayate

    • @bajrangray7874
      @bajrangray7874 2 роки тому

      @@motivationguruamazingfacts1762 se a

    • @devilanubhab5484
      @devilanubhab5484 2 роки тому +2

      Thank bro jay Jagannath me odia hu ap khabhi ghumne ao hamre bhagban ke jaganath mandira jay Jagannath

    • @sahucreation5444
      @sahucreation5444 2 роки тому

      और ऐसा ना हर बड़े मंदिरों में होना था क्योकि वहां जाने के बाद लुटेरे को हिन्दू मंदिरों को सबसे पहले योजना लूटने का उसके बाद तोड़ने का और उसके बाद अपने धर्म का जगहा घोषित कर देते है

  • @ashutoshna5302
    @ashutoshna5302 4 роки тому +75

    Chilika Lake में एक काली माता का मंदिर है जिसका नाम है कालिजा मंदिर। इसी मंदिर में श्री जगननाथ बलभद्र सुभद्रा की मूर्तियों को छिपाया गया था।

    • @Artivule
      @Artivule 4 роки тому +5

      Kalijai temple

    • @Ujh294
      @Ujh294 4 роки тому +1

      Aadi shakti ki chaaya mein toh koi haath laga bhi nahi sakta tha.....🙏🙏

    • @varunnayak6585
      @varunnayak6585 4 роки тому

      Jai maa kaali

    • @dindyalviskrma2579
      @dindyalviskrma2579 4 роки тому

      Bhojpuri gana

  • @prayasrath1192
    @prayasrath1192 5 років тому +118

    Thank you Zee News for enlightening everyone about the struggle of our ancestors to protect our heritage...

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @prayasrath1192 ! 🙏जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 11 місяців тому

      जय श्री जगन्नाथ

  • @bilunag
    @bilunag Рік тому +18

    Really we didn,t know about these attack ,thank you for information

  • @yashfanvine4804
    @yashfanvine4804 5 років тому +810

    हिम्मत केबल मात्र पुरी के जगन्नाथ धाम के पुरोहित के ही है जो बड़े से बड़े हमला से लेकर प्रधानमंत्री तक को रोक दिया इसे कहते है सनातन धर्म के सच्चे और हिम्मत बाले

    • @vkant2607
      @vkant2607 5 років тому +24

      Hame garbh hai puri pe

    • @yashfanvine4804
      @yashfanvine4804 5 років тому +41

      @@vkant2607 हा जी बहुत गर्व है क्योंकि यहा किसी भी राजनीति नहीं चलेगी सिर्फ भगवान का राज चलेगा और इसलिए चमत्कार भी होती है

    • @biswajitbag6142
      @biswajitbag6142 5 років тому +5

      Right mem

    • @bana9955
      @bana9955 5 років тому +16

      I m from Puri, feeling proud for stay here too.

    • @creativemindmusic9347
      @creativemindmusic9347 5 років тому +2

      Suno abhi sabko or har jat ki logoko jane ki anumati he

  • @thegodfather9814
    @thegodfather9814 4 роки тому +238

    बिल्कुल इसी तरह भारत के सभी मंदिरों में किसी भी गैर हिन्दू का प्रवेश निषेध होना चाहिए।
    जय जगन्नाथ 🙏🚩🚩🚩

    • @mkalam-yh9of
      @mkalam-yh9of 3 роки тому +3

      Dalito ko rok pae

    • @nileshchaudhary3692
      @nileshchaudhary3692 3 роки тому +10

      @@mkalam-yh9of dalito kon he vo hindu hi he unke liye pratiband nahi ho sakta ha agar vo hindu nahi to bilkul nahi jane denge .

    • @HeavenRacer422
      @HeavenRacer422 3 роки тому +5

      @@mkalam-yh9of jagannath temple puri mai brahman ke sath tribes puja karte hai jagannath ji ki.... Aur pehle ekk kam karo sare shíàs ko sunni banao.. Pher hmm ko bolna... 😂😂😂😂

    • @hukmdev6708
      @hukmdev6708 3 роки тому +1

      Jayjagannathji

    • @devnarayansingh7530
      @devnarayansingh7530 3 роки тому

      100ःहिदुओंनेसहीफैसलालिआथासभीमंदिरोमेवैनकरोभाईओबहनोअपधरमबचानेकेलिऐहै

  • @shyamlalvishwakarma9068
    @shyamlalvishwakarma9068 5 років тому +52

    आपको बहुत बहुत धन्यबाद है इसको दिखाने के लिए।
    इसी तरह राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ आदि का भी इतिहास बताये।

  • @makardhwajmishra8258
    @makardhwajmishra8258 8 місяців тому +2

    आपको बहुत धन्यवाद चौधरी जी ,गुड मॉर्निंग

  • @शिवभक्त009
    @शिवभक्त009 3 роки тому +539

    Proud to be Hindu Maratha🚩🚩🚩🚩 jai shree Ram😍🚩

  • @sachita1993
    @sachita1993 5 років тому +83

    As an Odia I am so happy after watching this news on Shri Jagannath mandir, even i got to know history of this temple which we never studied in our school...THANK YOU Sudhir Sir

    • @TinyTalesAP
      @TinyTalesAP 5 років тому +5

      Bhai kash west bengal ke log bhi orisa ke jaise hote..main rehta hoon west bengal me .. aur mujhe yahan ke logo ki asliyat pata hain.. yaha par 50% se jyada muslim hain.. aur ye log bangladeshi illegal and rohingya hain. Yahan illegal immigrants ke wajah se hi west bengal tabah ho chuka hain..... main ek utkal brahmin hoon.. aur mujhe apne utkal hone par garv hain. Lekin unfortunately humlog west bengal me rehte hain.. Main apne sanatan dharm ki rakhsha ke liye logo ko anupranit kar rahi hoon. Ap bhi kijiye.

    • @sachita1993
      @sachita1993 5 років тому +3

      @@TinyTalesAP Sure karunga...and one more thing abhi bhi west bengal bacha sakte ho by voting BJP kyun ke waha ka govt. Momta Didi chahti hi nai ki WB ek Hindu state bane...Bass state govt change hone do sab thik ho jayega...Vote for Narendra Modi

    • @TinyTalesAP
      @TinyTalesAP 5 років тому

      @@sachita1993 state government me BJP ane ki koi asha nahi hain... kyunki yahan 50% muslim hain, 30% fake liberals, .baki 20% hi hindu hain...

    • @Senapati_Ankit
      @Senapati_Ankit 5 років тому

      @@TinyTalesAPmilke unn mullo ka Samna karo

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @sachita1993 ! 🙏जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था।
      6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @AjeetKumar-oc4js
    @AjeetKumar-oc4js 4 роки тому +186

    हम भारतीय हिन्दू अपने पूर्वज के बलिदान को याद रखेगो उनका समान प्रेम सनेह इज्जत जुडे है।

  • @jyotiprakashnayak482
    @jyotiprakashnayak482 4 місяці тому +2

    A true reporting ❤ JAY JAGANNATH❤

  • @vedprakashyadav4473
    @vedprakashyadav4473 5 років тому +613

    हमे अपने धर्म और संस्कृति पर गर्वहै, गर्व से कहो हम हिन्दू है जय जगन्नाथ

    • @AbhayKumar-rd2ph
      @AbhayKumar-rd2ph 5 років тому +7

      जी यादव जी

    • @vedprakashyadav4473
      @vedprakashyadav4473 5 років тому +7

      @Aryan Tanwar भाई हमे अखिलेश और मुलायम को यादव होने पर संसय लगता है क्यो की पूर्व मे जो जो घृणित कार्य मुलायम ने हिन्दूओ के विरूद्ध किया उसकोअखिलेश निरंतर आगे बढा रहा है शर्म आती है इन्हें यादव कहने पर

    • @ajitmishra2787
      @ajitmishra2787 5 років тому +4

      Sahi kaha yaduvanshi veer..Krishna key vansajon ko mara naman.

    • @vedprakashyadav4473
      @vedprakashyadav4473 5 років тому +2

      @@ajitmishra2787 अजित भाई हमे यह नही भूलना चाहिए कि सर्व प्रथम हम हिन्दू है उसके बाद हम यादव है जो की मुलायम का पुरा परिवार भूल चुका है

    • @ajitmishra2787
      @ajitmishra2787 5 років тому +2

      @@vedprakashyadav4473ji ekdum sahi...

  • @Runi-Lipun
    @Runi-Lipun 3 роки тому +37

    Isse kehte hain zinda bhagwan.. jinme sach me jaan basta he... ❤️❤️❤️

  • @amyakanta144
    @amyakanta144 4 роки тому +439

    I am from odisha, So proud of my state which lives god jagannath 🙏🏻🙏🏻🙏🏻...

    • @visheshgupta4757
      @visheshgupta4757 3 роки тому +5

      अपनी राष्ट्र भाषा को कभी भूलना नही चाहिए हमेशा हिंदी मे लिखो
      जय श्री राम

    • @sureshprasad8650
      @sureshprasad8650 3 роки тому

      @@visheshgupta4757 have

    • @sujata9172
      @sujata9172 3 роки тому

      Me too

    • @bhaurampandro3008
      @bhaurampandro3008 3 роки тому

      @@sureshprasad8650 0pppppppp

    • @souravsahoo1582
      @souravsahoo1582 3 роки тому +3

      @@visheshgupta4757 sorry o odisha se hey..so odia mey likhega..odia uska garb hona chahiye..hindi nhi

  • @yetandjtendukona3335
    @yetandjtendukona3335 8 місяців тому +7

    आज भी इस मंदिर के नाम में चढ़ाया गया धन,95% बाहर जा रहा है,, सभी भाई, सिर्फ दर्शन मात्र कर के वापस आए,,
    जय जगन्नाथ पुरी धाम ❤🙏🙏🙏🙏

  • @बाबुसिंहमैरिया

    जय हो परम पिता परमेश्वर जगन्नाथ जी की

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय ! 🙏जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @bindumadeshiya8471
    @bindumadeshiya8471 2 роки тому +76

    मंदिर को अपवित्र करने की बातें सुनकर , बहुत क्षोभ होता है!!! जय जगन्नाथ!!!

    • @priyacharandas7352
      @priyacharandas7352 2 роки тому +1

      जय श्री जगन्नाथः स्वामी
      धर्म एक सनातन धर्म .
      वाकि अधर्म

  • @chinu.chinuu
    @chinu.chinuu 3 роки тому +143

    I am proud from Odisha ❤️. 🙏 Jay Jagannath 🙏

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 Рік тому

      जय श्री राधे जय श्री कृष्ण जय श्री राम जय श्री जगन्नाथ

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @chinu.chinu🙏 !
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है।
      राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है।
      मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं?
      कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।
      स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था।
      यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था।
      समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं।
      मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था।
      6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @freehelper9549
    @freehelper9549 5 місяців тому +4

    From recent election ,it is proved that odisha is the most educated n real hidu state nself respected state in India

  • @meenasharma5858
    @meenasharma5858 4 роки тому +372

    हमें सोचना चाहिए कि हम हिन्दू हैं भारत में जन्मे है भारत माता की जय हो

    • @PanchalhardwairePanchal
      @PanchalhardwairePanchal 4 роки тому

      S

    • @mukeshjaat4868
      @mukeshjaat4868 4 роки тому +3

      Jai shree ram

    • @howtomake5816
      @howtomake5816 4 роки тому

      ua-cam.com/video/guwAvuEtPug/v-deo.html

    • @ashokroutray4658
      @ashokroutray4658 4 роки тому +3

      @Mangrath Hembram MAIN OBC HUN.....AUR SANATANI HOON...GENERAL OBC ST SC YA BOUDH...SAB SHREE JAGANNATH MANDIR JATE HAIN....SHREE RAM AUR SHANATAN DHARM HUM LOGON KO EKJUT RAKH SAKTA HAI....ALAG ALAG NAHIN EK JUT REHENA HI HINDUSTAN KELIYE THIK HAI....BAMPANTHI ISHLAM YA ISHAIYAT YE SAB AKRAANTA HAI....

    • @anupamsingh4685
      @anupamsingh4685 4 роки тому

      @Mangrath Hembram abe mulle sun be tera muslim dharm koi dharm nhi blki ek jita jagta diyansor hai sabhi ke liye dharmo ke leye khatara hai abe sun mulle ji tumne likha hai uper to sune tera dharm unmadio ki bhid hai sajhey katuye

  • @somnathsahoo6913
    @somnathsahoo6913 5 років тому +138

    I am from odisha.proud to ba an Indian.jay jagannath🙏

  • @akbhakti7872
    @akbhakti7872 4 роки тому +330

    सुधीर चौधरी जी आप राष्ट्रवादी पत्रकार हैं हम आपके साथ है आप सत्य दिखाते रहे

  • @Sidheswar80
    @Sidheswar80 10 місяців тому +1

    Thanks a lot for spreading the parikrama prakalpa news.... Jay Jagannath

  • @tusharghag.
    @tusharghag. 5 років тому +197

    Thanks kalinga warriors to protect our sanatan dharma love from Marathas....
    jai Hindu Rashtra....🚩🚩🚩

    • @Bhruguraj
      @Bhruguraj 5 років тому +14

      Marathas in the west and kalinga warriors and ahom warriors in the east stopped the further Islamic invasion prior to Akbar to the south

    • @krishandas3832
      @krishandas3832 5 років тому +5

      Love from Odisha

    • @nitishp1902
      @nitishp1902 5 років тому +4

      ##jai bhabani jai shivaji
      Bande utkala janani
      Love u bro

    • @sharatdhal541
      @sharatdhal541 5 років тому +4

      Love from odisha

    • @tushardewangan958
      @tushardewangan958 4 роки тому +4

      Jai jagannath from odisha😊🙏🙏🙏

  • @anonymous-gh4tz
    @anonymous-gh4tz 4 роки тому +273

    यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत ।
    अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥
    परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
    धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥

    • @anonymous-gh4tz
      @anonymous-gh4tz 4 роки тому +3

      @Rupesh Thakare Kya dimag paaya hai tune, bilkul apne hi bhagwan ki respect nhi Kar rha unhi par vishwas nhi aur Hindu banne ka naatak Kar rha hai.
      Gjb hai tum jaise neech buddi k log bhi

    • @PritamKumar-yt8qd
      @PritamKumar-yt8qd 4 роки тому +2

      @@anonymous-gh4tz hame visvas hai lekin god bhi unhi ka help karata hai jo koshis karata hai tu hai to mulla lekin mere ko ullu nahi bana paega

    • @BADAnan
      @BADAnan 4 роки тому

      @@PritamKumar-yt8qd ll lo l lo l///

  • @JaziKVlogs
    @JaziKVlogs 5 років тому +50

    *Zee News Zindabad 🇮🇳🙏*
    Hindustan Zindabad 🇮🇳🇮🇳🙏
    *Hindu oo Jagte te Rahoo🕉️🌷🕉️🌷🕉️🌷🕉️*

  • @NishaSingh-gm9jx
    @NishaSingh-gm9jx Рік тому +1

    Shree jaganath ke murti me shree hari vishnu ki dhadkan avi v jibit he. Isliye woh murti bhut kimti h humare liye❤

  • @jyotishreejena707
    @jyotishreejena707 3 роки тому +110

    Lots of love from Odisha 🥰🙏🚩🔱. Proud to be a Hindu ❤️💯

    • @twoplustalent292
      @twoplustalent292 3 роки тому

      Hindu koi darm nhi h darm to Sanatan h hindu to nam afganistan ke Hindus parwart ke nam par diya tha

  • @meetkhandelwal4674
    @meetkhandelwal4674 3 роки тому +170

    गर्व से कहो हिंदू हो। जय श्री जन्नाथ

    • @vijayrote279
      @vijayrote279 3 роки тому +1

      Jai shri ram jai hind

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @meetkhandelwal4674 ! 🙏जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @AnuragKumar-zw7pb
    @AnuragKumar-zw7pb 3 роки тому +915

    गर्व से कहो हम हिन्दू हैं और हिन्दुस्तान हमारा है।
    जय जगन्नाथ।

    • @nikkishukla7329
      @nikkishukla7329 3 роки тому +23

      हिंदू है हम हिंदुस्तान हमारा h

    • @mrinalinimishramishra5325
      @mrinalinimishramishra5325 3 роки тому +13

      Jai jagnaath

    • @niteshgadekar8051
      @niteshgadekar8051 3 роки тому +9

      India that is Bharat

    • @narayandas4686
      @narayandas4686 3 роки тому +1

      @@mrinalinimishramishra5325 थउह

    • @RahulDas-ko5kp
      @RahulDas-ko5kp 3 роки тому +13

      Jub aap Mandir ke bahar lagaye gaye board ko dekhenge toh tab aapko aur bhi Garv hoga. Usme clearly likha hua hai... Non Hindus are not allow to enter inside the tample.

  • @Bazigar_143
    @Bazigar_143 9 місяців тому +3

    ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ମହାପ୍ରଭୂ ❤🙏

  • @sandipghosh9680
    @sandipghosh9680 5 років тому +241

    Joy Jogonnath
    জয় জগন্নাথ
    from Bangladesh

    • @innocentguy613
      @innocentguy613 5 років тому +5

      Tum log abhi tk jinda bche ho bangladesh me

    • @SatelliteTracker
      @SatelliteTracker 5 років тому +1

      Bangladesh me hindu ab bhi bahe hue he kya

    • @nnayak5761
      @nnayak5761 5 років тому +3

      @@SatelliteTracker Kyu tum dono ko kya problem hua he...?

    • @nnayak5761
      @nnayak5761 5 років тому +1

      @@innocentguy613 Tereko thoda sharam nehi lagrahahe aise bol ne se...

    • @innocentguy613
      @innocentguy613 5 років тому +2

      @@nnayak5761 abe inlogo ko to pehle hi mar mar khatm kr diya hai atankio ne inke purwajo ki wajah se

  • @Suraj-bu9pz
    @Suraj-bu9pz 5 років тому +203

    Maratha Empire The proud of Hindustan. The great Hindu the great Maratha.
    Jay Shivshambhu Chhatrapati.

    • @daxil44
      @daxil44 5 років тому +5

      Suraj bhai ashoka was great king of India
      Bhai jativad se aage aa

    • @empireofkshatriyarajputpra4645
      @empireofkshatriyarajputpra4645 5 років тому +1

      भाई केवल मराठा ही नही राजपूत और सिखो ने भी बलिदान दिया है सनातन धर्म के लिए।राजपूतो ने 400 साल मुस्लिम अरब आक्रमणकारियो को भारत मे घुसने नही दिया जबकी अरब आक्रमणकारियो ने तो 70 मे ईरान ईराक तुर्की उजेबिकस्तान ईजिप्ट पश्चिमी चीन सहित आधि दुनियॉ जीत ली थी।और 300 साल मुस्लिम सुल्तानो से लडाई की।और बाबर , हूमायू अकबर शाहाजहा औरंगजैब से लडने वाले कई राजपूत शाशको जैसे महाराणा सांगा,महाराणा प्रताप,महाराणा राज सिंह,महाराजा छत्रसाल बुंदेला,वीर अमर सिंह राठौड ,जैसे कई राजपूत शाशको ने आजिवन मुगलो से युद्ध किया।

    • @pranjitsharma1485
      @pranjitsharma1485 5 років тому +5

      If English had not come to Indai the India would be one United kingdom of Maratha

    • @empireofkshatriyarajputpra4645
      @empireofkshatriyarajputpra4645 5 років тому +3

      pranjit sharma मराठा अंग्रेजो को भी हरा देते ।अगर उन्होने भारत की दुसरी महाशक्तियो राजपूतो और सिखो को अपना सहयोगी बना लिया होता।मराठो ने राजपूताने मे भारी लुट पाट करी।उन्होने तो लुटने मे उस सुर्यवंशी मेवाड को भी नही छोडा जिस मेवाड मे बप्पा रावल ,रावल खुमाण,महाराणा सांगा,महाराणा कुंभा,महाराणा प्रताप,महाराणा राज सिंह जैसे कई सनातन धर्म रक्षक शाशक पैदा हूऐ।और मराठा लुट पाट मे ये भी भुल गए की छत्रपती शिवाजी महाराज के पूर्वज भी मेवाड के ही सुर्यवंशी सिसोदिया राजपूत थे।जिस मेवाड का एक भी महाराणा ने दिल्ली दरबार मे उपस्थित नही हूआ।जिस मेवाड ने महुमद बीन कासिम से लेकर ,ईलतुमिस,अलाउधिन खिलजी,महुमद बिन तुगलक,इम्ब्राहिम लोदी,बाबर,अकबर,औरंगजैब।आदि सभी क्रुर मुस्लिम शाशको से युद्ध किया और सुर्य की छाप वाला हिन्दु झंडा जिस मेवाड मे सदा लहरता रहा।उस मेवाड को मराठो ने इतना लुटा कि मेवाड की आम प्रजा मराठो को लुटेरा कहने लगे।अगर मराठा राजपूतो और सिखो को साथ लेके चलते तो।उनको राजस्थान,गुजरात,जम्मु कश्मिर,हिमाचल,उत्तर प्रदेश,और मध्य प्रदेश आदि शक्तीशाली राजपूत राज्यो की भी सैना और ताकत मिलती।और पंजाब के सिखो की भी।

    • @jitendrakumarbehera3972
      @jitendrakumarbehera3972 5 років тому

      Bhai maratha ne bhi kosish ki thi Jagannath Mandir me apna sashan chalane keliye
      Us waqt maratha sashako ne bhi hindutwa ke naam pe Jagannath Mandir ko apna bas me karna chahte the

  • @aruneshwarimishra1150
    @aruneshwarimishra1150 3 роки тому +70

    अच्छा करते हैं जब हमारे आराध्य देवी देवता का सम्मान नहीं करते तो क्यों धुसने देंगे सच बताने के लिए थैंक यू जी न्यूज को सुधीर जी को जय माता की जय गुरुवर की

  • @jeevankrishnasingh5451
    @jeevankrishnasingh5451 4 місяці тому +1

    🌲🌲 ऊँ नमःश्री शिव शंभु🌲🌲जय जगन्नाथ जय जगन्नाथ जय जगन्नाथ।

  • @pushpa6579
    @pushpa6579 5 років тому +1899

    महाराणा प्रताप,छत्रपति शिवाजी और गुरू गोविंद जैसे कई और स्वतंत्रता सैनानियो की बहादुरी पर हमे गर्व है जो मुगलो से आखरी दम तक लङते रहे लेकिन कभी अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया। जय जगनाथ...जय श्री राम...

    • @rahuldas-gx2rv
      @rahuldas-gx2rv 5 років тому +86

      Our odia hindu king from ganga dynasty to gagapti dynasty defended our gaganath temple from jhadi Muslim

    • @TheGreatHinduRashtra
      @TheGreatHinduRashtra 5 років тому +20

      True

    • @DEVINEgkp7491
      @DEVINEgkp7491 5 років тому +3

      Ha kaha ho tum mughse sampark kro

    • @Suraj-bu9pz
      @Suraj-bu9pz 5 років тому +76

      @@DEVINEgkp7491 Maratho se sampark kar tere jaise mughaloke ke baap hai Ham Marathe. Jay Shiv Shambhu Chhatrapati.

    • @Suraj-bu9pz
      @Suraj-bu9pz 5 років тому +31

      Sach kaha apne pushpa ji apne aap jaise ladki honee chahiye varna yaha to kuch love jihad ki shikar ho jaati hai. ....

  • @sangramkumarmohapatra1862
    @sangramkumarmohapatra1862 5 років тому +829

    I'm from puri and felling proud to be Born in Jagannath Dham...

  • @sharmareeteshmathematicssh6190
    @sharmareeteshmathematicssh6190 5 років тому +98

    I m from Rajasthan near Mathura bharatpur......I m coming to Bhubaneswar as loco pilot RRB.exam..
    I have visited this temple
    amezing....

    • @RRR-mg4yv
      @RRR-mg4yv 5 років тому +2

      study jaction bro..dobara aao apni family k sth... Rath yatra dekho.... Jai jagannath 🙏💐

    • @prasantaarts1854
      @prasantaarts1854 5 років тому

      Visit again with your family

    • @tushardewangan958
      @tushardewangan958 4 роки тому

      Please come with your family
      As well as with 2 - 3 family group Jai jagannath 🙏🙏🙏🙏😊

    • @saswatsovanmahapatra153
      @saswatsovanmahapatra153 4 роки тому

      Come to Odisha
      We'll treat you like a star

  • @lostashmish
    @lostashmish 5 років тому +41

    Jai Jagannath .. Proud of you my Oriya brothers and sisters... You stood like a rock for a millennia.. Wish whole Bharatvarsh stood like that... Love and Respect from Delhi

  • @urmilasonisoni2484
    @urmilasonisoni2484 4 роки тому +93

    जय जगन्नाथ धाम की जय 🙏🏻
    सनातन धर्म की जय 🙏🏻
    भारत माता की जय 🙏🏻

  • @oiuej123
    @oiuej123 5 років тому +255

    We need more people like Sudhir Chaudhary who have guts to talk about the cruelty of Mughals.🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @shirishsagathia7420
      @shirishsagathia7420 5 років тому +7

      Ekdam sahi kaha 👍

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @mukul919 ! 🙏जय जग्गनाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

    • @priyacharandas653
      @priyacharandas653 11 місяців тому +1

      जय श्री जगन्नाथ

  • @aninditasahu881
    @aninditasahu881 Рік тому +2

    Bande Utkala Janani...🇮🇳🙏🏻🙏🏻🙏🏻
    Proud to be Odia,
    Thanks a lot to Sudhir Choudhuri ji for showing the great history of Mahaprabhu Jagannath 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @aninditasahu881 ! 🙏जय जगन्नाथ
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था।
      6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @border_king7978
    @border_king7978 4 роки тому +2097

    I am from Odisha, i am proud to be an odia & an Indian ,, this temple is near my home,,,,
    Jay Jagannath 🙏🙏

  • @ODISHA_KUHE
    @ODISHA_KUHE 5 років тому +294

    ଓଡିଶା ପାଇଁ ମୁଁ ଆଜି ଗର୍ବିତ ।।। ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ।।
    I m proud for my #ODISHA . JAI_JAGANNATH....

    • @rashmiranjantapu
      @rashmiranjantapu 4 роки тому +9

      Jay jaganath

    • @myopinion2195
      @myopinion2195 4 роки тому +5

      Love you bhai

    • @siddhantgupta3370
      @siddhantgupta3370 4 роки тому +8

      Your pride is only for odisha not for our country? say I PROUD TO BE AN INDIAN FROM ODISHA STATE
      Jai Jagannath

    • @tushardewangan958
      @tushardewangan958 4 роки тому +5

      @@siddhantgupta3370 not Indian we are sanatani bharatiya 😊 indian name were given by Europeans🙏 joy jagannath

    • @siddhantgupta3370
      @siddhantgupta3370 4 роки тому +3

      @@tushardewangan958 well said THANK YOU

  • @DD84301
    @DD84301 3 роки тому +104

    We are proud as a indian.... Where we found many cultures....💖

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @DD84301 ! 🙏
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है।
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ ।
      कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
      आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है।
      इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
      यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं।
      मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है।
      यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा।
      यह कैसे किया जाएगा?
      1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
      2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा.
      3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा।
      4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा
      5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए।
      6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय।
      7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान
      आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @AK-tk1zz
    @AK-tk1zz Рік тому +2

    LORD OF THE UNIVERSE AND PRIDE OF ODISHA....
    OUR MAHAPRABHU JAY SHREE JAGANNATH JI 🙏😇🙏🌹🙏
    SANATAN DHARM FOREVER 👍👍👍

  • @LION_HEART1139
    @LION_HEART1139 4 роки тому +113

    पता नही सिसुपाल के 100 अपराध भगवान ने माफ किये थे। रावण को भी माफ किया था। पर फिर वध जरूर किया। कलियुग में भगवान अब इन लोगो का सर्वनाश करने अवतरित हों यही प्राथना कर सकते है।

  • @natabarabehera5014
    @natabarabehera5014 5 років тому +95

    I am Odia and proud of my jagannath temple. Jay jagannath ki jay.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Рік тому

      आदरणीय @natabarabehera5014🙏 !
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है।
      राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है।
      मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं?
      कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।
      स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था।
      यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था।
      समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं।
      मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था।
      6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @rudrabarik1995
    @rudrabarik1995 5 років тому +687

    Hamare purbaja ke baje se
    Humare Dharm abbtak jibit hai..Jai Jagannath

  • @sumerramnarayanyadav
    @sumerramnarayanyadav 4 місяці тому +1

    ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
    जय श्री हरि

  • @janmejaya27
    @janmejaya27 5 років тому +139

    ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ସ୍ୱାମୀ ନୟନ ପଥଗାମୀ ଭବତୁ
    Jaya Jagannath

    • @akashlenka3213
      @akashlenka3213 5 років тому +2

      ଜୟ ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ

    • @beingodia1227
      @beingodia1227 5 років тому +1

      ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ସ୍ଵାମୀ ନୟନ ପଥ ଗାମୀ

    • @SKumar-mj6gf
      @SKumar-mj6gf 3 роки тому

      Jai Jagannatho...